Archive | January 15th, 2011

उ0प्र0 मुख्यमन्त्री महामाया गरीब आर्थिक मदद योजना की धनराशि 300 रू0 से बढ़ाकर 400 रू0 प्रतिमाह की गई

Posted on 15 January 2011 by admin

  • प्रदेश में मुख्यमन्त्री महामाया सचल अस्पताल योजना शुरू
  • उत्तर प्रदेश में जनहित गारण्टी कानून आज से लागू
  • सभी पंचायतों में ग्राम पंचायत सचिवालय  चरणबद्ध तरीके से स्थापित करने का फैसला
  • नवविकसित हजरतगंज व लालबाग तथा भरवारा एस0टी0पी0 का लोकार्पण
  • माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त देश के सबसे बड़े सभागारों में से एक डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार का लोकार्पण किया
  • माननीया मुख्यमन्त्री जी के जन्म दिन पर प्रदेश के 72 ज़िलों में जन-कल्याणकारी िशविरों का आयोजन
  • माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अपनी पुस्तक ´मेरे संघशZमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफ़रनामा´ के हिन्दी और  अंग्रेज़ी संस्करण के छठे भाग का विमोचन किया
  • मेरे जन्म दिन को लेकर कुछ न्यूज चैनल तथा समाचार पत्रों में विपक्षी नेताओं द्वारा कही गई बातें उनकी जातिवादी एवं हीनभावना का परिचायक

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज अपने 55वें जन्म दिन के शुभ अवसर पर आयोजित जन कल्याणकारी दिवस के तहत लखनऊ के आशियाना में डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार का लोकार्पण किया। सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह सभागार देश के सबसे बड़े सभागारों में से एक है। उन्होंने सभागार परिसर में स्थापित परम पूज्य बाबा साहेब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा का अनावरण भी किया। उन्होंने इस अवसर पर 04 हजार करोड़ रूपये की विभिन्न विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। उन्होंने कहा कि यह सभी परियोजनायें उत्तर प्रदेश के विकास को एक नई गति देंगी और आम जनता का जीवन स्तर बेहतर करने में मददगार साबित होंगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रशासनिक व्यवस्था को आम जनता के प्रति और अधिक उत्तरदायी बनाने के लिए शुरू की जा रही उत्तर प्रदेश जनहित गारण्टी कानून को आज से ही पूरे प्रदेश में लागू हो गई है।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अपने जन्म दिन पर आयोजित कार्यक्रम को लेकर कुछ अखबारों, चैनलों व विपक्षियों द्वारा पिछले कई दिनों से बेबुनियाद एवं तथ्यहीन बातें कहीं जा रही हैं इस पर उन्होंने कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि इन समाचारों से दलितों के प्रति इन लोगों की जातिवादी हीनभावना साफ झलकती है। उन्होंने कहा कि इन बेबुनियाद एवं तथ्यहीन बातों के प्रदर्शन में मीडिया के कुछ ही लोग शामिल हैं।

सुश्री मायावती जी आज अपने 55वें जन्मदिवस के शुभ अवसर पर डा0 भीमराव अम्बेडकर सभागार आशियाना में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। इसके पूर्व उन्होंने मुख्यमन्त्री महामाया सचल अस्पताल योजना का उद्घाटन तथा लखनऊ के नव विकसित हजरतगंज व लालबाग का लोकार्पण किया। उन्होंने अपने सम्बोधन के प्रारम्भ में सर्वप्रथम सभी आदरणीय बौद्ध-भिक्षुओं द्वारा दिए गए आशीZवचनों के प्रति अपना हादिZक आभार व्यक्त किया और उन्हें चीवर दान दिया। उन्होंने कहा कि उनका जन्म-दिन हर साल देश में सर्वसमाज में से खासतौर से दलितों, शोषितों, पीड़ितों, उपेक्षितों व गरीबों के हित व कल्याण के लिए समर्पित होता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अन्य पिछड़े वगोंZ में समय-समय पर जन्में महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों में से विशेषतौर से महात्मा ज्योतिबा फुले, छत्रपति शाहूजी महाराज, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर व मान्यवर श्री कांशीराम जी ने दलितों, शोषितों एवं उपेक्षित वगोंZ के आत्म-सम्मान के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष किया। उन्होंने कहा कि इन महान विभूतियों का त्याग उन्हें देश के इन वर्गों के सशक्तिकरण और इनमें सामाजिक चेतना पैदा करने की दिशा में काम करते रहने हेतु हमेशा तत्पर रहने की प्रेरणा देता है।

s-048माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उनका जन्मदिन देश में उनकी पार्टी व उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार द्वारा जन-कल्याणकारी दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि उनका जन्मदिन पूरी तरह से जन-कल्याण व गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी सरकारी स्तर पर आज प्रदेश के सभी 72 ज़िलों में जन-कल्याणकारी िशविरों का आयोजन सम्बंधित ज़िले के ज़िलाधिकारी की देख-रेख में किया जा रहा है। जिसके तहत आम जनता के कल्याण के लिये प्रदेश सरकार द्वारा चलायी गई अनेक जन-कल्याणकारी योजनाओं से ख़ासकर ग़रीबों, बेसहारा व ज़रूरतमन्द लोगों को लाभािन्वत किया जा रहा है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर हर साल, उनकी पार्टी की सरकार, आम आदमी के हित व कल्याण हेतु कुछ ज़रूरी जन-कल्याणकारी फै़सले लेकर, उन्हें तोहफ़ों के तौर पर आम जनता को देती है। उन्होंने कहा कि ऐसे ही जन-कल्याणकारी फैसलों के तहत वशZ 2009 में महामाया ग़रीब बालिका आशीर्वाद योजना, सवित्री बाई फुले बालिका िशक्षा मदद योजना तथा सर्वजन हिताय शहरी ग़रीब आवास (स्लम एरिया) मालिकाना हक़ योजना जैसी महŸवपूर्ण योजनाओं का शुभारम्भ उनके जन्मदिन के मौक़े पर किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वशZ भी सन् 2010 में उनके जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रदेश के सर्वसमाज के ग़रीब लोगों को सीधे आर्थिक मदद देने की एक अनूठी व बेमिसाल योजना, उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया ग़रीब आर्थिक मदद योजना तथा डा. अम्बेडकर ऊर्जा-कृशि सुधार योजना शुरू की गई हैं।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री महामाया ग़रीब आर्थिक मदद योजना के तहत चयनित 31 लाख ग़रीब परिवारों की महिला मुखिया को तीन सौ रुपये प्रति माह की नगद आर्थिक मदद रािश, छमाही किश्तों में दिये जाने की शुरूआत की गई। ताकि ये सभी ग़रीब परिवार के लोग अपनी रोज़मर्रा की ज़रूरतों को कुछ हद तक पूरा कर सकें। परन्तु पिछले एक साल में जिस तरह से महंगाई बढ़ी है, उसको देखते हुये इन परिवारों को दिये जाने वाली प्रति माह 300 रुपये की धनरािश को बढ़ाकर आज 400 रुपये प्रतिमाह किये जाने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है। इसी के साथ उनकी सरकार ने अपने राज्य कर्मचारियों, पेंशनरों एवं पारिवारिक पेंशनरों को मंहगाई से राहत दिलाने के लिए भी जरूरी निर्णय लिए हैं। इसके तहत राज्य कर्मचारियों को मिल रहे मंहगाई भत्ते और पेंशनरों एवं पारिवारिक पेंशनरों को दी जाने वाली मंहगाई राहत की दरों में दिनांक 01 जुलाई, 2010 से 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की गई है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनकी सरकार सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति के आधार पर चलकर प्रदेश में समतामूलक समाज व्यवस्था की स्थापना के लिये भी गम्भीरता से प्रयास कर रही है। इस व्यवस्था की स्थापना के लिये भयमुक्त, भ्रश्टाचारमुक्त, अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण का होना बेहद ज़रूरी है। ऐसा वातावरण तभी बनाया जा सकता है, जब प्रशासनिक तन्त्र जनता की ज़रूरतों के प्रति संवेदनशील और जागरूक हो तथा उसमें अपने कर्तव्यों के प्रति ज़िम्मेदारी की भावना हो। इसे ध्यान में रखते हुये उनकी सरकार ने सरकारी विभागों में नयी कार्य संस्कृति विकसित करने की दिशा में शुरू से ही अनेकों महŸवपूर्ण क़दम उठाये हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा अब तक उठाये गये इन क़दमों के बेहतर नतीजे तो ज़रूर मिले हैं, लेकिन उनकी पार्टी की सरकार इतने से ही सन्तुश्ट नहीं होना चाहती।

