Archive | December 11th, 2012

केन्द्रीयकृत भर्ती प्रक्रिया के तहत भरने की आवष्यकताः वीपी सिंह

Posted on 11 December 2012 by admin

dsc05300उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शिवकीर्ति सिंह के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आईजेटीआर के प्रांगण में हुआ। समारोह में न्याय जगत के कई न्यायाधीश मौजूद रहे जिनमें मुख्य रुप से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस उमानाथ सिंह, अशोक श्रीवास्तव, विनय माथुर, एसएच शुक्ला, वीके दीक्षित, महेन्द्र दयाल, अनुराग कुमार, वीसी गुप्ता, सतीश चन्द्र आदि रहे। इसके अलावा करीब 18 जिलों के जनपद न्यायाधीश भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराये। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष/जिला जज सुल्तानपुर वीपी सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि अधीनस्थ अदालतों में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के 25 प्रतिषत से अधिक पद खाली पडे़ हैं जिसे केन्द्रीयकृत भर्ती प्रक्रिया के तहत भरने की आवष्यकता है। प्रत्येक न्यायिक अधिकारी को 2 आषुलिपिक प्रदान किये जाने चाहिये और एडीजे स्तर के अधिकारियों को एक स्टेनो जो द्विभाषी श्रेणी में टाइप कर सकता हो, प्रदान किया जाना चाहिये। इस पर विशेष अतिथि जस्टिस भंवर सिंह चेयरमैन आईजेटीआर के अलावा जस्टिस उमानाथ सिंह, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश शिवकीर्ति ने अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य न्यायाधीश ने आश्वासन दिया कि वह हर प्रयास करके न्यायिक अधिकारियों की मांगों को अमली जामा पहनाने का प्रयास करेंगे। केन्द्रीयकृत तरीके से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति एवं स्टेनोग्राफरों की नियुक्ति अतिशीघ्र की जायेगी। केन्द्रीयकृत तरीके से dsc05185सफलतापूर्वक कर्मचारियों की नियुक्ति, इसके पहले प्रयोग के रुप में मुख्य न्यायाधीश द्वारा पटना उच्च न्यायालय में किया जा चुका है जो उत्तर प्रदेश में भी सफल रहेगा। न्यायिक अधिकारियों की भी नियुक्ति रिक्त स्थानों पर अतिशीघ्र की जायेगी एवं सम्भव प्रयास करके न्याय को सस्ता एवं सरल बनाने का प्रयास किया जायेगा। सभी न्यायिक अधिकारियों के एरियरों का भुगतान 31 मार्च से पहले करने का प्रयास किया जायेगा। प्रमोषन के सभी रास्ते खोले जायेंगे। जस्टिस भंवर सिह ने इंफास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिये बजट में आये समस्त धनराशि के इस्तेमाल पर बल दिया। इसके अतिरिक्त 4 दिसम्बर को दीवानी न्यायालय लखनऊ में न्यायिक सेवा संघ द्वारा आयोजित अपनी प्रथम बैठक में पारित सभी प्रस्तावों को बल मिलता दिखायी पड़ा। इस आशय की जानकारी स्वागत समारोह से लौटे जौनपुर दीवानी न्यायालय के अपर सिविल जज षष्टम एवं संघ के कार्यकारिणी सदस्य डा. सुनील कुमार सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि समारोह का संचालन राजीव माहेश्वरम् एवं धन्यवाद ज्ञापन संघ के महासचिव बीएन रंजन ने दिया। इस अवसर पर विनय सिंह, सौरभ सक्सेना, संजय चैधरी, दीपक यादव, काशीनाथ, उदयवीर सिंह पुंडीर, डा. सुनील कुमार सिंह सहित तमाम न्यायाधीश, संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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Sahara Ganj ‘Shop & Win’ Festival concludes with joviality

Posted on 11 December 2012 by admin

•    Ms. Priyanka Saadh won the Mega Lucky Draw
•    Ms. Saumya Bajpai is the winner of Painting Competition

sahara-goonjThe month long celebrations at Sahara Ganj ‘Shop & Win’ Festival ended amidst loads of excitement and entertainment. The annual shopping carnival kept the city rocking with its fun filled activities and attractive offers. The much awaited Mega Lucky Draw was won by Ms. Priyanka Saadh and the winner of Painting Competition was Ms. Saumya Bajpai.

The major attraction of the concluding day of the carnival was the announcement of the winner of the Painting Competition. While Ms. Saumya Bajpai won the first prize in the Painting Competition, Master Mahvish Khan stood second. The third prize was won by Ms. Zaida. All the winners of the painting competition received a gift hamper from Reynolds Write Site.

Ms. Priyanka Saadh won the Mega Lucky Draw conducted at the end of the carnival. She walked away with a Gift Voucher of Rs, 25000/- from Home Town. The second prize was won by Mr. Vishal Jalota who got a Refrigerator and food processor. The third prize winner, Mr. Asif Rizvi took with him a DVD Player and home theater.

