Archive | February 15th, 2010

तहसील प्रांगड़ में हो रहे निर्माण को लेकर हुए विवाद

Posted on 15 February 2010 by admin

3324तहसील प्रांगड़ में हो रहे निर्माण को लेकर हुए विवाद तें उपभोक्ता फोरम व तहसील प्रशासन आमने-सामने आ गया है। यह मामला तब तूल पकड़ा जब समाचार पत्रों में तहसील प्रशासन द्वारा उपभोक्ता फोरम पर की जा रही ज्यादती और नाराज अधिवक्ता ने कोर्ट में याचिका दायर कर उपभेक्ता फोरम का रास्ता मुहैया करवा दिये जाने का आदेश पारित करा दिया तब जाकर तहसील प्रशासन स्थिर हुआ तभी उपभोक्ता फोरम को रास्ता मिला और कोर्ट ने 22 तारीख को जिलाधिकारी शंकर लाल पाण्डेय को तलब कर लिया है। इन सब को देखते हुए आनन- फानन में कमिश्र्नर फैजाबाद ने मौके का निरीक्षण तो किया मगर उपभेक्ता फोरम के चेयरमैन से मिलना मुनासिब नहीं समझा। अब उक्त प्रकरण जिलाधिकारी महोदय के गले का फा¡स बन गया है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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नन्द लाल की मौत पर राजनीति हुई खत्म ,मृतक का भाई विधयिका के रहमों-करम पर हुआ आçश्रत

Posted on 15 February 2010 by admin

मामला अमेठी संसदीय क्षेत्र का है-

राजनीति करने में माहिर मौका परस्त सियासी पाटिüयॉ अपने फन में माहिर किस तरह होती हैं जो मौका पाते ही राजनीत शुरू कर देती हैं। चाहे किसी की मौत का मामला हो या और कोई कारण, इसका जीता जागता उदाहरण अमेठी सेसदीय क्षेत्र में देखने को मिला।

वर्ष 2003 में अमेठी के पुन्नूपुर गा¡व में दलित राम भजन की संग्रामपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज न होने पर प्रियंका गा¡धी थाने में जाकर खुद बैठ गईथी और रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सूबे çी मुखिया माया वती ने दलित का कार्य इनके अलरवा कोई और करे कैसे सह सकती थीं। इसकी चर्चा खूब जोरों पर हुई और यह भी एक राजनैतिक मुद्दा बनाने में काई पार्टी पीछे नही रही। जिसके बाद राजनैतिक लाभ लेने कि लिए बसपा सुप्रिमों एवं उ. प्र. की मुय मन्त्री मायावती नेअमेठी को एक नया जिला छत्रपति शाहू जी महाराज के नाम से बना दिया था।

कांग्रेस के युवराज राहुल गा¡धी द्वारा वर्ष 2007 में अपने संसदीय क्षेत्र में एक दलित महिला सुनीता कोरी के घर जाकर भेाजन करना एवं रात बिताना भी एक राजनैतिक मुद्दा बनने में देर नहीं लगी थी और बसपा सुप्रिमों ने भी खूब बयान बाजी की थी।

पिछले वर्ष कांग्रेस महा सचिव राहुल गा¡धी ब्रिटिश के विदेश मन्त्री डेविड मिलीबैण्ड के साथ अमेठी के सीमरा गा¡व दलित महिला शिव कुमारी के घर गये और रात गुजारी शिवकुमारी की आर्थिक स्थित ठीक न होने के कारण राहुल ने उसे आर्थिकमदद देने का आEासन दिया जो एक राजनैतिक मुद्दा बना ।

विदित हो कि  इसी तरह 04 अक्टूबर 2009 को अमेठी क्षेत्र के सरवनपुर गा¡व में दलित रिक् शा चालक नन्द लाल की मौत पर राजनैतिक पाटिüयों ने भर पूर राजनीति की। सूत्रों द्वारा ज्ञात हुआ कि बचपन में तो नन्द लाल काफी सपन्न था लेकिन आगे चलकर धीरे-धीरे गरीबी ने अपने आगोश में ले लिया।

