Posted on 01 December 2012 by admin
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उत्तर प्रदेष के हज व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री व राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आज़म खाँ ने भारत के प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह को एक मार्मिक पत्र लिखकर सऊदी अरब में हिन्दुस्तान विषेषकर उत्तर प्रदेष व बिहार के हज यात्रियो के साथ भारतीय दूतावास द्वारा उनकी देखभाल के लिए तैनात किये गये कर्मियों व सऊदी हुकूमत के कर्मियों द्वारा किये जाने वाले अपमान जनक दुव्र्यवहार की ओर उनका ध्यानाकर्षण किया है और इस मुद्दे पर उनसे हस्तक्षेप करने का पुरज़ोर अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सम्पन्न हुए हज में मोहम्मद आज़म खाँ स्वयं शरीक हुए थे और वहाँ पर हिन्दुस्तानी हज यात्रियों को जिन दिक्कतों, मुष्किलों व जि़ल्लतों का सामना करते हुए उन्होंने पाया उससे वे बहुत दुःखी हुए और अन्ततः प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें इन शर्मनाक व अमानवीय हालात से अवगत कराते हुए उनसे इन मुद्दों के सम्मानजनक हल के लिए व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने की ग़ुज़ारिष की है।
अपने पत्र में हज समिति के अध्यक्ष श्री खाँ ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वे इस सिलसिले में सऊदी हुकूमत से उसके व्यवहार और काम करने के तरीकों पर बात करें और उनसे यह भी सुनिष्चित करने को कहा जाय कि वे उतने ही हाजी दुनिया भर से बुलायें जितने हाजियों को वे सुचारू रूप से हज करा सकते हों। उन्होंने कहा कि यदि अधिक संख्या में हज यात्री बुलाये जाते हैं तो उन्हें कामर्षियल दृष्टिकोण से ऐसी सारी सुविधायें दी जायें जिसका पैसा हज यात्री अदा करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी अनुरोध किया है कि भारतीय दूतावास व सेन्ट्रल हज कमेटी द्वारा हज यात्रियों की सुविधा के लिए जो कर्मी तैनात किये जाते हैं उन्हें भी अपनी ड्यूटी को सही ढंग से निभाने और हज याित्रयों के साथ विनम्र व्यवहार करने की सख़्त हिदायत दी जाये। साथ ही हिन्दुस्तानी हज यात्रियों के साथ ऐसे देषों के कारिन्दे न तैनात किये जायें जो हिन्दुस्तानियों से नफ़रत करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बंग्लादेष के लोग भी मुअल्लिम, ड्राइवर व अन्य कार्यों के लिए भारतीय दूतावास द्वारा लगाये जाते हैं और ये लोग भारतीय हज यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार करते हंै। अतः यह आवष्यक है कि इस तरह के लोगों को नियोजित करने पर कड़ा प्रतिबंध लगाया जाये।
श्री आज़म खाँ ने अपने पत्र में हज के दौरान सऊदी अरब में केरल के लोगों के वर्चस्व का जिक्र करते हुए कहा है कि केरल के ये लोग अन्य राज्यों के हज यात्रियों की उपेक्षा करते हैं और सिर्फ़ अपने प्रान्त के लोगों व वहाॅं के राजनैतिक महानुभावों के ही आगे-पीछे रहते हैं। उन्होंने जोर देकर प्रधानमंत्री से कहा है कि केरल के इस वर्चस्व को समाप्त किया जाना ज़रूरी है और साथ ही एक ऐसी व्यवस्था सुनिष्चित की जाये जिसमें देष के सभी राज्यो का संतुलन बरक़रार रहे। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि उत्तर प्रदेष देष का सबसे बड़ा राज्य है और वहाॅं से सर्वाधिक हज यात्री जाते हैं तो फिर उनके साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जाता है और उन्हें केरल की राजनीति और वहाॅं से आये हुए लोगों से अपमानित क्यों होना पड़ता है।
