Archive | February 18th, 2010

दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही

Posted on 18 February 2010 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत दिनों सुल्तानपुर में पुलिस द्वारा महिला की पिटाई, इलाहाबाद में पुलिस अभिरक्षा में अभियुक्त की मृत्यु, वाराणसी की जहरीली शराब घटना और कानपुर के नीलम शुक्ला प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए तथा कड़े कदम उठाते हुए दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही की है। उग्र प्रदर्शन करने, तोड़-फोड़, मार-पीट एवं अन्य अवैधानिक गतिविधियों में लिप्त पाये जाने पर सम्बंधित लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री श्री दिग्विजय सिंह के बरेली भ्रमण के दौरान जिला प्रशासन द्वारा दरगाह मैनेजमेंट कमेटी से समन्वय कर भीड़ को सूझबूझ के साथ नियन्त्रित करते हुए समस्त कार्यक्रम शान्तिपूर्वक सम्पन्न कराये गये, जिसके फलस्वरुप इन महानुभावों के कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की शान्ति व्यवस्था की कोई समस्या नहीं आयी। सभी कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित व मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमन्त्री श्री दिग्विजय सिंह ने बरेली में प्रेस कांफ्रेस में स्थानीय पुलिस/प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की और न ही किसी भी प्रकार की प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की किसी कमी के बारे में उनके द्वारा स्थानीय अधिकारियों का ध्यान आकषिZत किया गया।

यह जानकारी एक सरकारी प्रवक्ता ने आज यहॉ दी। उन्होने कहा कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने कानून द्वारा कानून का राज स्थापित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। मुख्यमन्त्री इस सम्बंध में हमेशा से सख्त रहीं है। कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और न ही किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार है। जो भी व्यक्ति कानून तोड़ेगा या कानून अपने हाथ में लेगा, उसके साथ सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश मुख्यमन्त्री ने दिये हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी घटना के घटित होने पर उसका तुरन्त संज्ञान लेकर प्रभावी कार्यवाही करने के भी मुख्यमन्त्री ने कड़े निर्देश दिये हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमन्त्री जी के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी पुलिस या प्रशासनिक अधिकारी द्वारा की गई गलत कार्यवाही को कभी भी उचित ठहरानें का कोई प्रयास न किया जाय तथा गलत कार्यवाही करनेे के दोषी अधिकारियों/कर्मियों के विरुद्ध तुरन्त प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमन्त्री द्वारा पुलिस अधिकारियों/कर्मियों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे कानून के दायरे में रहकर अपने दायित्वों का निर्वहन करे। उन्होंने कहा कि जैसी वर्तमान सरकार द्वारा फौरी तौर पर कार्यवाही करने की व्यवस्था की गई है, वैसी त्वरित कार्यवाही पहले कभी नहीं हुई है।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने जनपद सुल्तानपुर के थाना मुसाफिरखाना में तैनात प्रभारी निरीक्षक कैलाश नाथ द्विवेदी द्वारा एक हत्या काण्ड में लिप्त आरोपी महिला श्रीमती संगीता को मारनें, पीटने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी को सेवा से बखाZस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि कल 17 फरवरी को थाना मुसाफिरखाना में श्री दीपक कुमार उर्फ दीपू पुत्र श्री गिरधारी की हत्या के सम्बन्ध में एक मुकदमा अपराध संख्या 201/2010 अन्तर्गत धारा 302 आई0पी0सी0 बनाम मृतक की पत्नी श्रीमती संगीता पुत्री जोखू निवासी-बिकना थाना धम्मौर जनपद सुल्तानपुर के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। इसके अन्तर्गत थाना प्रभारी निरीक्षक कैलाश नाथ द्विवेदी द्वारा नामजद अभियुक्ता श्रीमती संगीता को गिरतार कर थाने पर लाया गया, जिसने पूछताछ के दौरान अपने पति की साड़ी से गला दबाकर हत्या करना स्वीकार किया।

सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि घूरपुर इलाहाबाद में पुलिस अभिरक्षा में आरोपी की मृत्यु होने पर घटना के लिए जिम्मेदार थानाध्यक्ष घूरपुर श्री विनोद कुमार दुबे तथा आरक्षी हरिप्रकाश राय तथा अनिल कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सेवा से बखाZस्त कर दिया गया है। उन्होने कहा कि इस घटना में उदासीनता बरतनें के कारण गत 15 फरवरी को थानाध्यक्ष घूरपुर विनोद कुमार दुबे तथा आठ अन्य पुलिसकर्मी क्रमश: उपनिरीक्षक विवेकानन्द तिवारी, आरक्षीगण अनिल सिंह, सुरेन्द्र दुबे, हरि प्रकाश राय, देवेन्द्र सिंह, हरेन्द्र नाथ सिंह, शैलेन्द्र बहादुर सिंह तथा अशोक कुमार यादव को निलिम्बत कर दिया गया था। अब विनोद कुमार दुबे प्रभारी निरीक्षक, आरक्षीगण हरि प्रकाश राय तथा अनिल कुमार सिंह को बखाZस्त कर दिया गया है। इस घटना की जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी गई है।

सरकारी प्रवक्ता ने यह भी बताया कि गत 14 फरवरी 2010 को जनपद इलाहाबाद के थाना घूरपुर क्षेत्र में गोहनिया स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान पर कुछ युवकों ने पुलिस पार्टी पर फायर करते हुए भागने का प्रयास किया। इस दौरान आरक्षी कमलेश पाण्डे को गोली लग गई थी। मौके पर पुलिस द्वारा घेराबन्दी करके 4 अभियुक्ता- संजय निषाद पुत्र राम अभिलाष, मुकेश निषाद पुत्र दुखी लाल, देवानन्द गोस्वामी पुत्र लल्लू तथा अशोक कुमार निषाद पुत्र किशोरी लाल को 4 तमंचा तथा भारी मात्रा में कारतूस के साथ गिरतार किया गया था एक बदमाश महेश निषाद भागने में सफल रहा।

