मानिकपुर(चित्रकूट) - साधु वेष में सेक्स स्कैण्डल चला कर रुपये बटोरने वाले इच्छाधारी उर्फ भीमानन्द उर्फ शिवमूरत द्विवेदी उर्फ शिवा की गिरफ्तारी के बाद उसका आपराधिक इतिहास खंगालने में दिल्ली पुलिस जीजान से जुटी हुई है। इसी के तहत बुधवार को दिल्ली के साकेत थाने के इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आए पांच सदस्यीय दल ने मानिकपुर थाने में साधू व उसके पारिवारिकों का आपराधिक इतिहास खंगाला। साथ ही चमरौहां गांव पहुंच वहां बन रहे गगनचुंबी साईं मन्दिर व दूसरे मन्दिरों के अलावा उसकी जमीन जायदाद की भी जानकारी उसके पारिवारिक लोगों व ग्रामीणों से विस्तार पूर्वक ली।
गौर तलब है कि बीते दिनों दिल्ली में चित्रकूट जनपद का रहने वाला साधु वेष की आड़ में सेक्स स्कैण्डल चलाने वाले इच्छाधारी उर्फ भीमानन्द उर्फ शिवा अपने एक मन्दिर से सेक्स स्कैण्डल सरगना के रूप में गिरफ्तार हुआ था। इस दौरान कई एयर होस्टेस और स्कूली छात्राएं भी उसके साथ पुलिस की गिरफ्त में आई थीं। दिल्ली पुलिस के खुलासे के बाद जब इच्छाधारी सन्त भीमानन्द के इस आचरण की जहां साधुसन्त व उसके गांव के लोग भी निन्दा करने लगे थे। वहीं मामले के तार काफी लंबे व चित्रकूट से जुड़े होने पर जांच के लिए दिल्ली के साकेत थाने की पुलिस बुधवार को रीवांचल एक्सप्रेस से मानिकपुर स्टेशन पहुंची। टीम के इंचार्ज इंस्पेक्टर धर्मदेव ने अपने अधीनस्थों के साथ मानिकपुर थाने पहुंच इच्छाधारी उर्फ शिवा द्विवेदी का आपाराधिक इतिहास खंगलाना शुरू किया। जिसमें शिवा के ऊपर एक सौ सात/सोलह का एक मुकदमा दर्ज मिला। वही उसके पिता बच्चा द्विवेदी के खिलाफ दस्यु संरक्षण अधिनियम 216 का मामला दर्ज पाया गया। पिता बच्चा को काफी समय पूर्व दस्यु ददुआ को संरक्षण देने के आरोप में जेल भेजा गया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम मानिकपुर थाने से पुलिस बल ले चमरौहां गांव पहुंची जहां टीम के साथ आए सब इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार, हेड कांस्टेबिल कुलदीप, कांस्टेबिल सुरेन्दर व सोदान ने टीम लीडर धर्मदेव के साथ मिल गांव में बन रहे गगनचुंबी साईं मन्दिर समेत दूसरे अर्धनिर्मित मन्दिरों में पहुंचे जहां सन्नाटा पसरा हुआ था। इस दौरान पुलिस की टीम ने मन्दिर परिसर की फोटो व वीडीयो ग्राफी भी करवाई। इसके बाद वे लोग इच्छाधारी उर्फ शिवा के घर पहुंचे जहां पिता बच्चा द्विवेदी ने बताया कि साईंधाम में बन रहे मन्दिर व प्रस्तावित कार्य उनकी पुश्तैनी जमीन में बनाए जा रहे हैं। वहीं पुत्रा शिवा की जमीन के विषय मे कहा कि उसके नाम से यहां पर कोई जमीन नहीं है। जबकि परिवार के विषय में बताया कि बड़ा पुत्र राममूरत मध्यप्रदेश के सतना जिले में प्राइवेट चिकित्सालय चला रहा है। उससे छोटा कृष्णमूरत गांव में ही किराने की दुकान चला रहा है। तीसरे नंबर का शिवमूरत उर्फ शिवा इस समय इच्छाधारी के नाम से विख्यात है। वहीं सबसे छोटा लड़का संजय घर में रहता है। पिता बच्चा ने तीन पुत्रियां होने की भी जानकारी टीम को दी। टीम के लोगों ने इच्छाधारी उर्फ शिवा के पिता से कड़ाई से पूछताछ करते हुए अन्य दूसरी अघोषित संपति के बारे में जानकारी ली। लेकिन उसके द्वारा पारिवारिक जमीन की रजिस्ट्री व किसान बही आदि भी दिखा पुश्तैनी जमीन होने की बात कहते हुए बताया कि अभी तक उन्होंने पारिवारिक बटवारा भी नहीं किया है। इसके बाद टीम ने शिवा के बारे में ग्रामीणों से भी पूछताछ की। जिसमें ग्रामीणों ने बताया कि बीते साल अक्टूबर माह में आयोजित पांच दिवसीय वृहद भण्डारे के दौरान शिवा ने जमकर काफी धन खर्च किया था। इस समारोह में दिल्ली, मुम्बई से कई कलाकार भी आए थे। जिनमें दर्जनों लड़कियां भी शामिल थीं।
शस्त्र निरस्ती करण की प्रक्रिया भी पुलिस ने शुरू की
इच्छाधारी सन्त उर्फ भीमानन्द उर्फ शिवमूरत की गिरफ्तारी के बाद उसके द्वारा तथ्यों को छुपाकर बनवाए गए शस्त्र लाइसेंसों को निरस्त करने के लिए पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक वीर बहादुर सिंह ने बताया कि मानिकपुर थाना के चमरौहां गांव निवासी भीमानन्द उर्फ शिवमूरत उर्फ शिवा ने तथ्यों को छिपाकर बीते अक्टूबर 09 में रायफल का शस्त्र लाइसेंस हासिल किया था। दिल्ली पुलिस द्वारा सेक्स स्कैण्डल के आरोप में उसको गिरफ्तार करने के बाद उन्होंने लाइसेंस की जांच करने के आदेश पुलिस को दिए थे। जांच के दौरान पता चला कि लाइसेंस बनवाने के लिए शिवा ने फर्जी कागजात लगाए थे। उन्होंने कहा कि इसके आधार पर शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। और रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी गई है।
श्री गोपाल
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