Archive | February, 2010

“अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता बढ़ाने´´ पर पांचवी राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेश सभा का आयोजन

Posted on 19 February 2010 by admin

“अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता बढ़ाने´´ पर पांचवी राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेश सभा का आयोजन ली मेरिडियन, नयी दिल्ली में किया गया।
मूल धारणा का सम्बोधन कैज़न अन्तर्राश्ट्रीय संस्थान, जापान के चेयरमेन प्रोफेसर मसाकी लमाई ने दिया।

“प्रभावी प्रशासन-न्याय और नीति निर्धारण“ पर विशय सत्र का सम्बोधन माननीय कानून और न्याय मन्त्री डॉ. एम. वीराप्पा मोइली ने दिया।
लखनऊ। 19 फरवरी 2010:- आज भारत की चोटी की गुणवत्ता त्वरक निकाय, भारतीय गुणवत्ता परिशद, (फब्प्द्ध, के द्वारा आयोजित पांचवी राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेश सभा का औपचारिक उद्घाटन किया गया। यह निकाय औद्योगिक नीति और पदोन्नति विभाग के तहत काम करता है। इस वशZ की सभा का विशय है “अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता बढ़ाना“। इस वशZ प्रशासन से सम्बन्धित मुद्दे महत्वपूर्ण रहे हैं, इसलिए परिशद ने “अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता बढ़ाने“ को पांचवी राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेश सभा के विशय के रूप में चुना है।

इस दो दिन की सभा का उद्देश्य है उन आने वाले मुद्दों, चुनौतियों पर नये विचार प्रस्तुत करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराना, जो एक औसत भारतीय के जीवन की गुणवत्ता में परिवर्तन करने का प्रयास करेंगें। इस सभा का विशय “अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता को बढ़ाना“ राश्ट्र को श्रेश्ठता के मार्ग पर आगे बढ़ाने में मदद करेगा। इसी विशय के इर्द गिर्द सभा में प्रशासन से सम्बन्धित कई गुणवत्ता मुद्दों पर चर्चा की जायेगी।

इस सभा में अच्छे प्रशासन के लिए गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए कई सेवाओं, कार्यक्रमों और प्रक्रियाओं का प्रदशZन किया जायेगा। यह सभा भिन्न क्षेत्रों में कुछ सर्वोत्तम प्रक्रियाऐं प्रस्तुत करने के लिए एक मंच का काम करेगी। इन प्रक्रियाओं पर सक्रिय चर्चा की जायेगी और इन्हें अपनाने के लिए कदम उठाये जायेंगें। इस सभा का सम्बोधन अन्तर्राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेशज्ञों जैसे डॉ. जे जे इरानी, निदेशक टाटा सन्स, कानून के क्षेत्र के मुख्य व्यक्तियों जैसे प्रोफेसर माधव मेनन, जस्टिस जे एस वर्मा और अन्य सीनियर सरकारी अधिकारियों के द्वारा किया जायेगा।

‘ाुरूआत और समाप्ति सत्र के अलावा पांचवी राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेश सभा में नौ सत्र होंगें और इसमें 1000 प्रतिभागी भाग लेंगें। इस सभा में केन्द्रीय और राज्य सरकारी एजेिन्सयों से कई पेशेवर और नेता, उच्च गुणवत्ता पेशेवर, अग्रणी निजी उद्यम, शिक्षाविद्, नियामक और प्रशासक हिस्सा लेंगें, और गुणवत्ता प्रशासन के भिन्न पहलुओं पर अपने विचारों और ज्ञान को प्रस्तुत करेंगेंं।

इस सभा में निजी क्षेत्र, निर्माण क्षेत्र, सेवा क्षेत्र श्रेणी और छोटी और मध्यम यूनिट श्रेणी के लिए गुणवत्ता के अर्थशास्त्र के लिए प्रसिद्ध डी एल ‘ााह राश्ट्रीय पुरस्कारों घोशणा की जायेगी। इस सभाओं में स्कूलों और अस्पतालों को भी प्रशंस्ति पत्र दिये जायेंगें।

विशय सत्र का सम्बोधन माननीय कानून और न्याय केन्द्रीय मन्त्री, डॉ. एम वीरप्पा मोइली के द्वारा किया जायेगा, इसका विशय होगा “प्रभावी प्रशासन-न्याय और नीति निर्धारण“।

इस सभा के विशय को ध्यान में रखते हुए भारतीय गुणवत्ता परिशद, के सचिव जनरल श्री गिरधन जे ज्ञानी ने कहा, “हम सब जानते हैं कि प्रभावी नियामक गुणवत्ता का अच्छे प्रशासन के साथ सकारात्मक सम्बन्ध है। भारतीय गुणवत्ता परिशद सरकार, इसके संस्थानों और इसके निकायों के साथ काम करती रही है, इसने कई प्रकार के संगठनों की प्रतिस्पर्धा के मूल्यांकन के लिए मूल आधार उपलब्ध कराया है, ये संगठन नागरिकों को सेवायें उपलब्ध कराने के लिए उत्तरदायी हैं। यह सभा इनमें से कुछ पहलुओं का प्रदशZन करने जा रही है। हमने कई मुख्य निर्माण क्षेत्रों में वैिश्वक स्तर प्राप्त किया है। इस अनुभव को अन्य क्षेत्रों में ले जाने की आवश्यकता है। फब्प् ने इस भूमिका को तीन मुख्य क्षेत्रों में निभाया है, सरकार (सार्वजनिक सेवायेन्द्ध, स्वास्थ्य और शिक्षा। फब्प् एक पेशेवर सदस्यता योजना भी ‘ाुरू करने जा रही है, जो राश्ट्र स्तरीय गुणवत्ता को एक वास्तविकता बनाने में मदद करेगी, यह है “ राश्ट्र के लिए गुणवत्ता“।

दूसरे दिन गुणवत्ता प्रशासन पर तकनीकी सत्र, प्लेनेरी सत्र प् का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सहभागिता के द्वारा सशक्तीकरण जैसे मुद्दों पर ध्यान केिन्द्रत किया जायेगा-प्रोफेसर मसाकी लमाई के द्वारा प्लेनेरी सत्र प्प् का सम्बोधन किया जायेगा, जिसमें डॉ. रॉय स्विफट के द्वारा वैिश्वक कार्यकर्ता प्रमाणपत्र योजना के परिप्रेक्ष्य में बात की जायेगी। साथ ही इसमें अमेरीकी राश्ट्रीय मानक संस्थान, और डॉं. ग्रेग वीलर, अन्तर राश्ट्रीय गुणवत्ता विशेशज्ञ भी हिस्सा लेंगें।

अन्तिम सम्बोधन श्री गुरचरण दास देंगें, जो “अच्छे प्रशासन के विचार: गुणवत्ता परिप्रेक्ष्य“ विशय पर प्रभावी लेखक और नेता रहे हैं।

