Posted on 24 July 2010 by admin
समाजवादी पार्टी के वरिश्ठ नेता एवं नेता विरोधी दल श्री शिवपाल सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने क्रमश: विधान सभाध्यक्ष एव प्रदेश के राज्यपाल महोदय को पत्र भेजकर ज्ञानपुर विधान सभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी विधायक श्री विजय मिश्र के खिलाफ अब तक की गई कार्यवाहियों को रोकने, उनकी और उनके परिवारवालों की जानमाल की सुरक्षा तथा नन्दी काण्ड की निश्पक्ष जॉच सीबीआई से कराने की मांग की है।
समाजवादी पार्टी नेताओं ने महामहिम राज्यपाल एवं विधान सभाध्यक्ष को संबोधित अपने पत्रों में लिखा है कि भदोही उपचुनाव में हार से बौखलाई मुख्यमन्त्री, उनके दो काबीना मन्त्री श्री राकेशधर त्रिपाठी एवं श्री रंगनाथ मिश्र श्री विजय मिश्र एवं उनके परिवार को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से बबाZद करना चाहते हैं। प्रदेश के उच्च शिक्षामन्त्री श्री राकेशधर त्रिपाठी श्री विजय मिश्र के पिता की हत्या के अभियुक्त रह चुके हैं। वर्तमान डीजीपी श्री कर्मवीर सिंह 1991 में वाराणसी में एसएसपी थे जब श्री मिश्र द्वारा उनके कुछ खास दारोगाओं की शिकायत किए जाने से नाराज होकर उन्होने तमाम फर्जी मुकदमें उनके खिलाफ कायम करा दिए थे। वर्तमान में भी वे श्री मिश्र के खिलाफ उत्पीड़न की कार्यवाहियां करने में लगे हैं।
नेता विरोधी दल एवं समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के संस्थागत वित्तमन्त्री श्री नन्द गोपाल नन्दी के घर के पास 12 जुलाई,2010 को हुए विस्फोट में श्री विजय मिश्र को फंसाने की साजिश है। मुख्यमन्त्री ने अपने संवैधानिक पद की गरिमा एवं न्याय सिद्धान्त को किनारे रखकर 17जुलाई,2010 को बिना विवेचना पूरी हुए ही श्री मिश्र एवं उनके रिश्तेदारों को दोशी ठहरा दिया है। उन सबको बुरी तरह उत्पीड़ित किया जा रहा है। आशंका है कि श्री मिश्र की हत्या भी हो सकती है। उन्होने विधान सभाध्यक्ष एवं राज्यपाल से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
ज्ञातव्य है, इस सम्बंध में 9 जुलाई,2010 को, नन्दी काण्ड से पहले ही, समाजवादी पार्टी के राश्ट्रीय महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव ने मुख्यमन्त्री को पत्र लिखकर श्री विजय मिश्र के विरूद्ध उत्पीड़न की कार्यवाही एवं हत्या किए जाने की आशंका जताते हुए उनके जानमाल की रक्षा तथा पूरी कार्यवाही की निश्पक्ष एजेंसी से जॉच की मांग की थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 24 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती की मन्त्रणा से संस्थागत वित्त एवं स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क विभाग के मन्त्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता “नन्दी´´ की अस्वस्थता को देखते हुए, श्री गुप्ता को वर्तमान में आवंटित कार्यप्रभार अिग्रम आदेशों तक भूतत्व एवं खनिकर्म, सहकारिता, परिवार कल्याण तथा अवस्थापना विकास विभाग के मन्त्री श्री बाबू सिंह कुशवाहा को अतिरिक्त कार्यप्रभार के रूप में आवंटित किया है।
ज्ञातव्य है कि श्री नन्दी ने कल मुख्यमन्त्री जी से अनुरोध किया था कि जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो जाते हैं, तब तक उन्हें सौंपे गये विभागों के दायित्वों से मुक्त कर दिया जाए, ताकि शासकीय कार्य प्रभावित न हो सके। मुख्यमन्त्री ने श्री नन्दी के इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए फिलहाल उनके विभागों के कार्याें को श्री कुशवाहा को अतिरिक्त प्रभार के रूप में आवंटित करने की संस्तुति राज्यपाल से की थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
उ0प्र0 कांग्रेस अनुसूचित जाति-जनजाति विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व सेवानिवृत्त आई.ए.एस. श्री रामकृष्ण के पुत्र श्री अशोक कुमार, पूर्व विधायक के बीमारी के चलते हुए आकिस्मक निधन पर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति एवं शोक सन्तप्त परिजनों को इस असह्य दु:ख को सहन करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