इस घटना के बारे में थाना घूरपुर पर मुकदमा अपराध संख्या 26/10, धारा-307 आई0पी0सी0 तथा मुकदमा अपराध संख्या 27,28,29 एवं 30/2010 के अन्तर्गत धारा 25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत किया गया। पकड़े गये चारों अभियुक्तों में से 15 फरवरी 2010 को 2 अभियुक्त अशोक कुमार निषाद पुत्र किशोरी लाल तथा संजय निषाद पुत्र राम अभिलाष की पुलिस अभिरक्षा में मृत्यु हो गई थी। वादी जितेन्द्र कुमार निषाद पुत्र घुस्सू लाल निषाद द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली इलाहाबाद में मुकदमा अपराध संख्या- निल/2010 धारा 302,323, 506 आई0पी0सी0 थानाध्यक्ष घूरपुर विनोद कुमार दुबे एवं ड्यूटी पर मौजूद सभी उपनिरीक्षक एवं पुलिसकर्मी के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि 17 फरवरी को वाराणसी में जहरीली शराब पीने से कुछ लोगों की मृत्यु की घटना को गम्भीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने घटना की मजिस्टीरियल जांच के आदेश दिये है। यह जांच एडीएम सदर वाराणसी द्वारा की जायेगी। इसके साथ ही जहरीली शराब के कारोबार के सम्बंध में लापरवाही और उदासीनता बरतनें तथा प्रभावी कार्यवाही न करने के आरोप में प्रभारी चौकी लालपुर थाना कैण्ट उपनिरीक्षक राम नारायण एवं आरक्षी अनिल कुमार पाण्डे व कृपाशंकर राय को तत्काल प्रभाव से निलिम्बत कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों के अलावा आबकारी विभाग के निरीक्षक राजेश सिंह, प्रधान आबकारी सिपाही देव प्रकाश सिंह तथा 2 आबकारी सिपाही शिवप्रकाश राणा और शशिकान्त सिंह को भी निलिम्बत कर दिया गया है। इसके अलावा जिला आबकारी अधिकारी वाराणसी सुनील कुमार मिश्रा के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरु कर दी गई है।

ज्ञातव्य है कि गत 17 फरवरी 2010 को थाना कैण्ट क्षेत्र में 80 वषीZय कमला देवी की बीमारी से मृत्यु हो गई थी। इनके दाह संस्कार करने के उपरान्त लोगों ने भोजन किया तथा शराब पी, जिसके बाद से कुछ लोगों की हालत बिगडने लगी। इनमे से 3 लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई तथा 15 लोग बीमार हो गये। इन बीमार लोगों को अस्पताल ले जाया गया, इनमें से इलाज के दौरान 3 लोगों की अस्पताल में मृत्यु हो गई। इस घटना के सम्बन्ध में थाना कैंट जनपद वाराणसी पर मुकदमा संख्या- 83/2010 धारा 328/272/304/120बी आई0पी0सी0 बनाम 6 अभियुक्तों के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। इनमें से दो अभियुक्त राजकुमार तथा अम्बो देवी को गिरतार कर लिया गया था।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने कानपुर नगर के थाना कल्याणपुर में नीलम शुक्ला द्वारा की गई आत्महत्या को गम्भीरता से लेते हुए इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौंप दी है।

उल्लेखनीय है कि 19 दिसम्बर, 2009 को वादी श्री नन्द किशोर शुक्ला द्वारा थाना कल्याणपुर पर सूचना दी गई कि उनकी पुत्री कु0 नीलम, उम्र लगभग 17 वर्ष को रामू कठेरिया, इरशाद तथा सचिन गुप्ता मारुति वैन से आकर बहला-फुसलाकर दिनांक 18 दिसम्बर, 2009 को सायंकाल  20.00 बजे मारुति वैन में बैठाकर ले गये हैं। इस सम्बन्ध में थाना कल्याणपुर, जनपद कानपुर में मुकदमा अपराध संख्या-1680/09 धारा 363/366 आई0पी0सी0 बनाम उपरोक्त तीन अभियुक्त पंजीकृत किया गया। अभियोग पंजीकृत होने के उपरान्त कु0 नीलम के परिजनों द्वारा थाने को सूचित किया गया कि इसी दिन सायं उनकी पुत्री कु0 नीलम वापस आ गई है और बेहोशी की हालत में है, जिसे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, कल्याणपुर और बाद में उर्सला अस्पताल, कानपुर में चिकित्सकीय परीक्षण हेतु ले जाया गया। चिकित्सकीय परीक्षण में कु0नीलम के शरीर एवं गुप्तांग पर कोई चोट नहीं पाई गई तथा बलात्कार की भी पुष्टि नहीं हुई।

अपर नगर मजिस्ट्रेट, कानपुर नगर श्री सुरेन्द्र कुमार शर्मा तथा क्षेत्राधिकारी नजीराबाद श्रीमती निहारिका शर्मा द्वारा कु0 नीलम से विस्तृत रूप से अकेले में पूछताछ की गई जिसमें कु0 नीलम द्वारा अपने साथ ज़ोर-जबरदस्ती से इनकार किया गया। 23 दिसम्बर, 2009 को नीलम का न्यायालय में धारा-164 सी0आर0पी0सी0 का बयान दर्ज किया गया, जिसमें  नीलम द्वारा उसके साथ दवा पिलाना तथा बेहोशी की हालत में गलत काम करना बताया गया। धारा-164 के बयान के आधार पर अभियोग में धारा-376 एवं 328 आई0पी0सी0 की बढ़ोत्तरी की गई और दिनांक 24 दिसम्बर, 2009 को नामजद अभियुक्तों में से रामू कठेरिया तथा इरशाद को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा गया। परिजनों के अनुरोध पर नीलम के चिकित्सकीय परीक्षण हेतु मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया। 7 जनवरी, 2010 को मेडिकल बोर्ड ने परीक्षण कर पूर्व मेडिकल रिपोर्ट का समर्थन किया।

कु0 नीलम के पिता श्री नन्द किशोर शुक्ला द्वारा 30 जनवरी, 2010 को नीलम द्वारा मिट्टी का तेल डालकर आत्महत्या किये जाने की सूचना चौकी रावतपुर को दी गई। पुलिस के मौके पर पहुंचने तक कु0 नीलम की मृत्यु हो गई। उसके पिता ने आत्महत्या का कोई तात्कालिक कारण होना नहीं बताया। केवल यह बताया कि कु0 नीलम अपने पिता से घर छोड़कर अन्यत्र रहने के लिए कहती थी तथा यह भी कहती थी कि अभियुक्तगण दबंग हैं, जेल से छूटने के बाद उसके पिता को तथा उसके भाई को मार सकते हैं। लेकिन इस बारे में कु0 नीलम के पिता ने कु0 नीलम की आत्महत्या से पहले स्थानीय पुलिस को या पुलिस के अधिकारियों को कभी कुछ नहीं बताया। कु0 नीलम द्वारा आत्महत्या कर लेने के बाद अभियोग में धारा-306 आई0पी0सी0 की बढ़ोत्तरी की गई।