कांग्रेस, बसपा, सपा एवं उ0 प्र0 में आई हासिए पर भाजपा ने मृतक नन्द लाल के भाई सुनील को क्षेत्र के दबंगों द्वारा उसकी हड़पीजमीन को दिलाने का बीड़ा उठाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। समाचार पत्रों में दलित नन्द लाल की मौत भूख से हुई पर प्रशासन ने इसे बीमारी से मौत बता कर इस प्रकरण को समाप्त करना चाहा। पर राजनैतिक  पाटिüयों ने इसे एक राजनैतिक मुद्ा बना कर दो-तीन महीने खूब हाय तौबा मचाई।पा¡च महीने बाद आज भी मृतक नन्द लाल की हड़पी जमीन उसके भाईको नहीं मिली और अब तो कोई उसका हाल-चाल लेने वाला भी कोई नहीं है कि वह कहां रह रहरा है। उ0 प्र0 की दलित मुय मन्त्री भी शयद भूल गईं होगी। मृतक नन्द लाल के पिता की मौत के बाद उसकी पुश्तैनी 18 विEा जमीन उस क्षेत्र के दबंगों ने उसे झा¡सा देकर उस पर कब्जा कर लिया था।

अमेठी संसदीय क्षेत्र के बसपा प्रभारी आशीष शुक्ला को यह भी नहीं पता कि मृतक नन्द लाल का भाई इस समय कहां रह रहा है।  दबंगों द्वारा उसकी हड़पीजमीन उसके भाई सुनील को अभी तक नहीं मिली है। राजनीति से जुड़े लोगों से जब मृतक नन्द लाल के भाई सुनील के बारे में जब जानकारी की गई तो जो जानकारी प्राप्त हुई वह चौकाने वाली है।

राजनीति से जुड़े लोगों ने क्या कहा? जानने का विषय है-
राजेश अग्रहरि- अमेठी  नगर पंचायतचेयर मैन एवं सपा पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हें।
दूरभाष पर हुई बात-चीत में बताया कि सब राजनीति करते हैं। धरातल पर कुछ भी नहीहै। मैं तो पहले समाज सेवक ह¡ूपिुर व्यापारी बाद में नेता। सबसे पहले मैने ही नन्द लाल के मौत होने के बाद घर से उसे चिता तक ले जाने तक जो भी खर्च आया मैने सारा खर्च किया मैं करने में विEास करता हू¡ दिखाने में नहीं।
आशीष  शुक्ला- अमेठी संसदीय क्षेत्र के बसपा प्रभारी दलितों की रहनुमाई का दावा करने वाली बसपा सुप्रिमों उ0 प्र0 की मुय मुत्री माया वती ने अमेठी संसदीय का बसपा प्रभारीआशीष शुक्ला को बनाया है। जानिए मायावती के नुमाइन्दे क्या कहते हैं-

दूरभाष पर श्री शुक्ला ने बताया कि मृतक नन्द लाल के भई को सन्तुष्ट कर दिया गया है,उसे कालोनी दिला दी गई है। जब श्री शुक्ला से यह पूछा गया कि उसका भाई सुनील इस समय कहा¡ रह रहा है। तो उन्होंने अनिभिज्ञता जतायी। बहुत कहने सुनने के बाद कहा कि क्या? अब हमें इसकी भी जानकारी रखनी पड़ेगी।परन्तु सच्चाई यह है कि उसे कोई कालोनी नहीं मिली हुई है।

अमिता सिंह- अमेठीविधान सभा क्षेत्र की विधायक,कांग्रेस पार्टी दूरभाष पर वार्ता  करने पर उन्होंने कहा कि नन्द लाल का भाई सुनील इस समय मेरे यहा¡ ही रह रहा है और स्वतन्त्र रूप से रह रहा है।सुनील का सारा खर्च मेरे द्वारा ही उठाया जा रहा है। जमीन व मकान की बात करने पर श्री सिंह ने कहा कि मकान तो मैं बनवा ही दू¡गी, पर उसकी जमीन क्लीयर हो जाय तो ,नहीं तो मैं रूपया भी लगाऊ¡ और काम भी नहो हो , ऐसी दशा में इस सबन्ध में सबçन्धत अधिकारियों से बात -चीत चल रही है। उस जमीन का मुकदमा चल रहा है। जब तक वह निणिüत नहीं हो जाता तब तक कुछ नहीं हो सकता हे। दूरभाष पर जब  मैने उन्हें यह बताया कि आशीष शुक्ला तो कह रहे हैं कि उसे कालोनी दिला दी गई हैतो श्री सिंह ने कहा कि सब झूठ है कालोनी दिलाने की बात तो दूर उसे कोई पूछने वाला भी नहीं है कि वह जी रहा है या मर गया है। शासन-प्रशासन भी इसे पूछने वाला नही है।