पूर्व विधायक स्व0 अशोक कुमार के निधन का समाचार मिलने पर प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व मन्त्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व विधायक श्री राजेन्द्र शर्मा, मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, प्रवक्ता श्री वीरेन्द्र मदान आदि कंाग्रेस नेता उनके आवास पर जाकर पार्थिव सरीर पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर डॉ0 जोशी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्व0 अशोक कुमार प्रखर सामाजिक युवा कार्यकर्ता थे, उनके असामयिक निधन से सार्वजनिक जीवन की अपूरणीय क्षति पहंुंची है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
लखनऊ के वरिष्ठ कंाग्रेस नेता एवं विक्रमादित्य वार्ड के पूर्व कंाग्रेस अध्यक्ष श्री राजमणि पाण्डेय का आज सुबह आकिस्मक निधन जाने पर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व मन्त्री श्रीमती स्वरूप कुमारी बख्शी, मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, विधायक एवं लखनऊ शहर कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री श्यामकिशोर शुक्ल, श्री स्वराज श्रीवास्तव आदि नेताओं ने उनके गुलिस्तां कालोनी स्थित आवास पर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया एवं स्व. पाण्डेय के पार्थिव सरीर पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर डॉ0 जोशी ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्व0 पाण्डेय आजीवन कांग्रेस संगठन से जुड़े रहकर पार्टी संगठन की जो सेवा की है उसे कभी विस्मृत नहीं किया जा सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश की 16अतिपिछड़ी जातियां जिनमें केवट, मल्लाह, बिन्द, धीवर, कश्यप, मांझी, मझवार, गोड़िया/गोण्ड, तुरेहा/तुराहा, खरवार, बेलदार आदि को अनुसूचित जाति की श्रेणी में शिामल करने के लिए उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी पहले से ही प्रयास कर रही है, लेकिन प्रदेश की सुश्री मायावती की सरकार हीलाहवाली कर रही है। इसके साथ ही मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती यह भ्रामक प्रचार कर रही हैं कि केन्द्र सरकार इस मामले में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की ओर से इस विषय पर प्रदेश कंाग्रेस के अधिवेशन में एक प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है और लगातार केन्द्र सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मन्त्रालय को पत्र भी लिखे गये हैं।
मुख्य प्रवक्ता ने बतााय कि प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी द्वारा प्रेषित पत्र के जवाब में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्री श्री मुकुल वासनिक ने एक बार पुन: यह स्पष्ट किया है कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्रालय के 11.4.2008 को भेजे गये पत्र के माध्यम से प्रदेश सरकार से उन सभी जातियों को जिन्हें अनुसूचित जातियों में शामिल किये जाने का प्रस्ताव है उन सभी जातियों का अलग-अलग विस्तृत नृवंशीय विवरण(एथनोग्राफिक प्रोफाइल) उपलब्ध कराने हेतु प्रदेश सरकार केा लिखा गया है किन्तु सवा दो वर्ष बीत जाने के बाद भी अभी तक प्रदेश सरकार ने केन्द्र के उस पत्र का जवाब नहीं भेजा है। श्री मुकुल वासनिक ने डा. जोशी को भेजे पत्र के जवाब में कहा है कि जब तक राज्य सरकार मांगे गये विवरण को उपलब्ध नहीं कराती है जब तक इस विषय पर आगे कार्यवाही कर पाना सम्भव नहीं है। (श्री मुकुल वासनिक जी का पत्र संलग्न है)
