16फरवरी को उ0प्र0 महिला कांग्रेस के नेतृत्व में प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, बलात्कार, दहेज हत्याओं में हो रही वृद्धि के विरूद्ध हुए धरना-प्रदर्शन में पुलिस की ज्यादती, लाठीचार्ज एवं महिलाओं से अभद्र व्यवहार सभी समाचारपत्रों एवं मीडिया चैनलों ने प्रचारित किया। इस घटना में प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, अ0भा0 कंाग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा ठाकुर सांसद, अ0भा0 कांग्रेस कमेटी के सचिव श्री परवेज हाशमी सांसद, प्रदेश महिला कंाग्रेस अध्यक्ष श्रीमती मीरा सिंह सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गम्भीर चोटें आयीं। परन्तु संवेदनहीन मुख्यमन्त्री के नेतृत्व में चल रही सरकार ने चोट खायी हुईं प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी एवं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष श्रीमती मीरा सिंह सहित 500अज्ञात कार्यकर्ताओं के विरूद्ध विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कराकर अपनी निकृष्ट मानसिकता एवं तानाशाही रवैये का सुबूत दिया है।
उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि कंाग्रेस पार्टी हमेशा लोकतान्त्रिक मूल्यों के लिए लड़ती रही है। एफआईआर जैसी गीदड़भभकी से कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष डॉ. रीता बहुगुणा जोशी के नेतृत्व में पूरा प्रदर्शन शान्तिपूर्ण था और एकमात्र लक्ष्य था- महिला मुख्यमन्त्री से मिलकर महिलाओं के हो रहे उत्पीड़न, दमन, बलात्कार की ओर उनका ध्यान आकृष्ट किया जाय। परन्तु संवेदनशून्य मुख्यमन्त्री ने महिलाओं के 11सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल से मिलने से इंकार कर दिया।
मुख्य प्रवक्ता ने कहाकि जिस तरह से डा0 रीता बहुगुणा जोशी एवं अन्य नेताओं के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करायी गई है उससे मुख्यमन्त्री के लोकतान्त्रिक आवाज केा दबाने के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे। प्रदेश कंाग्रेस कमेटी मुख्यमन्त्री सुश्री मायावती के इशारे पर किये गये इस ओछे कृत्य की कड़ी निन्दा करते हुए मांग करती है कि मुख्यमन्त्री के लोकतन्त्र विरोधी एवं संविधान विरोधी कुकृत्यों को देखते हुए सरकार को तत्काल बखाZस्त किया जाय।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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