s-054माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता को एक बेहतरीन और जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था से लाभािन्वत करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। इसके तहत प्रदेश की आम जनता को उपलब्ध करायी जा रही ज़रूरी सेवाओं को, निर्धारित अवधि में मुहैया कराने की गारण्टी देने का क्रान्तिकारी फैसला लिया है। जिसके लिये हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश जनहित गारण्टी कानून बनाया है। इसके अन्तर्गत अब चििन्हत की गई सरकारी सेवाओं को एक निर्धारित समय में प्राप्त करने के लिये, जैसे जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र, जाति प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, ए0पी0एल0 राशन कार्ड आदि के लिए प्रदेश की जनता को न तो किसी की इच्छा पर निर्भर रहना होगा और ना ही उसे किसी से सिफारिश आदि की ज़रूरत होगी। उन्होंने कहा कि आम जनता के सशक्तिकरण से सम्बंधित उत्तर प्रदेश जनहित गारण्टी कानून को लागू करने के लिए अध्यादेश जारी कर दिया गया है और आज से यह कानून पूरे प्रदेश में लागू भी हो गया है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि इस फैसले से, उनकी सरकार द्वारा प्रशासनिक तन्त्र को जन-केिन्द्रत बनाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को और अधिक मज़बूती मिलेगी।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आम जनता के द्वार तक स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए आज से एक नई योजना मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल योजना का भी शुभारम्भ किया जा रहा है। जिसके तहत परिवार कल्याण विभाग द्वारा 15 जिलों के 133 ब्लाकों में सचल अस्पताल चलाये जायेंगे। उनकी सरकार गावों और ाहरों के विकास पर भी पूरा-पूरा ध्यान दे रही है, ताकि ग्रामीण और ाहरी इलाक़ों में रहने वाले लोगों की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी बेहतर बन सके। इसके लिये बुनियादी जन-सुविधाओं में ज्य़ादा से ज्य़ादा बढ़ाेारी करने वाली अनेकों परियोजनाओं को पूरा कराया गया है। इसके अलावा तमाम विकास परियोजनायें ऐसी हैं, जिन पर तेज़ी से कार्य कराया जा रहा है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा विकास योजनाओं तथा सरकारी सुविधाओं को ग्रामीण क्षेत्र की जनता को और अधिक सुलभ ढंग से उपलब्ध कराने के उददेश्य से ग्राम पंचायत सचिवालयों की स्थापना चरणबद्ध ढंग से किये जाने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रथम चरण में अगले एक वर्ष के अन्दर 05 हजार से अधिक जनसंख्या वाले ग्राम पंचायतों में सचिवालय प्रारम्भ कर दिये जायेंगे। इन ग्राम पंचायत सचिवालयों में विभिन्न विभागों के ग्राम स्तर के कर्मचारी निर्धारित कार्यम के अनुसार नियमित रूप से मौजूद रह कर ग्रामीण जनता को अपने विभागों से सम्बन्धित योजनाओं के अन्तर्गत सेवायें उपलब्ध करायेंगे तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी देंगे।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदो में ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महव के ऐसे अनेकों महानगर और नगर मौजूद हैं, जिनकी अपनी अलग पहचान है। अफसोस की बात है कि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा इन महवपूर्ण ाहरों के विकास की ओर कोई ख़ास ध्यान नहीं दिया गया, जिसके चलते बढ़ती आबादी के दबाव में इन ाहरों की अवस्थापना सुविधायें पूरी तरह चरमरा गयीं। उनकी सरकार ने इस स्थिति को गम्भीरता से लेते हुए, भविय की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर, ाहरों को सभी बुनियादी जन-सुविधाओं तथा ज़रूरी अवस्थापना सुविधाओं से लैस करने का फैसला किया है। इसके तहत पहले चरण में प्रदो के प्राचीन व ऐतिहासिक एवं धार्मिक महव वाले नौ ाहरों- लखन, इलाहाबाद, कानपुर-बिठूर, वाराणसी, मेरठ, आगरा, अयोध्या-फ़ैज़ाबाद, मथुरा-वृन्दावन तथा कन्नौज को चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस निर्णय को लागू करने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये से अधिक धनराा की व्यवस्था करके 355 परियोजनाओं पर काम ाुरू कराया गया है, जो कि काफी प्रगति पर हैं।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि इसी म में, लखन को पहले चरण में चयनित कर इसे समस्त अवस्थापना सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। प्रदो की राजधानी होने के साथ-साथ, दो-विदो में लखन की अपनी अनूठी ऐतिहासिक व सांस्कृतिक पहचान है और अब तो अनेकों भव्य स्थलों व पार्कों के कारण लखन को और ज्य़ादा आर्काक व नई पहचान मिली है। इसके साथ ही समाज में अनुसूचित जाति/जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्में महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुााें के आदर-सम्मान में, हमारी सरकार द्वारा लखन में बनायेे गये स्थलों, संग्रहालय, पार्क, गैलरी आदि के कारण भी यहा आने वाले पर्यटकों की संख्या में काफी बढ़ाेारी हुयीं है। उनकी सरकार द्वारा इन सब बातों को ध्यान में रखते हुये, लखन में बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिये 3,984 करोड़ रुपये से अधिक धनराा की कुल 53 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान कर लखन ाहर का काया-कल्प करने की कोाा उनकी सरकार द्वारा की गयी है। जिसमें लखन के लिए 345 एम-एल-डी- क्षमता का नवनिर्मित एस0टी0पी0 भी शामिल हैं।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कि ाहरी अवस्थापना सुविधाओं के मामले में, आने वाले समय में लखन की गिनती दो के अग्रणी ाहरों में अवय ही होने लगेगी। इसके अलावा, लखन की आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र कहे जाने वाले ऐतिहासिक हज़रतगंज के 200 र्वा पूरे होने के अवसर पर उनकी सरकार ने हज़रतगंज और इससे जुड़े लालबाग़ क्षेत्र को सुन्दर व आर्काक बनाने के लिये इसके पुराने गौरव के अनुरूप अनेकों कार्य रिकार्ड समय में कराये हैं। जिसमें सम्बन्धित कार्यों से जुड़े अधिकारियों का व उत्तर प्रदेश राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्रा जी का भी सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदो सरकार के इन तमाम प्रयासों की बदौलत ही एक बेहतर और बदले हुये स्वरूप में नव-विकसित हज़रतगंज नवर्वा में सभी का स्वागत करने के लिये तैयार है।

