Archive | January 8th, 2014

दो दिवसीय राष्टृीय बुंदेली भाषा सम्मेलन ओरछा में सम्पन्न

Posted on 08 January 2014 by admin

अखिल भारतीय बुंदेलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद के तत्वावधान में मध्यप्रदेष और उत्तर प्रदेष में विभाजित सम्पूर्ण बुंदेलखण्ड के सैकड़ों साहित्यकारों ने आठ सत्रों में बुंदेली भाषा के उन्नयन के बारे में’मंथनसम्पन्न किया अधिवेषन का उदघाटन, ऐतिहासिक तीर्थ ओरछा के बुंदेलखण्ड रिवर साइड सभा भवन में भारत के ग्र्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य नर्इ दिल्ली ने किया और अध्यक्षता ओरछेष मधुकरषाह जू देव ने की,संचालन वर्षा चतुुर्वेदी द्वारा किया गया। इस अवसर पर 1935 में स्थापित श्री वीरसिंदेव पुरस्कार को ओरछा में ही पुर्नजीवित करते हुये ‘प्रथम वीरसिंहदेव पुरस्कार-2014, विगत पांच दषकों के साहितियक अवदान का आकलन करते हुये वरिष्ठ साहित्यकारा श्री कैलाष मड़बैया भोपाल को ओरछेष महाराजा मधुकरषाह जू देव एवं भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्री प्रदीप जैन आदित्य द्वारा अंगवस्त्र,प्रषसित पत्र,निर्धारित मान देय राषि और श्रीफल सहित पुरस्कार ,भव्य साहित्य समारोह में प्रदत्त किया गया। उल्लेखनीय यह है कि अखिल भारतीय बुंदेलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद द्वारा बुंदेली काव्य, इतिहास, भूगोल,गदय और मानकीकरण के उपरान्त इस वर्ष बुंदेलखण्ड की विलुप्त होती हुर्इ पारम्परिक लोक कथाओं के ग्रंथ ‘बुंदेलखण्ड की लोक कथायें, बुंदेली में ‘सृजन और सम्पादन श्री कैलाष मड़बैयाएवं ‘बुंदेली वार्षिक कनेंण्डरका लोकार्पन अतिथि द्वय द्वारा किया गया।समारोह का प्रारंभ बुंदेलखण्ड के राज्य गीत ‘हमारी माटी बुंदेलीसे उमाषंकर खरे उमेष द्वारा कन्याओं की सांगीतिक प्रस्तुतियों से कराया गया। पत्रकार षिरोमणि पं बनारसीदास चतुर्वेदी को श्री दुर्गेष दीक्षित द्वारा आलेख पाठ से स्मरण किया गया।परिषद के प्रतिवेदन श्री रुपराजषर्मा और वीरसिंह देव पुरस्कार के लिये डा.कामिनी दतिया द्वारा प्रषसितवाचन के.उपरान्त मुख्य.अतिथि बतौर बोलते हुये,केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री आदित्य ने कहा कि बुंदेली को आठवी अनुसूची में स्थान मिलना ही चाहिये वे इसके लिये श्री मड़बैया जी और मधुकरषाह जी के साथ साथ तन मन धन से जुड़े हुये हैं।बुंदेलखण्ड के छै करोड़ लोगों को उनका स्वाभिमान दिलाकर ही चैन लेंगे। श्री प्रदीप जैन          ’आदित्य ने घोषण़ा की कि वे प्रतिवर्ष अपनी माता जी के नाम पर’श्रीमतीषांति देवी बुंदेली पुरस्कारपचास हजार रुपयों का, अखिल भारतीय बुंदेलखण्ड साहित्य एवं संस्कृति परिषद भोपाल को ,सांसद रहें या नहीं,प्रतिवर्ष उपलब्ध करते रहेंगे।  