Posted on 29 June 2018 by admin
सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ: 29 जून, 2018
बुन्देल खण्ड की महिलाओं को सशक्तीकरण एवं आर्थिक रूप से आत्म निर्भन बनाने के लिए डेयरी परियोजना संचालित की जायेगी। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत इसके लिए सर्वप्रथम 5 जनपदों-बांदा, हमीरपुर, जालौन, चित्रकूट एवं झांसी के 600 गांवों को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयनित किया जायेगा। इस डेयरी परियोजना पर आगमी तीन वर्षों तक 43.58 करोड़ की धनराशि व्यय की जायेगी। जिसमें 26.15 करोड़ भारत सरकार तथा 17.43 करोड़ रुपये राज्य सरकार व्यय करेगी।
यह जानकारी प्रदेश के ग्राम्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं चिकित्सा स्वास्थ्य राज्यमंत्री डा. महेन्द्र सिंह ने आज विधान भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड कुछ मामलों में पिछड़ा हुआ है। मौजूदा सरकार के लगभग सवा साल के कार्यकाल के दौरान केन्द्र तथा राज्य सरकार के सहयोग से कई बड़ी परियोजनाएं संचालित कर बुन्देलखण्ड को तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर करने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने केन-बेतवा लिंक परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि लम्बे समय से अटकी हुई इस परियोजना को भारत सरकार ने अनुमोदित कर इस क्षेत्र को समृद्ध बनाने का प्रयास किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपनी पहली मण्डलीय समीक्षा बैठक झांसी आयोजित कर बुन्देलखण्ड के विकास को अपनी प्राथमिकता बताया था और इस दिशा में पेयजल से लेकर आर्थिक समृद्धि से संबंधित विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि राज्य सरकार बुन्देलखण्ड को आत्मनिर्भर बनाकर रोजगार के साथ ही यहां के वासियों को विकास से जोड़ना चाहती है। इसीलिए डिफेन्स कारिडोर की स्थापना को प्राथमिकता दी गई है। इसके साथ ही बुन्देलखण्ड को दिल्ली से जोड़ने के लिए बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण की घोषणा की गई है। यह दोनों परियोजनाएं विकास के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होंगी। राज्य सरकार ने पेयजल के संकट से जूझ रहे इस क्षेत्र की इस समस्या का लगभग समाधान कर दिया है।
इसी कड़ी में बुन्देलखण्ड की महिला जनशक्ति को आत्मनिर्भर बनाने के लिए डेयरी परियोजना की शुरूआत होने जा रही है। यह परियोजना बुन्देलखण्ड में गठित महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए दुग्ध क्रान्ति की नयी पहल साबित होगी। सही मायने में कहा जाय तो यह परियोजना बुन्देलखण्ड के आर्थिक समृद्धि के लिए उत्तर प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार की ओर से एक तोहफा है।
ग्रामीण आजीविका मिशन की इस डेयरी परियोजना हेतु पांच जनपदों के 37 विकास खण्डों के 1146 ग्राम पंचायतों के 1340 गांवों में कुल 11650 स्वयं सहायता समूहों का गठन करते हुए 128150 ग्रामीण क्षेत्र की गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में जोड़ा जा चुका है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के 7 जनपदों में दुग्ध उत्पादन पर राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड द्वारा कराये गये सर्वे के अनुसार प्रतिदिन लगभग 43 लाख लीटर दूध का उत्पादन होता है, जिसमें से मात्र 7930 लीटर दूध का विपणन दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से किया जाता है। जबकि शेष दूध असंगठित क्षेत्र में विपणन किया जाता है।
डा. महेन्द्र सिंह ने इस डेयरी परियोजना के बारे में बताया कि इसके अन्तर्गत आगामी तीन वर्षों में पांच जनपदों के 600 गांवों में 3600 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को दुग्ध उत्पादक कम्पनी में जोड़ा जायेगा। इसके अन्तर्गत पहले साल 5000 सदस्यों को दुग्ध उत्पादक कम्पनी से जोड़ा जायेगा एवं पांच वर्ष तक 48000 समूह सदस्यों को दुग्ध उत्पादक कम्पनी से जोड़ा जाना प्रस्तावित है।
