Posted on 08 January 2014 by admin
उ0प्र0 जल निगम में सहायक अभियन्ता (सिविल) के 93 पदों, सहायक अभियन्ता के 16 पदों, जूनियर इंजीनियर (सिविल) के 470 पदों, जूनियर इंजीनियर के 65 पदों, सहायक जियोफिजिस्ट के 02 पदों, सहायक हाइड्रोजियोलाजिस्ट के 03 पदों तथा सहायक शोध अधिकारी के 06 पदों पर कुल 655 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया जारी है। जिसमें 144 से अधिक पदों पर पिछड़ी, एस0सी0 एवं एस0टी0 जातियों के योग्य अभ्यर्थियों के स्थान सवर्ण अभ्यर्थियों की अवैध नियुकितयाँ करके सवर्णों को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है।
उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने आज यहां इनिदरा भवन सिथत आयोग के सभाकक्ष में उ0प्र0 जल निगम के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया में हुये आरक्षण अधिनियम के उल्लंघन विषय पर प्राप्त शिकायत में जल निगम के प्रबन्ध निदेशक को आयोग में तलब कर सुनवार्इ की। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 लोक सेवा (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन-जातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम-1994 के प्रावधानों के अनुसार यदि इन वर्गों के अभ्यर्थी योग्यता के आधार पर खुली प्रतियोगिता में सामान्य अभ्यर्थियों के साथ चयनित होते हैं तो उन्हें इनके लिए आरक्षित श्रेणी के पदों की रिकितयों में समायोजित नहीं किया जायेगा, बलिक उन्हें सामान्य अभ्यर्थियों की श्रेणी में 50 प्रतिशत अनारक्षित रिकितयों के अन्तर्गत समायोजित किया जायेगा, लेकिन आयोग को प्राप्त शिकायत में उ0प्र0 जल निगम के विभिन्न रिक्त पदों पर की गयी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया में आरक्षण अधिनियम का उल्लंघन कर इन वर्गों के योग्य अभ्यर्थियों को भी चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया।
श्री विश्वकर्मा ने आयोग को प्राप्त शिकायत के आधार पर बताया कि ओ0बी0सी0 के जो योग्य अभ्यर्थी सामान्य अभ्यर्थियों की मेरिट सूची में होने चाहिए उनकी भी नियुकित इनके लिए लागू 27 प्रतिशत आरक्षण पर ही की गयी है। जिससे इस वर्ग के योग्य अभ्यर्थियों को सही न्याय नहीं मिला और वे नियुकित पाने में असफल रहे। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 जल निगम के प्रबन्ध निदेशक ने आयोग के समक्ष भर्ती प्रक्रिया में हुर्इ गलती को स्वीकार भी किया है। आयोग के अध्यक्ष ने जल निगम के अधिकारियों को तीन दिन के भीतर आयोग में नियुकित प्रक्रिया के संबंध में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिये, जिससे सच्चार्इ की जांच कर पीडि़त को न्याय दिलाया जा सके। सुनवार्इ के दौरान आयोग के उपाध्यक्ष श्री दीप सिंह पाल व श्री राज नारायण बिन्द, सदस्य श्रीमती निर्मला यादव के साथ-साथ आयेाग के अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 January 2014 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि लायन सफारी के महत्वपूर्ण कार्यो के साथ-साथ लायन ब्रीडर सेन्टर की स्थापना आगामी 31 जनवरी तक गुणवत्ता के साथ अवश्य पूर्ण करा लिया जाय। उन्होने निर्देश दिये कि लायन सफारी के स्टाफ के रहने हेतु स्टाफ क्वाटरों के अवशेष कार्य आगामी 31 मार्च तक अवश्य पूर्ण हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लायन सफारी का कार्य विश्व स्तरीय कराने के उददेश्य से अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों से समन्वय किया जाय। लायन सफारी को केन्द्रीकृत करते हुए अन्य वन्य जीवों के सफारी को शुरू करने के प्रयास किए