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि यदि सुश्री मायावती इन 16अतिपिछड़ी जातियों के कल्याण में जरा भी गम्भीर हैं और उन्हें प्रदेश में अनुसूचित जाति में शामिल करना चाहती हैं तो उनकी सरकार को भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मन्त्रालय द्वारा मांगा गया विवरण उचित प्रारूप पर अविलम्ब प्रेषित करना चाहतए। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह एक संवैधानिक प्रक्रिया है और मुख्यमन्त्री द्वारा केवल पत्र लिखने मात्र से काम नहीं चलने वाला है। सुश्री मायावती को यह भी जवाब देना होगा कि इस मुद्दे पर उन्होने 2साल से अधिक समय से कोई कार्यवाही क्यों नहीं की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में आज आयोजित संगठनात्मक चुनाव की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में संगठनात्मक चुनाव की ए.पी.आर.ओ. श्रीमती निर्मला सामन्त सहित सम्बन्धित जनपदों के जिला/शहर अध्यक्ष एवं डी.आर.ओ./सी.आर.ओ. मौजूद रहे। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी भी मौजूद रहीं।
यह जानकारी देते हुए प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि बैठक के उपरान्त श्रीमती निर्मला सामन्त ने घोषणा कि केन्द्रीय संगठनात्मक चुनाव प्राधिकरण द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जो भी कांग्रेसजन जिला/शहर अध्यक्ष पद हेतु चुने जायेेंगे उन्हें यह केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण को लिखित अन्डरटेकिंग देना होगा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगे।
श्रीमती सामन्त ने कहा कि इसके साथ ही केन्द्रीय प्राधिकरण ने यह भी निर्देश दिया है कि ब्लाक कमेटी तथा प्रदेश कंाग्रेस कमेटी सदस्यों की घोषणा जनपद स्तर से न करके इसकी घोषणा केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रदेश चुनाव अधिकारी द्वारा ही किया जायेगा। इस सम्बन्ध में यह भी स्पष्ट करना है कि ब्लाक/वार्ड अध्यक्षों हेतु एक पैनल होगा, जिसमें से उपयुक्त कांग्रेसजन का ब्लाक अध्यक्ष के रूप में चयन किया जायेगा।
उन्होने यह भी घोषणा की, कि जो भी व्यक्ति पार्टी में लगातार 3 वर्ष से कम समय से सदस्य है तथा पार्टी में सक्रिय है, वह संगठन के किसी भी पद हेतु चुनाव में भाग नहीं ले सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
लखनऊ आइ० आर० डी० एस० 2010 पुरस्कार दिए जाने हेतु एक समारोह का आयोजनकिया गया. ये पुरस्कार उन व्यक्तियों के नाम पर रखे गए हैं जिन लोगों नेअल्पायु में ही कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर ली थीं, किन्तु जिनकी असामयिक मृत्यु से देश और समाज को भारी नुक्सान हुआ था. ये पुरस्कार इनलोगों को इस आशा तथा विश्वास से दिए जा रहे हैं कि ये लोग अपने-अपनेक्षेत्रों में उन संभावनाओं को पूरा करेंगे.
इस वर्ष जिन लोगों को ये पुरस्कार दिए जा रहे हैं, वे हैं-
आनंदीबाईजोशी पुरस्कार- चिकित्सा तथा स्वास्थय- डॉ अमिता पाण्डेय, सहायक प्रोफ़ेसर, लखनऊ चिकित्सा विश्वविद्यालय सफ़दर हाशमी पुरस्कार- मानवाधिकार- श्रीसंजय सिंह, कन्वेनर, परमार्थ , ओरई (जालोन) सुरेन्द्र प्रताप सिंह पुरस्कार- पत्रकारिता- श्री यशवंत सिंह, संस्थापक, भड़ास मीडिया वी एन शुक्ला पुरस्कार- विधि- श्री एस० एम०जैदी, आलिया पब्लिकेशन, इलाहबाद एस० रामानुजम पुरस्कार- शिक्षा- श्रीआनंद कुमार- सुपर 30, पटना डॉ अमिता पाण्डेय को पुरस्कार शुश्री वन्दना मिश्रा, प्रख्यात पत्रकारद्वारा दिया गया जबकि श्री संजय सिंह को प्रक्यात सामजिक कार्यकर्ता श्रीचितरंजन सिंह द्वारा. श्री यशवंत सिंह को प्रेस क्लब लखनऊ के अध्यक्ष श्रीसिद्दार्थ कलहंस द्वारा सम्मानित किया गया तथा श्री जैदी को श्री ए० के०अवस्थी, डीन, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा सम्मान दिया गया. श्री आनंद कोश्री रमेश दीक्षित, प्रोफेसर, लखनऊ विश्वविद्यालय ने सम्मान दिया.
इन सभी पुरस्कार विजेताओं ने अपने संघर्ष की कहानी उपस्थित लोगों के सम्मुखप्रस्तुत किया तथा साथ ही अपने भविष्य की योजना बी बताई. सभी का एक स्वरसे मानना था कि अभी उनके पास करने को बहुत कुछ है. इन लोगों ने आइ० आर० डी०एस० पुरस्कार 2010 पाने पर ख़ुशी भी व्यक्त की.
इसके अलावा सम्मान प्रदान करने वाले सभी व्यक्तियों ने भी सभा में अपनेविचार रखे. उन लोगों ने इन सभी के मंगल भविष्य की कामना की तथा दुसरे सभी युवाओं को इनसे सीख लेगे का आह्वान किया.
