Posted on 30 March 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने अधिवक्ता कल्याण निधि के लिए 40 करोड़ रुपये तथा युवा अधिवक्ता न्यास के लिए 10 करोड़ रुपये की धनराशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए पेंशन योजना के साथ-साथ बीमा की धनराशि 5 लाख रुपये करने पर भी प्रदेश सरकार विचार कर रही है।
मुख्यमंत्री आज इलाहाबाद में बार काउंसिल उ0प्र0 के अधिवक्ता भवन के उद्घाटन के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता को आवासीय सुविधा एवं चैम्बर के लिए भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उन्होंने बार काउंसिल के सदस्यों की सुरक्षा और सम्मान की चर्चा करते हुए कहा कि इस प्रकरण के सम्बन्ध में मा0 सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद राज्य सरकार आवश्यक कार्यवाही करेगी।
कानून व्यवस्था के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस दिशा में लगातार काम कर रही है। उन्होंने कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने वालों और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को सचेत करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसी को भी कानून व्यवस्था खराब करने की इजाजत नहीं देगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता से किए वादे को पूरा करने के लिए लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष में राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण वादों को पूरा किया है।
मुख्यमंत्री ने देश की आजादी में अधिवक्ताओं के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक सुधार के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण आन्दोलनों में अधिवक्ताओं ने बढ़़-चढ़कर हिस्सा लिया है। उन्होंने अधिवक्ताओं को समाज का सबसे अधिक जागरुक एवं समझदार सदस्य बताते हुए कहा कि समाज को सही दिशा देने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होेंने अधिवक्ताओं के हितों के लिए पिछली सपा सरकार में लिए गए निर्णयों की चर्चा करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार अधिवक्ताओं के कल्याण के लिए गम्भीरता से प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि न्यायिक क्षेत्र में अनेक महान-विभूतियों कानूनविदो ने इलाहाबाद के साथ-साथ देश में अपना नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री ने उ0प्र0 बार काउंसिल को विश्व का सबसे बड़ा बार बताते हुए कहा कि न्याय दिलाने में अधिवक्ताओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की चर्चा करते हुए कहा कि कन्या विद्याधन, बेराज़गारी भत्ता, किसानों की कर्ज माफी एवं मुफ्त सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने का काम किया जा रहा है। बिजली की व्यवस्था सुधारने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार गरीब परिवारों एवं किसानों के बच्चों को लैपटाॅप वितरित कर रही है, इससे उनको कम्प्यूटर की पढ़ाई में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर इलाहबाद के सांसद कुंवर रेवती रमण सिंह तथा बार काउंसिल उ0प्र0 के अध्यक्ष श्री इमरान माबूद खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में महाधिवक्ता श्री एस0पी0गुप्ता, प्रमुख सचिव न्याय श्री एस0के0पाण्डेय, बार काउंसिल उ0प्र0 के उपाध्यक्ष श्री आई0के0चतुर्वेदी, सचिव पी0एन0 त्यागी सहित बार काउंसिल के कई पूर्व एवं वर्तमान पदाधिकारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च । जिले के मान्यता प्राप्त पत्रकारो के मान्यता कार्ड पर समय सीमा बीत जाने के बाद भी जिलाधिकारी का नवीनीकरण हेतु हस्ताक्षर नही हो सका है ।