श्री मधुकरषाह द्वारा वीरसिंहदेव पुरस्कार की अनसुंषा और इतिहास के अनछुये प्रसंगों पर प्रकाष डालते हुये आभार ज्ञापित किया गया।दूसरे दिन की अध्यक्षता पूर्व जनसम्पर्क मंत्री म.प्र.और वर्तमान पिधायक मानवेन्द्रसिंह अली राजपुर द्वारा की गर्इ।      0 प्रमुख साहित्यकार जिन्होंने षोध आलेख पढ़े,काव्य पाठ किया ,सम्मानित हुये 0 साहितियक सत्र- बुंदेली लोक कथाओं का प्रस्तुतीकरण, बुंदेली के सामने आने बाली चुनौतियां , बुंदेली के मानक ललित ‘िनंबंध और बुंदेलखण्ड परिषद की इकाइयों द्वारा किये गये कार्यो पर संगोष्ठी में डा.नेमिचंन्द्र जैन अमेरिका,डां.लखन लाल प्राचार्य जीवाजी विष्ववि0करेरा, आषा पाण्डेय ग्वालियर,डा.देवदत्त द्विवेदी छतरपुर ,राहुल होषंगाबाद, डा.वीरेन्द्र निर्झर महोबा,मेधराज सिंह कुषवाहा झांसी,डा..जगदीष रावत ओरछा, प्रभुदयाल श्रीवास्तव दमोह, षिवराम उजाला छिंदवाडा,षकूरमोहम्मद एवं रामस्वरुप षर्मा टीकमगढ ,दुर्गेष दीक्षित कुण्डेष्वर, सुदेष सोनी ललितपुर, हरिषंकर षिवपुरी,संतोष पटेरिया खुजुराहो, उमाषंकर खरे पृथ्वीपुर, हरगोविन्द   तिवारी सागर, हरगोविंद कुषवाहा पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेष,डा.षिरोमणि सिंह पथ भिण्ड ,डा.जवाहरलाल द्विवेदी गुना,रामस्वरुप स्वरुप सेंवढ़ा,हर्षवर्धन चतुर्वेदी निवाडी ,बाबूलाल द्विवेदी बानपुर, रधुवीरसिंह भदौरिया आलमपुर, डा लगदीष खरे झांसी, गोकुल सरोज ललितपुर, ग्यासीराम अटल दबोह,ष्यामश्रीवास्तव सनम डबरा,स्वतंत्र कुमार सक्सेना ग्वालियर ,डा.मातादीन मिश्रा आनन्द पृथ्वीपुर,रामेष्वर दयाल ओरछा ,लालजी सहाय लाल एवं कललितपुर,आर के पुरोहित टीकमगढ, राजकुमार पुजारी पृथ्वीपुर,रामनारायण हिन्डोलिया आलमपुर,डा.षिवेन्द्रसिंह रोन, डा.कामिनी सेंवढा, रुपराज पन्ना,मालती जैन भोपाल,वर्षा चौबे भोपाल ,राजेन्द्र विदुआ एवं गनेष प्रसाद षुक्ला टीकमगढ, भागीरथ प्रजापति बडागांव ओम पंकाष श्रीवास्तव ओज दतिया ,लोकेन्द्र सिह सूरीकला,राकेष कुमार तिवारी,संजीव कडा,उत्तम कुमार चढार ओरछा आदि आदि लगभग एक सौ से अधिक साहित्यकारों ने सकिय भागीदारी की और बुंदेली के अखिल भाारतीय कविसम्मेलन में अपनी उत्कृष्ठ काव्य रचनायें प्रस्तुत कर सम्मानित हुये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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राज्य स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन

Posted on 08 January 2014 by admin

युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल विभाग, उ0प्र0 द्वारा आज युवा कल्याण महानिदेशालय के प्रेक्षागृह में दो द्विवसीय राज्य स्तरीय युवा उत्सव का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव श्री चन्द्र प्रकाश ने पूरे प्रदेश से आये हुए कलाकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि सही अर्थों में जिस प्रकार पूरी प्रकृति एवं ब्रम्हाण्ड में हर-पल हर समय उत्सव का माहौल रहता है उसी प्रकार मनुष्य जीवन में भी हमेशा उत्सव का माहौल रहना चाहिये परन्तु मनुष्य हमेशा परेशानियों एवं समस्याओं और दु:खों में घिरा होने के कारण उसे महशूस नहीं कर पाता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन मनुष्य को कुछ समय निकाल कर संगीत एवं मनोरंजन के माध्यम से उत्सव मनाना चाहिये। खुश रहने का सबसे अच्छा तरीका यही है। हमारी जिन्दगी का दूसरा पहलू है कि हमें अपने जीवन में हर-पल उत्सव मनाने का प्रयास करना चाहिये। श्री चन्द्र प्रकाश ने कलाकारों से अपना सर्वश्रेष्ठ कला का प्रदर्शन कर राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करने को कहा। उन्होंने सभी बच्चों को भविष्य में अच्छी सफलता मिले इसकी कामना की।
युवा कल्याण के महानिदेशक श्री राम सिंह ने कहा कि भारत सरकार का उद्देश्य है प्रदेशों के चुने हुए कलाकारों को अपनी प्रतिभा राष्ट्र स्तर पर दिखाने का अवसर मिले।
कार्यक्रम से पूर्व महानिदेशक एवं विभागीय अधिकारियों ने प्रमुख सचिव का स्वागत एवं अभिनन्दन किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक निदेशक श्री चतुर्भुज मिश्र ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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उ0प्र0 जल निगम में कार्मिकों की सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया में आरक्षण अधिनियम का उल्लंघन

Posted on 08 January 2014 by admin

उ0प्र0 जल निगम में सहायक अभियन्ता (सिविल) के 93 पदों, सहायक अभियन्ता के 16 पदों, जूनियर इंजीनियर (सिविल) के 470 पदों, जूनियर इंजीनियर के 65 पदों, सहायक जियोफिजिस्ट के 02 पदों, सहायक हाइड्रोजियोलाजिस्ट के 03 पदों तथा सहायक शोध अधिकारी के 06 पदों पर कुल 655 रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया जारी है। जिसमें 144 से अधिक पदों पर पिछड़ी, एस0सी0 एवं एस0टी0 जातियों के योग्य अभ्यर्थियों के स्थान सवर्ण अभ्यर्थियों की अवैध नियुकितयाँ करके सवर्णों को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया है।
उ0प्र0 राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष श्री राम आसरे विश्वकर्मा ने आज यहां इनिदरा भवन सिथत आयोग के सभाकक्ष में उ0प्र0 जल निगम के रिक्त पदों पर सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया में हुये आरक्षण अधिनियम के उल्लंघन विषय पर प्राप्त शिकायत में जल निगम के प्रबन्ध निदेशक को आयोग में तलब कर सुनवार्इ की। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 लोक सेवा (अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जन-जातियों और अन्य पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम-1994 के प्रावधानों के अनुसार यदि इन वर्गों के अभ्यर्थी योग्यता के आधार पर खुली प्रतियोगिता में सामान्य अभ्यर्थियों के साथ चयनित होते हैं तो उन्हें इनके लिए आरक्षित श्रेणी के पदों की रिकितयों में समायोजित नहीं किया जायेगा, बलिक उन्हें सामान्य अभ्यर्थियों की श्रेणी में 50 प्रतिशत अनारक्षित रिकितयों के अन्तर्गत समायोजित किया जायेगा, लेकिन आयोग को प्राप्त शिकायत में उ0प्र0 जल निगम के विभिन्न रिक्त पदों पर की गयी अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सीधी भर्ती की चयन प्रक्रिया में आरक्षण अधिनियम का उल्लंघन कर इन वर्गों के योग्य अभ्यर्थियों को भी चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया।
श्री विश्वकर्मा ने आयोग को प्राप्त शिकायत के आधार पर बताया कि ओ0बी0सी0 के जो योग्य अभ्यर्थी सामान्य अभ्यर्थियों की मेरिट सूची में होने चाहिए उनकी भी नियुकित इनके लिए लागू 27 प्रतिशत आरक्षण पर ही की गयी है। जिससे इस वर्ग के योग्य अभ्यर्थियों को सही न्याय नहीं मिला और वे नियुकित पाने में असफल रहे। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 जल निगम के प्रबन्ध निदेशक ने आयोग के समक्ष भर्ती प्रक्रिया में हुर्इ गलती को स्वीकार भी किया है। आयोग के अध्यक्ष ने जल निगम के अधिकारियों को तीन दिन के भीतर आयोग में नियुकित प्रक्रिया के संबंध में जवाब दाखिल करने के निर्देश दिये, जिससे सच्चार्इ की जांच कर पीडि़त को न्याय दिलाया जा सके। सुनवार्इ के दौरान आयोग के उपाध्यक्ष श्री दीप सिंह पाल व श्री राज नारायण बिन्द, सदस्य श्रीमती निर्मला यादव के साथ-साथ आयेाग के अधिकारी तथा संबंधित विभाग के अधिकारी उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में लायन सफारी के कार्योे की समीक्षा कर रहे थे ।