जायें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में लायन सफारी के कार्योे की समीक्षा कर रहे थे । उन्होने इकोलाजी के अनुसार हाथी गैण्डा, हिरण प्रजातियों, जेब्रा, कंगारू, आसिट्रच, जिराफ आदि पशुओं को रखे जाने की संभावनाओं को तलाश करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कंसलटेन्ट रखे जाने की कार्यवाही प्रारंभ की जाय। उन्होनें कहा कि आगन्तुकों को आकर्षित कराने के लिए आकर्षक साइनेज युक्त पशु बाड़ों का विकास कराया जाए। पर्यावरण एवं वन्यजीव परिचय केन्द्र, नेचर शांप, इन्टरएकिटव वेबसाइट, आकर्षक पम्पलेट ब्रोशर आदि तैयार कराया जाए।
श्री उस्मानी ने कहा कि लांयन सफारी के अन्तर्गत आधुनिक पशुचिकित्सालय को आधुनिक साज सज्जा एवं उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। इनके संचालन हेतु पशुचिकित्सक व सम्बनिधत स्टाफ को उपयुक्त प्रशिक्षण दिया जाए। सफारी मे तैनात अधिकारी, पशुचिकित्सक, स्टाफ आदि के लिए उच्च कोटि के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। इसके लिये राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण, अध्ययन भ्रमण की व्यवस्था की जाए। उन्होने कहा कि लायन सफारी में प्रभावी वालेन्टीयर कार्यकम संचालित कराया जाए। उन्होने कहा कि आगन्तुकों की सुविधा के लिए कैफेटेरिया, रेस्टोरेन्ट की सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिशिचत कराने के साथ-साथ जनसम्पर्क के समस्त आधुनिक आयामों का विकास कराया जाए। लांयन सफारी के उपयोग हेतु एक रेस्क्यू वाहन तथा दो आधुनिक एम्बुलेन्स की व्यवस्था करायी जाए, इसके अतिरिक्त अन्य आवश्यक साज सामान, वाहन, टूल्स, प्लान्ट, मशीनरी भी व्यवसिथत किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव, वन एवं पर्यावरण श्री बी एन गर्ग, प्रमुख सचिव वित्त श्री आनंद मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 08 January 2014 by admin
मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु प्रदेश के 20 जनपदों में असेवित क्षेत्रो में शैक्षणिक हब स्थापित करने हेतु प्रत्येक जनपद में मांंडल इण्टर कालेज की स्थापना कराए जाने हेतु विस्तृत कार्य योजना का अनुमोदन सक्षम स्तर से प्राप्त किया जाए। मांंडल इण्टर कालेज में कक्षा- 1 से लेकर कक्षा-12 तक का पठन-पाठन सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के कतिपय माध्यमिक स्तर के ऐसे विधालय जिनके पास मजबूत आधारभूत संरचना के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा देने की व्यवस्था होगी, ऐसे निजी विधालयों में अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र, छात्राओं की शिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उददेश्य से शैक्षिक हब की स्थापना कराये जाने हेतु शैक्षिक अवस्थापना का विस्तार कर ने हेतु अनुदान भी दिया जायेगा। ग्राम समूह व वार्ड में जिनमें कम से कम 25 प्रतिशत जनसंख्या अल्पसंख्यक की हो, ऐसे अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में स्थापित, निजी क्षेत्र के विधालयों तथा अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में नवीन स्थापित होने वाले विधालयों को अनुदान दिया जायेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु प्रदेश के 20 जनपदों में स्थापित होने वाले शैक्षणिक हब में निजी क्षेत्र की सहभागिता के संबंध में प्रस्तावित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में पूर्व से संचालित विधालयों में नए क्लास रूम, पुस्तकालय एवं आवश्यक शैक्षिक सुविधाओं का विस्तार करने अथवा निजी क्षेत्र पर पूर्व से संचालित विधालयों के अतिरिक्त विधालय खोलने अथवा नए विधालय खोलने के प्रस्ताव पर विचार कर अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। संबंधित विधालयों को प्रत्येक वर्ष घोषित क्षमता के आधार पर प्रवेश में कम से कम 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के नवीन प्रवेश अवश्य देने होंगे । पूर्व में स्थापित माध्यमिक स्तर के विधालयों में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य में से कम से कम दो वर्ग को मान्यता अवश्य प्राप्त होनी चाहिए।
