Posted on 14 July 2010 by admin
दिमागी रूप से विक्षिप्त महिला अपने तीन वर्ष बच्चे के साथ अचानक उस समय लापता हो गई जब उसका पति मजदूरी हेतु शहर आया था। करोरा निवासी श्रीकृष्ण ने बताया कि उसकी पत्नी श्रीमती लक्ष्मी देवी उम्र लगभग 40 वर्ष कुछ वषोZ से दिमागी रूप से बिमार थी और एक सप्ताह पूर्व अपने पुत्र जंगली उम्र 3 वर्ष को साथ लेकर अचानक गायब हो गई। जिसकी सूचना लिखित रूप से नगराम थाने में दी गई है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 14 July 2010 by admin
घर के पास लगे पेड़ों को कटवा रहे वृद्ध के ऊपर डाल गिर गई जिससे वृद्ध गम्भीर रूप से घायल हो गया। परिजन इलाज के हेतु ले जाते समय रास्ते में ही वृद्ध की मौत हो गई। मीरकनगर के अधिवक्ता विजय बहादुर कश्यप के पिता सुखलाल 70 वर्ष। अपने घर के पास लगेे यूकेलििप्टस पेड़ कटावा रहे थे तभी मजदूर द्वारा काटी गई डाल झाड़ियों में फसती हुई वृद्ध के ऊपर गिर गई जिससे वृद्ध गम्भीर रूप घायल होने के बाद अस्पताल ले जाते समय वृद्ध की मौत हो गई।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 14 July 2010 by admin
भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी से सवाल करने वाले कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह पर पलटवार करते हुए कांग्रेस और आतंकवादियों की पुरानी मोहब्बत पर कई सवाल दागे हैं। प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवक्ता हृदयनारायण दीक्षित ने आज मंगलवार को श्री दिग्विजय सिंह से पूछा कि वे स्वयं बतायें कि आजमगढ़ संजरपुर के आरोपी आतंकियों से उनकी अपनी क्या नातेदारी हैर्षोर्षो जिनसे मिलने वे दिल्ली से भाग कर संजरपुर पहुंचे थे। दिल्ली बटाला हाउस काण्ड के आरोपियों का बचाव करने और मुठभेड़ की उच्च स्तरीय जांच की मांग करने वाले श्री दिग्विजय सिंह कृपया बतायें कि मुठभेड़ में मारे गये कथित आतंकियों से उनके क्या रिश्ते हैं?
श्री दीक्षित ने कहा कि कांग्रेस आखिरकार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गडकरी की टिप्पणी पर सीधी सफाई क्यों नहीं देतीर्षोर्षो अफजल गुरू सर्वोच्च न्यायालय द्वारा घोषित दोषसिद्ध आतंकी है। उसकी फांसी की पत्रावली दिल्ली सरकार ने किसके कहने पर लटकाईर्षोर्षो कांग्रेसी अफजल प्रेम के पीछे कोई न कोई रिश्ता तो जरूर होगार्षोर्षो सारा देश इसी रिश्ते की असलियत जानने का इच्छुक है। आखिरकार इस प्रेम को क्या नाम दिया जायेर्षोर्षो श्री गडकरी ने यही मौलिक सवाल उठाया है। कांग्रेस में हिम्मत हो तो उत्तर दे। जाहिर है कि कांग्रेस के पास श्री गडकरी द्वारा उठाये गये मौलिक सवाल का उत्तर नहीं है। कांग्रेस आतंकी अफजल गुरू को भी मुस्लिम भावनाओं से जोड़ कर देखती है। जबकि असलियत यह है कि देश के मुसलमान अफजल गुरू सहित सभी आतंकवादियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के पक्षधर हैं। लेकिन कांग्रेस अफजल गुरू, आजमगढ़ के आरोपियों सहित सिमी, हूजी आदि के समर्थकों को भी मुस्लिम जनभावनाओं से जोड़ कर देश के मुस्लिम समाज का अपमान कर रही है। कांग्रेस को श्री गडकरी के मौलिक सवाल का उत्तर देना चाहिए।
Posted on 14 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश की मुख्य मन्त्री सुश्री मायावती ने प्रदेश के संस्थागत वित्त, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क मन्त्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता “नन्दी´´ एवं कुछ अन्य लोगों के घायल होने की जानकारी प्राप्त होते ही इस वारदात को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रदेश के आला अधिकारियों की बैठक बुलाकर उनसे इस घटना के बारे में पूरी जानकारी की और प्रमुख सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक को तुरन्त इलाहाबाद रवाना किया और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं श्री स्वामी प्रसाद मौर्या को भी तुरन्त इलाहाबाद जाने के निर्देश दिये। उन्होंने दोनों अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वयं मौके पर जाकर पूरे मामले की गम्भीरता से छानबीन करें और इस वारदात में किन आपराधिक तत्वों का हाथ था, उसकी बारीकी से छानबीन करके उनके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करायेंं।
