-डिस्कवरी चैनल पर क्यूरियाॅसिटी के नए सीजन की शुरूआत 17 दिसम्बर से हो रही है-
डिस्कवरी चैनल ने टेलिविजन पर दर्शकों का परिचय एक ऐसी श्रृंखला से कराया जिसने अपने अनेक अनूठे विषयों के जरिये उनके मन में उत्सुकता का भाव जगाया। अतिविशिष्ट श्रृंखला क्यूरियाॅसिटी जीवन से जुड़े कई सबसे चुनौतीपूर्ण सवालों के पीछे मौजूद सच को उद्घाटित करती है, ये श्रृंखला फिर से रोचक खोजबीन, अनोखे प्रयोगों और कुछ बेहद जाने-माने और लम्बे समय से कायम रहस्यों के प्रति विचारोत्तेजक अंतरंग जानकारियों के साथ लौट रही है। जब कोई विमान दुर्घटनाग्रस्त होता है, तो क्या होता है? लोग बरमुडा ट्राएंगल में गायब क्यों हो जाते हैं? किसी जानलेवा वायरस से जूझने के 48 घंटों के दौरान इंसान की त्वचा की कोई कोशिका कैसी दिखती है? सूर्य से होकर सफ़र करना कैसा लगता है? क्या मंगल ग्रह पर जीवन मुमकिन है? क्या ज्वालामुखियों के बारे में सटीक जानकारी पहले से दे पाना संभव है? सतह के नीचे यलोस्टोन कैसा दिखता है? दर्शक ऐसे अनेक सवालों के जवाब पा सकेंगे क्यूरियाॅसिटी श्रृंखला के नए सीजन में, जिसे 17 दिसम्बर से सोमवार से शुक्रवार
रात 8 बजे से दिखाया जा रहा है।
क्यूरियाॅसिटी, दर्शकों को एक कमाल की खोज यात्रा पर ले जाने के लिए कुछ भी करती है। क्यूरियाॅसिटी के नए सीजन में, टेलिविजन के इतिहास में कई बातें पहली बार हो रही है, इनकी शुरूआत एक जबर्दस्त धमाके से हो रही है, इसमें जानबूझ कर एक बोइंग 737 विमान को रिमोट कन्ट्रोल क्रैश कराया जा रहा है, इस हादसे को बहुत सारे कैमरे दर्ज करेंगे, इस विमान में क्रैश टैस्ट डमीज होंगी और इसमें विज्ञान से जुड़े कई प्रयोग भी होंगे। वैमानिकी विशेषज्ञों के तौर पर प्रत्यक्षदर्शी कई कोणों से उस प्रयोग को मुमकिन बनाने की कोशिश करते हैं जिसे करीब 30 साल पहले नासा ने करने की कोशिश की थी, लेकिन उसे कामयाबी नहीं मिली थी, इस प्रयोग के जरिये ये जानने की कोशिश की जा रही है कि इतने बड़े किसी हादसे के दौरान क्या होता है, ऐसे कौन से रास्ते हो सकते हैं जिनसे विमान की सुरक्षा को सुधारा जा सकता है और ऐसे हादसों में लोगों के जिन्दा बचने की संभावनाओं को बेहतर बनाया जा सकता है।
इस बेहद प्रसिद्ध श्रृंखला के नए सीजन की घोषणा करते हुए राहुल जौहरी, सीनियर वाइस प्रैजिडैंट और जनरल मैनेजर - दक्षिण एशिया, डिस्कवरी नैटवक्र्स एशिया-पैसिफि़क ने कहा, ‘डिस्कवरी चैनल क्यूरियाॅसिटी के एक सीजन के जरिये दर्शकों को खोज से जुड़ी एक दिलकश यात्रा पर ले चल रहा है। ये अनूठी और आकर्षक श्रृंखला हमारे दर्शकों की कल्पनाओं को आन्दोलित करेगी, ये साहस के साथ सवाल पूछेगी और निडर होकर जवाब हासिल करेगी।’
कई दुराग्रही प्रयोगों और दुनिया के जाने-माने विशेषज्ञों द्वारा की जा रही उन्नत शोध के जरिये क्यूरियाॅसिटी का यह नया सीजन पुरातत्व विज्ञान, वास्तुशिल्प, भूगोल, इतिहास, विज्ञान, समाज, टैक्नाॅलाॅजी, सौर प्रणालियों तथा ऐसे अन्य अनेक क्षेत्रों से जुड़े रहस्यों से पर्दा उठाना जारी रखता है। चाहे बरमुडा ट्राएंगल में जलपोतों, विमानों और लोगों का रहस्यमय ढंग से गायब होना हो, या फिर ऐसे मस्तिष्क को बदल देने वाले प्रयोग जो आम लोगों को हत्यारों में परिवर्तित कर देते हों, अथवा ये पता लगाना कि क्या मंगल ग्रह पर कभी जीवन का निर्माण करने वाले तत्व मौजूद थे, या फिर दुनिया के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक के हैरतअंगेज निर्माण की गुत्थी सुलझाना, स्टोनहैंज को बनाने के लिए टनो वज़नी पत्थरों को किस तरह वेल्स की एक खदान से जमीन और समुद्र के जरिये 250 मील से भी ज्यादा दूर उसके अंतिम गंतव्य तक कैसे पहुंचाया गया? क्या हमारे दौर के इन चकरा देने वाले रहस्यों को कभी सुलझाया जा सकेगा?