आज भारत की गुणवत्ता परिशद सभी व्यक्तिगत संस्थानों को उत्तम केन्द्रों में परिवर्तित करने का प्रयास कर रही है। ये संस्थान हैं निर्माण उद्योग, अस्पताल, शिक्षा संस्थान या को निजी सेवा संस्थान। भारतीय गुणवत्ता परिशद अपने तरीके से राज्य और केन्द्रीय दोनों स्तरों पर भिन्न मन्त्रालयों / विभागों / नियन्त्रक निकायों को प्रेरित कर रही है कि वे जरूरत के अनुसार सुनििश्चत मूल्यांकन सरंचनाओं का उपयोग करें। इस पहल का उद्देश्य है सरकारी / नियामक इकाईयों को इस बात के योग्य बनाना कि वे पारदर्शिता, लक्ष्य निर्धारण और प्रतिस्पर्धा के आधार पर सार्वजनिक सेवायें उपलब्ध करा सकें, जिससे नागरिकों को गुणवत्ता सेवाओं / प्रशासन  का विश्वास दिलाया जा सके।

भारत के गुणवत्ता परिशद के बारे में:
भारतीय गुणवत्ता परिशद (फब्प्द्ध एक स्वायत्त गैर-लाभ संगठन है जिसे भारत सरकार और भारतीय उद्योग के द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित किया गया है। इसका प्रतिनिधित्व तीन प्रमुख उद्योग संगठनों के द्वारा किया जाता है, भारतीय वाणिज्य और उद्योग के सम्बन्धित कक्ष (।ैैव्ब्भ्।डद्ध, भारतीय उद्योग संघ (ब्प्प्द्ध और वाणिज्य और उद्योग के भारतीय कक्षीय संघ (थ्प्ब्ब्प्द्ध। गुणवत्ता और फब्प् से सम्बन्धित सभी मामलों के लिए औद्योगिक नीति और पदोन्नति विभाग, वाणिज्य और उद्योग मन्त्रालय मुख्य विभाग है।

फब्प् का प्रशासन 38 सदस्यों की एक परिशद के द्वारा किया जाता है, जिसमें सरकार, उद्योग और उपभोक्ताओं का समान प्रतिनिधित्व है। फब्प् के चेयरमेन की नियुक्ति प्रधानमन्त्री के कार्यालय के द्वारा की जाती है।

परिशद के वर्तमान केन्द्रीय क्षेत्र हैं:
उद्योग
शिक्षा
सार्वजनिक सेवायें
स्वास्थ्य रक्षा

दृिश्टकोण
विश्व के अग्रणी राश्ट्रीय ‘ाीशZ गुणवत्ता त्वरकों में स्थान बनाना, त्वरक और निगरानी संगठन बनना, कुल गुणवत्ता के लिए वातावरण, प्रणाली, और कुशलता में निरन्तर सुधार करना।

उद्देश्य
व्यक्तिगत, संगठनात्मक, सामुदायिक और सामाजिक स्तर पर जीवन, कार्य, वातावरण, उत्पाद और सेवाओं के सभी क्षेत्रों में, कुल गुणवत्ता और भरोसे को प्राप्त करने और बनाये रखने के लिए भारत की मदद करना।

उद्देश्य
देश में एक त्वरक सरंचना की स्थापना और रखरखाव
गुणवत्ता और सम्बन्धित मानकों पर सही और उपयुक्त जानकारी उपलब्ध कराना
भारत में गुणवत्ता आन्दोलन को फैलाना
अन्तर्राश्ट्रीय मंच में भारत की रूचि का प्रतिनिधित्व करना
भारतीय उत्पादों और सेवाओं की ब्राण्ड इिक्वटी स्थापित करने में मदद करना
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सरकार भ्रष्टाचार, घपलों और घोटालों का नित्य नया रिकार्ड बना रही है

Posted on 19 February 2010 by admin

उत्तर प्रदेश में सुश्री मायावती के नेतृत्व में चल रही सरकार भ्रष्टाचार, घपलों और घोटालों का नित्य नया रिकार्ड बना रही है। केन्द्र सरकार द्वारा केन्द्रीय जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए जो भी धन दिया जा रहा है वह या तो भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है अथवा खर्च ही नहीं हो पा रहा है। मनरेगा, विधवा/वृद्धावस्था/विकलांग पेंशन, जननी सुरक्षा योजना, बीपीएल/अन्त्योदय कार्ड/पर्यावरण संरक्षण/ राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना, इन्दिरा आवास इत्यादि योजनाओं में प्रदेश सरकार द्वारा संरक्षित भ्रष्टाचार से आम आदमी परेशान है और उसे इन योजनाओं का वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के निर्देश पर नरेगा टास्क फोर्स के लखनऊ मण्डल के प्रभारी श्री अवध बिहारी लाल के नेतृत्व में एक टीम जिसमें श्री जितेन्द्र प्रसाद, श्री गोविन्दानन्द एवं श्री महेन्द्र प्रताप शामिल हैं, ने लखीमपुर-खीरी जिले के 19 ग्रामसभाओं के लगभग 150गांवों एवं मजरों में केन्द्रीय योजनाओं के विकास कार्यों का भौतिक सत्यापन किया। भौतिक सत्यापन के दौरान भ्रष्टाचार, घपले एवं घोटालों के कई प्रकरण सामने आये। जिन विकासखण्डों और गावों में भौतिक सत्यापन किया गया, वह इस प्रकार है।

1.    विकासखण्ड बेहजम की ग्रामसभा नीमगावं व उसके मजरे एवं ग्रामसभा अटवा व उसके मजरे। ग्रामसभा भूपतिपुर व उसके मजरे। ग्राम मिर्जापुर सुनौरा व उसके मजरे। ग्रामसभा लोहरी व उसके मजरे।
2.    विकास खण्ड मितौली की ग्रामसभा अमेठी व उसके मजरे।
3.    विकासखण्ड कुम्भी की ग्रामसभा सिकन्दराबाद व उसके मजरे।
4.    विकासखण्ड विजुआ की ग्रामसभा सहसपुर व उसके मजरे।
5.    विकासखण्ड नकहा की ग्रामसभा अशोकापुर व उसके मजरे। ग्रामसभा जगसड़ व उसके मजरे।
6.    विकासखण्ड लखीमपुर की ग्रामसभा रामापुर व उसके सभी मजरे। ग्रामसभा मीरपुर व उसके मजरे।
7.    विकासखण्ड रपिया बेहड़ की ग्रामसभा अभयपुर व उसके मजरे।
8.    विकासखण्ड धैरहरा की ग्रामसभा खरवहिया व उसके मजरे।
9.    विकासखण्ड ईसानगर की ग्रामसभा विरसिंहपुर व उसके मजरे। ग्रामसभा मणेशपुर व उसके सभी मजरे। ग्रामसभा सरैयाकला व उसके मजरे। ग्राम सभा ईसानगर व उसके मजरे।
10.    विकासखण्ड फूलबेहड़ का इिन्दरा नेशनल मनोरंजन पार्क व मझारा फार्म।

खण्ड विकास अधिकारी/पंचायत सचिव/ग्रामसभा प्रधानों द्वारा कराये जा चुके 2005 से 2009 तक सम्पूर्ण विकास कार्यों का शोसल आडिट द्वारा भौतिक सत्यापन करने के साथ बीडीओग्राफी द्वारा 19सीडी तैयार की गई तथा गरीब जनता द्वारा नोटरी किये गये सैंकड़ों शपथ पत्र एवं नरेगा जाबकार्ड, बैंक खाता, पासबुकें भी उपलब्ध की गईं। 19घंटे की सीडी हमारे पास उपलब्ध है जिनके मुख्य अंशों की 27मिनट की बनवाकर उपलब्ध कराई जा रही है। इस 27मिनट की सीडी में निम्नलिखित प्रकरण शामिल हैं, जिनमें घोटाले, घपले एवं भारी अनियमितताएं उजागर होती हैं।