माना जा रहा है कि कहने को डी०एम० जिले के पुलिस अधीक्षक कार्यालय मे छायाकार की पिटाई को लेकर गंभीर है मगर वह पुलिस के साथ है क्योकि पत्रकारो द्वारा ज्ञापन देते समय उन्होने वायदा किया था कि एस.पी. को हटाना उनके हाथ मे नही है मगर जो वह कर सकती है कार्यवाही करेगीं । आज महीने भर बाद भी कोतवाल व सी.ओ. नगर क्षेत्र मे जमे है । डी.एम. की कोई कार्यवाही नही दिखी ।
बजाय इसके मान्यता प्राप्त पत्रकारो के मान्यता कार्ड पर २८ फरवरी की समय सीमा बीत जाने के बाद भी नवीनी करण पर भी हस्ताक्षर नही कर रही है । सूचना विभाग के अनुसार मान्यता कार्ड की फाइल डी.एम. के कैम्प कार्यालय पर महीनो से रखी है डी.एम. न तो कोई टिप्पणी लिख कर वापस कर रही है और न ही हस्ताक्षर कर रही है ।
करीब पन्द्रह दिन पूर्व डी.एम. को ज्ञापन देते समय पत्रकारो ने मान्यता कार्ड पर हस्ताक्षर किये जाने की शिकायत की तो वह बोली सूचना अधिकारी नही है इस लिए फाईल सिस्टमेटिक ढंग से नही आ रही है सूचना अधिकारी के आने पर पुनरू फाईल हस्ताक्षर हेतु भेज दिया गया किन्तु आज तक कार्ड पर हस्ताक्षर नही हो सका है । इससे साफ जाहिर होता है वह भी एस.पी.का साथ देकर पत्रकारो की जानबूझ कर उपेक्षा कर रही है । जिन्हे उत्त्तर प्रदेश सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च । नगर के विवेकानन्दनगर स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की लई प्रबन्ध समिति की घोषणा कर दी गयी है । जिसके अध्यक्ष कृपाशंकर द्विवेदी व प्रबन्धक शिव नारायण तिवारी बनाये गये है ।
भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उ०प्र० के मंत्री रघुराज प्रताप सिंह ने विद्यालय प्रबन्धकारिणी समिति के गठन की सूची जारी करते हुए बताया कि समिति का कार्यकाल पूरा होने पर नियमानुसार प्रदेश समिति के परामर्श एवं सहमति के बाद बाल कल्याण समिति से विद्यालय की प्रबन्धकारिणी समिति का मनोनयन आगामी तीन वर्ष के लिए किया गया है ।
जिसमें संरक्षक डा. ए.के.सिंह, अध्यक्ष पद पर कृपाशंकर द्विवेदी, उपाध्यक्ष अमर पाल सिंह, मंत्रीध्प्रबन्धक शिव नारायण तिवारी, उममंत्री ध् सह प्रबन्धक डा० प्रेम मोहन श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष अजय गुप्ता, सचिव ध् प्रधानाचार्य पदेन शेष मणि मिश्र व सदस्यों मे डा० सुशील गौतम, उदयपाल सिंह, श्रीमती सुनीता अग्रवाल, डा० रमाशंकर पाण्डेय, सरदार जगदीश सिंह, ज्ञान प्रकाश जायसवाल, भोलानाथ अग्रवाल, डा०पी०पी०पाण्डेय, डा० जे०पी०सिंह, डा० अरुण बाला शर्मा तथा श्रीमती मनीषा सक्सेना आदि है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च । नगर के विवेकानन्द नगर स्थित सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के नव नियुक्त अध्यक्ष कृपा शंकर द्विवेदी ने बताया कि मे इस वर्ष कक्षा ११ में बालिकाओं का प्रवेश नही होगा । कक्षा एकादश के लिए ३१ मार्च २०१३ को प्रस्तावित प्रवेश परीक्षा अपरिहार्य कारणो से निरस्त कर दिया गया है । जबकि कक्षा ६ से ९ के लिए बालक बालिकाओं दोनो व केवल बालको के लिए ११ मे प्रवेश हेतु परीक्षा निर्धारित समय पर सम्पन्न होगी । जिसका परिणाम १ अप्रैल को १२ बजे दोपहर विद्यालय के सूचना पट पर प्रकाशित होगा । इसी के साथ १ अप्रैल २०१३ को नये शिक्षण सत्र का शुभारम्भ प्रातरू ७रू३० बजे विद्यालय मे यज्ञ पूजन के साथ होगा ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च ।
