Archive | February, 2018

उद्योग बंधु की उच्च स्तरीय बैठक प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को होगी

Posted on 08 February 2018 by admin

बैठक में प्रकरणों से संबंधित विभाग के अधिकारी रहेंगे मौजूद
लखनऊ: 08 फरवरी, 2018
प्रदेश के औद्योगिक विकास विभाग द्वारा उद्यमियों की समस्याओं का प्रभावी रूप से निराकरण करने के उद्देश्य से उद्योग बंधु की उच्च स्तरीय बैठक प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को नियमित रूप से आयोजित किये जाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं।
प्रदेश के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री अनूप चन्द्र पाण्डेय द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि उच्चस्तरीय उद्योग बंधु की बैठक में उद्योग स्थापित करने हेतु भूमि व्यवस्था, उर्जा, प्रदूषण, श्रम, कर एवं निबंधन, जी0एस0टी0, संस्थागत वित्त तथा उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास निगम सहित अन्य विभागों से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि औद्योगिक नीति के अन्तर्गत उद्यमियों की दी जाने वाली सुविधाओं/रियायतों के संबंध में यदि कोई समस्या सामने आती है, तो उसका भी समाधान उद्योग बंधु की उच्च स्तरीय समिति के माध्यम से कराया जाना सुनिश्चित किया जाय।
श्री पाण्डेय ने कहा कि बैठक में प्रस्तुत होने वाले विषय से संबंधित विभागों के प्रमुख सचिव, औद्योगिक विकास, सूक्ष्म, मध्यम एवं लघु उद्योग, उर्जा, पर्यावरण, श्रम संस्थागत सहित अधिशासी निदेशक उद्योग बंधु स्वयं प्रतिभाग करेंगे।

Comments (0)

हंगामे पर योगी ने विपक्ष के आचरण को बताया अमर्यादित

Posted on 08 February 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ । विपक्ष के हंगामे के बीच राज्यपाल का अधिभाषण पर
विपक्ष में खासकर सपा ने जोर-शोर से हंगामा किया जिस पर नेता सदन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि राज्यपाल के अधिभाषण के दौरान कागज के गोले, गुब्बारे, अमर्यादित नारेबाज़ी, असंसदीय, निदनीय रही, ये विपक्ष का घोर निंदनीय है।
योगी आदित्यनाथ ने सपा सहित सभी विपक्षी दलों के राज्यपाल के अधिभाषण के दौरान के व्यवहार को घोर अमर्यादित बोला है लाल टोपी कही जनता न छीन ले। मुख्यमंत्री के ब्यान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने कहा कि ये कलंकित सरकार है । किसान मरा जा रहा है । उत्तर प्रदेश में कभी ऐसे हाल नही हुए है ।कासगंज मामले पर सरकार एक तरफा काम कर रही है । निर्दोष लोगों पर कार्यवाही की जा रही है । जो देश का जश्न मना रहे थे उन पर कार्यवाही की जा रही है । सरकार भृष्ट है ।
मुख्यमंत्री जी की कही बातों की मैं निंदा करता हु । मुख्यमंत्री बोलना सीखे । लाल टोपी देश को आज़ाद कराने का काम किया है । भगवा झंडे ने सिर्फ अंग्रेजो के लिए काम किया है ।
भगवा रंग धार्मिक प्रतीक है , इन्होंने उसे भी आलोचना का पात्र बना दिया है । ये केवल मुस्लिम धर्म के साथ नही बलिकि हिन्दू धर्म के साथ भी मजाक कर रहे है । पहले मुख्यमंत्री जी अपना रवैया सही करे । तब हमें बताएं क्या करना है क्या नही । यह सरकार गुगी और बहरी दोनों हो गई है ।बसपा नेता विधानसभा लाल जी वर्मा ने कहा कि राज्यपाल के अधिभाषण को कहा कि सुनने के बाद लगा कि ये वैसे ही जैसे खोदा पहाड़ निकली चुहिया है ।

Comments (0)

निवेश की अड़चनों को दूरकर यूपी के स्वर्णिम भविष्य की नींव रख रही भाजपा सरकार - डा0 चन्द्रमोहन

Posted on 08 February 2018 by admin

लखनऊ 08 फरवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार यूपी में निवेश संबंधी दिक्कतों को दूरकर विकास का महौल तैयार कर रही है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि औद्योगिक निवेश के लिए जमीन आसानी से उपलब्ध हो, इसके लिए राजस्व संहिता में संशोधन किया जा रहा है। इसके बाद निवेशकों को 50 एकड़ तक जमीन खरीदने की अनुमति संबंधित जिले के डीएम से ही मिल जाया करेगी। अभी तक यह सीमा 12.5 एकड़ ही थी। प्रदेश में व्यापार आसान हो इसके लिए पहली बार भाजपा सरकार ने सिंगल विंडो सिस्टम के जरिए ही भुगतान, क्लीरेंस, एनओसी और नक्शा पास करने की व्यवस्था की गई है।
प्रदेश प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर विभिन्न विभाग 372 बिंदुओं के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। इसके तहत कामर्शियल कोर्ट भी शुरू किए गए हैं। केंद्र में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के सुशासन से देश विदेश के उद्योगपतियों में विश्वास जगा है और वे यूपी में निवेश के लिए आतुर हैं।
प्रदेश प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि लखनऊ में २१ व २२ फरवरी को होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में टाटा, अंबानी जैसे बड़े औद्योगिक घराने शिरकत करेंगे और यूपी में अभूतपूर्व निवेश शुरुआत करेंगे। इस समिट में शामिल होने के लिए देश विदेश से अबतक 3000 से अधिक निवेशक पंजीकरण करा चुके है। जबकि 200 से अधिक निवेश प्रस्ताव सरकार के पास आ चुके हैं। पिछली विपक्षी सरकारों ने निवेश के नाम पर केवल एमओयू ही किए जिनमें से कोई भी मूर्त रूप नहीं ले सका है। पिछली सपा और बसपा की सरकारों में करीब 70 हजार करोड़ के एमओयू हुए थे जिनमें २० फीसदी पर भी काम शुरू नहीं हुआ है।
डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार यूपी की प्रगति के लिए पिछली सरकारों में एमओयू करके चुप बैठ जाने वाले निवेशकों को भी ‘ईज ऑफ डूइंग् बिजनेस’ के तहत वर्तमान की सभी सहूलियतें देने जा रही है। मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी के सुशासन से निवेश के लिए बना माहौल यूपी के स्वर्णिम भविष्य की ओर इशारा कर रहा है।