इसके पूर्व आइ० आर० डी० एस केअध्यक्ष श्री अमिताभ ठाकुर ने संस्था के कार्यों से लोगों को अवगत कराया.यह बताया कि संस्था मानवाधिकार, सूचना का अधिकार, शिक्षा अदि के क्षेत्रमें कार्य करती है. समस्त सभा का संचालन श्री उत्कर्ष कुमार सिन्हा, उपाध्यक्ष, आइ० आर० डी० एस ने किया जबकि अंत में धन्यवाद ज्ञापन संस्था कीसचिव डॉ नूतन ठाकुर ने किया. साथ ही साथी संगठन नॅशनल आर० टी० आइ० फोरम केगुजरात इकाई के को- ओरडीनेटर श्री अमित जेठवा की ह्त्या हिने केपरिप्रेक्ष्य में एक मिनट का मौन भी रखा गया.
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
तुमने दिया देश को जीवन, देश तुम्हे क्या देगा, अपनी आग तेज करने को, नाम तुम्हारा लेगा।ß भारत की स्वतन्त्रता शान्ति से नहीं क्रान्ति से मिली। भारत बलिदान की भूमि है, यहां देश के लिये मरमिटने वालों की लम्बी श्रृंखला है। इसी कड़ी में अमर क्रान्तिकारी बाल गंगाधर तिलक एवं शहीद शिरोमणि चन्द्रशेखर आजाद ने अपनी क्रान्तिकारी गतिविधियों से हिलाकर रख दिया था। 23 जुलाई को दोनो क्रान्तिकारियों की जयन्ती समारोह सुमंगलम् सेवा साधना संस्थान एवं कत्तZव्या फाउण्डेशन द्वारा हषोZल्लास के साथ मनाया गया। प्रात: 9 बजे तिलक प्रतिमा स्थल नावेल्टी चौराहे पर पूज्य तिलक जी को माल्र्यापण एवं पुष्पांजलि तथा 11.30 बजे लखनऊ विश्वविद्यालय स्थित आजाद प्रतिमा पर माल्र्यापण कर देश की एकता, अखण्डता, सुरक्षा का संकल्प लिया गया। Þस्वतन्त्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार हैß एवं Þआजाद हैं, आजाद रहेंगेß का उद्घोष देने वाले क्रान्तिवीर तिलक जी एवं आजाद जी को श्रद्धा के साथ याद किया गया।
इस अवसर पर सुमंलम् के महासचिव राजकुमार ने कहा कि स्वाधीनता आन्दोलन में तिलक एवं आजाद जी ने Þहिन्दुत्व ही राष्ट्रीत्व हैß के उद्घोष को सिद्ध करते हुए हिन्दुत्व के आधार पर राष्ट्रीय स्वाधीनता आन्दोलन को चलाया। क्रान्तिकारी जिस आजाद भारत के सपने को लेकर बलिदान हुए थे, वे अभी अधूरे है, आधी-अधूरी आजादी को पूरी करने के लिये युवा पीढ़ी को अपनी प्रतिभा क्षमता भारत माता के चरणों में समर्पित करनी पढ़ेगी। लखनऊ विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व महामन्त्री शिवभूषण सिंह ने कहा कि आज सामाजिक परिवर्तन के लिये पुन: एक क्रान्ति की जरूरत है। इसमें युवाओं को आगे आना चाहिए।
कत्तZव्या फाउण्डेशन के सचिव हरनाम सिंह ने आजाद जी के जीवन पर प्रकाश डालते कहा कि आजाद को संस्कार धरोहर के रूप में मिला था। वे साहसी, स्वाभिमानी और वचन के पक्के थे। 1919 में हुए जलियां वाले बाग नरसंहार ने उन्हें काफी व्यथित किया था। 1921 में महात्मा गांधी ने असहयोग आन्दोलन प्रारम्भ किया तो वे इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लिये थे। इसी आन्दोलन में वे गिरफ्तार हुए और 15 बेन्तों की सजा उन्हें मिली और वाराणसी में उनका नाम आजाद प्रसिद्ध हुआ। हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के संस्थापक रहे आजाद काकोरी काण्ड तथा साडंर्स वध में शामिल रहे। पुलिस उनसे इतना भयभीत रहती थी कि इलाहाबाद में आजाद के वीरगति प्राप्त होने के बाद भी पुलिस उनके शरीर के पास काफी देर तक नहीं गई और मृत शरीर पर गोलियां दागती रही।