सुश्री मायावती जी ने कहा कि इसी तरह उनके द्वारा 15 अप्रैल, 2008 को आगरा भ्रमण के दौरान आगरा के जूता बनाने वाले छोटे-छोटे कारीगरों की समस्याओं के निदान के लिए जूतों की बिक्री के लिए जूता मण्डी का निर्माण कराये जाने की घोषणा की गयी थी, जो अब बनकर तैयार हो गयी है। इस जूता मण्डी के आवंटी जूता कारीगरों द्वारा किये गये अनुरोध को ध्यान में रखते हुए। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब दुकानों में भूमि की लागत को सम्मिलित नहीं किये जाने का निर्णय लिया है। जिससे आवंटियों को काफी राहत मिलेगी और वह अब इस जूता मण्डी से अपना कारोबार अच्छी तरह से चला सकेंगे।

माननीया मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा पुरुा-महिला सिद्ध दाेा बन्दियों में से अनेकों बीमार, असहाय एवं वृद्ध बन्दियों की रिहाई हेतु कार्यवाही की गयी है। उन्होंने आशा व्यक्त किया है कि आज शिलान्यास की गयी विभिन्न विकास योजनाओं को माननीय मंत्रिगण व छोटे-बड़े अधिकारी लागू व पूरा कराने के लिये आज से ही जी-जान से लग जायेंगे। उन्होंने विश्वसपूर्वक कहा कि जनकल्याणकारी दिवस के तहत प्रदो के हर ज़िले में जो भी कार्यम हो रहे हैं, उसका फ़ायदा ख़ासकर समाज के ग़रीब, ााेात, पीड़ित एवं उपेक्षित वर्गों के लोगों को अवय ही मिलेगा व उनका जीवन थोड़ा ज़रूर बेहतर होगा।

सुश्री मायावती जी ने इस अवसर पर ’मेरे संर्घामय जीवन एवं बी-एस-पी- मूवमेन्ट का सफ़रनामा’ नामक पुस्तक के हिन्दी और अंग्रेज़ी संस्करण के छठे भाग का विमोचन भी किया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विकास के मोर्चे पर अर्जित की गयी तमाम उपलब्धियों पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर सिटी मान्टेसरी स्कूल की गोमती नगर शाखा के बच्चों ने रंगारंग एवं आकर्षक सांस्कृतिक कार्यम प्रस्तुत किया। माननीया मुख्यमंत्री जी ने इन बच्चों को 10 लाख रूपये की धनराशि पुरस्कार के रूप में दिए जाने की घोषणा की। इसके साथ ही उन्होंने गीतकार, संगीतकार तथा निर्देशक को एक-एक लाख रूपये की धनराशि देने की भी घोषणा की।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश राज्य सलाहकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र, कैबिनेट मंत्री श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी तथा श्री बाबू सिंह कुशवाहा सहित सांसद, विधायक, पार्टी पदाधिकारी सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य जन मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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माननीया मुख्यमंत्री जी द्वारा अपने जन्मदिन के अवसर पर मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल योजना का शुभारम्भ

Posted on 15 January 2011 by admin

15 जिलों के 133 ब्लाकों में मेडिकल मोबाइल यूनिट संचालित होंगी

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने प्रदेश के ग्रामीण अंचलो के असेवित क्षेत्रों में आम जनता के द्वार तक स्वास्थ्य सुविधाओं को मुहैया कराने के उद्देश्य से आज अपने 55वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर डा0 भीमराव अम्बेडकर सभागार, आशियाना लखन में आयोजित कार्यम में ग्रामीण अंचलों के असेवित क्षेत्रों में प्राथमिक चिकित्सा सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए एक नई योजना मुख्यमंत्री महामाया सचल अस्पताल योजना का शुभारम्भ किया।

इस योजना के तहत परिवार कल्याण विभाग द्वारा 15 जिलों के 133 ब्लाकों में मेडिकल मोबाइल यूनिट संचालित किये जायेंगे। यह जानकारी देते हुए विभागीय प्रवक्ता ने बताया कि इस योजना के संचालन से ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधायें और बेहतर ढंग से प्राप्त हो सकेंगी।

प्रवक्ता ने बताया कि योजना के अन्तर्गत मेडिकल मोबाइल यूनिट में चिकित्सकीय परामर्श एवं प्राथमिक उपचार, दवाईयों का वितरण, टीकाकरणए प्रसव पूर्व एवं प्रसव उपरान्त स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक दवाईयों का वितरण, किशोरवय बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच की सुविधा तथा यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य शिक्षा की जानकारी उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि इन यूनिटों में मलेरिया एवं टी0बी0 जांच हेतु रक्त एवं खंखार पट्‌टी संग्रहण, परिवार नियोजन के विभिन्न माध्यमों के संबंध में जानकारी, जटिल प्रकरणों की पहचान कर मरीजों को रेफर करना, शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी कार्यमों का प्रचार-प्रसार करना एवं स्वास्थ्य शिक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों की जानकारी भी उपलब्ध करायी जायेगी।