1.    एस.ओ. थाना ईसानगर का बीपीएल कार्ड/खाद्यान्न घोटाला पर बयान।
2.    ब्लाक ईसानगर के ग्रामसभा विरसिंहपुर में खाद्यान्न रजिस्टर व खाद्यान्न घोटाले पर कल्लू का बयान।
3.    ईसानगर ग्रामसभा में खाद्यान्न घोटाले पर उल्ला उसमानी पुत्र रसूल अहमद का बयान।
4.    ईसानगर के पंचायत सचिव श्री चिरौजी लाल का खाद्यान्न घोटाल पर बयान।
5.    ग्रामसभा खरवहिया ब्लाक धौरहरा व ब्लाक बिजुआ के रसूलपनाह में मो0 इस्माइल एवं गरीब जनता की खाद्यान्न घोटाला पर बयान।
6.    ग्राम विरसिंहपुर ब्लाक ईसानगर में इिन्दरा आवास घोटाले पर कल्लू व शकीला बेवा, फिदा हुसैन का बयान।
7.    ग्रामसभा जगसड़ में इिन्दरा आवास घोटाले में रामकली प्रधानपति राम सिंह द्वारा ग्रामीण गरीब जनता से प्रत्येक से 8000रूपये रिश्वत लेने का बयान। सूरज प्रसाद पुत्र शम्भू चमार एवं अन्य ग्रामीण सैंकड़ों दलितों द्वारा।
8.    ग्राम जगसड़ में किसोरी लाल व पूर्व प्रधान तथा सैंकड़ों जनता द्वारा प्रत्येक से 8हजार रूपये वसूल करके जिलाधिकारी तक पहुंचाने का बयान।
9.    प्राथमिक विद्यालय शिवपुर ब्लाक ईसानगर में मिड डे मील, शौचालयों में ताला लगाने व वजीफा घोटाला तथा फीस वसूली पर छात्राओं का बयान।
10.    इिन्दरा राष्ट्रीय उद्यान/मनोरंजन पार्क घोटाला/वृक्षारोपण घोटाले पर अनूप गुप्ता कर्मचारी का आर.सी.झा, डीएफओ की सांठगांठ का बयान।
11.    ब्लाक फूलबेहड़ मझारा फार्म में खम्भारखेड़ा शुगर फैक्ट्री के जहरीले पानी से मछली एवं मवेशी व भैंसे मरने से लाखों रूपयों के हुए सरकारी नुकसान पर निदेशक का बयान।
12.    नरेगा घोटाले पर वीरसिंहपुर में कल्लू तथा जनता द्वारा व शिवपुर ब्लाक ईसानगर में पंचायत सचिव श्री चिरौजी लाल व सैंकड़ों ग्रामीण जनता का बयान। भूपतिपुर में सुभाष अवस्थी का बयान।
13.    जगसद ग्रामसभा किसोरीलाल व ग्रामीणों द्वारा बयान नरेगा घोटाले पर।
14ण्    ग्रामसभा रामापुर में बांकेलाल पुत्र सुन्दरलाल पासी व ग्रामीणों द्वारा कौशल किशान व हनीनफल प्रधान के विरूद्ध नरेगा घोटाला पर बयान।
15.    मीरपुर ग्रामसभा खनन घोटाले पर उत्तम राम प्रधान व प्रेम का बयान।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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सहारा इण्डिया परिवार ने हॉकी इण्डिया के नेतृत्व की जिम्मेदारी से इन्कार किया

Posted on 19 February 2010 by admin

नई दिल्ली, 19 ¬फरवरी 2010: श्री सुब्रत रॉय सहारा, मैनेजिंग वर्कर एवं चेयरमैन, सहारा इण्डिया परिवार ने वृहस्पतिवार को हॉकी इण्डिया (एचआई) के नेतृत्व की जिम्मेदारी स्वीकारने से इन्कार कर दिया।

सहारा इण्डिया द्वारा राष्ट्रीय हॉकी टीम को और साउथ एशियन गेम्स में रजत पदक की विजेता रही टीम के सम्मान में आयोजित समारोह में श्री सुरेश कलमाडी, इण्डियन ओलिम्पक एसोसियेशन (आईओए), के प्रेसिडेंट द्वारा मीडिया के सामने श्री रॉय को हॉकी इण्डिया (एचआई) के प्रेसिडेंट रूप में दायित्व निभाने का आग्रह किया।

“मैं उन्हें (श्री रॉय को) हॉकी इण्डिया (एचआई) का प्रेसिडेंट बनने के लिए कोशिश कर रहा हूं। माननीय हमें आपकी जरूरत है, आप आगे आएं और टीम का नेतृत्व करें´´ श्री कलमाडी ने आग्रह करते हुए साथ ही यह भी कहा, `यह सभी लोगों के ऊपर निर्भर है कि वो इन्हें यह जिम्मेदारी निभाने के लिए राजी करेंं।´´

अपनी प्रतिक्रिया में श्री रॉय ने अत्यन्त नम्रतापूर्वक प्रस्ताव ठुकराते हुए कहा, “मैं दिन में 18 घंटे काम करता हूं, साल के 365 दिन। अत: मैं पद के प्रति न्याय नहीं कर पाऊंगा। जबकि, मैं अपनी व्यक्तिगत सामथ्र्य के अनुसार हॉकी खेल के लिए लगातार काम करता रहूंगा।´´

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New Delhi, February 19, 2010: Mr. Subrata Roy Sahara, Managing Worker & Chairman, Sahara India Pariwar, on Thursday refused to accept the responsibility of leading Hockey India (HI).

At a function organised on Thursday evening by Sahara India in honour of the National hockey team and the silver medal winning side in the South Asian Games, Mr. Suresh Kalmadi, President of the Indian Olympic Association (IOA), in front of media, requested Mr. Roy to take over as the president of HI.

“I am trying to persuade him (Mr. Roy) to be the president of HI. We need you sir, you come forward and lead the team,” Mr. Kalmadi requested, adding “it is up to everybody to convince him to take up the responsibility.”

In his response, Mr. Roy politely turned down the offer. “I work for 18 hours in a day, 365 days a year. So I may not be able to do justice to the post. However, I would continue to work for the game in my personal capacity.”

