Posted on 02 March 2013 by admin
01 मार्च।
वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा अपनी पूर्ववर्ती मायावती सरकार के नक्शेकदम पर चलते हुए नई आबकारी नीति में दुकानों के लाइसेंसों के नवीनीकरण किये जाने एवं नई निविदाएं न खोलने का लिया गया निर्णय प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी द्वारा अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए एक विशेष उद्योग समूह को लाभ पहुंचाने के लिए ही अंदरूनी सांठगांठ का नतीजा है इससे स्पष्ट हो गया है कि दूसरांे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली प्रदेश की सपा सरकार स्वयं भ्रष्टाचार मंे आकंठ डूबी है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद ने आज यहां जारी बयान में कहा कि आज समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर के मुताबिक कल मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में वर्ष 2013-14 के लिए नई आबकारी नीति के सम्बन्ध में जो निर्णय लिया गया है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है, भ्रष्टाचार को रोकने का समाजवादी पार्टी का झूठा चेहरा बेनकाब हो गया है। शापिंग माल में खुले आम शराब की बिक्री से सफेदपोश असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिलेगा और कानून व्यवस्था बद से बदतर होगी।
कंाग्रेस पार्टी ने सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री से प्रदेश की जनता के सामने इस तथ्य को सार्वजनिक करने की मांग की है कि आखिर वह कौन से कारण थे जिनके चलते वर्तमान सरकार को भी पूर्ववर्ती मायावती सरकार के पदचिन्हों पर चलते हुए आबकारी नीति में केाई परिवर्तन न करने का निर्णय लेना पड़ा है। पूर्व की बसपा सरकार ने भी प्रदेश हित को ताक पर रखते हुए अपने चहेते शराब कारोबार से जुड़े हुए एक विशेष औद्योगिक समूह को न सिर्फ लाइंसेंस आवंटित किया था बल्कि नई निविदाओं को न खोलकर लाइसेंसों का नवीनीकरण किया था, जिस पर समाजवादी पार्टी ने कड़ा प्रतिवाद करते हुए कहा था कि जब हम सरकार में आयेंगे तो इस नीति को बदलकर एक ही औद्योगिक समूह के बजाय इस कारोबार से जुड़े हर उस व्यक्ति को जो भी इस व्यवसाय को चलाना चाहेगा,उसको मौका दिया जायेगा। इतना ही नहीं बड़े जोर-शोर से मायावती सरकार द्वारा धन उगाही के तहत उक्त विशेष औद्योगिक समूह से मिलीभगत का आरोप लगाया था।
डाॅ0 खत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार को राजस्व जुटाने के लिए शराब की दुकानों को गली-गली गांव -गांव या माल इत्यादि बाजारों तक ले जाने से पहले यह भी सोचना चाहिए कि जो लोग इसके पीने के आदी हो जाते हैं उनसे कहीं न कहीं प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त होती है। पिछले दिनों जिस तरह प्रदेश में कानून व्यवस्था तार-तार हुई है, उसमें कई स्थानों पर शराब पीने के बाद आपसी मनमुटाव ने भी बड़े फसादों का रूप अख्तियार किया है। इसलिए किसी भी सरकार के लिए राजस्व बढ़ाना तो जरूरी है लेकिन आबकारी नीति के तहत इन सभी मुद्दों पर विचार करके ही रास्ता निकालना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
जनपद संतरविदासनगर/थाना भदोही