During the carnival, every purchase of Rs. 500 and above was eligible for a lucky draw coupon and stood a chance to win, Refrigerator, Colour Television, DVD + Home Theatre, Microwave Oven, Food Processor, Iron, Vacuum Cleaner, DVD Players, Geysers and many more exciting prizes. There was also be a gift for the highest purchaser of the day. The gifts and prizes were sponsored by Big Bazar, Home Town, Pantaloons, Club Mahindra, Dolsis London, Reynolds Write Site, K-Lounge, US Pizza, Vogue and Kiddies & Teens.

About Sahara Ganj
Sahara Ganj redefines Lucknow’s lifestyle scenario in more ways than one, starting with being the first 365 days open shopping zone of the city. Pantaloon, Big Bazaar, PVR & McDonalds, Chulbuli and Home Town are the anchors for Sahara Ganj; conspicuous by their presence are brand Stores like Provouge, Pepe, Levis, Spykar, Numero Uno, Koutons, Woodland. Female designer clothes along with Cosmetics & Accessories from Biba, Jashn, Narang’s Chikan, Divyambra Sarees and Meena Bazar are also there. Madura Garments, Black Berry and Wills Lifestyle also have their store at Sahara Ganj. Children’s enjoy at Bunjy Trampoline, Kids Car, Liliput and Half-Ticket. For the sports freak there is Nike, Adidas, Reebok and Liberty.

The mall also features famous brands like Peter England, Madame, Mufti, Poze, Fahrenheit, Wills Lifestyle, Pantaloon, INC5, Touristor, Allen Solly, Indian Terrain, Moustache, Levis, Benetton, Planet Sports, Black Barry, Passport, Pepe, Spykar, Cantabil, Status Quo, John Hill, Black, Cubs, Rockport, Killer, Barbies, Adidas Lifestyle, Siyaram’s, Chulbuli, Just Casual, Cat Mos, Manaywar, Aircel, Archies Gallery, Metro Shoes, M & B Footwears, Body Shop, The Mobile Store, Reynolds, Samsonite, Mahindra Holidays, Kanhaiya Lal Utensils, Kodak, Welhome, Dolsis London, Blue Bird Beauty Parlour, Pizza Hut, KFC, Dominoz, Subway, Royal Café, Dosa Plaza, US Pizza, Vostok, Curry’s, Cream Bell, Gloria, Naughty Foods, Moti Mahal Deluxe, Mughlai Mahal, Tunday Kawabi, Chinese kitchen, Nescafe, Hot n Juicy and Kiddies & Teens.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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स्किल डेवलपमेन्ट मानीटेरिंग यूनिट की स्थापना करने हेतु विस्तृत कार्य योजना

Posted on 11 December 2012 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कहा कि कौशल विकास मिशन के कार्यों में सहायता प्रदान करने के लिए राज्य स्तर पर पूर्व से गठित उत्तर प्रदेश राज्य दक्षता विकास मिशन सोसाइटी के अन्तर्गत स्किल डेवलपमेन्ट मानीटेरिंग यूनिट की स्थापना करने हेतु एक विस्तृत कार्य योजना आगामी 15 दिन में बनाकर प्रस्तुत की जाय। उन्होंने कहा कि दक्षता विकास मिशन के अन्तर्गत प्रशिक्षित होने वाले युवाओं को आधुनिक तकनीकी युक्त रोजपरक प्रशिक्षण सुनिश्चित कराने हेतु प्रदेश में विभिन्न व्यावसायिक सेक्टरों में कुशल कारीगरों की मांग का सर्वेक्षण भी कराया जाय। वर्तमान वित्तीय वर्ष 2012-13 में विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से लगभग 2 लाख व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। कौशल विकास के अनुश्रवण एवं मार्गदर्शन हेतु एक टास्कफोर्स कोर ग्रुप का भी गठन कराया जाय। बढ़ती बेरोजगारी पर प्रभावी नियंत्रण लगाने हेतु कम शिक्षित बेरोजगारों एवं कामगारों को रोजगारपरक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कौशल दक्षता विकास सुनिश्चित कराया जायेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में दक्षता विकास/कौशल विकास की कार्य योजना बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।  उन्होंने कहा कि व्यावसायिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत स्थापित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अतिरिक्त उनमें स्क्लि डेवलपमेंट इनीशिएटिव योजना का संचालन कर जनशक्ति को प्रशिक्षित कराया जाय। उन्होंने कहा कि आवश्यकतानुसार चिन्हित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को वोकेशनल टेªनिंग प्रोवाइडर के रूप में पंजीकृत कराते हुए उनके माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित कराया जाय।
श्री उस्मानी ने बतया कि उत्तर प्रदेश राज्य के युवाओं को व्यावसायिक कौशलों में प्रशिक्षित कराये जाने के निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति कौशल विकास मिशन के अन्तर्गत कराई जायेगी। जिसमें व्यावसायिक शिक्षा विभाग की अतिरिक्त प्राविधिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राजकीय एवं सहायता प्राप्त पाॅलिटेक्निक के नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के अतिरिक्त उनमें स्किल डेबलपमेंट इनीशिएटिव योजना का संचालन कर जनशक्ति को प्रशिक्षित कराया जाय। उन्होंने कहा कि विभिन्न राजकीय विभागों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को जोड़कर समग्र रूप से प्रदेश के युवाओं विभिन्न व्यावसायिक कौशल की विधाओं में प्रशिक्षित कराकर निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि गैर-परम्परागत तरीके से प्रशिक्षित एवं असंगठित सेक्टर में कार्य कर रहे कामगारों के कौशल का प्रमाणीकरण स्क्लि इनीशिएटिव योजना के अन्तर्गत डायरेक्ट असेसमेंट के रूप में कराया जायेगा। कौशल विकास मिशन के संचालन में सहायता एवं परामर्श प्राप्त करने हेतु नेशनल स्किल डेवलपमेंट काॅरपोरेशन, अन्य विभागों अथवा एजेसिंयों द्वारा आवश्यक सहयोग प्राप्त किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा राजीव कपूर, प्रमुख सचिव श्रम शैलेष कृष्ण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2012 का औपचारिक विमोचन शीघ्र

