Posted on 02 June 2018 by admin
लखनऊ 02 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय 3 जून को मुख्यमंत्री मा0 योगी आदित्यनाथ के साथ सुबह 9.50 बजे भदोही (संतकबीरनगर) पहुंचेगे। सुबह 11 बजे काशी क्षेत्र की बैठक में रहेंगे। डा0 पाण्डेय 03 जून को सायं 06.30 बजे रंगीले दास जी की कुटिया, तिलमापुर आशापुर (वाराणसी) में पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता करेंगे। रात्रि 11.35 बजे लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।
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लखनऊ 02 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कालेधन को लेकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने एक और निर्णायक लड़ाई छेड़ते हुए काले धन की सूचना देने पर ईनाम का ऐलान कर ऐतिहासिक कदम उठाया है। इस फैसले से भ्रष्टाचारियों में एक बार फिर खलबली मच गई है। भ्रष्टाचार के खात्मे और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की दिशा में इस कदम के दूरगामी परिणाम देखने को मिलेंगे। नोटबंदी, डिजिटल लेनदेन और फर्जी कंपनियों की धरपकड़ के बाद कालेधन की बरामदगी़ के लिए ईनामी योजना चलाकर प्रधानमंत्री जी ने साफ संदेश दिया है कि आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने वाले लोग किसी भी हाल में बचने वाले नहीं है। इस शानदार फैसले के लिए प्रधानमंत्री जी और केंद्र की सरकार बधाई की पात्र है।
प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि बेनामी सम्पत्ति और अवैध लेन-देन करने वालों पर नकेल कसने के लिए केन्द्र सरकार ने फैसला किया है कि जो भी कालेधन की सूचना देगा उसे ईनाम के तौर पर पकड़े जाने वाले धन में से 50 लाख रूपये से लेकर 5 करोड़ रूपये तक की ईनाम राशि दी जायेगी। इस नई योजना से भ्रष्टाचारियों के होश उड़ गये है और उनमें दहशत है। इतना ही नहीं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कानून को और सख्त करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अगुवाई में यह प्रावधान भी किया गया है कि भ्रष्टाचारियों को 7 साल तक की सजा दिलाई जा सके।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ केन्द्र सरकार की कार्रवाईयों में पिछले 4 सालों के दौरान बड़ी सफलताएं मिली है। तमाम भ्रष्ट नेताओं के साथ ही साथ भ्रष्ट नौकरशाहों को भी जेल की हवा खानी पड़ी है। कई ऐसे है जो भ्रष्टाचार के आरोप में जांच एजेंसियों के दफ्तरों से लेकर अदालत तक के चक्कर काट रहे हैं। ये सारा कुछ मोदी सरकार में ही मुमकिन हो पाया है। बड़े पैमाने पर फर्जी कम्पनियां भी जब्त की गई हैं। इसी दिशा में कालाधन बरामद करवाने के लिए ईनाम की ये योजना उन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई है, जिन्हें भ्रष्टाचारियों के कालेधन की जानकारी तो होती है पर किन्ही कारणों से वे उसका खुलासा नहीं करते हैं। खास बात यह कि विदेशों में जमा अघोषित कालेधन की जानकारी देने पर 5 करोड़ तक की ईनाम राशि रखी गई है। सूचना देने वाले की हिफाजत के लिए इस बात के कड़े प्रावधान किये गये हैं कि उसकी पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जायेगी।
Posted on 02 June 2018 by admin
लखनऊ 02 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने सरकारी कोठियां छोड़ने पर अखिलेश यादव द्वारा ढोंग करने पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में उनके द्वारा दिए शपथ पत्रों में अकूत सम्पत्तियाँ घोषित की गई है इसके बाबजूद भी सरकारी गेस्ट हाउस में रहने का ढोंग कर जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि सबसे ज्यादा हास्यास्पद तो यह है कि अखिलेश यादव के साथ उनके कुछ ऐसे सहयोगी भी सरकारी गेस्ट हाउस में रहने का ड्रामा करने पहुंच गए जिन्होंने राजधानी लखनऊ समेत तमाम शहरों में बेशकीमती कालोनिया बनाई है।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले खाली करने के आदेश दिए गये थे। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिह जी एवं राजस्थान के राज्यपाल मा0 कल्याण सिंह जी आदर्श राजनीतिक शुचिता के तहत बिना शोर-शराबे व किसी राजनीतिक प्रपंच के खामोशी के साथ बंगले खाली पर दिए। लेकिन दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री बनने के पूर्वाभास में सरकारी धन से बनाई गई आलीशान कोठियां जब छोड़ने का समय आया तो पहले आनाकानी का दौर चला और जब बंगले खाली करने की तारीख मुकर्रर हुई तो फिर नया ड्रामा शुरू हो गया।
शलभ ने कहा कि अखिलेश यादव ने अकूत सम्पत्तियां होने के बावजूद सरकारी बंगला छोड़कर सरकारी गेस्ट हाउस जाने का इवेन्ट करके अपरिपक्व राजनीति का परिचय दिया है जबकि उन्हें मा0 कल्याण सिंह जी एंव मा0 राजनाथ जी के आचरण का अनुकरण करते हुए ड्रामेबाजी नहीं करना चाहिए थी। भाजपा का अन्त्योदय पथ कभी भी कुछ भी त्यागने के लिए एक-एक कार्यकर्ता को तैयार करता है। वहीं दूसरी ओर समाजवाद की बात करने वाले वंशवाद और जातिवाद की राजनीति करने वाले लोग सरकारी सम्पत्तियों को भी अपनी जागीर समझते है और यदि उन्हें त्यागना पड़े तो ड्रामेबाजी करते है।