प्रदेष के हज मंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि हिन्दुस्तानी हज यात्रियों की सऊदी अरब में होने वाली दुष्वारियों के मद्देनज़र उत्तर प्रदेष राज्य हज समिति द्वारा आगामी फ़रवरी-मार्च में एक राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित करने की योजना है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस सम्मेलन में सम्मिलित होने का अनुरोध किया है ताकि वे भी सऊदी अरब में हिन्दुस्तानी हज यात्रियों को होने वाली बेषुमार दिक़्क़तों से अवगत हो सकें और इनके निराकरण के लिए उचित व प्रभावी दिषा-निर्देंष दे सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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sa@upnewslive.com
Posted on 01 December 2012 by admin
प्रदेष के उत्पादन/उत्पादकता में गुणवत्तायुक्त बीजों एवं उर्वरक की अहम भूमिका होती है। प्रमाणित बीजों तथा संतुलित उर्वरकों के प्रयोग से उत्पादन/उत्पादकता में लगभग 20-25 फीसदी की वृद्धि होती है। गुणवत्तायुक्त बीजों की उपलब्धता सुनिष्चित हो इस हेतु कृषि मंत्री के निर्देषन में रबी की समस्त फसलों की उन्नतषील प्रजातियों के बीज प्रदेष के कृषकों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं। कृषि मंत्री ने यह सुनिष्चित किये जाने के आदेष दिये हैं कि सरकारी अथवा अर्द्धसरकारी संस्थाओं के बिक्री केन्द्रों से वितरित किये जाने वाले अनुदानित बीज केवल उन्हीं संस्थाओं से प्राप्त किये जायेंगे, जो संस्थायें अपने निजी प्रक्षेत्रों अथवा उत्पादक कृषकों द्वारा बीज का उत्पादन कराती हैं। किसी भी निजी संस्थाओं द्वारा उत्पादित बीज का क्रय कर सरकारी एवं अर्द्धसरकारी बिक्री केन्द्रों से बीज का वितरण नहीं किया जायेगा।
कृषि मंत्री श्री आनन्द सिंह ने आज यहाॅं यह निर्देंष अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि गुणवत्तायुक्त कृषि निवेषों की उपलब्धता समय से सुनिष्चित की जाये। रबी फसलों के बीजों की आवष्यकता के अनुरूप ही बीजों की उपलब्धता समय से करायी गयी है, जिसके परिणाम स्वरूप प्रमाणित बीजों के प्रति किसानों में उत्साह है तथा राजकीय बीज बिक्री केन्द्र बीजों की उपलब्धता के लिए आकर्षण केन्द्र बने हुए है। बीजों की उपलब्धता के साथ-साथ प्रदेष में उर्वरकों की उपलब्धता भी सुनिष्चित कराई गई है।
कृषि मंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रदेष में उर्वरकों की कमी नहीं है। राज्य सरकार द्वारा विषेष प्रयास कर डी0 ए0 पी0, एन0 पी0 के0, एवं यूरिया उर्वरकों की प्रीपोजषनिंग की गयी है। उन्होंने बताया कि यूरिया की प्रीपोजषनिंग का लक्ष्य 3.0 लाख मी0 टन के सापेक्ष 2.23 लाख मी0 टन की प्रीपोजषनिंग कर ली गयी है। इसी प्रकार डी0 ए0 पी0 में प्रीपोजषनिंग लक्ष्य 5.00 लाख मी0 टन के सापेक्ष 5.65 लाख मी0 टन की प्रीपोजषनिंग की गयी है। इसका प्रभाव यह रहा कि वर्तमान में प्रदेष में डी0 ए0 पी0, एन0 पी0 के0 एवं यूरिया उर्वरकों का कोई अभाव नहीं रहा है। राज्य सरकार द्वारा नियमित रूप से उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण की समीक्षा की जा रही है। विगत 8-10 वर्षों के बाद प्रदेष में यह स्थिति आयी है कि अभी राज्य के किसी भी जनपद में उर्वरक की कोई कमी नहीं रही है।