अभियुक्तगण रामू कठेरिया तथा इरशाद गिरफ्तारी के बाद से लगातार जेल में हैं। अभियुक्त सचिन गुप्ता की गिरफ्तारी काफी प्रयास के बाद भी अभी तक नहीं हो सकी है। इसके विरुद्ध न्यायालय से धारा-82/83 सी0आर0पी0सी0 का आदेश न्यायालय से प्राप्त कर विधिवत् कुकीZ की कार्यवाही की जा चुकी है। सचिन गुप्ता की गिरफ्तारी के लिए 09 फरवरी, 2010 को पॉच हजार रुपये का नगद पुरस्कार भी घोषित किया गया है। अभियोग की विवेचना 12 फरवरी, 2010 को सी0बी0 सी0आई0डी0 को सौंपी जा चुकी है। इस मामले में पुलिस द्वारा तत्परता से पूरी कार्यवाही की गई है।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित, तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मन्त्री श्री दिग्विजय सिंह के बरेली भ्रमण के दौरान इन्हें राज्य सरकार द्वारा राज्य अतिथि भी घोषित किया गया था। इसके साथ ही दिल्ली की मुख्य मन्त्री को अनुमन्य ज़ेड श्रेणी की सुरक्षा तथा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य मन्त्री, को अनुमन्य जे़ड स्पेशल श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराने के भी निर्देश निर्गत किये गये थे।

प्रवक्ता ने बताया कि जिला प्रशासन बरेली द्वारा राज्य सरकार द्वारा निर्गत निर्देशों के क्रम में दोनों ही महानुभावों को निर्धारित मानक के अनुरूप पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करायी गई थी। उनके निर्धारित कार्यक्रम के अनुरूप रूट ड्यूटी तथा गन्तव्य स्थल आला हजरत दरगाह पर भी आवश्यक सुरक्षा प्रबन्ध किये गये थे। इन दोनों महानुभावों का आला हजरत दरगाह में चादर चढ़ाने का कार्यक्रम था। उन दिनों दरगाह में तीन दिवस का उर्स का कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें लाखों की भीड़ होती है। जिस दिन इन दोनों महानुभावों का दरगाह पर भ्रमण कार्यक्रम था, वह उर्स का आखिरी दिन था और उस दिन दरगाह पर सर्वाधिक भीड़ थी। दरगाह तक आने-जाने का एक ही पैदल संकरा मार्ग है और उसका नियन्त्रण दरगाह कमेटी द्वारा किया जाता है। दोनों ही महानुभावों को लगभग 50-60 मीटर पैदल चलना पड़ा। जिला प्रशासन द्वारा सूझबूझ के साथ भीड़ को नियन्त्रित करते हुए समुचित व्यवस्था करके दोनों ही महानुभावगण को उनके समस्त सहयोगियों के साथ दरगाह पर चादर चढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित करायी गई।

मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित द्वारा इच्छा व्यक्त करने पर दरगाह के सज्जादा नशीन श्री सुब्हान रजा खॉ उर्फ सुभानी मियॉ से उनके आवास पर श्रीमती दीक्षित की भेंट भी करायी गई, जहॉ पर वह करीब 15-20 मिनट तक रहीं। श्रीमती दीक्षित सज्जादा नशीन श्री सुब्हान रजा खॉ उर्फ सुभानी मियॉ से उनके आवास पर मिलने स्वयं अपनी इच्छा से गईं थीं। दरगाह के प्रति श्रद्धा व सम्मान के कारण श्री दिग्विजय सिंह चादर लेकर दरगाह के रास्ते नंगे पैर पैदल चल रहे थे, जिससे उनके पैर की एड़ी थोड़ी छिल गई थी। चादरपोशी के उपरान्त लीट के पास पहुंचकर जब इस बारे में उनके द्वारा बताया गया तो लीट में चल रही एम्बुलेंस के चिकित्सक द्वारा उनका उपचार किया गया।

सभी कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद दोनों ही महानुभावों द्वारा पे्रस कान्फे्रंस भी की गई। पे्रस कान्फे्रंस में स्थानीय पुलिस/प्रशासन द्वारा की गई सुरक्षा व्यवस्था के सम्बंध में कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की गई और न ही किसी प्रकार की प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था की किसी कमी के बारे में उनके द्वारा स्थानीय अधिकारियों का ध्यान आकषिZत किया गया। जिला प्रशासन द्वारा दरगाह मैनेजमेन्ट कमेटी से समन्वय करके तथा भीड़ को सूझबूझ के साथ नियन्त्रित करते हुए इन महानुभावों के समस्त कार्यक्रम शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये गय तथा कार्यक्रम में किसी प्रकार की शान्ति-व्यवस्था की समस्या नहीं हुई।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी द्वारा विभिन्न मांगों को लेकर लखनऊ में निर्धारित धरना स्थल पर दिनांक 16 फरवरी 2010 धरना प्रदर्शन कार्यक्रम की सूचना लखनऊ जिला प्रशासन को दी गई थी। कार्यक्रम के दौरान श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा अपने उद्बोधन में दोपहर करीब 02.00 बजे यह कहा गया कि मुख्य मन्त्री जी से 11 व्यक्तियों के प्रतिनिधि मण्डल के साथ मिलने का समय मांगा गया था, किन्तु उनके (मुख्यमन्त्री) द्वारा समय नहीं दिया गया, इसलिए वह स्वयं उनसे मिलने उनके आवास पर जा रही हैं।

श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी द्वारा धरना स्थल पर उपस्थित लोगों का भी आह्वान किया गया कि वे लोग उनके पीछे-पीछे आ जायें। उनके इस आह्वान पर धरना स्थल की भीड़ श्रीमती जोशी के नेतृत्व में मुख्य मन्त्री आवास के लिए चल पड़ी, जिसे मौके पर उपस्थित पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बैरियर लगाकर रोका गया एवं उनसे वहीं पर ज्ञापन देने का अनुरोध किया गया। किन्तु इसकी अनसुनी कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बैरियर गिरा दिया गया और पुलिस से धक्का-मुक्की व पथराव करते हुए कांग्रेस कार्यकर्ता आगे बढ़ गये, इन्हें रोकने का हर सम्भव प्रयास किया गया। फायर बिग्रेड की गाड़ी से पानी की बौछार भी की गई किन्तु कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं रुके। इसके विपरीत प्रदर्शनकारी पुलिस को धक्का देते हुए और पुलिस वदीZ के स्टार व बिल्ले नोंचते हुए आगे बढ़ने लगे जिसे हल्का बल प्रयोग कर रोका गया।