प्रवक्ता ने बताया कि योजना के अन्तर्गत मिर्जापुर के 11, चंदौली के 08, सोनभद्र के 07, हमीरपुर के 06, बलिया के 16, देवरिया के 15, गाजीपुर के 15 तथा कुशीनगर के 13 ब्लाक शामिल किये गये है। इसी प्रकार बांदा के 07, चित्रकूट के 04, जालौन के 08, झांसी के 07, ललितपुर के 05, महोबा के 03 तथा म के 08 ब्लाक भी योजना में शामिल हैं।

ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवायें चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही हैं। जिसके अन्तर्गत 15 जनवरी, 2011 को 02, 15 फरवरी, 2011 को 10, 20 फरवरी, 2011 को 20, 15 मार्च, 2011 को 30, 30 मार्च, 2011 को 43 एवं 15 अप्रैल, 2011 को 28 एम्बुलेंस संचालित हो जायेंगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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माननीया मुख्यमन्त्री जी ने अपने जन्मदिन पर जनता को “उ0प्र0 जनहित गारंटी कानून´´ का तोहफा दिया

Posted on 15 January 2011 by admin

इस कानून के लागू होने से प्रशासनिक तन्त्र को जन केन्द्रित बनाने के प्रयासों को और मजबूती मिलेगी -माननीया मुख्यमन्त्री जी
जनता को चििन्हत सेवाओं को निर्धारित समय में प्राप्त करने की कानूनी गारंटी मिली
राज्य सरकार ने पहले चरण में ऐसी सेवाओं को चििन्हत किया जिनकी सर्वाधिक जरुरत कमजोर और गरीब वर्गो को रहती है
अधिकारियों की जवाबदेही स्पश्ट तौर पर तय, कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर अर्थदण्ड का प्राविधान

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज अपने जन्म दिन पर प्रदेश की जनता को “उत्तर प्रदेश जनहित गारंटी कानून´´ का एक बड़ा तोहफा देते हुए इस कानून को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्णय लिया है। इस अभिनव कानून के तहत जनता को प्रथम चरण में चििन्हत सेवाओं को निर्धारित समय में प्राप्त करने की कानूनी गारंटी मिल गई है। राज्य सरकार ने आम जनता के सशक्तिकरण से सम्बन्धित उ0प्र0 जनहित गारंटी कानून को लागू करने के लिए अध्यादेश जारी कर दिया है जिसके चलते यह कानून आज से पूरे प्रदेश में प्रभावी हो गया हैं।

माननीया मुख्यमन्त्री जी अपने 55वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रदेश भर में मनाये जा रहे जन कल्याणकारी दिवस के तहत, डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार, आिशयाना, लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहीं थीं।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि उ0प्र0 जनहित गारंटी कानून के लागू हो जाने से प्रदेश की जनता को चििन्हत सेवाओं को प्राप्त करने के लिए न तो किसी की इच्छा पर निर्भर रहना होगा और न ही उसे किसी से सिफारिश आदि की जरुरत होगी। क्योंकि जनता को चििन्हत सेवाओं केा निर्धारित समय में प्राप्त करने की कानूनी गारंटी प्रदेश सरकार द्वारा सुनििश्चत की गई हैं। उन्होंने कहा कि इस कानून के तहत पहले चरण में उनकी सरकार ने जनहित की ऐसी सेवाओं को सबसे पहले चििन्हत किया है जिनकी सबसे ज्यादा जरुरत समाज के कमजोर और गरीब वर्गो के लोगोें को दिन-प्रतिदिन रहती है। उन्होंने कहा कि बाद में जरुरत के मुताबिक अन्य आवश्यक सेवाओं को भी इस कानून के दायरे में लाया जायेगा।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि पहले चरण में चििन्हत की गई सेवाओं को प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा इस कानून में समय-सीमा निर्धारित की गई है और निर्धारित समय में सेवा न उपलब्ध कराने वाले अधिकारियों की जवाबदेही भी स्पश्ट तौर पर सुनििश्चत की गई है। इस कार्य में कोताही बरतने वाले अधिकारियों पर अर्थदण्ड लगाने का प्राविधान भी नये कानून मेें किया गया है। उन्होंने कहा कि अर्थदण्ड की धनरािश निर्धारित प्रक्रिया के माध्यम से दोशी अधिकारी से वसूल कर इसका भुगतान आवेदक को ही कर दिया जायेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि उत्तर प्रदेश जनहित गारंटी कानून लागू हो जाने पर राज्य के प्रशासनिक तन्त्र को जन केन्द्रित बनाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को और अधिक मजबूती मिलेगी।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने नये कानून लागू करने की जरुरत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनकी पार्टी की सरकार सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति के आधार पर चलकर प्रदेश में समतामूलक समाज के स्थापना के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था की स्थापना के लिए भयमुक्त, भ्रश्टाचारमुक्त, अन्यायमुक्त, अपराधमुक्त तथा विकासयुक्त वातावरण का होना बेहद जरुरी है। उन्होंने कहा कि ऐसा वातावरण तभी बनाया जा सकता है जब प्रशासनिक तन्त्र जनता की जरुरतों के प्रति संवेदनशील और जागरुक हो और उसमेें अपने कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदारी की भावना हो।

माननीया मुख्यमंन्त्री जी ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए उनकी सरकार ने सरकारी विभागों में नयी कार्य संस्कृति विकसित करने की दिशा में शुरु से ही अनेकों महत्वपूर्ण कदम उठाये। उन्होंने स्पश्ट किया कि उनकी सरकार द्वारा उठाये गये इन कदमों से बेहतर नतीजे तो जरुर मिले है लेकिन उनकी पार्टी की सरकार इतने से ही सन्तुश्ट नही होना चाहती। इसीलिए राज्य सरकार ने प्रदेश की जनता को एक बेहतरीन और जवाबदेह प्रशासनिक व्यवस्था से लाभािन्वत कराने के लिए उ0प्र0 जनहित गारंटी कानून जैसा ऐतिहासिक फैसला लिया है। इस कानून के अन्तर्गत राज्य सरकार ने सरकारी विभागों द्वारा प्रदेश की आम जनता को उपलब्ध करायी जा रही जरुरी सेवाएं अब निर्धारित अवधि में मुहैया कराने की गारंटी देने का क्रान्तिकारी निर्णय लिया है।