सोचा जा सकता है कि पूरे वर्ष भरपूर बजट के बावजूद विकास महकमे जनहित का कार्य भी नही करना चाहते हालत यह है कि जिस कार्य मे कमीशन और धन तुरंत मिलने की उम्मीद हो वही कार्य पूरे किये जाते है बकाया फरवरी मार्च के लिए छोड दिये जाते है विडंमना यह है कि सरकार भी यह जानती है कि कार्य कैसे हो रहा है ।
चाहे लोहिया आवास हो या इंदिरा आवास हो या मलिन निर्बल वर्ग का आवास मामला हो सभी मे वर्ष भर काम के बावजूद बजट के भरपूर रहते कार्य नही होते जबकि इन कार्यो के निरिक्षण के लिए जिले मे मुख्यविकास अधिकारी परियोजना निदेशक सेकरेट्री खण्ड विकास अधिकारी सभी मौजूद है और भारी भरकम यात्रा भत्ता वेतन ले रहे गाडी बगला अर्दली सभी कुछ है फिर भी सरकार की महत्वपूर्ण योजना का लाभ गांव गरीब को नही मिलता दिन रहा है ।
सारे अमले मिलाकर भी उचित पात्र नही ढूढ पा रहे है यहां तक कि ए.पी.एल. गरीबो को तीन माह पूर्व आवंटित खाद्यान्न विचैलियों और कोटेदरो ने हजम कर लिया मगर आज भी सरे महकमे मिलकर पात्रो का चयन नही कर पाये यही हाल स्वास्थ्य विभाग का है जहां तमाम योजनाएं कागजो और पाकेट संस्थाओ के माध्यम से चलाई जा रही है न चश्मा न क्षय रोगियों का डाट््स केन्द्र न प्रशूताओ को भोजन न यात्रा सुविधा यहां तक कि आशा बहुओं के भत्ते मे भी सेंध लगा रहे है ।
स्वास्थ्य महकमे के घोटाले बाज बाबू और प्रभारी अधिकारी एक उदाहरण देखिए जिले मे चल रहे खसरा टीका करण का न प्रचार न प्रसार न कर्मी उधार के कर्मचारियों से टीकाकरण लक्ष्य पूरे करने का दंभ भर रहे जिले के अधिकारी एक दूसरे को बधाई और फर्जी रिपोर्टग पर शासन की वाह वाही लूट अभियान का बजट खपा दिया जा रहा है यहां तक कि दूसरे विभाग से मंगाये गये कर्रि्मयों को पानी तक नही मुहैया करा सका स्वास्थ्य महकमा बंद स्कूलो निजी घरो मे हो रहा टीका करण जिसे जिला के अधिकारी ने भी आल इज बेल करार दे दिया ।
हद तो तब हो गई जब इस अभियान का निरिक्षण करने न तो जिला प्रशासन बूथो तक गया न अभियान के प्रभारी ही कही निकले और अभियान शत प्रतिशत सफल रहा यही हाल जिले के लगभग सभी विभागो का है जहां फर्जी बिल बाउचर के माध्यम से कंटीजेन्सी व स्टेशनरी यात्रा बिल का भुगतान कर राजस्व की लूट जारी है यही है ३१ मार्च और जिले के विकास का सच कहावत है जो धन सरकार का वो कर्मचारी का जनता जाये भाड में ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च । लगातार दो वर्षो से सायंकालीन अदालत चलाये जाने की मंशा के कारण अधिवक्ताओं के विरोध के चलते जनपद में प्र्रत्येक सप्ताह में शनिवार के दिन हडताल बिना किसी अवरोध के जारी है । शनिवार के दिन दीवानी के न्यायालयों मे अधिवक्तागण न्यायिक कार्य से विरत रहते है ।
