Archive | March 10th, 2011

नेता विरोधी दल श्री शिवपाल यादव एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव की संयुक्त की प्रेस-वार्ता के मुख्य बिन्दु

Posted on 10 March 2011 by admin

समाजवादी पार्टी के गोरखपुर में हुए राज्य सम्मेलन के फैसले के अनुसार 7, 8 और 9 मार्च,2011 को “प्रदेश बचाओ, बसपा हटाओ“ जनांदोलन पूरे प्रदेश में शानदार सफलता के साथ हुआ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के आव्हान पर राजधानी सहित विभिन्न जनपदों में सरकारी दफ्तरों का कामकाज ठप्प कर अत्याचारी बलात्कारी, भ्रष्ट एवं किसान तथा जन विरोधी सरकार के खिलाफ हजारों कार्यकर्ता नेता सड़कों पर उतर आए। इसमें जनता के सभी वर्गो वकील, व्यापारी, छात्र नौजवान बुनकरो मुस्लिमों तथा किसानों ने भी पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। इस आंदोलन में लगभग 10 लाख से ज्यादा  कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भागीदारी की।

dsc_4836समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने स्वयं जनता और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को उनके साहस एवं समाजवादी पार्टी के आंदोलन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया है। आंदोलन और विरोध प्रदर्शन करना जनतंत्र में विपक्ष का अधिकार है। लेकिन उत्तर प्रदेश की तानाशाह एवं बर्बर क्रूर मायावती सरकार ने बदले की भावना के साथ दमनचक्र चलाया। पूरे प्रदेश में आपातकाल जैसी हालत बनाई। नागरिक स्वतंत्रता को कुचलकर रख दिया। रास्ते चलते आम नागरिकों पर भी लाठियां बरसाई। मजदूरों, बरातियों तक को जेलों में ठूस दिया गया। पुलिस और प्रशासन का रवैया इस दौरान सबसे ज्यादा आक्रामक, दुर्भावनापूर्ण और बसपा के दलालों जेसा रहा। डी0जी0 स्पेशल बसपा प्रवक्ता की तरह बयानबाजी करके झूठ बोलते रहे। एडीजी, लखनऊ के डीआईजी, डीएम,एएसपी, वी0पी0 अशोक का आचरण सेवा नियमावली के प्रतिकूल और पूर्णतया अमानवीय रहा हैं इनके विरूद्ध समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। डीएम और डीआईजी एवं एलआईयू के अधिकारियों ने अमानवीयता के साथ बूटों से रौंदने के साथ सड़क पर बाल पकड़कर घसीटने का काम किया। महिलाओं से अभद्रता की गई। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव और प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव, जो दोनों ही लोकसभा के सम्मानित, निर्वाचित सदस्य हैं, उन्हें संसद में 7 मार्च,2011 को जाने से रोकने की साजिश में उनके घर के सामने पुलिस छावनी बना दी गई और उन्हें घर में नजरबन्द कर दिया गया। जब लोकसभाध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन की नोटिस भेजी गई तब जाकर उनको दिल्ली जाने दिया गया।

समाजवादी पार्टी कार्यालय यको 6 मार्च,2011 की षाम से ही घेरेबन्दी कर दी गई। हद तो यह है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री
एवं केन्द्रीय रक्षामंत्री रहे श्री मुलायम सिंह यादव के फोन पर डीआईजी ने बात  करने की भी  शिष्टाचार  नहीं  दिखाई।  इस डीआईजी ने 9 मार्च,2011 को हजरतगंज में लोहिया वाहिनी के प्रदेष अध्यक्ष श्री आनन्द भदौरिया छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष और श्री सुनील यादव को स्वयं मारापीटा, बूटों तलें रौंदा, बाल पकड़कर घसीटा तथा गिरफ्तारी के बाद बस से उतारकर फिर पिटाई की। पुलिस लाइन के अन्दर कमरे में बन्द कर भी पिटाई की गई। उनके छाती और सिर पर डीआईजी द्वारा जूतों से हमले से उन्हें गम्भीर चोटे आई हैं।

नेता विरोधी दल श्री शिवपाल सिंह यादव के घर को भी पुलिस छावनी बना दिया गया।

उनके साथ 8 मार्च,2011 को डीआईजी ने अभद्रता की। उनका कुर्ता तक फाड़ दिया। उन पर लाठी से हमला किया गया। उनके साथ धरना प्रदर्शन कर रहे पूर्वमंत्री श्री भगवती सिंह तथा साॅसद श्रीमती सुशीला सरोज को भी लाठियों का निशाना बनाया गया। उनके साथ भी अभद्रता की गई।