Posted on 11 December 2012 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हंै कि खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति-2012 का औपचारिक विमोचन मुख्यमंत्री जी से यथाशीघ्र कराया जाय। उन्होंने कहा कि नीति से संबंधित समस्त शासनादेशांे को सम्बन्धित विभागों से निर्गत कराकर हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में शासनादेशों की संकलित बुकलेट भी प्रकाशित कराई जाये ताकि उद्यमियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल वातावरण का सृजन कराया जाय। नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए निवेशकों को निवेश सम्बन्धी सूचनाएं उपलब्ध कराने के साथ-साथ अनुदान एवं रियायतों से अवगत कराते हुए उनकी सहायता की जाय तथा त्वरित समस्या समाधान हेतु आवश्यक व्यापक प्रबन्ध किये जाएं। नई खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां जिसमें प्लाण्ट, मशीनरी व स्पेयर पार्ट्स में पूंजी निवेश 2 करोड़ रुपये या अधिक हो, को उनके द्वारा प्रयोग किये जाने वाले कच्चे माल की क्रय पर 5 वर्ष के लिए मण्डी शुल्क व विकास सेस से छूट उपलब्ध कराई जायेगी। नष्टप्राय (पेरीशेवुल) कच्चे माल को उपयोग करने वाली खाद्य प्रसंस्करण की नई निर्यातक इकाइयों को प्लाण्ट, मशीनरी तथा तकनीकी सिविल कार्य में 5 करोड़ रुपये या अधिक पूंजी निवेश करने पर 10 वर्ष तक तथा 10 करोड़ रुपये या अधिक पूंजी निवेश करने पर 15 वर्ष के लिए मण्डी शुल्क व विकास सेस में छूट उपलब्ध कराई जायेगी।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में उद्योग प्रसंस्करण नीति-2012 के क्रियान्वयन के संबंध में आयोजित बैठक की अध्य़क्षता कर रहे थे। क्षेत्रीय विशिष्टताओं के आधार पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों को उनके प्रसंस्कृत उत्पादों की ब्राण्डिंग को प्रोत्साहित करने हेतु व्यय का 50 प्रतिशत अधिकतम 5 लाख रुपये की धनराशि एक बार अनुदान भी सुलभ कराया जायेगा। नीति के अनुसार खाद्य सुरक्षा मानकों का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित कराया जाय। बाजार व्यवस्था में सुधार कर कृषकों को उनके उत्पाद का अधिकतम मूल्य उपलब्ध कराया जाय। इस हेतु हाॅफेड एवं सम्बद्ध सहकारी समितियों को सुदृढ़ कर संगठित विपणन व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाय और विपणन प्रोत्साहन हेतु क्रेता-विक्रेता सम्मेलन (बायर-सेलर मीट) और मेलों के माध्यम से उपभोक्ताओं और कृषकों को सीधे सम्पर्क में लाया जाय।
श्री उस्मानी ने बताया कि प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्टडी टूर का आयोजन उद्यमियों, विभागीय अधिकारियों/कर्मचारियों को समय-समय पर आवश्यकतानुसार कराया जायेगा, जिससे प्रदेश में खाद्य प्रसंस्करण आधारित उद्योगों की स्थापना में सहयोग प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसी नई औद्योगिक इकाइयों को जिनके द्वारा 100 या इससे अधिक अकुशल श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। उनके द्वारा श्रमिकों के पक्ष में जमा किये गये ई0पी0एफ0 की 50 प्रतिशत धनराशि इकाई स्थापना के तीन वर्षों बाद उससे अगले तीन वर्षो हेतु प्रतिपूर्ति की जायेगी। उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र को दक्ष मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने हेतु उद्यमिता विकास के प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन, ढाबा, फास्ट फूड, रेस्टोरेन्ट प्रशिक्षण, फूड हाईजीन एवं सेनीटेशन, जागरूकता तथा केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी शोध संस्थान (सी0एफ0टी0आर0आई0),रक्षा खाद्य शोध प्रयोगशाला (डी0एफ0आर0एल0) एवं अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों में उच्च स्तरीय विशेषज्ञ प्रशिक्षण आयोजित कराये जाय। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहनात्मक कार्यक्रमों में गोष्ठियां, सेमिनार, प्रदर्शनी, अध्ययन सर्वेक्षण तथा अध्ययन भ्रमण आदि कार्यक्रमों का आयोजन कराये जाएं।बैठक में प्रमुख सचिव खाद्य प्रसंस्करण, ी रजनीश दुबे, सचिव वित्त, एम0 देवराज सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।    ,

