Archive | March 8th, 2013

Sahara Hospital organizes a two-day free health check-up camp on the occasion of International Women’s Day

Posted on 08 March 2013 by admin

sahara-logo21• Camp offered free ultrasound/mammography, needle cytology/pathology, Bone Mineral Density and free consultation & examination by lady specialist
March 7, 2013: Sahara Hospital, the multi-disciplinary, super-speciality, Tertiary Care hospital, is organising a two-day free health check-up camp for women, at its premises on the occasion of ‘International Women’s Day’. An array of free services which were offered at the camp included free ultrasound/mammography, needle cytology/pathology, Bone Mineral Density (BMD) and free consultation as well as examination by lady specialist. The camp is open for the visitors on 8th and 9th of March, 2013 from 9:00 a.m. to 4:00 p.m.
The camp which is being organised on the occasion of International Women’s Day to salute the spirit of womanhood and as a mark of respect and gratitude towards women for their indispensable contribution towards the society in terms of welfare, economy, science and politics, included an array of free services such as free ultrasound/mammography, needle cytology/pathology, Bone Mineral Density (BMD) and free consultation as well as examination by lady specialist.
The camp is being conducted under the able guidance and supervision of Dr. Mansoor Hasan, Director - Medical Health and Brigadier Amitabha (Retd.), Chief Executive Officer, Sahara Hospital. A team of specialist doctors, including Dr. Farha Arshad (Breast Surgeon) and Dr. Prateek Malhotra (Endocrine Surgeon) will be providing services to all the visitors and educating them on various types of endocrine, gynaecological and breast related disorders.
About Sahara Hospital
Sahara Hospital is multi-specialty, tertiary care destination that opened in Lucknow in February 2009. Sahara Hospital is currently operating with approximately 300 beds and upon completion of its second phase, it is planned to have approximately 554 beds.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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हिन्दुस्तान हिन्दी दैनिक के छायाकार राजबहादुर यादव की भी पुलिस कर्मियों द्वारा पिटाई, धरने पर बैठे पत्रकार ।

Posted on 08 March 2013 by admin

edited-photo1७ मार्च । पुलिस अधीक्षक कार्यालय के प्रांगण में बीती २५ फरवरी को घरहा मे हुई हत्या में पुलिस द्वारा अभियुक्तो की गिरफ्तारी नही किये जाने के कारण ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से मिलने आये थे कि वहां मौजूद कोतवाल व सी०ओ० ने हमराही पुलिस कर्मियो द्वारा उनको पिटवाना शुरु कर दिया इस घटना की फोटो बना रहे हिन्दुस्तान हिन्दी दैनिक के छायाकार राजबहादुर यादव की भी पुलिस कर्मियों ने पिटाई कर दी और उसका कैमरा छीनकर फोटो डिलीट करने का प्रयास किया ।  इस घटना के बाद जनपद के पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर घटना की जानकारी देनी चाही तो नवागंतुक पुलिस अधीक्षक ने पत्रकारो को आड़े हाथो लिया ।
इस घटना से आव्रहृोशित पत्रकारो ने पुलिस प्रशासन का बहिस्कार करने का निर्णय लिया और ११ सदस्यीय पत्रकार संघर्ष समिति बनाकर इस लड़ाई को आर पार तक ले जाने का निर्णय लिया । इसी व्रहृम में गुरुवार को तिकोनिया पार्क में पत्रकारो ने धरने का आयोजन कर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने का निर्णय लिया था । ज्ञापन देने के लिए जब जिलाधिकारी से संपर्क किया गया तो पता चला कि वह मीटिंग में है उसके तुरंत बाद जिलाधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ कलेक्ट्रेट से निकल गई इस बात पर पत्रकार आव्रहृोशित हो गये और वहां जाकर कलेक्ट्रेट गेट बंद कर गेट के सामने धरने पर बैठ गये और पुलिस विरोधी नारे लगाने लगे इस बात की जानकारी होने पर कुछ देर बाद जिलाधिकारी के० धनलक्ष्मी वापस आई और पत्रकारो से ज्ञापन लेकर कार्यवाही करने का आश्श्वासन दिया ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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महिला आंगन वाडी महिलाओं को सरकारी बंधुआ मजदूर समझा जाता है।