श्री उस्मानी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु शैक्षणिक हब हेतु प्राप्त प्रार्थना-पत्रों की अर्हता एवं वरीयता का प्राथमिक परीक्षण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा किया जायेगा। अनुदान स्वीकृति के पश्चात जिलाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तथा जिलाधिकारी द्वारा नामित लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता की समिति द्वारा निर्माण कार्र्य का निरीक्षण व तकनीकी परीक्षण सुनिशिचत किये जाने के फलस्वरूप ही आगामी किस्त अवमुक्त की जायेगी। शासकीय अनुदान हेतु विकसित नवीन विधालय में प्रवेश प्रकि्रया के संचालन हेतु एक विधालय प्रवेश समिति का गठन किया जायेगा जिसमें विधालय के प्रधानाचार्य, जिला विधालय निरीक्षक तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वयं अथवा उनके प्रतिनिधि सदस्य होगे। प्रवेश समिति का दायित्व होगा कि नवीन स्थापित विधालयों में प्रवेश पारदर्शी तरीके से सुनिशिचत हो तथा न्यूनतम 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के स्थानीय छात्र-छात्राओं का प्रवेश अवश्य सुनिशिचत हो। जनपद में स्थापित होने वाले मांंडल स्कूलों में किसी भी निजी प्रबन्ध तन्त्र को एक ही विधालय हेतु अनुदान दिया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण, श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा, श्री जितेन्द्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
मंगल मिशन की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ;इसरोद्ध अब अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और छलांग लगाएगा। इसरो द्वारा निर्मित भू स्थैतिक उपग्रह प्रक्षेपण यान ;जीएसएलवीद्ध की आठवीं उड़ान पांच जनवरी को होगी। भारत के लिए यह मिशन बेहद महत्वपूर्ण हैए क्योंकि अंतरिक्ष वैज्ञानिक लंबे समय से इस पर कार्य कर रहे हैं। अब तक सात उड़ानें जीएसएलवी की हो चुकी हैं लेकिन उनमें से दो ही पूरी तरह से सफल रही हैं। इसलिए यह उड़ान बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। यदि यह सफल रहती है तो भारत भारी उपग्रह प्रक्षेपण की सुविधा और क्षमता वाले चंद देशों में शुमार हो जाएगा। यह क्षमता अमरीकाए रूस और यूरोप जैसे देशों के पास ही है। इसलिए पूरे देश की नजर जीएसएलवी की उड़ान पर टिकी है।जीएसएवी की डी.5 उड़ान में इसरो ने कई छोटे.बड़े बदलाव किए हैं। पिछले अभियानों में सामने आई सभी कमियों को दूर किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि इसमें देश में निर्मित क्रायोजनिक इंजन का इस्तेमाल किया गया है। क्रायोजनिक इंजन बनाने का कार्य लंबे समय से भारत कर रहा है। यह तकनीक रूस से हासिल की गई थी। एक बार पहले भी क्रायोजनिक इंजन का इस्तेमाल जीएसएलवी में किया गया थाए लेकिन वह उड़ान विफल रही थी। इसलिए यह उड़ान यह भी बताएगी कि क्रायोजनिक इंजन सफल रहता है या नहीं।