प्रदेश के सहकारी चीनी मिल संघ के प्रबंध निदेशक डा0 बी0के0 यादव ने बताया कि आफ सीजन के दौरान 23 सहकारी चीनी मिलों में उत्कृष्ट उत्पादक कृषकों के व्यापक हित में पेरार्इ सत्र 2013-14 का संचालन निर्धारित समय पर प्रारम्भ कर दिया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित किये गये गन्ना मूल्य 280 रुपये प्रति कुं0 का भुगतान कृषकों को नियत समय पर किया जा रहा है। अभी तक 205.36 करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान कर दिया गया है। पेरार्इ सत्र 2013-14 के दौरान 31 दिसम्बर तक 192.43 लाख कुं0 गन्ने की पेरार्इ कर 14.31 लाख कुं0 चीनी का उत्पादन किया गया। पेरार्इ सत्र 2009-10 के पश्चात बंद बड़ी पुवायाँ मिल शाहजहाँपुर का पेरार्इ सत्र 2013-14 से पुन: पेरार्इ का शुभारम्भ मुख्यमंत्री जी द्वारा 23 दिसम्बर को किया गया। इस मिल में पेरार्इ कार्य तेजी से किया जा रहा है।
श्री यादव ने बताया कि सम्पूर्णानगर सहकारी चीनी मिल में परिपक्वता (मेच्योरिटी) आधारित गन्ना कटार्इ की योजना लागू की गयी, जिसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी इसी प्रकार की योजना चीनी परता में बढ़ोत्तरी प्राप्त करने के उद्देश्य से लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उच्च चीनी परता एवं उपजदायी शीघ्र प्रजातियों के बीच संवर्धन कार्यक्रम को प्रारम्भ किया गया है तथा भविष्य में उच्च चीनी परता के रूप में इसके सकारात्मक परिणाम आयेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 के पश्चात बंद पड़ी मझोला आसवनी का पुन: संचालन कराया जा रहा है। स्नेहरोड़ चीनी मिल में 40 कि0ली0 प्रतिदिन क्षमता की आसवनी एवं ऐथनाल प्लाण्ट की स्थापना की कार्यवाही प्रगति पर है। ननौता, अनूपशहर, नानपारा एवं कायमगंज चीनी मिलों की आसवनियों में 20 कि0ली0 प्रतिदिन क्षमता की ऐथनाल प्लाण्ट की स्थापना की कार्यवाही प्रगति पर है। शीरा वर्ष 2012-13 में विक्रय किये गये शीरे की औसत दर 329.81 प्राप्त की गयी जो कि गत वर्ष की तुलना में 42.94 रुपये प्रति कुं0 अधिक है। स्नेहरोड़ एवं रमाला चीनी मिलों में को-जेनरेशन प्लाण्ट की स्थापना हेतु कार्यवाही प्रगति पर है। रमाला चीनी मिल के क्षमता विस्तारीकरण के संबंध में कार्यवाही प्रगति पर है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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