Posted on 08 March 2013 by admin

७ मार्च । जनपद का बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा महिला आंगन वाडी महिलाओं को सरकारी बंधुआ मजदूर समझता है । जब किसी भी सरकारी विभाग को जरुरत हो तुरन्त इन्हे डयूटी थमा दी जाती है वही जिला कार्यव्रहृम अधिकारी और परियोजना अधिकारी की भी प्रशासन की नजर मे कोई अहमियत और इज्जत नही है ये जिले के सभी विभागाध्यक्षो और आलाधिकारियों के हूकुम उदली को चैबीसो घंटे नत मस्तक रहते है और आर्डर मिलते ही किसी प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी की भांति आंगनवाडी महिला मजदूर तुरन्त सप्लाई कर देते है उसके एवज मे ये कभी नही सोचते कि इनकी नियुक्ति किस आधार और किसलिए की गई है या इनको सरकार क्या देती है ।
मानदेय का नौकर समझा जाता है मगर ये नौकर नही है ये योजना मे योगदान करने वाली समाज सेवी मात्र है वो भी चन्द घण्टो के लिए वो भी घर के आंगन मगर सरकार और विभाग इन्हे पूर्णतया अपना जर खरीद मजदूर मान जहां चाहा जिस विभाग ने मांगा उन्हे सौप दिया वो विभाग इनसे चाहे ८ घण्टे काम ले या १२ घण्टे इससे जिला कार्यव्रहृम अधिकारी और परियोजना अधिकारी को कोई मतलब नही । न इनके पारिश्रमिक से न इनके सुविधा से न इनके भविष्य से । आखिर ये अन्याय खुलेआम सरकार करा रही है । ये आज की बात नही है बीते ३३ वर्षो से यही हाल है ।
हैरत है कि जब सरकार को इन महिलाओं की इतनी ही जरुरत है तो उन्हे पूर्ण कालिक क्यो नही बनाती क्यो नही इनको वेतन भोगी बनाती जब अन्य बेतन भोगियों के साथ बराबर इनसे काम लिया जाता है तो इन्हे अन्य सरकारी कर्मी की भांति इन्हे वेतन क्यो नही दिया जाता । मात्र विदेशियों को दिखाने के लिए और वोट लेने के लिए ही सरकारे महिला हितैषी भाषण देती है मगर वास्तविकता देखनी हो तो महिला एवं बाल विकास विभाग को देखा जा सकता है ।
केन्द्र सरकार की योजना मे भी इंदिरागांधी मातृत्व लाभ मे पात्रो को तो लाभ दिया जा रहा है । मगर जो इनकी पात्रता विभाग तक पहुंचाते है उन आंगन वाडियों को बीते २ वर्ष से घोषित परिश्रमिक तक नही दिया गया इस पर न तो प्रदेश की परियोजना प्रबन्धक ध्यान देती है न कार्यव्रहृम अधिकारी इन्हे तो योजना की सफलता चाहिए वो भी बिना दाम दिये थे अन्याय और शोषण नही है तो क्या है क्यो नही महिला हितैषी सरकार बोलती है । यह दिखावा क्यो और कब तक ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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उत्तर प्रदेष सरकार और रुमी फाउण्डेशन, फिल्म निर्माता-चित्रकार मुजफ्फर अली की जहान-ए-खुसरो की लखनऊ के दिलकुशा पैलेस के खण्डहरों में गूँज