गौरतलब है कि उ0प्र0 जनहित गारंटी कानून के अन्तर्गत प्रथम चरण में जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण-पत्र, निवास प्रमाण-पत्र, भूमि का अविवादित नामान्तरण, मूल किसान बही प्रदान करना, किसान बही की डुप्लीकेट कापी प्रदान करना, नगर निगम क्षेत्र में सम्पत्ति का अविवादित नामान्तरण, नगर निगम क्षेत्र में जहंा तकनीकी रुप से सम्भव हो, नवीन नल कनेक्शन प्रदान किया जाना, नगर निगम/नगर पालिका परिशद/नगर पंचायत क्षेत्र में जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाना, विकलांगता प्रमाण-पत्र तथा नगरीय/ग्रामीण क्षेत्रों में नया ए0पी0एल0 राशन कार्ड जारी करने की सेवाएं शामिल की गईं हैं।

यह भी उल्लेखनीय है कि चििन्हत सेवाओं की निर्धारित अवधि में उपलब्धता सुनििश्चत कराने एवं विचलन की दशा में अर्थदण्ड लगाये जाने हेतु प्रथम अपील अधिकारी एवं द्वितीय अपील अधिकारी नामित कर दिये गये हैं। यदि बिना पर्याप्त एवं युक्तिसंगत कारणों के नामित अधिकारी सेवा प्रदान करने में विफल रहते है या प्रथम अपील अधिकारी नियत समय के भीतर अपील का निस्तारण करने मे विफल रहते है तो द्वितीय अपील अधिकारी को नामित एवं प्रथम अपील अधिकारी के ऊपर 500 रुपये से 5000 रुपये तक का अर्थदण्ड लगाने का अधिकार होगा, लेकिन अर्थदण्ड लगाने से पूर्व सम्बन्धित अधिकारियों को सुनवाई का अवसर दिया जायेगा। यदि द्वितीय अपील अधिकारी यह पाता है कि सेवा प्रदान करने वाले नामित अधिकारी द्वारा सेवा उपलब्ध कराये जाने में विलम्ब किया गया है तो ऐसी विलम्ब के लिए 250 रुपये प्रतिदिन की दर से 5000 रुपये तक का अर्थदण्ड अधिरोपित कर सकता है। इसके अलावा द्वितीय अपील अधिकारी द्वारा नामित अधिकारी एवं प्रथम अपील अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए संस्तुति भी की जा सकती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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सुश्री मायावती जी की पुस्तक Þमेरे संघशZमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफ़रनामा

Posted on 15 January 2011 by admin

भाग-टप्ß व इसके अंग्रेज़ी संस्करण
“A Travelogue of My Struggle-Ridden Life and BSP ovement, Vol-VI”  का, उनके 55वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर विमोचन

बहुजन समाज पार्टी की राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज यहां अपने 55वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में स्व-लिखित पुस्तक Þमेरे संघशZमय जीवन एवं बी.एस.पी. मूवमेन्ट का सफ़रनामा, भाग-टप्ß व इसके अंग्रेज़ी संस्करण “A Travelogue of My Struggle-Ridden Life and BSP ovement, Vol-VI” का विमोचन किया। इस पुस्तक के पांच खण्ड हिन्दी व अंग्रेज़ी में पहले जारी हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि हिन्दी के प्रथम दो खण्डों का विमोचन मान्यवर श्री कांशीराम जी के कर-कमलों द्वारा दिनांक 15 जनवरी सन् 2006 को किया गया था।

बी.एस.पी. की `ब्लु बुक´ के नाम से मशहूर इस पुस्तक के छठे भाग के लगभग 1100 पृश्ठों में सुश्री मायावती जी ने दिनांक 1 जनवरी सन् 2010 से लेकर दिसम्बर सन् 2010 तक अर्थात् एक वशZ के भीतर बतौर उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री व बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी.) की राश्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में, Þसामाजिक परिवर्तनß अर्थात् Þसमतामूलक समाज व्यवस्थाß स्थापित करने के बी.एस.पी. मूवमेन्ट के मिशनरी लक्ष्य को प्राप्त करने के क्रम में आने वाली चुनौतियों व अनेकों प्रकार के संघशोZं का तिथिवार वास्तविक वर्णन है। घटना-प्रधान चित्रों सहित पुस्तक में ये बातें आम बोल-चाल की सरल हिन्दुस्तानी जुबान में एक सीधे-साधे सत्य की तरह पेश की गई हैं, जिसे बी.एस.पी. मूवमेन्ट के समकालीन इतिहास की भी संज्ञा दी जा सकती है।
इस `सफ़रनामा´ की प्रस्तावना Þअपनी बातß में सुश्री मायावती जी लिखती हैं कि वशZ 2010, उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में चल रही बी.एस.पी. की पूर्ण बहुमत वाली सरकार का तीसरा वशZ था। और यह वशZ, हालांकि लोकसभा आम चुनाव के एतबार से, वशZ 2009 की तरह, अत्यन्त ही महत्वपूर्ण व चुनौतीपूर्ण तो नहीं था, लेकिन दूसरे अन्य मामलों को लेकर वशZ 2010 काफी ज़्यादा संघशZपूर्ण रहा। इस दौरान बी.एस.पी. व उत्तर प्रदेश में इसकी सरकार के समक्ष अनेकों प्रकार की गम्भीर चुनौतियां आयीं। ख़ासकर भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित किसानों के आन्दोलन तथा अनुसूचित जाति/ जनजाति व व पिछड़े वर्गों में जन्में महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुशों के आदर-सम्मान में निर्मित किये गये ऐतिहासिक महŸव के भव्य स्थलों/स्मारकों/संग्रहालयों/पार्कों व नये ज़िलों की स्थापना आदि के सम्बंध में, जातिवादी मानसिकता के कारण तीव्र विरोध, पंचायत चुनाव, बी.एस.पी. के चुनाव चिन्ह Þहाथीß को ज़ब्त करने के िख़लाफ माननीय न्यायालय व चुनाव आयोग में संघशZ आदि ऐसे मामले थे जिसके लिये उन्हें, उनकी पार्टी व उनकी पार्टी की सरकार को काफ़ी कड़ा संघशZ करना पड़ा व इसके लिये काफी समय भी लगाना पड़ा, जिनके सम्बंध में विस्तार से इस Þसफ़रनामाß में तिथिवार पढ़ा जा सकता है।

यह बातें कोई िशकवा-िशकायत के लिहाज़ से नहीं हैं, क्योंकि वह अच्छी तरह जानती हैं कि उनका जीवन एक संघशZ, बल्कि अनन्त संघशZ है और आने वाले दिनों में भी इस प्रकार के संघशोZं का उन्हें सामना करना है। सुश्री मायावती जी के अनुसार विरोधी पार्टियों के साम, दाम, दण्ड, भेद आदि अनेकों हथकण्डों का और तरह-तरह की परेशानियों, दिक़्क़तों, चुनौतियों का सामना करने के लिये संघशZ ही सर्वोत्तम उपाय है और जब लक्ष्य महान व पूर्णत: मानवतावादी हो तो ÞसंघशZ का संकल्पß ही बड़ा काम आता है और बेड़ा पार भी लगाता है।