Comments (0)

यूपी विधानसभा के बजट सत्र हंगामी होने के आसार

Posted on 07 February 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री लखनऊ । यूपी विधानसभा के बजट सत्र हंगामी होने के आसार दिख रहे है ।बीते दिनो नोएडा में एक व्यक्ति पर पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड में गोली मार कर हत्या के मामले मे भले ही प्रशासन द्वारा गोली चलाने वाले को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया हो लेकिन ताबड़तोड़ मुठभेड में अपराधीयो का मामला बडा होता दिख रहा है ।प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी का बयान, सरकार विफल है, वर्तमान में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है, अपराधियों के नाम पर पुलिस फर्जी एनकाउंटर कर रही है, आलू किसान परेशान और उन्हें कोई सहूलियत नहीं है।काग्रेस के नेता भी विधान सभा के अन्दर भाजपा सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है ।press-2-1
उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष श्री हृदय नारायण दीक्षित ने 08 फरवरी, 2018 से प्रारम्भ हो रहे विधान सभा सत्र के सुचारु संचालन के लिए सभी दलों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया है। आज यहां विधान भवन में आहूत एक सर्वदलीय बैठक में उन्होंने कहा कि तार्किक, तथ्यपरक एवं गुणवत्तापूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का सार्थक समाधान किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ जी ने सत्र के सुचारू संचालन में सत्ता पक्ष के पूरे सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही बाधित करने से नहीं बल्कि सदन में प्रभावी और तर्कसंगत चर्चा से समाधान निकलता है। उन्होंने कहा कि सदन की कार्यवाही के दौरान अधिकाधिक सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर मिलना चाहिए। स्वस्थ लोकतंत्र में विपक्ष की जिम्मेदारी है कि वह सदन चलाने में सकारात्मक सहयोग करे। सरकार का प्रयास है कि सदन की बैठकें नियमित और अधिक से अधिक दिन तक हों। राज्य सरकार हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार रहेगी। सदन को सुचारु ढंग से संचालित करने में सभी दल सहयोग करेंगे तो जनता में बहुत अच्छा संदेश जाएगा।
संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश खन्ना ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष के सहयोग से ही सदन को सुचारु रूप से चलाया जा सकता है।
बैठक में नेता विपक्ष श्री रामगोविन्द चैधरी, बहुजन समाज पार्टी के श्री लालजी वर्मा, तथा कांग्रेस पार्टी के श्री अजय कुमार ‘लल्लू’ ने अपने-अपने दलों की ओर से पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
समाजवादी पार्टी के विधानमंडल दल की बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में हुई। इसमें जनहित के मुद्दों को विधानसभा और विधान परिषद में जोरदार ढंग से उठाने का निर्णय किया गया। बैठक में विधानसभा में नेता विरोधी दल रामगोविन्दचौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल सहित पूर्व मंत्री बलराम यादव तथा राजेंद्र चौधरी भी मौजूद थे।
विधायकों को सम्बोधित करते हुए समाजवादी विधानमंडल दल के नेता एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार द्वारा बजट सत्र में दूसरा बजट पेश किए जाने पर कहा कि भाजपा को पहले यह बताना चाहिए कि पहला बजट कहां गया? जनता को कोई सुविधा मिली नहीं और भाजपा सरकार दूसरा बजट ले आई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार को किसानों की कर्जमाफी का ब्यौरा देना चाहिए। भाजपा सरकार बताए उसने अब तक जो वादे किए उनकी पूर्ति की दिशा में क्या कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था का गंभीर संकट है। किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। विद्युत आपूर्ति में कटौती चल रही है। एन्काउण्टर के नाम पर निर्दोषों की हत्या हो रही है।

Comments (0)

राज्य सरकार संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए हर सम्भव सहयोग करेगी: मुख्यमंत्री