Posted on 08 March 2013 by admin

उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री द्वारा हू-द सुफिज आॅफ अवध के पाँचवें संस्करण का विमोचन होगा।
आशा दीक्षित (दिल्ली), चाँद निजामी और साथी (दिल्ली), मर्कन डेडे (इस्तांबुल) और सफकत अली खान के साथ मालिनी अवस्थी की नजीर अकबराबाड़ी की प्रस्तुति

edited-img_3451 7 मार्च, 2013

जहान-ए-खुसरो का 12वाँ पर्व हजरत निजामुद्दीन औलिया के 709वीं उर्स के मौके पर दिल्ली में 1, 2, और 3 मार्च को मनाया गया तथा लखनऊ में 8 और 9 मार्च को मनाया जायेगा जो यहाँ की दूसरी पर्व होगी। उत्तर प्रदेश सरकार और रुमि फाउण्डेशन द्वारा प्रस्तुत, फिल्म निर्माता-चित्रकार मुजफ्फर अली के जहान-ए-खुसरो की गूँज एक बार फिर दिलकुश पैलेस के खण्डहरों में सुनाई पड़ेगी। यह पर्व रहस्यवाद की कविताओं में आत्मिक संगीत व ईश्वरीय नृत्य की शैली में प्रस्तुत किया जायेगा।
समारोह में रहस्यवादी संगीत की मधुरता और वर्तमान पीढ़ी के बीच लगातार चल रहे संवाद की भी झलक दिखायी देगी। इस वर्ष जहान-ए-खुसरो में भाग ले रहे कलाकार एक नये रूप में रहस्यवाद की प्रस्तुती करेंगे।
मालिनी अवस्थी (लखनऊ), आशा दीक्षित (दिल्ली), चाँद निजामी और साथी (दिल्ली), मर्कन डेडे (इस्तांबुल) और सफकत अली खान (लाहौर) के साथ नजीर अकबराबाड़ी पेश करेंगी।
जहान-ए-खुसरो में हर वर्ष सूफी रहस्यवाद के गीत एक नये रूप में पेश किए जाते हैं। पिछले वर्षों में जहान-ए-खुसरो दिल्ली, लन्दन, बाॅस्टन, जयपुर, श्रीनगर और लखनऊ में आयोजित किया गया जिसमें दुनिया के अलग-अलग शहरों जैसे-दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, हैदराबाद, अजमेर, लाहौर, कराची, ढाका, ताशकन्द, तेहरान, जेरूसलम, राबात, ट्यूनिश, इस्तांबुल, रोम, खारतुम, कैरो, एथेन्स, बर्लिन, टोक्यो, न्यूयाॅर्क और टोरन्टो में सूफी गायकों, नृत्यकों तथा संगीतकारों ने अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किए। इस पर्व में शुभा मुदगल, शफकत अली खान, ईला अरूण, सुखविन्दर सिंह, मालविका सर्रूकाई, शुजात हुसैन खान और आबिदा परवीन जैसे महान कलाकारों ने कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।
फिल्म निर्देशक मुजफ्फर अली जो उत्सव के रचनात्मक निदेशक हैं के अनुसार, ‘‘इस उत्सव के सर्वाधिक महत्वपूर्ण पक्षों में एक पूर्व एवं पश्चिम के बीच की खाई को पाटना और उपस्थित समुदाय को इसकी सर्वव्यापकता व लोकप्रियता की अनुभूति कराना है। साथ ही उत्सव में भाग लेने वालों, पर्यटकों, निगमित संगठनों तथा स्थानीय निवासियों को सूफी संगीत के माध्यम से आकर्षित करना है।’’
