Posted on 05 January 2018 by admin
प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष सहित हजारों कार्यकर्ताओं ने दी बधाई।
लखनऊ 05 जनवरी 2018, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर एवं प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कल्याण सिंह जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए ईश्वर से उनके दीर्घायु जीवन की प्रार्थना की। श्री पाण्डेय ने कहा कि कल्याण सिंह जी ने राजनीतिक क्षेत्र में मील का पत्थर स्थापित किया है जो हम सभी का पथ प्रदर्शन करता है। जन्मदिन पर प्रदेश के करोडों कार्यकर्ताओं की ओर से अनंत मंगलकामनाओं के साथ स्वस्थ्य दीर्घायु जीवन की ईश्वर से मंगलकामना।
राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह जी के जन्मदिवस की बधाई को लेकर उनके आवास पर दिनभर कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने वालों में प्रमुख रूप से मा0 राज्यपाल रामनाईक, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं डाॅ0 दिनेश शर्मा, प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्य प्रताप शाही, धर्मपाल सिंह, स्वतंत्र देव सिंह, रमापति शास्त्री, राजेश अग्रवाल, मुकुट बिहारी वर्मा, स्वामी प्रसाद मौर्य, अर्चना पाण्डेय, गुलाबो देवी, प्रदेश उपाध्यक्ष जेपीएस राठौर, प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, गोविन्द नारायण शुक्ला, क्षेत्रीय संगठन मंत्री ब्रज बहादुर, प्रदेश मीडिया प्रभारी हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, मुख्यालय प्रभारी भारत दीक्षित, सांसद सतीश गौतम सहित मंत्रियों, सांसदों, विधायकों तथा हजारों कार्यकर्ताओं ने जन्मदिन पर बधाई दी।
Posted on 05 January 2018 by admin
(1) तीन तलाक से सम्बंधित विधेयक अर्थात् मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2017 में गम्भीर त्रुटियों व कमियाँ, जिसको दूर करने के लिये ही इसे प्रवर समिति में भेजने की माँग राज्यसभा में की जा रही है।
(2) बी.एस.पी. तीन तलाक़ पर प्रतिबंध से सम्बंधित कानून के पक्ष में है, परन्तु वर्तमान विधेयक तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के लिये और भी ज़्यादा बुरा होकर उनके लिये दिन-प्रतिदिन की और भी नई समस्यायें पैदा करेगा जिसका समाधान ज़रूरी।
(3) श्री मोदी सरकार द्वारा घोर मनमानी के साथ-साथ इनके अड़ियल रवैये अपनाने के कारण ही नोटबन्दी व जी.एस.टी. आदि की नई व्यवस्था देश की जनता के लिए जान का जंजाल ही साबित हुई है। तीन तलाक बिल भी वैसा ही जंजाल साबित होने की आशंका।
(4) ऐसा लगता है कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार अपनी मुस्लिम-विरोधी नीति व कार्यकलाप के कारण पुरे समाज को उद्वेलित करना चाहती है ताकि यह मामला भी हिन्दू-मुस्लिम बन जाये और फिर बीजेपी अपनी राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ की रोटी सेंकती रहे: बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी।
नई दिल्ली, 05 जनवरी, 2018: मुस्लिम महिलाओं से सम्बन्धित तीन तलाक विधेयक यानि की मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक-2017 को कई गम्भीर त्रुटियों व कमियों वाला बिल बताते हुये बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद सुश्री मायावती जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के अड़ियल व अलोकतान्त्रिक रवैये के कारण अगर यह विधेयक वर्तमान स्वरुप में पारित होकर कानून बन जाता है तो इससे मुस्लिम महिलायें दोहरे अत्याचार का शिकार होंगी तथा उनका हित होने के बजाय अहित ही होगा।
