बहुजन समाज पार्टी की राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेष की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज यहां अपने सांसदों का आह्वान किया कि वे देष की आम जनता के समक्ष ज्वलन्त समस्याओं, ख़ासकर केन्द्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार की ग़लत आर्थिक नीतियों के कारण देष भर में आसमान छूती महंगाई के मुद्दे को संसद के आगामी मानसून सत्र के दौरान काफ़ी ज़ोरदार तरीके़ से उठायें।
संसद के दोनों सदनों-लोकसभा व राज्यसभा-में बी.एस.पी. के सदस्यों की आज यहां 5, कालिदास मार्ग स्थित निवास पर आयोजित एक संयुक्त बैठक को सम्बोधित करते हुये सुश्री मायावती जी ने अपने सांसदों को अनुषासन व षालीनता का पाठ पढ़ाया और उन्हें निर्देषित किया कि वे देष की आम जनता से जुड़े मुद्दों ख़ासकर केन्द्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार की Þग़लत आर्थिक नीतियोंß के कारण देष भर में लगातार बढ़ रही महंगाई का संसद में उसी तरह से डटकर व मुस्तैदी से विरोध करें जैसाकि संसद के बाहर 6 जुलाई सन् 2010 को उत्तर प्रदेष के समस्त ज़िला मुख्यालयों पर तथा 15 जुलाई सन् 2010 को देष के अन्य राज्यों की राजधानियों में बी.एस.पी. द्वारा Þधरना-प्रदर्षनß के माध्यम से किया गया है।
सुश्री मायावती जी ने कहाकि अभी हाल ही में कांग्रेस के नेतृत्व वाली केन्द्र की यू.पी.ए. सरकार ने पेट्रोल की क़ीमत को सरकारी नियन्त्रण से मुक्त करके तथा पेट्रोल, डीज़ल, रसोई गैस के सिलेण्डर व मिट्टी तेल के दामों में वृद्धि करके कुछ मुट्ठी भर पूंजीपतियों के हाथों में खेलकर एक अत्यन्त Þजन-विरोधीß काम किया है, जिस कारण पूरे देष में महंगाई और ज़्यादा बढ़ी है तथा आम आदमी का जीवन काफ़ी ज़्यादा त्रस्त हुआ है। उन्होंने कहाकि इस प्रकार की हरकतों से यह बार-बार साबित हो रहा है कि केन्द्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. की सरकार का Þहाथ पूर्णरूप से पूंजीपतियों के साथ हैß तथा आम आदमी के हित से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
सुश्री मायावती जी ने कहाकि उत्तर प्रदेष में बी.एस.पी. की सरकार के प्रति केन्द्र में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली यू.पी.ए. सरकार का रवैया Þन्यायपूर्णß ना होकर लगातार Þसौतेलाß बना हुआ है, जिस कारण उत्तर प्रदेष की प्रगति बाधित हो रही है। इस सम्बंध में भी केन्द्र की सरकार का ध्यान भरपूर तरीक़े से आकर्शित करने की आवष्यकता है।
इसी प्रकार नक्सलवाद, भोपाल गैस पीड़ितों को न्याय नहीं मिल पाना तथा प्रभावहीन विदेष नीति के साथ-साथ जनता की आम ज़रूरतों से जुड़े अन्य मुद्दों को भी संसद में प्रभावी तरीक़े से रखकर, केन्द्र सरकार की Þग़लत घरेलू, आर्थिक व विदेष नीतियोंß का पर्दाफाष करने पर बल देते हुये सुश्री मायावती ने कहाकि नक्सलवाद के मामले में केन्द्र सरकार की नीति सही नहीं है। केन्द्र सरकार नक्सलवाद को केवल क़ानून-व्यवस्था की समस्या मानकर चल रही है, जबकि इस मामले में नक्सलग्रस्त क्षेत्रों में बुनियादी आवष्यकताओं के अनुसार विकास कार्यों की ठोस रणनीति बनाकर काम करने की आवष्यकता है, जैसाकि उत्तर प्रदेष की बसपा सरकार ने इस सम्बंध में विषेश क़दम उठाकर किया है।
और जहां तक भोपाल गैस त्रासदी का सवाल है, सुश्री मायावती जी ने कहाकि वहां के गैस पीड़ित परिवार वालों को वशोZं बाद भी, आज तक समुचित न्याय नहीं मिल पाया है। भोपाल गैस काण्ड के सम्बंध में कांग्रेस पार्टी व कांग्रेसी सरकार के रवैये की आलोचना करते हुये उन्होंने कहाकि गैस पीड़ित लोगों को समुचित तौर पर न्याय नहीं दिला पाना तथा दोशियों के विरुद्ध सख़्त कानूनी कार्रवाई नहीं करना षर्मनाक बात है, जिसकी जितनी भी निन्दा की जाये कम है तथा इस अपराध के लिये कांग्रेस पार्टी देष की जनता से माफी मांगे तो वह भी कम होगा।
सुश्री मायावती जी ने अपने सांसदों से कहाकि बी.एस.पी. एक अनुषासित पार्टी है तथा इसका यह चरित्र संसद के भीतर और बाहर दोनों ही जगह लगातार प्रदषिZत होना चाहिये। साथ ही, देष की तीसरी सबसे बड़ी राश्ट्रीय पार्टी होने के नाते पार्टी के सांसदों, विधायकों व अन्य ज़िम्मेवार पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को जनता की अपेक्षा के अनुरूप कसौटी पर खरा उतरने का प्रयास करना चाहिये। उन्हें ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिये जिससे पार्टी की इमेज पर आंच आये।
अन्त में सुश्री मायावती जी ने पार्टी के तमाम सांसदों को अपने-अपने क्षेत्र की जनता का ख़ास ख़्याल रखने एवं पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिये पूरी लगन व निश्ठा के साथ, दिषा-निर्देषानुसार, काम करने को निर्देषित किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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