लखनऊ 09 जनवरी , 2018
जिला सहकारी बैंक लि0, बाँदा शाखा ओरन का शिथिल पर्यवेक्षण एवं निर्धारित रोस्टर का पालन न करनेे, गबन/अपहरण में श्री आलोक कुमार श्रीवास्तव, सचिव/कार्यपालक अधिकारी दोषी पाये जाने पर उनको तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुए उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रारम्भ करायी गई है।
यह जानकारी प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने दी है। उन्होंने बताया कि जिला सहकारी बैंक लि0, बाँदा की शाखा ओरन की समीक्षा के दौरान गबन/अपहरण का मामला प्रकाश में आया, जिसमें शाखा में कार्यरत कैशियर श्री नीरज त्रिपाठी एवं शाखा प्रबन्धक श्री विजय शुक्ला से मु0-31.53 लाख रू0 का गबन एवं श्री नीरज त्रिपाठी एवं प्रभारी श्री सर्वेश त्रिपाठी की आईडी से मु0-4.19 लाख रू0 कुल धनराशि मु0-35.72 लाख का गबन/अपहरण पाया गया। शाखा ओरन के निक्षेप 31 मार्च, 2016 में 222.16 लाख रू0 तथा 31 मार्च, 2017 में निक्षेप 106.98 लाख रू0 रहा, जो विगत वर्ष की तुलना में 115.18 लाख रू0 कम रहा।
सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा, ने बताया कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 में श्री त्रिभुवन सिंह, सहयोगी, नादान महल रोड शाखा, लखनऊ को विभागीय कार्यों में लापरवाही बरतने पर, बिना किसी सूचना के कार्य स्थल से गायब रहने, सौंपे गये कार्यों का भली- भाँति सम्पादन न करने, उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने, उपस्थिति पंजिका में अवकाश/क्रास अंकित होने के उपरान्त भी बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के हस्ताक्षर करने, शाखा में ग्राहक सेवा बाधित करने के साथ-साथ बैंक की छवि धूमिल करने तथा स्वेच्छाचारिता का आचरण अपनाने के कारण उ0प्र0 सहकारी समिति कर्मचारी सेवा विनियमावली, 1975 एवं यू0पी0 कोआपरेटिव बैंक लि0 स्टाफ सर्विस रूल्स 1981 में प्राविधानों के प्रतिकूल पाते हुए दिनाँक 05 जनवरी, 2018 को निलम्बित करते हुए अनुशासनिक कार्रवाई प्रारम्भ कर दी गई है।
सहकारिता मंत्री श्री वर्मा ने बताया कि उ0प्र0 कोआपरेटिव बैंक लि0 बैंक की ब्याज दर कम करने के फलस्वरूप 01 अप्रैल 2017 से 07 जनवरी, 2018 तक बैंक के रिटेल व्यवसाय में मु0-3972.69 लाख रू0 का 892 व्यक्तियों को ऋण वितरण किया गया, जो अभी तक बैंक का सर्वाधिक रिटेल व्यवसाय हुआ है। श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सहकारी बैंकों में स्वस्थ एवं स्वच्छ कार्य सुसंस्कृति का वातावरण स्थापित करने की सर्वोच्च प्राथमिकता एवं सहकारिता विभाग के कार्मिकों को भय/भ्रष्टाचार मुक्त र्;मतव ज्वसमतंदबमद्धकार्यपद्धति की नीति अपनाते हुए प्रदेश की जनता के हित में कर्तव्यों का निर्वहन किया जाना सुनिश्चित किया जाय।