देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों एवं दबे-कुचले लोगों को सम्मानपूर्वक जीवन-यापन करने का अधिकार दिलाने वाले बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी को कृतज्ञ राष्ट्र ने आज उनकी 77वीं जयन्ती के अवसर पर बेहद आदर व सम्मान के साथ याद किया। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने अपनी व अपनी पार्टी और सरकार की ओर से बामसेफ, डी0एस0-4 तथा बी0एस0पी0 के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को भावभीनी श्रद्धाञ्जलि अर्पित की।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सर्वप्रथम बहुजन समाज प्रेरणा केन्द्र पहुंचकर मान्यवर श्री कांशीराम जी की प्रतिमा पर पुष्पाञ्जलि अर्पित कर बहुजन नायक को अपनी श्रद्धाञ्जलि अर्पित की।
इसके बाद माननीया मुख्यमन्त्री जी मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल पहुंची, और वहां मौजूद भारी भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया। तत्पश्चात उन्होंने मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल में स्थापित मान्यवर श्री कांशीराम जी की प्रतिमा पर पुष्पार्पण किया। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बुद्ध-वन्दना का पाठ किए जाने के पश्चात माननीया मुख्यमन्त्री जी द्वारा उन्हें चीवर दान दिया गया। तत्पश्चात माननीया मुख्यमन्त्री जी ने मान्यवर श्री कांशीराम जी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाने वाले म्यूरल्स का भी अवलोकन किया। स्मारक स्थल के विशाल परिसर में भारी तादाद में मौजूद मान्यवर श्री कांशीराम जी एवं माननीया मुख्यमन्त्री जी के अनुयायी, समर्थक एवं शुभ चिन्तक बेहद उत्साहित थे, और अपने प्रिय नेताओं के सम्मान में गगनभेदी नारे लगा रहे थे। जिसके क्रम में माननीया मुख्यमन्त्री जी ने हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का पुन: अभिवादन स्वीकार किया।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अपने उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी ने देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों को संगठित करके सामाजिक परिवर्तन के कारवां को जमीनी हकीकत में बदलने के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने शोषितों और उपेक्षित वर्गों में आत्मसम्मान की अलख जगाकर इन्हें ´लेने वाले´ समाज से ´देने वाले´ समाज में तब्दील कर दिया और इस प्रकार उन्होंने एक सोती हुई कौम को जगाने में कामयाबी हासिल की।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि बहुजन समाज को जागरूक बनाने के उद्देश्य से मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सामाजिक परिवर्तन मूवमेन्ट को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की और उनका सम्पूर्ण जीवन त्याग, समर्पण और संघर्ष का बेमिसाल उदाहरण है। उन्होंने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी ने सदियों से गैरबराबरी वाली सामाजिक व्यवस्था का दंश झेल रहे दलितों, पिछड़ों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के उत्थान के लिए आजीवन संघर्ष किया। उन्होंने मान्यवर श्री कांशीराम जी के करोड़ों अनुयायियों का आह्वाहन करते हुए कहा कि वे मान्यवर श्री कांशीराम जी के सपनों के अनुरूप सामाजिक व्यवस्था कायम करने के लिए लगातार प्रयास करें, यही बहुजन नायक के प्रति सच्ची श्रद्धाञ्जलि होगी।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सामाजिक परिवर्तन के लिए आजीवन संघर्ष करने वाले सन्तों, गुरूओं एवं महापुरूषों का स्मरण करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहूजी महाराज, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी का नाम हमेशा आदर व सम्मान के साथ लिया जायेगा।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी ने बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर के निधन के बाद कमजोर हो रहे बहुजन मूवमेन्ट को लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। उन्होंने अपनी वैज्ञानिक सोच और राजनीतिक सूझ-बूझ से बहुजन समाज को संगठित किया और उसे अपनी राजनीतिक ताकत का अहसास कराया। उन्होंने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी ने बहुजन समाज को आत्म सम्मान, स्वाभिमान और बराबरी का जीवन जीने की पे्ररणा और सत्ता में पहुंचने की क्षमता प्रदान की।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी ने पूरे देश में रैलियां व सभाएं करके दलितों को ऐसी ताकतवर आवाज दी, जिसने भारत के राजनैतिक परिदृश्य को बदलकर रख दिया। उन्होंने दलित चेतना को नई परिभाषा और नए आयाम देकर इसे बुलिन्दयों तक पहुंचाया। उनके प्रयासों के कारण ही प्रदेश में राजनीति के पुराने और शोषणकारी समीकरण बदल गए।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी के नेतृत्व में बी0एस0पी0 मूवमेन्ट के तहत किए गए प्रयासों के कारण ही देश में आबादी के लिहाज से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में चौथी बार बी0एस0पी0 अपने बूते पर सत्ता में आयी। उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की सरकार बाबा साहेब डॉ0 अम्बेडकर और मान्यवर श्री कांशीराम जी के बताए हुए मार्ग पर चलकर सामाजिक भाईचारे के आधार पर एक समतामूलक समाज की सही स्थापना करने का प्रयास कर रही है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम जी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने एवं उनकी स्मृति को चिरस्थायी बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। इसके तहत मान्यवर श्री कांशीराम जी की स्मृति में विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं और विभिन्न संस्थानों एवं पुरस्कारों का नामकरण भी उनके नाम पर किया गया है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि इस महान शिख्सयत की याद में प्रदेश सरकार द्वारा सभी जनपदों में मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में लखनऊ में निर्मित मान्यवर श्री कांशीराम जी ग्रीन (इको) गार्डेन जनता को समर्पित किया गया है। इसके साथ ही लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू-अरबी-फारसी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि शहरों में दलित बाहुल्य बस्तियों की खराब हालत में सुधार लाने व इन बस्तियों में अन्य बस्तियों की तरह सभी जरूरी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने लगभग 2000 करोड़ रूपये की लागत वाली अति महत्वाकांक्षी मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी दलित बाहुल्य बस्ती समग्र विकास योजना संचालित करने का निर्णय लिया है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी स्मारक स्थल तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल निर्मित किए गए एवं बौद्ध विहार शान्ति उपवन में मान्यवर श्री कांशीराम जी की प्रतिमा स्थापित की गई। इसके अलावा मान्यवर श्री कांशीराम जी यू0पी0 इन्स्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी बहुविशेषज्ञीय अस्पताल एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी बाल चिकित्सालय की स्थापना का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि मान्यवर श्री कांशीराम जी की स्मृति में लखनऊ में बहुजन नायक पार्क स्थापित किया गया और मान्यवर श्री कांशीराम जी के नाम पर जनपद कांशीराम नगर का गठन भी किया गया। साथ ही सहारनपुर में मान्यवर श्री कांशीराम जी राजकीय मेडिकल कालेज की स्थापना के अलावा बान्दा में मान्यवर श्री कांशीराम जी कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने का निर्णय भी लिया गया है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मान्यवर श्री कांशीराम जी अन्तर्राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, मान्यवर श्री कांशीराम जी कला सम्मान, मान्यवर श्री कांशीराम जी सामाजिक परिवर्तन सम्बन्धी पुरस्कार तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी राज्य हथकरघा पुरस्कार की शुरूआत की गई है। उन्होंने कहा कि लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी पर्यटन प्रबन्ध संस्थान की स्थापना की गई तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी पर्यावरण भवन का निर्माण भी कराया गया। इसके अलावा मान्यवर श्री कांशीराम जी के जन्म दिन 15 मार्च एवं उनके परिनिर्वाण दिवस 09 अक्टूबर को प्रदेश सरकार द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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