Archive | January 10th, 2018

इन्डोनेशिया में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव, लखनऊ की नौ सख्शियतें सम्मानित होंगी

Posted on 10 January 2018 by admin

आगामी विश्व हिन्दी दिवस यानी 10 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की सांस्कृतिक राजधानी बाली में अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव का आगाज होने जा रहा है, जिसका समापन समारोह 14 जनवरी 2018 को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सम्पन्न होगा। जकार्ता की संस्था साधू वासवानी सेंटर, इंडोनेशियन-इंडियन मैत्री संघ तथा आत्मा सेल्फ एक्स्प्रेसन के सह आयोजन में भारतीय संस्था परिकल्पना के सौजन्य से 10 से 14 जनवरी 2018 को बाली एवं जकार्ता में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय हिन्दी उत्सव में भारत तथा अन्य देशों के हिंदी एवं भारतीय भाषाओं के आधिकारिक विद्वान, अध्यापक, लेखक, भाषाविद्, पत्रकार, टेक्नोक्रेट, हिंदी प्रचारक एवं संस्कृतिकर्मी भाग लेने जा रहे हैं। इस अवसर पर नगर की संस्कृतिकर्मी एवं अवधी लोकगायिका कुसुम वर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ॰ मिथिलेश दीक्षित, सत्या सिंह हुमैन, हिन्दी के प्रमुख ब्लॉगर लखनऊ निवासी रवीन्द्र प्रभात, समाज सेविका कनक लता गुप्ता, योग विशेषज्ञ डॉ॰ उदय प्रताप सिंह, शिक्षाविद कैलाश चन्द्र जोशी, रेवान्त पत्रिका की संपादक लखनऊ निवासी डॉ॰ अनीता श्रीवास्तव तथा हिन्दी विकिपीडिया की प्रबन्धक लखनऊ निवासी माला चैबे का इस मंच से सारस्वत सम्मान किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ‘‘विश्व हिन्दी दिवस‘‘ प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था तथा पहली बार 10 जनवरी 2006 को भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ॰ मनमोहन सिंह ने यह दिवस मनाया था। इसी कड़ी का अनुसरण करते हुये पूरे विश्व में 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस तथा इस सप्ताह को विश्व हिन्दी सप्ताह मनाया जाता है।
जकार्ता स्थित आत्मा सेल्फ एक्स्प्रेशन की संचालिका सुश्री शिल्पी धीरज शर्मा ने सूचित किया है, कि इस आयोजन में जवाहरलाल नेहरू इंडियन कल्चरल सेंटर के निदेशक श्री मकरंद शुक्ल, जकार्ता स्थित भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन श्री मनीष, जकार्ता स्थित इंडिया क्लब के चेयर परसन श्री राकेश जैन, इन्डोनेशियन-इंडियन मैत्री संघ की अध्यक्ष सुश्री ऐश्वर्या सिन्हा, खुश रहो जकार्ता संस्था के श्री तेज और साधु वासवानी सेंटर के प्रवक्ता श्री राकेश केतन मिश्र की उपस्थिती मात्र से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह आयोजन कितना भव्य और आकर्षक होगा। साथ ही इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में होने वाले अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी उत्सव के सांस्कृतिक इवेंट्स की मुख्य अतिथि होंगी सुश्री ग्रेस वालिया। उल्लेखनीय है कि जकार्ता की सुश्री ग्रेस वालिया वर्ष 2015 की मिस इंडिया इंडोनेशिया रह चुकी हैं। पंजाबी मूल की यह युवती भारतीय और इन्डोनेशियाई समुदायों के बीच एक पुल के निर्माण की दिशा में सदैव अग्रणी रहती हैं।
