Archive | January 12th, 2018

मुख्यमंत्री ने समस्त केन्द्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों तथा निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं सभी राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त/निजी महाविद्यालयों के प्राचार्याें को पत्र लिखा

Posted on 12 January 2018 by admin

मुख्यमंत्री ने युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण में नियोजित करने पर बल दिया

कुलपतियों एवं प्राचार्यों द्वारा हर सम्भव प्रयास किए जाएं
कि छात्र-छात्राओं को शिक्षा का समुचित माहौल मिले: मुख्यमंत्री

छात्र-छात्राओं की सुरक्षा एवं विशेष तौर पर छेड़छाड़ की
घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन से समन्वय
कर सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं

राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के मूलभूत सिद्धान्तों का अनुसरण
करने के लिए पाठ्यक्रमों में आवश्यक बिन्दु सम्मिलित किए जाएं

शिक्षा में तकनीक का उपयोग वर्तमान समय की आवश्यकता

छात्र-छात्राओं में नैतिक मूल्यों के संवर्द्धन पर विशेष ध्यान दिया जाए

विद्यार्थियों को सांस्कृतिक मूल्यों एवं संवैधानिक व्यवस्था के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाओं एवं संगोष्ठियों का आयोजन किया जाए

छात्र-छात्राओं को भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार
की महत्वपूर्ण योजनाओं से अवगत कराया जाए

