समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि पिछले पांच साल के बसपाराज और अभी एक साल की समाजवादी पार्टी सरकार की सोच और कार्यप्रणाली का अंतर अब जनता को साफ नजर आने लगा है। बसपाराज में पत्थर, पार्क, स्मारकों के नाम पर जनता का धन लुटाया जाता रहा, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में भारी घोटाला किया गया, समाज के हर वर्ग का उत्पीड़न होता रहा, विरोधियों पर फर्जी मुकदमे लादे जाते रहे और पुलिस के बल पर चुनाव जीते जाते रहे। समाजवादी पार्टी की सरकार विकास के एजेंडा पर चल रही है और बिना रागद्वेष के राजकाज में पूरी निष्पक्षता एवं पारदर्शिता बरत रही है। मुख्यमंत्री का सचिवालय पंचमतल जहाॅ पहले वसूली के नए-नए साधन और स्रोत की खोज की प्रयोगशाला था अब वहां से राज्य के विकास के संसाधनो पर ध्यान दिया जाता है और जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई जाती है।
बसपाराज में जनधन की लूट की हद हो गई थी। उसके आधे दर्जन से ज्यादा मंत्रियों की जांच हो रही है। उनपर सत्ता के दुरूपयेाग, अवैध कब्जे, बेनामी सम्पत्ति बटोरने और भ्रष्टाचार के तमाम आरोप हैं। लोकायुक्त से लेकर सीबीआई तक इनकी जांच कर रही है। कुछ मंत्री तो जेल की हवा भी खा रहे हैं। सतर्कता अधिष्ठान बसपा मंत्रियों के यहां छापे मार रहा है और अघोषित सम्पत्ति बरामद कर रहा है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव लगातार प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए प्रयत्नशील है। बिगड़ी अर्थव्यवस्था और भ्रष्ट प्रशासनिकतंत्र को वे पटरी पर लाने के लिए परिश्रम कर रहे हैं। प्रदेश में बुनियादी ढांचे को ठीक करने के लिए वे नीतियां बना रहे हैं। वे मानते हैं कि पुल एवं सड़कों के निर्माण से राज्य का विकास होता है। वे पूरे प्रदेश में बिजली, पानी, सड़क, पुल का जाल बिछाना चाहते बिछाने में जुटे हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने ये सब काम रूकवा दिये थे। बसपाराज में भ्रष्टाचार चरम पर था और हत्या, बलात्कार अपहरण जैसे अपराधों की बाढ़ आई हुई थी।
समाजवादी पार्टी की सरकार ने भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए कई कड़े कदम उठाएं हैं। कई अधिकारी दंडित किए गए हैं। समाजवादी पार्टी सरकार संवेदनशील है। महिलाओ को उत्पीड़न से बचाने के लिए वूमेन पावर सेवा 1090 शुरू की है। प्रसूति पीड़ा से कराहती महिलाओं को अस्पताल तक ले जाने के लिए 108 समाजवादी स्वास्थ्य परिवहन सेवा चल रही हैं। अपना पेट पालने के लिए शहरों में आकर रिक्शा चलाने वाले असमय टीबी जैसी बीमारी के शिकार हो जाते हैं। उनकी पीड़ा को समझते हुए मुख्यमंत्री जी ने अभी 9 फरवरी,2013 को मोटर चालित रिक्शे बांटने की शुरूआत की हैं।
सबसे बड़ा अंतर तो यह है कि जहां बसपाराज में अघोषित आपातकाल महसूस होता था और बसपा मुख्यमंत्री के सड़क पर निकलते ही कफ्र्यू लगा दिया जाता था, अब वह सब नहीं दिखाई देता है। समाजवादी पार्टी सरकार ने पहले दिन से ही लोकतंत्र बहाली का पवित्र कार्य किया है। अब कोई भी मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बात कहा सकता है। जनता को विरोध प्रदर्शन करने की भी छूट है। बसपाराज में विरोध का अर्थ लाठी, गोली और जेल था। आज श्री अखिलेश यादव ने प्रदेश में एक एक नये वातावरण का सृजन किया है। वे सुलभ हंै, विकास के लिए उनके नेतृत्व की सब ओर प्रशंसा हो रही है। उत्तर प्रदेश को मुख्यमंत्री जी उत्तम प्रदेश बनाने का भगीरथ प्रयास कर रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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