Posted on 07 February 2018 by admin

लखनऊ: 07 फरवरी, 2018

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्री राम नाईक जी ने कहा कि भारतीय संस्कृति की महत्ता को संस्कृत के माध्यम से ही जाना जा सकता है। इस भाषा ने जीवन मूल्यों की प्रतिष्ठा में बड़ी भूमिका निभायी है। संस्कृत भाषा, भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार का सशक्त माध्यम हो सकती है। संस्कृत देव भाषा है। इसका साहित्य अत्यन्त समृद्ध है। अपने साहित्य के माध्यम से संस्कृत भाषा सुरक्षित है। press-11
राज्यपाल आज यहां लोक भवन में आयोजित उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम् के सम्मान समारोह में अपना अध्यक्षीय उद्बोधन दे रहे थे। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा के विद्वानों को इसके उत्थान के प्रति समर्पित होना चाहिए। संस्कृत साधकों की साधना से ही इस भाषा की विशेषता सामने आएगी तथा इसका प्रचार-प्रसार होगा। ‘सत्यमेव जयते’, ‘यतो धर्मस्य ततो जयः’, ‘धर्मचक्र प्रवर्तनाय’ आदि सूक्तियों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि संस्कृत की एक बड़ी विशेषता यह भी है कि इसमें कम शब्दों में पूरी बात कहने की शक्ति है।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि संस्कृत विश्व की अनेक भाषाओं की जननी है। इसकी तुलना किसी अन्य भाषा या बोली से नहीं की जा सकती। भारतीय संस्कृति का आधार संस्कृत है। इसके बगैर भारतीय संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती। संस्कृत के संरक्षण के लिए सरकार के साथ संस्कृत की परम्परा को भी दायित्व लेना होगा। राज्य सरकार संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए हर सम्भव सहयोग करेगी।
योगी जी ने कहा कि वर्तमान भौतिकता के युग में संस्कृत ने अपने साधकों और श्रुति परम्परा के योगदान से ही पहचान बनाए रखी है। संस्कृत के प्रचार-प्रसार और इसे मुख्य धारा में लाने के लिए अर्वाचीन एवं प्राचीन के मिलन के साथ ही तन्मयता, शुद्ध मन और शुद्ध बुद्धि से कार्य किए जाने की आवश्यकता है। विश्व में जो नये शोध हो रहे हैं, उनमें संस्कृत के महत्व को स्वीकारा जा रहा है। press-311
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संस्कृत के संरक्षण की जिम्मेदारी संस्कृत के साधक और विद्वान उठाएं। इसके संवर्द्धन एवं प्रचार-प्रसार के लिए राज्य सरकार धन की कोई कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए वर्तमान राज्य सरकार ने माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद का गठन किया है। संस्कृत संस्थानम् के बजट में दो गुने से भी अधिक की वृद्धि की गयी है। उन्होंने कहा कि संस्कृत संस्थानम् को प्रदेश के विद्यालयों में अभियान चलाकर संस्कृत सम्भाषण शिविरों का आयोजन करना चाहिए, जिससे प्रत्येक विद्यालय में विद्यार्थी संस्कृत बोलते हुए दिखायी दें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संस्कृत बहुत ही समृद्ध भाषा है। इसमें सभी विषयों पर गहन जानकारी देने वाले ग्रन्थ रचे गए हैं। महर्षि बृहस्पति के विमानन शास्त्र तथा सुश्रुत के शल्य चिकित्सा सम्बन्धी ग्रन्थों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संस्कृत की अमूल्य धरोहरों को शोध के माध्यम से मानवता की सेवा के लिए सामने लाया जाना चाहिए।
योगी जी ने कार्यक्रम में सम्मानित संस्कृत विद्वानों और साधकों को बधाई दी और भरोसा जताया कि वे सभी संस्कृत संरक्षण के लिए अपनी ऊर्जा का उपयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि संस्कृत संस्थानम् द्वारा प्रतिवर्ष संस्कृत भाषा में उल्लेखनीय कार्य करने वाले विद्वानों को सम्मानित किया जाता है। इस कार्यक्रम में वर्ष 2016 एवं 2017 के लिए पुरस्कार दिए जा रहे हैं। संस्थानम् द्वारा प्रतिवर्ष संस्कृत के लब्ध प्रतिष्ठित एक विद्वान को 05 लाख, 01 हजार रुपए का विश्व भारती पुरस्कार दिया जाता है। इसके अलावा 02 लाख, 01 हजार रुपए का महर्षि वाल्मीकि एवं 02 लाख, 01 हजार रुपए का महर्षि व्यास पुरस्कार दिया जाता है। साथ ही, 01 लाख, 01 हजार रुपए का महर्षि नारद पुरस्कार तथा 5 विद्वानों को 01 लाख, 1 हजार रुपए के 5 विशिष्ट पुरस्कार दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वेद पाठ की प्राचीन परम्परा लुप्त न हो और श्रुति परम्परा, जिसके द्वारा अनादि काल से विद्वानों द्वारा वेदों को संरक्षित किया गया है, को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिवर्ष 51 हजार रुपए के 10 वेद पण्डित पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। इसके अलावा, 51 हजार रुपए की पुरस्कार राशि के 05 नामित पुरस्कार, 21 हजार रुपए के 06 विशेष पुरस्कार तथा 11 हजार रुपए की राशि वाले 20 विविधि पुरस्कार भी प्रदान किए जाते हैं।
