लखनऊ 05 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी सहित समस्त विपक्ष के ईवीएम राग को अनवरत पराजय के क्रम में अपने कार्यकर्ताओं को तात्कालिक ढांढस बंधाने की कशमकश बताया। प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि विपक्ष ईवीएम के खिलाफ लामबंदी करने के बजाय भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण, अपराधी संरक्षण एवं जनविरोधी नीतियों पर आत्मावलोकन करके पश्चाताप करे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने सपा द्वारा ईवीएम के विरोध में लामबंदी करके विपक्ष की होने वाली बैठक पर कहा कि आस्ट्रेलिया में पढ़े-लिखे और लैपटाॅप के हिमायती रहे अखिलेश यादव का ईवीएम विरोध समझ से परे है। विपक्ष विचार शून्य होकर सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध करना चाहता है। लगातार पराजय से हताश एवं निराश विपक्ष किंकर्तव्यविमूढ़ हो चुका है ऐसे में अपनी पराजय के मूल में न जाकर यत्र-तत्र की कसरत और कवायद से विपक्ष अंधेरी राहों में भटक रहा है।
श्री पाण्डेय ने कहा कि सपा-कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों में कार्यकर्ता या पदाधिकारी के रूप में जुड़ने वाले लोगों का आधार अर्थिक लाभ होता है। कार्यकर्ताओं के वैचारिक रूप से न जुड़ने के कारण लगातार हो रही पराजयों में उनका धैर्य टूटता है और दल से दिल दूर होने लगता है। ऐसे में अपने कार्यकर्ताओं को ढांढस बांधते हुए विपक्ष ईवीएम पर पराजय का ठीकरा फोड रही है। जबकि चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी साबित करने के लिए खुला आमंत्रण दिये जाने पर विपक्ष पहुंचा ही नहीं। श्री पाण्डेय ने कहा कि नौकरियों में भ्रष्टाचार से युवाओं को छलने वाले, सत्ता के संरक्षण में अपराधियों को पोषित करने वाले, अवैध कब्जों और अवैध खनन से किसान की जमीन, नदियों की कोंख और राजस्व को लूटने वाले, दलितों के नाम पर दौलत की बेटी बनकर दलितों को ठगने वाले लोग अपने द्वारा किए गए कर्मों का प्रायश्चित कर प्रदेश की जनता से क्षमा मांगे तो हो सकता है जनता उन्हें क्षमा कर दे। विपक्ष ईवीएम पर ठीकरा फोडना बंद करें।