लखनऊ 02 जून 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने सरकारी कोठियां छोड़ने पर अखिलेश यादव द्वारा ढोंग करने पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव में उनके द्वारा दिए शपथ पत्रों में अकूत सम्पत्तियाँ घोषित की गई है इसके बाबजूद भी सरकारी गेस्ट हाउस में रहने का ढोंग कर जनता को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रहे है। श्री त्रिपाठी ने कहा कि सबसे ज्यादा हास्यास्पद तो यह है कि अखिलेश यादव के साथ उनके कुछ ऐसे सहयोगी भी सरकारी गेस्ट हाउस में रहने का ड्रामा करने पहुंच गए जिन्होंने राजधानी लखनऊ समेत तमाम शहरों में बेशकीमती कालोनिया बनाई है।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी बंगले खाली करने के आदेश दिए गये थे। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिह जी एवं राजस्थान के राज्यपाल मा0 कल्याण सिंह जी आदर्श राजनीतिक शुचिता के तहत बिना शोर-शराबे व किसी राजनीतिक प्रपंच के खामोशी के साथ बंगले खाली पर दिए। लेकिन दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री बनने के पूर्वाभास में सरकारी धन से बनाई गई आलीशान कोठियां जब छोड़ने का समय आया तो पहले आनाकानी का दौर चला और जब बंगले खाली करने की तारीख मुकर्रर हुई तो फिर नया ड्रामा शुरू हो गया।
शलभ ने कहा कि अखिलेश यादव ने अकूत सम्पत्तियां होने के बावजूद सरकारी बंगला छोड़कर सरकारी गेस्ट हाउस जाने का इवेन्ट करके अपरिपक्व राजनीति का परिचय दिया है जबकि उन्हें मा0 कल्याण सिंह जी एंव मा0 राजनाथ जी के आचरण का अनुकरण करते हुए ड्रामेबाजी नहीं करना चाहिए थी। भाजपा का अन्त्योदय पथ कभी भी कुछ भी त्यागने के लिए एक-एक कार्यकर्ता को तैयार करता है। वहीं दूसरी ओर समाजवाद की बात करने वाले वंशवाद और जातिवाद की राजनीति करने वाले लोग सरकारी सम्पत्तियों को भी अपनी जागीर समझते है और यदि उन्हें त्यागना पड़े तो ड्रामेबाजी करते है।