परिवहन मुख्यालय के पास दोपहर 02.20 बजे डा0 रीता बहुगुणा जोशी सहित 132 कार्यकर्ताओं को धारा-151 सी0आर0पी0सी0 में गिरफ्तार कर पुलिस लाइन्स, लखनऊ भेजा गया। जहां से नगर मजिस्ट्रेट, लखनऊ द्वारा उन्हें निजी मुचलके पर रिहा कर दिया गया। इन गिरफ्तार कार्यकर्ताओं में सुश्री प्रभा ठाकुर, सांसद राज्यसभा भी सम्मिलित थीं। इस घटनाक्रम के उपरान्त श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ अपने वाहनों से विधान भवन के सामने पहुंच कर सड़क पर धरने पर बैठ गईं। वहां उपस्थित पुलिस अधिकारियों व मजिस्ट्रेट द्वारा यह अवगत कराया गया कि विधान भवन परिसर व आसपास के क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आन्दोलनात्मक गतिविधियां प्रतिबन्धित हैं। इस कार्यक्रम हेतु उन्होंने कोई अनुमति भी नहीं प्राप्त की है, अत: वह अपना धरना समाप्त कर दें। बार-बार समझाने व अनुरोध करने पर भी प्रदर्शनकारी नहीं माने और पुलिस बल के साथ अभद्र एवं आक्रामक व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की करने लगे। काफी समझाने-बुझाने के बाद भी जब इन लोगों ने कार्यक्रम समाप्त नहीं किया तो आवश्यक बल प्रयोग कर विधान भवन के सामने से इन्हें हटाया गया और इनकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किये गये। पुन: यह लोग वापस आकर सड़क पर बैठ गये।
डा0 रीता बहुगुणा जोशी सहित 86 कार्यकर्ताओं को विधान भवन के सामने से गिरतार कर पुलिस लाइन्स, लखनऊ ले जाया गया और बाद में सभी को मजिस्ट्रेट द्वारा रिहा कर दिया गया। गिरतार व्यक्तियों में दो सांसद तथा नौ विधायक भी थे। इसके अतिरिक्त माल एवेन्यू स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से निकल कर कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता लोकायुक्त कार्यालय के निकट श्री जे0डी0 सीलम, सांसद राज्यसभा के नेतृत्व में पहुंचकर सड़क पर एकत्र होकर नारे लगाने लगे। इस स्थल पर भी सांसद सहित 24 कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर पुलिस लाइन्स लखनऊ ले जाया गया और बाद में सभी को रिहा कर दिया गया।

प्रदर्शनकारियों द्वारा शहीद स्मारक पर की गई तोड़-फोड़, सड़क अवरुद्ध करने, पुलिसकर्मियों के की वदीZ नोंचने व पत्थर फेंकने आदि की घटना के सम्बन्ध में थाना वजीरगंज में मुकदमा अपराध संख्या-85/10 अन्तर्गत धारा-147/332/353/ 341/ 188/336 आईपीसी का अभियोग श्रीमती मीरा सिंह, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ, श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, श्री राज बहादुर सिंह तथा लगभग 500 अन्य कार्यकर्ता, नाम पता अज्ञात पंजीकृत किया गया है, जिसकी विवेचना प्रचलित है। इन घटनाक्रम के तथ्यों से यह स्पष्ट है कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नेतृत्व में जब धरना प्रदर्शन उग्र हो गया और इनके द्वारा कानून अपने हाथ में लेने की कोशिश की गई तो ऐसी दशा में स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा अपरिहार्य परिस्थितियों में अत्यधिक संयम एवं धैर्य से कार्यवाही करते हुए शान्ति व्यवस्था बनाये रखने हेतु न्यूनतम एवं आवश्यक बल प्रयोग किया गया है।

सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने शादी-ब्याह में फायरिंग की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े निर्देश दियें है। इन निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए अधिकारियों से कहा गया हैं। उन्होने बताया कि जो लोग शादी-ब्याह में फायरिंग करते पाये जायेंगे। उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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श्री रिपुदमन सिंह वालिया के निधन पर गहरा शोक

Posted on 18 February 2010 by admin

उत्तर प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने “दैनिक आज´´ समाचार पत्र के लखनऊ संस्करण के प्रबन्धक एवं स्थानीय सम्पादक श्री रिपुदमन सिंह वालिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।

एक शोक सन्देश में मुख्यमन्त्री ने कहा कि श्री वालिया लगभग दो दशक से दैनिक आज से जुड़े रहे। उन्होंने हमेशा पत्रकारिता के स्वस्थ्य मानदण्डों को प्रोत्साहित किया। उनकेे निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है तथा उनके तमाम शुभचिन्तकों एवं प्रशंसकों को गहरा आघात लगा है। उल्लेखनीय है कि स्व0 वालिया लम्बे समय से बीमार चल रहे थे और आज उनका राजधानी के एक अस्पताल में निधन हो गया।

मुख्यमन्त्री ने शोक सन्तप्त परिवारजनों के प्रति अपनी गहरी सहानुभूमि एवं संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना की है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष डॉ0 रीता बहुगुणा जोशी ने गहरा शोक व्यक्त किया है।प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष ने अपने शोक सन्देश में कहा है कि स्व0 वालिया ने लोकतान्त्रिक मूल्यों और आदशोZं के अनुरूप पत्रकारिता जगत में अपना महत्वपूर्ण योगदान किया है। श्री वालिया के निधन पर प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता श्री सुबोध श्रीवास्तव, महामन्त्री श्री प्रदीप श्रीवास्तव, प्रवक्ता श्री द्विजेन्द्र त्रिपाठी, श्री वीरेन्द्र मदान, मीडिया सचिव श्री विजय सक्सेना, श्रीमती सुषमा सिंह, श्री प्रमोद सिंह, श्री वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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जहरीली शराब और मिलावटी दवाओं का धंधा तेजी से पनप रहा है

Posted on 18 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा उत्तर प्रदेश में लूट वसूली की सरकार के चलते जहरीली शराब और मिलावटी दवाओं का धंधा तेजी से पनप रहा है। जबसे यह सरकार बनी है, प्रदेश में सैकड़ों जाने चली गई है। वाराणसी में जहरीली शराब से (17.02.2010 तक) 17 लोगों की मौतें हो चुकी हैं। दो दर्जन लोग इस शराब को पीने से बीमार पड़े हैं। नेता विरोधी दल श्री शिवपाल सिंह यादव ने वाराणसी जाकर मृतक आश्रितों से भेंट कर सान्त्वना दी और मृतकेां के परिवारीजनों को 10-10 लाख रूपया तथा अन्य बीमारों को मुफ्त इलाज की सुविधा देने के साथ आबकारी अधिकारियों को दण्डित किए जाने की मॉग की । श्री यादव ने कहा कि आबकारी मन्त्री चूंकि अपने विभाग के कामकाज पर निगाह नहीं रख पा रहे है और जहरीली शराब का धंधा उनकी पार्टी बसपा के नेताओं के ही संरक्षण में चलता है, इसलिए उन्हें तत्काल इस्तीफा देना चाहिए अन्यथा राज्यपाल को उन्हें बखाZस्त कर देना चाहिए।

समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने जहरीली शराब काण्ड की जॉच के लिए प्रदेश महासचिव एवं विधायक श्री ओमप्रकाश सिंह, पूर्व मन्त्री श्री शतरूद्र प्रकाश, सांसद श्री रामकिशुन यादव तथा श्री सुरेन्द्र पटेल एवं अब्दुल समद (दोनों विधायक) की समिति गठित की है। कमेटी 19 फरवरी, 2010 को मौके पर जाकर जॉच कर अपनी रिपोर्ट राज्य मुख्यालय को देगी।

यह सरकार मिलावटखोरों पर कोई नियन्त्रण नहीं कर रही है। पेय एवं खाद्य पदार्थो में मिलावट की तमाम शिकायतों के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। लोग बेमौत मर रहे हैं। सरकार को सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमीशन कमाने की चिन्ता है। उसे नागरिकों के स्वास्थ्य अथवा उनकी जिन्दगी की जरा भी चिन्ता नहीं है। मुख्यमन्त्री, जीवित लोगों की सुरक्षा से ज्यादा पत्थरों-पाकोZ पर धन खर्च करना पसन्द करती हैंं। ऐसी सरकार से जनकल्याण की आशा करना व्यर्थ है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
upnewslive.com

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समाजवादी पार्टी की संगठन की समीक्षा तथा ब्लाकवार यात्राओं के कार्यक्रम

Posted on 18 February 2010 by admin

समाजवादी पार्टी प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा केन्द्र और प्रदेश शासन की जन विरोधी नीतियों, भ्रष्टाचार, मंहगाई तथा बेरोजगारी के खिलाफ पार्टी के संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाने के लिये समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने विधान सभा स्तर पर कार्यकर्ताओं के सम्मेलन आयोजित करने के पूर्व जन जागरण साइकिल यात्राएं शुरू करने का निर्देश दिया है। साइकिल यात्राएं ब्लाक वार 8 मार्च से 15 मार्च,2010 तक चलेगी। जिले के सभी विकासखण्डों की साइकिल यात्राओं में शामिल यात्रियों का  16 मार्च,2010 को जिला मुख्यालय पर समापन कार्यक्रम आयोजित किया जायगा जिसमें साइकिल यात्री जत्थो में पहुंच कर सम्मिलित होगें।  महानगर क्षेत्रों से साइकिल यात्राएं 8 से 15 मार्च,2010 तक वार्डवार पूरी कर 16 मार्च को जिला मुख्यालय की सभा में सभी यात्री भागीदारी करेगेंं।

प्रदेश अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी की सभी 91 जिला तथा महानगर इकाईयों के संगठन की समीक्षा तथा ब्लाकवार यात्राओं के कार्यक्रम तैयार कराकर उनकी समीक्षा करते रहेने के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है जो 16 मार्च,2010 को जिला मुख्यालयों के आयोजनों का नेतृत्व भी करेगें। प्रमुख पर्यवेक्षको की सूची इस प्रकार है:-

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव (जालौन), राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता श्री मोहन सिंह (गोरखपुर), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री बृजभूषण तिवारी (लखनऊ), राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री रशीद मसूद (मुजफ्फरनगर), राष्ट्रीय महासचिव श्री रविप्रकाश वर्मा (शाहजहॉपुर), राष्ट्रीय महासचिव श्री राम आसरे कुशवाहा (उन्नाव), राष्ट्रीय महासचिव श्री विशम्भर प्रसाद निषाद (बरेली जिला), राष्ट्रीय महासचिव डा0 अशोक बाजपेयी (नगर बरेली), नेता विरोधी दल विधान सभा श्री शिवपाल सिंह यादव (मैनपुरी), प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव (एटा), नेता विरोधी विधान परिषद श्री अहमद हसन (फैजाबाद), प्रदेश महासचिव श्री ओमप्रकाश सिंह (सन्तकबीरनगर), विधायक डा0 वकार अहमद शाह (गोण्डा), पूर्व अध्यक्ष विधान सभा श्री माता प्रसाद पाण्डेय (रायबरेली), सॉसद कुंवर रेवती रमण सिंह (प्रतापगढ़), पूर्व मन्त्री श्री बलराम यादव (अम्बेडकरनगर) तथा पूर्व सभापति विधान परिषद चौ0 सुखराम सिंह (झॉसी) ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
मो0 9415508695
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कांग्रेस सरकार की जनता की समस्याओं से ध्यान हटाने की साजिश

Posted on 18 February 2010 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने महिला उत्पीड़न को लेकर प्रदेश कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन को महज राजनीतिक ड्रामेबाजी और केन्द्र की कांग्रेस सरकार की गलत नीतियों के कारण उपजी गम्भीर समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने की साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश आतंकवाद, मंहगाई, बेरोजगारी एवं केन्द्र सरकार के विभिन्न मन्त्रालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार से बुरी तरह से त्रस्त है। ऐसे समय में कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई द्वारा राज्य सरकार के विरूद्ध की जा रही यह नौटंकी जनता को निराश करने वाली है।

श्री मौर्य ने कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि अगर प्रदेश कांग्रेस के लोग जनता के सच्चे हितैशी बनना चाहते हैं, तो उन्हें देश में लगातार बढ़ रहे आतंकवाद तथा मंहगाई के साथ-साथ केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के हितों की निरन्तर की जा रही उपेक्षा पर अपनी आवाज बुलन्द करते हुए इनके विरूद्ध आन्दोलन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता अच्छी तरह से समझती है कि कांग्रेस पार्टी की नीतियां और विचारधारा हमेशा से गरीब, असहाय, दलित, पिछड़ों एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों को धोखा देने वाली रही हैं।

बी0एस0पी0 के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि देश की आजादी के 62 सालों के दौरान कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश में सबसे ज्यादा लगभग 38 वर्ष तक शासन किया। केन्द्र में भी अधिकांश समय कांग्रेस पार्टी ही सत्ता में रही और वर्तमान में भी उसकी पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार केन्द्र की सत्ता पर काबिज है। इसके बावजूद कांग्रेस पार्टी की सरकारें कभी भी जनता के हितों को लेकर गम्भीर नहीं रही। उन्होंने कहा कि केन्द्र की कांग्रेस नेतृत्व वाली यू0पी0ए0 सरकार की गलत एवं विध्वंसकारी नीतियों के कारण ही आज देश का हर नागरिक अपने को असुरक्षित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के ढीले और लचर रवैये के कारण ही आतंकवादी पूरे देश में कहीं भी और कभी भी, आतंकी घटनाओं को अंजाम देकर जान-माल को भारी क्षति पहुंचा रहे हैं। इसके बावजूद केन्द्र सरकार ने आतंकवादी घटनाओं को काबू में लाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये हैं। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े इतने महत्वपूर्ण मसले से कांग्रेस पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई का कोई लेना-देना नहीं है।