इस उत्सव में भारत से राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉ॰ राम बहादुर मिश्र, बहराइच के गजलकर डॉ॰ गुलशन, हॉलीवूड, बॉलीवूड तथा गढ़वाली फिल्म अभिनेता एवं वरिष्ठ रंगकर्मी श्री विमल प्रसाद बहुगुणा, अवधी लोक गायन से सजे लखनऊ दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले श्माटी के बोलश् कार्यक्रम की संचालिका और नृत्यांगना कुसुम वर्मा, समाजसेवा और साहित्य को समर्पित लखनऊ की सुपरिचित हस्ताक्षर सत्या सिंह हुमैन, समाजसेवा को समर्पित लखनऊ की सुपरिचित हस्ताक्षर कनक लता गुप्ता, अहमदावाद (गुजरात) से सुश्री अंकिता सिंह, वाराणसी से श्री सचीन्द्र नाथ मिश्र और लखनऊ से उदय प्रताप सिंह, गोरखपुर आकाशवाणी के उद्घोषक, कंपियर तथा भोजपुरी भाषा के जाने माने गीतकार डॉ॰ उमेश कुमार पटेल ष्श्रीशष्, हिमालय यानी उत्तराखंड से हिन्दी साहित्य के सुपरिचित मर्मज्ञ धीरेन्द्र सिंह रांघर, पूर्वाञ्चल के रंगकर्मी डॉ रमाकांत कुशवाहा, शिक्षविद डॉ॰ विजय प्रताप श्रीवास्तव, अवधी के कवि व लोकगायक गोंडा निवासी श्री शिव पूजन शुक्ल, लखनऊ से प्रकाशित रेवान्त पत्रिका की संपादक डॉ॰ अनीता श्रीवास्तव, हिन्दी के वरिष्ठ कवि व साहित्यकार अहमदाबाद निवासी श्री राम किशोर मेहता, हिन्दी के वरिष्ठ कवि व साहित्यकार कानपुर निवासी डॉ॰ ओम प्रकाश शुक्ल ‘‘अमिय‘‘, हिन्दी में हाईकू की सर्जक व वरिष्ठ साहित्यकार लखनऊ निवासी डॉ॰ मिथिलेश दीक्षित, हिन्दी की वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवियत्री रायबरेली निवासी डॉ॰ चम्पा श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद आगरा निवासी डॉ॰ सुषमा सिंह, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ प्रभा गुप्ता, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ माला गुप्ता, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ पूनम तिवारी, प्रमुख शिक्षाविद सृजनधर्मी एवं साहित्यकार आगरा निवासी डॉ॰ प्रमिला उपाध्याय , वरिष्ठ पत्रकार रायबरेली निवासी डॉ राजेन्द्र बहादुर श्रीवास्तव, प्रमुख शिक्षाविद लखनऊ निवासी श्री कैलाश चन्द्र जोशी, प्रमुख समाजसेवी इलाहाबाद निवासी श्री अजय कुमार, प्रमुख समाजसेवी एवं हिन्दी के यायावर साहित्यकार ऋषिकेश निवासी श्री धीरेंद्र सिंह रांगढ़ तथा इलाहाबाद के रामायण मर्मज्ञ कवि डॉ॰ बाल कृष्ण पांडे आदि भाग ले रहे हैं।
इस अवसर पर लगभग दो दर्जन पुस्तकों का लोकार्पण और एक शाम अवध के लोकगायकों के नाम होगा। विशिष्ट अतिथि होंगे अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग कोच श्री एस0एन0 मिश्र। साथ ही श्रीमती कुसुम वर्मा की कला प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रहेगी।
विविधताओं से भरा यह सम्मेलन जीवन के अपने अलग-अलग रंगों में धड़कता दिखाई देगा दर्शकों को, ऐसी उम्मीद है।