परियोजना के तहत दुग्ध उत्पादक कम्पनी पहले वर्ष लगभग 10300 लीटर दूध का प्रतिदिन व्यापार करेगी एवं पांचवे वर्ष तक 1.5 लाख लीटर दूध का विपणन प्रतिदिन किया जायेगा, जिससे समूह की प्रत्येक महिला की सालाना आमदनी पहले साल 10740 रुपये होने का अनुमान है। इस प्रकार पांच वर्षों में यह आय प्रति सदस्य 40476 रुपये तक होने का अनुमान है।
ग्राम्य विकास मंत्री ने इस परियोजना के दूसरे लाभों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इससे गो एवं पशु संवर्द्धन के साथ ही मलमूत्र एवं गोबर से जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के साथ ही चारा उत्पादन की भी व्यवस्था होगी। भविष्य में इसकी लागत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। इसके अलावा इस क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि बढ़ेगी, इसके लिए भारत सरकार सहयोग करेगी और अन्ना प्रथा भी समाप्त होगी।
आजीविका मिशन निदेशक एवं विशेष सचिव ग्राम्य विकास श्री नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने बताया कि समूह से समृद्धि की ओर के संकल्प को पूरा करने के लिए इस परियोजना में 80 प्रतिशत महिलाएं आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से पिछड़े पृष्ठभूमि से संबंधित होंगी। इस दुग्ध उत्पादक कम्पनी को तीन वर्ष के बाद महिलाएं संचालित करेंगी, जो महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक मजबूत पहल होगी। इस मौके पर प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास श्री अनुराग श्रीवास्तव एवं विशेष सचिव श्री शिबु सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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दिनांक : 29.06.2018
इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ ने लखनऊ क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली मलिन बस्तियों में शिक्षा जागरुकता शिविर नामक अपने अभियान का प्रारम्भ किया। जिसके अन्तर्गत बदलाव संस्था के सहयोग से वसन्तकुंज योजना, दुबग्गा स्थित मलिन बस्ती में एक जागरूकता शिविर का आयोजन आज दिनाँक 29 जून 2018 को किया गया। इसका उद्देश्य मलिन बस्तियों में निवास कर रहे युवाओं, महिलाओं एवं अन्य व्यक्तियों को जो कि भिक्षावृत्ति से जुड़े हैं उन्हें उच्चतर शिक्षा के लिए प्रेरित करना तथा दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा के माध्यम से इग्नू द्वारा चलाये जा रहे अकादमिक एवं व्यावसायिक कार्यक्रमों की जानकारी देना है। इस कार्यक्रम में वहाँ पर उपस्थित लोगों को घर बैठे गुणवत्तायुक्त कम खर्च में उच्च शिक्षा किस प्रकार प्राप्त हो, तथा स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। इस कार्यक्रम में लगभग 200 लोगों ने भाग लिया।
इग्नू क्षेत्रीय निदेशिका डॉ0 मनोरमा सिंह ने उस बस्ती में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा से उनके सामाजिक एवं आर्थिक स्थितियों में परिवर्तन आयेगा और उन्हें एक उच्च श्रेणी के जीवन यापन का अवसर प्राप्त होगा। इग्नू प्रवेश के लचीले नियमो ंको विस्तार से बताते हुए डॉ0 सिंह ने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने की कोई अवस्था नहीं होती एवं प्रत्येक उस व्यक्ति को शिक्षित होना चाहिए जिनकी शिक्षा पूर्ण होने से रह गयी हों। महिला सशक्तीकरण तभी सम्भव होगा जब हर ग्रामीण महिला शिक्षित हो और यह जिम्मेदारी परिवार के पुरुष सदस्यों की है कि वे अपनी बेटियों, बहनों को अवश्य शिक्षा लेने के लिए प्रेरित करे जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतन्त्र हो सकें एवं अपने भविष्य तथा परिवार को सवांर सकें।
डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने अपने सम्बोधन में वहाँ उपस्थित सभी लोगों को इग्नू द्वारा संचालित बी0पी0पी0 कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि कामकाजी एवं घरेलू महिलायें, कृषि एवं स्वरोजगार कर रहे पुरुष, कॉलेज जाने में असमर्थ युवक एवं युवतियां, जो 18 वर्ष से ऊपर हों इग्नू के पाठ्यक्रम बी0पी0पी0 में प्रवेश ले सकते हैं। बी0पी0पी0 पास कर, इग्नू के पाठ्यक्रमों बी0ए0/बी0कॉम0/ बी0एस0डब्ल्यू0/बी0टी0एस0 में प्रवेष प्राप्त किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में प्रवेश हेतु किसी प्रकार के स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र (टी0सी0) की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि अनुसूचित जाति-जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाणपत्र, डिप्लोमा एवं स्नातक स्तर के कार्यक्रम निःशुल्क संचालित किये जा रहे हैं।
कार्यक्रम में बदलाव संस्था के सचिव श्री शरद पटेल ने इग्नू के पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु सभी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान हेतु हर स्तर पर सहयोग देने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस मलिन बस्ती में अधिकतर आबादी भिक्षावृत्ति से जुड़ी है और उच्च शिक्षा से वंचित है। इग्नू की इस पहल के द्वारा इन व्यक्तियों को शिक्षा के माध्यम से विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा।
इस कार्यक्रम के उपरान्त एन.एस.एस. इकाई इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र के स्वयं सेवकों ने स्वच्छता के विषय में लोगों को प्रेरित करने हेतु एक जागरुकता रैली का आयोजन किया एवं बस्ती की साफ-सफाई की।
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सुरेन्द्र अग्निहोत्री, लखनऊ 29 जून।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद स्थापित करके उनके, क्षेत्र एवं आम जनता की समस्याओं को जानने एवं सुझाव प्राप्त करने हेतु ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ टोल फ्री नम्बर नई दिल्ली में लांच किया था और अब विशेषकर महिला कांग्रेस के लिए ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ टोल फ्री नम्बर -7996479964 लांच किया जा रहा है। राहुल जी ने महिलाओं को इसके जरिये एक ताकत दी है आप लोगों को भी इस ताकत का एहसास राहुल जी, सोनिया जी और कांग्रेस को दिखाना है, महिला शक्ति की ताकत दिखानी है। उक्त उद्गार उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजबब्बर सांसद ने आज यहां प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के मीडिया सभागार में महिला कांग्रेस के लिए ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ टोल फ्री नम्बर जारी करते हुए व्यक्त किया। इस मौके पर ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ लांच कर रहीं महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उ0प्र0 प्रभारी सुश्री अनुपमा रावत जी को राजबब्बर जी ने आश्वस्त किया कि आपके सुझावों और निर्णयों के साथ कांग्रेस पार्टी एवं कांग्रेस का समस्त कार्यकर्ता चलेगा और राहुल जी द्वारा महिलाओं को शक्तिशाली बनाने का जो प्रयास है उसमें पूरा सहयोग करेगा। उन्होने कहा कि ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ के जरिये महिलाएं सीधे राहुल जी से संवाद कर अपनी तकलीफों और सुझावों को सीधे पहुंचा सकेंगीं।
अ0भा0 महिला कांग्रेस की महासचिव एवं प्रभारी उ0प्र0 सुश्री अनुपमा रावत ने ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ के लांचिंग के अवसर पर कहा कि इसे कुछ माह पहले श्री राहुल गांधी जी द्वारा दिल्ली में लांच किया गया था और अब विशेष रूप से महिला कांग्रेस के लिए भी ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ एक स्पेशल टोल फ्री नम्बर जारी किया गया है जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर की महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं के विचार एवं सुझाव जानना है। इस टोल फ्री नम्बर पर अपना वोटर आई डी व्हाट्स एप, मैसेज के जरिये भेजकर लिंक किया जा सकता है और कार्यकर्ता सीधे कांग्रेस अध्यक्ष से जुड़कर