Posted on 08 January 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव, श्री जावेद उस्मानी ने निर्देश दिए हैं कि लायन सफारी के महत्वपूर्ण कार्यो के साथ-साथ लायन ब्रीडर सेन्टर की स्थापना आगामी 31 जनवरी तक गुणवत्ता के साथ अवश्य पूर्ण करा लिया जाय। उन्होने निर्देश दिये कि लायन सफारी के स्टाफ के रहने हेतु स्टाफ क्वाटरों के अवशेष कार्य आगामी 31 मार्च तक अवश्य पूर्ण हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लायन सफारी का कार्य विश्व स्तरीय कराने के उददेश्य से अन्तर्राष्ट्रीय सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों से समन्वय किया जाय। लायन सफारी को केन्द्रीकृत करते हुए अन्य वन्य जीवों के सफारी को शुरू करने के प्रयास किए जायें।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में लायन सफारी के कार्योे की समीक्षा कर रहे थे । उन्होने इकोलाजी के अनुसार हाथी गैण्डा, हिरण प्रजातियों, जेब्रा, कंगारू, आसिट्रच, जिराफ आदि पशुओं को रखे जाने की संभावनाओं को तलाश करने हेतु अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कंसलटेन्ट रखे जाने की कार्यवाही प्रारंभ की जाय।  उन्होनें कहा कि आगन्तुकों को आकर्षित कराने के लिए आकर्षक साइनेज युक्त पशु बाड़ों का विकास कराया  जाए। पर्यावरण एवं वन्यजीव परिचय केन्द्र, नेचर शांप, इन्टरएकिटव वेबसाइट, आकर्षक पम्पलेट ब्रोशर आदि तैयार कराया जाए।
श्री उस्मानी ने कहा कि लांयन सफारी के अन्तर्गत आधुनिक पशुचिकित्सालय को आधुनिक साज सज्जा एवं उपकरण उपलब्ध कराए जाएं। इनके संचालन हेतु पशुचिकित्सक व सम्बनिधत स्टाफ को उपयुक्त प्रशिक्षण दिया जाए। सफारी मे तैनात अधिकारी, पशुचिकित्सक, स्टाफ आदि के लिए उच्च कोटि के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। इसके लिये राष्ट्रीय  एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण, अध्ययन भ्रमण की व्यवस्था की जाए। उन्होने कहा कि लायन सफारी में प्रभावी वालेन्टीयर कार्यकम संचालित कराया जाए। उन्होने कहा कि आगन्तुकों की सुविधा के लिए कैफेटेरिया, रेस्टोरेन्ट की सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिशिचत कराने के साथ-साथ जनसम्पर्क के समस्त आधुनिक आयामों का विकास कराया जाए। लांयन सफारी के उपयोग हेतु एक रेस्क्यू वाहन तथा दो आधुनिक एम्बुलेन्स की व्यवस्था करायी जाए, इसके अतिरिक्त अन्य आवश्यक साज सामान, वाहन, टूल्स, प्लान्ट, मशीनरी भी व्यवसिथत किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव, वन एवं पर्यावरण श्री बी एन गर्ग, प्रमुख सचिव वित्त श्री आनंद मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये

Posted on 08 January 2014 by admin

मुख्य सचिव  उत्तर प्रदेश  जावेद उस्मानी ने निर्देश दिये हैं कि अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु प्रदेश के 20 जनपदों में असेवित क्षेत्रो में शैक्षणिक हब स्थापित करने हेतु प्रत्येक जनपद में मांंडल इण्टर कालेज की स्थापना कराए जाने हेतु विस्तृत कार्य योजना का अनुमोदन सक्षम स्तर से प्राप्त किया जाए। मांंडल इण्टर कालेज में कक्षा- 1 से लेकर कक्षा-12 तक का पठन-पाठन सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के कतिपय माध्यमिक स्तर के ऐसे विधालय जिनके पास मजबूत आधारभूत संरचना के साथ-साथ आधुनिक शिक्षा देने की व्यवस्था होगी, ऐसे  निजी विधालयों में अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र, छात्राओं की शिक्षा के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के उददेश्य से शैक्षिक हब की स्थापना कराये जाने हेतु शैक्षिक अवस्थापना का विस्तार कर ने हेतु  अनुदान भी दिया जायेगा।  ग्राम समूह व वार्ड में जिनमें कम से कम 25 प्रतिशत जनसंख्या अल्पसंख्यक की हो, ऐसे अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में स्थापित, निजी क्षेत्र के विधालयों तथा अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में नवीन स्थापित होने वाले विधालयों को अनुदान दिया जायेगा।
मुख्य सचिव आज शास्त्री भवन सिथत अपने कार्यालय कक्ष के सभागार में अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु प्रदेश के 20 जनपदों में स्थापित होने वाले शैक्षणिक हब में निजी क्षेत्र की सहभागिता के संबंध में प्रस्तावित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में पूर्व से संचालित विधालयों में नए क्लास रूम, पुस्तकालय एवं आवश्यक शैक्षिक सुविधाओं का विस्तार करने अथवा निजी क्षेत्र पर पूर्व से संचालित विधालयों के अतिरिक्त विधालय खोलने अथवा नए विधालय खोलने के प्रस्ताव पर  विचार कर अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा। संबंधित विधालयों को प्रत्येक वर्ष घोषित क्षमता के आधार पर प्रवेश में कम से कम 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के नवीन प्रवेश अवश्य देने होंगे । पूर्व में स्थापित माध्यमिक स्तर के विधालयों में कला, विज्ञान एवं वाणिज्य में से कम से कम दो वर्ग को मान्यता अवश्य प्राप्त होनी चाहिए।
श्री उस्मानी ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के शैक्षिक विकास हेतु शैक्षणिक हब हेतु प्राप्त प्रार्थना-पत्रों की अर्हता एवं वरीयता का प्राथमिक परीक्षण जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा किया  जायेगा। अनुदान स्वीकृति के पश्चात जिलाधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी तथा जिलाधिकारी द्वारा नामित लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता की समिति द्वारा निर्माण कार्र्य का निरीक्षण व तकनीकी परीक्षण सुनिशिचत किये जाने के फलस्वरूप ही आगामी किस्त अवमुक्त की जायेगी। शासकीय अनुदान हेतु विकसित नवीन विधालय में प्रवेश प्रकि्रया के संचालन हेतु एक विधालय प्रवेश समिति का गठन किया जायेगा जिसमें विधालय के प्रधानाचार्य, जिला विधालय निरीक्षक तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी स्वयं अथवा उनके प्रतिनिधि सदस्य होगे।  प्रवेश समिति का दायित्व होगा कि नवीन स्थापित विधालयों में प्रवेश पारदर्शी तरीके  से सुनिशिचत हो तथा न्यूनतम 50 प्रतिशत अल्पसंख्यक समुदाय के स्थानीय छात्र-छात्राओं का प्रवेश अवश्य सुनिशिचत हो। जनपद में स्थापित होने वाले मांंडल  स्कूलों में किसी भी निजी प्रबन्ध तन्त्र को एक ही विधालय हेतु अनुदान दिया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण, श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव माध्यमिक शिक्षा, श्री जितेन्द्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपसिथत थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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