दिनांक 01-03-13 को थाना भदोही क्षेत्रान्तर्गत स्थित ग्राम हरियाॅव के पास ट्रक नं0 यूपी-70एम-9655 ने मोटर साइकिल में टक्कर मार दी जिससे मोटर साइकिल पर सवार श्री हाफिज जमाल उम्र 45 वर्ष निवासी लक्ष्मण पट्टी थाना ज्ञानपुर जनपद संतरविदासनगर, 2-श्री राम प्रकाश विश्वकर्मा उम्र 28 वर्ष निवासी हरियाॅव थाना भदोही जनपद संतरविदासनगर की मृत्यु हो गयी । इस संबंध में थाना भदोही पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
दिनांक 28.02.13 को प्रभारी एन्टी हयूमन ट्रैफिकिंग यूनिट व श्रम प्रवर्तन अधिकारी की संयुक्त टीम द्वारा थाना कर्नलगंज व थाना शिवकुटी से 02 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया तथा दोनों बाल श्रमिकों को चाइल्ड लाइन, इलाहाबाद के सुपुर्द किया गया।
मुक्त बाल श्रमिक
1. आफताब उम्र 10 वर्ष पुत्र श्री अच्छे बाबू, निवासी शिलाखाना, जनपद इलाहाबाद।
2. राजदेव उम्र 13 वर्ष पुत्र श्री लक्ष्मी शर्मा अस्थाई पता स्वराजनगर, थाना शिवकुटी, जनपद इलाहाबाद स्थाई पता ग्राम बलाट, जिला मधुबनी, बिहार।
इस संबंध में विधिक कार्यवाही की जा रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
माननीय वित्त मंत्री ने अपने 2013 -14 का बजट पेष करते हुये कहा कि भारी चालू एवं राजस्व घाटे, निम्न विकास दर और ऊँची मंहगाई को नियंत्रित करने हेतु एक समावेषी विकास आवष्यक है। उन्होनें कहा कि चालू घाटे को कम करने के लिए विदेषी निवेष एवं ऋृण तथा आयात पर नियत्रंण आवष्यक है। खर्चो में कमी करना एक कड़वी दवा है लेकिन इसके अलावा और कोई उपाय भी नहीं।
समावेषी विकास की धारणा के मध्य प्रस्तुत किया हुआ बजट, प्रथम दृष्टया उत्साहजनक प्रतीत नहीं होता। मंहगाई की मार से परेषान आम नागरिकों के लिए आयकर में कोई छूट नहीं सिवाय प्रारम्भिक छूट सीमा को 2 लाख से बढ़ाकर 2 लाख 20 हजार करने के अतिरिक्त। एक करोड़ से ज्यादा आय वाले व्यक्तिगत करदाताओं पर 10 प्रतिषत सरचार्ज एवं दस करोड़ से ज्यादा आय वाली कम्पनियों पर 5 प्रतिषत से बढ़ाकर 10 प्रतिषत सरचार्ज लगा देना एक हताषापूर्ण वातावरण में उठाया गया कदम प्रतीत होता है।
हम आषा करते थे कि इस बजट में जी.एस.टी. तथा डी.टी.सी. को लागू करने की दिषा में, विषेड्ढ आर्थिक परिक्षेत्र में स्थापित इकाइयों तथा लघु अति लघु एवं मध्यम क्षेत्र के उद्योगो को बढ़ावा देने हेतु सार्थक प्राविधान किये जायेंगे। इसमें प्रथम दृष्टया ऐसा कुछ प्रतीत नहीं होता।
100 करोड़ का क्रेडिट गारंटी फंड, 100 करोड़ के निवेष पर 15 फीसद निवेष भत्ता, पहले घर के लिए 25 लाख तक ऋृण पर ब्याज छूट सीमा में वृद्धि, आदि बजट के अच्छे प्राविधान हंै। 16 लाख करोड़ से अधिक केे इस बजट में लगभग 2 तिहाई राजस्व खर्चे के लिए है। समावेषी विकास के नाम पर यह बजट राजनीतिक हित साधन हेतु एक लोक लुभावन बजट ही होगा। इससे न मंहगाई कम होगी और न उद्योग विकास एवं निर्यात को गति मिल पायेेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
1 मार्च