9 मार्च,2011 को प्रातः दिल्ली से लखनऊ आ रहे साॅसद एवं समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव के साथ एएसपी पूर्वी श्री वी0पी0 अशोक, एडीएम तथा एसओ सरोजनीनगर ने धक्का-मुक्की की। उन्हें जन प्रतिनिधि के साथ सामान्य शिष्टाचार बरतने की भी तमीज नहीं रही।
तीन दिवसीय आंदोलन के दौरान लगभग सभी जनपदों में आंदोलन कर रहे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठियां बरसाई गई। पुलिस अधिकारियों ने अमानवीयता का प्रदर्शन किया, महिलाओं को भी घसीटा तथा लाठियां मारीं। आंदोलन में समाजवादी पार्टी के वयोबृद्व वरिष्ठ नेता 92 वर्ष के चैधरी हरमोहन सिंह के साथ कानपुर में गिरफ्तारी के समय पुलिस ने दुव्र्यवहार किया।  वकीलों एवं व्यापारियों ने भी इस बसपा सरकार के सारे प्रतिबंधो को तोड़कर आंदोलन में भागीदारी की। मुख्यमंत्री के पुतले फूंके गए।

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री इस आंदोलन से इतना घबराई थी कि उन्होने 5 मार्च से ही समाजवादी पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं को गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी। उनके परिवारीजनो से भी अभद्रता की गई। 8मार्च,2011 की रात्रि में लोहिया वाहिनी अध्यक्ष श्री आनन्द भदौरिया के पैतृक गांव पताबोझ थाना महोली जनपद सीतापुर में पुलिस रात में जाकर सीढ़ी लगाकर घर में घुसी और उनके माता-पिता तथा परिवारीजनों को गालियां देते हुये घसीटा महिलाओं को भी पीटा और पुलिस ने इस बार लाठी डंडो के अलावा लोहे की छड़ो से भी हमला बोला। जनता के आक्रोश का सामना कर पाने में विफल मुख्यमंत्री ने जिस तरह सत्ता का दमन चक्र चलाया है, उसके परिणाम निश्चय ही बहुत गम्भीर होगें। समाजवादी पार्टी इससे न डरनेवाली हैं, न झुकने वाली । डा0 लोहिया ने “मारेगें नहीं, पर मानेगें भी नहीं“ का जो मंत्र दिया था समाजवादी पार्टी उसको अपनाते हुए इस सरकार को अब और बर्दाश्त नहीं करेगी।

मायावती सरकार ने लोकतंत्र की निर्मम हत्या की है। उसका संविधान के अनुकूल आचरण नहीं रह गया है। वह पूर्णयता निरंकुश, जन विरोधी आचरण कर रही है। उसने बदले की भावना से समाजवादी पार्टी के प्रति दुर्भावनापूर्ण कदम उठाए हैं। फर्जी मुकदमें लगाकर जेल में यातनाएं देकर वह अपनी ही अंतकथा लिख रही है। न्यायपालिका का भी सम्मान नहीं करती है। प्रदेश के महामहिम राज्यपाल ऐसी भ्रष्ट व अत्याचारी सरकार के कारनामों का संज्ञान लेने में अब और देर नहीं करनी चाहिए।

समाजवादी पार्टी के अंिहंसक आन्दोलन के तहत जेलों में भ्ेाजे गये दर्जनों कार्यकर्ताओं को संगीन धाराओं में फंसा दिया गया जिससे उनकी अभी रिहाई नहीं हुई है। आन्दोलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता घायल हुये। अम्बेडकरनगर में एक कार्यकर्ता श्री ब्रह्मदेव यादव को ट्रामा सेन्टर, लखनऊ में भर्ती कराना पड़ा है। आजमगढ़ में श्री श्याम बहादुर यादव को बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह अभी भी अस्पताल में हैं।

निम्नलिखित जनपदों में पुलिस ने अत्यन्त बर्बरतापूर्ण एवं बेरहमी से कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज किया। लखनऊ, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, फैजाबाद, एटा, वाराणसी, जौनपुर, देवरिया, इलाहाबाद, कुशीनगर, बहराइच, बिजनौर, भदोही, चन्दौली में भयंकर लाठी चार्ज किया गया है। जहाॅ सैकड़ों लोग घायल हुये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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मेयर तथा नगर पालिका/नगर पंचायतों के अध्यक्षों की निर्वाचन प्रक्रिया में संशोधन अध्यक्षों एवं सभासदों के बीच बेहतर तालमेल के लिए - माननीया मुख्यमन्त्री जी