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हर खेत तक पानी पहुॅचाना सिंचाई विभाग की अहम् जिम्मेदारी -धर्म पाल सिंह, सिंचाई मंत्री

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 10 जनवरी , 2018

गढढा मुक्त सड़क निर्माण करने की योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं इस कार्य में लापरवाही बरतने वालें अभियन्ताओं के खिलाफ कठोरतम् कार्यवाही की जाये। यह निर्देष सिंचाई मंत्री मा0 धर्म पाल सिंह ने आज अपने कक्ष में आयोजित गढढा मुक्त सड़क समीक्षा बैंठक में प्रमुख सचिव श्री सुरेष चन्द्रा को दिये।
सिंचाई मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देष दिये कि वे पूरी तनमयता के साथ विभागीय कार्यो को समय सीमा के अन्तर्गत निर्धारित मानको के तहत पूर्ण करें। सिचंाई मंत्री ने कहा कि किसानों के खेत में समय से पानी पहुॅचाना सिंचाई विभाग की अहम् जिम्मेदारी हैं। इसमें कोताही बरतने वालों को किसी दषा में बक्षा नहीं जायेगा।
प्रमुख सचिव सिंचाई श्री सुरेष चन्द्रा ने बताया कि ऐसे मुख्य अभियन्ताओं से स्पश्टीकरण प्राप्त किया जा रहा है जिनके सगठनों से गढढा मुक्त सड़को की अद्यतन जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। श्री चन्द्रा ने कहा कि प्रमुख अभियन्ता/विभागाध्यक्ष सिंचाई विभाग को भी कड़े निर्देष दिये कि दो दिन के अन्दर ऐसे अभियन्ताओं को चिन्हित करके रिर्पोट दे, जो इसमें प्रथम दृश्टा दोशी हैं। श्री चन्द्रा ने स्पश्ट किया कि दोशी अभियन्ताओं के विरूद्ध तत्काल निलम्बन की कार्यवाही प्रस्तावित की जायेगी।
बैठक में मुख्य अभियन्ता/विभागाध्यक्ष श्री भूपेन्द्र षर्मा सहित अधिकारियो ने भाग लिया।

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विज्ञान को अपनाकर विकास को प्राप्त किया जा सकता: मुख्यमंत्री

Posted on 10 January 2018 by admin

सुरेन्द्र अग्निहोत्री,लखनऊ: 10 जनवरी, 2018 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि विज्ञान को अपनाकर विकास को प्राप्त किया जा सकता है। विज्ञान तभी मानव कल्याण कर सकता है जब वह भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप हो। इसके लिए आवश्यक है कि हमारे वैज्ञानिक वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अपने अनुसंधान कार्य करें। वर्तमान में जैव प्रौद्योगिकी तेजी से उभरती और व्यापक प्रभाव वाली तकनीक है। यह तकनीक नये और उपयोगी उत्पादों के माध्यम से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ ही हानिकारक हाइड्रोकार्बन को कम करके यह प्रदूषण नियंत्रण में भी बड़ी भूमिका निभा सकती है।
press-61मुख्यमंत्री जी आज यहां बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 22वें स्थापना दिवस पर आयोजित प्रथम नाॅर्थ इण्डियन साइंस कांग्रेस-2018 के अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डाॅ0 भीमराव आम्बेडकर ने अपना जीवन अभावों में व्यतीत कर भी ऊंचाइयां प्राप्त कीं और समाज को एक नयी दिशा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने समाज के कमजोर व वंचित वर्गाें के कल्याण के लिए संविधान में उपबन्धांे का प्राविधान किया।press-31
योगी जी ने कहा कि संस्थान केवल डिग्री व डिप्लोमा देने के कार्य तक ही सीमित न रहे बल्कि शासन की योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के लिए सरकार के साथ-साथ विभिन्न राजकीय संस्थानों को भी जुड़ना होगा। किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य सरकार संकल्पित है। इसको पूरा करने के लिए विभिन्न राजकीय संस्थान अपनी प्रयोगशालाओं में स्वायल टेस्ट सेन्टर खोलकर सरकार के इस संकल्प को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इस तरह से जहां एक ओर संस्थान किसानों की मदद कर सकता हैं, वहीं विद्यार्थियांे को भी समाजोपयोगी बना सकता है। press-14
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि साॅलिड वेस्ट मैनेजमेन्ट के माध्यम से कचरे में भी सम्भावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। आवारा पशु एक समस्या हो सकते हैं लेकिन इन पशुओं के गोबर से गोबर गैस प्लान्ट स्थापित कर हम गांवों में ईंधन देने के साथ रोशनी की व्यवस्था भी कर सकते हैं। इससे स्थानीय स्तर पर लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे गांवों के पलायन को भी रोका जा सकता है। इसके अलावा हम पेट्रोल व एल0पी0जी0 आदि के आयात में होने वाले विदेशी व्यय को बचाकर अपने देश की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बना सकते हैं।press-42
योगी जी ने कहा कि तकनीक को अपनाकर भ्रष्टाचार पर नियंत्रण पाया जा सकता है। अवैध राशन कार्डाे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जब राशन कार्डांे का सत्यापन कराया गया व आधार से लिंक करने के साथ ही सरकारी कोटे की दुकानों पर ई-पाॅयस मशीनों से खाद्यान्न वितरित करने की व्यवस्था लागू की गई तो इसके माध्यम से 37 लाख फर्जी राशन कार्ड पाये गए, जिससे सरकार को 33 करोड़ रुपये की बचत हुई। press-5
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में स्थापित किए जाने वाले बाॅटनिकल गार्डेन हेतु 01 करोड़ रुपये व बुद्ध योग केन्द्र के लिए 25 लाख रुपये देने की घोषणा की। इसके अलावा, उन्होंने नये जैव प्रौद्योगिकी ब्लाॅक एवं पं0 दीन दयाल उपाध्याय स्मृति उपवन का लोकार्पण किया। उन्होंने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने वैज्ञानिकों को सम्मानित भी किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी का सम्मान विश्वविद्यालय के कुलपति
प्रो0 आर0सी0 सोबती ने बैज लगाकर किया गया।