श्री आनन्द सिंह ने बताया कि कृषकों की मांग को देखते हुए मुख्य रूप से यूरिया की उपलब्धता का लक्ष्य 26.00 लाख मी0 टन के सापेक्ष 26.93 लाख मी0 टन की उपलब्धता की गई है अर्थात 104 प्रतिषत की उपलब्धता बनी हुई है। इसी प्रकार डी0 ए0 पी0 के लक्ष्य 5.50 लाख मी0 टन के सापेक्ष 11.64 लाख मी0 टन की उपलब्धता सुनिष्चित करा दी गयी है। इस प्रकार 212 प्रतिषत की उपलब्धता सुनिष्चित है। इसी क्रम में एन0 पी0 के0 जिसका लक्ष्य 3.25 लाख मी0 टन निर्धारित है, उसके सापेक्ष 6.00 लाख मी0 टन की उपलब्धता सुनिष्चित है, जो 185 प्रतिषत है। पोटाषयुक्त एम0 ओ0 पी0 का लक्ष्य 1.00 लाख मी0 टन निर्धारित है, जिसके सापेक्ष 1.28 लाख मी0 टन की उपलब्धता कराते हुए 128 प्रतिषत की प्राप्ति है। प्रदेष के सभी अंचलों में उर्वरकों एवं बीजों की उपलब्धता सुनिष्चित्ता के कारण किसानों में बुवाई के प्रति उत्साह है तथा कृषि के मुख्य निवेषों के प्रति किसान आवस्त है। प्रमाणित बीजों एवं संतुलित उर्वरकों के प्रयोग से प्रदेष के उत्पादन में अवष्य वृद्धि होगी। अतः हम बारहवीं पंचवर्षीय योजना की समाप्ति तक 5 प्रतिषत ग्रोथ वृद्धि प्राप्त करने में सफल होेंगे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2012 by admin
उत्तर प्रदेष में आज दिन में पावर कारपोरेषन द्वारा 7351 मेगावाट विद्युत की आपूर्ति की जा रही है।
आज दिन में 2ः00 बजे राज्य विद्युत उत्पादन निगम के विद्युत गृहों से 2623 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था, जिसमें ओबरा से 467 मेगावाट, अनपरा से 1422 मेगावाट, पनकी से 135 मेगावाट, हरदुआगंज से 232 मेगावाट तथा पारीछा से 367 मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा था। इसके अलावा 231 मेगावाट जलीय विद्युत का उत्पादन हो रहा था।
पावर कारपोरेषन द्वारा केन्द्रीय क्षेत्र से 1968 मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी। इसके अलावा को-जनरेषन से 450 मेगावाट, रोजा से 1080 मेगावाट, बजाज इनर्जी से 284 मेगावाट तथा लैन्को से 715 मेगावाट विद्युत आयात की जा रही थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2012 by admin
प्रदेश के पंचायतीराज मंत्री श्री बलराम यादव ने कहा कि पूर्वांचल में जनता की भावनाओं और अपेक्षाओं के अनुरूप आज़मगढ़ महोत्सव का चार दिवसीय आयोजन आगामी 6, 7, 8 एवं 9 दिसम्बर तक आईटीआई के प्रांगण में किया जा रहा है। इस आयोजन हेतु प्रशासनिक स्तर से की जा रही तैयारियों को देखते हुए पूरे विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि आज़मगढ़ महोत्सव-2012 काफी भव्य और शानदार होगा तथा इस महोत्सव से आजमगढ़ सहित पूरा पूर्वांचल गौरान्वित होगा। उन्होने कहा कि आजमगढ़ महोत्सव में जहाॅं एक तरफ जनपद के गौरवशाली इतिहास व संस्कृति की झांकी प्रस्तुत की जायेगी, वहीं दूसरी तरफ शास्त्रीय संगीत, नृत्य, राष्ट्रीय संगोष्ठी, जनपद का इतिहास, वीरता, शोध, अविष्कार, विज्ञान आदि के क्षेत्र में जनपद की उपलब्धियों का भी समावेश होगा।
पंचायती राज मन्त्री बलराम यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि महोत्सव में राष्ट्रीय स्तर पर पुस्तक मेला भी आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि जनपद एवं प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश केे कलाकार अपनी-अपनी कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। उन्होने कहा कि चार दिवसीय आज़मगढ़ महोत्सव के अवसर पर प्रकाशित होने वाली स्मारिका में सामाजिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक गतिविधियों की झलक प्रस्तुत करने वाले लेखों के अलावा आधुनिक विचारों वाले लेखों का भी समावेश होगा। पंचायती राज मन्त्री श्री यादव ने आजमगढ़ महोत्सव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के सन्दर्भ में कहा कि सुरक्षा के पुख्ता इन्तजाम होंगे तथा पुलिस व पीएसी के नवजवानों द्वारा बैण्ड बाजों के माध्यम से देश प्रेम की धुने भी सुनाई जायेंगी। उन्होने कहा कि फायर ब्रिगेड की गाडियाॅं पूरी तैयारी से मौके मौजूद रहेंगे। इसके अलावा महोत्सव में चिकित्सा शिविर में आयोजित होंगे।