दरअसलए क्रायोजनिक इंजन एक जटिल प्रणाली है। मोटे तौर पर बता दें कि भू स्थैतिक कक्षा में भारी उपग्रहों को ले जाने के लिए प्रक्षेपण वाहनों को लंबी उड़ान भरनी होती है। इसलिए इसमें तीन चरणों के इंजन होते हैं। पहले ठोस इंजन कार्य करता है। उसके बाद तरल एवं तीसरे एवं अंतिम चरण में क्रायोजनिक इंजन कार्य करता है। क्रायोजनिक इंजन में तरल आक्सीजन एवं हाइड्रोजन होती है। लेकिन इन्हें बहुत कम तापमान पर तरल बनाया जाता है। आक्सीजन को.183 डिग्री एवं हाइड्रोजन को .253 डिग्री पर तरल बनाया जाता है जिससे ये बेहद हल्की हो जाती हैं और अंतरिक्ष में प्रभावी तरीके से इंजन को संचालित करती हैं। दशकों से भारत इन इंजनों को बनाने में लगा है।दूसरे रॉकेट के आकार.प्रकार में भी बदलाव किए गए हैं। मकसद यह कि जिन कारणों से पिछले अभियान विफल हुए हैंए उनकी पुनरावृत्ति नहीं हो। इस प्रक्षेपण वाहन के जरिये एक भारी भरकम उपग्रह जीसैट.14 को भी भेजा जा रहा हैए जो अत्याधुनिक संचार उपग्रह है। जीसैट मूलत 1982 किग्रा वजन का संचार उपग्रह है। इस उपग्रह से देश में संचारए प्रसारण के साथ.साथ टेलीएजुकेशन एवं टेलीमेडिसिन सेवाओं के लिए अतिरिक्त ट्रांसपोंडर हासिल हो पाएंगे। यह इसरो का 23वां संचार उपग्रह होगा। इसके स्थापित होने के बाद अंतरिक्ष में भारत के नौ सक्रिय संचार उपग्रह हो जाएंगे। इसमें लगे केयू एवं सी बैंड ट्रांसपोंडर देश के समस्त क्षेत्र में कवरेज प्रदान करेंगे। जीसैट श्रंखला के उपग्रह 2001ए 03ए 04 तथा 07 में भी छोड़े गए थे।
जीएसएलवी की सफलता के लिए जरूरी है कि इसकी कम से कम तीन उड़ानें सफल हों। इसलिए इस बार इसरो के वैज्ञानिकों ने कदम.कदम पर सतर्कता बरती है। दो बार इसकी उड़ान को स्थगित किया गया। पहले यह 19 अगस्त को होनी थीए लेकिन इंजन में कुछ लीकेज पाया गया। फिर 28 दिसंबर का दिन तय किया गया लेकिन कुछ कमियों के चलते इसे अब पांच जनवरी को प्रक्षेपित किया जाएगा।इसरो के चेयरमैन एसण् राधाकृष्णन ने उम्मीद जताई है कि इसरो मंगल मिशन की भांति इस मिशन में भी कामयाब होगा। उन्होंने कहा कि कई मायनों में यह मिशन महत्वपूर्ण है। भारत भारी उपग्रहों के प्रक्षेपण की क्षमता हासिल करेगा। जीएसएलवी डी.5 में देश में ही निर्मित क्रायोजनिक इंजन इस्तेमाल किया गया है। इस इंजन निर्माण की सफलता भी भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है। तीसरेए इसे श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के जिस लांचिग पैड से छोड़ा जाएगाए वह नव निर्मित है। वहां पहले एक ही लांचिंग पैड थाए लेकिन अब एक और बना दिया गया है। इसलिए जीएसएलवी यह उड़ान नए साल में भारत को तीन मोर्चों पर सफल बनाएगी। यह रॉकेट अपने साथ एक बड़ा संचार उपग्रह जीसैट.14 भी ले जाएगा।.जीएसएलवी के जरिये दो हजार या इससे अधिक टन के उपग्रहों को भू स्थैतिक कक्षा में स्थापित किया जाएगा। संचार एवं प्रसारण में इस्तेमाल आने वाले उपग्रहों को भू स्थैतिक कक्षा में स्थापित करना होगा। अभी तक भारी उपग्रह प्रक्षेपित करने की क्षमता भारत के पास नहीं थी। उसे दूसरे देशों की मदद लेनी पड़ती है। इसकी सफलता से भारत न सिर्फ अपनी जरूरत के लिए भारी उपग्रह प्रक्षेपित करेगाए बल्कि दूसरे देशों को भी अपनी सेवाएं देकर राजस्व अर्जित कर सकता है। अभी इसरो दूसरे देशों के छोटे उपग्रह प्रक्षेपित करता है। हल्के उपग्रहों को ध्रुवीय कक्षा में स्थापित करने के लिए भारत का अपना सफल लांच व्हीकल पीएसएलवी है। लेकिन यह एक हजार किग्रा से ज्यादा वजन नहीं ले जा सकता।कब.कब हुई जीएसएलवी की सात उड़ानें.18 अप्रैल 2001 को पहली उड़ान भरी। इसमें 1560 किग्रा का जीसैट.1 उपग्रह भेजा गया था। लेकिन जीएसएलवी ने भू स्थैतिक कक्षा से पहले ही जीसैट.1 को छोड़ दिया थाए क्योंकि उसमें आगे बढ़ने के लिए ईंधन नहीं बचा था। मिशन विफल रहा।.8 मई 2003 को दूसरी उड़ान सफल रही। 1825 क्रिग्रा के जीसैट को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। .20 सितंबर 2004 को जीएसएलवी की तीसरी विकासात्मक उड़ान भी सफल रही। 1990 किग्रा के एजुसैट को कक्षा में स्थापित किया।