कुंभ मेला क्षेत्र में स्थापित खोया-पाया केन्द्रों का भूले-भटके श्रद्धालुओं को मिलवाने में अहम योगदान रहा। मेला क्षेत्र में सेक्टर नम्बर 4 त्रिवेणी मार्ग स्थित भारत सेवा दल, खोया-पाया केन्द्र द्वारा 28 फरवरी तक लगभग 1 लाख 65 हज़ार लोगों को मिलवाया जा चुका है, जो संगम में स्नान करने आये थे और अपने परिजनों से बिछड़ गये। इसमें 179 बच्चे भी शामिल है। भारत सेवा दल के संस्थापक राजाराम पाण्डेय ने बताया कि मेला प्रशासन के सहयोग और गंगा मां की कृपा से मेरे संस्थान द्वारा सन् 1946 से माघी मेला, अर्द्धकुंभ और महाकंुंभ में भूले-भटके श्रद्धालुओं को उनके परिजनों से मिलवाने का काम किया जा रहा है। जिसमें 56 माघ मेला, 07 अर्द्धकुंभ और इस महाकंुभ को लेकर 06 महाकुंभ शामिल है। तब से लेकर अब तक लगभग 12 लाख भूले-भटके लोगों को मिलवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इस बार के महाकंुभ में श्रद्धालुुओं की भीड़ ज्यादा होने की वजह से भारी संख्या में लोग अपने परिजनों से बिछड़ गये। बिछड़े हुए लोगों में लगभग 1 लाख 65 हज़ार लोग भारत सेवा दल खोया-पाया केन्द्र आएं। जिनको एनाउंसमेन्ट के जरिये मिलवाने का काम किया गया। इसमें कुछ लोग ऐसे भी थे जो 10 से 15 दिन बाद अपने परिजानों से मिल पाये। आमावस्या के बाद में 70 लागों को टेªन के जरिये उनके गंतव्य तक भेजा गया। अभी भी 30 से 40 लोग जो अपने परिजनों से नहीं मिल पाये हैं उनको मिलवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है।
कुंभ मेला क्षेत्र में भूले-भटके लोगों को मिलवाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा भी लगभग 20 हजार बिछड़ों को अपनों से मिलवाया गया, वहीं 06 कम्प्यूटराइज खोया-पाया केन्द्र स्थापित किये गये गये है। कम्प्यूटराइज खोया-पाया केन्द्र के संचालक, डाटानेट टेक्नाॅलाजी के निदेषक श्री धनन्जय सिंह ने बताया कि अब तक कम्प्यूटराइज खोया-पाया केन्द्र के जरिये 28 फरवरी तक लगभग 31 हज़ार भूले-भटके लोगों को मिलवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कम्प्यूटराइज खोया-पाया केन्द्र पर इंटरनेट के जरिये भूले-भटके लोगों की तस्वीर और नाम, पता, सम्पर्क सूत्र आदि कम्प्यूटर में लोड कर दिया जाता है, जो मेला क्षेत्र में लगी एलसीडी स्क्रिन पर दिखाई देता है। इससे उसकी पहचान करके लोग आसानी से मिल जाते है। मेले में सिविल डिफेन्स द्वारा तथा स्व0 श्रीमती बहुगुणा सेवा स्मृति द्वारा भी हजारों भूले-भटके महिलाओं, बच्चों को उनके परिवारों से मिलवाया गया।
इन दोनों केन्द्रों द्वारा अभी भूले भटके लोगों को मिलाने का काम निरन्तर चल रहा है जो आगामी 10 मार्च तक चलता रहेगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
1 मार्च
कुंभ मेला केवल भक्ति, आस्था, अध्यात्म और दर्शन का ही संगम नहीं रहा बल्कि यह कई अन्य विधाओं खान पान, वेशभूशा, रहन-सहन आदि सहित भारतीय संस्कृति और सभ्यता का संगम रहा। इन तीनों नदियों के समागम स्थल पर वास्तव में जो संगम देखने को मिला है उससे भारतीय संस्कृति की छवि प्रदर्षित हुई है। इस समागम स्थल की रेती पर देश-विदेश से आये लोगों का रहन-सहन, खान-पान, वेशभूशा, संस्कृति, कलाकृति आदि का जो मिलन होता है उससे सही मायने में नदियों के समागम स्थल पर संगम को सम्पूर्ण भारत का संगम कहा जा सकता है।
इस संगम नगरी में विभिन्न भाषाओं का संगम रहा। कंुभ में लगे विभिन्न तम्बुओं में विभिन्न प्रांतों के लोग एक साथ रहते थे, एक साथ स्नान करते थे और खान-पान, रहन-सहन भी साथ-साथ रहा। देश के कोने-कोने से आये विभिन्न धर्माचार्यो, संतों के अखाड़ों, धर्म स्थलों में भी लोगों का संगम देखने को मिला।