जहान-ए-खुसरो के इस मौके पर रुमि फाउण्डेशन ने प्रेम और समर्पण के संदेश से ओत-प्रोत कविताओं का एक प्रकाशन ’’हू-दी सूफी वे’’ भी जारी किया। यह प्रकाशन विश्व में अपनी तरह का अकेला है और इसमें एक आत्मा और सहअस्त्वि के विश्वव्यापी संदेश की विश्व में प्रशंसा की गई है।
अब तक के संस्करण:
पहला संस्करण भारत में बहु-संस्कृति अथवा अनेकता की पहचान कराने वाले महान सूफी कवि - संत हजरत अमीर खुसरो की याद में जारी किया गया। दूसरा संस्करण मेवलाना जलालुद्दीन रुमि की 800वीं जन्मतिथि के अवसर पर जारी हुआ। जलालुद्दीन रुमि विश्व के महानतम रहस्यवाद लेखक रहे हैं। यह प्रकाशन कश्मीर के सूफियों और ऋषियों के उन सूफी कवियों को समर्पित है जिन्होंने आपसी मेलजोल वाले समाज के लिए महत्वपूर्ण पृष्ठभूमि तैयार की। पंजाब के सूफियों से संबंधित प्रकाशन अपने पूर्व वैभव और विभाजन से पूर्व पाँच नदियों की पुण्यभूमि प्रस्तुत करती है। इस प्रकाशन में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों पर प्रकाश डाला गया है।
उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री ’’हू-दी सुफीज आॅफ अवध’’ के पाँचवें संस्करण का विमोचन जहान-ए-खुसरो के दौरान 8 मार्च 2013 को करेंगे।
जहान-ए-खुसरोः
यह अन्तर्राष्ट्रीय वार्षिक सूफी संगीत समारोह ’’हृदय के साम्राज्य में’’ के तौर पर नई दिल्ली में 2001 में प्रारम्भ किया गया। रुमि फाउण्डेशन द्वारा प्रस्तुत और फिल्म निर्माता-चित्रकार मुजफ्फर अली द्वारा निर्देशित और डिजायन किया गया जहान-ए-खुसरो देश के सांस्कृतिक कार्यक्रमों नियमित रूप से आयोजित किया जाता है। उत्सव में विश्व भर से सूफी परंपरा के विख्यात कलाकार भाग लेते रहे हैं। यह उभरते गायकों सुफियाना संगीत सहित क्लासिकल और माॅडर्न डान्स कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलता रहा है। जहान-ए-खुसरो विश्व भर के संगीतप्रेमियों को संगीत से मंत्रमुग्ध करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
निमंत्रण उपलब्ध हैं: यूनिवर्सल बुक डिपो, हजरतगंज और गोमती नगर
रुमि फाउण्डेशन ने डाॅ. मंसूर हसन के संयोजन में एक कार्यदल गठित किया है जिसे मुमताज अली खान, जयन्त कृष्णा, डाॅ. कमर रहमान, परवीन ताल्हा, मालिनी अवस्थी, ज्योति सिन्हा और तारीक खान जैसे योग्य और कर्मठ व्यक्तियों का समर्थन प्राप्त है। दो वर्ष पूर्व गठन के पश्चात इन्होंने जश्न-ए-बेदम, जश्न-ए-वारिस, बाज-ए-दिलबारान और मार्च 2012 में लखनऊ में जश्न-ए-खुसरो के प्रथम उत्सव का आयोजन किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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नकलविहीन परीक्षा कराने के लिये माध्यमिक शिक्षा परिषद ने कसी कमर