इस अवसर पर आचार्य जगन्नाथ पाठक को वर्ष 2016 तथा आचार्य केशवराव सदाशिवशास्त्री मुसलगाँवकर को वर्ष 2017 का विश्वभारती पुरस्कार, डाॅ0 रामशंकर अवस्थी को वर्ष 2016 तथा डाॅ0 प्रशस्यमिश्र शास्त्री को वर्ष 2017 का महर्षि वाल्मीकि पुरस्कार, प्रो0 आजाद मिश्र ‘मधुकर’ को वर्ष 2016 तथा प्रो0 हरिदत्त शर्मा को वर्ष 2017 का महर्षि व्यास पुरस्कार, डाॅ0 शिवबालक द्विवेदी को वर्ष 2016 तथा विद्वान् श्री जनार्दन हेगडे को वर्ष 2017 का महर्षि नारद पुरस्कार प्रदान किया गया। आचार्य केशवराव सदाशिवशास्त्री मुसलगाँवकर ने अपनी पुरस्कार राशि में से 01 लाख रुपए तथा प्रो0 हरिदत्त शर्मा ने अपनी पुरस्कार राशि में से आधी धनराशि संस्कृत संस्थानम् को देने की घोषणा भी की।
इसके अलावा, डाॅ0 देवीसहाय पाण्डेय ‘दीप’, डाॅ0 विजेन्द्र कुमार शर्मा, डाॅ0 गिरिजाशंकर शास्त्री, डाॅ0 श्रीमती प्रमोद बाला मिश्रा, डाॅ0 रामानन्द शर्मा को वर्ष 2016 तथा डाॅ0 राकेश शास्त्री, प्रो0 फूलचन्द जैन ‘प्रेमी’, प्रो0 राजाराम शुक्ल, प्रो0 गोपबन्धु मिश्र, डाॅ0 सुरेन्द्र पाल सिंह को वर्ष 2017 के विशिष्ट पुरस्कार प्रदान किए गए। श्री धमेन्द्र शर्मा, डाॅ0 पं0 महेन्द्र पण्ड्या, श्री चक्रपाणि मिश्र, श्री अनिरुद्ध घनपाठी, श्री गजानन दिलीप ज्योतकर, श्री पवन कुमार पाण्डेय, श्री शिवशंकर पाठक, आचार्य पंकज कुमार शर्मा, श्री ओम प्रकाश द्विवेदी, श्री अंकित दीक्षित को वर्ष 2016 तथा श्री शिव मूरत तिवारी, श्री शिव नारायण शुक्ल, श्री सिद्धेश कुमार पाण्डेय, श्री अभिषेक दूबे, श्री सुनील कुमार उपाध्याय, श्री पद्मभूषण मिश्र, श्री खिमलाल न्यौपाने, श्री विकास कुमार पाण्डेय, श्री निखिल त्रिवेदी, श्री एस0 गुरुनाथ घनपाठी को वर्ष 2017 का वेदपण्डित पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस मौके पर आचार्य महावीर प्रसाद शर्मा, प्रो0 आजाद मिश्र ‘मधुकर’, श्री सांवर मल शर्मा ‘शास्त्री’, डाॅ0 शंकर दत्त ओझा को वर्ष 2016 तथा डाॅ0 बलराम शुक्ल, डाॅ0 एच0आर0 विश्वास, डाॅ0 दिनेश कुमार द्विवेदी, श्रीमती अंजना शर्मा को वर्ष 2017 के नामित पुरस्कार, डाॅ0 केशव प्रसाद गुप्त, डाॅ0 रमाकान्त शुक्ल, प्रो0 अभिराज राजेन्द्र मिश्र, श्री विमलेन्द्र कुमार, प्रो0 हरिनारायण तिवारी, श्री शिवसागर त्रिपाठी को वर्ष 2016 तथा डाॅ0 धर्मदत्त चतुर्वेदी, प्रो0 आजाद मिश्र ‘मधुकर’, प्रो0 उमेश प्रसाद सिंह, डाॅ0 गिरिजा शंकर शास्त्री, डाॅ0 प्रतिभा आर्या, डाॅ0 प्रशस्यमित्र शास्त्री, श्री सेतल संघसेनो (प्रो0 संघसेन सिंह) को वर्ष 2017 के विशेष पुरस्कार प्रदान किए गए।
इसके अतिरिक्त डाॅ0 रामकिशोर मिश्र, प्रो0 आजाद मिश्र ‘मधुकर’, प्रो0 बनमाली विश्वाल, डाॅ0 वत्सला, डाॅ0 मधुलिका श्रीवास्तव, प्रो0 बनमाली विश्वाल, प्रो0 जर्नादन प्रसाद पाण्डेय ‘मणि’, श्री हरिहरानन्द जी, डाॅ0 राजकुमार मिश्र, प्रो0 बनमाली विश्वाल, श्री पंकज नाथ तिवारी, डाॅ0 पुष्पा मलिक, डाॅ0 जगदीश प्रसाद शर्मा, डाॅ0 उपेन्द्र कुमार त्रिपाठी, डाॅ0 सुरेन्द्र कुमार त्रिपाठी, डाॅ0 श्यामाकान्त द्विवेदी, डाॅ0 गिरिजाशंकर शास्त्री, डाॅ0 राका जैन को वर्ष 2016 का तथा डाॅ0 मीरा द्विवेदी, डाॅ0 विनोद कुमार पाण्डेय, डाॅ0 मधुसूदन, डाॅ0 रामकिशोर झा, डाॅ0 वत्सला, डाॅ0 पवन कुमार, डाॅ0 प्रत्यूषवत्सला द्विवेदी, डाॅ0 अरविन्द कुमार तिवारी, डाॅ0 सुरेन्द्र पाल सिंह, डाॅ0 जगदीश प्रसाद शर्मा, डाॅ0 शीतला प्रसाद पाण्डेय, डाॅ0 शिवशंकर त्रिपाठी, प्रो0 वागीश दिनकर, प्रो0 उमारमण झा, डाॅ0 सुरेन्द्र कुमार शर्मा, डाॅ0 सुरेन्द्र कुमार पाण्डेय, डाॅ0 ज्ञानादित्य शाक्य, डाॅ0 राहुल अमृतराज को वर्ष 2017 के विविध पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह को गुरुकुल प्रभात आश्रम, मेरठ के कुलाधिपति श्री स्वामी विवेकानन्द सरस्वती तथा विश्व भारती पुरस्कार प्राप्त डाॅ0 केशवराव सदाशिव शास्त्री मुसलगाँवकर ने भी सम्बोधित किया। प्रमुख सचिव भाषा श्री जितेन्द्र कुमार ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर ग्रामीण विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 महेन्द्र सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, संस्कृत विद्वान, छात्र-छात्राएं एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