विदित हो कि दो वर्ष पूर्व बार एसोसिएसन के जनरल सभा की बैठक में सांय कालीन अदालत चलाये जाने के विरोध मे एक प्रस्ताव पारित किया गया है कि प्रत्येक शनिवार को अधिवक्तागण विरोध स्वरुप सांय कालीन अदालत जब तक समाप्त नही किया जाता है तब तक सांकेतिक हडताल पर रहते हुए न्यायिक कार्य से विरत रहेगें । न्यायालयो के पीठासीन अधिकारी भी इस हडताल को किसी न किसी रुप मे उपयोग करते हुए ज्यादातर मुकदमा आदेश के लिए नियत कर लेते है । जिससे उन्हे मासिक कोटा की पूर्ति भी आसानी से हो जाती है और छोटे मोटे मुकदमोे के निस्तारण के लिए शनिवार को ही लोक अदालत भी लगायी जाती है ।
सुलह समझौते के मुकदमें भी शनिवार के दिन आसानी से निपट जाते है इन परिस्थितियों मे ज्यादातर बादकारी जो मुकदमे मे वादी होते है उन्हे जरुर निराशा हाथ लगती है क्योकि विपक्षीगण ज्यादातर शनिवार का फायदा उठाने मे कामयाब हो जाते है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
३० मार्च । जनपद के खैराती अस्पताल मे आज भी बसपा कार्यकाल का वजूद कायम है । चहुं ओर दलाल और अराजक तत्वो का बोलबाला, दवा नदारद, डाक्टर नदारद, चतुर्थ श्रेणी, मरीजो के शिकार मे मस्त बाबू फर्जी बिल बाउहृचरो मे मशगूल जिला स्वास्थ्य समिति मात्र कागजो व कलेक्टर के सभाकक्ष तक सीमित सपा विधायको को चुनाव जीतने के बाद नही है गांव गिरांव के गरीबो के ईलाज की चिंता उन्हे तो चिन्ता है मात्र लालबत्ती और अपने चापलूसो के ठेको की, हालात बद से बदतर न जिलाधिकारी को चिंता न जनप्रतिनिधि को चिंता सब कुछ बसपा कार्यकाल का नजारा दिखता है ।
न सपा सरकार की कोई धमक न स्वास्थ्य मंत्री की हनक ईमानदारी का वजूद जिला अस्पताल परिसर मे दिखाई देता है डाक्टर सरकारी बंगलो मे पैसा लेकर मरीज देखते है । दवा औषधि भण्डार से गायब होकर मेडिकल स्टोरो पर पहुंचती है । जिले के दूसरे धोर से सैकडो खर्च कर मरीज कुत्ते की सुई लगवाने जिला अस्पताल आता है यहां भी दलाल पैसा वसूल लेते है पर्चे की लम्बी लाईन, ओ०पी०डी० मे या तो डाक्टर नही है या है भी तो एम.आर.से बातो मे मस्त है ।
जमीन पर गरीब बीमार लेटे अपनी बारी का इन्तजार ही करते रह जाते है । ११ बजे आये डाक्टर २ घण्टे मे ही दर्जनो को निपटा देते है आला कही लगाते है आंखे और मुह एम.आर.की तरफ रटी रटाई दवा पर्चे पर लिख देते है मिले तो मिले नही तो बाहर से लाओं । ठीक ढंग से दिखाना है तो बंगले पर दो बजे के बाद आओं या नर्सिग होम मे दिखाओं हालद बद से बदतर है अल्ट्रासाउंड मशीन, एक्स रे मशीन मार्च के बजट की आशा मे खराब है । बिजली का जनरेटर खराब है चूंकि मार्च है रिपेरिंग का वजट दिखाना है । डीजल नही है ए०सी०भी खराब है । आखो का चस्मा एन.आर.एच.एम. से प्रहृी नही मिलता । उसकी केवल बंद कमरो मे गोस्ठी की जाती है । क्षय रोगियों को न तो दवा मिलती है न ही प्रहृी एक्स रे होता है । सेट पैथालाजी पर प्राईवेट एक्सरे के लिए खुले आम लिखा जाता है । प्रहृी दाल रोटी, दूध आदि सुविधा अब बेमानी हो चली है शायद ही कभी दिया जाता हो जब प्रहृी मे इन्जेक्सन नही लगता तो अन्य सुविधा क्या खाक मिलेगी यही कारण हेै कि आये दिन मरीजो के तीमारदारो की भिंडत स्वास्थ्य कर्मियों से होती है वैसे भी सपा सरकार की राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग को क्लीन चिट दे दी है जबकि आज भी पुरानी चादरे पुराने बेड पुराने कम्बल मेंटीनेस के बजट खपाने को कायम है ।