श्री मौर्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों एवं उसके मन्त्रियों के गैर-जिम्मेदाराना बयानों के कारण आज मंहगाई अपने चरम पर है। उन्होंने कहा कि गरीब की तो बात ही क्या, मध्यम वर्ग के लोगों को भी दो वक्त की रोटी जुटाने के लिए अथक प्रयास करने पड़ रहे हैं। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि प्रदेश कांग्रेस के नेताओं को केन्द्र सरकार की यह खामिया नज़र नहीं आ रही हैं। उन्होंने कहा कि आम जनता के हित में उचित तो यह होता कि प्रदेश के कांग्रेसी नेता केन्द्र की अपनी सरकार पर खाद्यान्नों की कीमतों को तत्काल घटाने के लिए दबाव बनाते। जनहित में मंहगाई के विरूद्ध ठोस कार्यवाही करने के बजाय प्रदेश कांग्रेस के नेता उन घटनाओं को लेकर अनावश्यक रूप से आन्दोलन चलाने का ड्रामा कर रहे हैं, जिसका आम जनता से कोई लेना-देना नहीं है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि राज्य की जनता अच्छी तरह जानती है कि मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती ने वर्तमान कार्यकाल में सत्ता में आते ही अपराधियों के विरूद्ध जोरदार अभियान चलाया। बी0एस0पी0 की प्रदेश सरकार देश की इकलौती सरकार है, जिसने कानून तोड़ने वाले अपने मन्त्रियों, विधायकों तथा सांसदों के विरूद्ध बेहिचक कार्यवाही करके उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेजा है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में कानून द्वारा कानून का राज कायम है। गुण्डे, माफिया और खूंखार अपराधी या तो जेल में हैं या फिर प्रदेश छोड़कर भाग गये हैं।

श्री मौर्य ने कहा कि कांंग्रेस पार्टी का चरित्र दोहरा है और उसके नेताओं की कथनी और करनी में भारी अन्तर है। यह बात इसी से उजागर हो जाती है कि जब प्रदेश में सपा की सरकार कांग्रेस पार्टी के खुले समर्थन से सत्ता में थी तब पूरे राज्य में अराजकता का माहौल था। महिलाओं, बच्चों, दलितों सहित समाज के गरीब और कमजोर लोगों के विरूद्ध शोषण का माहौल बना हुआ था। सरकारी संरक्षण में असामाजिक तत्व व गुण्डे प्रदेश की कानून व्यवस्था को धता बताकर मनमानी कर रहे थे। प्रदेश में चारों तरफ राजनैतिक हत्याओं का सिलसिला चल रहा था। उन्होंने कहा कि जनता आज भी सपा सरकार के समय के जघन्य निठारी हत्याकाण्ड, इलाहाबाद में करेली का मदरसा काण्ड, पुलिस भर्ती घोटाला, खाद्यान्न घोटाला आदि को नहीं भूल पायी है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता को सपा सरकार के कार्यकाल का निठारी काण्ड आज भी अच्छी तरह याद है। वह यह भी नहीं भूली है कि अत्यन्त संवेदनहीनता का परिचय देते हुए तत्कालीन सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मन्त्री, जो वर्तमान में विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष हैं, ने निठारी काण्ड को छोटी-मोटी घटना बताते हुए कहा था कि ऐसी घटनाएं तो होती ही रहती हैं। इसी तरह इलाहाबाद में करेली मदरसा काण्ड में भी तत्कालीन सपा सरकार ने लीपा-पोती का प्रयास करके महिलाओं की इज्जत का मजाक उड़ाया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता उस समय कहां थी, जब उनके समर्थन वाली सपा सरकार के शासन में लोमहर्षक वारदातें हो रही थीं। इतना ही नहीं, सपा सरकार के समय में ही इलाहाबाद में बी0एस0पी0 के विधायक श्री राजूपाल की हत्या हुई थी, जिसमें सपा के लोग ही शामिल थे। तत्कालीन सपा सरकार कानून के मुताबिक कार्यवाही करने के बजाय अपराधियों को बचाने में जुट गई। उन्होंने सवालिये लहजे में कहा कि कांग्रेस पार्टी को उस समय प्रदेश की कानून व्यवस्था का ध्यान नहीं आया और न ही उन्होंने कोई आन्दोलन चलाया, जबकि चारों तरफ जंगलराज कायम था।

श्री मौर्य ने बरेली में दरगाह आला हजरत की मजार पर चादर चढ़ाने जाते समय दिल्ली की मुख्यमन्त्री श्रीमती शीला दीक्षित एवं उनके साथ अन्य कांग्रेस पार्टी नेताओं की सुरक्षा में हुई चूक को मुद्दा बनाये जाने को राजनैतिक ढकोसला बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के लोग इस मामले में गलत बयानी कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। सच्चाई तो यह है कि श्रीमती दीक्षित एवं अन्य नेताओं की सुरक्षा व्यवस्था मानकों के अनुरूप की गई थी और पर्याप्त संख्या में पुलिस अधिकारियों एवं अन्य सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगायी गई थी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने श्रीमती दीक्षित को राज्य अतिथि घोषित करके उनको समुचित सम्मान दिया था। उन्होंने कहा कि यदि सरकार की नीयत में कोई खोट होता तो श्रीमती दीक्षित को राज्य अतिथि क्यों घोषित करती।

श्री मौर्या ने कहा कि श्रीमती दीक्षित व उनके साथ मौजूद अन्य नेताओं ने बरेली में प्रेस कांफ्रेन्स की थी। उन्होंने कहा कि यदि श्रीमती दीक्षित की सुरक्षा व्यवस्था में राज्य सरकार द्वारा कोताही बरती गई होती, तो वे प्रेस कांफे्रन्स में भी उसका उल्लेख अवश्य करते, परन्तु उक्त पत्रकार वार्ता में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई बात नहीं उठायी गई।

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सरकार की कार्यषैली के बारे में झूठे और बेबुनियाद आरोप - श्री स्वामी प्रसाद मौर्य