Comments (0)

धूमधाम के साथ शुरू हुआ एमिटी का तीन दिवसीय वार्षिकोत्सव ‘एमिफोरिया-2018’

Posted on 07 February 2018 by admin

लखनऊ 07 फरवरी 2018। एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश लखनऊ परिसर के तीन दिवसीय वार्षिक समारोह एमिफोरिया-2018 का आज विश्वविद्यालय परिसर में शुभारम्भ किया गया। रंगबिरंगे परिधानों में सजे छात्र और छात्राओं द्वारा पर्यावरण सुरक्षा, भारतीय संस्कृति, लोकरंग आदि विषयों पर विश्वविद्यालय परिसर में कार्निवाल जुलूस निकालने और भारतीय संस्कृति में रची बसी रंगारंग प्रस्तुतियों के बीच मुख्य अतिथि खेल मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार श्री चेतन चैहान ने समारोह का आगाज किया।
pvc-amity-uni-kk-ohri-presenting-memento-to-sports-min-chetan-chauhan
एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर के प्रति कुलपति सेवानिवृत्त मेजर जनरल के.के. ओहरी (एवीएसएम) ने अतिथि का स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। संयोजिका एमिफोरिया-2018 व निदेशिका एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मेसी डा. सुनीला धनेश्वर ने मुख्य अतिथि महोदय को एमिफोरिया-2018 के विषय में जानकारी दी।

इस अवसर पर श्री चेतन चैहान ने विश्वविद्यालय परिवार और छात्रों को बधाई देते हुए छात्रों से कहा कि, एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में दिए जा रहे अमूल्य योगदान से वे बहुत प्रभावित हुए हैं। उन्होने कहा कि आज का युवा आत्मविश्वास से भरा हुआ और बेहतर करने के की दिशा में खतरे उठाने को तैयार है। आज के भारत की जिम्मेदारी इन्हीं युवा हाथों में है। उन्होने विद्यार्थियों से कहा कि, जीवन का यह समय और मौका बार-बार नहीं आने वाला, यही वह समय है जब युवा अपनी लगन और पूर्ण सर्मपण के साथ अपना भविष्य निर्माण कर सकते हैं इसलिए इस मौके को बिलकुल न चूकें। उन्होंने कहा कि अपने कार्य में इतनी लगन, ईमानदारी और परिश्रम का समावेश करें कि भविष्य में पछताना न पड़े।

श्री चैहान ने कहा कि, उन्हें यह जानकर हैरानी हुई कि भारत में महज दस प्रतिशत लोग ही किसी हुनर से जुडे हुए है जबकि जापान में यह आंकड़ा 65 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है अगर यहां भी लोगों के हाथों में हुनर आ जाए तो इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। श्री चैहान ने बताया कि, बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए वर्तमान सरकार गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इस संदर्भ में सरकार कक्षा 8 से ही छात्रों को कौशल विकास से जोड़ने की दिशा में विचार कर रही है जिससे कि हर युवा के हाथों मंे कोई न कोई हुनर आ जाए।

छात्रों को देश के लिए जीने हेतु प्रेरित करते हुए माननीय मंत्री ने कहा कि राजनीति में आने से पूर्व वह भारतीय क्रिकेेट टीम के ओपनर बल्लेबाज रहे है। उन्होंने कहा कि, जब वह पिच पर उतरते थे तों उनके मन में धर्म, जाति और क्षेत्र आदि के बजाय अपना देश होता था और करोडों देशवासियों की भावनाएं साथ होती थी। उन्होनें कहा इसी तरह देश के हर नागरिक को देश सर्वोपरि मानकर कार्य करना चाहिए।

इसके पूर्व मुख्यअतिथि ने एमिटी परिसर में हो रहे विभिन्न कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का जायजा लिया और प्रतिभागियों की हौसलाफजाई की।

एमीफोरिया-2018 के पहले दिन विद्यार्थियों को एमिटी विश्वविद्यालय की ओर से छात्रवृत्ति भी प्रदान की गई। विभिन्न विभागों के प्रतिभावान 611 छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति वितरण समारोह के मुख्य अतिथि लखनऊ मेट्रो के मैनेजिंग डाइरेक्टर कुमार केशव के हाथों छात्रवृत्ति वितरित की गई। एमिटी के 53 छात्र-छात्राओं को अशोक कुमार चैहान छात्रवृत्ति दी गई जिसमें कक्षा बारह में 95 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी को फीस में सौ प्रतिशत की छूट प्रदान की जाती है। सन् 2004 से अब तक एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर 7000 हजार विद्यार्थियों को 30 करोड़ से अधिक राशि की छात्रवृत्ति प्रदान कर चुका है।

