मानव जीवन में योग के प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता
उत्तर प्रदेश की समृद्धि के बिना देश आगे नहीं बढ़ेगा
क्रियायोग आश्रम मेडिटेशन प्रोग्राम का मुख्यमंत्री द्वारा उदघाटन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने योग के महत्व की चर्चा करते हुए कहा है कि प्राचीन काल से हमारे देश में शरीर, मन एवं मसितष्क में तालमेल बैठाने एवं जीवन के तमाम रहस्यों को जानने के लिए प्रयास किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि योग की विधा को अब अन्तर्राष्ट्रीय मान्यता मिल रही है। यदि निरन्तर योग और प्राणायाम जैसी विधाओं को अपनी दैनिक गतिविधियों का अंग बनाया जाए, तो निशिचत रूप से लाभ होगा।
मुख्यमंत्री आज यहां सी0एम0एस0 आडीटोरियम, गोमती नगर, लखनऊ में क्रियायोग आश्रम मेडिटेशन प्रोग्राम के उदघाटन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत में प्रचलित योग पर कर्इ देशों में अनुसंधान चल रहे हैं और योग के विभिन्न पहलुओं की वैज्ञानिक जानकारी भी मिल रही है। उन्होंने कहा कि योग के माध्यम से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर एवं अन्य बीमारियों के इलाज की बात भी कही जाती है। उन्होंने ‘क्रियायोग का विस्तार-भारत वर्ष का निर्माण कार्यक्रम में समिमलित होने पर खुशी जताते हुए कहा कि क्रियायोग विज्ञान मानव जाति के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
श्री यादव ने कहा कि क्रियायोग का प्रचार-प्रसार विश्व विख्यात संत परमहंस योगानन्द जी ने 32 वर्षों तक अमेरिका में किया। यह अत्यन्त प्रसन्नता की बात है कि उसी क्रियायोग ध्यान के शिविर का उदघाटन लखनऊ में हो रहा है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन में योग के प्रभाव को नकारा नहीं जा सकता। आज विभिन्न टी0वी0 चैनलों, साधु-सन्तों और योगियों द्वारा योग विज्ञान को आम जनता तक पहुंचाया जा रहा है। इसी कड़ी में क्रियायोग भी आम जनता तक पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति और राजनेता का कार्य समाज को आगे बढ़ाना है। उत्तर प्रदेश सरकार जनता और बुद्धिजीवियों के सहयोग से राज्य में खुशहाली की दिशा में आने वाली कठिनार्इयों को दूर करेगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की समृद्धि के बिना देश आगे नहीं बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने इसके पूर्व आज प्रदेश में 300 नर्इ बैंक शाखाओं के उदघाटन होने की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने इस दिशा में लगातार कार्य किया, क्योंकि यहां की आबादी के हिसाब से बैंकों की शाखाएं कम थीं। उन्होंने कहा कि बैंकों की शाखाओं के खुलने से गरीब जनता को लाभ मिलेगा।
इसके पूर्व राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष श्री नवीन चन्æ बाजपेयी ने क्रियायोग के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह मनुष्य की समस्याओं का हल है। क्रियायोग के द्वारा अच्छे भविष्य और सुन्दर विश्व की ओर बढ़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि क्रियायोग के द्वारा मनुष्य परिष्कृत होता है और उसका आत्मा से साक्षात्कार होता है।
क्रियायोग आश्रम एवं अनुसंधान के संस्थापक व अध्यक्ष गुरुदेव स्वामी
श्री योगी सत्यम ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में कम समय में उत्तर प्रदेश पूरे भारत का एक उत्तम प्रदेश बनेगा। उन्होंने कहा कि क्रियायोग के माध्यम से हम मात्र 50 मिनटों में 100 वर्ष का ज्ञान अर्जित कर सकते हंै। उन्होंने कहा कि क्रियायोग के अभ्यास से अविधा का लोप हो जाता है और इसके विस्तार से ज्ञान, शानित, स्वास्थ्य व सम्पन्नता का विस्तार होता है। उन्हाेंने कहा कि क्रियायोग के माध्यम से देश और विश्व में व्याप्त अज्ञानता, बीमारी, चिन्ता व गरीबी दूर होगी। उन्होंने कहा कि जन्म-जन्मान्तर से मनुष्य असितत्व की सुरक्षा, स्वास्थ्य, सम्पन्नता, ज्ञान, शानित व परमानन्द की तलाश कर रहा है। क्रियायोग का अभ्यास इस सभी इच्छाओं की पूर्ति करता है।
इस अवसर पर सी0एम0एस0 के संस्थापक श्री जगदीश गांधी समेत वरिष्ठ अधिकारी, साधु-सन्त, योगी, मीडियाकर्मी व गणमान्य नागरिक उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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