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हिन्दी के विकास के बिना विश्व अधूरा: संजय तिवारी

Posted on 10 January 2018 by admin

विश्व हिंदी दिवस पर कमल ज्योति कार्यालय में संगोष्ठी पर ली गई शपथ

लखनऊ 10 जनवरी 2018, हमारी हिन्दी विश्व के 100 करोड़ लोगों द्वारा बोली जानी वाली भाषा है। संस्कृत के बाद हिन्दी पहली ऐसी भाषा है जिस पर विश्व के 336 विश्वविद्यालयों में शोध कार्य किया जा रहा है। सही मायनों में हिन्दी भाषा के विकास के बिना विश्व का बाजार मजबूत नहीं बन सकता है। अगर हम ये कहें कि, हिन्दी के बिना विश्व बाजार आज अधूरा है तो यह अतिश्योक्ति नहीं होगी। यह उद्गार विश्व हिन्दी दिवस पर कमल ज्योति कार्यालय में आयोजित संगोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार संजय तिवारी ने व्यक्त किए।
संजय तिवारी ने कहा कि अब से 42 वर्ष पहले 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में घोषित किया गया था। उस समय से अब तक हिंदी की वैश्विक यात्रा अबाध गति से जारी है। आज दुनिया के लगभग सभी देशों में हिंदी भाषी लोग मौजूद हैं। दुनिया की प्रत्येक उत्पादक संस्था को हिंदी की जरुरत है। वर्ष 1975 से ही विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को अन्तर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करना है। विदेशों में भारत के दूतावास इस दिन को विशेष रूप से मनाते हैं। सभी सरकारी कार्यालयों में विभिन्न विषयों पर हिन्दी में व्याख्यान आयोजित किये जाते हैं। विश्व में हिन्दी का विकास करने और इसे प्रचारित-प्रसारित करने के उद्देश्य से विश्व हिन्दी सम्मेलनों की शुरुआत की गई और प्रथम विश्व हिन्दी सम्मेलन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में आयोजित हुआ था, इसीलिए इस दिन को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है। दुनियाभर में करीब 154 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं। देश के बाहर पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में भी हिंदी भाषा बोली और समझी जाती है। फिजी दक्षिण प्रशान्त महासागर के मेलानेशिया में बसा एक द्वीप देश है। फिजी में हिंदी को आधाकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है। इसे फिजियन हिन्दी या फिजियन हिन्दुस्तानी भी कहते हैं। इसमें भारत में बोली जाने वाली अवधी, भोजपुरी और अन्य बोलियों का समावेश है।
संगोष्ठी में विशिष्टि वक्ता भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि, हिन्दी से मात्रात्मक त्रुटियों को हमें समाप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाना चाहिए। हिन्दी भारत मां के भाल की बिन्दी है। भारत की पहचान हिन्दी से है। हिन्दी, हिन्दू और हिन्दुस्तान ही हमारी पहचान है। हिंदुओं की तरह से हिन्दी भी समावेशी भाषा है। हिन्दुओं की तरह ही हिन्दी भी विश्व की सभी भाषाओं से उनके शब्द लेकर आगे बढ़ती रही है। जिसके कारण हिन्दी विश्वि की पारंपरिक भाषा बनने की ओर अग्रसर है।
संगोष्ठी में बोलते हुए भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि, हिन्दी दिवस पर आज मैं कह सकता हूँ कि पूरी दुनिया में संस्कृत के बाद हिंदी ही साहित्य की संपूर्ण भाषा बन रही है। आंग्ल भाषा की ओर आज भले ही हमारी पीढ़ी भाग रही हो लेकिन अंततः हिन्दी की ओर ही उसे लौटना होगा। आज दुनिया के 336 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है। भारत में 14 सितंबर 1949 में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया था इसलिए 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस मनाया जाता है।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कमल ज्योति के संपादक अरुण त्रिपाठी ने कहा कि हिन्दी के विकास के लिए आज जरूरी हो गया है कि हम केवल हिन्दी के लिए नहीं बल्कि देश की दूसरी भाषाओं के विकास के लिए भी काम करें। अगर भारत में हिंदी का विकास करना है तो हमको दूसरी भाषाओं को भी पढ़ना-लिखना आना चाहिए। तभी हिन्दी विश्व में अपना परचम लहरा सकेगी।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए कमल ज्योति के प्रबंध संपादक राजकुमार ने उपस्थित लोगों को हिंदी भाषा के विकास उसके संवर्धन के लिए शपथ दिलायी और कहा कि भाषा के विकास से ही देश का विकास भी होता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता डा सतीश चंद्र राय ने कहा कि, हिन्दी को पूरे विश्व की भाषा बनाने के लिए न केवल प्रवासी भारतीय आगे आकर काम कर रहे हैं बल्कि अखिल भारतीय स्तर पर हिन्दी को प्रतिष्ठित करने का काम कर रहे हैं। हमारे देश में हिन्दीं को शालीनता की भाषा माना जाता है। हिन्दी ही हमको एक सूत्र में बांधने का काम करती है। संगोष्ठी का संचालन श्री राजकुमार ने किया। संगोष्ठी में शैलेन्द्र पांडेय, सोमदत्त वाजपेई, डा कालिका पांडेय, एडवोकेट अनिल चैबे, धर्मेन्द्र त्रिपाठी, राजीव द्विवेदी, अश्विनी पाठक, चंद्रमोहन चैबे, अमर सिंह, ओम प्रकाश आदि मौजूद रहे।