मेले में छोटे कारोबार की शक्ल लिए कलाकृतियों का संगम भी कुंभ मेला-2013 में एक से बढ़कर एक अद्भूत छटा देखने को मिलती रही। प्रदेश के इस प्रमुख शहर इलाहाबाद में देश के विभिन्न प्रांतों से आये व्यापारी अपने प्रांतो के मशहूर चीजें को बिक्रय व प्रदर्शन हेतु लाये थे, राजस्थान और असम में लकड़ी से बनी कलाकृतियों में ऊँट, हाथी, ताजमहल, कई तरह के घर, दिलकश जूतियाँ, नागरे, कई रंग के सिंदूर, और अन्य तरह की मनमोहक वस्तुए अपनी रंग बिखेर रहें है, वहीं दूसरी तरफ पूर्वाेत्तर भारत की परम्परागत विभिन्न वस्तुओं की झलक का संगम देखने को मिला। इसके साथ ही साथ मेले में खूबसुरत कश्मीरी शाॅल, चादरें, कारपेट, पाशमीना शाॅल, रजाई और भी कई वस्तुएं कशमीर घाटी की कलाओं का प्रसार भी कर रही है। वहीं नागालैण्ड की मूंगा सिल्क साड़ी व कपड़े मेले में अपनी पहचान बनाये रखा।
खान पान के संगम में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी संस्कृति के लिए मशहूर भारतीय खान-पान का भी संगम इस महाकंुभ में देखने को मिल रहा है। चूंकि इस कुंभ मेले में विदेश व देश के विभिन्न प्रांतों से भक्त, श्रद्धालु और सैलानी आये। जिनका खान-पान विभिन्न प्रकार का होता है जैसे महाराष्ट्र के लोगों को पाव-भाजी तथा महाराष्ट्रीयन खान-पान, भेलपूरी, दक्षिण भारत के से आये लोगों को उत्पम, ढोसा, इटली, साम्भर और अन्य दक्षिण भारतीय व्यंजन खाते हुए देखे जा सकते हंै। गुजरात से आये लोग ढोकला, पोहा, श्री खण्ड, दाल ढोकला व दाल पराठा आदि खाते हूए देखे गये। इसे पूूर्वोत्तर के प्रांतों से आये लोग भी खाते थे। साथ ही साथ पूर्वांचल की दाल बाटी, लिट्टी चोखा आदि भी देष विदेष से आये पर्यटक, श्रद्धालु/स्नानार्थी चाव से खा रहे थे। यह संगम नगरी भारतीय व्यंजनों की संगम नगरी रही है।
वेशभूषा का संगम प्रयाग राज इलाहाबाद मंे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले में वेषभूषा का जो संगम देखने को मिल रहा था वो भी अपने आप में अद्भूत संगम था। यहां देश विदेश के विभिन्न प्रांतों से आये लोग अपने पारम्परिक वेषभूषा में आये थे और यहां पर आकर अन्य प्रांतों की वेशभूषा को भी अपना कर उन प्रांतों के लोगों के साथ घुल मिलकर उन प्रांतों की संस्कृति खान पान, वेशभूशा, रहन-सहन आदि की विषेषता को भी जाना। इस कुंभ में कई गृहस्थों द्वारा आपसी वैवाहिक रिष्ते भी बनाये गये हैं। महाकंुभ का यह संगम भारतीय संस्कृति, रहन-सहन, वेषभूषा की एक नमूना सभी के सामने पेष किया। जो कि पूरे विष्व में अन्य किसी जगह पर देखने को नहीं मिलता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
इलाहाबाद 1मार्च
रेलवे स्टेशन पर वाटर प्लांट स्थापित किया जायेगा जिसके कारण यात्रियों कों पीने के पानी एवं गाडियों में पानी भरने की सुविधा हो जायेगी। कार्य प्रारम्भ करने के लिये एक करोड की धनराशि प्रदान की गयी है वाटर प्लांट की लागत 7,49 करोड आंकी गयी है। रेलवे स्टेशन पर जल्द ही यात्रियों के पानी की समास्या हल होती नजर आ रही है क्योकि रेलवे बोर्ड ने जंक्शन में वाटर प्लांट की मंजूरी दे दी है साथ ही एक करोड रूपये भी प्रदान कर दिये गये है। स्टेशन से गुजरने वाली गाडियों में पानी भरने की भी समाधान हो जायेगा वाटर प्लांट के लग जाने से जहां एक ओर प्लेटफार्म सहित पूरे स्टेशन परिसर में पीने के पानी की आपूर्ति की जायेगी। इलाहाबाद से गुजरने वाली गाडियों में पानी भरने की सुविधा हो जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 March 2013 by admin