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुस्लिमों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिलाने की लड़ाई लड़ते रहने का भरोसा

Posted on 11 December 2012 by admin

समाजवादी पार्टी  के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज यहाॅ मुस्लिमों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण दिलाने की लड़ाई लड़ते रहने का भरोसा दिलाते हुए प्रोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था को वैमनस्यता फैलाने वाली खतरनाक चाल बताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि सन् 2014 के चुनावों में भाजपा और कांगे्रस दोनों सत्ता में नहीं आ पाएगी।
mulayam-singh-yadavश्री यादव आज पार्टी मुख्यालय में एकत्र सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। मंच पर उनके साथ प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी तथा प्रदेश सचिव एस0आर0एस0 यादव भी मौजूद थे। आज मौअल्लिमे उर्दू एसोसियेशन के अध्यक्ष ताजबर एहतिशाम के नेतृत्व में उर्दू मोअल्लिम डिग्रीधारकों तथा श्री राकेश कुमार मौर्य अध्यक्ष आश्रम पद्धति इंटर कालेज शिक्षक कल्याण समिति, उ0प्र0 के प्रतिनिधि भी मिलें। काजी शहर कानपुर के जनाब आलम रजा नूरी ने उर्दू मोअल्लिमों के सिलसिले में नेता जी से भेंट की।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि प्रोन्नति में आरक्षण बहुत खतरनाक है। इससे समाज में वैमनस्यता और विषमता बढ़ेगी। इस व्यवस्था से जूनियर सीनियर और सीनियर जूनियर हो जाएगा। यह समाज को तोड़ने वाली चाल है। समाजवादी पार्टी इसीलिए इस संबंध में लाए गए संविधान संशोधन विधेयक का विरोध कर रही है।  यह विधेयक सामाजिक न्याय की अवधारणा के भी खिलाफ हैं।
श्री यादव ने कहा कि केन्द्र की कांगे्रस सरकार ने सच्चर कमेटी और रंगनाथ मिश्र आयोग बनाया। सच्चर कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मुस्लिमों की हालत दलितों से भी ज्यादा खराब है। संसद में मुस्लिमों को नौकरियों में आरक्षण की माॅग समाजवादी पार्टी ने उठाई। उन्होंने कहा सरकार को मजबूर होकर एक दिन मुस्लिमांे केा आरक्षण का लाभ देना ही होगा। इसके मिलने तक हमारी लड़ाई भी जारी रहेगी। उन्होंने मुस्लिमों को याद दिलाया कि स्वंय उन्होंने पिछड़ों के हक की बरसों तक लड़ाई लड़ी, तब मंडल कमीशन की सिफारिशें स्वीकार की गई।  इसके लिए हमने गिरफ्तारियाॅ दी थी। लाठियाॅ खाई थीं। चैधरी चरण सिंह जी को भी मण्डल कमीश्न की सिफारिशें लागू कराने का श्रेय जाता है। श्री यादव ने कहा मुस्लिमों को भी एक दिन जरूर आरक्षण मिलेगा।
मुलायम सिंह यादव ने कहा कि कांग्रे्रस और भाजपा के बीच नूरा कुश्ती चल रही है। दोनों एक दूसरे से मिले हुए हैं। ये लोग तीसरे फ्रंट को नहीं चाहते हैें। आजादी के बाद केन्द्र में 1977, 1993, और 2003 में तीसरे मोर्चे की सरकारें बनीं। वे स्वंय दो बार मुख्यमंत्री तथा केन्द्र में रक्षा मंत्री बनें। उन्होंने आशंका जताई कि कहीं कांगे्रस ही भाजपा केा केन्द्र की सत्ता में न बिठा दे। लेकिन उन्होंने दृढ़तापूर्वक कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं होने पाएगा। केन्द्र में सन् 2014 में न तो कांगे्रस की सरकार बनेगी और नहीं भाजपा की। तीसरा मोर्चा चुनाव बाद स्वंय गठित हो जाएगा।
श्री यादव ने अंत में कार्यकर्ताओं से कहा कि वे किसानों की कर्ज माफी, मुफ्त सिंचाई सुविधा, बेकारी भत्ता, कन्या धन आदि के संबंध में जनता के बीच जाकर बताएं कि समाजवादी सरकार ने उनके हित में क्या क्या कदम उठाए हैं। पार्टी अपने चुनाव घोषणापत्र के वायदे पूरे कर रही है। मुफ्त पढ़ाई और दवाई की सुविधा है। श्री मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं से अपने अपने क्षेत्रों में जाकर सन् 2014 की सफलता के लिए संकल्पित होकर जिम्मेदारी से कार्य करने का आव्हान किया। उन्हेांने निष्ठा से काम करने के लिए‘‘जो जहाॅ जब’’ का मंत्र दिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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डिस्कवरी चैनल के कार्यक्रम ‘क्यूरियाॅसिटी’ में जीवन से जुड़े सबसे हैरतअंगेज़ विषयों की अंतरंग झलक