जमीन सबçन्धत मामला न्यायालय में होने के कारण सब ठण्डे बस्ते चला गया है। नन्द लाल की मौत पर हूुई राजनीति  अब उसके भाई को न कोई पार्टी जमीन दिला पाई और न मकान।

फिल हाल मृतक नन्द लाल का मामला सियासी हलकों मे ंशान्त हो गया और उसकी आžमा भी शान्त हो चुकी है। उसकी मौत पर राजनीति भी होनी बन्द हो गई है।फिलहाल इस समय सुनील  अमेठी की विधायक अमिता सिंह की रहमों करम पर निर्भर है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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विकलांग सफाई कर्मियों को नहीं मिली योगदान के बाद भी नियुक्ति पत्र

Posted on 15 February 2010 by admin

14सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति का आदेश न्यायालय के आदेश पर जिला पंचायत राज्य अधिकारी ने कोर्ट में लिख कर तो दिया कि सभी की नियंक्ति दे दी गई है परन्तु आज भीउनमें से 109 सफाई कर्मी  को आज भी नियुक्ति नही मिली है जिसमें 28 विकलांग हैं भी सफाई कर्मी भी हैं। सत्यापन के नाम पर सी एम ओ के यहा¡ प्रपत्र भेजने की बात तो सबçन्धत अधिकारी करते तो हैंपर हकीकत हैकि इन 28 बिकलागों का सत्यापन हो कर विभाग में पहले ही आ चुका है। ीाुखमरी के कगार पर पहु¡चे इन सफाई कर्मी को पूछने वाला कोई नçीं हे। कोर्ट के आदेश का उलघंन सरे आम जिला पंचायत राज्य अधिकारी खुले आम कर रहे हैं। कोर्ट में लिखित नियक्ति बताने के बाद भी 28 विकलांग सफाई कर्मी सहित 109 सफाई कर्मी अपने अधिकार से वचिन्त अब भी हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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स्व0 श्री सतीश शेट्टी की याद में मीटिंग का आयोजन

Posted on 15 February 2010 by admin

मंजूनाथ ट्स्ट तथा आई0आर0डी0एस0 लखनऊ के तत्वावधान में आई0आई0एम0 लखनऊ में अत्यन्त सक्रिय तथा जुझारू आर0टी0आई0कार्यकर्ता रहे पूणे के स्व0 श्री सतीश शेट्टी की याद में एक मीटिंग का आयोजन किया गया। श्री शेट्टी, जिनका जन्म मुम्बई के लोनावाला इलाके में हुआ था और जिन्होंने बाल विकास विद्यालय से प्रारंभिक िशक्षा ग्रहण की थी, ने अपनी आगे की पढ़ाई इस कारण से छोड़ दी क्योंकि उन्हें इसका जीवन में कोई विशेश प्रयोजन नहीं दिखा। इसके बदले उन्होंने अपना पूरा जीवन सामाजिक कायोंZ में लगा दिया। अपने बाद के समय में उन्होंने इसके लिये खासकर सूचना का अधिकार का व्यापक प्रयोग किया। इसके जरिये उन्होंने कई सारे भ्रश्टाचारों का अनावरण किया। इसमें विशेश कर साबल-वाघिरे कम्पनी एवं आई0आर0बी0 इंफ्रास्ट्क्च्र कम्पनी  के जमीन सम्बंधी प्रकरण, राशन कार्ड घोटाला, वैशाली मैरेज हॉल काण्ड आदि शामिल हैं। 