क्यूरियाॅसिटी के नए सीजन में दिखाए जाने वाले कुछ विषय हैंः
ऽ प्लेन क्रैश ;विमान दुर्घटनाद्ध: इस अनोखे प्रयोग में, वैज्ञानिक एक गंभीर (लेकिन जिंदा बचने योग्य) यात्री जैट क्रैश लैंडिंग की पुर्नरचना करते हैं ताकि विशेषज्ञ विमान की, हादसे को झेलने की योग्यता के अध्ययन के साथ-साथ, मानव शरीर पर ऐसे हादसों के प्रभावों का अध्ययन कर सकें।
ऽ बरमुडा ट्राएंगलः वैज्ञानिक इस मशहूर ट्राएंगल में जाकर, यहां के मलबों की जांच करते हैं, और असली नावों और विमानों पर अलग-अलग थ्योरियों का विश्लेषण करते हैं ताकि इस दास्तान के पीछे मौजूद सच का खुलासा किया जा सके।
ऽ ब्रेनवाॅश्ड ;ज़बर्दस्ती मत परिवर्तन करनाद्धः डाॅक्टर विज्ञान से जुड़े एक दुराग्रही और अभूतपूर्व प्रयोग को ये देखने के लिए करते हैं कि क्या साधारण लोगों के मस्तिष्क पर नियंत्रण करके उन्हें हत्यारों में बदला जा सकता है।
ऽ यलोस्टोनः वैज्ञानिक ताजातरीन इमेजिंग टैक्नाॅलाॅजी का इस्तेमाल करके हमारे सबसे मशहूर नैशनल पार्क की सतह के नीचे का राज जानने और इसके पर्यावास और पर्यावरण प्रणाली को गहराई से जानने का प्रयास करते हैं।
ऽ नेफरतितीः जाने-माने पुरातत्ववेत्ता डाॅक्टर ज़ाही हवास, नेफरतिती की गुमशुदा ममी को ढूंढने के लिए एक नई खोज पर निकलते हैं।
ऽ मार्स लैंडिंग ;मंगल ग्रहद्ध: जीवन की ये नई खोज नासा के हैरतअंगेज रोवर, क्यूरियाॅसिटी की विस्तृत कवरेज और मंगल की सतह पर, हाल ही में हुई इसकी लैंडिंग को दिखाती है।
रुरुरु
डिस्कवरी चैनल के बारे में
डिस्कवरी चैनल, डिस्कवरी कम्यूनिकेशन्स का प्रमुख नैटवर्क है, यह दुनिया में गैर-कथात्मक कार्यक्रमों की उच्चतम गुणवत्ता कायम रखने के लिए समर्पित है और टेलीविजन पर सबसे क्रियाशील नैटवर्कों में से एक बना हुआ है। डिस्कवरी चैनल का शुभारंभ 1985 में हुआ था और अब यह एशिया-पैसिफि़क में 18 करोड़ 60 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डिस्कवरी चैनल दुनिया के सबसे अधिक वितरित होने वाले टेलीविजन ब्रैंडों में से एक है, यह 209 देशों में 45 भाषाओं में कुल मिलाकर 40 करोड़ 90 लाख सबस्क्राइबरों तक पहुंचता है। यह दर्शकों को अनेक विषयों पर उच्च गुणवत्ता वाले गैर-कथात्मक कार्यक्रम दिखाता है, इनमें प्रकृति, विज्ञान और टैक्नोलाॅजी, प्राचीन और समकालीन इतिहास, एडवैंचर, सांस्कृतिक और विषय आधारित वृत्तचित्र शामिल हैं। और अधिक जानकारी के लिए देखें -www.discoverychannelasia.com
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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