´´कांग्रेस का हाथ, आम आदमी के साथ´´ का नारा देने वाली
कांग्रेस का हाथ एक बार फिर पूंजीपतियों के साथ-मायावती
डीजल, पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी से
रोजमर्रा के इस्तेमाल की सभी चीजें मंहगी होंगी-मुख्यमन्त्री
उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने आज संसद में पेश किए गए 2010-11 के आम बजट को दिशाहीन, मंहगाई बढ़ाने वाला और मुनाफाखोरी को बढ़ावा देने वाला तथा आम आदमी व किसानों, विशेषकर गरीबों का विरोधी बताते हुए कहा है कि इस बजट से बहुत निराशा हुई है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल, डीजल, फर्टीलाइजर, सीमेन्ट तथा स्टील के दामों में की गई बढ़ोत्तरी से मंहगाई और बढ़ेगी तथा इसका सीधा प्रभाव देश के गरीब, किसान, मजदूर और आम जनता पर पड़ेगा। उन्होंने आम बजट को गरीब विरोधी बताते हुए कहा कि बजट में गरीबों को कोई राहत नहीं मिली है, इससे गरीब लोग अपने को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
सुश्री मायावती ने कहा कि विदेशी पूंजी निवेश की प्रक्रिया सरल करके विदेशी पूंजीपतियों द्वारा इस देश के खुले बाजार में अनाप-शनाप मुनाफा कमाने का मौका दिया है। उन्होंने कहा कि सोशल सेक्टर तथा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के निर्धन लोगों के उत्थान के लिए बजट में कुछ खास नहीं है। आंकड़ों की बाजीगरी से देश को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बजट पूंजीपति समर्थक तथा धन्नासेठों को माला-माल करने वाला है और उनके हित में इसमें प्राविधान किए गए हैं।
मुख्यमन्त्री ने बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यू0पी0ए0 सरकार की गलत नीतियों के कारण आसमान छूती मंहगाई से देश की जनता पहले से ही तबाह है। बजट में कोई राहत न देकर यू0पी0ए0 सरकार ने गरीबों, मजदूरों, दलितों, महिलाओं का जीवन और दूभर करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि कल आर्थिक सर्वेक्षण को लेकर जो शंका उन्होंने जाहिर की थी, बजट को देखकर वह सच साबित हुई है और तुरन्त ही यू0पी0ए0 सरकार ने तेल कम्पनियों के दबाव में डीजल और पेट्रोल के दामों में बढ़ोत्तरी करने की घोषणा कर दी। इससे सभी वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे और जरूरी वस्तुएं भी आम लोगों की पहुंच से दूर हो जायेंगी। राष्ट्रपति अभिभाषण में यू0पी0ए0 की सरकार ने यह कहकर अपनी पीठ थपथपाई थी कि प्राईवेट तेल कम्पनियों द्वारा देश में खोजे गये नये तेल और गैस क्षेत्रों से उत्पादन में 3.67 करोड़ मीट्रिक टन से अधिक की वृद्धि हुई है, परन्तु अब यह साफ हो गया है कि इसका लाभ आम जनता को न मिलकर पूंजीपतियों को ही मिलेगा।
सुश्री मायावती ने कहा कि बजट में समाज के कमजोर वर्गों के हितों की पूरी तरह उपेक्षा की गई है। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास तथा बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के लिए कोई खास नीति नहीं बनायी गई है। बजट में कारपोरेट जगत व पूंजीपतियों का विशेष ध्यान रखा गया है। उन्होंने कहा कि वित्त मन्त्री ने खुद ही कल लोक सभा में बहस के दौरान मंहगाई बढ़ने की बात स्वीकार की थी। इसके बावजूद भी आज आम बजट में उन्होंने मंहगाई रोकने के लिए कोई खास उपायों की घोषणा नहीं की है। उन्होंने कहा कि इस तरह यह यू0पी0ए0 सरकार का बजट जनविरोधी तथा गरीब विरोधी है।
मुख्यमन्त्री ने कहा कि यूपीए सरकार ने बजट में इण्डस्ट्री सेक्टर को भारी रियायत देने के साथ ही एफ0डी0आई0 की नीति को सरल बना दिया है। इसका सीधा कुप्रभाव घरेलू उद्योग पर पड़ेगा। इसके अलावा गरीबों व किसानों के उपयोग की वस्तुओं पर दी जाने वाली सिब्सडी में कटौती करके उसे और मंहगा करने का प्रयास किया गया है। इससे गरीब गृहणियां तथा खेती-किसानी में लगे हुए लोग अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले यूपीए सरकार ने मंहगाई बढ़ाकर गरीबों के मुंह से निवाला छिनने का काम किया है और अब बजट में सीमेन्ट और स्टील के दाम बढ़ाकर उनके सिर से छत भी छीन लिया है। इससे साफ है कि यूपीए सरकार की सारी नीतियां गरीब विरोधी और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने वाली हैं।
सुश्री मायावती ने कहा कि इस बजट में की गई व्यवस्था का सबसे ज्यादा असर कृषि क्षेत्र पर पडे़गा। डीजल, पेट्रोल तथा खाद का दाम बढ़ाने से कृषि निवेश मंहगा होगा और किसान बबाZदी के कगार पर पहुंच जाएगा। उन्होंने कहा कि सूखा-राहत के लिए कोई खास धनराशि नहीं रखी गई है। बुन्देलखण्ड के विकास को लेकर लगातार हो हल्ला मचाने वाले यूपीए की सरकार ने सिर्फ 1200 करोड़ रूपये की अतिरिक्त धनराशि रखी है, इससे बुन्देलखण्ड वासियों के लिए कांग्रेस की मानसिकता साफ उजागर हो जाती है, जबकि उन्होंने सरकार में आते ही 80 हजार करोड़ रूपये विशेष पैकेज मांगा था। लेकिन कांग्रेस पार्टी की सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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