उत्तर प्रदेष के हज व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री व राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आज़म खाँ ने भारत के प्रधानमंत्री डा0 मनमोहन सिंह को एक मार्मिक पत्र लिखकर सऊदी अरब में हिन्दुस्तान विषेषकर उत्तर प्रदेष व बिहार के हज यात्रियो के साथ भारतीय दूतावास द्वारा उनकी देखभाल के लिए तैनात किये गये कर्मियों व सऊदी हुकूमत के कर्मियों द्वारा किये जाने वाले अपमान जनक दुव्र्यवहार की ओर उनका ध्यानाकर्षण किया है और इस मुद्दे पर उनसे हस्तक्षेप करने का पुरज़ोर अनुरोध किया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सम्पन्न हुए हज में मोहम्मद आज़म खाँ स्वयं शरीक हुए थे और वहाँ पर हिन्दुस्तानी हज यात्रियों को जिन दिक्कतों, मुष्किलों व जि़ल्लतों का सामना करते हुए उन्होंने पाया उससे वे बहुत दुःखी हुए और अन्ततः प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर उन्हें इन शर्मनाक व अमानवीय हालात से अवगत कराते हुए उनसे इन मुद्दों के सम्मानजनक हल के लिए व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप करने की ग़ुज़ारिष की है।
अपने पत्र में हज समिति के अध्यक्ष श्री खाँ ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि वे इस सिलसिले में सऊदी हुकूमत से उसके व्यवहार और काम करने के तरीकों पर बात करें और उनसे यह भी सुनिष्चित करने को कहा जाय कि वे उतने ही हाजी दुनिया भर से बुलायें जितने हाजियों को वे सुचारू रूप से हज करा सकते हों। उन्होंने कहा कि यदि अधिक संख्या में हज यात्री बुलाये जाते हैं तो उन्हें कामर्षियल दृष्टिकोण से ऐसी सारी सुविधायें दी जायें जिसका पैसा हज यात्री अदा करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी अनुरोध किया है कि भारतीय दूतावास व सेन्ट्रल हज कमेटी द्वारा हज यात्रियों की सुविधा के लिए जो कर्मी तैनात किये जाते हैं उन्हें भी अपनी ड्यूटी को सही ढंग से निभाने और हज याित्रयों के साथ विनम्र व्यवहार करने की सख़्त हिदायत दी जाये। साथ ही हिन्दुस्तानी हज यात्रियों के साथ ऐसे देषों के कारिन्दे न तैनात किये जायें जो हिन्दुस्तानियों से नफ़रत करते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और बंग्लादेष के लोग भी मुअल्लिम, ड्राइवर व अन्य कार्यों के लिए भारतीय दूतावास द्वारा लगाये जाते हैं और ये लोग भारतीय हज यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार करते हंै। अतः यह आवष्यक है कि इस तरह के लोगों को नियोजित करने पर कड़ा प्रतिबंध लगाया जाये।
श्री आज़म खाँ ने अपने पत्र में हज के दौरान सऊदी अरब में केरल के लोगों के वर्चस्व का जिक्र करते हुए कहा है कि केरल के ये लोग अन्य राज्यों के हज यात्रियों की उपेक्षा करते हैं और सिर्फ़ अपने प्रान्त के लोगों व वहाॅं के राजनैतिक महानुभावों के ही आगे-पीछे रहते हैं। उन्होंने जोर देकर प्रधानमंत्री से कहा है कि केरल के इस वर्चस्व को समाप्त किया जाना ज़रूरी है और साथ ही एक ऐसी व्यवस्था सुनिष्चित की जाये जिसमें देष के सभी राज्यो का संतुलन बरक़रार रहे। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि उत्तर प्रदेष देष का सबसे बड़ा राज्य है और वहाॅं से सर्वाधिक हज यात्री जाते हैं तो फिर उनके साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जाता है और उन्हें केरल की राजनीति और वहाॅं से आये हुए लोगों से अपमानित क्यों होना पड़ता है।
प्रदेष के हज मंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि हिन्दुस्तानी हज यात्रियों की सऊदी अरब में होने वाली दुष्वारियों के मद्देनज़र उत्तर प्रदेष राज्य हज समिति द्वारा आगामी फ़रवरी-मार्च में एक राष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित करने की योजना है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस सम्मेलन में सम्मिलित होने का अनुरोध किया है ताकि वे भी सऊदी अरब में हिन्दुस्तानी हज यात्रियों को होने वाली बेषुमार दिक़्क़तों से अवगत हो सकें और इनके निराकरण के लिए उचित व प्रभावी दिषा-निर्देंष दे सकें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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