घर से काम पर निकली एक 17 वर्षीय किशोरी कामांधों के हाथों चढ़ने के बाद 16 दिनों तक लगातार बलात्कार की शिकार होती रही।जब वह जैसे-तैसे
चंगुल से छूट कर पुलिस के पास पहुंची, तो बजाये मदद करने के, पुलिस ने अब तक रिपोर्ट ही दर्ज नहीं की।
कोतवाली थाना क्षेत्र अन्तर्गत मुहल्ला दतिया गेट बाहर पठौरिया में रहने वाली 17 वर्षीय कल्पना के दुर्भाग्य की शुरूआत कुछ समय पूर्व उसके पिता के निधन के बाद ही हो गयी थी। पिता का साया उठने के बाद घर चलना मुश्किल हो गया तो वह घर-घर जाकर चौका-बर्तन का काम करने लगी। 20 जून को
पूर्वाह्न वह सी.पी. मिशन कम्पाउण्ड में एक घर में काम करने जा रही थी। जब वह मिशन कम्पाउण्ड के गेट पर पहुंची, तभी एक सफेद रंग की मारुति वैन
उसके बगल में आकर रुकी। इससे पहले कि कल्पना कुछ समझ पाती, वैन में बैठे चार युवकों में से दो युवकों ने उसे पकड़ कर वैन में खींच लिया और
ग्वालियर ले गये।
कल्पना के अनुसार ग्वालियर में उसे एक मकान में ले जाकर बंधक बना लिया गया और 8 दिनों तक चारों युवक उससे बलात्कार करते रहे। इसके बाद उसे
झाँसी में लाल कुर्ती स्थित एक मकान में लाया गया। युवकों की आपसी बातचीत से साफ हो गया कि वह मकान उनमें से एक युवक के नाना-नानी का है। वहां से तीन युवक चले गये, जबकि वह युवक रुका रहा, जिसके नाना-नानी का वह मकान था। फिर 8 दिनों तक वह युवक उससे जबरन बलात्कार करता रहा। गत दिवस जब युवक कहीं गया था, तो वह मौका पा कर भाग निकली और घटना की जानकारी आकर अपने परिजनों को दी। इधर, परिजन उसके लापता होने के बाद उसकी खोजबीन करते रहे और पुलिस को भी सूचना दी, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।
परिवारवालों को पूरी आपबीती सुनाने के बाद कल्पना परिजनों को लेकर सीपरी बाजार थाने पहुंची, जहां उसे बदनामी होने का भय दिखा कर रिपोर्ट नहीं
लिखी गयी। इसके बाद वह कोतवाली थाने पहुंची, जहां से उसे घटनास्थल सीपरी बाजार थाना क्षेत्र का होने के कारण सीपरी बाजार थाने में रिपोर्ट लिखाने
को कह दिया गया। अब स्थिति यह है कि कल्पना दर-दर भटक रही है और पुलिस है कि उसकी पीड़ा सुनने को तैयार ही नहीं ।
Vikas Sharma
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