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गांव, गरीब, किसान का बढ़ रहा सम्मान - राकेश त्रिपाठी

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 10 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने योगी सरकार को गांव, गरीब और किसानांे के लिए समर्पित बताया। श्री त्रिपाठी ने कहा कि योगी सरकार की हर कैबिनेट बैठक से गांवों के विकास, गरीबों के विश्वास और किसानों की आश बढ़ाने वाले फैसले होते है। योगी सरकार ने 1650 गांवो को सीएम समग्र ग्राम विकास योजना के तहत चयनित कर उन उपेक्षित गांववासियों के चेहरे पर मुस्कान बिखेर दी है जो आजादी के बाद से अब तक उपेक्षित थे। वनटांगिया, मुसहर और थारू, जनजाति बाहुल्य वह गांव हैं जहां तक सरकारी योजनाओं की रोशनी अब तक नहीं पहंुची थी।
राकेश त्रिपाठी ने कहा कि हर कैबिनेट बैठक से निकले निर्णय गरीब, ग्रामीण, किसान, जवान और नौजवान के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने वाले है। आजादी के बाद से ही उपेक्षित जनजाति बाहुल्य गांव मूलभूत आवश्यकताओं की बाट जोह रहे थे। योगी सरकार की कैबिनेट के फैसले से यह गांव, सड़क, पानी, बिजली, स्कूल, शौचालय आदि के सुविधाओं के साथ विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। सेना व अर्धसैनिक बलों के शहीद जवान राष्ट्र की अमूल्य थाती है। शहीदों के नाम से गांव की पहचान देने का निर्णय करके योगी सरकार ने अपनी थाती को सहेजने की कोशिश है, जो हमारी राष्ट्रीय गौरवगरिमा को परिलक्षित करेगी।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि सरकार ने आलू किसानों की समस्याओं के निराकरण तथा तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य को और अधिक बढ़ाने के लिए चार वरिष्ठ मंत्रियों की कमेटी गठित की है। योगी सरकार गांव, गरीब, किसान, जबान और नौजवान के चेहरे से खुशहाल प्रदेश की परिकल्पना को सकार कर रहे है।

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लोक निर्माण विभाग के 12 अभियन्ता निलंबित तथा 47 के विरूद्ध विभागीय जांच