Posted on 10 March 2011 by admin

  • बेहतर समन्वय के अभाव में जन कल्याणकारी योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है
  • ग्रामीण इलाकों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व्यवस्था के तहत जिला पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत के अध्यक्ष पद हेतु अप्रत्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया पहले से ही लागू
  • अप्रत्यक्ष निर्वाचन व्यवस्था के सम्बन्ध में विरोधी पार्टियों का दोहरा चरित्र दलित विरोधी मानसिकता का प्रतीक
  • कांग्रेस व भाजपा बतायें कि इनके द्वारा शासित प्रदेशों में अप्रत्यक्ष चुनाव की व्यवस्था के बावजूद उत्तर प्रदेश में अप्रत्यक्ष चुनाव व्यवस्था का विरोध क्यों
  • वर्तमान व्यवस्था के तहत चुनाव होने पर भी मेरी पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी - माननीया मुख्यमन्त्री जी
  • वर्तमान व्यवस्था के तहत चुनाव होने पर शहरी जनता विरोधी पार्टियों को कतई माफ नहीं करेगी, जिसका सीधा लाभ बी0एस0पी0 को मिलेगा

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कहा है कि मेयर तथा नगर पालिका परिषदों एवं नगर पंचायतों के अध्यक्षों की निर्वाचन प्रक्रिया में संशोधन का मुख्य उद्देश्य अध्यक्षों एवं सभासदों के बीच बेहतर तालमेल बनाना तथा पूरी पारदर्शिता बरतते हुए विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं को और बेहतर ढंग से लागू करना है। उन्होंने कहा कि मेयर व नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद के लिए अप्रत्यक्ष निर्वाचन की व्यवस्था कांग्रेस और उनके सहयोगी शासित महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर तथा भारतीय जनता पार्टी एवं उनके सहयोगी शासित गुजरात, कर्नाटक तथा बिहार एवं अन्य पार्टियों की सरकारों द्वारा शासित पश्चिम बंगाल, केरल तथा उड़ीसा में आज भी लागू है।
माननीया मुख्यमन्त्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर मेयर, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत अध्यक्ष के निर्वाचन के सम्बन्ध में पारित विधेयक के बारे में विरोधी पार्टियों के रवैये को लेकर मीडिया प्रतिनिधियों से बात-चीत कर रहीं थीं।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि मेयर तथा नगर पालिका परिषद/ नगर पंचायत के अध्यक्ष पद हेतु निर्वाचन की वर्तमान व्यवस्था लगभग 16 वषोZं तक प्रयोग में लाने के बाद, यह अनुभव किया गया कि अध्यक्षों एवं सभासदों के मध्य तालमेल का पूरा अभाव है तथा सभासदों द्वारा उठायी गई समस्याओं की सुनवाई नहीं हो पा रही है। इसके अलावा बेहतर समन्वय के अभाव में राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन भी सुनिश्चित नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते नगर निकायों के कार्य प्रभावित हो रहे थे। साथ ही शासन के दिशा-निर्देशों का अनुपालन भी पूरी तरह नहीं हो पा रहा था, जिसके कारण विभिन्न विकास कार्यों में एक प्रकार का ठहराव आ गया था। उन्होंने कहा कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही उनकी सरकार ने मेयर तथा नगर पालिका परिषद/ नगर पंचायत के अध्यक्ष पद हेतु चुनाव प्रक्रिया में संशोधन किया तो विरोधी पार्टियों ने इसका स्वागत करने के बजाय घिनौनी राजनीति करना शुरू कर दिया।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि इस प्रकरण में कांग्रेस एवं भाजपा को जवाब देना चाहिए कि उनके द्वारा शासित प्रदेशों में जब अप्रत्यक्ष रूप से मेयर, नगर पालिका अध्यक्ष को सभासद द्वारा चुने जाने की व्यवस्था आज भी चल रही है, तब यह पार्टियां उन राज्यों में जाकर मेयर आदि के अप्रत्यक्ष चुनाव की व्यवस्था का विरोध क्यों नहीं कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश की बसपा सरकार ने जन कल्याणकारी योजनाओं को और बेहतर ढंग से लागू करने के उद्देश्य से, राज्य में वर्ष 1994 तक लागू व्यवस्था को फिर से प्रभावी बनाये जाने के लिये निर्वाचन प्रकिया में संशोधन के लिये विधेयक पास कराया, तब यही विरोधी पार्टियां महामहिम श्री राज्यपाल पर अनुचित दबाव डाल रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि विपक्षी पार्टियों के दोहरे मापदण्ड के कारण नगर निकायों के चुनाव के लिए सरकार द्वारा संशोधित प्रस्ताव क्लीयर नहीं होता है तो, वर्तमान समय में लागू प्रक्रिया के अन्तर्गत ही चुनाव कराये जायेंगे। और यदि ऐसा होता है तो शहरी जनता जो विकास में विश्वास रखती है, इन विरोधी पार्टियों को कतई माफ नहीं करेगी और इसका सीधा लाभ इन चुनावों में उनकी पार्टी (बी0एस0पी0) को मिलेगा।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव व्यवस्था के तहत जिला पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत के अध्यक्ष पद हेतु अप्रत्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया पहले से ही लागू है। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से लागू यह प्रक्रिया सभी कसौटियों पर खरी उतरी है, लिहाजा अप्रत्यक्ष निर्वाचन की इसी प्रक्रिया को स्थानीय नगर निकायों के चुनावों में भी क्रियािन्वत किये जाने का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि संिंवधान के अनुच्छेद 243यक(2) में दी गई व्यवस्था के अनुसार, स्थानीय नागर निकायों के निर्वाचन से सम्बन्धित सभी विषयों के लिए राज्य के विधान मण्डल को कानून बनाने का पूरा अधिकार प्राप्त है।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने साफ तौर पर कहा कि मेयर तथा नगर पालिका परिषदों/नगर पंचायतों के अध्यक्षों की निर्वाचन प्रक्रिया में संशोधन का विरोध करने से पहले विरोधी पार्टियों को अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए था। उन्होंने कहा कि इस मामले में विरोधी पार्टियों का यह दोहरा चरित्र उनकी दलित विरोधी मानसिकता को साफ तौर पर उजागर करता है।