Posted on 18 February 2010 by admin

बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि सपा नेता श्री षिवपाल सिंह यादव प्रदेष की बी0एस0पी0 सरकार की कार्यषैली के बारे में झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि गुटबाजी और टूटफूट मे उलझी समाजवादी पार्टी के नेता अपनी हताषा को कम करने के लिए राज्य सरकार पर औचित्यहीन टिप्पणियां करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतान्त्रिक व संसदीय मर्यादाओं को ताख पर रखकर जंगलराज कायम कर सरकारी खजाने की लूट में षामिल रहे नेताओं को प्रदेष की लोकप्रिय बी0एस0पी0 सरकार पर उंगली उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
श्री मौर्य ने प्रदेष विधान सभा के बजट सत्र को छोटा किये जाने के सम्बन्ध में सपा नेता की बयानबाजी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि विधान सभा की कार्यमन्त्रणा समिति ने जितने दिन तक सत्र बुलाने का फैसला लिया, बी0एस0पी0 सरकार ने उतनी अवधि तक सदन की कार्यवाही भी चलाई। उन्होंने कहा कि प्रदेष की जनता आज तक यह नहीं भूली है कि किस प्रकार पूर्ववर्ती सपा सरकार के पूरे कार्यकाल में विधान सभा सत्र, कागजों पर, दो-दो महीने चला करता था, लेकिन सदन की बैठक मात्र दो-तीन दिन ही संचालित होती थी और चोर दरवाजे से विष्वास-मत तक प्राप्त कर लिया जाता था।
प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि सपा नेता विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष हैं और पूर्व सपा सरकार में कैबिनेट मन्त्री भी रहे हैं। इसलिए उनसे इतनी उम्मीद तो की ही जा सकती है कि वे सदन के सत्र की अवधि को तय किये जाने के बारे में राज्य सरकार की भूमिका से अवष्य ही परिचित होंगे। उन्होंने कहा कि सदन की अवधि विधान सभा अध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित कार्यमन्त्रणा समिति द्वारा तय की जाती है, जिसमें सभी राजनैतिक दलों के नेता सदस्य के तौर पर षामिल होते हैं। सदन द्वारा सभी निर्धारित विधायी कार्य निपटा लिये जाने और कोई भी विषेश या महत्वपूर्ण मामला लिम्बत न रहने के साथ-साथ बी0जे0पी0 के इन्दौर में चल रहे राश्ट्रीय अधिवेषन को दृिश्टगत रखते हुए समिति के सदस्यों ने सत्र को छोटा करने का फैसला लिया, जिसमें प्रदेष सरकार का कोई दखल नहीं था।

मंहगाई को लेकर सपा नेता श्री यादव द्वारा प्रदेष सरकार के विरूद्ध की गई बयानबाजी का जवाब देते हुए श्री मौर्य ने कहा कि बढ़ती हुई मंहगाई के लिए राज्य सरकार नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार की गलत आर्थिक व आयात-निर्यात सम्बन्धी नीतियां ही पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। केन्द्र सरकार के वरिश्ठ मन्त्रियों की गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी आग में घी डालने का काम कर रही हैं। परिणामस्वरूप जमाखोरों और मुनाफाखोरों को खाद्य पदार्थों के दामों को बढ़ाने का मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि मंहगाई के मुद्दे पर राज्य सरकार के विरूद्ध बोलने वाले विपक्षी नेताओं को केन्द्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज उठानी चाहिए और आन्दोलन करना चाहिए। इस मामले में बहुजन समाज पार्टी और उसकी सरकार पूरा सहयोग करेगी।
प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि राज्य सरकार खाद्य पदार्थों की कीमतों को काबू में रखने के लिए जमाखोरों और मुनाफाखोरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर रही है। सभी उपजिलाधिकारियों को सप्ताह में कम से कम एक बार आकिस्मक निरीक्षण और मुनाफाखोरों के ठिकानों पर छापे डालने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि जनता को उचित मूल्य पर खाद्य सामग्री उपलब्ध हो, इसके लिए राज्य सरकार ने अनेक कदम उठाये हैं। पी0डी0एस0 के माध्यम से पीली मटर की दाल षीघ्र उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था की गई है, ताकि आम जनता को राहत मिल सके। इसके अलावा अधिकारियों को चीनी की थोक खपत पर लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं ताकि किसी भी कीमत पर आम उपभोक्ता के लिए आवंटित चीनी का प्रयोग व्यवसायिक तौर पर तैयार की जाने वाली सामग्री में न किया जा सके।

श्री मौर्य ने प्रदेष सरकार पर लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों व घोटालों को पूरी तरह बेबुनियाद और तथ्यहीन बताया। उन्होंने कहा कि बी0एस0पी0 की सरकार में भ्रष्टाचार व घोटालों के लिए कोई जगह नहीं है जबकि पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा किये गये घोटालों की सूची काफी लम्बी है। उन्होंने कहा कि श्री यादव को इस सम्बन्ध में बयान जारी करने से पहले अपने गिरेबां में झांक कर देखना चाहिए था। सपा सरकार के कार्यकाल के पुलिस भर्ती घोटाले, खाद्यन्न घोटाले, नोएडा भूमि घोटाले, एल0डी0ए0 घोटालों का उल्लेख करते हुए उन्होेंने कहा कि खाद्यान्न घोटाले में तो गरीबों के मुंह से निवाला तक छीनने का काम सपा की पूर्ववर्ती प्रदेष सरकार ने किया था।

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प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार

Posted on 18 February 2010 by admin

16फरवरी को उ0प्र0 महिला कांग्रेस के नेतृत्व में प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार, दहेज हत्याओं में हो रही वृद्धि के विरूद्ध हुए धरना-प्रदर्शन में पुलिस की ज्यादती, लाठीचार्ज एवं महिलाओं से अभद्र व्यवहार सभी समाचारपत्रों एवं मीडिया चैनलों ने प्रचारित किया। इस घटना में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा ठाकुर सांसद, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री परवेज हाशमी सांसद, प्रदेश महिला कंाग्रेस अध्यक्ष श्रीमती मीरा सिंह सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गम्भीर चोटें आयीं। परन्तु संवेदनहीन मुख्यमन्त्री के नेतृत्व में चल रही सरकार ने चोट खायी हुईं प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी एवं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती मीरा सिंह सहित 500अज्ञात कार्यकर्ताओं के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराकर अपनी निकृष्ट मानसिकता एवं तानाशाही रवैये का सुबूत दिया है।

उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कंाग्रेस पार्टी हमेशा लोकतान्त्रिक मूल्यों के लिए लड़ती रही है। एफआईआर जैसी गीदड़भभकी से कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं।

श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के नेतृत्व में पूरा प्रदर्शन शान्तिपूर्ण था और एकमात्र लक्ष्य था- महिला मुख्यमन्त्री से मिलकर महिलाओं के हो रहे उत्पीड़न, दमन, बलात्कार की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया जाय। परन्तु संवेदनशून्य मुख्यमन्त्री ने महिलाओं के 11सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से मिलने से इंकार कर दिया।