Posted on 08 March 2013 by admin

07 मार्च       माध्यमिक शिक्षा परिषद् उ0प्र0 2013 की हाईस्कूल व इण्टर की परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक संग अन्य अधिकारियों ने एक बैठक के दौरान केन्द्र व्यवस्थापकों एवं कक्ष निरीक्षकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये और और इस बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन एवं शुचिता बनाये रखने पर विशेष बल दिया। जिला विद्यालय निरीक्षक महेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शासनदेश को सुचारू रूप से कार्यान्वित करने का पूर्ण उत्तरदायित्व केन्द्र व्यवस्थापकों पर है। कहा कि जिन व्यक्तियों की ड्यूटी लगायी जाय तथा ऐसे व्यक्ति केन्द्र व्यवस्थापक तथा कक्ष निरीक्षक कार्य हेतु सौंपे गये दायित्व का निर्वहन करने में आनाकानी करे तथा जानबूझकर अनुपस्थित हो तो ऐसे व्यक्तियों पर नियमानुसार कड़ी कार्यवाही की जाय। आगे कहा कि इस दौरान मोबाइल पर प्रतिबन्ध रहेगा और केवल केन्द्र व्यवस्थापक ‘साइलेन्ट‘ मोड में अपना मोबाइल रखेंगें, जिससे इमरजेंसी में आवश्यकता पड़ने पर काल कर सकें। परीक्षा के दौरान असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पूरी सहायता प्रदान की जायेगी।
इस दौरान नगर पुलिस अधीक्षक ने सभी को आश्वासन दिया कि यदि कहीं कोई नकल माफिया नकल कराने की कोशिश करता है तो इसके लिए सभी को थानों का नंबर दिया जायेगा, जिससे सम्पर्क कर सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर मुझे या जिला विद्यालय निरीक्षक तथा अपने उप जिला मजिस्ट्रेट को फोन से अवगत करा सकते हैं। कहा कि नकल कराने वालों को सीधे छः महीने के लिए अन्दर किया जायेगा। एडीएम प्रशासन ने कहा कि कहीं-कहीं पर केन्द्र व्यवस्थापक या कक्ष निरीक्षक स्वतः नकल कराते हैं और पकड़े जाने पर दुहाई देते हैं। इस बार यदि कहीं नकल करते पाया जायेगा तो उनको भी जिम्मेदार माना जायेगा। इसलिए आवश्यक है कि मुख्य द्वार पर विद्यार्थियों की कायदे से चेकिंग करने के उपरान्त ही अन्दर जाने दें।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस दौरान सभी के प्रश्नों का जवाब भी दिया। अंत में पत्रकारों के बारे में पूछने पर कहा कि पत्रकारों का प्रवेश निषेध रहेगा। जिला सूचना कार्यालय से जिसका पास होगा वही अंदर जा सकेगा। बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक के अलावा नगर पुलिस अधीक्षक, एडीएम प्रशासन तथा कोरांव, मेजा, बारा के एसडीएम सहित शिक्षा विभाग संबंधित लोग मौजूद रहे। बैठक के दौरान एक प्रधानाचार्य ने कहा कि जब दबंगों का कहर टूटता है तो हम सभी भय से कांपने लगते हैं और हमारी सुरक्षा के लिए कोई नहीं आता। इस पर सभी अधिकारियों ने आश्वासन तो दिया अवश्य परन्तु यह कड़ुवा सच है कि घटना घटित होने पर पुलिस कई घंटे बाद ही पहुंचती है, या यह कह दिया जाता है कि मौके पर पुलिस फोर्स नहीं थी।एक प्रधानाचार्य ने पत्रकारों के प्रवेश के बारे में पूछा तो जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि कोई भी पत्रकार परीक्षा के दौरान अंदर नहीं जायेगा। इस पर दूसरे प्रधानाचार्य ने कहा कि पत्रकार ही सही मायने में हो रही घटनाओं को छापते हैं, यदि उन पर प्रतिबंध रहेगा तो मामला कैसे उजागर होगा। इस पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि जिसके पास जिला सूचना कार्यालय का पास रहेगा वह प्रवेश कर सकता है। इस पर वह चुप हो गये। बहरहाल जिला विद्यालय निरीक्षक ने शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देश से अवगत करा दिया, परन्तु होने वाली परीक्षाओं में क्या नकल माफियाओं पर अंकुश लग सकेगा

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कुंभ मेले में खर्च रुपये को आयुक्त ने 25 विभागों से मांगा विवरण

