लखनऊ - उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने निर्देश दिए हैं कि कानून व्यवस्था से सम्बन्धित रोजमर्रा की समस्याओं को लेकर थाने में आने वाले गरीबों, असहायों एवं महिलाओं के साथ पूरा न्याय होना चाहिए। उन्होंने थानों की कार्य प्रणाली में और अधिक सुधार लाने के निर्देश देते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारी इस पर निगाह रखें और जिस भी स्तर पर लापरवाही पायी जाए, उस सम्बन्धित अधिकारी/कर्मचारी के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि थाना दिवसों को और अधिक प्रभावी बनाने की जरूरत है, ताकि लोग अपनी समस्याओं को लेकर बेहिचक वहां आ सकें।
मुख्यमन्त्री के इन निर्देशों से पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को आज यहां योजना भवन में आयोजित बैठक में कैबिनेट सचिव श्री शशांक शेखर सिंह एवं मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने अवगत कराया। इस बैठक में अपर कैबिनेट सचिव श्री नेतराम, प्रमुख सचिव सूचना श्री विजय शंकर पाण्डेय, प्रमुख सचिव गृह कुंवर फतेह बहादुर, पुलिस महानिदेशक श्री करमवीर सिंह भी मौजूद थे।
सुश्री मायावती ने कारागार विभाग की कार्य प्रणाली को असन्तोशप्रद बताते हुए इसमें तुरन्त सुधार की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि हाल में ही घटी घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में जेल की कार्य प्रणाली की सघन समीक्षा की जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि आगे इस प्रकार की घटनायें न घटें। उन्होंने कहा कि जेल में प्रतिबन्धित सामानों का पकड़ा जाना गम्भीर बात है। यह सामान बिना जेल कर्मियों की मिलीभगत के अन्दर नहीं जा सकता है। उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के कड़े निर्देश दिए।
मुख्यमन्त्री ने बड़े अपराधियों और माफियाओं द्वारा जेल से की जा रही गुण्डागर्दी के प्रति गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर कड़ी नज़र रखने और इस गुण्डागर्दी पर प्रभावी अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपराधियों के क्रिमिनल नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जाये। उन्होंने पुलिस के वरिश्ठ अधिकारियों को जेलों का आकिस्मक निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस प्रकार की घटनाओं की भविश्य में पुनरावृत्ति होने पर निचले स्तर के ही नहीं, बल्कि लखनऊ में बैठे वरिश्ठ अधिकारी एवं मण्डल/जनपद स्तर के अधिकारियों के विरूद्ध भी कठोर कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो नई जेलें बन रहीं हैं, उन्हें शीघ्रता से पूरा किया जाये, ताकि जेलों में बढ़ रही भीड़ से राहत पायी जा सके।
सुश्री मायावती ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की चर्चा करते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर विकास कार्य चलाये जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इन विकास कार्यो के सम्बन्ध में प्राप्त फीडबैक से शासन को अवगत करायें, ताकि आवश्यकतानुसार कदम उठाये जा सकें। उन्होंने आदिवासियों के लिए दिए जा रहे पट्टों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस ओर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। इसमें आ रही समस्याओं का पूरी तरह निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इसी के साथ उन्होंने कहा कि जिन मामलों में निस्तारण किया गया, वे भी सन्तोशप्रद नहीं हैं। उन्होंने आदिवासियों से सम्बन्धित भूमि विवाद के मामलों को शीघ्रता से गुणवत्ता के साथ हल करने की अपेक्षा की है।
मुख्यमन्त्री ने लखनऊ सहित अन्य बड़े नगरों में यातायात की मुकम्मल व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए सभी सम्बन्धित विभागों की एक उच्च स्तरीय बैठक शीघ्र की जाये। इस बैठक में उन सभी पहलुओं पर विचार कर एक नीति निर्धारित की जाये, जिसकी वजह से नगरों के यातायात प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि नोएडा में स्थापित कन्ट्रोल रूम से वहां की यातायात व्यवस्था को भी जोड़ा जाये। नोएडा में पुलिस विभाग को 100 गाड़ियां जी0पी0एस0 सिस्टम सहित उपलब्ध करा दी गईं हैं। उन्होंने ट्रैफिक हेल्पलाइन को प्रभावी बनाने के भी निर्देश दिए हैं।
सुश्री मायावती ने पी0ए0सी0 एवं पुलिस कर्मियों के लिए कार्य स्थल पर समुचित मूलभूत सुविधायें सुलभ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन कर्मियों के तैनाती स्थल पर यथासम्भव सुविधायें उपलब्ध हो जाने से इनकी कार्यप्रणाली में और बेहतर बदलाव आयेगा। जिन चौकियों को थानों में परिवर्तित किया गया है, उनमें सभी अवस्थापना एवं बुनियादी सुविधायें उपलब्ध करायी जायें, ताकि यह थाने प्रभावी रूप से कार्य कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि लावारिस लाशों को सम्मान सहित संस्कार के लिए आवश्यकतानुसार धनराशि की व्यवस्था की जानी चाहिए तथा पोस्ट मार्टम गृहों की व्यवस्था भी ठीक की जाये। उन्होंने लम्बे समय से थानों में पड़े बिसरा की जांच शीघ्र कराकर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमन्त्री ने प्रदेश की अग्नि शमन सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इस विभाग के कर्मियों की समस्याओं को दूर करने के लिए सेवा नियमावली बनायी जाये। इसी प्रकार अग्नि शमन उपकरणों के क्रय करने की समय-सारिणी सुनिश्चित की जाये, जिससे कि शासन द्वारा उपलब्ध करायी गई धनराशि का फायदा प्रदेश की जनता को मिल सके। उन्होंने कहा कि जिन अग्नि शमन केन्द्रों पर उपकरण उपलब्ध नहीं हैं, वहां आवश्यकतानुसार उपकरण उपलब्ध कराये जायें। इसके अतिरिकत इस विभाग की अन्य समस्याओं को भी शीघ्रता से निस्तारित किया जाये।
सुश्री मायावती ने पुलिस भर्ती एवं पदोन्नति बोर्ड के कार्यो की चर्चा करते हुए कहा कि नये चयनित आरक्षियों के प्रिशक्षण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि वे पुलिस कर्मियों के रिक्त पदों की भर्ती की कार्यवाही भी शीघ्रता से करें। इसके लिए पुलिस भर्ती बोर्ड को अधियाचन शीघ्र भेजा जाये।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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