Posted on 10 January 2018 by admin

लोक निर्माण विभगा में 105 अभियन्ताओं के विरूद्ध कार्यवाही

गड्ढ़ा मुक्ति के कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं -केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊः 09 जनवरी, 2018

लोक निर्माण विभाग में गड्ढ़ा मुक्ति योजना के अन्तर्गत कराये गये कार्यों के सत्यापन में पायी गयी कमियों एवं असन्तोषजनक कार्यों के लिये उत्तरदायी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की गयी है प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि राज्य के सभी 75 जिलों में गड्ढा मुक्ति योजना के अन्तर्गत 20-20 मार्गों पर कराये गये कार्यों का सत्यापन मुख्य अभियन्ता/ अधीक्षण अभियन्ता तथा नोडल अधिकारियों से कराया गया था जिसमें जांच के बाद 18 जिलों के 55 मार्गों पर किये गये कार्य मानक के विपरीत पाये गये।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि असंतोषजनक कार्यों के कारण 20 अधिशाषी अभियन्ता 35 सहायक अभियन्ता तथा 50 अवर अभियन्ता के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की गयी। श्री मौर्य ने कहा कि उदासीनता बरतने वाले समस्त अवर अभियन्ताओं को चेतावनी देते हुए दण्डित किया जा चुका है तथा 35 सहायक अभियन्ता व 19 अधिशाषी अभियन्ताओं के विरूद्ध कार्यवाही शासन में विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि कार्य में लापरवाही बरतने वाले अब तक 03 अधिशाषी अभियन्ता, 06 सहायक अभियन्ता तथा 03 अवर अभियन्ता निलम्बित किये जा चुके हैं जबकि नियम-7 के अन्तर्गत 4 अधीक्षण अभियन्ता 13 अधिशाषी अभियन्ता 12 सहायक अभियन्ता तथा 16 अवर अभियन्ताओं के विरूद्ध विभागीय जांच की जा रही है।

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मिर्जापुर डायट के प्राचार्य निलम्बित

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 09 जनवरी, 2018

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा ने मिर्जापुर डायट के प्राचार्य श्री उदय राज को निलम्बित कर उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही किये जाने को अनुमोदित कर दिया है। साथ ही अपर निदेशक स्तर के अधिकारी को जांच करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी फैजाबाद की संस्तुति पर श्री उदयराज को निलम्बित किया गया है। राजकीय बालिका इण्टर कालेज अमानीगंज, फैजाबाद में भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा वर्ष 2009-10 में 171.96 लाख रुपये स्वीकृत किये थे, जिसकी सम्पूर्ण धनराशि तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक श्री उदयराज ने जानबूझकर कार्यदायी संस्था से मिलीभगत कर बिना कार्य की प्रगति का अनुश्रवण किये ही उपलब्ध करा दी थी। श्री उदयराज के इस गैर-जिम्मेदाराना उत्तरदायित्व के मद्देनजर निलम्बित कर कठोर अनुशासनिक कार्यवाही किये जाने का निर्णय लिया गया है।

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उपेंद्र तिवारी लखीमपुर खीरी के भ्रमण पर बुधवार 10 जनवरी से

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 09 जनवरी , 2018

राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जल संपूर्ति, भूमि विकास तथा जल संसाधन, परती भूमि विकास तथा वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री उपेंद्र तिवारी 10 जनवरी 2018 से लखीमपुर खीरी के भ्रमण पर रहेंगे। प्रस्तावित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार श्री तिवारी 10 जनवरी को लखीमपुर खीरी के लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करेंगे। उसके उपरांत प्रेसवार्ता भी करेंगे। श्री तिवारी दुधवा नेशनल पार्क का व्यापक पैमाने पर भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे और 13 जनवरी, 2018 को राजधानी वापस आ जायेंगे।

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छुट्टा एवं आवारा पशुओं की गम्भीर होती जा रही समस्या के समाधान हेतु वैक्सीनेशन के साथ ही निःशुल्क बधियाकरण किया जाए

Posted on 10 January 2018 by admin

खराब प्रगति वाले जनपदों को चिन्हित कर
संबंधित अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाए
-प्रो0 एस.पी. सिंह बघेल
कामधेनु योजना के पुरस्कार हेतु
पशुपालकों के नाम आमंत्रित किये जाएं
पशुधन मंत्री ने की समीक्षा बैठक