Posted on 11 December 2012 by admin

-डिस्कवरी चैनल पर क्यूरियाॅसिटी के नए सीजन की शुरूआत 17 दिसम्बर से हो रही है-
can-you-brainwash-watch-curiosity-on-discovery-channelडिस्कवरी चैनल ने टेलिविजन पर दर्शकों का परिचय एक ऐसी श्रृंखला से कराया जिसने अपने अनेक अनूठे विषयों के जरिये उनके मन में उत्सुकता का भाव जगाया। अतिविशिष्ट श्रृंखला क्यूरियाॅसिटी जीवन से जुड़े कई सबसे चुनौतीपूर्ण सवालों के पीछे मौजूद सच को उद्घाटित करती है, ये श्रृंखला फिर से रोचक खोजबीन, अनोखे प्रयोगों और कुछ बेहद जाने-माने और लम्बे समय से कायम रहस्यों के प्रति विचारोत्तेजक अंतरंग जानकारियों के साथ लौट रही है। जब कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो क्या होता है? लोग बरमुडा ट्राएंगल में गायब क्यों हो जाते हैं? किसी जानलेवा वायरस से जूझने के 48 घंटों के दौरान इंसान की त्वचा की कोई कोशिका कैसी दिखती है? सूर्य से होकर सफ़र करना कैसा लगता है? क्या मंगल ग्रह पर जीवन मुमकिन है? क्या ज्वालामुखियों के बारे में सटीक जानकारी पहले से दे पाना संभव है? सतह के नीचे यलोस्टोन कैसा दिखता है? दर्शक ऐसे अनेक सवालों के जवाब पा सकेंगे क्यूरियाॅसिटी श्रृंखला के नए सीजन में, जिसे 17 दिसम्बर से सोमवार से शुक्रवार
रात 8 बजे से दिखाया जा रहा है।

क्यूरियाॅसिटी, दर्शकों को एक कमाल की खोज यात्रा पर ले जाने के लिए कुछ भी करती है। क्यूरियाॅसिटी के नए सीजन में, टेलिविजन के इतिहास में कई बातें पहली बार हो रही है, इनकी शुरूआत एक जबर्दस्त धमाके से हो रही है, इसमें जानबूझ कर एक बोइंग 737 विमान को रिमोट कन्ट्रोल क्रैश कराया जा रहा है, इस हादसे को बहुत सारे कैमरे दर्ज करेंगे, इस विमान में क्रैश टैस्ट डमीज होंगी और इसमें विज्ञान से जुड़े कई प्रयोग भी होंगे। वैमानिकी विशेषज्ञों के तौर पर प्रत्यक्षदर्शी कई कोणों से उस प्रयोग को मुमकिन बनाने की कोशिश करते हैं जिसे करीब 30 साल पहले नासा ने करने की कोशिश की थी, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली थी, इस प्रयोग के जरिये ये जानने की कोशिश की जा रही है कि इतने बड़े किसी हादसे के दौरान क्या होता है, ऐसे कौन से रास्ते हो सकते हैं जिनसे विमान की सुरक्षा को सुधारा जा सकता है और ऐसे हादसों में लोगों के जिन्दा बचने की संभावनाओं को बेहतर बनाया जा सकता है।

nefertiti-curiosity-discovery-channel-starting-17th-decइस बेहद प्रसिद्ध श्रृंखला के नए सीजन की घोषणा करते हुए राहुल जौहरी, सीनियर वाइस प्रैजिडैंट और जनरल मैनेजर - दक्षिण एशिया, डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया-पैसिफि़क ने कहा, ‘डिस्कवरी चैनल क्यूरियाॅसिटी के एक सीजन के जरिये दर्शकों को खोज से जुड़ी एक दिलकश यात्रा पर ले चल रहा है। ये अनूठी और आकर्षक श्रृंखला हमारे दर्शकों की कल्पनाओं को आन्दोलित करेगी, ये साहस के साथ सवाल पूछेगी और निडर होकर जवाब हासिल करेगी।’

