सुलतानपुर २८ मार्च । जहां प्रमुख राजनैतिक दल साम-दाम-दण्ड-भेद अपना अपने तरकस से तीर निकाल लक्ष्य भेदने के प्रयास मे है ।
लोक सभा मिशन २०१४ के मददे नजर राजनैतिक सरगर्मियां बढ गयी है सत्त्ता व विपक्ष दोनो एक दूसरे को मात देने के फिराक मे लोक लुभावने वादे के साथ जन भावनाओं को भुनाने के प्रयास तेज कर दिये है।
गौरतलब हो कि बदलते राजनीतिक परिदृश्य मे प्रमुख राजनैतिक दल उहा पोह की स्थित मे है कई राजनैतिक दल अपने अन्तरकलह से जूझ रहा है तो कुछ दल के कद्दावर नेता पार्टी में आपसी खींचतान के चलते पाला बदलने की मूड मे है । ऐसे में प्रमुख राजनैतिक दल के मुखिया पार्टी के अन्दर उपज रहे अन्तरकलह को दबाने व पार्टी कार्यकर्ताओं को एक जुटता के प्रयास में दोस्त को दुश्मन करार दे वाक युद्ध छेड रखा है । तो कुछ विरोधी दल के नेताओं की तारीफ कर एक तीर से दो निशाने साधने का प्रयास किया है । सूत्रो के अनुसार बदले राजनैतिक समीकरण मे केन्द्र सरकार अस्थिर हो चली है । सहयोगी दलो की अनावश्यक दबाव के चलते समय से पहले लोक सभा चुनाव कराने के प्रयास मे है ।
राजनीतिज्ञो की माने तो मई के अन्त तक केन्द्र सरकार अस्थिरता के रहते पतन हो सकती है । प्रमुख दलो ने विधिवत अपने प्रत्याशियों की चयन सूची भी जारी कर दिया है । ऐसे मे जनपद के पांच विधान सभा वाले सुलतानपुर सदर संसदीय सीट प्रमुख राजनैतिक दलो की प्रतिष्ठा से जुडा है । प्रदेश की सत्त्तारुढ सपा पांचो विधान सभा सीटो पर कब्जा करने के उपरान्त सदर संसदीय सीट पर गिद्ध दृष्टि लगाये किसी भी प्रकार से हासिल करने के प्रयास मे है । वही भाजपा व बसपा अपनी खोयी सीट पुनरू हासिल करने के उद्देश्य से प्रतिष्ठा से जोड रखा है । जबकि सदर सांसद संजय सिंह कांग्रेस अपनी सीट बरकारार रखने के लिए ऐडी चोटी का जोर लगा रखा है ।
ज्ञातव्य हो कि सुलतानपुर सदर संसदीय सीट पर सर्वधिक आबादी दलित, पिछडे समुदाय की है जबकि सवर्णो में ब्राहम्ण बाहुल्य क्षेत्र है । किन्तु जनपद मे क्षत्रिय बनाम ब्राहम्ण बाद के चलते उक्त सभी समुदाय चुनाव के समय दो खेमो में बंटे नजर आते है । ऐसे मे जातिगत समीकरणो के अनुसार बसपा ने दलित गठजोड के सहारे ब्राहम्ण नेता पवन पाण्डेय को सम्भावित उम्मीदवार घोषित किया है ।
वही बसपा की धुर विरोधी प्रदेश की सत्त्तासीन सपा मुस्लिम व पिछडे वर्ग समुदाय के गठजोड के सहारे शकील अहमद को हरी झण्डी दे रखा है । जबकि भाजपा क्षत्रिय बनाम ब्र्राहम्ण वाद के चलते अपने युवा नेता वरुण गांधी को उतार सुलतानपुर संसदीय सीट अपनी झोली मे डालने के लिए भरसक प्रयास मे है ।
ज्ञातव्य हो कि विगत लोक सभा चुनाव २००९ मे बसपा सांसद मो० ताहिर हराओ अभियान के चलते संजय सिंह कांग्रेस ने विजय हासिल की । उस समय कांग्रेस के संजय सिंह को तीन लाख चार सौ दस बसपा मो० ताहिर खां को दो लाख एक सौ बत्त्तीस व अशोक पाण्डेय सपा को एक लाख सात हजार आठ सौ तथा सूर्यभान सिंह भाजपा को चैवालिस हाजार चार सौ चैबिस मतो पर सन्तोष करना पडा । परन्तु बीते विधान सभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की स्थित अत्यन्त दयनीय रही वही भाजपा भी मुख्य लडाई मे काफी पीछे रही । सपा बसपा प्रत्याशियों के आमने सामने रहने से आगामी लोक सभा चुनाव मे बहुत दिल चस्प मुकाबला होने की उम्मीद है ।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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