सुलतानपुर १ मार्च ।
जनपद मे अपराधी जनता को त्राहिमाह बोलवा रहे है और शिकायतियों को पुलिस लाठीयों से पीट रही है । आखिर यह कैसी जनता की सरकार है और कैसे है प्रदेश सरकार के मुखिया जिन्हे फुर्सत नही जनता की फरियाद सुनने देखने और पढने की ।
हैरत है कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष के हो हल्ले पर पूरे प्रदेश मे प्रशासनिक फेरबदल तो कर दिया और सोचा कि जिलो की जनता अब अपराधियों के खौफ और कारनामो से मुक्ति पा जायेगी और सपा मुखिया मुलायम सिंह के मिशन २०१४ को विधानसभा चुनाव के माफिक मनचाही व आशातीत सफलता मिल जायेगी या लैपटाप व टेबलेट वाले वोटर अथवा पढे बेटियां बढे बेटिंया का तीस हजार पाकर २०१४ मे साईकिल पर बैंठ जायेगी । तो यह मात्र दिवा स्वप्न है ।
चूंकि जिले की पुलिस अपराधियो की हमराह हो चली है न लैपटाप बचेगा न बेरोजगारी भत्त्ता न विद्याधन अगर यही हाल रहा तो सरेराह दिन दहाडे अपराधी थाने के दरोगा जी को जयहिन्द बोलते हुए जनता को लूटने लगेगें । हालात बयां करने जब कोई फरियादी पूर्व की भांति पुलिस कप्तान किरण एस व सीओ वी०पी०सिंह के पास जायेगा तो उसे खदेड खदेड कर नगर कोतवाल जितेन्द्र गिरि पहले लाठियो से पीटेगें और मनचाही धाराओं मे जेल भेज देगे या रात के अंधेरे मे इन्काउंटर कर देगें । फिर भी हमारे लोहिया समर्थक मुखिया चैन की वंशी बजाते मिलेगें ।
एक नजर जनपद के अखबारो पर डाल ले ते स्वयं हालात देखकर मुख्यमंत्री पद तक छोड देते मगर शायद जनता धोखा खा चुकी है और सुधरने में २०१४ का वेसब्र्री से इंतजार कर रही है । बीते पखवारे भर मे पूरे जनपद मे शायद ही कोई दिन रहा हो जब अपराधियों ने मुख्यमंत्री के कानून व्यवस्था को आईना न दिखाया हो । १७ फरवरी कूडेभार मे गौतम गुप्ता पुत्र गंगाराम निवासी अहलादपुर की हत्या, १७ फरवरी को गोसाईगंज मे मंदिर मे चोरी, १८ फरवरी कोतवाली देहात मे राम कृपाल का जनरेटर चोरी, १९ फरवरी कादीपुर के हमजापुर मे स्कूल मे चोरी, २२ फरवरी गोसाईगंज के कटका कोहरईया मे किरन की दहेज हत्या, २२ फरवरी को शास्त्रीनगर में रमेश चैरसिया के घर ५० हजार की चोरी वो भी चैकी के बगल, २२ फरवरी कादीपुर के वकील राणाप्रताप के घर लाखाो की चोरी, २४ फरवरी दोस्तपुर के एक गांव मे विधवा से दुराचार, २४ फरवरी जयसिंहपुर निवासी जयकरण तिवारी के साथ छिनैती, २५ फरवरी कुडवार के मडरा निवासी दलित के पुत्र की हत्या शव कुंए में मिला, २६ फरवरी कुडवार के दुर्गा मंदिर मे दानपात्र की चोरी, २७ फरवरी कुडवार के घरावां निवासी वलीम को तमंचे की नोक पर सरेबाजार लूट । मगर फिर भी जिले में पुलिस फरियादियों को तो पीट रही है और अपराधियों को सैल्यूट दाग रही है । जय हो समाजवाद ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 02 March 2013 by admin
सुलतानपुर १ मार्च ।
पत्रकार एशोसिएशन की मासिक बैठक नगर के प्रेस क्लब में डा० अवधेश शुक्ला की अध्यक्षता मे सम्पन्न हुई । बैठक में आगामी ३० माई को हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर एशोसिएशन द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यव्रहृम की रुप रेखा एवं रणनीति तय की गयी ।