इलाहाबाद से लौट कर श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं श्री स्वामी प्रसाद मौर्य दोनों वरिष्ठ मन्त्रियों तथा प्रमुख सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक ने पूरी परिस्थितियों से मुख्यमन्त्री जी को अवगत कराया।
मुख्यमन्त्री ने सभी घायलों का हालचाल पूछा। उन्हें अवगत कराया कि इलाहाबाद मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य ने श्री नन्द गोपाल गुप्ता `नन्दी´ के बेहतर इलाज के लिए एस0जी0पी0जी0आई0 रिफर करने की सलाह दी है। जिस पर मुख्यमन्त्री ने शासकीय प्लेन तत्काल रवाना करने के निर्देश दिये।
मुख्यमन्त्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता के अमौसी एयरपोर्ट पर पहुंचने पर उनको देखने पहुंची और उनका हालचाल पूछा। डाक्टरों की राय के अनुसार इस घटना में गम्भीर रूप से घायल अन्य दो लोग जो इलाहाबाद में भर्ती कराये गये हैं, उनके बारे में मुख्यमन्त्री को अवगत कराते हुए बताया गया कि उनकी गम्भीर स्थिति होने के करण उन्हें एस0जी0पी0जी0आई0 में शिट किया जाना अभी उचित नहीं होगा। उन्होंने पुन: निर्देश दिये कि घायलों के बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। मुख्यमन्त्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। एयरपोर्ट पर राज्य सलाहाकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश में नवाचार बालिका शिक्षा के अन्तर्गत प्री-प्राइमरी स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य प्राथमिक शिक्षा के 4-6 वय वर्ष के बच्चों को प्राथमिक शिक्षा के लिए तैयार करना है जिससे वे प्राथमिक स्कूल में प्रवेश पा सकें और पढ़ने के प्रति उनमें रूचि उत्पन्न हो सके।
प्राथमिक शिक्षा विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद में 200 विद्यालयों में प्री-प्राइमरी रेडीनेस कक्षायें प्रारम्भ की जा चुकी हैं। यह कक्षायें प्रतिदिन 04 घण्टे स्कूल परिसर में संचालित की जायेंगी, जिनका संचालन शिक्षा मित्र/अध्यापक द्वारा किया जायेगा। इन शिक्षा मित्रों को डायट के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है तथा उन्हें 300 रूपये प्रतिमाह की दर से 10 माह का अतिरिक्त मानदेय दिये जाने की व्यवस्था की गई है। वर्तमान समय में 13409 शिक्षा मित्रों को डायट द्वारा प्रशिक्षित किया जा चुका है तथा 4़ वय वर्ग के 192162 बच्चों को नामांकित किया जा चुका है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 14 July 2010 by admin
अवशेष 105 ग्रामों में शत-प्रतिशत प्रगति के निर्देश
उत्तर प्रदेश के नक्सल प्रभावित 8 जनपदों में संचालित डॉ0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास योजना के अन्तर्गत चििन्हत 731 ग्रामों में से 626 ग्रामों को योजना अन्तर्गत संचालित समस्त कार्यक्रमों से सन्तृप्त किया जा चुका है अवशेष 105 ग्रामों का सन्तृप्तीकरण तीव्र गति से कराया जा रहा है।
यह जानकारी डा0 अम्बेडकर ग्राम सभा विकास राज्यमन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) श्री रतनलाल अहिरवार ने दी है। उन्होंने बताया कि इन ग्रामों को स्वच्छ शौचालय, स्वच्छ पेयजल, आवासहीन को आवास, ग्रामीण विद्युतीरकण, आवासीय पट्टा व भूमिहीनों को कृषि योग्य भूमि पट्टा कार्यक्रम से शत-प्रतिशत सन्तृप्त कर दिया गया है।
श्री अहिरवार ने बताया कि चन्दौली के 20, सोनभद्र के 11, मिर्जापुर के 14 एवं बलिया के 01 ग्राम में सम्पर्क मार्गों के निर्माण में कुछ प्रगति अवशेष रह गई है। इसी प्रकार चन्दौली के 10, सोनभद्र के 41, मिर्जापुर के 18 एवं देवरिया के 13 ग्रामों में सी0सी0 रोड व पक्की नाली का कुछ कार्य अवशेष रह गया है। जिसे शीघ्र पूरा करने के कड़े निर्देश दिये गये हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 14 July 2010 by admin