.10 जुलाई 2006 को जीएसएलवी ने चौथी उड़ान भरी। यह अपने साथ 2168 किग्रा के उपग्रह इंसेट 4सी को लेकर उड़ाए लेकिन कुछ ही मिनटों में आई तकनीकी खराबी के बाद बंगाल की खाड़ी में जा गिरा। .दो सितंबर 2007 को जीएसएलवी की पांचवीं उड़ान हुई। यह 2160 किग्रा के इनसेट 4 सीआर को लेकर गया। उड़ान आशिंक रूप से विफल रही। उपग्रह को कक्षा में सही तरीके से स्थापित नहीं कर पाया। हालांकि बाद में इसे ठीक कर लिया गया और उपग्रह कार्य कर रहा है। .15 अप्रैल 2010 को जीएसएलवी की छठीं उड़ान विफल रही। इसमें क्रायोजनिक इंजन लगाया गया था जो ठीक से कार्य नहीं कर पाया और कक्षा में पहुंचने से पहले उड़ान फेल हो गई। इसमें 2220 किग्रा का जीसैट.4 भी था। .25 दिसंबर 2010 को जीएसएलवी की सातवीं उड़ान भी फेल हो गई। इसमें 2130 किग्रा का जीसैट.5पी था। दूसरे चरण का तरल इंजन कार्य नहीं कर पाया।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
प्रदेश के सहकारी चीनी मिल संघ के प्रबंध निदेशक डा0 बी0के0 यादव ने बताया कि आफ सीजन के दौरान 23 सहकारी चीनी मिलों में उत्कृष्ट उत्पादक कृषकों के व्यापक हित में पेरार्इ सत्र 2013-14 का संचालन निर्धारित समय पर प्रारम्भ कर दिया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित किये गये गन्ना मूल्य 280 रुपये प्रति कुं0 का भुगतान कृषकों को नियत समय पर किया जा रहा है। अभी तक 205.36 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया गया है। पेरार्इ सत्र 2013-14 के दौरान 31 दिसम्बर तक 192.43 लाख कुं0 गन्ने की पेरार्इ कर 14.31 लाख कुं0 चीनी का उत्पादन किया गया। पेरार्इ सत्र 2009-10 के पश्चात बंद बड़ी पुवायाँ मिल शाहजहाँपुर का पेरार्इ सत्र 2013-14 से पुन: पेरार्इ का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जी द्वारा 23 दिसम्बर को किया गया। इस मिल में पेरार्इ कार्य तेजी से किया जा रहा है।
श्री यादव ने बताया कि सम्पूर्णानगर सहकारी चीनी मिल में परिपक्वता (मेच्योरिटी) आधारित गन्ना कटार्इ की योजना लागू की गयी, जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी इसी प्रकार की योजना चीनी परता में बढ़ोत्तरी प्राप्त करने के उद्देश्य से लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उच्च चीनी परता एवं उपजदायी शीघ्र प्रजातियों के बीच संवर्धन कार्यक्रम को प्रारम्भ किया गया है तथा भविष्य में उच्च चीनी परता के रूप में इसके सकारात्मक परिणाम आयेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 के पश्चात बंद पड़ी मझोला आसवनी का पुन: संचालन कराया जा रहा है। स्नेहरोड़ चीनी मिल में 40 कि0ली0 प्रतिदिन क्षमता की आसवनी एवं ऐथनाल प्लाण्ट की स्थापना की कार्यवाही प्रगति पर है। ननौता, अनूपशहर, नानपारा एवं कायमगंज चीनी मिलों की आसवनियों में 20 कि0ली0 प्रतिदिन क्षमता की ऐथनाल प्लाण्ट की स्थापना की कार्यवाही प्रगति पर है। शीरा वर्ष 2012-13 में विक्रय किये गये शीरे की औसत दर 329.81 प्राप्त की गयी जो कि गत वर्ष की तुलना में 42.94 रुपये प्रति कुं0 अधिक है। स्नेहरोड़ एवं रमाला चीनी मिलों में को-जेनरेशन प्लाण्ट की स्थापना हेतु कार्यवाही प्रगति पर है। रमाला चीनी मिल के क्षमता विस्तारीकरण के संबंध में कार्यवाही प्रगति पर है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने प्रदेश के अन्य पिछड़े वर्गों के लिये लागू 27 प्रतिशत आरक्षण विषय पर उ0प्र0शासन के सहकारिता, राजस्व, बेसिक शिक्षा, न्याय, खेल, खाध एवं रसद, पंचायती राज तथा समग्र ग्राम विकास आदि विभागों के उच्चाधिकारियों को तलब कर सुनवार्इ की। उन्होंने इन विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि विभिन्न क्षेत्रों में ओ0बी0सी0 के लिए आरक्षण की वास्तविक सिथति संबंधी रिपोर्ट आयोग की आगामी बैठक में प्रस्तुत की जाय।
