दिनांक : 29.06.2018
इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ ने लखनऊ क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाली मलिन बस्तियों में शिक्षा जागरुकता शिविर नामक अपने अभियान का प्रारम्भ किया। जिसके अन्तर्गत बदलाव संस्था के सहयोग से वसन्तकुंज योजना, दुबग्गा स्थित मलिन बस्ती में एक जागरूकता शिविर का आयोजन आज दिनाँक 29 जून 2018 को किया गया। इसका उद्देश्य मलिन बस्तियों में निवास कर रहे युवाओं, महिलाओं एवं अन्य व्यक्तियों को जो कि भिक्षावृत्ति से जुड़े हैं उन्हें उच्चतर शिक्षा के लिए प्रेरित करना तथा दूरस्थ एवं मुक्त शिक्षा के माध्यम से इग्नू द्वारा चलाये जा रहे अकादमिक एवं व्यावसायिक कार्यक्रमों की जानकारी देना है। इस कार्यक्रम में वहाँ पर उपस्थित लोगों को घर बैठे गुणवत्तायुक्त कम खर्च में उच्च शिक्षा किस प्रकार प्राप्त हो, तथा स्वच्छता के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। इस कार्यक्रम में लगभग 200 लोगों ने भाग लिया।
इग्नू क्षेत्रीय निदेशिका डॉ0 मनोरमा सिंह ने उस बस्ती में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा से उनके सामाजिक एवं आर्थिक स्थितियों में परिवर्तन आयेगा और उन्हें एक उच्च श्रेणी के जीवन यापन का अवसर प्राप्त होगा। इग्नू प्रवेश के लचीले नियमो ंको विस्तार से बताते हुए डॉ0 सिंह ने कहा कि शिक्षा ग्रहण करने की कोई अवस्था नहीं होती एवं प्रत्येक उस व्यक्ति को शिक्षित होना चाहिए जिनकी शिक्षा पूर्ण होने से रह गयी हों। महिला सशक्तीकरण तभी सम्भव होगा जब हर ग्रामीण महिला शिक्षित हो और यह जिम्मेदारी परिवार के पुरुष सदस्यों की है कि वे अपनी बेटियों, बहनों को अवश्य शिक्षा लेने के लिए प्रेरित करे जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतन्त्र हो सकें एवं अपने भविष्य तथा परिवार को सवांर सकें।
डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने अपने सम्बोधन में वहाँ उपस्थित सभी लोगों को इग्नू द्वारा संचालित बी0पी0पी0 कार्यक्रम के बारे में विस्तार से बताया और कहा कि कामकाजी एवं घरेलू महिलायें, कृषि एवं स्वरोजगार कर रहे पुरुष, कॉलेज जाने में असमर्थ युवक एवं युवतियां, जो 18 वर्ष से ऊपर हों इग्नू के पाठ्यक्रम बी0पी0पी0 में प्रवेश ले सकते हैं। बी0पी0पी0 पास कर, इग्नू के पाठ्यक्रमों बी0ए0/बी0कॉम0/ बी0एस0डब्ल्यू0/बी0टी0एस0 में प्रवेष प्राप्त किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में प्रवेश हेतु किसी प्रकार के स्थानान्तरण प्रमाण-पत्र (टी0सी0) की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि अनुसूचित जाति-जनजाति के अभ्यर्थियों के लिए विश्वविद्यालय द्वारा प्रमाणपत्र, डिप्लोमा एवं स्नातक स्तर के कार्यक्रम निःशुल्क संचालित किये जा रहे हैं।
कार्यक्रम में बदलाव संस्था के सचिव श्री शरद पटेल ने इग्नू के पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु सभी व्यवहारिक समस्याओं के समाधान हेतु हर स्तर पर सहयोग देने की बात कही। उन्होंने बताया कि इस मलिन बस्ती में अधिकतर आबादी भिक्षावृत्ति से जुड़ी है और उच्च शिक्षा से वंचित है। इग्नू की इस पहल के द्वारा इन व्यक्तियों को शिक्षा के माध्यम से विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा।
इस कार्यक्रम के उपरान्त एन.एस.एस. इकाई इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र के स्वयं सेवकों ने स्वच्छता के विषय में लोगों को प्रेरित करने हेतु एक जागरुकता रैली का आयोजन किया एवं बस्ती की साफ-सफाई की।