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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एचडीएफसी बैंक- बेस्ट प्राइवेट बैंकिंग सर्विसेज ओवर ऑल का दर्जा

Posted on 19 February 2010 by admin

एचडीएफसी बैंक, भारत के अग्रणी बैंकों में से एक को, यूरोमनी के वाषिZक “ग्लोबल प्राइवेट बैंकिंग एण्ड वेल्थ मैनेजमेंट पोल- 2010 में `बेस्ट प्राइवेट बैंकिंग सर्विसेज ओवर ऑल“ का दर्जा दिया गया। किये गये सर्वेक्षण में एचडीएफसी बैंक का चयन लगातार दूसरे वर्ष में `बेस्ट लोकल बैंक इन इण्डिया` के रुप में भी किया गया। यूरोमनी के अनुसार, `बेस्ट प्राइवेट बैंकिंग सर्विसेज` के लिये एचडीएफसी बैंक का चयन यह दर्शाता है कि बैंक विभिन्न प्रकार की अस्तियों से सम्बंधित सलाह एवं पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा क्षेत्र में अग्रणी है। प्रदान की गई श्रेणी का आधार गुणवत्ता एवं परिणाम के आधार पर प्रदान की गई सेवायें एवं बैंकों के द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़े हैंं। इस सर्वेक्षण में प्रतिद्विन्दयों के मतों एवं प्रतिद्वन्दी के विषय में धारणा को भी महत्व प्रदान किया गया है। इस उपलब्धि पर अपने विचार व्यक्त करते हुये श्री अभय आईमा, ग्रुप हेड, इिक्वटिज, प्राइवेट बैंकिंग, थर्डपार्टी प्रोडक्टस, एनआरआई एवं इंटरनेशनल कंज्यूमर बिजनेस ने कहा कि, “इस प्रकार का अवार्ड प्राप्त होना हमारे लिये गौरव का विषय है। एचडीएफसी बैंक में हम सभी, बाजार में मौजूदा चुनौतियों को भली भान्ति समझते हैं और हमारा दृढ़ विश्वास है कि बाजार की बढ़ती हुई आवश्यकताओं एव ंअपेक्षाओं को पूरा करने के लिये हमारी नितियां सही हैं और हम अपने ग्राहकों से साझेदारी कर पारस्परिक विकास कर सकते हैं। भारत में प्राइवेट बैंकिंग समग्र विकास की दिशा में अग्रसर है और हमें टायर 2 एवं टायर 3 जैसे शहरों में भी विकास के लक्षण परिलक्षित हो रहे हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बैक ऑफ बड़ौदा सार्वजनिक क्षेत्र का एक अंग्रणी बैंक

Posted on 19 February 2010 by admin

बैक ऑफ बड़ौदा सार्वजनिक क्षेत्र का एक अंग्रणी बैंक है, भारत में इसकी 1000 से अधिक और 25 से अधिक देशों में 78 से अधिक शाखाएं वर्तमान में कार्यरत है, उल्लेखनीय है कि बैंक ऑफ बड़ौदा की स्थापना सन् 1908 में बड़ौदा में सरर सयाजी राय गायकबाड़ तृतीय द्वारा की गई थी, तब से आज तक यह बैंक जनता की सेवा में निरन्तर कार्यरत ही नही है बल्कि नित नई-नई सेवाएं,प्रोडक्ट अर्पित करता रहा है, बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी स्थापना से लेकर आजतक निरन्तर लाभ अर्जित करता रहा है। इसी श्रृंखला में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा उत्तर प्रदेश की जनता के लिए आज से पूरे प्रदेश में एक साथ कमिशZयल टैक्स के ओनलाइन भुगतान क सुविधा को प्रमुख सचिव देश दीपक वर्मा तथा व्यापार कर आयुक्त चन्द्रभानु ने शुरू किया। इस सेवा का उद्देश्य बताते हुये वक्ताअों ने कहा कि प्रदेश के व्यापारियों और व्यापार से जुड़ी जनता को तत्काल कामिशZयल टैक्स का ऑन लाईन सुविधा मिलने से व्यापार की गति में इजाफा होगा। बैंक प्रतिनिधियों ने बताया कि बैंक ऑफ बड़ौदा की 3000 से अधिक शाखाओं के माध्यम से आयकर एक्ससाईज सर्विस टैक्स, सेलटैक्स, वैट तथा अन्य सभी करों के भुगतान की सुविधा आन लाईन प्रदान की गई हैं बैंक के महाप्रबंधक सुभाश सी आहूजा, उपमहाप्रबंधक एन.के. जैन, मुख्यजनसम्पर्क के.एन. दूबे ने सभी का आभार व्यक्त किया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आचार्य नरेन्द्र देव जी की पुण्यतिथि पर आयोजित सभा

Posted on 19 February 2010 by admin

a3माक्र्स से प्रभावित होते हुये भी आचार्य नरेन्द्र देव ने गॉधी जी के नेतृत्व में स्वतत्रता संग्राम में बढ़चढ कर भाग लिया था। उनकी बौद्धिक प्रखरता के सभी कायल थे। बौद्ध दशZन के वे अधिकारी विद्धान थे। उन्हें 14 भाशाओं का ज्ञान था। भारत में समाजवादी आन्दोलन के संस्थापकों में उनका नाम ‘ाीशZ पर है। वे अजात‘ात्रु थे। सत्ता से निस्पृह उनका व्यक्तित्व परमश्रद्धेय हैं।´´ ये उद्गार समाजवादी पार्टी मुख्यालय 19, विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ में आचार्य जी की पुण्यतिथि पर आयोजित सभा में समाजवादी पार्टी के राश्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व रक्षा मन्त्री श्री मुलायम सिंह यादव ने व्यक्त किए।

श्री यादव ने कहा कि आचार्य जी ने कभी सिद्धान्तों से समझौता नहीं किया। कोंग्रेस से जब समाजवादियों ने अलग होकर सोशलिश्ट पार्टी बनाई तो आचार्य जी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था, क्योंकि वे कागं्रे्रस से चुने गए थे। उन्हें ब्रिटिश राज के दिनों में उत्तर प्रदेश का प्रथम प्रधानमन्त्री बनाने का भी प्रस्ताव था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। समाजवादी आन्दोलन उनके दिशा निर्देशन में ही आगे बढ़ा। उपकुलपति के रूप में उन्होंने छात्रों, शिक्षकों का समानभाव से सम्मान प्राप्त किया था। समाजवादी पार्टी उनसे प्रेरणा लेकर ही सामाजिक परिवर्तन और व्यवस्था परिवर्तन के काम में लगी है। समाजवादी आन्दोलन को सशक्त बनाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धान्जलि होगी। c1

पूर्व रक्षा मन्त्री ने समाजवादी आन्दोलन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 21-22 अक्टूबर, 1934 को बंबई में आयोजित सम्मेलन में कांग्रेस सोशलिश्ट पार्टी की स्थापना की गई थी। इससे पूर्व 17 मई,  1934 को पटना में हुई बैठक में कांग्रेस के अन्दर ही सोशलिश्ट पार्टी की स्थापना का निर्णय लिया गया था। बैठक में आचार्य नरेन्द्र देव के अलावा सर्व श्री जयप्रकाश नारायण, यूसुफ मेहर अली, मीनू मसानी, कमला देवी चट्टोपाध्याय, डा0 राम मनोहर लोहिया, सम्पूर्णानन्द, अच्युत पटवर्धन, अशोक मेहता, रामनन्दन मिश्र, शिवनाथ बैनर्जी, फरीदुल हक अंसारी, आदि उपस्थित थे।

आचार्य जी को इस अवसर पर श्री भगवती सिंह, संासद, श्री रामनरायण साहू, सांसद, ने भी श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने किया। सभा में सर्वश्री राजकिशोर मिश्रा, (प्रदेश कोशाध्यक्ष), एस0आर0एस0 यादव(सचिव) , अशोक यादव जिलाध्यक्ष, सुशील दीक्षित नगर अध्यक्ष, ‘ाारदा प्रताप ‘ाुक्ला, पूर्व विधायक, सुनील यादव, प्रदेश अध्यक्ष छात्रसभा, विजय सिंह, डा0 मधु गुप्ता, अशोक देव, परमानन्द यादव, मो0 हनीफ, मो0 ‘ााहिद, हाफिज उस्मान, अनिल यादव, प्रेमप्रकाश वर्मा, नानकदीन भुर्जी, राजकुमार राजा, ताराचन्द्र यादव,  डा0 अखिलेश पटेल के अतिरिक्त श्रीमती लता बंसल, श्रीमती विद्या यादव, श्रीमती चन्द्रा रावत, श्रीमती मुन्नी पाल, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय है।
(राजेन्द्र चौधरी)
प्रदेश प्रवक्ता
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही

Posted on 18 February 2010 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत दिनों सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा महिला की पिटाई, इलाहाबाद में पुलिस अभिरक्षा में अभियुक्त की मृत्यु, वाराणसी की जहरीली शराब घटना और कानपुर के नीलम शुक्ला प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए तथा कड़े कदम उठाते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की है। उग्र प्रदर्शन करने, तोड़-फोड़, मार-पीट एवं अन्य अवैधानिक गतिविधियों में लिप्त पाये जाने पर सम्बंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री श्री दिग्विजय सिंह के बरेली भ्रमण के दौरान जिला प्रशासन द्वारा दरगाह मैनेजमेंट कमेटी से समन्वय कर भीड़ को सूझबूझ के साथ नियन्त्रित करते हुए समस्त कार्यक्रम शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराये गये, जिसके फलस्वरुप इन महानुभावों के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की शान्ति व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आयी। सभी कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री श्री दिग्विजय सिंह ने बरेली में प्रेस कांफ्रेस में स्थानीय पुलिस/प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की और न ही किसी भी प्रकार की प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की किसी कमी के बारे में उनके द्वारा स्थानीय अधिकारियों का ध्यान आकषिZत किया गया।

यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहॉ दी। उन्होने कहा कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। मुख्यमन्त्री इस सम्बंध में हमेशा से सख्त रहीं है। कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और न ही किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार है। जो भी व्यक्ति कानून तोड़ेगा या कानून अपने हाथ में लेगा, उसके साथ सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश मुख्यमन्त्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी घटना के घटित होने पर उसका तुरन्त संज्ञान लेकर प्रभावी कार्यवाही करने के भी मुख्यमन्त्री ने कड़े निर्देश दिये हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमन्त्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी द्वारा की गई गलत कार्यवाही को कभी भी उचित ठहरानें का कोई प्रयास न किया जाय तथा गलत कार्यवाही करनेे के दोषी अधिकारियों/कर्मियों के विरुद्ध तुरन्त प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री द्वारा पुलिस अधिकारियों/कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे कानून के दायरे में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि जैसी वर्तमान सरकार द्वारा फौरी तौर पर कार्यवाही करने की व्यवस्था की गई है, वैसी त्वरित कार्यवाही पहले कभी नहीं हुई है।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने जनपद सुल्तानपुर के थाना मुसाफिरखाना में तैनात प्रभारी निरीक्षक कैलाश नाथ द्विवेदी द्वारा एक हत्या काण्ड में लिप्त आरोपी महिला श्रीमती संगीता को मारनें, पीटने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी को सेवा से बखाZस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि कल 17 फरवरी को थाना मुसाफिरखाना में श्री दीपक कुमार उर्फ दीपू पुत्र श्री गिरधारी की हत्या के सम्बन्ध में एक मुकदमा अपराध संख्या 201/2010 अन्तर्गत धारा 302 आई0पी0सी0 बनाम मृतक की पत्नी श्रीमती संगीता पुत्री जोखू निवासी-बिकना थाना धम्मौर जनपद सुल्तानपुर के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। इसके अन्तर्गत थाना प्रभारी निरीक्षक कैलाश नाथ द्विवेदी द्वारा नामजद अभियुक्ता श्रीमती संगीता को गिरतार कर थाने पर लाया गया, जिसने पूछताछ के दौरान अपने पति की साड़ी से गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि घूरपुर इलाहाबाद में पुलिस अभिरक्षा में आरोपी की मृत्यु होने पर घटना के लिए जिम्मेदार थानाध्यक्ष घूरपुर श्री विनोद कुमार दुबे तथा आरक्षी हरिप्रकाश राय तथा अनिल कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सेवा से बखाZस्त कर दिया गया है। उन्होने कहा कि इस घटना में उदासीनता बरतनें के कारण गत 15 फरवरी को थानाध्यक्ष घूरपुर विनोद कुमार दुबे तथा आठ अन्य पुलिसकर्मी क्रमश: उपनिरीक्षक विवेकानन्द तिवारी, आरक्षीगण अनिल सिंह, सुरेन्द्र दुबे, हरि प्रकाश राय, देवेन्द्र सिंह, हरेन्द्र नाथ सिंह, शैलेन्द्र बहादुर सिंह तथा अशोक कुमार यादव को निलिम्बत कर दिया गया था। अब विनोद कुमार दुबे प्रभारी निरीक्षक, आरक्षीगण हरि प्रकाश राय तथा अनिल कुमार सिंह को बखाZस्त कर दिया गया है। इस घटना की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी गई है।

सरकारी प्रवक्ता ने यह भी बताया कि गत 14 फरवरी 2010 को जनपद इलाहाबाद के थाना घूरपुर क्षेत्र में गोहनिया स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर कुछ युवकों ने पुलिस पार्टी पर फायर करते हुए भागने का प्रयास किया। इस दौरान आरक्षी कमलेश पाण्डे को गोली लग गई थी। मौके पर पुलिस द्वारा घेराबन्दी करके 4 अभियुक्ता- संजय निषाद पुत्र राम अभिलाष, मुकेश निषाद पुत्र दुखी लाल, देवानन्द गोस्वामी पुत्र लल्लू तथा अशोक कुमार निषाद पुत्र किशोरी लाल को 4 तमंचा तथा भारी मात्रा में कारतूस के साथ गिरतार किया गया था एक बदमाश महेश निषाद भागने में सफल रहा।

इस घटना के बारे में थाना घूरपुर पर मुकदमा अपराध संख्या 26/10, धारा-307 आई0पी0सी0 तथा मुकदमा अपराध संख्या 27,28,29 एवं 30/2010 के अन्तर्गत धारा 25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत किया गया। पकड़े गये चारों अभियुक्तों में से 15 फरवरी 2010 को 2 अभियुक्त अशोक कुमार निषाद पुत्र किशोरी लाल तथा संजय निषाद पुत्र राम अभिलाष की पुलिस अभिरक्षा में मृत्यु हो गई थी। वादी जितेन्द्र कुमार निषाद पुत्र घुस्सू लाल निषाद द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली इलाहाबाद में मुकदमा अपराध संख्या- निल/2010 धारा 302,323, 506 आई0पी0सी0 थानाध्यक्ष घूरपुर विनोद कुमार दुबे एवं ड्यूटी पर मौजूद सभी उपनिरीक्षक एवं पुलिसकर्मी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 17 फरवरी को वाराणसी में जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की मृत्यु की घटना को गम्भीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने घटना की मजिस्टीरियल जांच के आदेश दिये है। यह जांच एडीएम सदर वाराणसी द्वारा की जायेगी। इसके साथ ही जहरीली शराब के कारोबार के सम्बंध में लापरवाही और उदासीनता बरतनें तथा प्रभावी कार्यवाही न करने के आरोप में प्रभारी चौकी लालपुर थाना कैण्ट उपनिरीक्षक राम नारायण एवं आरक्षी अनिल कुमार पाण्डे व कृपाशंकर राय को तत्काल प्रभाव से निलिम्बत कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के अलावा आबकारी विभाग के निरीक्षक राजेश सिंह, प्रधान आबकारी सिपाही देव प्रकाश सिंह तथा 2 आबकारी सिपाही शिवप्रकाश राणा और शशिकान्त सिंह को भी निलिम्बत कर दिया गया है। इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी वाराणसी सुनील कुमार मिश्रा के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरु कर दी गई है।