श्री विश्वकर्मा ने आज यहां इनिदरा भवन सिथत आयोग के कार्यालय कक्ष में प्रदेश के पिछड़े वर्गों के लिए लागू आरक्षण पर सुनवार्इ की। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को प्रदेश के ग्राम सभाओं में निहित तालाबों, पोखरों, मीनाश्यों एवं प्रणालियों में विश्वकर्मा और प्रजापति समाज के लोगों को मिले आरक्षण की पूरी रिपोर्ट आयोग को प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने खाध एवं रसद विभाग के अधिकारियों को प्रदेश में खाधान्न वितरण की सरकारी दुकानों के आवंटन में ओ0बी0सी0 के आरक्षण की सिथति संबंधी रिपोर्ट 15 फरवरी तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने नियोजन विभाग के अधिकारियों से पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि (बी0आर0जी0एफ0फण्ड) के तहत पिछड़ा क्षेत्र के चयन की जानकारी ली और कहा कि पिछड़े वर्गों की आबादी के अनुपात में क्षेत्र का चयन होने पर इस वर्ग के लोग भी योजना से लाभानिवत हो सकेंगे।
आयोग के अध्यक्ष ने नोटरी में ओ0बी0सी0 के लिए आरक्षण लागू है कि नहीं इस संबंध में प्रमुख सचिव न्याय विभाग को विगत पांच वर्षों में नोटरी में हुर्इ नियुकित में पिछड़े वर्गों का प्रतिनिधित्व संबंधी रिपोर्ट आयोग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग को कोआपरेटिव संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों में पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण व्यवस्था पर रिपोर्ट आयोग की आगामी बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रदेश के स्पोर्टस कालेजों में ओ0बी0सी0 के लिए आरक्षण के संबंध में प्रमुख सचिव खेल-कूद तथा निदेशक खेल को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने सचिव बेसिक शिक्षा से प्रदेश की बेसिक शिक्षा की सभी पाठशालाओं में संचालित शिक्षा का एक ही पाठयक्रम के स्तर की जानकारी ली। उन्होंने प्रमुख सचिव समग्र ग्राम विकास विभाग को लोहिया ग्राम चयन किये जाने के आंकड़े एक़ित्रत किये जाने वाले प्रारूप में अन्य पिछड़े वर्ग की जनसंख्या का कालम बढ़ाये जाने के निर्देश दिये। सुनवार्इ के दौरान आयोग के अधिकारी तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए चलार्इ जा रही कल्याणकारी योजनाओं की सम्पूर्ण जानकारी श्रम विभाग के अधिकारी निर्माण स्थललेबर अडडों आदि स्थानों पर जाकर दें। वह योजनाओं के लिए किस प्रकार आवेदन करें, कौन सा श्रमिक किस योजना से आच्छादित हो सकता है आदि की पूरी जानकारी दी जाय। यदि कोर्इ श्रमिक योजना का लाभ प्राप्त करने से वंचित रह जाता है तो इसक लिए विभागीय अधिकारी उत्तरदायी माने जायेंगे। और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी। यह निर्देश आज प्रमुख सचिव, श्रम श्री शैलेश कृष्ण ने बापू भवन सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में दिये। उन्होंने समीक्षा में बालिका मदद योजना की धीमी प्रगति पर गहरा असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा श्रम अधिकारी प्रत्येक श्रमिक से व्यकितगत रूप से मिलकर उसे योजनाओं का लाभ पहुंचायें। उन्होंने कहा विगत वर्षों में योजना का लाभ न ले पाये श्रमिकों