Posted on 08 March 2013 by admin

7 मार्च      कुंभ मेला का आयोजन के लिए शासन द्वारा 25 विभागों को कुल 3623592010 रुपये धनराशि अवमुक्त की गयी थी। मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने गत दिवस संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि जिन विभागों द्वारा आवंटित धनराशि के सापेक्ष धनराशि व्यय की गयी है उनकी अद्यावधिक स्थिति एवं भौतिक सत्यापन का पूर्ण विवरण बनाकर तत्काल दें। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला में विभिन्न मदों में खर्च किये गये धनराशि एवं कार्याें का विवरण प्रमाण सहित प्रस्तुत करें।
बैठक में आयुक्त ने पाया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों, पटरियों, चकर्ड प्लेटों आदि के लिए रु0 60.53 करोड़, सिंचाई विभाग को 7.23 करोड़, उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड को 14.26 करोड़, राज्य सड़क परिवहन निगम को 12.29 करोड़, दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (पराग) को 4.50 करोड़, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को 11.25 करोड़, आवास विकास परिषद को 14 लाख, पर्यटन सी0एन0डी0एस0 यूनिट-10 (उत्तर प्रदेश जल निगम) को 11.34 करोड़, वन विभाग को 1.57 करोड़, उद्यान विभाग को 58.26 लाख, आयुर्वेदिक विभाग को 33.38 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 48.70 करोड़, होम्योपैथिक विभाग को 50 लाख, उ0प्र0 जल निगम को 55.30 करोड़, गंगा प्रदूषण विभाग को 6.34 करोड़, नगर पंचायत झूंसी को 3.92 करोड़, इलाहाबाद प्राधिकरण को 3.94 करोड़, नगर निगम को 90.90 करोड़, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को 32 लाख, मण्डलायुक्त कार्यालय 9.96 लाख, पर्यटन विभाग को 2.69 करोड़, पुलिस विभाग को 10.23 करोड़, मेडिकल कालेज को 4.75 करोड़, कुंभ मेला प्रषासन को 9.90 करोड़, संस्कृति विभाग को 70 लाख रुपये अवमुक्त हुए हैं। बैठक में आयुक्त ने पाया कि अभी कुछ विभागों की धनराशि अवशेष है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिये कि वे अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय/समर्पण धनराशि व कार्य आदि के संबंध में तत्काल रिपोर्ट दें। बैठक में मेलाधिकारी मणि प्रसाद मिश्र सहित सभी विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आवासीय विद्यालयों का निर्माण दस दिनों में, नही तो एफआईआर

Posted on 08 March 2013 by admin

7 मार्च    कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय 20 विद्यालय का निर्माण जिले मे ंहोना था पर 20 के सापेक्ष 17 विद्यालयों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तीन विद्यायल का निर्माण अपूर्ण है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जातते हुए कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर को शो काज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी राजशेखर ने कार्यदायी संस्था के प्रंबन्धक की क्लास लेते हुए चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दस दिन के अन्दर कार्यदायी संस्था ने विद्यालय के निर्माण का कार्य पूरा नही किया तो एफआईआर दर्ज करा दी जायेगी और उनके खिलाफ विधिक काररवाई भी होगी। जिलाधिकारी ने शिक्षा व्यवस्था मे ंसुधार लाने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारियों पर लगाम कसने की काररवाई करने का निर्णय लिया है। जिलाधिकारी राजशेखर ने प्रत्येक खण्ड शिक्षा अधिकारी को हर महीने कम से कम 40 विद्यालयों का निरीक्षण करने और निरीक्षण की फोटोग्राफ सहित रिर्पोट देने का निर्देश बीएसए को दिया । जिलाधिकारी विकास से जुडे जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री की प्राथमिकता वाले कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने विद्यालयो ंमें किताबों के वितरण का सत्यापन उपजिलाधिकारियों से कराकर रिर्पोट तलब किया है। समग्र गांव में बाउन्ड्री वाल और गेट को प्रथामिकता के आधार पर विद्यालयों में तत्काल लगवाये जाने का निर्देश बीएसए को दिया ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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विश्व महिला दिवस आज, निकाली रैली