श्री शेट्टी की हत्या 13 जनवरी को तेलगॉव डंबाधे में तब हुई थी जब वे प्रात: करीब 7 बजे भ्रमण पर निकले थे। इस मामले में बंबई हाई कोर्ट ने 14 तारिख को स्वत: ही संज्ञान लेते हुये एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया तथा विवेचना को अपने निर्देशन में कराने के आदेश दिये। विवेचना के दौरान अब तक 6 में से 5 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं जिनमें विजय दबाधे नामक वकील भी शामिल हैं जिनकी प्रमुख भूमिका बताई जा रही है। लेकिन श्री शेट्टी के छोटे भाई श्री सन्दीप विवेचना से पूरी तरह सन्तुश्ट नहीं हैं और उन्होंने इसके लिये बंबई हाई कोर्ट में दायर एक जनहित याचिका में पक्षकार बन कर अपनी बात रखी है।

इस मीटिंग में आर0टी0आई0 पर काम करने वाले कई कार्यकर्ता तथा आई0आई0एम0 के छात्र एवं मंजूनाथ ट्स्ट् से जुडे लोग सम्मिलित हुये थे। इसमें श्री शेट्टी को श्रद्धांजलि दी गई। खास कर उनके द्वारा पूर्व में सुरक्षा मांगे जाने पर भी स्थानीय पुलिस द्वारा यह नहीं प्रदान किये जाने की निन्दा की गई। वह भी तब जब यह बात सबों की जानकारी में थी कि श्री शेट्टी की जान को भारी खतरा था। मीटिंग मेंं यह बात रखी गई कि यदि श्री शेट्टी को समय रहते सुरक्षा दे दी गई होती तो शायद उनकी जान बच जाती। इसके अलावा अब तक हुई विवेचना पर भी गहराई से चर्चा हुई।

उपस्थित लोगों में आई0पी0एस0 अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने श्री शेट्टी के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डाला। सी0सी0एस0 के उत्कशZ कुमार सिन्हा ने लखनऊ में आर0टी0आई कार्यकर्ताओं की बुरी स्थिति पर चर्चा की। आई0आईएम0 के एफ0पी0एम0 छात्र विशाल गुप्ता ने श्री मंजूनाथ का स्मरण करते हुये उनके महत्वपूर्ण आदशाZें का सामने रखा। यहीं के राजहंस मिश्र  ने आर0टी0आई0 को एक जनान्दोलन बनाने की बात कही। प्रोजेक्ट विजय के महेन्द्र कुमार ने आर0टी0आई0 के माध्यम से हासिल की गई कई उपलब्धियों के बारे में बताया और इसके व्यवहारिक पहलुओं को छुआ। अधिवक्ता जगनारायण शर्मा ने श्री शेट्टी के मुख्य अभियुक्त के वकील होने पर तीखी प्रतिक्रिया की और कहा कि ऐसे ही लोग पूरे समाज को बदनाम करते हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के अमित कुमार पाण्डेय ने श्री मंजूनाथ तथा श्री शेट्टी को एक ही प्रकार के महान व्यक्तित्व बताते हुये उन दोनों की प्रशंसा की। आर0टी0आई पर काम कर रहे अखिलेश सक्सेना ने एक व्यापक आर0टी0आई महासंघ की आवश्यकता पर बल दिया। इन चर्चाओं के आधार पर आर0टी0आई0फोरम नाम से एक ऐसे संघ को बनाने की बात तय हुई जिसका मुख्य कार्य प्रदेश तथा देश स्तर पर आर9टी0आई0 के क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी लोगों को जोड़ते हुये उनकी सारी समस्याओं पर निगाह रखना एवं उन्हें हर प्रकार के वाजिब सहयोग देना नियत हुआ। यह नििश्चत हुआ कि इस आर0टी0आई फोरम के लिये काम यथाशीघ्र प्रारंभ हो जायेगा। इसके अतिरिक्त अग्रणी फाउन्डेशन के अनुपम पाण्डेय, पुरातत्व विभाग के डा0 मुकेश मिश्र तथा आई0आई0एम0 के कई छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार प्रकट किये। अन्त में आई0आर0डी0एस0 की सचिव डा0 नूतन ठाकुर ने सभी लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये इस कार्य को आगे बढ़ाने की बात

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मजलिस को खिताब करते हुए विश्वप्रसिद्ध मौलाना हमीदुल हसन