उत्तर प्रदेश की बसपा सरकार की मुखिया की हठधर्मिता के चलते आज समूचा उ0प्र0 बिजली के लिए त्राहि-त्राहि कर रहा है, ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा अपने राजनैतिक स्वार्थ के चलते विवाद पैदा करना एवं इसी विवाद के चलते एनटीपीसी द्वारा 4000मेगावाट का बिजली संयन्त्र उ0प्र0 की बजाय मध्य प्रदेश में लगाया जाना उत्तर प्रदेश की मायावती सरकार की जनता के हितों के साथ किया जा रहा कुठाराघात है।
प्रदेश कंाग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि आज उ0प्र0 बिजली संकट से जूझ रहा है। किसान खेतों की सिंचाई के लिए परेशान हैं। शहर के लोग इस तपिश भरी गर्मी में बदहाल हैं, पेयजल की घोर किल्लत है। बुन्देलखण्ड के किसान और आम नागरिक सूखे की मार से बेहाल और परेशान हैें। इस स्थिति में यदि बुन्देलखण्ड में एनटीपीसी का यह बिजली संयन्त्र लगता और कम से कम 2000मेगावाट बिजली प्रदेश को मिलती तो कुछ हद तक बिजली की परेशान से निजात मिल सकती थी किन्तु यह योजना लगभग 2 से 3 वर्ष में तैयार होती और मौजूदा बसपा सरकार तब तक सत्ता से हट चुकी होती, इसी राजनीतिक चाल के चलते विवाद पैदा कर इस संयन्त्र को उ0प्र0 से बाहर मध्य प्रदेश मेें लगने को मजबूर किया गया।
मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमन्त्री डॉ0 मनमोहन सिंह की इच्छा थी कि इस बिजली संयन्त्र को बुन्देलखण्ड क्षेत्र में लगाया जाये ताकि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सिंचाई एवं पेयजल की समस्या को दूर किया जा सके। नियमत: बिजली संयन्त्र द्वारा उत्पादित बिजली का 50प्रतिशत बिजली उत्पादन ही प्रदेश को मिल सकता है। इसके लिए प्रदेश सरकार न तो जमीन और न ही पानी उपलब्ध कराने के लिए राजी थी। राज्य सरकार ने अव्यवहारिक रूप से पूरे बिजली उत्पादन की मांग रखने के साथ ही इस परियोजना को उ0प्र0 विद्युत निगम लि. के साथ संयुक्त उपक्रम में लगाये जाने की शर्त रखी, अन्तत: उक्त बिजली परियोजना उ0प्र0 सरकार की इसी जनविरोधी सोच के चलते उत्तर प्रदेश के हाथ से निकल गई। अब यह संयन्त्र मध्य प्रदेश के बारेठी में लगायी जायेगी।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यदि यह बिजली संयन्त्र बुन्देलखण्ड में लगता तो सूखे की मार से जूझ रहे बुन्देलखण्ड में कम से कम 5हजार लोगों को रोजगार मिलता। बुन्देलखण्ड में पानी की समस्या दूर होती तथा बिजली मिलने से उद्योग धंधे लगने से रोजगार के अवसर विकसित होते। चूंकि बसपा मुखिया सुश्री मायावती यह मान चुकी हैं कि उन्हें दुबारा सत्ता में नहीं आना है इसलिए इसका राजनैतिक लाभ किसी दूसरी सरकार को मिले इसलिए प्रदेश सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 13 July 2010 by admin
मुख्यमन्त्री नन्दी को देखने अमौसी एयरपोर्ट गईं
मुख्यमन्त्री ने सभी घायलों के बेहतर उपचार के लिए निर्देश दिये और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की
उत्तर प्रदेश की मुख्य मन्त्री सुश्री मायावती ने प्रदेश के संस्थागत वित्त, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क मन्त्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता “नन्दी´´ एवं कुछ अन्य लोगों के घायल होने की जानकारी प्राप्त होते ही इस वारदात को अत्यन्त गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रदेश के आला अधिकारियों की बैठक बुलाकर उनसे इस घटना के बारे में पूरी जानकारी की और प्रमुख सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक को तुरन्त इलाहाबाद रवाना किया और अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं श्री स्वामी प्रसाद मौर्या को भी तुरन्त इलाहाबाद जाने के निर्देश दिये। उन्होंने दोनों अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वयं मौके पर जाकर पूरे मामले की गम्भीरता से छानबीन करें और इस वारदात में किन आपराधिक तत्वों का हाथ था, उसकी बारीकी से छानबीन करके उनके विरूद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित करायेंं।