कई दुराग्रही प्रयोगों और दुनिया के जाने-माने विशेषज्ञों द्वारा की जा रही उन्नत शोध के जरिये क्यूरियाॅसिटी का यह नया सीजन पुरातत्व विज्ञान, वास्तुशिल्प, भूगोल, इतिहास, विज्ञान, समाज, टैक्नाॅलाॅजी, सौर प्रणालियों तथा ऐसे अन्य अनेक क्षेत्रों से जुड़े रहस्यों से पर्दा उठाना जारी रखता है। चाहे बरमुडा ट्राएंगल में जलपोतों, विमानों और लोगों का रहस्यमय ढंग से गायब होना हो, या फिर ऐसे मस्तिष्क को बदल देने वाले प्रयोग जो आम लोगों को हत्यारों में परिवर्तित कर देते हों, अथवा ये पता लगाना कि क्या मंगल ग्रह पर कभी जीवन का निर्माण करने वाले तत्व मौजूद थे, या फिर दुनिया के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक के हैरतअंगेज निर्माण की गुत्थी सुलझाना, स्टोनहैंज को बनाने के लिए टनो वज़नी पत्थरों को किस तरह वेल्स की एक खदान से जमीन और समुद्र के जरिये 250 मील से भी ज्यादा दूर उसके अंतिम गंतव्य तक कैसे पहुंचाया गया? क्या हमारे दौर के इन चकरा देने वाले रहस्यों को कभी सुलझाया जा सकेगा?

plane-crash-episode-discovery-channel-series-curiosityक्यूरियाॅसिटी के नए सीजन में दिखाए जाने वाले कुछ विषय हैंः
ऽ    प्लेन क्रैश ;विमान दुर्घटनाद्ध: इस अनोखे प्रयोग में, वैज्ञानिक एक गंभीर (लेकिन जिंदा बचने योग्य) यात्री जैट क्रैश लैंडिंग की पुर्नरचना करते हैं ताकि विशेषज्ञ विमान की, हादसे को झेलने की योग्यता के अध्ययन के साथ-साथ, मानव शरीर पर ऐसे हादसों के प्रभावों का अध्ययन कर सकें।
ऽ    बरमुडा ट्राएंगलः वैज्ञानिक इस मशहूर ट्राएंगल में जाकर, यहां के मलबों की जांच करते हैं, और असली नावों और विमानों पर अलग-अलग थ्योरियों का विश्लेषण करते हैं ताकि इस दास्तान के पीछे मौजूद सच का खुलासा किया जा सके।
ऽ    ब्रेनवाॅश्ड ;ज़बर्दस्ती मत परिवर्तन करनाद्धः डाॅक्टर विज्ञान से जुड़े एक दुराग्रही और अभूतपूर्व प्रयोग को ये देखने के लिए करते हैं कि क्या साधारण लोगों के मस्तिष्क पर नियंत्रण करके उन्हें हत्यारों में बदला जा सकता है।
ऽ    यलोस्टोनः वैज्ञानिक ताजातरीन इमेजिंग टैक्नाॅलाॅजी का इस्तेमाल करके हमारे सबसे मशहूर नैशनल पार्क की सतह के नीचे का राज जानने और इसके पर्यावास और पर्यावरण प्रणाली को गहराई से जानने का प्रयास करते हैं।
ऽ    नेफरतितीः जाने-माने पुरातत्ववेत्ता डाॅक्टर ज़ाही हवास, नेफरतिती की गुमशुदा ममी को ढूंढने के लिए एक नई खोज पर निकलते हैं।
ऽ    मार्स लैंडिंग ;मंगल ग्रहद्ध: जीवन की ये नई खोज नासा के हैरतअंगेज रोवर, क्यूरियाॅसिटी की विस्तृत कवरेज और मंगल की सतह पर, हाल ही में हुई इसकी लैंडिंग को दिखाती है।
रुरुरु
डिस्कवरी चैनल के बारे में

डिस्कवरी चैनल, डिस्कवरी कम्यूनिकेशन्स का प्रमुख नैटवर्क है, यह दुनिया में गैर-कथात्मक कार्यक्रमों की उच्चतम गुणवत्ता कायम रखने के लिए समर्पित है और टेलीविजन पर सबसे क्रियाशील नैटवर्कों में से एक बना हुआ है। डिस्कवरी चैनल का शुभारंभ 1985 में हुआ था और अब यह एशिया-पैसिफि़क में 18 करोड़ 60 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डिस्कवरी चैनल दुनिया के सबसे अधिक वितरित होने वाले टेलीविजन ब्रैंडों में से एक है, यह 209 देशों में 45 भाषाओं में कुल मिलाकर 40 करोड़ 90 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। यह दर्शकों को अनेक विषयों पर उच्च गुणवत्ता वाले गैर-कथात्मक कार्यक्रम दिखाता है, इनमें प्रकृति, विज्ञान और टैक्नोलाॅजी, प्राचीन और समकालीन इतिहास, एडवैंचर, सांस्कृतिक और विषय आधारित वृत्तचित्र शामिल हैं। और अधिक जानकारी के लिए देखें -www.discoverychannelasia.com