Posted on 15 February 2010 by admin

फितना, फसाद बड़ा जुर्म है, जो वादा करो पूरा करो, सच बोलो, इंसाफ करो, एहसान करो और भूल जाओ, रहम व मोहब्बत करो।
 उक्त बातें गोमतीनगर स्थित रज़ा रिज़वी के आवास पर ईसाले सवाब की एक मजलिस को खिताब करते हुए विश्वप्रसिद्ध मौलाना हमीदुल हसन ने अपनी तकरीर में कही।

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 श्री हसन ने कहा कि इंसान को जो वादा जिससे भी करना चाहिए, उसको पूरा करना चाहिए नहीं तो समाज में एक बेइंसाफी का दौर चल पड़ेगा। सच बोलना चाहिए सच बोलने से बहुत से फायदे हैं जो इंसान को उस समय पर तो नहीं दिखाई देते हैं लेकिन बाद में उसको एहसास होता है कि हमने सच बोलकर बहुत ही नेक काम किया है।

 श्री हसन ने मज़लिस को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अद्ल करो यानि इंसाफ करो, इंसाफ करने में कठिनाइयां तो महसूस होती हैं लेकिन इसके दूरगामी परिणाम बहुत ही अच्छे होते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों पर एहसान करो और उसको भूल जाओ। इसी पर एक कहावत बहुत मशहूर है कि `नेकी कर दरिया में डाल´ यानि आप किसी के साथ नेकी कर रहे हैं, अच्छा सलूक कर रहे हैं तो करते जांए लेकिन इस नियत से नहीं कि इसका पुण्य हमें उसी नेकी करने वाले से मिले, बल्कि नियत यह रहनी चाहिए कि जिसके साथ नेकी की जा रही है उसका अज्र या पुण्य वह न देकर ऊपर वाला दे तो वह ज्यादा अच्छा रहता है।

 श्री हमीदुल हसन ने कहा कि लोगों के साथ रहम व मोहब्बत से पेश आना चाहिए। रहम व मोहब्बत एक ऐसी चीज है जो तमाम दुश्मनियों व बुराइयों से नजात दिलाने वाली है और इंसान अपनी जिन्दगी खुशगवार बसर कर सकता है। जो लोग गलत काम करते हैं उनकी आदतें नसरों तक फैलती चली जाती हैं यह बहुत बड़ा जुल्म है।

 मौलाना हमीदुल हसन ने कहा कि नेकी व बदी दो चीजें इंसान की जिन्दगी में बहुत बड़ी है। नेकी इंसान को अच्छाई की तरफ ले जाती है और बदी इंसान को बुराई की तरफ ले जाता है। नेकियां इंसान करता जायेगा। बदी अपने आप कमजोर पड़ती चली जायेगी और नेकियां करके इंसान महान बनता है।

 मजलिस में मौलाना ने जब कर्बला के शहीदों व इमाम हुसैन व उनकी बहन जै़नब के मज़ालिम का तजकिरा किया तो लोगों की आंखें नम हो गईं और उनकी याद में रोने लगे।

 मजलिस शुरू होने से पहले महमूदाबाद से आये सोज खान इरफान हुसैन ने बड़े अच्छे अन्दाज से सोजखानी की, सलाम जनाब ए आब्दी व हमीद हुसैन जाफरी ने पढ़ा, नोहा मिर्जा मुख्तार ने पढ़ा।

 यह मजलिस मरहूम हाजी सैय्यद गजनफर हुसैन रिजवी व मरहूमा नासिरा बेगम की ईसाले सवाब में की गई थी।

 मजलिस में डॉ0 सैय्यद जाफर हुसैन रिज़वी, काजिम हुसैन - पत्रकार, एखलाक हुसैन, पत्रकार, नजमुल हसन, ठेकेदार, जहीरुल हसन, रजा हैदर रिज़वी, दाऊद रज़ा, वाजिद हुसैन जै़दी, मसूद जै़दी, शारु, जिम्मी, जायरा, अदीबा, जोया, आसफ, जहरा, फिरदौस, शब्बी, जीनत, ताज बेगम, तोमर साहब सहित सभी मजहबों एवं मिल्लत के लोग शामिल थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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दिन भर की सुर्खिया