अयोध्या प्रकरण का ज़िक्र करते हुये सुश्री मायावती जी कहती हैं कि अयोध्या के विवादित स्थल के मालिकाना हक़ के सम्बन्ध में माननीय उच्च न्यायालय के फैसले के बाद की सर्वाधिक चुनौतीपूर्ण स्थिति से केन्द्र सरकार चिन्तित थी और पूरा देश आक्रान्त व एक अनजाने ख़ौफ़ से ग्रस्त था तथा उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिकता की आग की ज़रा सी चिंगारी भी पूरे प्रदेश में फैल कर पूरे देश को उसकी लपेट में ले सकती थी व देश की अर्थव्यवस्था का सत्यानाश हो सकता था। लेकिन उत्तर प्रदेश के सभी छोटे-बड़े पुलिस व प्रशासनिक अिधकारियों ने, बिना केन्द्र सरकार के अपेक्षित सहयोग के, उनके मार्ग-निर्देशन में, व्यापक राश्ट्र हित को ध्यान में रखते हुये, एक ऐसा काम कर दिखाया जिससे पूरे देश ने बड़ी राहत की सांस ली और हमारे विरोधियों को भी इस बात की प्रशंसा के लिये मजबूर होना पड़ा कि शान्ति व क़ानून-व्यवस्था की मिसाल जो यू.पी. में बी.एस.पी. की सरकार ने पेश की है, उसकी दूसरी मिसाल मिलनी बहुत मुिश्कल है।

सुश्री मायावती जी के अनुसार, अयोध्या-प्रकरण से सम्बंधित इस परिस्थिति से निपटना उनके जीवन की कड़ी चुनौतीपूर्ण घड़ियों में से एक थी, जिसका उन्होंने बख़्ाूबी सामना करते हुये आत्म-सन्तोश प्राप्त किया। इस चुनौती का भी सामना करने में उनका दृढ़ निश्चय, जनहित में कठोर निर्णय लेने की इच्छा-शक्ति, दूरदृिश्ट के साथ-साथ क़ानून-व्यवस्था के मामले में ख़ासकर एक बेहतरीन व मिसाली शासन देने का उनका संकल्प बहुत काम आया और इसी कारण धार्मिक भावना से जुड़ा यह अति संवेदनशील मामला भी कुछ इस तरह अप्रत्यािशत तौर पर निपट गया जिसकी देश के लोगों ने कल्पना तक भी नहीं की थी। उन्हें इस बात का सन्तोश है कि देशभर के लोगों ने उनकी सरकार के इस कार्य को समुचित तौर पर सराहा और ज़ेहननशीन किया है।
पुस्तक के आमुख में यू.पी. में बी.एस.पी. की सरकार के `गुड गवनेZन्स´ से सम्बंधित कार्यों के साथ-साथ, समतामूलक समाज व्यवस्था स्थापित करने के मिशनरी लक्ष्य की प्राप्ति की ओर बढ़ते हुये क़दम का उल्लेख करते हुये बी.एस.पी. की राश्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी कहती हैं कि इस प्रयास में एक नया अध्याय तब जुड़ गया यह स्वीकारा गया कि भारत Þड्रामाई परिवर्तनोंß (कतंउंजपब जतन्देवितउंजपवदेद्ध के दौर से गुज़र रहा जिनमें Þराजनीतिक संस्कृतिÞ व Þसामाजिक व्यवस्थाß में बदलाव भी शामिल है। इतिहासकार कहते हैं कि इन Þपरिवर्तनोंß के फलस्वरूप भारत की राजनीतिक संस्कृति संघशZशील व समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों की भागीदारी पर आधारित बन रही है, जबकि भारत की सामाजिक व्यवस्था महिलाओं एवं निचली जातियों के लोगों पर आधारित समाज के शोशित-पीड़ित वर्गों को अपने अधिकारों के प्रति ज़्यादा-से-ज़्यादा जागरूक व संघशZशील बना रही है। इस सम्बंध में सुश्री मायावती जी का मानना है कि भारत में होने वाली इन दोनों ऐतिहासिक व युग-परिवर्तनीय सामाजिक व लोकतान्त्रिक क्रान्ति का श्रेय Þबी.एस.पी. मूवमेन्टß व उत्तर प्रदेश की बी.एस.पी. सरकार के सिवाय किसी और को कैसे दिया जा सकता है।

उत्तर प्रदेश में, माह अक्तूबर-नवम्बर सन् 2010 में हुये पंचायत चुनाव के परिणामों का ज़िक्र करते हुये सुश्री मायावती जी कहती हैं कि ये परिणाम इस बात को दशाZते हैं कि प्रदेश की लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में समाज के उपेक्षित वगोंZ के लोगों, विशेशकर अनुसूचित जाति/जनजाति व अन्य पिछड़े वगोंZ के लोगों की काफी भागीदारी बढ़ी है और इस प्रकार उत्तर प्रदेश में लोकतन्त्र को आम तौर से व सामाजिक लोकतन्त्र को ख़ास तौर से मज़बूती मिली है।
साथ ही, उन्होंने उन कुछ महŸवपूर्ण शोध का भी ज़िक्र किया जिनमें उत्तर प्रदेश में बी.एस.पी. मूवमेन्ट के बढ़ते प्रभाव व बी.एस.पी. सरकार के विभिन्न क्षेत्रों में अनवरत् महŸवपूर्ण व ऐतिहासिक प्रयासों के कारण सामाजिक स्तर पर जो दलित क्रान्ति सम्भव हो पायी है, उसे Þआर्थिक क्रान्तिß से ज़्यादा महŸवपूर्ण माना गया है।

उनके अनुसार, उपरोक्त बातें गम्भीरतापूर्वक ग़ौर करने लायक़ हैं ताकि इस हक़ीक़त को उसकी पूरी वास्तविकता में देखा व समझा जा सके कि Þबी.एस.पी. मूवमेन्टß एक प्रकार से राश्ट्र निर्माण का सारथी व साक्षी है व इसकी नीति Þसर्वजन हिताय व सर्वजन सुखायß पर आधारित होने के कारण पूर्णत: देशहित में है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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राज्य कर्मियों के मंहगाई भत्ते/पेंशनरों एवं पारिवारिक पेंशनरों की मंहगाई राहत की दरों मेंं वृद्धि