ज्ञातव्य है कि गत 17 फरवरी 2010 को थाना कैण्ट क्षेत्र में 80 वषीZय कमला देवी की बीमारी से मृत्यु हो गई थी। इनके दाह संस्कार करने के उपरान्त लोगों ने भोजन किया तथा शराब पी, जिसके बाद से कुछ लोगों की हालत बिगडने लगी। इनमे से 3 लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा 15 लोग बीमार हो गये। इन बीमार लोगों को अस्पताल ले जाया गया, इनमें से इलाज के दौरान 3 लोगों की अस्पताल में मृत्यु हो गई। इस घटना के सम्बन्ध में थाना कैंट जनपद वाराणसी पर मुकदमा संख्या- 83/2010 धारा 328/272/304/120बी आई0पी0सी0 बनाम 6 अभियुक्तों के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। इनमें से दो अभियुक्त राजकुमार तथा अम्बो देवी को गिरतार कर लिया गया था।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने कानपुर नगर के थाना कल्याणपुर में नीलम शुक्ला द्वारा की गई आत्महत्या को गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी है।

उल्लेखनीय है कि 19 दिसम्बर, 2009 को वादी श्री नन्द किशोर शुक्ला द्वारा थाना कल्याणपुर पर सूचना दी गई कि उनकी पुत्री कु0 नीलम, उम्र लगभग 17 वर्ष को रामू कठेरिया, इरशाद तथा सचिन गुप्ता मारुति वैन से आकर बहला-फुसलाकर दिनांक 18 दिसम्बर, 2009 को सायंकाल  20.00 बजे मारुति वैन में बैठाकर ले गये हैं। इस सम्बन्ध में थाना कल्याणपुर, जनपद कानपुर में मुकदमा अपराध संख्या-1680/09 धारा 363/366 आई0पी0सी0 बनाम उपरोक्त तीन अभियुक्त पंजीकृत किया गया। अभियोग पंजीकृत होने के उपरान्त कु0 नीलम के परिजनों द्वारा थाने को सूचित किया गया कि इसी दिन सायं उनकी पुत्री कु0 नीलम वापस आ गई है और बेहोशी की हालत में है, जिसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, कल्याणपुर और बाद में उर्सला अस्पताल, कानपुर में चिकित्सकीय परीक्षण हेतु ले जाया गया। चिकित्सकीय परीक्षण में कु0नीलम के शरीर एवं गुप्तांग पर कोई चोट नहीं पाई गई तथा बलात्कार की भी पुष्टि नहीं हुई।

अपर नगर मजिस्ट्रेट, कानपुर नगर श्री सुरेन्द्र कुमार शर्मा तथा क्षेत्राधिकारी नजीराबाद श्रीमती निहारिका शर्मा द्वारा कु0 नीलम से विस्तृत रूप से अकेले में पूछताछ की गई जिसमें कु0 नीलम द्वारा अपने साथ ज़ोर-जबरदस्ती से इनकार किया गया। 23 दिसम्बर, 2009 को नीलम का न्यायालय में धारा-164 सी0आर0पी0सी0 का बयान दर्ज किया गया, जिसमें  नीलम द्वारा उसके साथ दवा पिलाना तथा बेहोशी की हालत में गलत काम करना बताया गया। धारा-164 के बयान के आधार पर अभियोग में धारा-376 एवं 328 आई0पी0सी0 की बढ़ोत्तरी की गई और दिनांक 24 दिसम्बर, 2009 को नामजद अभियुक्तों में से रामू कठेरिया तथा इरशाद को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा गया। परिजनों के अनुरोध पर नीलम के चिकित्सकीय परीक्षण हेतु मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। 7 जनवरी, 2010 को मेडिकल बोर्ड ने परीक्षण कर पूर्व मेडिकल रिपोर्ट का समर्थन किया।

कु0 नीलम के पिता श्री नन्द किशोर शुक्ला द्वारा 30 जनवरी, 2010 को नीलम द्वारा मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या किये जाने की सूचना चौकी रावतपुर को दी गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने तक कु0 नीलम की मृत्यु हो गई। उसके पिता ने आत्महत्या का कोई तात्कालिक कारण होना नहीं बताया। केवल यह बताया कि कु0 नीलम अपने पिता से घर छोड़कर अन्यत्र रहने के लिए कहती थी तथा यह भी कहती थी कि अभियुक्तगण दबंग हैं, जेल से छूटने के बाद उसके पिता को तथा उसके भाई को मार सकते हैं। लेकिन इस बारे में कु0 नीलम के पिता ने कु0 नीलम की आत्महत्या से पहले स्थानीय पुलिस को या पुलिस के अधिकारियों को कभी कुछ नहीं बताया। कु0 नीलम द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद अभियोग में धारा-306 आई0पी0सी0 की बढ़ोत्तरी की गई।

अभियुक्तगण रामू कठेरिया तथा इरशाद गिरफ्तारी के बाद से लगातार जेल में हैं। अभियुक्त सचिन गुप्ता की गिरफ्तारी काफी प्रयास के बाद भी अभी तक नहीं हो सकी है। इसके विरुद्ध न्यायालय से धारा-82/83 सी0आर0पी0सी0 का आदेश न्यायालय से प्राप्त कर विधिवत् कुकीZ की कार्यवाही की जा चुकी है। सचिन गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए 09 फरवरी, 2010 को पॉच हजार रुपये का नगद पुरस्कार भी घोषित किया गया है। अभियोग की विवेचना 12 फरवरी, 2010 को सी0बी0 सी0आई0डी0 को सौंपी जा चुकी है। इस मामले में पुलिस द्वारा तत्परता से पूरी कार्यवाही की गई है।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित, तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मन्त्री श्री दिग्विजय सिंह के बरेली भ्रमण के दौरान इन्हें राज्य सरकार द्वारा राज्य अतिथि भी घोषित किया गया था। इसके साथ ही दिल्ली की मुख्य मन्त्री को अनुमन्य ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मन्त्री, को अनुमन्य जे़ड स्पेशल श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने के भी निर्देश निर्गत किये गये थे।

प्रवक्ता ने बताया कि जिला प्रशासन बरेली द्वारा राज्य सरकार द्वारा निर्गत निर्देशों के क्रम में दोनों ही महानुभावों को निर्धारित मानक के अनुरूप पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करायी गई थी। उनके निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप रूट ड्यूटी तथा गन्तव्य स्थल आला हजरत दरगाह पर भी आवश्यक सुरक्षा प्रबन्ध किये गये थे। इन दोनों महानुभावों का आला हजरत दरगाह में चादर चढ़ाने का कार्यक्रम था। उन दिनों दरगाह में तीन दिवस का उर्स का कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें लाखों की भीड़ होती है। जिस दिन इन दोनों महानुभावों का दरगाह पर भ्रमण कार्यक्रम था, वह उर्स का आखिरी दिन था और उस दिन दरगाह पर सर्वाधिक भीड़ थी। दरगाह तक आने-जाने का एक ही पैदल संकरा मार्ग है और उसका नियन्त्रण दरगाह कमेटी द्वारा किया जाता है। दोनों ही महानुभावों को लगभग 50-60 मीटर पैदल चलना पड़ा। जिला प्रशासन द्वारा सूझबूझ के साथ भीड़ को नियन्त्रित करते हुए समुचित व्यवस्था करके दोनों ही महानुभावगण को उनके समस्त सहयोगियों के साथ दरगाह पर चादर चढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी गई।

मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित द्वारा इच्छा व्यक्त करने पर दरगाह के सज्जादा नशीन श्री सुब्हान रजा खॉ उर्फ सुभानी मियॉ से उनके आवास पर श्रीमती दीक्षित की भेंट भी करायी गई, जहॉ पर वह करीब 15-20 मिनट तक रहीं। श्रीमती दीक्षित सज्जादा नशीन श्री सुब्हान रजा खॉ उर्फ सुभानी मियॉ से उनके आवास पर मिलने स्वयं अपनी इच्छा से गईं थीं। दरगाह के प्रति श्रद्धा व सम्मान के कारण श्री दिग्विजय सिंह चादर लेकर दरगाह के रास्ते नंगे पैर पैदल चल रहे थे, जिससे उनके पैर की एड़ी थोड़ी छिल गई थी। चादरपोशी के उपरान्त लीट के पास पहुंचकर जब इस बारे में उनके द्वारा बताया गया तो लीट में चल रही एम्बुलेंस के चिकित्सक द्वारा उनका उपचार किया गया।

सभी कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद दोनों ही महानुभावों द्वारा पे्रस कान्फे्रंस भी की गई। पे्रस कान्फे्रंस में स्थानीय पुलिस/प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था के सम्बंध में कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की गई और न ही किसी प्रकार की प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की किसी कमी के बारे में उनके द्वारा स्थानीय अधिकारियों का ध्यान आकषिZत किया गया। जिला प्रशासन द्वारा दरगाह मैनेजमेन्ट कमेटी से समन्वय करके तथा भीड़ को सूझबूझ के साथ नियन्त्रित करते हुए इन महानुभावों के समस्त कार्यक्रम शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये गय तथा कार्यक्रम में किसी प्रकार की शान्ति-व्यवस्था की समस्या नहीं हुई।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर लखनऊ में निर्धारित धरना स्थल पर दिनांक 16 फरवरी 2010 धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की सूचना लखनऊ जिला प्रशासन को दी गई थी। कार्यक्रम के दौरान श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा अपने उद्बोधन में दोपहर करीब 02.00 बजे यह कहा गया कि मुख्य मन्त्री जी से 11 व्यक्तियों के प्रतिनिधि मण्डल के साथ मिलने का समय मांगा गया था, किन्तु उनके (मुख्यमन्त्री) द्वारा समय नहीं दिया गया, इसलिए वह स्वयं उनसे मिलने उनके आवास पर जा रही हैं।

श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा धरना स्थल पर उपस्थित लोगों का भी आह्वान किया गया कि वे लोग उनके पीछे-पीछे आ जायें। उनके इस आह्वान पर धरना स्थल की भीड़ श्रीमती जोशी के नेतृत्व में मुख्य मन्त्री आवास के लिए चल पड़ी, जिसे मौके पर उपस्थित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बैरियर लगाकर रोका गया एवं उनसे वहीं पर ज्ञापन देने का अनुरोध किया गया। किन्तु इसकी अनसुनी कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बैरियर गिरा दिया गया और पुलिस से धक्का-मुक्की व पथराव करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढ़ गये, इन्हें रोकने का हर सम्भव प्रयास किया गया। फायर बिग्रेड की गाड़ी से पानी की बौछार भी की गई किन्तु कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं रुके। इसके विपरीत प्रदर्शनकारी पुलिस को धक्का देते हुए और पुलिस वदीZ के स्टार व बिल्ले नोंचते हुए आगे बढ़ने लगे जिसे हल्का बल प्रयोग कर रोका गया।

परिवहन मुख्यालय के पास दोपहर 02.20 बजे डा0 रीता बहुगुणा जोशी सहित 132 कार्यकर्ताओं को धारा-151 सी0आर0पी0सी0 में गिरफ्तार कर पुलिस लाइन्स, लखनऊ भेजा गया। जहां से नगर मजिस्ट्रेट, लखनऊ द्वारा उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इन गिरफ्तार कार्यकर्ताओं में सुश्री प्रभा ठाकुर, सांसद राज्यसभा भी सम्मिलित थीं। इस घटनाक्रम के उपरान्त श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ अपने वाहनों से विधान भवन के सामने पहुंच कर सड़क पर धरने पर बैठ गईं। वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों व मजिस्ट्रेट द्वारा यह अवगत कराया गया कि विधान भवन परिसर व आसपास के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आन्दोलनात्मक गतिविधियां प्रतिबन्धित हैं। इस कार्यक्रम हेतु उन्होंने कोई अनुमति भी नहीं प्राप्त की है, अत: वह अपना धरना समाप्त कर दें। बार-बार समझाने व अनुरोध करने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं माने और पुलिस बल के साथ अभद्र एवं आक्रामक व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की करने लगे। काफी समझाने-बुझाने के बाद भी जब इन लोगों ने कार्यक्रम समाप्त नहीं किया तो आवश्यक बल प्रयोग कर विधान भवन के सामने से इन्हें हटाया गया और इनकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किये गये। पुन: यह लोग वापस आकर सड़क पर बैठ गये।
डा0 रीता बहुगुणा जोशी सहित 86 कार्यकर्ताओं को विधान भवन के सामने से गिरतार कर पुलिस लाइन्स, लखनऊ ले जाया गया और बाद में सभी को मजिस्ट्रेट द्वारा रिहा कर दिया गया। गिरतार व्यक्तियों में दो सांसद तथा नौ विधायक भी थे। इसके अतिरिक्त माल एवेन्यू स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से निकल कर कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता लोकायुक्त कार्यालय के निकट श्री जे0डी0 सीलम, सांसद राज्यसभा के नेतृत्व में पहुंचकर सड़क पर एकत्र होकर नारे लगाने लगे। इस स्थल पर भी सांसद सहित 24 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन्स लखनऊ ले जाया गया और बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।

प्रदर्शनकारियों द्वारा शहीद स्मारक पर की गई तोड़-फोड़, सड़क अवरुद्ध करने, पुलिसकर्मियों के की वदीZ नोंचने व पत्थर फेंकने आदि की घटना के सम्बन्ध में थाना वजीरगंज में मुकदमा अपराध संख्या-85/10 अन्तर्गत धारा-147/332/353/ 341/ 188/336 आईपीसी का अभियोग श्रीमती मीरा सिंह, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, श्री राज बहादुर सिंह तथा लगभग 500 अन्य कार्यकर्ता, नाम पता अज्ञात पंजीकृत किया गया है, जिसकी विवेचना प्रचलित है। इन घटनाक्रम के तथ्यों से यह स्पष्ट है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में जब धरना प्रदर्शन उग्र हो गया और इनके द्वारा कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की गई तो ऐसी दशा में स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा अपरिहार्य परिस्थितियों में अत्यधिक संयम एवं धैर्य से कार्यवाही करते हुए शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु न्यूनतम एवं आवश्यक बल प्रयोग किया गया है।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने शादी-ब्याह में फायरिंग की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े निर्देश दियें है। इन निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों से कहा गया हैं। उन्होने बताया कि जो लोग शादी-ब्याह में फायरिंग करते पाये जायेंगे। उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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श्री रिपुदमन सिंह वालिया के निधन पर गहरा शोक