Posted on 15 February 2010 by admin

13
शहीद स्मारक पर जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक सदस्यों का धरना प्रदर्शन
22
शहीद स्मारक पर अखिल भारतीय जन स्वस्थ रक्षक संगठन के सदस्यों ने मांगो को लेकर दिया धरना
32
शहीद स्मारक पर ग्राम रोजगार सेवक संगठन के सदस्यों का धरना प्रदर्शन
42
शहीद स्मारक पर इंडियन जस्टिस पार्टी का धरना प्रदर्शन
6
शहीद स्मारक पर रेपुब्लीक पार्टी इंडिया का धरना प्रदर्शन
6
कलेक्ट्रेट पर अखिल भारती जनवादी महिला समिति का धरना प्रदर्शन
71
नाका चौराहा पर मंहगाई के विरोध में पुतला जलाते लोग
81
नाका चौराहा पर सेना की गाड़ी ने मारी टक्कर
9
नाका चौराहा पर लगा जाम
101
जनहित पब्लिक स्कूल के सालाना उत्सव में कार्यक्रम पेस करते बच्चे
112
प्रथम प्रदेस कला प्रदर्शनी में प्रेस वार्ता करती Dr. Poornima Singh

 

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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पुरुष ऐसी महिलाओं को पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें..

Posted on 15 February 2010 by admin

लड़के भले ही साइज जीरो मॉडलों को घंटों निहारते रहें, लेकिन जहां पत्नी की बात आए, वहां उन्हें विचारवान और मृदु व्यवहार वाली लड़की की ही याद आती है।
एक नए शोध ने एक बार फिर इस बात को प्रमाणित कर दिया है कि पुरुष ऐसी महिलाओं को पत्नी के तौर पर पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें और जो उनके अभिभावकों के साथ अच्छे से निभा सके।
डेली मेल ने शोधकर्ता वेबसाइट यूकेडेटिंग डॉट कॉम के स्टीफन रोल्ट के हवाले से कहा साइज जीरो मॉडल एक मिथक है। वास्तविकता यह है कि पुरुष ऐसी लड़की को पसंद करते हैं, जिस पर वे विश्वास कर सकें। उन्होंने कहा एक पुरुष आज भी यह चाहता है कि जब जीवनसाथी चुनने की बात आए तो मम्मी की रजामंदी मिल जाए।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि महिलाएं ऐसे पुरुषों से दूर रहना पसंद करती हैं, जो शराबी, स्वार्थी और हिंसक व्यवहार वाले हों। रिपोर्ट के अनुसार पुरुष अश्लील और अविश्वसनीय व्यवहार वाली महिलाओं से दूर भागते हैं।

Vikas Sharma
bundelkhandlive.com
E-mail :editor@bundelkhandlive.com
Ph-09415060119

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सोनिया गांधी का प्यार पहली नजर का प्यार था।