लखनऊ 09 जनवरी , 2018

उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री प्रो0 एस.पी. सिंह बघेल ने आवारा एवं छुट्टा पशुओं को एक गम्भीर समस्या बताते हुए कहा है कि इसके निस्तारण के लिए कारगर कदम उठाये जाएं। उन्होंने सुझाव दिया कि टीकाकरण अभियान के दौरान छुट्टा एवं आवारा पशुओं का निःशुल्क बधियाकरण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही पशुओं के लिए गोचर भूमि चिन्हित करके गोशालाओं में स्थापना सुविधाओं का विस्तार किया जाए। उन्होंने गोवंशीय पशुओं के सेक्स सीमेन के उपयोग संबंधी योजना (रा0यो0) के माध्यम से पशुओं की नस्लों में सुधार एवं संवर्धन कार्य पर विशेष जोर दिया जाए।
प्रो0 बघेल आज यहाँ विधान भवन के तिलक हाल में पशुधन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आवारा एवं छुट्टा पशुओं की समस्या लगातार गम्भीर रूप लेती जा रही है। विभागीय अधिकारी इसके समाधान के लिए ठोस कदम उठायें। उन्होंने कहा कि इस समस्या को दृढ़ इच्छाशक्ति और निरन्तर प्रयासों से ही समाप्त किया जा सकता है। समीक्षा बैठक में वित्तीय स्वीकृतियां, कुक्कुट विकास नीति, रूरल बैकयार्ड योजना, बुन्देलखण्ड पैकेज, पशुधन बीमा, बहुउद्देशीय सचल पशु चिकित्सा योजना पर दिशा-निर्देश देते हुए विभागीय सेवाओं से संबंधित मामलों पर भी चर्चा की।
पशुधन मंत्री ने कहा कि पशुपालन विभाग पशुपालकों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित कर रहा है इसका एकमात्र उद्देश्य पशुपालकों की आमदनी में वृद्धि और उन्हें स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी अन्य विभागों की योजनाओं के साथ डवटेलिंग करके कार्य करें । इसके साथ ही गोचर भूमि और वन विभाग की जमीनों का चिन्हांकन करें, जिससे कोई विवाद न हो और पशुओं को चारागाह की सुविधा सुलभ हो सके।
प्रो0 बघेल ने विभागीय योजनाओं के बारे में पशुपालकों को सीधे और सरल शब्दों में जानकारी दिये जाने पर जोर दिया, ताकि पशुपालक योजनाओं की लागत और उससे संबंधित फायदे के बारे में जानकर उसका अधिक से अधिक लाभ उठा सकें। उन्होंने विभागीय लक्ष्यों को निर्धारित समय में पूरा न करने वाले अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इनमें सुधार नहीं आया तो इन्हें दण्डित किया जायेगा और प्रतिकूल प्रविष्टि एवं निलम्बन जैसी कड़ी कार्यवाही का सामना भी करना पड़ेगा। गौतमबुद्धनगर, बस्ती, झांसी, बरेली, फिरोजाबाद, ललितपुर, कानपुर देहात एवं कुछ अन्य जनपदों के द्वारा खराब प्रदर्शन किये जाने पर नाराजगी जाहिर करते हुए अत्यंत असंतोषजनक प्रगति वाले अन्तिम तीन जनपदों के अधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये।
बैठक में उपस्थित राज्यमंत्री पशुधन श्री जय प्रकाश निषाद ने अधिकारियों से विभागीय योजनाओं को पूरी लगन एवं निष्ठा से लागू करके इनका लाभ पशुपालकों तक पहुँचाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग सीधे किसानों से जुड़ा हुआ है और पशुपालकों की रोजी-रोटी का एक उपयोगी साधन है। इसलिए विभागीय अधिकारी सरकार की मंशा के अनुरूप इनकी आमदनी बढ़ाने पर विशेष जोर दें।
प्रमुख सचिव, पशुधन एवं मत्स्य डा0 सुधीर एम0 बोबड़े ने पशुधन मंत्री के समक्ष विभागीय योजनाओं के बारे में रिपोर्ट पेश की और उन्होंने मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके निर्देशों के अनुरूप विभागीय अधिकारी योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। प्रमुख सचिव ने बैकयार्ड पोल्ट्री प्रबन्धन पर विशेष ध्यान के निर्देश दिये।
श्री बोबड़े ने कहा कि अधिकारी विभागीय बजट की अप्रयुक्त धनराशि वापस करें, ताकि अन्य मदों में उसका व्यय किया जा सके। उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष के लक्ष्यों को अतिशीघ्र पूरा किये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग में संचालित अलग-अलग 50 योजनाओं को कम से कम 10 योजनाओं में अच्छादित किया जाए। उन्होंने कहा कि पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए संचालित कामधेनु योजना के तहत जनपदों से पशुपालकों के नाम आमंत्रित किये जाएं, जिससे उन्हें पुरस्कृत किया जा सके। समीक्षा बैठक में गोपालक योजना के बारे में भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में विशेष सचिव, श्री सत्येन्द्र सिंह, श्री दयाशंकर सिंह, निदेशक, प्रशासन एवं विकास डा0 ए0एन0 सिंह एवं पशुपालन विभाग के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारी उपस्थित थे।