को भी अभियान चलाकर योजना का लाभ पहुंचाया जा प्रमुख सचिव ने कहा कि शासन द्वारा मूल्यांकन प्रभाग के माध्यम से सर्वें कार्य लखनऊ में प्रारम्भ करा दिया गया है। यह कार्य अब पूरे प्रदेश में चलाकर लाभानिवत श्रमिकों का ब्यौरा एकत्रित किया जायेगा। उन्होंने कहा आगामी समीक्षा बैठक तक सारे लक्ष्य पूरे कर लिये जायें, योजनाओं में शत-प्रतिशत प्रगति प्राप्त कर ली जाय अन्यथा संबंधित अधिकारी के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। प्रमुख सचिव ने बैठक में श्रमिकों को उत्तम कम्पनियों की साइकिलें दिये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा जनपद स्तरीय कार्यालयों में ब्राण्डबैंड सेवा प्राप्त करने के लिये धन जारी कर दिया गया है। कम्प्यूटरों में भी वेब काम दिये जा रहे हैं ताकि वीडियों क्रान्फ्रेनिसंग के द्वारा भी योजनाओं की प्रगति की जानकारी समय-समय पर ली जी सके। बैठक में श्रमिकों के लिए चलार्इ जा रही शिशु हित लाभ योजना, मातृत्व योजना, सौर ऊर्जा, साइकिल योजना आदि योजनाओं की गहन समीक्षा की गर्इ। बैठक में जानकारी दी गयी कि प्रदेश में अभी तक कुल 548728 श्रमिकों को पंजीकृत किया गया है। जिसमें दिसम्बर-2013 में ही 1,00,197 श्रमिकों का पंजीयन किया गया। दिसम्बर माह में श्रमिकों को विभिन्न योजनाओं में 5,53,64,081 रुपये की धनराशि वितरित की गर्इ। बैठक में सचिव श्रम, श्री राकेश ओझा, विशेष सचिव, श्रम श्री रूद्र प्रताप गुप्ता, श्रमायुक्त, सुश्री शालिनी प्रसाद सहित प्रदेश भर के उप श्रमायुक्त, सहायक श्रमायुक्त तथा श्रम प्रवर्तन अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री, प्रदेष प्रभारी अमित शाह अपने तीन दिवासीय दौरे पर मंगलवार से लखनऊ में रहेंगे। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने बताया कि 7,8 और 9 जनवरी को लखनऊ में रह कर श्री शाह पार्टी की चुनावी गतिविधियों को गति प्रदान करने के लिए विभिन्न स्तर पर अलग-अलग लोगों से विचार-विमर्ष करेंगे। श्री पाठक ने कहा कि अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक में प्रदेष की जनता को बांटती अखिलेष सरकारकी नीतियों के कारण सामान्य जन परेषान है। मुजफ्फरनगर और उसके आस-पास के र्इलाकों में आज भी 6000 से ज्यादा अज्ञात के नाम पर मुकदमें दर्ज है पुलिसिया उत्पीड़न जारी है। सरकार फर्जी मुकदमों की पड़ताल कर खत्म करने का प्रयास करने की बजाय एक बार फिर फूहड तुष्टीकरण पर उतारू है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेष यादव कह रहे है कि मुकदमा वापसी का कोर्इ प्रस्ताव नही है, जबकी सरकार के अपर महाधिवक्ता जफरयाव जीलानी कहते है कि मुलायम सिंह यादव और मुख्यमंत्री अखिलेष यादव ने मुजफ्फरनगर से सम्बंधित सीडी सुनी है। उनमें इन नेताओं के किसी तरह के भड़काऊ भाषण देने की बात सामने नही आर्इ है। इसके चलते आगे की कार्यवाही की जा रही है। श्री पाठक ने सवाल किया कि भ्रमित सरकार को चला कौन रहा है? फैसले कौन ले रहा है? लगातार विरोधाभाषी बयान क्यो? जब सरकार के अपर महाधिवक्ता यह प्रमाण पत्र मीडिया मे देगे की इन नेताओं ने कोर्इ भड़काऊ भाषण नही दिया, तो फिर सरकारी अमला रिपोर्ट कैसी देगा समझा जा सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Posted on 07 January 2014 by admin
समाजवादी पार्टी लखनऊ मध्य क्षेत्र के विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने आज कैसरबाग सिथत समाजवादी पार्टी नगर कार्यालय में जनता दर्शन में सैकड़ो लोगों से मुलाकत की। जिसमें बड़ी संख्या में सर्राफा व्यवसायीयों ने मिल कर श्रीमती अंकिता एवं उनकी पुत्री वाणी पुत्र दिव्यांश के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग की।