महिला चिकित्सालय मे तो कदम रखते ही पैसा लगता है जो जहां है वहां शिकार तलसाता रहता है । यहां तक कि चाय के ठेले से गुमटी वाले से चना बेंचने वाले तक से प्रतिदिन वसूली की जाती है मगर सभी को आजादी जिलाधिकारी की स्वास्थ्य टीम ने दे रखी है । शायद ही कभी औचक निरिक्षण हुआ है शायद ही कभी उपजिलाधिकारी व विधायक मंत्री हकीकत देखने आकस्मिक रुप से आये हो टीकाकरण हो या जननी सुरक्षा का चेक बदस्तूर वसूली जारी है ।
जब इस परिसर मे मौजूद सी०एम०ओ० अपने कमरे निकालकर शायद ही कभी वार्डो मे औचक निरिक्षण करने गये हो या किसी मरीज को देखने की जहमद उठाई हो सब कुछ वैसे ही चल रहा है जैसे बसपा काल मे चल रहा था । जनता भी अब शिकायत नही करती बल्की तगडी चोट करती है जिससे सत्त्ता तक बदल जाती है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
29 मार्च 2013, भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार के खत्म हो रहे इक्बाल, बदरंग हो रहे उत्तर प्रदेश की पुलिस के चेहरे पर चिंता व्यक्त की है। पार्टी के राज्य ईकाई के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर मे थानो में हुडदंग मचा रही, नशे में नाच रही पुलिस तथा इलाहाबाद में पुलिस का मूकदर्शक चेहरा राज्य की बदहाल कानून व्यवस्था का ताजा तरीन उदाहरण है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर संवाददाताओं से चर्चा में श्री विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अन्य राज्यों से कम है अपराध और आबादी के हिसाब से अपराध के आंकड़ों पर नजर डालने की वकालत करने वाले सपा प्रमुख और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आखिर मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर मे थानो में हुडदंग मचा रही, नशे में नाच रही पुलिस पर क्या कहेंगे। इलाहाबाद में सरेआम हो रही मारपीट, गोलीबारी की घटना में मूकदर्शक पुलिस का चेहरा राज्य के हालात को बयां करने के लिए काफी है। अब होली के दिन की घटना है। जब चैनलों ने इस घटना को दिखाया तो सरकार ने पुलिस कर्मियों के निलम्बन की बात कह कर मामले को रफा-दफा करने की बात कही। सवाल यह उठता है कि जब यह घटना घटी तो क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों ने अपने स्तर से कोई कार्यवाही क्यों नही की। जवाबदेही तो तय हो, आखिर कब तक उच्च पदों पर बैठे लोग छोटे अधिकारियों/कर्मचारियों पर कार्यवाही कर अपना पल्ला झांडते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि नित हर घटना के लिए चैनलों और मीडिया को दोषी ठहराने वाले क्या बतायेगंे कि चैनलों में चलने से पहले सरकार के पास यह खबर थी और यदि खबर थी तो खबर दिखाने के पहले सरकार ने कोई ठोस कार्यवाही क्यों नही की ? मीडिया पर लगातार दोषारोहण तो किया जा रहा है पर चाहे संतोषपुरा हो अथवा चन्दौली , मुरादाबाद या इलाहाबाद हर घटना पर कार्यवाही तो मीडिया में आने के बाद ही हुई। आज सुल्तानपुर में सपा नेता की हत्या से उपजा असंतोष रहा हो अथवा शेरपुर मथुरा की घटना हर घटना को बेबाकी से दिखाने के लिए मीडिया बधाई की पात्र है।