Posted on 15 January 2011 by admin

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज अपने 55वें जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रदेश भर में मनाये जा रहे जनकल्याणकारी दिवस के तहत राज्य कर्मियों के मंहगाई भत्ते/पेंशनरों एवं पारिवरिक पेंशनरों की मंहगाई राहत की दरों में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। देय मंहगाई भत्ते का भुगतान 01 फरवरी, 2011 से नकद मिलेगा तथा 01 जुलाई, 2010 से 31 जनवरी, 2011 तक देय मंहगाई भत्ते की धनराशि भविष्य निधि में जमा की जायेगी।

इस निर्णय के तहत राज्य कर्मचारियों को पुनरीक्षित वेतनमान में 01 जुलाई, 2010 से मूल वेतन में 35 प्रतिशत के स्थान पर 45 प्रतिशत की दर से तथा अपुनरीक्षित वेतनमानों में वेतन प्राप्त कर रहे कर्मचारियों को 87 प्रतिशत के स्थान पर 103 प्रतिशत की दर से मंहगाई भत्ता प्राप्त होगा। राज्य सरकार के पेंशनरों एवं पारिवारिक पेंशनरों को 01 जुलाई, 2010 से बढ़ी हुई दर से मंहगाई राहत भी स्वीकृत की गई है।

राज्य सरकार के इस निर्णय के फलस्वरूप वित्तीय वर्ष 2010-11 में लगभग 1758 करोड़ रूपये व्यय भार आने की संभावना है, जिसमें से लगभग 518 करोड़ रूपये का नकद भुगतान एवं लगभग 1240 करोड़ रूपये भविष्य निधि खाते में जमा किया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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लड़की पर लगाये गये आरोप सी0बी0सी0आई0डी0 की जांच रिपोर्ट में सही नहीं पाए गए

Posted on 15 January 2011 by admin

फर्जी आरोप लगाने वालो तथा उसके आधार पर लड़की के विरूद्ध कार्यवाही करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी
पीड़ित लड़की की समुचित सुरक्षा के निर्देश
मेरी सरकार में सत्ता पक्ष अथवा विपक्ष के किसी भी व्यक्ति को कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाता-माननीया मुख्यमन्त्री जी

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज प्रात: बान्दा की घटना के सम्बन्ध में सी0बी0सी0आई0डी0 की जांच रिपोर्ट मिलते ही पीड़ित लड़की को तत्काल रिहा करने के आदेश दिए, क्योंकि लड़की पर लगाये गये आरोप सी0बी0सी0आई0डी0 की जांच रिपोर्ट में सही नहीं पाए गए। उन्होंने लड़की पर फर्जी आरोप लगाने वालो तथा उसके आधार पर लड़की के विरूद्ध कार्यवाही करने के जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने तथा इस मामले की भी सी0बी0सी0आई0डी0 द्वारा जांच कराये जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रमुख सचिव गृह को पीड़ित लड़की को समुचित सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश दिए।

माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा है कि उनकी सरकार में सत्ता पक्ष अथवा विपक्ष के किसी भी व्यक्ति को कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा, चाहे वह व्यक्ति कितना ही प्रभावशाली तथा शक्तिशाली क्यों न हो। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार द्वारा जनता के हित में विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ कानून का भी सख्ती से पालन किया जाता है।

ज्ञातव्य है कि माननीया मुख्यमन्त्री जी ने बान्दा की घटना पर गम्भीर रूख अपनाते हुए इस प्रकरण की सी0बी0सी0आई0डी0 द्वारा जांच कराने के आदेश दिए थे। विगत 12 जनवरी, 2011 को इस प्रकरण में सी0बी0सी0आई0डी0 की प्रारिम्भक जांच रिपोर्ट मिलने पर माननीया मुख्यमन्त्री जी ने सख्त कदम उठाते हुए विधायक श्री पुरूषोत्तम नरेश द्विवेदी तथा तीन अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराकर कानून के मुताबिक कार्यवाही करने और उनको गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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एिशया के सबसे बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट के चालू हो जाने से गोमती नदी को शुद्ध करने में भारी मदद मिलेगी

Posted on 15 January 2011 by admin

भरवारा एस0टी0पी0 तथा सम्बन्धित सीवेज पिम्पंग स्टेशनों के निर्माण में लगभग 361 करोड़ रुपये खर्च किये गये

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने आज अपने जन्मदिन पर लखनऊ के भरवारा में नवनिर्मित 345 एम0एल0डी0 क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट एवं सम्बन्धित सीवेज पिम्पंग स्टेशनों का लोकार्पण कर लखनऊवासियों को बेहतरीन तोहफा दिया हैं। एिशया के सबसे बड़े सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट के चालू हो जाने से गोमती नदी के जल को शुद्ध करने में भारी मदद मिलेगी और लखनऊ के पर्यावरण में उल्लेखनीय सुधार आयेगा।

भरवारा ट्रीटमेंट प्लान्ट मेंं यू0ए0एस0बी0 तकनीक का प्रयोग किया गया है। इसके साथ ही माननीया मुख्यमन्त्री जी ने 31.4 करोड़ रुपये की लागत से बने जी0एच0 कैनाल सीवेज पिम्पंग स्टेशन, 70.03 करोड़ रुपये की लागत से बने कुकरैल नाला सीवेज पिम्पंग स्टेशन, 82.06 करोड़ रुपये की लागत से  लगे ग्वारी कलवर्ट मुख्य सीवेज पिम्पंग स्टेशन तथा 7.79 करोड़ रुपये की लागत से बने 14 एम0एल0डी0 क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लान्ट दौलतगंज का भी आज लोकार्पण किया। भरवारा ट्रीटमेंट प्लान्ट तथा सम्बन्धित सीवेज पिम्पंग स्टेशनों के निर्माण में लगभग 361 करोड़ रुपये का व्यय भार आया है।

इस अवसर पर माननीया मुख्यमन्त्री जी ने कहा कि नवनिर्मित एस0टी0पी0 एवं सीवेज पिम्पंग स्टेशनों का प्रभाव लखनऊ की सफाई व्यवस्था पर शीघ्र ही सभी को नज़र आने लगेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शहरी अवस्थापना सुविधाओें के मामलों मे लखनऊ की गिनती देश के अग्रणी शहरों में अवश्य ही होने लगेगी।

उल्लेखनीय है कि गोमती का जल साफ-सुथरा रखने के लिए गोमती कार्य योजना के प्रथम चरण में 7 नालों के गन्दे पानी को दौलतगंज स्थित एस0टी0पी0 पर शोधित किया जा रहा है। द्वितीय चरण के अन्तर्गत शेश 20 नालों का सीवेज कुकरैल, जी0एच0 कैनाल तथा मुख्य सीवेज पिम्पंग स्टेशन के माध्यम से भरवारा एस0टी0पी0 पर लाकर शोधन के बाद नदी में प्रवाहित किया जायेगा। इस प्रकार गोमती नदी में गिरने वाले  नालों के गन्दे पानी का शोधन हो जाने से नदी के प्रदूशण में काफी कमी आयेगी।