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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निर्माण श्रमिकों को शीघ्र ही साइकिल दिये जाने की योजना शासन के विचाराधीन है

Posted on 11 December 2012 by admin

प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री डा0 वकार अहमद शाह ने बताया है कि प्रदेश में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को शीघ्र ही साइकिल दिये जाने की योजना शासन के विचाराधीन है तथा पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सोलर होम लाईट वितरित की जायेगी। उन्होंने बताया कि निर्माण श्रमिकों के कल्याण हेतु 15 योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
श्रम मंत्री के अनुसार उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा प्रदेश में निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के कल्याण हेतु वर्तमान में 15 कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है।
इन योजनाओं में यथा मातृत्व हितलाभ योजना में महिला निर्माण श्रमिक को तीन हजार रुपये, शिशु हितलाभ योजना में पंजीकृत निर्माण श्रमिक को पुत्र होने की दशा में तीन हजार रूपये एवं पुत्री होने की दशा में चार हजार रुपये तक दुर्घटना सहायता योजना में स्थाई आंशिक अपंगता/विकंलागता की स्थिति में 40 हजार रुपये, स्थाई पूर्ण अपंगता/विकलांगता की स्थिति में 75 हजार रुपये एवं दुर्घटना के परिणामस्वरूप मृत्यु होने की दशामें एक लाख रुपये तक, मेधावी छात्र पुरस्कार योजना में छात्र की कक्षा के आधार पर चार हजार रुपये से बाइस हजार तक, मृत्यु एवं अन्त्येष्टि सहायता योजना में अन्त्येष्टि आदि खर्चों के लिए आठ हजार रुपये एवं मृतक के आश्रितों को 30 हजार रुपये की एकमुश्त तात्कालिक सहायता, एम्बुलेन्स सहायता योजना में कार्यस्थल/निवास स्थल से चिकित्सालय तक एम्बुलन्स के माध्यम से जाने की स्थिति में 10 कि0मी0 तक दस रुपये तथा 10 कि0मी0 से अधिक की दूरी पर दस रुपये प्रति कि0मी0 की दर से अधिकतम छः सौ रुपये, कौशल विकास तकनीकी उन्नयन एवं प्रमाणीकरण योजना में निर्माण श्रमिक स्वयं या उसके परिवार के सदस्यों को कौशल संबंधी दक्षता विकास एवं तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करना, गम्भीर बीमारी सहायता योजना में निर्माण श्रमिक स्वयं या उसके परिवार के सदस्यों को गम्भीर बीमारी की स्थिति में उसके द्वारा कराये इलाज के उपरान्त किये गये व्यय की प्रतिपूर्ति कराना, निर्माण कामगार पुत्री विवाह अनुदान योजना के अन्तर्गत निर्माण श्रमिक की विवाह योग्य पुत्रियों को आर्थिक सहायता के रूप में 20 हजार रुपये, निर्माण कामगार बालिका आशीर्वाद योजना में निर्माण श्रमिक के पुत्री के जन्म होने की स्थिति में 20 हजार रुपये बतौर सावधि जमा की जाती है, निर्माण कामगार अक्षमता पेंशन योजना में दुर्घटना/बीमारी के कारण पूर्ण एवं स्थाई रूप से अक्षम हो जाने पर लाभार्थी एवं उसके परिवार के भरण पोषण हेतु नियमित रूप से पांच सौ रुपये देय होता है, निर्माण कामगार औजार क्रय हेतु आर्थिक सहायता योजना में निर्माण श्रमिक को औजार क्रय करने हेतु पांच हजार रुपये दियाजाता है, निर्माण कामगार हितार्थ सौर ऊर्जा सहायता योजना के अन्तर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों को सोलर होम लाईट की सुविधा प्रदान की जाती है, निर्माण कामगार हितार्थ आवास सहायता योजना में पंजीकृत निर्माण श्रमिक को आवास बनाने हेतु 45 हजार रुपये का अनुदान/सहायता दी जाती है, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत सामान्य बीमारियों को आच्छादित किया गया है, जो भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप क्रियान्वित की जाती है।
उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा अक्टूबर, 2012 तक कुल 21,456 अधिष्ठानों का पंजीयान कुल दो लाख 44,011 निर्माण श्रमिकों का पंजीयन एवं कुल 540 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि सेस के रूप मंे वसूल की जा चुकी है। विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अन्तर्गत अक्टूबर, 2012 तक कुल 14124 निर्माण श्रमिकों को लाभ दिया जा चुका है।
श्रम मंत्री द्वारा सभी निर्माण श्रमिकों को अपने को पंजीकृत किये जाने का आवाह्न किया गया। उन्होंने आश्वस्त किया कि भविष्य में निर्माण श्रमिकों के कल्याण हेतु और योजनायें बनाई जायेंगी, जिससे निर्माण श्रमिकों के स्वास्थ्य उनके बच्चों की शिक्षा एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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सभी महिलाओं को दो साड़ी व वृद्धजनों को एक कम्बल दिये जाने के संबंध में बैठक