हैदराबाद के कवि पुनीत क्रान्तिकारी ने राष्ट्रभक्ति कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सोमेशवर्द्धन सिंह, सुरजीत सिंह, सोनू सिंह, सुशील चौरसिया, दीपक तिवारी, तेज प्रताप सिंह, कमलनयन आदि ने भाग लिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा ने राज्यसभ सदस्य कुसुम राय के नेतृत्व में महंगाई विरोध प्रदर्शन कर महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा। महंगाई विरोधी प्रदर्शन के लिये सभी महिलाएं नगर कार्यालय कैसरबाग पर एकत्र हुईं और कुसुम राय के नेतृत्व में मार्च करते हुए कैसरबाग चौराहे पहुंची और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। राज्यसभा सदस्य कुसुम राय ने कहा कि दिन प्रतिदिन महंगाई बढ़ती जा रही है। यू0पी0ए0 सरकार ने हालही में पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस के दाम बढ़ाकर आम जनता की कमर पूरी तरह से तोड़ दी है। उन्होंने कहा कि महंगाई के विरूद्ध भाजपा ही संघर्ष कर रही है बाकी दल इस मुद्दे पर दिखावा कर रहे हैं। इस अवसर पर महिलाओं ने सब्जियों की माला पहनकर Þमहंगाई डायन खाये जात हैß गाना भी गाया।
प्रदर्शन में प्रदेश महमन्त्री अनुपमा जायसवाल, संयुक्ता भाटिया, बीना गुप्ता, आशा मौर्या, पुष्पा सिंह चौहान, मनोरमा शुक्ला, रमा जायसवाल, सूर्यमणि सिंह, रिति सिंह, जया शुक्ला, माधुरी शुक्ला, शकुन्तला निगम, अंजना मालवीय, सन्तोष त्रिपाठी, शोभा निगम, लज्जा वर्मा, संध्या तिवारी, शशि ओझा, चन्दा रावत, सुमिता राय, विनय जायसवाल, करूणा सारस्वत, अंजू रावत, सीमा मिश्रा, शोभा जायसवाल, मालती सिंह, सीमा सिंह, आदि।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 24 July 2010 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में मुख्यमन्त्री के हिस्सा न लेने के सरकारी फैसले को यू0पी0 के विकास की उपेक्षा की संज्ञा दी है। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय विकास परिषद में अखिल भारतीय स्तर पर सभी राज्यों के विकास की योजनाओं पर चर्चा होती है। इस बात की बैठक में 11वीं पंच वषÊय योजना के मध्यावधि मूल्यांकन का एजेण्डा है। राज्य ने बसपा सरकार के नेतृत्व ने निर्धारित लक्ष्य प्राप्त नहीं किया है। यह बैठक महत्वपूर्ण है। सभी राज्यों के मुख्यमन्त्री इस बैठक में हिस्सा लेते हैं और अपने-अपने राज्यों की विकास की समस्याएं रखते हैं। बावजूद इसके इस अतिमहत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमन्त्री का न जाना दुखद आश्चर्य का विषय है। इसका मतलब साफ है कि मुख्यमन्त्री को राज्य के विकास की कोई चिन्ता नहीं है।
श्री दीक्षित ने कहा कि बसपा सरकार के लगभग साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में ऐसी बैठकें इसके पहले दो दफा और हो चुकी हैं। मुख्यमन्त्री पहले आयोजित हो चुकी इन बैठकों में भी नहीं गईं। मुख्यमन्त्री को राज्य के सम्यक् विकास की कोई चिन्ता नहीं है। वे बहुधा केन्द्र को पत्र लिखती हैं, अतिरिक्त धन मांगती हैं और पत्र की प्रति प्रेस को जारी करने का कर्मकाण्ड करती हैं। लेकिन केन्द्रीय स्तर पर आयोजित बैठकों में स्वयं उपस्थित होकर राज्य की समस्याओं का उल्लेख नहीं करती हैं। केन्द्र के पक्ष का सकारात्मक उत्तर नहीं देती हैं। बसपा सरकार के एजेण्डे पर राज्य के विकास की कोई प्राथमिकता नहीं है।
श्री दीक्षित ने मुख्यमन्त्री से पूछा कि आखिरकार राष्ट्रीय विकास परिषद की महत्वपूर्ण बैठकों में उनके न जाने का मुख्य कारण क्या हैर्षोर्षो बसपा केन्द्र सरकार का समर्थन कर रही है। वह महंगाई के सवाल पर केन्द्र के पक्ष में वोट ड़ाल चुकी है। प्रधानमन्त्री सहित केन्द्र के उच्च पदस्थ वरिष्ठों के बीच इन बैठकों में न जाने का असली कारण राज्य की जनता को बता देना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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