यह भी उल्लेखनीय है कि पिछले तीन वशोZं के दौरान प्रदेश के सात मुख्य महानगरों-लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, कानपुर, आगरा, मेरठ एवं मथुरा की आगामी तीस वशोZं की जरुरतों को ध्यान में रखते हुए, सीवर, पेयजल, ठोस अपिशश्ट निस्तारण/प्रबन्धन तथा स्टॉर्म वाटर डेªनेज सम्बन्धी 33 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है। इन परियोजनाओं पर 5384.49 करोड़ रुपये की धनरािश का निवेश किया गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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जमानत दाखिल न कर पाने वाले 26,681 गरीब पात्र विचाराधीन बन्दियों तथा अधिकतम दण्ड की आधी अवधि पूरी करने वाले 574 पात्र गरीब बन्दियों की रिहाई

Posted on 15 January 2011 by admin

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी ने कहा कि विभिन्न न्यायालयों के जरिए सिद्ध-दोश पुरुश-महिला बन्दियोंे मेें से अनेक बीमार, असहाय एवं वृद्ध बन्दियों की समय पूर्व रिहाई हेतु राज्य सरकार द्वारा आवश्यक कार्यवाही की गई है।

माननीया मुख्यमन्त्री जी आज अपने जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रदेश भर में मनाये जा रहे जन कल्याणकारी दिवस के तहत, डॉ0 भीमराव अम्बेडकर सभागार, आिशयाना, लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम को सम्बोधित कर रही थीं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न कारागारों में जमानती धाराओं के अन्तर्गत जमानत दाखिल न कर पाने वाले 26,681 गरीब पात्र विचाराधीन बन्दियों तथा अधिकतम दण्ड की आधी अवधि पूरी करने वाले 574 पात्र गरीब बन्दियों की रिहाई की गई है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नगर विकास मन्त्री ने किया बख्शी का तालाब में 07 करोड़ रूपये से अधिक लागत के विकास कार्याें का शिलान्यास

Posted on 15 January 2011 by admin

बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत-नकुल दुबे

उत्तर प्रदेश की माननीया मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती जी के 55वें जन्म दिवस के शुभ अवसर पर नगर पंचायत बख्शी का तालाब के समग्र विकास हेतु 07 करोड़ 49 लाख रूपये के 101 विकास कार्याें का शिलान्यास आज प्रदेश के नगर विकास, पर्यावरण, मनोरंजन एवं वाणिज्य कर मन्त्री श्री नकुल दुबे ने किया।

नगर पंचायत बख्शी का तालाब परिसर में आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री नकुल दुबे ने कहा कि वे क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने निर्माण कार्याें से जुड़ी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिए कि जनहितकारी विकास योजनाओं के निर्माण कार्याें की गुणवत्ता बनाये रखें।

श्री दुबे ने कहा कि माननीया मुख्यमन्त्री जी की पहल पर ही बख्शी का तालाब नगर पंचायत का गठन क्षेत्रवासियों को विकास की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु किया गया है। उन्होंने क्षेत्रवासियों से अनुरोध किया कि वे अपनी जमीनों को न बेंचे, क्योंकि आने वाले समय में बख्शी का तालाब विधान सभा क्षेत्र विकास की इतनी सुविधाओं से सम्पन्न होगा कि लोग इसकी ओर आकृष्ट होंगे।

नगर विकास मन्त्री ने क्षेत्रवासियों का आहवान किया कि वे बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें, क्योंकि आने वाला कल उन्हीं का है तथा वे ही देश व प्रदेश का भविष्य सवारने में निर्णायक भूमिका निभायेंगे। उन्होंने कहा कि वे बख्शी का तालाब क्षेत्र को विकास के नए आयाम देकर प्रदेश की मॉडल विधान सभा क्षेत्र के रूप में विकसित करना चाहते हैं तथा इस कार्य में उन्हें आम जन के सक्रिय सहयोग एवं भागीदारी की आवश्यकता है तथा वे क्षेत्र के विकास में कोई कोर-कसर नहीं उठा रखेंगे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के अन्तर्गत प्रथम प्रिशक्षण कार्यक्रम आयोजित

Posted on 15 January 2011 by admin

जिला स्तर पर आपदाओं के कुशल प्रबंधन के लिए पूर्व से ही तैयारी की जाय  -के0के0सिन्हा

उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के पिकप भवन स्थित नवगठित कार्यालय में दो दिवसीय प्रथम प्रिशक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्म प्रमुख सचिव राजस्व एवं राहत आयुक्त श्री के0के0सिन्हा ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक स्तर पर आपदा प्रबंधन हेतु संस्थानों का विकास किया जा रहा है। इसकी प्रथम कड़ी के रूप में राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण को संचालित कर दिया गया है। जिला स्तर पर भी आपदाओं के कुशल प्रबंधन के लिए पहले से ही तैयारी की जाय ताकि जन-धन की हानि को कम किया जा सके।

श्री सिन्हा ने यह भी बताया कि प्राधिकरण के माध्यम से आपदा प्रबंधन हेतु विभिन्न अध्ययन, रिसर्च, मैनुअल एवं माड्यूल विकास इत्यादि से सम्बंधी कार्य भी किया जायेगा ताकि प्रदेश में आपदा प्रबंधन प्रिशक्षण हेतु स्तरीय व्यवस्था की जा सके।

कार्यक्रम में कर्नल तपेश कंवर ने विभिन्न राहत एवं खोज, बचाव उपकरणों का प्रदशZन कर नायब तहसीलदारों को प्रयोग करना सिखाया। तहसीलदारों के इस मास्टर ट्रेनर ट्रेनिंग में राज्य ग्राम्य विकास प्रिशक्षण के सहायक निदेशक श्री ललित मोहन जोशी, वित्त एवं लेखा अधिकारी श्री अजय जौहरी, मेडिकल कालेज के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा0 उदय मोहन तथा यूनिसेफ के इमरजेंसी फोकल प्वांइट के श्री अमित मेहरोत्रा आदि ने सम्बोधित किया।

कार्यक्रम का संचालन राज्य परियोजना अधिकारी श्रीमती अदिति उमराव ने किया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में बििल्डंग बाइलाज एवं बििल्डंग कोड को परिवर्तित कर लिया गया है। अब सभी भवनों को भूकम्परोधी तकनीकी से बनाया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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