नई दिल्ली : श्री बेनी प्रसाद वर्मा, इस्पात मंत्री, भारत सरकार ने इस्पात मंत्रालय और सेल के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लखनऊ में एक बैठक की और जगदीशपुर सेल इकाई (उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर में स्थित पूर्व मालविका स्टील) के जारी नवीनीकरण के कार्य की समीक्षा की। उन्होंने इस इकाई की स्थिति और प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और जल्द पूरा होने जा रहे माल गोदाम तथा गल्वनाइज्ड शीट कारूगेशन यूनिट के लिए सेल टीम की सराहना की। इस बैठक के दौरान संयुक्त सचिव (इस्पात मंत्रालय) श्री यू पी सिंह, सेल अध्यक्ष श्री चन्द्र शेखर वर्मा, राऊरकेला इस्पात संयंत्र के प्रबंध निदेशक श्री एस एन सिंह और कोबे स्टील के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
(दायें से बाएँ), माननीय इस्पात मंत्री श्री बेनी प्रसाद वर्मा लखनऊ में समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुये। तस्वीर में सेल अध्यक्ष श्री चन्द्र शेखर वर्मा और राऊरकेला इस्पात संयंत्र के प्रबंध निदेशक श्री एसएन सिंह दिखायी पड़ रहे हैं।
सेल अध्यक्ष श्री चन्द्र शेखर वर्मा जेएसयू के लिए प्रस्तावित रणनीति को रेखांकित किया और कहा कि नवीनीकरण का कार्य अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप चल रहा है तथा यह इकाई जल्द ही सफलतापूर्वक काम करना शुरू कर देगा।
उल्लेखनीय है कि सेल ने उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर में स्थित पूर्व मालविका स्टील की सम्पत्तियों का वर्ष 2009 में अधिग्रहण किया, जो जून 2010 में सेल के नाम के साथ पंजीकृत हुआ। इस ढांचे के नवीनीकरण तथा इस क्षेत्र के लोगों की तैयार वैल्यू एडेड प्रोडक्ट की मांग को पूरा करने के लिए पहले फेज में मुख्य रूप से चार यूनिट प्रस्तावित किये गए थे। इनमें से दो इकाइयां, पहला 12000 टन प्रति वर्ष की क्षमता का एक माल गोदाम और दूसरा 13000 टन प्रति वर्ष की क्षमता का गल्वनाइज्ड शीट कारूगेशन यूनिट अंतिम चरण में हैं और शीघ्र ही चालू हो जाएगें। मौजूदा चरण के दो अन्य यूनिट, जिसमें पहला 150000 टन प्रति वर्ष का क्षमता का टीएमटी बार मिल और 10000 टन प्रति वर्ष की क्षमता का क्रैश बैरियर मैनुफैक्चरिंग यूनिट अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रगति पर हैं तथा नवंबर 2011 तक पूरे कर लिये जाएगें। जीपी शीट्स, बिलेट्स और एचआर शीट्स के लिए इनपुट सेल के कार्य कर रहे सन्यत्रों से प्राप्त किया जाएगें । तैयार उत्पाद की सड़क मार्ग के जरिये आपूर्ति की जाएगी। फेस-2 के लिए जापान के मेसर्स कोबे स्टील के साथ विचार विमर्श चल रहा है। इस बातचीत के लिए एक संयुक्त टास्क फोर्स टीम का गठन किया गया है, जो मार्च 2011 तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। 1000 मेगावाट गैस आधारित पॉवर संयंत्र और डायरेक्ट रिड्यूस्ड आयरन मेकिंग (गैस आधारित) तथा इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस जैसी तकनीकों पर आधारित इस्पात उत्पादन और वैल्यू एडेड प्रोडक्ट के निष्पादन की योजना पर विचार किया जा रहा है। सेल जगदीशपुर में और उसके आसपास अनेकों निगमित सामाजिक दायित्व कार्यक्रमों को कार्यान्वित कर रहा है। परिसर के अंदर स्थित स्कूल में खेल के मैदान के साथ साथ मूलभूत सुविधाओं का भी विकास किया जा रहा है। स्कूल में 210 विद्यार्थियों के नाम दर्ज कराये गए हैं और वे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। पास के स्कूल और गांवों में नियमित रूप से स्वास्थ्य शिवरों का आयोजन किया जाता है और जरूरी दवाइयाँ बांटी जाती हैं। एक डॉक्टर और दो फार्मासिस्ट के साथ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य केंद्र चलाया जा रहा है। इसके साथ ही एक एंबुलेंस भी संचालित की जा रही है। स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन अनेक मरीजों का निरीक्षण और निशुल्क: उपचार किया जाता है।
उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास के लिए सेल बाराबंकी/गोंडा में एक स्टील प्रोसेसिंग यूनिट की संभावना की जांच कर रहा है।
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Vikas Sharma
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