इस दौरान एमिटी विवि लखनऊ परिसर के निदेशक प्रोजेक्टस् नरेश चंद्र, सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और प्रवक्तागण भी उपस्थित रहे।

प्रथम दिन का मुख्य आकर्षण सांयकाल आयोजित एक्टासी-मिस एण्ड मिस्टर एमिटी प्रतियोगिता रही। इस प्रतियोगिता का सभी छात्रों को साल भर बेसब्री से इंतजार रहता है। शाम को आयोजित इस प्रतियोगिता में धमाकेदार नृत्य प्रस्तुति के साथ सभी प्रतिभागियों का परिचय राउंड हुआ जिसमें उनसे रैम्प वाक भी कराया गया। प्रतियोगिता के कई दौर के दौरान छात्र-छात्राओं द्वारा नृत्य प्रस्तुतियों का आयोजन कार्यक्रम का एक आकर्षण रहा।

इन तीन दिनों के दौरान विवि. के लगभग 5500 छात्रों के लिए विभिन्न विभागों की ओर से पचास से भी ज्यादा कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। कल एमिफोरिया के दूसरे दिन अन्य सभी आयोजनों के साथ ही एमिटी स्कूल आफ फैशन टैक्नालाजी की ओर से एमिटी डिजाइनरस् अवार्ड-फैशन शों का आयोजन किया जाएगा।

Comments (0)

कांट्रैक्ट फार्मिंग’ से प्रदेश के विकास में बढ़ेगी किसानों की भागीदारी- डाॅ. चन्द्रमोहन

Posted on 07 February 2018 by admin

लखनऊ 07 फरवरी 2018, मुख्यमंत्री माननीय श्री योगी आदित्यनाथ जी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में खेती की जमीन को कृषि अधारित उद्योगों की स्थापना के लिए लंबी अवधि के लिए लीज पट्टे पर देने का निर्णय लिया जाना स्वागतयोग्य है। प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि सरकार के इस फैसले से खाली पड़ी कृषि योग्य भूमि को पट्टे पर दिया जा सकेगा। इससे कांट्रैक्ट फार्मिंग का रास्ता साफ होगा. अभी तक केवल निशक्त व्यक्ति और कुछ खास श्रेणी के लोगों को ही विशेष परिस्थितियों में एक बार में अधिकतम तीन वर्ष के लिए जमीन लीज पर देने की छूट दी गई है। लीज में प्रतिबन्ध के कारण भूमिधर किसान चाहते हुए भी अपनी जमीन को लीज पर नहीं दे पा रहे थे। दूसरी ओर उद्योगों की स्थापना के लिए भी जमीन की अनुपलब्धता आड़े आ रही थी।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. चन्द्रमोहन ने कहा कि सरकार के निर्णय के बाद कोई भी भूमिधर किसान कांट्रैक्ट पर अपनी जमीन दे सकेगा। इस निर्णय से एक ओर नए उद्योगों की स्थापना में तेजी आएगी जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे। साथ ही किसानों की आय में भी काफी इजाफा होगा।
प्रदेश प्रवक्ता डाॅ. चन्द्रमोहन कहा कि ‘कांट्रैक्ट फार्मिंग’ का सबसे ज्यादा फायदा विपक्षी सरकारों के कार्यकाल में लगातार पिछड़ते गए बुंदेलखंड क्षेत्र को होगा। यहां खेती के उपयोग में नहीं आ रही जमीन का उपयोग सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए किया जा सकेगा। इससे न केवल बिजली का अभाव दूर होगा बल्कि बुंदेलखंड को एक नई पहचान भी मिलेगी। भाजपा सरकार के इस निर्णय के दूरगामी परिणाम दिखाई देंगे। प्रदेश को ‘वाइब्रेंट यूपी’ बनाने की दिशा में कांट्रैक्ट फार्मिंग के जरिए किसान अपना अमूल्य योगदान देंगे।

Comments (0)