महासचिव जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने वरिष्ठ सदस्य इम्तियाज रिजवी को संगठन का कोषाध्यक्ष बनाये गये तथा संजय श्रीवास्तव को मीडिया प्रभारी एवं अनुराग द्विवेदी को संगठन सचिव पद का दायित्व देने के प्रस्ताव पर चर्चा के बाद उपस्थित सदस्यों की सहमति पर अध्यक्ष अवधेश शुक्ला ने उक्त पदो का उन्हे जिम्मेदाी सौपी ।
संगठन सचिव ने आगामी ३१ मार्च को मासिक बैठक मे सभी सदस्यो को उनकी दो फोटो, बायोडाटा, तथा सदस्यता शुल्क अनिवार्य रुप से उपस्थित होकर जमा करवाले के निर्देश दिये । बैठक में उपाध्यक्ष अम्बरीश मिश्रा, परविन्द्र शर्मा, रबि दूबे, सर्वेश श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव, रामनारायन चैरसिया, राकेश पाठक, दीपक मिश्रा सहित दर्जनो पत्रकार उपस्थित रहे ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 02 March 2013 by admin
सुलतानपुर कार्यालय
धनपतगंज सुलतानपुर १ मार्च ।
थाना कूडेभार का चैकी क्षेत्र धनपतगंज पशु तश्करो के लिए मुफीद साबित हो रहा है । गरीबो का ढाल बनाकर चलाये जा रहे इस गोरखधंधे से जहां तस्कर रातो रात धनाडय होते जा रहे है वही पुलिस की लापरवाही से निरन्तर फल फूल रहा यह गोरखधंधा समाज के अमन चैन के लिए खतरा बनता जा रहा है ।
जनपद फैजाबाद व सुलतानपुर की सीमा क्षेत्र होने के कारण पशु तश्करो ने धनपतगंज क्षेत्र को अपना अडडा बना लिया है । बेखौफ चल रहे इस धंधे से अमन चैन का खतरा उत्पन्न हो गया है । वही पुलिस का बरदहस्त होने से समाज मे आव्रहृोश है । पुलिस अधिकारियों की लापरवाही कहे या व्यवसायी करण कहें समाज व सरकार की बदनामी तय है । हरौरा वरासिन मार्ग हो अथवा क्षेत्र से गुजरी शारदा सहायक नहरो की पटरियां पशु तश्करो का राजमार्ग घोषित हो चुका है ।
सूत्र बताते है कि इनके कार्य करने का तरीका यह है कि ये पशुओ को लाने ले जाने के लिए छोटे बच्चो और महिलाओं को भी सौ दौ सौ के लोभ मे जानवरो की रस्सियां थमा देते है जिससे कोई जान न सके यही नही पशु व्यवसायी दिन भर पशुओं की खरीददारी औने पौने दामो मे कर गांवो के गरीब आबादी वाले गांव मे जानवरो को अपने आदमियों के यहां दिन मे बधंवा देते है और दो तीन एजेन्टो को अलग अलग गांव मे पशुओं की देख रेख के लिए लगा दिया जाता है और सप्ताह मे एक निश्चित स्थानो पर जानवरो को पहुचाने की जिम्मेदारी रखवाले परिवार की होती है और तो और बाजारो मे भेजने के अलावा ये व्यवसायी गाय भैंस के कटे मांस क्षेत्र के कुछ चिन्हित गांवो में भेजे जाते है, ये आम चर्चा है ।
आव्रहृोष यह है कि क्षेत्र में पुलिस हरे पेडो पर सख्ती से नजर रखकर उनकी पेडी वसूलने के चक्कर में ऐसे गैर कानून कार्यो मे मूक दर्शक बनी रहती है जिसे क्षेत्र मे सामाजिक सदभाव बिगडने के आन्देशे से कभी इन्कार नही किया जा सकता है । भाजपा के पूर्व जिलामंत्री डा० बलिराम मिश्रा, एड० राजेन्द्र पाण्डेय तथा राजमणि पाण्डेय समेत विभिन्न नेताओं ने इस अवैध धंध्े को लेकर चिंता जाहिर करते हुए आन्दोलन की चेतावनी दी है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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