मुख्य प्रवक्ता ने कहाकि जिस तरह से डा0 रीता बहुगुणा जोशी एवं अन्य नेताओं के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गई है उससे मुख्यमन्त्री के लोकतान्त्रिक आवाज केा दबाने के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। प्रदेश कंाग्रेस कमेटी मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती के इशारे पर किये गये इस ओछे कृत्य की कड़ी निन्दा करते हुए मांग करती है कि मुख्यमन्त्री के लोकतन्त्र विरोधी एवं संविधान विरोधी कुकृत्यों को देखते हुए सरकार को तत्काल बखाZस्त किया जाय।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सरकार में महिला उत्पीड़न चरम पर पहुंच गई है

Posted on 18 February 2010 by admin

उ0प्र0 महिला कंाग्रेस द्वारा लखनऊ में आयोजित धरना-प्रदर्शन के दौरान महिलाओं पर बर्बर लाठीचार्ज एवं अभद्रता किये जाने तथा बरेली में राज्य सरकार द्वारा कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा में बरती गई लापरवाही की उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष शेखर बहुगुणा ने कड़ी भत्Zसना की है।
प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष शेखर बहुगुणा ने आज यहां प्रदेश कंाग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में कहा कि प्रदेश में सत्तारूढ़ वर्तमान बहुजन समाज पार्टी की सरकार में महिला उत्पीड़न चरम पर पहुंच गई है। आये दिन महिलाओं के साथ बलात्कार, दहेज हत्या, उत्पीड़न की घटनाएं हो रही हैं। सीतापुर में दलित महिला शशिकला को बसपा नेताओं द्वारा फांसी चढ़ाकर हत्या करने के कुित्सत प्रयास किये जाने, कानपुर में बसपा विधायक के रिश्तेदारों द्वारा कु0 नीलम शुक्ला को प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए मजबूर करने आदि तमाम महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाओं पर प्रदेश सरकार द्वारा ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया एवं प्रदेश की मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती के शासनकाल में महिला उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। ऐसी सरकार को सत्ता में एक पल भी बने रहने का अधिकार नहीं है।

श्री बहुगुणा ने कहा कि कानून व्यवस्था का आलम यह है कि जनपद सुलतानपुर में थाने के अन्दर महिला पुलिसकर्मी की मौजूदगी में थानाध्यक्ष द्वारा गिरफ्तार महिला को पीटे जाने एवं उसके साथ बदसलूकी की गई। इलाहाबाद-कौशाम्बी में कोतवाली के अन्दर गिरफ्तार व्यक्ति को मीडिया की मौजूदगी में पीटा गया। कानून व्यवस्था पर प्रदेश सरकार का नियन्त्रण नहीं रह गया है। पुलिस प्रशासन स्वच्छन्द होकर बसपा नेताओं के इशारे पर कार्य कर रहा है।
श्री बहुगुणा ने उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल से बरेली में कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा में राज्य सरकार द्वारा जानबूझकर की गई लापरवाही एवं उ0प्र0 महिला कांग्रेस के धरना-प्रदर्शन में पुलिस द्वारा किये गये बर्बर लाठीचार्ज एवं अभद्रता की न्यायिक जांच कराये जाने एवं दोषी अधिकारियों को सख्त से सख्त दण्ड दिये जाने की मांग की है।

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बुन्देलखण्ड एवं विन्ध्य क्षेत्र में वृक्षारोपण के लिए विशेष योजना तैयार की जाय-मुख्य सचिव

Posted on 18 February 2010 by admin

मुख्य सचिव श्री अतुल कुमार गुप्ता ने आज वर्ष 2010-11 में प्रदेश में वृक्षारोपण हेतु विभागवार लक्ष्य निर्धारण करते हुए गुणवत्तायुक्त वृक्षारोपण करने के निर्देश दिए। वर्ष 2010-11 में प्रमुख विभागों द्वारा लगभग 55 हजार 500 हेक्टेअर क्षेत्र में 03 करोड़ 57 लाख 50 हजार पौधों का रोपण किया जायेगा। उन्होंने बुन्देलखण्ड व विन्ध्य क्षेत्र के लिए अलग से विशेष योजना बनाकर जन सहयोग से प्रभावी वृक्षारोपण करने के भी निर्देश दिए।

मुख्य सचिव श्री गुप्ता ने एनेक्सी सभाकक्ष में आयोजित बैठक में वन विभाग द्वारा प्रस्तुत लक्ष्यों का परीक्षण करते हुए बताया कि वर्ष 2010-11 में वन विभाग द्वारा 40 हजार 300 हे0 क्षेत्र में 02 करोड़ 61 लाख 95 हजार पौधों का रोपण किया जायेगा। योजना के तहत ग्राम्य विभाग विभाग द्वारा 10 हजार हे0 क्षेत्र में 65 लाख पौधों का, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग द्वारा 11 सौ हे0 क्षेत्र में 07 लाख 15 हजार पौधों का, सिंचाई विभाग द्वारा 01 हजार हे0 क्षेत्र में 06 लाख 50 हजार, औद्योगिक विकास विभाग द्वारा 01 हजार हे0 क्षेत्र में 06 लाख 50 हजार पौधों का रोपण किया जायेगा। लोक निर्माण विभाग द्वारा 750 हे0 क्षेत्र में, ऊर्जा विभाग द्वारा 250 हे0 क्षेत्र में, भूमि एवं जल संसाधन विभाग द्वारा 01 हजार हे0 क्षेत्र में तथा सहकारिता विभाग द्वारा 01 सौ हे0 क्षेत्र में निर्धारित संख्या के अनुरूप वृक्षारोपण किया जायेगा।

बैठक में प्रमुख सचिव वन श्री चंचल कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास श्री वी0एन0गर्ग, प्रमुख वन संरक्षक श्री डी0एन0एस0 सुमन, सचिव वन श्री पवन कुमार व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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दिन भर की सुर्खिया

Posted on 18 February 2010 by admin

pic-15लखनऊ  चौक  कोतवाली  पर  १   किलो  ५००  ग्राम  सोना  के  साथ  पकडे   लुटेरे

pic-54लखनऊ  दरिया  वाली  मस्जिद  पर  अन्जुमानो  की  बेठक में  भाग  लेते  वाशीम  रिज़वी

pic-42लखनऊ   के  नए  D.M Anil Sagar कार्यभार  ग्रहण  करते .

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लखनऊ  समाजवादी  पार्टी  नगर  कार्यलाए  पर  प्रदर्शन  कर  रहे  समाजवादी  पार्टी  कार्यकर्ताओ  पर  पानी  की  बौछार  करते  पुलिस  कर्मी

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लखनऊ  की  तरफ  से  होने  वाले  क्रिकेट  टूनामेंट  के  बारे  में  बताते  अभिषेक

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