हजारों वर्षों का पौराणिक इतिहास जानने पहुंचे

Posted on 06 February 2018 by admin

राजनीति के कार्यक्रमों से इतर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव की रूचि संस्कृति, इतिहास और सामाजिक जीवन के विविध पक्षों पर भी रहती हैं। 5 फरवरी 2018 को जैसे ही राजनीति की व्यस्तता से उन्हें तनिक फुरसत मिली वे सूरत में चारधाम मंदिर जाने के लिए व्यग्र हो उठे। मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ जब अखिलेश जी ने कहा कि महाभारत के यशस्वी पात्र कर्ण के अंतिम संस्कार स्थल पर चलना हैं। उन्होंने कर्ण के बारे में ‘मृत्युंजय‘ नामक एक पुस्तक का भी जिक्र किया। श्री शिवा जी सावंत लिखित कर्ण का यह जीवनवृŸा उन्हांेंने पढ़ा था। 05-02-a
कर्ण का उल्लेख महान योद्धा और दानवीर के रूप में होता है। महाभारत के युद्ध में कर्ण के शौर्य की कहानियां पसरी पड़ी हैं। कर्ण अर्जुन के समानांतर शस्त्रों का ज्ञाता था। रणभूमि में घायल कर्ण को श्रीकृष्ण ने आशीर्वाद दिया था ‘‘जब तक सूर्य, चन्द्र, तारे और पृथ्वी रहेंगे, तुम्हारी दानवीरता का गुणगान तीनों लोगों में किया जाएगा। संसार में तुम्हारे समान महान दानवीर न तो हुआ है और न कभी होगा।‘‘
अपनी प्रतिद्धंदिता में अर्जुन कर्ण को हेय समझते थे। उन्हें यह ज्ञात नहीं था कि कर्ण उनके बड़े भाई है। कर्ण की दानशीलता की ख्याति सुनकर इंद्र उनके पास कुंडल और कवच मांगने गए थे। कर्ण ने इंद्र की साजिश समझते हुए भी उनको कवच कुंडल दानकर दिए थे। जब कर्ण घायल थे श्रीकृष्ण और अर्जुन कर्ण के पास ब्राह्मण बनकर पहुंचे और उससे दान मांगने लगे। कर्ण ने कहा इस समय और कुछ तो है नहीं, सोने के दांत हैं, कर्ण ने उन्हें ही तोड़कर भेंट किया। श्रीकृष्ण ने कहा यह स्वर्ण जूठा। तो कर्ण ने अपने धनुष से बाण मारा तो वहां गंगा की तेज जलधारा निकल पड़ी उससे दांत धोकर कर्ण ने कहा अब तो ये शुद्ध हो गए। श्रीकृष्ण ने तभी कर्ण को कहा था कि ‘‘तुम्हारी यह बाण गंगा युग युगों तक तुम्हारा गुणगान करती रहेगी।‘‘
यह तो पृष्ठभूमि की कथा है। अखिलेश जी गुजरात के सूरत में चारधाम मंदिर, तीन पŸो का वट वृक्ष का हजारों वर्षों का पौराणिक इतिहास जानने पहुंचे। तापी कुरान में कहा गया है कि जब कुरूक्षेत्र युद्ध में दानेश्वर कर्ण घायल होकर गिरे तो कृष्ण ने उनकी अंतिम इच्छा पूछी थी। कर्ण ने कहा- द्वाारिकाधीश मेरी अंतिम इच्छा है कि तुम्ही मेरा अंतिम संस्कार, एक कुंमारी भूमि पर करना। सूरत के प्रमुख समाजसेवी वेलजी भाई नाकूम के साथ राजेंद्र चौधरी को लेकर अखिलेश जी सूरत में तापी नदी, जिसे क्वांरी माता नदी भी कहा जाता है, के किनारे पहुंचे जहां कर्ण का मंदिर है। तापी नदी में जलकुम्भी और गंदगी देखकर अखिलेश जी दुःखी हुए। इसी नदी के किनारे कर्ण का अंतिम संस्कार हुआ था।
चारधाम मन्दिर के महंत गुरू श्री बलरामदास के उŸाराधिकारी महंत श्री विजय दास जी ने बताया कि जब कृष्ण भगवान और पांडवों ने सब तीर्थधाम करते हुए तापी नदी के किनारे कर्ण का शवदाह किया तब पांडवों ने जब कुंवारी भूमि होने पर शंका जताई तो श्रीकृष्ण ने कर्ण को प्रकट करके आकाशवाणी से कहलाया कि अश्विनी और कुमार मेरे भाई हैं। तापी मेरी बहन हैं। मेरा कंुवारी भूमि पर ही अग्निदाह किया गया है। पांडवों ने कहा हमें तो पता चल गया परंतु आने वाले युगों को कैसे पता चलेगा तब भगवान कृष्ण ने कहा कि यहां पर तीन पŸो का वट वृ़क्ष होगा जो ब्रह्मा, विष्णु, और महेश के प्रतीक रूपी होंगे।
अखिलेश जी स्तब्ध शून्य में ताकते हुए देर तक उस कुंवारी भूमि पर कुछ समय खड़े रहे। उस दानवीर कर्ण के लिए उनके पास कोई षब्द नहीं थे। धीरे-धीरे अनासक्त भाव से आगे बढ़े तो एक बड़ा जनसमूह अखिलेश जी के अभिनंदन के लिए खड़ा था। गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को स्थितप्रज्ञ होने के लक्षण बताए थे। गांधी जी ने उसे अनासक्तियोग का नाम दिया था। एक बड़े महाभारत ने बहुत कुछ गंवाया पर कर्म के धर्म का पालन तो करना ही होता है।

Comments (0)

ललितपुर के ग्राम पवा में जलापूर्ति योजना हेतु 13.00 करोड़ रुपये की स्वीकृति तत्काल निर्गत करते हुये नियमानुसार कार्य प्रारंभ करा दिये जायें: राजीव कुमार

Posted on 06 February 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री ,लखनऊ: 06 फरवरी, 2018