श्री पाठक ने कहा कि इलाहाबाद मे मारपीट की घटना साफ-साफ चैनलों पर दिख रही है। पुलिस कर्मी हाथ बांधे खड़ा है। मामला पुलिस कर्मी परिवार से सम्बंधित है तो क्या पुलिस हाथ बांधे खड़ी रहेगी। जो जिम्मेदार लोग है जिन लोगों ने लापरवाही बरती उन पर क्या कार्यवाही हुई। बार-बार कानून व्यवस्था ठीक है के दावे हो रहे है परन्तु हालात यह है कि मुख्यमंत्री का अपना गृहजनपद इन दावों से इतर रिर्काड बनाने में जुटा है। चाहे वो पुलिस का हीला हवाली के कारण संतोषपुरा की घटना हो या आज ककैयापुर(थाना चैबिया) में एक दलित के साथ हुई घटना हो। पुलिस का रवैया शर्मशार करता हुआ नजर आया।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री के गृह जनपद के ककैयापुर (थाना चैबिया) में एक किसान काल के ग्रास में समा गया। उसकी सायं 4 बजे मौत होती है पुलिस की संवेदनहीनता यह है कि अभी तक प्राथमिकी दर्ज नही हुई। सूचना मिलने के बाद लाश उठाने में 20 घण्टे लग जाते है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
लम्भुआ सुलतानपुर २९ मार्च । तहसील लम्भुआ क्षेत्र के खाद्य निरीक्षक की उदासीनता का लाभ उठाकर दुकानदार सडी गली वस्तुओ की विव्रहृी धडल्ले से कर रहे हैं जिसमे क्षेत्रीय लोगो में संव्रहृमित बीमारियां फैलने की आशंका लगातार बनी हुई है।
फुटपाथी खोमचे वाले हो या ठेलियो पर कटे हुए फल विव्रहृेता अथवा मिठाई और परचून तथा खाद्य तेल एवं दुग्ध बेचने वाले मिलावटी और सडी गली वस्तुएं बेचकर नागरिको की जिन्दगी से खिलवाड कर रहे है। कस्बे मे ऐसे कई मिठाई बेचने वाले है जिनके काउन्टर पर सजी हुई मिठाईयों पर धूल और मिटटी भरी रहती है ।
समोसे और अन्य नमकीन बनाने मे मिलावटी तेल प्रयोग किया जा रहा है कुछ मिष्ठान विव्रहृताओे के काउन्टर पर कभी न बिकने वाले लडडू, पेडे कई माह से ग्राहको का इंतजार कर रहे है । सरसो के तेल मे शत प्र्रतिशत मिलावट की जा रही है।
ठेलियो पर कटे हुए फल और धूप बरसात तथा धूल खा रहे खीर ककडी एवं गन्ने का रस आइसव्रहृीम तथा कुल्फी धडल्ले से बेजी जा रही है । क्षेत्रीय लोगो का हना है कि खाद्य निरीक्षक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक इन वस्तुओ की विव्र्रहृी को लेकर उदासीन है ।
गांव से डिब्बो मे भरकर लाया जाने वाला मिलावटी दूध सत्त्तर से अस्सी प्रतिशत घरो मे सप्लाई हो रहा है । आधा पानी एवं आधे दूध का मिश्रण ही २० से लेकर २५ रुपये लीटर की दर से खरीदने के लिए बाजर एवं कस्बावासी मजबूर है ।
लखनऊ 29 मार्च 2013, भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार के खत्म हो रहे इक्बाल, बदरंग हो रहे उत्तर प्रदेश की पुलिस के चेहरे पर चिंता व्यक्त की है। पार्टी के राज्य ईकाई के प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर मे थानो में हुडदंग मचा रही, नशे में नाच रही पुलिस तथा इलाहाबाद में पुलिस का मूकदर्शक चेहरा राज्य की बदहाल कानून व्यवस्था का ताजा तरीन उदाहरण है।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर संवाददाताओं से चर्चा में श्री विजय बहादुर पाठक ने कहा कि अन्य राज्यों से कम है अपराध और आबादी के हिसाब से अपराध के आंकड़ों पर नजर डालने की वकालत करने वाले सपा प्रमुख और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आखिर मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर मे थानो में हुडदंग मचा रही, नशे में नाच रही पुलिस पर क्या कहेंगे। इलाहाबाद में सरेआम हो रही मारपीट, गोलीबारी की घटना में मूकदर्शक पुलिस का चेहरा राज्य के हालात को बयां करने के लिए काफी है। अब होली के दिन की घटना है। जब चैनलों ने इस घटना को दिखाया तो सरकार ने पुलिस कर्मियों के निलम्बन की बात कह कर मामले को रफा-दफा करने की बात कही। सवाल यह उठता है कि जब यह घटना घटी तो क्षेत्रों में तैनात अधिकारियों ने अपने स्तर से कोई कार्यवाही क्यों