महापुरुषों की जयन्ती पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएं

शैक्षणिक संस्थाओं में ऐसे प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं, जिससे
विद्यार्थियों में सामाजिक समरसता एवं सद्भाव के गुणों का विकास हो
लखनऊ: 12 जनवरी, 2018
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने युवा शक्ति को राष्ट्र निर्माण में नियोजित करने पर बल दिया है। प्रदेश के समस्त केन्द्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों तथा निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं सभी राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त/निजी महाविद्यालयों के प्राचार्याें को पत्र लिखकर उन्होंने इस सन्दर्भ में विशेष प्रयास किए जाने की अपेक्षा की है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कुलपतियों एवं प्राचार्यों द्वारा हर सम्भव प्रयास किए जाएं कि छात्र-छात्राओं को शिक्षा का समुचित माहौल मिले, जिससे वे शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित कर सकें तथा किसी प्रोपोगेन्डा, दुष्प्रचार, अराजक-तत्वों आदि से प्रभावित न हों। इससे छात्र-छात्राएं शिक्षण संस्थाओं में उपलब्ध अवसर का सदुपयोग कर अपना भविष्य संवारने के साथ-साथ राष्ट्र के नव निर्माण में अमूल्य योगदान दे सकेंगे। उन्होंने कुलपतिगण तथा प्राचार्यों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए विश्वास व्यक्त किया है कि वे अपनी जिम्मेदारी का पूर्ण सदुपयोग करते हुए शिक्षण संस्थाओं में एक उत्कृष्ट एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का शैक्षिक वातावरण सृजित कर राष्ट्र के नव निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
योगी जी ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रदेश के छात्रों के अलावा, अन्य राज्यों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। इसके अतिरिक्त, कई संस्थाओं में अन्य देशों के विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कई बार विश्वविद्यालय/महाविद्यालय प्रशासन तथा विद्यार्थियों के बीच समुचित संवाद स्थापित न होने के कारण विद्यार्थियों की छोटी-छोटी समस्याओं का समुचित समाधान नहीं हो पाता है, जिस कारण धरना/प्रदर्शन की स्थिति उत्पन्न होती है। इसलिए यह आवश्यक है कि समय-समय पर विश्वविद्यालय/महाविद्यालय प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों/छात्र संगठनों के मध्य समुचित संवाद स्थापित किया जाए तथा छात्रों से जुड़े विभिन्न पहलुओं तथा समस्याओं को चिन्ह्ति कर, उनका समुचित समाधान समय रहते किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि विश्वविद्यालय/महाविद्यालय परिसर विशेष रूप से छात्रावासों में अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखी जाए। छात्रावासांे में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश एवं उनके हस्तक्षेप से मुक्त रखने के लिए निगाह रखी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रतिभाशाली एवं देश के उज्ज्वल भविष्य के कर्णधार छात्रों को अध्ययन में अवांछनीय तत्वों के कारण असुविधा का सामना न करना पड़े। खास तौर से देश के बाहर से आने वाले छात्र-छात्राओं को पर्याप्त सुरक्षा का माहौल मुहैया कराया जाए तथा छात्रावास वाॅर्डन, प्राॅक्टोरियल बोर्ड एवं जिला प्रशासन के मध्य समन्वय स्थापित किया जाए।
योगी जी ने उल्लेख किया है कि छात्र-छात्राओं की सुरक्षा एवं विशेष तौर पर छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए महाविद्यालय प्रशासन के स्तर से कैम्पस में सी0सी0टी0वी0 कैमरे स्थापित कराए जाएं तथा प्रशासन से समन्वय कर सुरक्षा के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। नवागन्तुक छात्र-छात्राओं के प्रवेश के उपरान्त रैगिंग के माध्यम से उत्पीड़न न हो, इसके लिए सुसंगत प्राविधानों को अमल में लाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी उल्लेख किया है कि छात्र-छात्राओं को भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे-स्टैण्ड-अप इण्डिया, स्टार्ट-अप इण्डिया, डिजिटल इण्डिया व स्वच्छ भारत मिशन इत्यादि से भी अवगत कराया जाए। राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता के मूलभूत सिद्धान्तों का अनुसरण करने के लिए पाठ्यक्रमों में आवश्यक बिन्दु सम्मिलित किए जाएं। विषयों के ज्ञान के अलावा, छात्र-छात्राओं में नैतिक मूल्यों के संवर्द्धन हेतु विशेष ध्यान दिया जाए।
योगी जी ने कहा है कि विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय प्रशासन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए कि समस्त पात्र छात्र-छात्राओं को ससमय छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जाए। इस हेतु यह आवश्यक है कि छात्रवृत्ति का आवेदन आॅनलाइन भरते समय छात्र-छात्राओं द्वारा त्रुटिरहित प्रविष्टयां अंकित कराने में उन्हें पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाए। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय स्तर से की जाने वाली कार्यवाहियां भी समय से की जाएं, ताकि कोई भी पात्र छात्र-छात्रा छात्रवृत्ति से वंचित न रह सके।
मुख्यमंत्री जी ने अपेक्षा की है कि विभागाध्यक्ष के स्तर पर नियमित अन्तराल पर अभिभावकों के साथ मीटिंग आयोजित की जाए। कक्षा एवं छात्रावासों में छात्रों को नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए तथा कक्षाओं का नियमित एवं सुचारू संचालन किया जाए। परिसर तथा परिसर के बाहर छात्र संगठनों एवं छात्रों द्वारा आयोजित किए जाने वाले विभिन्न शैक्षिक एवं शिक्षणेत्तर गतिविधियों हेतु विश्वविद्यालय प्रशासन की आवश्यकतानुसार अनुमति प्राप्त की जाए।
सांस्कृतिक मूल्यों एवं संवैधानिक व्यवस्था के प्रति जागरूक करने हेतु समय-समय पर कार्यशालाओं एवं संगोष्ठियों का आयोजन हो तथा महापुरुषों की जयन्ती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के साथ-साथ अन्तर्विश्वविद्यालयीय स्तर पर भी किए जाएं।
योगी जी ने यह भी कहा है कि परिसर में छात्र-छात्राओं के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य हेतु आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। समाज के विभिन्न वर्गाें के मध्य विषमताओं के होते हुए भी शैक्षणिक संस्थाओं में ऐसे प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं, जिससे विद्यार्थियों में सामाजिक समरसता एवं सद्भाव के गुणों का विकास हो।
मुख्यमंत्री जी ने उल्लेख किया है कि छात्र-छात्राओं में समाज के प्रति उत्तरदायी नागरिकता का भाव विकसित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। शिक्षा में तकनीक के उपयोग को वर्तमान समय की आवश्यकता बताते हुए उन्होंने कहा कि तकनीकी का उपयोग सकारात्मक उद्देश्यों के लिए करने हेतु छात्रों को इसके सकारात्मक पक्ष से अवगत कराया जाए।

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भाजपा ने नगर निगमों के पर्यवेक्षक नियुक्त किये