सुश्री मायावती जी ने आज शुक्रवार को अपने बयान में कहा कि तीन तलाक पर प्रतिबन्ध से सम्बन्धित कानून बनाने पर बी.एस.पी. सहमत है, परन्तु वर्तमान विधेयक में सज़ा आदि का जो प्रावधान किया गया है वह तलाकशुदा मुस्लिम महिलाओं के लिये और भी ज़्यादा बुरा होकर उनके लिये दिन-प्रतिदिन की और भी नई समस्यायें पैदा करेगा जिससे उनका जीवन काफी ज्यादा मुश्किल हो जायेगा तथा वे शोषण का शिकार होंगी। श्री मोदी सरकार को इस प्रकार की कमियो पर खुले मन से विचार करना चाहिये जिसके सम्बंध में बेहतर विचार-विमर्श हेतु इस विधेयक को राज्यसभा की प्रवर समिति को भेजने की माँग की जा रही है।
वैसे भी किसी भी कानून को बनाने से पहले जो गहन विचार-विमर्श व चर्चा एवं होमवर्क होनी चाहिये वह इस सरकार ने नहीं किया जबकि इस तीन तलाक से सम्बन्धित विधेयक में इसके महत्व व व्यापक प्रभाव को देखते हुये यह बहुत ही जरुरी था। श्री मोदी सरकार ने इस मामले में इतनी जल्दबाजी की है कि विपक्षी पार्टियांे से थोड़ा सलाह-मशविरा करना भी गवारा नहीं किया। यह इनकी चूक नहीं थी बल्कि इनकी नीयत में खोट को दर्शाता है।
वास्तव में श्री मोदी सरकार अपनी मनमानी करने की आदी हो गयी है। चाहे नोटबन्दी का अपरिपक्व फैसला हो या काफी जल्दबाजी में जी.एस.टी. कर का लाया नये कानून का अत्यन्त कष्टदायी निर्णय या फिर अब तीन तलाक का महत्वपूर्ण मामला हो, श्री मोदी सरकार द्वारा घोर मनमानी के साथ-साथ इनके अड़ियल रवैये अपनाने के कारण हर नई व्यवस्था देश की जनता के लिए जान का जंजाल ही साबित हुई है।
सुश्री मायावती जी ने कहा कि ऐसा लगता है कि श्री नरेन्द्र मोदी सरकार अपनी मुस्लिम-विरोधी नीति व कार्यकलाप के कारण पुरे समाज को उद्वेलित करना चाहती है ताकि यह मामला भी हिन्दू-मुस्लिम बन जाये और फिर बीजेपी अपनी राजनीतिक व चुनावी स्वार्थ की रोटी सेंकती रहे। अगर सरकार की नीयत साफ होकर राजनीतिक नहीं होती तो तीन तलाक विधेयक को प्रवर समिति को भेजकर बेहतर विधेयक तैयार करने के मामले में हठधर्मी नहीं अपनाती और ना ही फिर इस मामले में संसद का इतना समय बर्बाद होता।
जारीकर्ता:
बी.एस.पी. केन्द्रीय कार्यालय
4, गुरूद्वारा रकाबगंज रोड,
नई दिल्ली - 110001
Posted on 05 January 2018 by admin
Posted on 05 January 2018 by admin
लखनऊ 05 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी सहित समस्त विपक्ष के ईवीएम राग को अनवरत पराजय के क्रम में अपने कार्यकर्ताओं को तात्कालिक ढांढस बंधाने की कशमकश बताया। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष ईवीएम के खिलाफ लामबंदी करने के बजाय भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण, अपराधी संरक्षण एवं जनविरोधी नीतियों पर आत्मावलोकन करके पश्चाताप करे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने सपा द्वारा ईवीएम के विरोध में लामबंदी करके विपक्ष की होने वाली बैठक पर कहा कि आस्ट्रेलिया में पढ़े-लिखे और लैपटाॅप के हिमायती रहे अखिलेश यादव का ईवीएम विरोध समझ से परे