इस अवसर पर एक प्रश्न का जवाब देते हुए माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि यदि वर्तमान व्यवस्था के तहत ही चुनाव हुए तो उनकी पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य विधान मण्डल द्वारा बजट पारित किये जाने के बाद सत्र समाप्त होने पर महामहिम राज्यपाल से मुख्यमन्त्री के मिलने की परम्परा रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने इसी परम्परा के निर्वहन के लिए महामहिम राज्यपाल से शिष्टाचार भेण्ट की थी। इस दौरान नगर निकायों के चुनाव के लिए प्रस्तावित व्यवस्था पर उनकी महामहिम से कोई वार्ता नहीं हुई।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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सपा द्वारा हल्लाबोल आन्दोलन की आड़ में जंगलराज

Posted on 10 March 2011 by admin

  • कायम करने की कोशिश को मेरी पार्टी की सरकार ने किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने दिया-माननीया मुख्यमन्त्री जी
  • विरोधी पार्टियों को अनुशासन में रहकर विरोध करने की पूरी आजादी
  • कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कहा है कि सपा ने लगातार तीन दिन तक हल्लाबोल आन्दोलन की आड़ में पूरे प्रदेश में फिर से अपने पूर्ववर्ती शासनकाल की तरह जंगलराज कायम करने की पूरी-पूरी कोशिश की, जिसे उनकी पार्टी की सरकार ने किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने दिया। माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सभी विरोधी पार्टियों के नेताओं, खासतौर से समाजवादी पार्टी के नेता श्री मुलायम सिंह यादव को आगाह किया है कि अगर इस बार की ही तरह भविष्य में भी इनकी पार्टी के लोगों ने कानून को अपने हाथ में लेकर प्रदेश में अराजकता पैदा करने की कोशिश की तो, उनसे आगे भी इसी प्रकार सख्ती से निपटा जायेगा। उन्होंने कहा कि यही बात सभी विरोधी पार्टियों के लिये भी लागू होगी।

माननीया मुख्यमन्त्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहीं थीं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी की सरकार प्रदेश में सभी विरोधी पार्टियों को अनुशासन में रहकर विरोध करने की पूरी आजादी देती है, लेकिन इसकी आड़ में कानून-व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वालों को सरकार कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उनकी पार्टी ने सत्ता में आने से पहले प्रदेश की जनता से वायदा किया था कि सत्ता में आने के बाद उनकी पार्टी प्रदेश में हर मामले में कानून द्वारा कानून का राज जरूर कायम करेगी। अर्थात हर मामले में अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त, भयमुक्त, भ्रष्टाचारमुक्त एवं विकासयुक्त वातावरण पैदा करने को प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने सत्ता में आने के बाद इस ओर पूरा-पूरा ध्यान दिया है और खासतौर से सत्ता और विपक्ष में से किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने की छूट नहीं दी है, चाहे वह व्यक्ति कितना ही महत्वपूर्ण या शक्तिशाली क्यों न हो।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सपा के आन्दोलन के दौरान उसकी खराब नीयत को भाम्प कर प्रदेश में कानून-व्यवस्था के मामले में हर स्तर पर सरकार की प्राथमिकता की गरिमा को, पूरी ईमानदारी व निष्ठा से बनाये रखने के लिए प्रदेश के सभी जिलों, मण्डल, जोन व स्टेट के कानून-व्यवस्था व प्रशासन से जुड़े तमाम छोटे-बड़े अधिकारियों के प्रति आभार भी प्रकट किया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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बी0एस0पी0 आरक्षण से सम्बन्धित जाट समुदाय की मांग का पूरा समर्थन करती है - मुख्यमन्त्री