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव श्री राजीव कुमार ने निर्देश दिये हैं कि किसानों की फसल को आवारा जानवरों से बचाने हेतु बुन्देलखण्ड के प्रत्येक जनपद में फिलहाल कम से कम एक तहसील में स्टैण्डर्ड डिजाइन का एक-एक चारागाह का निर्माण यथाशीघ्र कराकर आगामी दो माह में क्रियाशील कराया जाये। उन्होंने कहा कि निर्मित होने वाले चारागाहों में भूंसा रखने हेतु एक टिन सेट रूम, आवश्यक जलापूर्ति हेतु सोलर बेस एक पम्प तथा बायोगैस की व्यवस्था सहित आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जायें। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि बुन्देलखण्ड पैकेज के अन्तर्गत भारत सरकार को भेजे गये लम्बित प्रस्ताव 4714.64 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त करने हेतु निरन्तर नीति आयोग से अनुरोध किया जाये।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में बुन्देलखण्ड पैकेज के अन्तर्गत स्वीकृत धनराशि में कराये जा रहे कार्यों तथा भारत सरकार से प्राप्त होने वाली धनराशि की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड में पेयजल की समस्या को दृष्टिगत रखते हुये ग्रामीण जलापूर्ति योजनान्तर्गत जनपद झांसी में उजियाॅन ग्राम समूह जलापूर्ति योजना हेतु 27.60 करोड़ रुपये तथा जनपद ललितपुर के ब्लाॅक तालबेहट के ग्राम पवा में जलापूर्ति योजना हेतु 13.00 करोड़ रुपये की स्वीकृति तत्काल निर्गत करते हुये नियमानुसार कार्य प्रारंभ करा दिये जायें ताकि संभावित सूखे को दृष्टिगत रखते हुये बुन्देलखण्डवासियों को पेयजल के संकट से जूझना न पड़े। dsc_9655_r2_c1
श्री राजीव कुमार ने बुन्देलखण्ड पैकेज योजनान्तर्गत वन, लघु सिंचाई, सिंचाई, ग्राम्य विकास, पशुपालन, दुग्ध विकास, कृषि विपणन आदि विभागों को निर्गत धनराशि के अनुसार कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि निर्गत धनराशि का शत-प्रतिशत उपयोग पारदर्शिता के साथ यथाशीघ्र कराते हुये उपयोगिता प्रमाण-पत्र सम्बन्धित विभाग यथाशीघ्र भेजना सुनिश्चित कराएं।
बैठक में बताया गया कि नीति आयोग भारत सरकार को 4717.64 करोड़ रुपये के प्रस्तावित कार्यों में से सिंचाई एवं जल संसाधन के 2727.08 करोड़ रुपये, कृषि विभाग 139.05 करोड़ रुपये, लघु सिंचाई विभाग के 665.36 करोड़ रुपये, दुग्ध विकास के 452.47 करोड़ रुपये, उद्यान विभाग के 304.36 करोड़ रुपये तथा पशुपालन विभाग 426.32 करोड़ रुपये के कार्य प्रस्तावित किये गये हैं। भारत सरकार से स्वीकृति प्राप्त होते ही प्रस्तावित कार्यों को यथाशीघ्र प्रारंभ कराया जाये।
बैठक में सचिव, सिंचाई, सी.पी. त्रिपाठी, सचिव, वित्त श्री एम.पी. अग्रवाल सहित सम्बन्धित विभागों के सचिव एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

Comments (0)

उत्तर प्रदेश सरकार एवं टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल, मुम्बई के मध्य एम0ओ0यू0 निष्पादित किया जाएगा

Posted on 06 February 2018 by admin

लखनऊ: 06 फरवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से सी0जी0 सिटी सुल्तानपुर रोड पर स्थापित किए जा रहे उच्च स्तरीय कैंसर संस्थान को क्रियाशील करने के सम्बन्ध में टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल, मुम्बई के निदेशक प्रो0 आर0ए0 बड़वे की अध्यक्षता में एक त्रिसदस्यी दल ने सोमवार को यहां शास्त्री भवन में भेंट कर रोड मैप प्रस्तुत किया।
मुख्यमंत्री जी से मुलाकात से पूर्व इस दल ने मौके पर जाकर निर्माणाधीन उच्चस्तरीय कैंसर संस्थान का निरीक्षण किया तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। इस दल द्वारा प्रस्तुत योजना के अनुसार प्रथम चरण में संस्थान के सभी विभागों को जनवरी, 2019 तक क्रियाशील करने तथा सर्जिकल विभाग एवं मेडिकल आॅन्कोलाजी विभाग को अक्टूबर, 2018 तक क्रियाशील करने का लक्ष्य है।
इस संस्थान को क्रियाशील करने के लिए सिविल निर्माण, पद सृजन तथा उपकरण मंे कन्वर्जेन्स स्थापित करते हुए उत्कृष्ट फैकल्टी के साथ अन्य व्यवस्थाएं आगामी ग्यारह माह में सुनिश्चित की जानी हंै। संस्थान में पूर्णकालिक निदेशक की तैनाती शीघ्र करने के निर्देश दिए गए। इसके अतिरिक्त टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल के विशेषज्ञों का एक दल प्रतिमाह तीन से चार दिन लखनऊ भ्रमण कर मौके पर अपनी सेवाएं उपलब्ध कराएगा। टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल द्वारा उक्त परियोजना की डी0पी0आर0 भी तीन माह में बनाकर प्रस्तुत की जाएगी तथा इस परियोजना के क्रियान्वयन में मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। इस निमित्त उत्तर प्रदेश सरकार एवं टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल, मुम्बई के मध्य एम0ओ0यू0 निष्पादित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह संस्थान दिल्ली और कोलकाता के मध्य कैंसर से सम्बन्धित सभी 26 सुपर स्पेशियलिटी विभागों की सेवाएं उपलब्ध कराने वाला सबसे बड़ा संस्थान होगा तथा यह प्रदेश के एपेक्स कैंसर सेन्टर के रूप मंे कार्य करेगा।
इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री आशुतोष टण्डन, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल एवं कुलपति के0जी0एम0यू0 प्रो0 एम0एल0बी0 भट्ट के अतिरिक्त टाटा मेमोरियल कैंसर हाॅस्पिटल के प्रो0 के0एस0 शर्मा, प्रो0 पंकज चतुर्वेदी व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Comments (0)

Advertise Here

Advertise Here

 

February 2018
M T W T F S S
« Jan   Mar »
 1234
567891011
12131415161718
19202122232425
262728  
-->









 Type in