Posted on 11 December 2012 by admin

भूख मुक्ति एवं रक्षा गारंटी योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे की सभी महिलाओं को दो साड़ी व वृद्धजनों को एक कम्बल दिये जाने के संबंध में 12 दिसम्बर, 2012 को उप समिति की बैठक पंचायती राज मंत्री के कार्यालय कक्ष में आहूत की गयी है। बैठक की अध्यक्षता पंचायती राज मंत्री श्री बलराम यादव करेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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31 दिसम्बर 2012 तक अवश्य कार्यभार ग्रहण कर लें

Posted on 11 December 2012 by admin

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने लोक सेवा आयोग द्वारा नव चयनित चिकित्सकों को एक और मौका प्रदान करते हुए कहा है कि जिन चिकित्सकों ने किसी कारणवश अभी तक ज्वाइन नहीं किया है, वह 31 दिसम्बर 2012 तक अवश्य कार्यभार ग्रहण कर लें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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केन्द्रीयकृत भर्ती प्रक्रिया के तहत भरने की आवष्यकताः वीपी सिंह

Posted on 11 December 2012 by admin

उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों द्वारा इलाहाबाद उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शिवकीर्ति सिंह के सम्मान में एक भव्य समारोह का आयोजन लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आईजेटीआर के प्रांगण में हुआ। समारोह में न्याय जगत के कई न्यायाधीश मौजूद रहे जिनमें मुख्य रुप से इलाहाबाद उच्च न्यायालय के जस्टिस उमानाथ सिंह, अशोक श्रीवास्तव, विनय माथुर, एसएच शुक्ला, वीके दीक्षित, महेन्द्र दयाल, अनुराग कुमार, वीसी गुप्ता, सतीश चन्द्र आदि रहे। इसके अलावा करीब 18 जिलों के जनपद न्यायाधीश भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराये। इस मौके पर संघ के अध्यक्ष/जिला जज सुल्तानपुर वीपी सिंह ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि अधीनस्थ अदालतों में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के 25 प्रतिषत से अधिक पद खाली पडे़ हैं जिसे केन्द्रीयकृत भर्ती प्रक्रिया के तहत भरने की आवष्यकता है। प्रत्येक न्यायिक अधिकारी को 2 आषुलिपिक प्रदान किये जाने चाहिये और एडीजे स्तर के अधिकारियों को एक स्टेनो जो द्विभाषी श्रेणी में टाइप कर सकता हो, प्रदान किया जाना चाहिये। इस पर विशेष अतिथि जस्टिस भंवर सिंह चेयरमैन आईजेटीआर के अलावा जस्टिस उमानाथ सिंह, कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश शिवकीर्ति ने अपने विचार व्यक्त किये। मुख्य न्यायाधीश ने आश्वासन दिया कि वह हर प्रयास करके न्यायिक अधिकारियों की मांगों को अमली जामा पहनाने का प्रयास करेंगे। केन्द्रीयकृत तरीके से तृतीय व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की नियुक्ति एवं स्टेनोग्राफरों की नियुक्ति अतिशीघ्र की जायेगी। केन्द्रीयकृत तरीके से सफलतापूर्वक कर्मचारियों की नियुक्ति, इसके पहले प्रयोग के रुप में मुख्य न्यायाधीश द्वारा पटना उच्च न्यायालय में किया जा चुका है जो उत्तर प्रदेश में भी सफल रहेगा। न्यायिक अधिकारियों की भी नियुक्ति रिक्त स्थानों पर अतिशीघ्र की जायेगी एवं सम्भव प्रयास करके न्याय को सस्ता एवं सरल बनाने का प्रयास किया जायेगा। सभी न्यायिक अधिकारियों के एरियरों का भुगतान 31 मार्च से पहले करने का प्रयास किया जायेगा। प्रमोषन के सभी रास्ते खोले जायेंगे। जस्टिस भंवर सिह ने इंफास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिये बजट में आये समस्त धनराशि के इस्तेमाल पर बल दिया। इसके अतिरिक्त 4 दिसम्बर को दीवानी न्यायालय लखनऊ में न्यायिक सेवा संघ द्वारा आयोजित अपनी प्रथम बैठक में पारित सभी प्रस्तावों को बल मिलता दिखायी पड़ा। इस आशय की जानकारी स्वागत समारोह से लौटे जौनपुर दीवानी न्यायालय के अपर सिविल जज षष्टम एवं संघ के कार्यकारिणी सदस्य डा. सुनील कुमार सिंह ने दी है। उन्होंने बताया कि समारोह का संचालन राजीव माहेश्वरम् एवं धन्यवाद ज्ञापन संघ के महासचिव बीएन रंजन ने दिया। इस अवसर पर विनय सिंह, सौरभ सक्सेना, संजय चैधरी, दीपक यादव, काशीनाथ, उदयवीर सिंह पुंडीर, डा. सुनील कुमार सिंह सहित तमाम न्यायाधीश, संघ के पदाधिकारी मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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