Posted on 10 March 2011 by admin

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कहा है कि आरक्षण से सम्बन्धित जाट समुदाय की मांग का बी0एस0पी0 पूरा समर्थन करती है। उन्होंने कहा है कि जाट समुदाय की इस मांग के बारे में निर्णय लेने में केन्द्र सरकार ही सक्षम है। इसे दृष्टिगत रखते हुए उन्होंने जाट समुदाय से पुरजोर अपील की है कि वे दिल्ली जाकर अपनी इस मांग को अनुशासित तरीके से केन्द्र सरकार के सामने जरूर रखें, तथा इस मुद्दे को लेकर उत्तर प्रदेश में ऐसा कोई काम न करें, जिसके चलते आम जनता को असुविधा हो या उसे कोई नुकसान पहंुचे।

माननीया मुख्यमन्त्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर मीडिया से वार्ता के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश से लगे राज्यों के जाट बाहुल्य क्षेत्रों में, इस समुदाय के लोगों द्वारा आरक्षण की मांग को लेकर किये जा रहे आन्दोलन पर अपनी पार्टी व सरकार के रूख को व्यक्त कर रहीं थीं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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11 मार्च को राष्ट्रीय कांफ्रेस में जुडेंगे आईटी प्रोफेशनल

Posted on 10 March 2011 by admin

आईटी प्रोफेशनल 11 मार्च को राष्ट्रीय कांफ्रेस में छात्रों को आईटी के नुक्शे के बारे में जानकारी देंगे बतायेंगे यह कहना था हिन्दुस्तान इञ्जीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर नवीन गुप्ता का। पत्रकारों से बातचीत करते हुये श्री गुप्ता ने बताया कि 11 मार्च को शारदा गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूशन की ओर से कराई जाने वाली चौन्थी राष्ट्रीय कांफ्रेस में आईटी सेक्टर से जुडे आईटी प्रोफेशन सोशाçथüयों, शिक्षकों, विद्याçथüयों तथा आईटी क्षेत्र से जुडे उद्योग जगत के बडे प्रोफेशनर लोगों को एक मंच के माध्यम से जोडा जायेगा ताकि वे अपने-अपने क्षेत्र के राष्ट्रीय निर्माण में किये जा रहे विचार रा सकें। प्रेस वार्ता में एचओडी हितेन्द्र गर्ग ने कहा कि युवाओं की छुपी प्रतिााओं के लिए विçान्न प्रतियोगिता आयोजित की जायेंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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टोरण्ट कर्मी फिर दौडायें, 24भ् घरों की टोरण्ट कर्मियों ने की चैकिंग

Posted on 10 March 2011 by admin

विगत बुधवार को यमुना पार मीटर बदलने के लिए वहां पहुंची टोरण्ट टीम की वहां के लोगों के द्वारा मारपीट कर दी गई। इस बात का टोरण्ट कर्मियों ने विरोध किया तो उन्होंने टोरण्ट कर्मियों को दौडा दिया। इसी तरह घण्टों हंगामा होता रहा। हंगामे की सूचना पर पुलिस ाी वहां पहुंच गई लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले से टोरण्ट कर्मियों के साथ मारपीट करने वाले युवक वहां से ााग ाडे हुये। टोरण्ट कर्मियों का आरोप है कि युवकों ने मीटर को तोड दिया और कुछ सामान ाी लूटकर ले गये।

नुनिहाई çस्थत लिंक रोड पर बुधवार को टोरण्ट की टीम घरों में मीटर बदलने पहुंची थी। एक-एक कर मीटर बदले जा रहे थे। जैसे ही टीम अनवार के घर में पहुंची तो अनवार के परिजनों के द्वारा इस मीटर को लगाने पर आपçत्त जताई। टीम का आरोप है कि अनवार के पुत्र गुलजार, रविन्द्र, श्रीागवान व उनके साçथयों ने टीम को घेर लिया और उनके साथ मारपीट करने लगे तो टीम के सदस्य जान बचाने के लिए ाागे। ाीड ने ाी उनके पीछे दौड लगा दी। पुलिस ाी मौके पर आ गई थी। तब तक आरोपित युवक वहां से फरार हो गये थे। टोरण्ट की ओर से तीन युवकों को नामजद करते हुए 23 लोगों के çालाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है। टीम का यह ाी आरोप है कि युवकों ने कई मीटर तोड दिये और 18 सही व तीन ाराब मीटरों को लूट कर आरोपित घरों से फरार हैं।