इलाहाबाद से लौट कर श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी एवं श्री स्वामी प्रसाद मौर्य दोनों वरिष्ठ मन्त्रियों तथा प्रमुख सचिव गृह एवं पुलिस महानिदेशक ने पूरी परिस्थितियों से मुख्यमन्त्री जी को अवगत कराया।
मुख्यमन्त्री ने सभी घायलों का हालचाल पूछा। उन्हें अवगत कराया कि इलाहाबाद मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य ने श्री नन्द गोपाल गुप्ता `नन्दी´ के बेहतर इलाज के लिए एस0जी0पी0जी0आई0 रिफर करने की सलाह दी है। जिस पर मुख्यमन्त्री ने शासकीय प्लेन तत्काल रवाना करने के निर्देश दिये।
मुख्यमन्त्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता के अमौसी एयरपोर्ट पर पहुंचने पर उनको देखने पहुंची और उनका हालचाल पूछा। डाक्टरों की राय के अनुसार इस घटना में गम्भीर रूप से घायल अन्य दो लोग जो इलाहाबाद में भर्ती कराये गये हैं, उनके बारे में मुख्यमन्त्री को अवगत कराते हुए बताया गया कि उनकी गम्भीर स्थिति होने के करण उन्हें एस0जी0पी0जी0आई0 में शिफ्ट किया जाना अभी उचित नहीं होगा। उन्होंने पुन: निर्देश दिये कि घायलों के बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जाय। मुख्यमन्त्री ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
एयरपोर्ट पर राज्य सलाहाकार परिषद के अध्यक्ष श्री सतीश चन्द्र मिश्र तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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Posted on 12 July 2010 by admin
घर से काम पर निकली एक 17 वर्षीय किशोरी कामांधों के हाथों चढ़ने के बाद 16 दिनों तक लगातार बलात्कार की शिकार होती रही।जब वह जैसे-तैसे
चंगुल से छूट कर पुलिस के पास पहुंची, तो बजाये मदद करने के, पुलिस ने अब तक रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की।
कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत मुहल्ला दतिया गेट बाहर पठौरिया में रहने वाली 17 वर्षीय कल्पना के दुर्भाग्य की शुरूआत कुछ समय पूर्व उसके पिता के निधन के बाद ही हो गयी थी। पिता का साया उठने के बाद घर चलना मुश्किल हो गया तो वह घर-घर जाकर चौका-बर्तन का काम करने लगी। 20 जून को
पूर्वाह्न वह सी.पी. मिशन कम्पाउण्ड में एक घर में काम करने जा रही थी। जब वह मिशन कम्पाउण्ड के गेट पर पहुंची, तभी एक सफेद रंग की मारुति वैन
उसके बगल में आकर रुकी। इससे पहले कि कल्पना कुछ समझ पाती, वैन में बैठे चार युवकों में से दो युवकों ने उसे पकड़ कर वैन में खींच लिया और
ग्वालियर ले गये।
कल्पना के अनुसार ग्वालियर में उसे एक मकान में ले जाकर बंधक बना लिया गया और 8 दिनों तक चारों युवक उससे बलात्कार करते रहे। इसके बाद उसे
झाँसी में लाल कुर्ती स्थित एक मकान में लाया गया। युवकों की आपसी बातचीत से साफ हो गया कि वह मकान उनमें से एक युवक के नाना-नानी का है। वहां से तीन युवक चले गये, जबकि वह युवक रुका रहा, जिसके नाना-नानी का वह मकान था। फिर 8 दिनों तक वह युवक उससे जबरन बलात्कार करता रहा। गत दिवस जब युवक कहीं गया था, तो वह मौका पा कर भाग निकली और घटना की जानकारी आकर अपने परिजनों को दी। इधर, परिजन उसके लापता होने के बाद उसकी खोजबीन करते रहे और पुलिस को भी सूचना दी, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।
परिवारवालों को पूरी आपबीती सुनाने के बाद कल्पना परिजनों को लेकर सीपरी बाजार थाने पहुंची, जहां उसे बदनामी होने का भय दिखा कर रिपोर्ट नहीं
लिखी गयी। इसके बाद वह कोतवाली थाने पहुंची, जहां से उसे घटनास्थल सीपरी बाजार थाना क्षेत्र का होने के कारण सीपरी बाजार थाने में रिपोर्ट लिखाने
को कह दिया गया। अब स्थिति यह है कि कल्पना दर-दर भटक रही है और पुलिस है कि उसकी पीड़ा सुनने को तैयार ही नहीं ।
Vikas Sharma
bundelkhandlive.com
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