Posted on 12 January 2018 by admin

लखनऊ 12 जनवरी 2018, भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने नगर निगमों में पर्यवेक्षक नियुक्त किये। पर्यवेक्षक 17-18 जनवरी को नगर निगमों के भाजपा पार्षद दल की बैठकें करेगें। पर्यवेक्षक बैठकों के माध्यम से नगर निगमों में उपनेता, मुख्यसचेतक, कोषाध्यक्ष एवं नगर निगम कार्यकारिणी हेतु सहमति बनायेेंगे। डाॅ0 पाण्डेय ने कहा कि आगामी भाजपा पार्षद दल की बैठको से भाजपा संकल्प पत्र के अनुरूप महानगरों के नवनिर्माण का रोडमैप तैयार होगा।
प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने नगर निगम पर्यवेक्षकों के रूप में गाजियाबाद नगर निगम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमापतिराम त्रिपाठी एवं प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, कानपुर में पूर्व सांसद सत्यदेव सिंह एवं पुरूषोत्तम खण्डेलवाल, मेरठ में प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक एवं प्रदेश मंत्री अमरपाल मौर्य, बरेली में प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह एवं प्रदेश मंत्री कौशलेन्द्र सिंह पटेल, लखनऊ में प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया एवं प्रदेश मंत्री गोबिन्द नारायण शुक्ल, झांसी में प्रदेश महामंत्री विद्यासागर सोनकर एवं प्रदेश मंत्री देवेन्द्र सिंह चैधरी, वाराणसी में प्रदेश महामंत्री सलिल विश्नोई एवं प्रदेश मंत्री संतोष सिंह, सहारनपुर में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान मोर्चा विजय पाल सिंह तोमर एवं प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती कान्ता कर्दम, आगरा में प्रदेश उपाध्यक्ष अश्वनी त्यागी एवं प्रदेश मंत्री रंजना उपाध्याय, अलीगढ में प्रदेश उपाध्यक्ष बाबू राम निषाद एवं विधायक रवीन्द्र भड़ाना, फिरोजाबाद में प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री वीरेन्द्र सिंह सिरोही एवं प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश त्रिवेदी, अयोध्या में पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष हरद्वार दूबे एवं प्रदेश मंत्री महेश श्रीवास्तव, मुरादाबाद में शिवनाथ यादव एवं जसवन्त सैनी, मथुरा में मानवेन्द्र सिंह एवं दया शंकर सिंह, इलाहाबाद में अशोक धवन एवं अरूण पाठक तथा गोररखपुर में राम नरेश अग्निहोत्री एवं संजय राय को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई ।

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भाजपा सरकार सहेज रही प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर - डा0 चन्द्रमोहन

Posted on 12 January 2018 by admin

लखनऊ 12 जनवरी 2018, उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से कला संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लगने वाले परंपरागत मेलों और सांस्कृतिक आयोजनों को गति मिली है।
भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा सरकार ने अयोध्या में वर्षों से बंद पड़ी अनवरत रामलीला का मंचन पुनः शुरू करवाया। वाराणसी में गंगा महोत्सव, नोएडा में शिल्पोत्सव, चित्रकूट में रामायण मेला, आगरा में ताज महोत्सव, ललितपुर में देवगढ़ महोत्सव, महोबा में आल्हा महोत्सव, संतकबीर नगर मगहर महोत्सव, कानपुर का बिठूर महोत्सव समेत कई आयोजनों के जरिए सरकार यूपी विरासत को संजो रही है। वहीं मथुरा-वृंदावन की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने ब्रज तीर्थ विकास बोर्ड का गठन किया है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पूर्वांचल के कलाकारों को एक मंच देने के लक्ष्य के तहत गोरखपुर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव के जरिए पूर्वांचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झांकी प्रस्तुत की जा रही है। कलाकारों और प्रदेश की संस्कृतिक विरासत की तरक्की से ईष्या करने वाले अब महोत्सव जैसे आयोजन की आलोचना कर रहे हैं। ये वही मानसिकता है जो जनता की गाढ़ी कमाई को सैफई में नाच-गानों में खर्च करती है। प्रदेश सरकार स्थानीय कलाकारों को सम्मान देने और सांस्कृतिक विरासत को और समृद्ध करने के लिए होने वाले आयोजनों को बढ़ावा दे रही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पिछली विपक्षी सरकारों ने एक साजिश के तहत ऐसे आयोजनों को बंद कर दिया था ताकि स्थानीय स्तर पर छिपी प्रतिभा आगे न आने पाए। प्रदेश की श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार लगातर कलाकारों, प्रतिभाओं का सम्मान कर रही है। कोई भी प्रदेश तब तक विकसित नहीं हो सकता जब तक उसके पास प्रचुर सांस्कृतिक विरासत न हो। इसी विरासत को सहेजने और समृद्ध करने का कार्य प्रदेश की भाजपा सरकार कर रही है।

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