बुधवार को बोदला क्षेत्र में बिजली चैकिंग अçायान के दौरान बुधवार को ाी टीम ने कई घरों में छापे मारी की। इस दौरान टीम ने कई घरों छापेमारी की। टीम ने कई कनेक्शन काट दिये और सामान ाी सीज कर दिया। इस दौरान टीम का लोगों से विवाद हो गया। अçायान से पूर्व कैप लगा कर लोगों की बिजली से सबçन्धत समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया। इस चैकिंग अçायान में करीब 24भ् बिजली के कनेक्शन चैक किये गये। जिसमें से चोरी व बिजली का बिल न जमा करने पर 76 कनेक्शन काट दिये गये और 4.07 लाा रूपये वसूले गये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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आज आ सकते हैं अçालेश, सपाईयों ने बनाई रणनीति, प्रशासन अलर्ट

Posted on 10 March 2011 by admin

बसपा सरकार के çालाफ तीन दिन चली सपा की जंग अाी ात्म नहीं हुई है। सपा के 1भ्0 से अधिक कार्यकर्ता अाी जेल में निरूद्ध हैं। इनसे मिलने के लिए आज सपा के प्रदेशाध्यक्ष अçालेश यादव आगरा आ सकते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन के ाी गुरूवार की शाम अलीगढ से आगरा आने की उमीद थी। वहीं पूर्व मन्त्री अरिदमन सिंह, वरिष्ठ नेता जितेन्द्र सिंह चौहान, प्रदेश सचिव रामसकल गुर्जर आदि जेल में बन्द सपाइयों को रिहा कराने के लिए रणनीति बनाने में जुटे हैं। मामले को लेकर सपा नेता डीएम से मिल सकते हैं या फिर आज से तहसील पर आन्दोलन का निर्णय लिया जा सकता है। सपा नेता कोशिश में हैं कि जेल में बन्द सपाइयों के बिना शर्त रिहाई हो। यदि आज अçालेश यादव आये तो सपाई फिर जोश दिाा सकते हैं और पुलिस के लिए मुश्किल ाडी हो सकती हैं।

सपा के तीन दिन के आन्दोलन पर यदि दृष्टि डालें तो सपाई बिना सेनापति के मैदान में जंग लडते नज़र आये। सपा कार्यकर्ताओं ने आन्दोलन से पूर्व रथयात्रा शुरू कर जनजागरण करने की कोशिश की। इसके दूसरे दिन पर्यवेक्षक सुाराम की आगवानी के इन्तजार में ाडे रथयात्रा के धुरन्धर गिरतार कर लिये गये। आन्दोलन के पहले दिन 99 लोगों को गिरतार कर लिया गया। दूसरे दिन करीब 36 लोग गिरतार हुये। आçारी दिन सैंकडों लोगों ने गिरतारिया¡ दीं और आçार में शाम को उन्हें रिहा कर दिया। दरअसल आन्दोलन से पूर्व सपा की न तो कोई बडी साा हुई और न बैठकों का दौर चला। यदि आन्दोलन से पहले साी नेता एक मंच पर आकर प्लानिंग करते तो आन्दोलन से पहले साी नेता एक मंच पर आकर प्लानिंग करते तो आन्दोलन का रूप ही दूसरा होता। जिले में हजारों की संया में सपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता हैं। साी जुटते तो आगरा की जेलें छोटी पड जातीं। पुलिस ने सपाइयों की çढलाई को इतनी चतुराई से इस्तेमाल किया कि उन्हें एकजुट नहीं होने दिया। यही कारण रहा कि आन्दोलन की सफलता की जो उमीद की जा रही थी, वह पूरी नहीं हुई। पुलिस चक्रव्यूह में फंसे सपाई ाुलकर हल्ला नहीं बोल पाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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औषधि विााग ने पकडी तीन लाा की दवायें

