7 मार्च कुंभ मेला का आयोजन के लिए शासन द्वारा 25 विभागों को कुल 3623592010 रुपये धनराशि अवमुक्त की गयी थी। मण्डलायुक्त देवेश चतुर्वेदी ने गत दिवस संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेते हुए निर्देश दिये कि जिन विभागों द्वारा आवंटित धनराशि के सापेक्ष धनराशि व्यय की गयी है उनकी अद्यावधिक स्थिति एवं भौतिक सत्यापन का पूर्ण विवरण बनाकर तत्काल दें। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला में विभिन्न मदों में खर्च किये गये धनराशि एवं कार्याें का विवरण प्रमाण सहित प्रस्तुत करें।
बैठक में आयुक्त ने पाया कि लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़कों, पटरियों, चकर्ड प्लेटों आदि के लिए रु0 60.53 करोड़, सिंचाई विभाग को 7.23 करोड़, उत्तर प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड को 14.26 करोड़, राज्य सड़क परिवहन निगम को 12.29 करोड़, दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ (पराग) को 4.50 करोड़, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग को 11.25 करोड़, आवास विकास परिषद को 14 लाख, पर्यटन सी0एन0डी0एस0 यूनिट-10 (उत्तर प्रदेश जल निगम) को 11.34 करोड़, वन विभाग को 1.57 करोड़, उद्यान विभाग को 58.26 लाख, आयुर्वेदिक विभाग को 33.38 लाख, स्वास्थ्य विभाग को 48.70 करोड़, होम्योपैथिक विभाग को 50 लाख, उ0प्र0 जल निगम को 55.30 करोड़, गंगा प्रदूषण विभाग को 6.34 करोड़, नगर पंचायत झूंसी को 3.92 करोड़, इलाहाबाद प्राधिकरण को 3.94 करोड़, नगर निगम को 90.90 करोड़, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को 32 लाख, मण्डलायुक्त कार्यालय 9.96 लाख, पर्यटन विभाग को 2.69 करोड़, पुलिस विभाग को 10.23 करोड़, मेडिकल कालेज को 4.75 करोड़, कुंभ मेला प्रषासन को 9.90 करोड़, संस्कृति विभाग को 70 लाख रुपये अवमुक्त हुए हैं। बैठक में आयुक्त ने पाया कि अभी कुछ विभागों की धनराशि अवशेष है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिये कि वे अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष व्यय/समर्पण धनराशि व कार्य आदि के संबंध में तत्काल रिपोर्ट दें। बैठक में मेलाधिकारी मणि प्रसाद मिश्र सहित सभी विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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