इसी क्रम में जिलाधिकारी प्रान्जल यादव ने आज़मगढ़ महोत्सव-2012 हेतु गठित समिति के सदस्यों को निर्देंष दिए कि वे आज़मगढ़ महोत्सव जो 6 से 9 दिसम्बर तक चलेगा उसकी तैयारियाॅं ऐसी हो कि लगे कि जनपद में कोई महोत्सव हो रहा है। उन्होने कहा कि इस अवधि में पूरे सम्पूर्ण पूर्वांचल को महोत्सवमय बनाने का सार्थक प्रयास किया जाये। उन्होने कहा कि महोत्सव में आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में भाईचारा, एकता, अखण्डता को मजबूती प्रदान करने के साथ ही स्वस्थ मनोरंजन के माध्यम से लोगों के समक्ष जनपद से सम्बन्धित ज्ञानवर्धक विषय-वस्तु को भी रखा जायेगा। उन्होने कहा कि इस आयोजन में क्षेत्रीय, स्थानीय व दूर दराज के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन का पूरा मौका दिया जायेगा तथा कलाकारों का सम्मान किया जायेगा।
पंचायतीराज मंत्री ने अधिकारियों को निर्देंष दिए कि महोत्सव के दौरान सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की जाये। श्री यादव ने बताया कि महोत्सव स्थल तथा उसके आस पास के रास्तों पर सीसीटीवी भी लगाया जायेगा ताकि किसी तरह की अफरा-तफरी न होने पाये।
जिलाधिकारी प्रान्जल यादव ने पंचायती राज मंत्री को बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिया कि महोत्सव में दूर दराज ग्रामीण अंचलों की बराबर भागीदारी रहे इसके लिए तहसील मुख्यालय स्तर से आज़मगढ़ महोत्सव तक बसों व जीपों का भी संचालन किया जाये। उन्होने कहा कि महोत्सव के इन चार दिनों के अन्दर एक एक पल का समुचित उपयोग किया जाये समय बर्बाद नहीं होना चाहिए। कलाकारों
से बेहतर सामंजस्य बनाकर कार्यक्रम को यथाशीघ्र अन्तिम रूप दिया जाये क्यों अब समय बहुत ही कम है। उन्होने कहा कि महोत्सव में लकी ड्रा हेतु अधिक से अधिक कूपन खरीदने हेतु लोगों को प्रेरित किया। उन्होने कहा कि बम्पर लकी ड्रा में एक मारूती/नैनो को भी शामिल किये जाने पर विचार किया जाये। उन्होने कहा महोत्सव स्थल आईटीआई प्रांगण के साथ ही यदि कोई कार्यक्रम किसी अन्य जगह पर भी आयोजित होता है तो उस स्थल की भी साज सज्जा, सफाई, पानी, बिजली, मार्ग आदि पर पूरा ध्यान दिया जाये इसमें भी कोई कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होने गठित सभी 13 समितियों के सदस्यों को निर्देश दिया कि अपने अपने निर्धारित कार्यों व उनकी तैयारियों की बार-बार समीक्षा करते रहें यदि किसी स्तर पर कोई दिक्कत या कमी हो उसे समिति के प्रभारी से मिलकर दूर कर लें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2012 by admin
प्रदेश के सिंचाई मंत्री श्री षिवपाल सिंह यादव ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2012-13 में चालू नहर परियोजना के अवषेष कार्यों को पूरा करने के लिए प्राविधानित बजट व्यवस्था 300 करोड़ रूपये में से अवषेष बजट प्राविधानित धनराषि के सापेक्ष 117.88 करोड़ रूपये परियोजना के कार्यों पर व्यय करने हेतु अवमुक्त किये गये है।