सर्राफा व्यपारियों ने सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा को बताया कि 18 अगस्त 13 को श्री अमित अग्रवाल 50 से अधिक सर्राफा व्यापारियों का पैसा लेकर अपनी पत्नी एंव बच्चों को लेकर फरार हो गया था बाद में 13 दिसम्बर को जगन्नाथपुरी के एक होटल में उसने अपनी पत्नी एवं बच्चों की हत्या कर फरार हो गया।
सर्राफा व्यपारियों ने सपा विधायक ने श्री रविदास मेहरोत्रा ने श्रीमती अंकिता अग्रवाल तथा उनकी पुत्री एवं पुत्र की हत्या की एस0टी0एफ0 से जांच कराने की मांग की।
सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने अंकिता अग्रवाल तथा उनके दोनों बच्चों की हत्या की एस0टी0एफ0 से जांच कराने के लिए प्रमुख सचिव गृह को पत्र ज्ञापन दिया।
जनता दर्शन में बड़ी संख्या में आये फुटपाथ दुकानदारों, ठेले, खोमचे वालों सब्जी एवं फल विक्रेताओं ने सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से मांग की बिना किसी वैकलिपक व्यवस्था के दुकान उजाड़ने की कार्यवाही बन्द हो तथा पुलिस की अवैध वसूली रोकी जाये। सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर मांग की है कि पटरी दुकानदारों को स्थार्इ रूप से बसाया जाये। उन्होनें कहा कि पटरी दुकानदारों के पास अपने परिवार के पालन पोषण की और कोर्इ व्यवस्था नहीं है। श्री मेहरोत्रा ने मांग की है कि हैदर कैनाल नाला जो राजाजीपुरम से मवर्इया से होता हुआ कालीदास मार्ग तक बहता है को ढक कर उस पर सड़क एवं फुटपाथ बनाया जाये 8 कि0मी0 से अधिक इस रोड पर दस हजार से अधिक दुकानें बन सकती है। श्री मेहरोत्रा ने बताया कि हैदर कैनाल नाले पर ढक कर सड़क फुटपाथ एवं दुकाने बनने से यातायात की समस्या का सामधान तथा पटरी दुकानदारों का स्थार्इ हल हो जायेगा। जनता दर्शन में बड़ी संख्या में आये नागरिकों एवं महिलाओं ने टूटी हुयी सड़को, गलियों एवं नालियों के निर्माण की मांग की। सपा विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा ने बताया कि शीघ्र ही लखनऊ मध्य क्षेत्र में लगभग 15 करोड़ से अधिक का कार्य सम्रग विकास योजना के अन्तर्गत शुरू होगा। श्री मेहरोत्रा ने बताया कि शीघ्र ही मध्य क्षेत्र के हर मौहल्लों एवं गलियों में जनता को विकास का कार्य दिखार्इ पड़ेगा। जनता दर्शन में आये लोगों ने विधायक श्री रविदास मेहरोत्रा से जबरदस्त ठंड एवं शीत लहर के प्रकोप को देखते हुए अलाव जलाने की मांग की। श्री मेहरोत्रा ने नगर निगम अधिकारियों से वार्ता कर निर्देश दिया है कि सभी चौराहों एवं मलिन बस्तीयों में शीत लहर से बचने के लिए अलाव जलाये जाये। जनता दर्शन में आयी विधवाओं के पेंशन फार्म भरे गये तथा गरीब कन्याओं के विवाह एवं इलाज हेतु अनुदान के फार्म भरे गये। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिलायें एवं नागरिक उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 07 January 2014 by admin
आज भारतीय जनता पार्टी, के प्रदेश अध्यक्ष आदरणीय श्री लक्ष्मीकान्त बाजपेयी जी की चाची जी का देहान्त आज सुबह आनन्दबाग, कानपुर महानगर मे हो गया। जिनकी उम्र 90 वर्ष की थी। शोक सम्वेदना हेतु लखनऊ से माŒ डाŒ लक्ष्मीकान्त बाजपेयी जी कानपुर आये। भैरवघाट मे उनकी चाची जी की अनितम संस्कार किया गया। इस दुखद समय पर महानगर अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र मैथानी, सुनील बजाज, रघुराज सरन गुप्ता, प्रमोद विश्वकर्मा, दीपक ंिसह आदि उपसिथत रहे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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