Posted on 10 March 2011 by admin

गुरूवार को औषधि व पुलिस विााग को एक बार फिर से आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन में सैम्पल की दवाइयों का जाीरा मिला है। ये दवायें विगत रात्रि में अवध एक्सप्रेस से लाई लाई जा रही थीं। जूतों की बिल्टी के नाम पर दवाइयों की बुकिंग की गई थी। तीन बोरों में ारी इन दवाइयों की कीमत करीब साढे तीन लाा रूपये हैं। आगरा फोर्ट स्टेशन से पिछले साल लााों रूपये मूल्य की दवाइयों का जाीरा बरामद किया गया था। इसमें अधिकांश दवायें सैम्पल की थीं। जिनकी बिक्री पर प्रतिबन्ध है। मंगलवार की दोपहर औषधि निरीक्षक जगवीर सिंह को सूचना मिली कि अवध एक्सप्रेस से बडी मात्रा में फिर सैम्पल की दवायें लाई जा रही हैं। जगवीर सिंह व पुलिस अफसरों ने आगरा फोर्ट व कैण्ट स्टेशन के आसपास डेरा जमा लिया। श्री सिंह ने बताया कि मंगलवार रात्रि सवा दस बजे अवध एक्सप्रेस आगरा फोर्ट पहुंची, यहां दवाइयों को ट्रेन से उतारा गया। तीन बोरों में दवायें थीं। बोरों पर लगातार नज़र राी जा रही थीं। जिससे बोरे लेने के लिए आने वाले व्यçक्त को रंगे हाथ पकडा जा सके। लेकिन शायद यह सूचना पहले ही लोगों को पता चल चुकी थी इसलिए बुधवार सुबह तक कोई ाी इन दवाइयों को लेने नहीं आया। टीम ने बताया कि मुम्बई से आगरा कैण्ट के लिए गौरीशंकर जूतों का डिब्बा नाम से दवाइयों की बिल्टी तैयार कराई गई थी। जिस पर मुम्बई व आगरा कैण्ट ही लिाा हुआ है। दवाइयों की कीमत साढे तीन लाा रूपये है। दवाओं में एण्टी बायोटिक कफ सीरप, एनरजोसिक, शुगर तथा ब्लड प्रेशर की दवायें शामिल हैं। फिजीशयन सैम्पल की दवायें नामचीन ब्राण्डों की हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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गाय, गीता, गंगा, गायत्री ये ाारतीय संस्कृति के चार स्ता

Posted on 10 March 2011 by admin

गाय के पंचगव्य जैसे दूध, दही, घी, मूत्र और गोबर को गषियों व मुनियों ने औषधिया¡ गुणों का ाण्डार बताया है। यही वजह है कि आयुवेüद में पंचगव्य का विशेष महत्व है। लोगों के स्वास्थ्य की ाातिर पंचगव्य के उपयोग को बढावा देने के लिए गायत्री परिवार आज से 13 मार्च तक निशुल्क पंचगव्य चिकित्सा परामर्श शिविर लगायेगा। शिविर बाईपास रोड çस्थत शारदा गु्रप ऑफ इंस्टीट्यूशन कार्यालय में लगाया जायेगा। गुरूवर पण्डित श्रीराम शर्मा आचार्य के जन्म शताब्दी कार्यक्रमों के तहत उनकी जन्माूमि आंवलोडा आगरा में होने का कारण यह आयोजन किया जा रहा है।

डॉ0 बाल स्वरूप गर्ग ने बताया कि करीब एक लाा लोग गंाीर बीमारियों से ग्रस्त हैं उनका इलाज पंचगव्य से हो सकता है। हम 3भ्000 लोगों पर पंचगव्य का परीक्षण्श सफलता पूर्वक कर चुके हैं। आंवलोडा गौशाला में तैयार पंचगव्य लागत मूल्य पर शिविर में उपलब्ध होगा। उनके साथ कमलकान्त शर्मा, विमलेश गर्ग, सन्तोष गर्ग ाी परीक्षण करेंगे। गाय के एक तोले घी का दीपक करीब एक टन ऑक्सीजन बनाता है। ार्राटे लेने वालों को गौ घृत की नश्य, दिल के मरीजों को गौ दुग्ध, डायबिटीज के रोगियों के लिए मट्ठा अच्छा है। आगरा आलू का क्षेत्र है। अगर गाय का गोबर-मूत्र बतौर ााद डालें तो ऑगेüनिक फसल अज्छी होगी। गायत्री शçक्तपीठ, आंवलोडा के जोन प्राारी उत्तर-प्रदेश पुरूषोत्तम दुबे ने बताया कि पंचगव्य अत्याधुनिक तरीकों से शोधित कर दवा रूप में इस्तेमाल योग्य बनाते हैं। गाय, गीता, गंगा, गायत्री ये ाारतीय संस्कृति के चार स्ता हैं। लोग गायत्री मन्त्र का जाप और पंचगव्य का इस्तेमाल करें तो वह स्वयं ही स्वास्थ्य रहेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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जनपद मुरादाबाद में 37 लाख रुपये मूल्य की औशधियां जब्त