इसी प्रकार शारदा सहायक क्षमता पुनस्थापना परियोजना हेतु प्राविधानित बजट व्यवस्था 100 करोड़ रूपये के सापेक्ष 27 करोड़ रूपये अवमुक्त किये गये है। उन्होंने बताया कि कचनौधा बांध परियोजना के आधुनिकीकरण के लिए चार वर्ष में प्राविधानित बजट 53.08 करोड़ रूपये के सापेक्ष प्रथम किष्त के रूप में 13.27 करोड़ रूपये अवमुक्त किये गये हंै।
श्री यादव ने कहा कि प्रमुख अभियन्ता सिंचाई को निर्देंष दिये गये हंै। कि शासन द्वारा अवमुक्त धनराषि को परियोजनाओं हेतु शीघ्र जारी कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि सभी धनराषि 31 मार्च तक व्यय करने के निर्देंष दिये गये हंै। इस कार्य में लापरवाही बतरने वालों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 01 December 2012 by admin
राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुये कहा कि सपा सरकार किसान विरोधी है। पूरे सूबे में लगभग 80 प्रतिशत धान क्रय केन्द्र बन्द पडे़ हैं जिससे किसान अपनी धान को औने पौने दामों मे बेचने के लिए बाध्य है।
श्री सिंह ने आगे बताया कि इस समय तक लगभग 2 लाख टन धान की खरीद सरकार द्वारा हुयी है जोकि व्यापारियों व बिचैलियों के द्वारा खरीदी गयी हैै। राष्ट्रीय लोकदल किसानों के हित में सरकार से जाँच की माँग करता है। सरकार ने किसानों से वायदा किया था कि लागत मूल्य से 50 प्रतिशत् बढाकर गेहूँ धान व गन्ना का भुगतान किसानों को किया जायेगा। इस हिसाब से धान का क्रय मूल्य 1800 रूपया प्रति कुन्तल होना चाहिए। सरकार ने अभी तक गन्ना के खरीद मूल्य की घोषणा भी नही ंकी जिससे पूरे सूबे के किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सरकार किसानों से धान की खरीद में हीलाहवाली कर रही है जिससे किसान बिचैलियों व व्यापारियों को धान बेचने पर मजबूर है।
उन्होंने बताया कि किसान जब क्रय केन्द्रों पर जाता है तो उसकी उपज में तमाम खामिया बताकर वापस भेज दिया जाता है। राष्ट्रीय लोकदल किसानों के हित में मुख्यमंत्री से माँग करता है कि धान क्रय केन्द्रों की सघन जाँच उडनदस्ते कराये ताकि किसानों को बिचैलियों और व्यापारियों से निजात मिल सके तथा किसानो को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य मिल सके।
उन्होंने आगे बताया कि पूरे सूबे में किसानों को उचित दाम पर डी0ए0पी0 खाद नहीं मिल रही है जिससे किसान ब्लैक में डी0ए0पी0 खाद खरीदने को मजबूर है साथ ही साथ अभी तक नहरों में न तो पानी छोड़ा गया और न ही सिल्ट की सफाई हुयी जबकि रबी की बुआई का समय चल रहा है।
राष्ट्रीय लोकदल सरकार से माँग करता है कि नहरों में टेल तक पानी पर्याप्त मात्रा में पहुंुचाना सुनिश्चित करें ताकि पलेवा के पश्चात् रबी की बुआई सुनिश्चित हो सके।
यह जानकारी प्रदेश प्रवक्ता प्रो0 के0के0 त्रिपाठी ने दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 01 December 2012 by admin
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इन्द्र कुमार गुजराल के आकस्मिक निधन पर उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डाॅ0 निर्मल खत्री, सांसद ने गहरा शोक प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को इस असह्य दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है।
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कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता श्री प्रदीप माथुर, वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी, विधायक श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने भी स्व0 इन्द्रकुमार गुजराल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