है। विपक्ष विचार शून्य होकर सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध करना चाहता है। लगातार पराजय से हताश एवं निराश विपक्ष किंकर्तव्यविमूढ़ हो चुका है ऐसे में अपनी पराजय के मूल में न जाकर यत्र-तत्र की कसरत और कवायद से विपक्ष अंधेरी राहों में भटक रहा है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि सपा-कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों में कार्यकर्ता या पदाधिकारी के रूप में जुड़ने वाले लोगों का आधार अर्थिक लाभ होता है। कार्यकर्ताओं के वैचारिक रूप से न जुड़ने के कारण लगातार हो रही पराजयों में उनका धैर्य टूटता है और दल से दिल दूर होने लगता है। ऐसे में अपने कार्यकर्ताओं को ढांढस बांधते हुए विपक्ष ईवीएम पर पराजय का ठीकरा फोड रही है। जबकि चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी साबित करने के लिए खुला आमंत्रण दिये जाने पर विपक्ष पहुंचा ही नहीं। श्री पाण्डेय ने कहा कि नौकरियों में भ्रष्टाचार से युवाओं को छलने वाले, सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को पोषित करने वाले, अवैध कब्जों और अवैध खनन से किसान की जमीन, नदियों की कोंख और राजस्व को लूटने वाले, दलितों के नाम पर दौलत की बेटी बनकर दलितों को ठगने वाले लोग अपने द्वारा किए गए कर्मों का प्रायश्चित कर प्रदेश की जनता से क्षमा मांगे तो हो सकता है जनता उन्हें क्षमा कर दे। विपक्ष ईवीएम पर ठीकरा फोडना बंद करें।
Posted on 05 January 2018 by admin
लखनऊ 05 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने इस्लामी शिक्षण संस्थान दारूल उलूम देवबंद के हालिया जारी किये फतवों को दकियानूसी सोच से भरा बताया। श्री त्रिपाठी ने कहा दारूल उलूम देवबंद देश का प्रमुख इस्लामी शिक्षण संस्थान है। शिक्षण संस्थान की जिम्मेदारी अज्ञानता का अधंकार दूर कर ज्ञान का प्रकाश फैलाना होता है लेकिन दारूल उलूम देवबंद ने बैंक कर्मियों के परिवार में शादी न करने का फतवा जारी कर यह जता दिया है कि वह मुस्लिम समाज को और अधिक अंधकार में रखना चाहता हैं।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि देवबंद ने इससे पहले भी कई गैर जरूरी और वाहियात फतवे जारी किए है। गीता का पाठ करने वाली छात्रा पर फतवा जारी करना हो या डिजाईनर और स्लिम फिट बुरका पहनने को हराम घोषित करने का फतवा हो, इस तरह के फतवों से महिलाओं के प्रति न्यून सोच दिखती है। इस तरह के फतवों से फतवों के प्रति विश्वसनीयता भी कम हो जाती है। तीन तलाक के मसले पर आॅल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लाॅ-बोर्ड अभी भी विरोध पर अड़ा हुआ है जबकि सुप्रीम कोर्ट उसे असंवैधानिक घोषित कर चुका है। मुस्लिम समाज के कुछ प्रतिनिधि संगठन शरीयत की गलत व्याख्या कर पूरे समाज को विकास के मार्ग से भटकाना चाहते है जबकि केन्द्र सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ‘सबका साथ-सबका विकास’ के मूलमंत्र पर चलकर सबको विकास से जोड़ रही है। योगी सरकार ने मदरसों के आधुनिक बनाने के लिए पोर्टल पर रजिस्टेªशन भी कराया है। सरकार की मंशा स्पष्ट है कि दीनी तालीम के साथ-साथ, विज्ञान, गणित, अंग्रेजी व कम्प्यूटर शिक्षा का ज्ञान भी मिले ताकि बेहतर रोजगार के क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय पीछे न छूटे।