Posted on 10 March 2011 by admin

मेरठ में 7.12 लाख रुपये मूल्य के खाद्य पदार्थ बरामद
05 जनपदों में छापे, 07 एफ.आई.आर. दर्ज एवं 06 व्यक्ति गिरफ्तार
अब तक 888 मिलावटखोरों के विरूद्ध दर्ज एफ.आई.आर.में 1273 व्यक्ति नामित, 825 गिरफ्तार, 3310 मुकदमे दाखिल
564 व्यक्तियों को सजा व जुर्माना
लगभग 9.17 करोड़ रुपये की खाद्य सामग्री एवं औशधियां जब्त

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने आम जनता के स्वास्थ्य के मद्देनज़र खाद्य पदार्थों एवं औशधियों में मिलावट करने वालों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने तथा प्रदेश में नकली, अधोमानक एवं मिथ्याछाप औशधियों एवं प्रसाधन सामग्री तथा मिलावटी/अपमिश्रित खाद्य पदार्थों के निर्माण/वितरण तथा विक्रय पर पूर्ण अंकुश लगाये जाने के लिए एफ.डी.ए. टीम द्वारा चालये जा रहे अभियान में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं ताकि आम लोागों को रोजमर्रा के प्रयोग में आने वाले खाद्य पदार्थ एवं औशधियां गुणवत्तायुक्त एवं मानक के अनुरूप मिल सकें।

यह जानकारी खाद्य एवं औशधि प्रशासन विभाग के प्रवक्ता ने देते हुए बताया कि औशधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के अन्तर्गत आज एफ.डी.ए.टीम द्वारा 04 जनपदों में छापे मार कर 05 व्यक्तियों के विरूद्ध एफ.आई.आर.दर्ज कराते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया। प्रवक्ता ने बताया कि जनपद मुरादाबाद के थाना कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत अवैध रूप से चल रहे मेडिकल स्टोर पर एफ0डी0ए0 टीम ने छापा मार कर लगभग 37 लाख रुपये मूल्य की जनरल दवायें जब्त करते हुए नरेन्द्र कुमार जैन के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराते हुए गिरफ्तार किया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि जनपद जौनपुर के थाना कोतवाली मछलीशहर क्षेत्र में बिना लाइसेंस संचालित 02 मेडिकल स्टोर पर छापा मार कर 1.37 लाख रुपये

मूल्य की सामान्य दवायें जब्त करते हुए शमसुद्दीन एवं राजेश कुमार यादव के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज कराते हुऐ गिरफ्तार किया गया। जनपद लखनऊ एवं उन्नाव मेंे एफ0डी0ए0 टीम द्वारा छापे मार कर लगभग 1.05 लाख रुपये मूल्य के जनरल औशधियां जब्त की गई। इन छापों के दौरान लगभग 39.08 लाख रुपये मूल्य की जनरल औशधियां जब्त की गई।

प्रवक्ता ने बताया कि खाद्य अपमिश्रण निवारण अधिनियम के तहत जनपद मेरठ के ब्रहम्पुरी एवं देहलीगेट पर एफ0डी0ए0टीम द्वारा छापे मार कर 35 बोरे चावल के टुकड़े, 17 बोरे बाजरा, 120 बोरी तैयार कुटू, 15 किग्रा0 अनार का छिलका, अन्मोल ब्राड, तिरग ब्राड एवं बंसल ब्राड के रैपर तथा 70 किग्रा0 अपमिश्रित धनियां, 300 किग्रा0 रंगीन चावल, एक कुन्तल मिलवाटी पिसी हल्दी, एक कुन्तल अपमिश्रित पिसी मिर्च एवं एक किग्रा0 पीला रंग जब्त करते हुए राजन बंसल एवं मुकेश के विरूद्ध आई0आई0आर0 दर्ज कराते हुए मुकेश को गिरफ्तार किया गया।

प्रवक्ता ने बताया कि खाद्य पदार्थों एवं औशधियों में मिलावट करने वालोंं के विरूद्ध चलाये गये अभियान के तहत अब तक कुल 888 एफ.आई.आर. दर्ज करते हुए 1273 व्यक्तियों को नामित किया गया। इसमें अब तक 825 दोशियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और न्यायालयों द्वारा 564 दोशियों को सजा व जुर्माना किया गया। मिलावट खोरों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत लगभग 9.17 करोड़ रुपये मूल्य की खाद्य सामग्री एवं औशधियां जब्त की गईं।

प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में कहीं भी खाद्य पदार्थों एवं औशधियों में मिलावट करने के विरूद्ध अपनी िशकायत/सुझाव टोल फ्री नम्बर 18001805533 पर दर्ज करा सकते हैं। िशकायतों की जांच विभाग द्वारा तत्काल की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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