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स्व0 गुजराल के निधन पर प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय में प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री श्री रामकृष्ण द्विवेदी की अध्यक्षता में शोक सभा आयोजित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
शोक सभा में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि स्व0 गुजराल स्वतंत्रता संग्राम के अप्रितम योद्धा थे। केन्द्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में उनके द्वारा किये गये उल्लेखनीय कार्य सदैव विस्मरणीय रहेंगे। कांग्रेस संगठन में उनके द्वारा किये गये योगदान को कभी भी विस्मृत नहीं किया जा सकता है। शोक प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि भारत-पाक सम्बन्धों के संदर्भ में ‘गुजराल डाक्ट्रिन’ के लिए उन्हें सदैव याद रखा जायेगा, जिसके माध्यम से उन्होने भारत-पाक के बीच आपसी संबंध मजबूत बनाने पर अपने विचार रखे थे। शोक सभा के अंत में उपस्थित सभी कंाग्रेसजनों ने दो मिनट मौन रहकर स्व0 गुजराल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
शोक सभा में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक श्री हरीश बाजपेई, डा0 आर.पी. त्रिपाठी, श्री सुबोध श्रीवास्तव, श्रीमती शैल सिंह, श्री सम्पूर्णानन्द मिश्र, पूर्व सांसद श्री ए.पी. गौतम, श्री सतीश सिंह, श्री रमेश मिश्र एवं श्री सुरेश चन्द्र वर्मा सहित उपस्थित तमाम कांग्रेसजनों ने स्व0 इन्द्र कुमार गुजराल को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 01 December 2012 by admin
राज्य सरकार द्वारा गांवों को 10 घंटे बिजली देने की बात कहकर जहां खुद स्वीकार कर चुकी है कि प्रदेश में बिजली का उत्पादन नहीं है, वहीं दूसरी तरफ मुफ्त बिजली देने की बात आश्चर्यचकित करती है। जिस प्रदेश में बिजली की अनुपलब्धता के चलते लोगों को सामान्य बिजली की आपूर्ति भी संभव नहीं हो पा रही हो, ऐसे में किसानों को मुफ्त बिजली देने की बात कहना सिर्फ उनका उपहास उड़ाना है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता द्विजेन्द्र त्रिपाठी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि वर्ष 1989 के बाद जितनी भी गैर कांग्रेसी सरकारें उ0प्र0 में बनीं, उनके द्वारा बिजली उत्पादन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसके चलते एक भी नये बिजलीघर नहीं स्थापित किये गये। नतीजतन दिनों-दिन बिजली की भारी कमी के चलते बिजली आपूर्ति पूरी तरह ध्वस्त हो गयी। इतना ही नहीं कर्ज चुकाने के लिए प्रदेश सरकार की ऊंचाहार और टाण्डा थर्मल पावर को राज्य सरकार एनटीपीसी के हाथों बेंचने हेतु बाध्य होना पड़ा।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा करके एक बार पुनः किसानों को गुमराह करने का कार्य किया है। अच्छा हेाता कि मुफ्त बिजली देने की घोषणा करने से पहले इस बात का पता लगा लेती कि उ0प्र0 में कितने मेगावाट बिजली का उत्पादन है और शहरों या गांवों को कितनी बिजली दी जा रही है। प्रदेश में रवी की बुआई चल रही है और साथ ही साथ सिंचाई भी शुरू हो चुकी है किन्तु किसान बिजली को लेकर सशंकित हैं कि यदि बिजली की स्थिति यही रही तो सिंचाई हो पाना असंभव हो जायेगा। ऐसे में एक ओर जहां सरकार के विरोधाभासी बयान कि गांवों को 10 घंटे बिजली दी जायेगी। वहीं दूसरी ओर मुफ्त बिजली देने की बात कहकर सरकार क्या साबित करना चाहती है। क्या ऐसी कोरी घोषणाएं करने से चुनाव के पूर्व किये गये वादे पूर्ण हो जाते हैं?
