हरित प्रदेश संघर्ष मार्चा व पिछडा समाज महासभा की एक संयुक्त बैठक प्रीतिनगर लखनऊ में एहसानुलहक मलिक की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई बैठक को सम्बोधित करते हुए मतलूब अहमद अध्यक्ष हरित प्रदेश संघर्ष मार्चा व पिछडा समाज महासभा के मण्उल संयोजक मुरादाबाद ने मांगो के बारे में बताया की पिछडो का अरक्षण कोटा 27 प्रतिशत से बढाकर 70 प्रतिशत किये जाने व सभी स्तरो पर लागू किये जाने पिछडो को प्रोन्नति में आरक्षण दिये जाने 2004 तक पञ्जीकृत मदरसो को अनुदान सूची में लिये जाने, महिलाओं को 33 प्रतिशत महिला आरक्षण में पिछडो व दलित महिलाओं को उनके आबादी के आधार पर आरक्षण दिये जाने दलित मुस्लमानो को आरक्षण दिये जाने, अरबी ऊर्दू डिग्री धारको को आई0ए0एस0, पी0सी0एस0, परीक्षा में बैठने की अनुमति प्रदान किये जाने, विधवा, विक्लांग, वृद्धा अवस्था, कृषक पेन्शन एक हजार रू0 प्रतिमाह किये जाने, गरीब लडकियों की शादी हेतु 50 हजार रू0 अनुदान दिये जाने, पिछडो की जातिवार गणना कराये जाने, 3 वर्ष से लेकर 18 वर्ष के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दिये व इण्टर की परीक्षा को रोजगार परख बनाये जाने, अल्पसंख्यको की आबादी के आधार पर बजट बनाये जाने, मौलाना अब्दुल कलाम आजाद के फन्ड की सीमा 70 हजार करोड़ करने आदि की मांगो को लेेकर 28 अप्रैल, 2011 तक यदि केन्द्र सरकार मांगे नही मानी तो 27 अप्रैल को रेल व सड़क मार्ग दोनो संगठनो द्वारा जाम किया जायेगा। बैठक को सम्बोधित करते हुए महासभा के राष्ट्रीय महासचिव शिव नारायण कुशवाहा ने कहा कि 2004 से लगातार केन्द्र सरकार को ज्ञापन दिया जा रहा है लेकिन केन्द्र सरकार केवल कागजो पर कार्यवाही कर रही है। जमीनी हकीकत शून्य है। बैठक को सम्बोधित करने वालो में मो0 अहमद, रघुबीर कश्यप, मुकेश गुप्ता, मौलाना रिहासत, महताब परवीन, लालता प्रसाद मौर्य, श्री पाल यादव, अखिलेश पटेल, अली हसन आदि ने भी सम्बोधित किया। मतलूब अहमद ने यह भी बताया कि आन्दोलन की जानकारी राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री मुख्यमन्त्री उ0प्र0 को दी गई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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