Posted on 15 February 2010 by admin

{सोनिया गांधी लाभ के किसी पद पर आसीन नहीं, और यही उनका अपने प्यार के प्रति सबसे बड़ा प्रतिदान है}19sonia1-1_1250695810_m
जब पहली बार सोनिया ने एक हैंडसम इंजीनियरिंग स्टूडेंट को देखा तो वह मंत्रमुग्ध रह गईं। दोनों की नजरें मिलीं, और दिल धड़क उठे। बाद में सोनिया ने अपने परिवार वालों को पत्र में लिखा- मैं एक भारतीय लड़के से प्यार करती हूं।
प्यार किस्मत बदल देता है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संदर्भ में यही कहा जा सकता है। भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाती राजीव से उनकी मोहब्बत ने उन्हें सात समुंदर पार, एक अनजान देश में पहुंचाया। यहां एक बार पहुंची तो यहीं की होकर रह गईं।
राजीव गांधी से सोनिया का प्यार पहली नजर का प्यार था। वेनेटो, इटली में जन्मी सोनिया से राजीव गांधी की मुलाकात कैंब्रिज में हुई। सोनिया यहां अंग्रेजी भाषा की पढ़ाई करने गई थीं, और राजीव ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ रहे थे। वहीं के एक ग्रीक रेस्त्रं में सोनिया ने राजीव को पहली बार देखा था।
सोनिया एक साधारण परिवार की लड़की थीं, और उन दिनों पढ़ने के साथ-साथ कैंब्रिज में पार्टटाइम काम भी कर लेती थीं। जब राजीव से वह पहली बार मिलीं, तब वह उस रेस्त्रां में काम करती थीं। जब पहली बार सोनिया ने एक हैंडसम इंजीनियरिंग स्टूडेंट को देखा तो वह मंत्रमुग्ध रह गईं। दोनों की नजरें मिलीं, और दोनों के दिल धड़क उठे। बाद में सोनिया ने अपने परिवार वालों को पत्र में लिखा- मैं एक भारतीय लड़के से प्यार करती हूं। वह एक स्पोर्ट्समैन है। नीली आंखों वाले ऐसे ही राजकुमार का मैं हमेशा से सपना देखती थी। इसके बावजूद सोनिया ने अपने दिल का हाल राजीव पर जाहिर होने नहीं दिया।
उधर राजीव भी सोनिया पर मर मिटे थे। प्यार का इजहार करने में उन्हें भी वक्त लगा। पर एक बार इजहार किया तो सात फेरों पर ही बात खत्म की। तब तक सोनिया को मालूम चल चुका था कि राजीव भारत के इतने बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं।
राजीव और सोनिया की मुलाकात 1965 में हुई थी और दोनों ने तीन साल बाद यानी 1968 में विवाह किया। इसके बाद सोनिया भारत की ही होकर रह गईं। 1970 में उन्होंने राहुल को, और 1972 में प्रियंका को जन्म दिया। हालांकि राजीव गांधी राजनीति में उतरे, और मां एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री भी बने, पर सोनिया राजनीति से दूर रहीं।
1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद सोनिया गांधी ने देश की राजनीति में उतरने का फैसला किया। यह उनके प्यार का प्रतिदान था। पति राजीव जिस देश से प्यार करते थे, उसके हित के बारे में सोचते थे, उसी देश की सेवा के लिए सोनिया गांधी ने यह फैसला किया। अपने प्यार के प्यार को अंगीकार करना ही तो प्यार में सबसे बड़ा समर्पण है।
 

Vikas Sharma
bundelkhandlive.com
E-mail :editor@bundelkhandlive.com
Ph-09415060119

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वेलेन्टाइन डे पर बजरंगी और संडे पड़े भारी

Posted on 15 February 2010 by admin

दुनिया भर में भले ही वेलेन्टाइन डे धूमधाम से मनाया गया हो पर हल्द्वानी में बजरंग दल कार्यकर्ताओं और शिव सैनिकों के डर से प्रेमी जोड़े खुलेआम किसी भी स्पॉट पर नजर नहीं आए। रही, सही कसर संडे ने पूरी कर दी।

रविवार को प्रेमी जोड़ों को मोहब्बत का इजहार करने के लिए पर्दे के पीछे ही रहना पड़ा।

इस दौरान स्कूल कॉलेज बंद रहने से भी सुनसानी छाई रही। दिन भर केवल शिव सैनिक और बजरंग दल कार्यकर्ता ही शहर की सड़कों पर नजर आए। इस दौरान उन्होंने गौला बैराज से लेकर शहर की तमाम गिफ्ट शॉप्स और साइबर कैफे की निगरानी की। इस दौरान उन्होंने वेलेन्टाइन का पुतला भी फूंका। हत्थे तो उनके कोई जोड़ा नहीं लग पाया पर उनके कारण दिनभर शहर में जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही। जिससे आने जाने वालो को भी दिक्कत हुई।

वेलेन्टाइन डे के दिन स्कूल कॉलेज बन्द रहने के कारण शरारती तत्वों को भी युवतियों पर फब्तियां कसने का मौका नहीं मिल पाया। फूलों के कारोबारियों को नुकसान बजरंग दल कार्यकताओं और शिव सैनिकों के खौफ के चलते मंगल पड़ाव में लगने वाले फूलों के बाजार में दिनभर पुलिस का पहरा लगा रहा।

बजरंगियों के डर से पर्याप्त ग्राहक न आने से फूलों की खरीददारी भी अपेक्षा से कम ही हुई।

“कुसुम भट्ट”

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