Posted on 08 March 2013 by admin

edited-alld-7-mrach-17 मार्च  विश्व महिला दिवस की पूर्व संध्या पर बृहस्पतिवार को सिविल लाइन क्षेत्र मे सैकडों महिलाओं ने एक रैली निकाली। महिलाओं ने अपने हाथों में तरह-तरह के स्लोगन लिखे हुये तख्तियां लिये हुयी थी। और अपने अधिकार स्वरूप उके नारेबाजी करती हुयी महात्मा गंाधी मार्ग पत्थर गिरिजाघर से लेकर सुभाष चैराहे तक गयीं। बाद में महिलाओं ने वहां पहुंचकर एक सभा भी की। वहीं आज महिला दिवस पर छत्रपति शिवाजी महाराज जन कल्याण समिति के तत्वाधान में गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्व महिला दिवस पर महिला सम्मेलन आज अपरान्ह 2 बजे से ममता गार्डेन चक निरातुल चैफटका मे ंआयोजित किया जायेगा। जिसमें महिला प्रभारी श्रीमती कुसुमलता आर्य व श्रीमती मालती आर्य द्वारा किया जा रहा है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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कडे़ कानून होने के बाद भी महिला हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही है।

Posted on 08 March 2013 by admin

यूनीसेफ की मीडिया सलाहकार प्रीति एम0शाह ने कहा कि देष में कडे़ कानून होने के बाद भी महिला हिंसा की घटनाएं बढ़ती जा रही है। इसे रोकने के लिए महिलाओं को शिक्षा के साथ आर्थिक रूप से स्वावलम्बी होकर संघर्ष करना होगा। सुश्री साह गुरूवार को मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार के जन षिक्षण संस्थान द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर कानपुर रोड स्थित साक्षरता निकेतन के विवेकानन्द हाल आयोजित ‘‘साक्षर महिला सषक्त महिला’’ विषयक संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रही थी।
इस मौके पर कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि नवयुग रेडिएन्स कालेज की प्रधानाचार्या बी0 सिंह ने कहा कि समाजिक विकास के लिये बालिकाओं की शिक्षा बहुत जरूरी है, इसके बिना देश का विकास नहीं हो सकता। शिक्षा के अधिकार का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि यदि शत-प्रतिशत बालिकाओं को स्कूल पहुंचाया जा सके तो आगे आने वाले समय में कोई महिला अशिक्षित नहीं होगी। साक्षरता निकेतन के निदेशक मधुकर द्विवेदी ने कहा कि साक्षरता निकेतन की संस्थापिका डा0 वेल्दी फिशर के सपने को साकार करने के लिये  महिलाओं के शिक्षा के साथ-2 जागरूक बनाया जाना जरूरी है। राज्य संसाधन केन्द्र की निदेषक रचना पाल ने कहा कि महिला सषक्तिकरण का अर्थ पुरूषों का विरोध नहीं है। संस्थान के निदेषक एस0पी0 रस्तोगी ने अतिथियों का स्वागत करते हुये कहा कि साक्षरता व्यक्ति के विकास की अनिवार्य शर्त है, महिलाओं के लिये साक्षरता और भी जरूरी होती है, क्योंकि माँ की गोद को बच्चे की प्रथम पाठशाला कहा गया है। जब माँ सुशिक्षित होगी, तभी उसकी संतति का भी सर्वांगीण विकास हो सकेगा। इस मौके आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता “साक्षर महिला-सशक्त महिला” के विजयी प्रतिभागियों कु0 ऋतु सिंह (प्रथम), अनिमेश शुक्ला (द्वितीय) व कु0 दीपिका कुशवाहा (तृतीय) तथा कु0 दरखशां बानो एवं कु0 अनामिका वर्मा को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये गये। इस मौके पर कार्यक्रम सहायक ओम प्रकाश सिंह व कार्यक्रम समन्वयक अनिल कुमार मिश्रा ने आये हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
उधर बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर केन्द्रीय विष्वविद्यालय के नेषनल वर्कषाप स्कूल फार होम साइंस द्वारा क्राइम अगेस्ट वूमेन, लीगल इषूस विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम को  विष्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 आरसी सोबती व डा0 पूर्णिमा सिंह सहित कई अतिथियों ने सम्बोधित किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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