नही की। जवाबदेही तो तय हो, आखिर कब तक उच्च पदों पर बैठे लोग छोटे अधिकारियों/कर्मचारियों पर कार्यवाही कर अपना पल्ला झांडते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि नित हर घटना के लिए चैनलों और मीडिया को दोषी ठहराने वाले क्या बतायेगंे कि चैनलों में चलने से पहले सरकार के पास यह खबर थी और यदि खबर थी तो खबर दिखाने के पहले सरकार ने कोई ठोस कार्यवाही क्यों नही की ? मीडिया पर लगातार दोषारोहण तो किया जा रहा है पर चाहे संतोषपुरा हो अथवा चन्दौली , मुरादाबाद या इलाहाबाद हर घटना पर कार्यवाही तो मीडिया में आने के बाद ही हुई। आज सुल्तानपुर में सपा नेता की हत्या से उपजा असंतोष रहा हो अथवा शेरपुर मथुरा की घटना हर घटना को बेबाकी से दिखाने के लिए मीडिया बधाई की पात्र है।
श्री पाठक ने कहा कि इलाहाबाद मे मारपीट की घटना साफ-साफ चैनलों पर दिख रही है। पुलिस कर्मी हाथ बांधे खड़ा है। मामला पुलिस कर्मी परिवार से सम्बंधित है तो क्या पुलिस हाथ बांधे खड़ी रहेगी। जो जिम्मेदार लोग है जिन लोगों ने लापरवाही बरती उन पर क्या कार्यवाही हुई। बार-बार कानून व्यवस्था ठीक है के दावे हो रहे है परन्तु हालात यह है कि मुख्यमंत्री का अपना गृहजनपद इन दावों से इतर रिर्काड बनाने में जुटा है। चाहे वो पुलिस का हीला हवाली के कारण संतोषपुरा की घटना हो या आज ककैयापुर(थाना चैबिया) में एक दलित के साथ हुई घटना हो। पुलिस का रवैया शर्मशार करता हुआ नजर आया।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री के गृह जनपद के ककैयापुर (थाना चैबिया) में एक किसान काल के ग्रास में समा गया। उसकी सायं 4 बजे मौत होती है पुलिस की संवेदनहीनता यह है कि अभी तक प्राथमिकी दर्ज नही हुई। सूचना मिलने के बाद लाश उठाने में 20 घण्टे लग जाते है। आखिर क्या हो रहा है अखिलेश राज में ?
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 30 March 2013 by admin
२९ मार्च । जनपद मुख्यालय के कुछ प्रमुख स्थानो पर आवारा पशुओ का भारी जमावडा देखा जा सकता है यही नही आवागमन मे बाधा के साथ राहगीरो को होती है भारी दिक्कत पालिका प्रशासन जहमत मोल नही लेना चाहता है ।
अपने फायदे के काम के लिए तो शायद सब सोचते है किन्तु आम जनमानस के लिए कौन क्या कर रहा है बात है नगर पालिका प्रशासन द्वारा नगर मे घूम रहे आवारा पशुओ की व्यवस्था की शहर के प्रमुख स्थानो सब्जी मण्डी, तिकोनिया पार्क, दीवानी चैराहा, पंचरास्ता, लाल डिग्गी, दरियापुर चैराहा आदि ऐसे प्रमुख स्थल है जहॉ पर भारी भीड़ भाड़ के साथ लोगों का आवागमन लगा रहता है।
ये आवारा पशु आने जाने वाले यात्रियो के लिए सरदर्द बन गये है सबसे मजेदार बात तो यह है कि ये आवारा पशु पशुपालको के है जो दूध का व्यापार कर रहे है दिन भर आवारा की तरह घूमने वाली ये गाये व भैसे शाम को मालिक के पास पहुॅच जाती है और दूध देकर बाजार मे वापस आ जाती है ।
बाजार मे आवारा पशुओ का जमावडा यही नही शहर के गभडिया पर बने ओवर ब्र्रिज पर दर्जनो से अधिक पशु रास्ते मे बैठे देखे जा सकते है जिससे बडे बडे वाहनो को आने जाने मे बडी कठिनाई होती है कई पशु बडे वाहनो की चपेट मे आ जाने से चोटहिल भी हो गये है ।
नगर वासियो ने पालिका प्रशासन द्वारा कठोर कदम उठाये जाने की मांग की है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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