Posted on 18 February 2010 by admin

उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने “दैनिक आज´´ समाचार पत्र के लखनऊ संस्करण के प्रबन्धक एवं स्थानीय सम्पादक श्री रिपुदमन सिंह वालिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

एक शोक सन्देश में मुख्यमन्त्री ने कहा कि श्री वालिया लगभग दो दशक से दैनिक आज से जुड़े रहे। उन्होंने हमेशा पत्रकारिता के स्वस्थ्य मानदण्डों को प्रोत्साहित किया। उनकेे निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है तथा उनके तमाम शुभचिन्तकों एवं प्रशंसकों को गहरा आघात लगा है। उल्लेखनीय है कि स्व0 वालिया लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और आज उनका राजधानी के एक अस्पताल में निधन हो गया।

मुख्यमन्त्री ने शोक सन्तप्त परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूमि एवं संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने गहरा शोक व्यक्त किया है।प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने अपने शोक सन्देश में कहा है कि स्व0 वालिया ने लोकतान्त्रिक मूल्यों और आदशोZं के अनुरूप पत्रकारिता जगत में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया है। श्री वालिया के निधन पर प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, महामन्त्री श्री प्रदीप श्रीवास्तव, प्रवक्ता श्री द्विजेन्द्र त्रिपाठी, श्री वीरेन्द्र मदान, मीडिया सचिव श्री विजय सक्सेना, श्रीमती सुषमा सिंह, श्री प्रमोद सिंह, श्री वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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जहरीली शराब और मिलावटी दवाओं का धंधा तेजी से पनप रहा है

Posted on 18 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा उत्तर प्रदेश में लूट वसूली की सरकार के चलते जहरीली शराब और मिलावटी दवाओं का धंधा तेजी से पनप रहा है। जबसे यह सरकार बनी है, प्रदेश में सैकड़ों जाने चली गई है। वाराणसी में जहरीली शराब से (17.02.2010 तक) 17 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। दो दर्जन लोग इस शराब को पीने से बीमार पड़े हैं। नेता विरोधी दल श्री शिवपाल सिंह यादव ने वाराणसी जाकर मृतक आश्रितों से भेंट कर सान्त्वना दी और मृतकेां के परिवारीजनों को 10-10 लाख रूपया तथा अन्य बीमारों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने के साथ आबकारी अधिकारियों को दण्डित किए जाने की मॉग की । श्री यादव ने कहा कि आबकारी मन्त्री चूंकि अपने विभाग के कामकाज पर निगाह नहीं रख पा रहे है और जहरीली शराब का धंधा उनकी पार्टी बसपा के नेताओं के ही संरक्षण में चलता है, इसलिए उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए अन्यथा राज्यपाल को उन्हें बखाZस्त कर देना चाहिए।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने जहरीली शराब काण्ड की जॉच के लिए प्रदेश महासचिव एवं विधायक श्री ओमप्रकाश सिंह, पूर्व मन्त्री श्री शतरूद्र प्रकाश, सांसद श्री रामकिशुन यादव तथा श्री सुरेन्द्र पटेल एवं अब्दुल समद (दोनों विधायक) की समिति गठित की है। कमेटी 19 फरवरी, 2010 को मौके पर जाकर जॉच कर अपनी रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को देगी।

यह सरकार मिलावटखोरों पर कोई नियन्त्रण नहीं कर रही है। पेय एवं खाद्य पदार्थो में मिलावट की तमाम शिकायतों के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। लोग बेमौत मर रहे हैं। सरकार को सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमीशन कमाने की चिन्ता है। उसे नागरिकों के स्वास्थ्य अथवा उनकी जिन्दगी की जरा भी चिन्ता नहीं है। मुख्यमन्त्री, जीवित लोगों की सुरक्षा से ज्यादा पत्थरों-पाकोZ पर धन खर्च करना पसन्द करती हैंं। ऐसी सरकार से जनकल्याण की आशा करना व्यर्थ है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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समाजवादी पार्टी की संगठन की समीक्षा तथा ब्लाकवार यात्राओं के कार्यक्रम

Posted on 18 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा केन्द्र और प्रदेश शासन की जन विरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार, मंहगाई तथा बेरोजगारी के खिलाफ पार्टी के संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाने के लिये समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने विधान सभा स्तर पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित करने के पूर्व जन जागरण साइकिल यात्राएं शुरू करने का निर्देश दिया है। साइकिल यात्राएं ब्लाक वार 8 मार्च से 15 मार्च,2010 तक चलेगी। जिले के सभी विकासखण्डों की साइकिल यात्राओं में शामिल यात्रियों का  16 मार्च,2010 को जिला मुख्यालय पर समापन कार्यक्रम आयोजित किया जायगा जिसमें साइकिल यात्री जत्थो में पहुंच कर सम्मिलित होगें।  महानगर क्षेत्रों से साइकिल यात्राएं 8 से 15 मार्च,2010 तक वार्डवार पूरी कर 16 मार्च को जिला मुख्यालय की सभा में सभी यात्री भागीदारी करेगेंं।

प्रदेश अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी की सभी 91 जिला तथा महानगर इकाईयों के संगठन की समीक्षा तथा ब्लाकवार यात्राओं के कार्यक्रम तैयार कराकर उनकी समीक्षा करते रहेने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है जो 16 मार्च,2010 को जिला मुख्यालयों के आयोजनों का नेतृत्व भी करेगें। प्रमुख पर्यवेक्षको की सूची इस प्रकार है:-

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव (जालौन), राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता श्री मोहन सिंह (गोरखपुर), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बृजभूषण तिवारी (लखनऊ), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री रशीद मसूद (मुजफ्फरनगर), राष्ट्रीय महासचिव श्री रविप्रकाश वर्मा (शाहजहॉपुर), राष्ट्रीय महासचिव श्री राम आसरे कुशवाहा (उन्नाव), राष्ट्रीय महासचिव श्री विशम्भर प्रसाद निषाद (बरेली जिला), राष्ट्रीय महासचिव डा0 अशोक बाजपेयी (नगर बरेली), नेता विरोधी दल विधान सभा श्री शिवपाल सिंह यादव (मैनपुरी), प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव (एटा), नेता विरोधी विधान परिषद श्री अहमद हसन (फैजाबाद), प्रदेश महासचिव श्री ओमप्रकाश सिंह (सन्तकबीरनगर), विधायक डा0 वकार अहमद शाह (गोण्डा), पूर्व अध्यक्ष विधान सभा श्री माता प्रसाद पाण्डेय (रायबरेली), सॉसद कुंवर रेवती रमण सिंह (प्रतापगढ़), पूर्व मन्त्री श्री बलराम यादव (अम्बेडकरनगर) तथा पूर्व सभापति विधान परिषद चौ0 सुखराम सिंह (झॉसी) ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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