संवाद स्थापित कर सकते हैं। उन्होने कहा कि कई बार कार्यकर्ता अपने क्षेत्र, प्रदेश की बात, सुझाव और पीड़ा अपने नेता तक पहुंचाना चाहते हैं इसलिए यह टोल फ्री नम्बर-7996479964 विशेष रूप से महिला कांग्रेस के लिए लांच किया गया है। महिलाएं देश की आधी आबादी हैं। उनकी आवाज राहुल जी तक पहुंच सके इसलिए विशेष रूप से यह नम्बर जारी किया गया है जिससे प्रदेश, जिले, ब्लाक से लेकर गांव और बूथ स्तर तक की महिलाएं अपनी बात राहुल जी तक पहुंचा सकती है। उन्होने कहा कि प्रोजेक्ट शक्ति पर महिलाओं को गर्व है और प्रेरणा मिली है अब महिला कार्यकर्ताएं बिना किसी झिझक से अपने नेता श्री राहुल गांधी तक अपनी आवाज पहुंचा सकेंगीं और उनसे संवाद कर सकेंगीं।
प्रोजेक्ट शक्ति के लांचिंग के अवसर पर प्रमुख रूप से श्रीमती शमीना शफीक, सुश्री अनुसुइया शर्मा, श्रीमती ममता चौधरी, श्रीमती सुशीला शर्मा, श्रीमती अंजुम खान, श्रीमती नूतन बाजपेयी, श्रीमती आरती बाजपेयी, श्रीमती शुचि विश्वास, श्रीमती राना खातून, श्रीमती चन्द्रकला, श्रीमती सरिता सेंगर, श्रीमती शीला मिश्रा, श्रीमती दीप्ति सिंह, श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, श्रीमती शालिनी सिंह, श्रीमती शशि सिंह, श्रीमती रेखा सिंह, श्रीमती साजिदा बेगम, श्रीमती जयवती चौहान, श्रीमती जुबंेदा खातून, श्रीमती मीरा तिवारी, श्रीमती नफीसा अली, श्रीमती अनुपमा शर्मा, श्रीमती मीना रावत, श्रीमती रीतू रावत, श्रीमती रानी रावत, श्रीमती नीलम विश्वकर्मा, श्रीमती विभा त्रिपाठी, श्री अनुराधा चन्द्रा, श्रीमती सीमा, श्रीमती सुखिया खातून, आयशा, राखी सिंह सहित सैंकड़ों की संख्या में महिला कंाग्रेस की पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
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प्रदेश के महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्री पद्माकर सिंह ने बताया कि श्रम्ध्।म्ै पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के अंतर्गत आगामी 2 जुलाई से विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह प्रारम्भ किया जा रहा है, जो 31 जुलाई तक श्रम्ध्।म्ै से प्रभावित प्रदेश के 38 जनपदों में चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि दस्तक अभियान के द्वितीय चरण के लिये 28974 कर्मियों (ए0एन0एम0, आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों), 16540 शिक्षकों, 19017 ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त आशा तथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 27.83 लाख घरों के भ्रमण, 6677 स्वच्छता तथा पोषण समिति की बैठकें तथा सभी 617 चिन्हित हाई रिस्क क्षेत्रों में सघन फाॅगिंग एवं लार्वीसायिडल स्प्रे किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
श्री सिंह आज कैसरबाग स्थित स्वास्थ्य भवन के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रम्ध्।म्ै पर प्रभावी नियंत्रण हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में दस्तक अभियान के अंतर्गत 2 अप्रैल से 16 अप्रैल के मध्य ‘‘विशेष संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा’’ चलाया गया। विशेष संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान श्रम्ध्।म्ै से प्रभावित 38 जनपदों के लगभग 34 लाख बच्चों का टीकाकरण किया गया। उन्होंने बताया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम के माध्यम से श्रम्ध्।म्ै से प्रभावित 38 जनपदों के 74851 कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया। साथ ही दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा कार्यकत्रियों द्वारा 27.81 लाख घरों में स्वास्थ्य शिक्षा, 54 हजार से अधिक मातृ बैठक, 86 हजार स्थानों पर 7 लाख से अधिक लोगों को क्लोरीनेशन की शिक्षा तथा 14 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों की बैठक के माध्यम से श्रम्ध्।म्ै के बारे में जागरूक करते हुए इससे बचाव के उपाय बताये गए।