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श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, सचिव/कार्यपालक अधिकारी दोषी पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलम्बित

Posted on 10 January 2018 by admin

लखनऊ 09 जनवरी , 2018

जिला सहकारी बैंक लि0, बाँदा शाखा ओरन का शिथिल पर्यवेक्षण एवं निर्धारित रोस्टर का पालन न करनेे, गबन/अपहरण में श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, सचिव/कार्यपालक अधिकारी दोषी पाये जाने पर उनको तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ करायी गई है।
यह जानकारी प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने दी है। उन्होंने बताया कि जिला सहकारी बैंक लि0, बाँदा की शाखा ओरन की समीक्षा के दौरान गबन/अपहरण का मामला प्रकाश में आया, जिसमें शाखा में कार्यरत कैशियर श्री नीरज त्रिपाठी एवं शाखा प्रबन्धक श्री विजय शुक्ला से मु0-31.53 लाख रू0 का गबन एवं श्री नीरज त्रिपाठी एवं प्रभारी श्री सर्वेश त्रिपाठी की आईडी से मु0-4.19 लाख रू0 कुल धनराशि मु0-35.72 लाख का गबन/अपहरण पाया गया। शाखा ओरन के निक्षेप 31 मार्च, 2016 में 222.16 लाख रू0 तथा 31 मार्च, 2017 में निक्षेप 106.98 लाख रू0 रहा, जो विगत वर्ष की तुलना में 115.18 लाख रू0 कम रहा।
सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा, ने बताया कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 में श्री त्रिभुवन सिंह, सहयोगी, नादान महल रोड शाखा, लखनऊ को विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने पर, बिना किसी सूचना के कार्य स्थल से गायब रहने, सौंपे गये कार्यों का भली- भाँति सम्पादन न करने, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, उपस्थिति पंजिका में अवकाश/क्रास अंकित होने के उपरान्त भी बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के हस्ताक्षर करने, शाखा में ग्राहक सेवा बाधित करने के साथ-साथ बैंक की छवि धूमिल करने तथा स्वेच्छाचारिता का आचरण अपनाने के कारण उ0प्र0 सहकारी समिति कर्मचारी सेवा विनियमावली, 1975 एवं यू0पी0 कोआपरेटिव बैंक लि0 स्टाफ सर्विस रूल्स 1981 में प्राविधानों के प्रतिकूल पाते हुए दिनाँक 05 जनवरी, 2018 को निलम्बित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी गई है।
सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 बैंक की ब्याज दर कम करने के फलस्वरूप 01 अप्रैल 2017 से 07 जनवरी, 2018 तक बैंक के रिटेल व्यवसाय में मु0-3972.69 लाख रू0 का 892 व्यक्तियों को ऋण वितरण किया गया, जो अभी तक बैंक का सर्वाधिक रिटेल व्यवसाय हुआ है। श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सहकारी बैंकों में स्वस्थ एवं स्वच्छ कार्य सुसंस्कृति का वातावरण स्थापित करने की सर्वोच्च प्राथमिकता एवं सहकारिता विभाग के कार्मिकों को भय/भ्रष्टाचार मुक्त र्;मतव ज्वसमतंदबमद्धकार्यपद्धति की नीति अपनाते हुए प्रदेश की जनता के हित में कर्तव्यों का निर्वहन किया जाना सुनिश्चित किया जाय।

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