प्रवक्ता ने कहा कि अगर केन्द्र सरकार ने हजारों करोड़ रूपये देकर राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत गांवों में बिजली पहुंचाने का कार्य नहीं किया होता तो शायद आज उ0प्र0 का ज्यादातर आबादी बिजली से अछूता रहता।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि हालात यह है कि प्रदेश के सैंकड़ों गांवों में आज तक बिजली के खंभे नहीं है ऐसे में मुफ्त बिजली देने की बात कहना उन्हें चिढ़ाने के समान है। गैर कांग्रेसी प्रदेश सरकारों के चलते आजादी के 65 वर्ष बाद भी यही कारण है कि आज भी सैंकड़ों गांव बिजली से महरूम हैं वहीं दूसरी ओर प्रदेश में कालाबाजारी एवं मुनाफाखोरी के चलते उन्हें ढिबरी भी नसीब नहीं हो पा रही है। गांवों में शाम होते ही सन्नाटा पसर जाता है और लोग अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 01 December 2012 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि किसानों के प्रति सरकार की नीयत साफ नही है। भाजपा प्रवक्ता श्री राजेन्द्र तिवारी ने आज प्रदेश मुख्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि अखिलेश सरकार थोथी घोषणाऐं कर किसानों को खुश करने का झूठा प्रयत्न कर रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार आज तक गन्ना का मूल्य घोषित नहीं कर सकी है। जब कि चीनी मिलें पेराई का कार्य प्रारम्भ कर चुकी हैं। किसानों का गन्ना खेत में खड़ा है जिसको खाली कर गेहूँ बोने के लिए वह अपना गन्ना औने-पौने दाम पर चीनी मिलों व क्रेशर को बेच रहा है। श्री तिवारी ने कहा प्रदेश में बिजली की हालात यह है कि कल ही प्रदेश की राजधानी में बिजली विभाग के दो अधिकारियों की लोगों ने पिटाई कर दी। और सरकार है कि किसानों को मुफ्त बिजली देने जैसी घोषणाएं करने से बाज नहीं आ रही है।
श्री तिवारी ने सरकार की घोषणाओं को लेकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को मुफ्त बिजली व पानी देने जैसी घोषणाएं करने से पहले सरकार बिजली की उपलब्धता क्यों नहीं सुनिश्चित करती ? श्री तिवारी ने कहा कि सपा सरकार कानून व्यवस्था ठीक करने में पूरी तरह असफल है तथा बिना पारदर्शी शासन व्यवस्था के किसानांे को राहत सम्भव नहीं। श्री तिवारी ने कहा कि थोथी सरकार की थोथी घोषणाओं के कारण आए दिन किसानों तथा सरकारी कर्मियों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो रही है जो अराजकता को बढ़ावा दे रही है।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि अखिलेश सरकार खोखली घोषणाएं करने के बजाय की गई घोषणाओं के क्रियान्वयन को अंजाम दे। छात्रों को लैपटाप, किसानांे की कर्जमाफी, गड्ढा मुक्त सड़कें, लोकतंत्र सेनानियों को पेन्शन जैसी कई घोषणाएं ऐसी हैं जो महज घोषणा तक ही सीमित हैं। अभी तक इन घोषणाओं पर कोई अमल नहीं हुआ। श्री तिवारी ने धान खरीद केन्द्र की अविलम्ब स्थापना तथा गन्ना का मूल्य अविलम्ब घोषित करने की मांग की है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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