प्रेस वार्ता के दौरान निदेशक, संचारी श्रीमती मिथिलेश चतुर्वेदी ने बताया कि श्रम्ध्।म्ै पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ प्रदेश के अन्य विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। जिसके तहत ग्राम्य विकास विभाग द्वारा 5 लाख से अधिक उथले हैंडपंप का चिह्नीकरण किया गया और 32 हजार इंडिया मार्का-2 हैंडपंप की मरम्मत कराई गई। पंचायती विभाग द्वारा 4.5 लाख से अधिक शौचालयों का निर्माण कराया गया। शिक्षा विभाग द्वारा श्रम्ध्।म्ै के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से 88 हजार स्कूल रैली तथा 16 हजार प्रभात फेरी निकाली गई। इसके अतिरिक्त बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा 10 हजार से अधिक अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र रेफर किया गया।
श्रीमती चतुर्वेदी ने बताया कि श्रम्ध्।म्ै पर प्रभावी नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु गोरखपुर तथा सिद्धार्थनगर जनपदों के पिपराइच तथा उसका बाजार ब्लाॅक में रोगियों के त्वरित तथा सुलभ उपचार हेतु टाटा ट्रस्ट के साथ एमओयू किया गया है। एमओयू के अंतर्गत टाटा ट्रस्ट द्वारा चिकित्सक, पैरा मेडिकल स्टाफ, प्रयोगशाला तथा उपचार सुविधा से युक्त 6 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स उपलब्ध करायी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त गोरखपुर तथा महराजगंज जनपदों में दिमागी बुखार के विषय में जन-जागरूकता बढ़ाने तथा 11 ग्राम पंचायतों को रोग नियंत्रण हेतु आदर्श ग्राम पंचायतों के रूप में विकसित करने हेतु प्लान इंडिया के साथ एमओयू किया गया है। जिसके अन्तर्गत प्लान इंडिया द्वारा 1500 ग्रामों में एल0ई0डी0 युक्त मोबाइल प्रचार वाहनों तथा इन्हीं ग्रामों में सांस्कृतिक दलों के माध्यम से दिमागी बुखार की रोकथाम तथा उपचार के सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जायेगा।
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लखनऊ 29 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस द्वारा प्रदेश प्रवक्ता के लिए लिखित परीक्षा व इंटरव्यू कराए जाने को मजाक करार दिया है। पार्टी प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जब कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी सभी परीक्षा में जनता द्वारा फेल किये जा चुके है, फिर प्रवक्ता क्या करें? कांग्रेस में जमीनी और अनुभवी नेतृत्व समाप्त हो चुका है।
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि उत्तर प्रदेश से श्री राहुल गांधी और श्रीमती सोनिया गांधी जी सांसद है फिर भी 2014 और 2017 में कांग्रेस को प्रदेश की जनता ने नकार दिया। कांग्रेस 2017 के विधानसभा चुनाव में ‘‘27 साल यूपी बेहाल’’ का नारा दिया था, फिर समाजवादी पार्टी के साथ समझौता कर लिया और राहुल गांधी जी अपना राजनैतिक कैरियर बचाने के लिए साइकिल के कैरियर पर बैठ गए। खुद कांग्रेस अध्यक्ष समय-समय पर अनेक मजाकिया बयान देते रहे है।
प्रदेश प्रवक्ता डा. चन्द्रमोहन ने कहा कि राजनैतिक पार्टी में पद और जिम्मेदारियां नेतृत्व अपने कार्यकर्ताओं को उनके कार्य के आधार पर देते है। कांग्रेस के द्वारा प्रवक्ता के लिए परीक्षा का आयोजन इस बात का सबूत है कि कांग्रेस में अब काडर नही बचा है और कांग्रेस वैचारिक दिवालियापन की शिकार है।
Posted on 29 June 2018 by admin
लखनऊ 29 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय 30 जून को दोपहर 12 बजे विधायक सदर लखीमपुर योगेश वर्मा के कैम्प कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। दोहपर 01 बजे सरस्वती पैलेस लखीमपुर में सांसद अजय मिश्र ‘टेनी’ के सांसद के रूप में चार वर्षो की विकास पत्रिका का विमोचन करेंगे। सायंकाल 4 बजे लखीमपुर में कार्यकर्ताओं से भेंट तथा सायं 6 बजे सीतापुर में कार्यकर्ताओं व समन्वय समिति के साथ बैठक में मार्गदर्शन करेंगे। रात्रि 10 बजे लखनऊ आगमन होगा।