Archive | January 2nd, 2014

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा

Posted on 02 January 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव नजदीक हैं और उत्तर प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस पार्टी की जमीन खिसकती ही जा रही है। समाजवादी पार्टी जनता की विश्वसनीयता के साथ वैकलिपक राजनीति की मुख्य सूत्रधार बनकर उभर रही है। कांग्रेस और भाजपा की यह दुर्दशा लखनऊ से दिल्ली तक इसके नेताओं की जानकारी में है। फिर भी वे अपनी ढपली अपना राग छेड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं। इनके सहारे अपनी नाव खेने की कुचेष्टा में बसपा भी अपने हाथपांव फेंक रही है। जनता ने इन सबको चुनाव में कोर्इ भाव न देने का मन बना लिया है।
कांग्रेस और भाजपा के नेता मुजफफरनगर की यात्राएं कर गए है। उन्होने किसी पीडि़त को कोर्इ मदद नहीं की। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कर्इ बार कहा कि विपक्षी नेता अपने सुुझाव दें तो सरकार उन पर अमल करेगी लेकिन किसी ने कोर्इ सुझाव या सलाह नहीं दी। एक नेताजी जेल से छूटते ही पटना से मुजफफरनगर पहुच गए और वहां की सिथति के बारे में अनर्गल बयान दे बैठे। उन्हें पीडि़तों के बजाय कांग्रेस की चिन्ता सता रही है और श्री मुलायम सिंह यादव के विरोध में बोलते हुए वे राजनीतिक शिष्टाचार भूल गए। श्री मुलायम सिंह यादव उनसे वरिष्ठ है और उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री बनाने में भी उनकी प्रमुख भूमिका थी। यह उन्हें भूलना नहीं चाहिए। दरअसल, विपक्ष केवल अपनी सियासत की रोटियां सेंकने में ही लगा है, उसका जनहित से कोर्इ वास्ता नहीं है। काष, घडि़याली आंसू से सहानुभूति जतानेवाले मानवीय संवेदना का भी पाठ पढ़ते।
गुजरात से आयातित प्रभारी उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सांप्रदायिक तत्वों के हाथ का खिलौना बना रहे हैं। समाजवादी पार्टी धर्मनिरपेक्षता के लिए संघर्षशील रही है। उसने ही भाजपा को दिल्ली पहुचने से रोका है और संकट के समय यूपीए सरकार की रक्षा की है। अब उक्त प्रभारी समाजवादी पार्टी और इसके लोकप्रिय नेता श्री मुलायम सिंह यादव की खिलाफत कर अपने प्रांतीय भार्इ मोदी की ही वकालत कर रहे है। कैसा संयोग है कि मंगलवार की फलाइट से भाजपा के प्रभारी और वह एक ही दिन एक साथ लखनऊ आए। इससे लगता है कि भाजपा कांग्रेस दोनों समाजवादी पार्टी के खिलाफ साजिश में एक हैं और उन्हीं की शह पर बसपा श्री अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के पहले दिन से ही प्रदेश में समाजवादी पार्टी सरकार की बर्खास्तगी की मांग कर रही है। ऐसे में मुसलमान कांग्रेस के साथ जाएगें, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस विधान सभा चुनावों में तीसरे चौथे नम्बर की प्रतिस्पद्र्धा करते दिखार्इ दिए हैं। जनता ने उन्हें समाजवादी पार्टी की सीधी प्रतिद्वंद्विता में भी नहीं रखा है। बसपा को जनता ने उसके काले कारनामों के चलते सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है। समाजवादी पार्टी सरकार ने जनहित में जो तमाम निर्णय लिए है उससे किसान, नौजवान और मुसलमान सभी लाभानिवत हुए है। मुसलमान जानता है कि समाजवादी पार्टी और श्री मुलायम सिंह यादव उनकी हर मुसीबत में साथी रहे है। कांग्रेस- भाजपा ने बाबरी मसिजद तुड़वार्इ, श्री मुलायम सिंह यादव ने सरकार गिरने का खतरा उठाकर भी मसिजद बचार्इ। मुसिलमों के पक्ष में खड़े होकर उन्होने ही यह कहा था कि यह देश संविधान से चलेगा, आस्था से नहीं। कांग्रस-भाजपा जानते है कि अब केन्द्र में उनका बहुमत नहीं आनेवाला है, इस बार दिल्ली में जोर तीसरी ताकतों का होगा। समाजवादी पार्टी उसमें निर्णायक भूमिका निभाएगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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श्री मुलायम सिंह यादव ने नववर्ष पर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए

Posted on 02 January 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने नववर्ष पर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करते हुए आशा जतार्इ है कि समाज के गरीब, कमजोर और अल्पसंख्यक समुदाय को रोजी-रोटी के साथ सम्मान से जीने का अवसर मिलेगा।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने नववर्ष पर प्रदेशवासियों को बधार्इ देते हुए कहा है कि नए वर्ष में प्रदेश विकास की नर्इ मंजिले हासिल करेगा। समाजवादी विचार तथा आंदोलन को मजबूती मिलेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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नववर्श की शुभ कामनाओं के आदान प्रदान के लिए आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के

Posted on 02 January 2014 by admin

नववर्श की शुभ कामनाओं के आदान प्रदान के लिए आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के निवास 5-विक्रमादित्य मार्ग, और मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के आवास 5-कालिदास मार्ग, लखनऊ पर आज पार्टी कार्यकर्ताओं, विधायकों, सासदों, अधिकारियों, पत्रकारों तथा गणमान्य नागरिकों की भारी तादाद में उपसिथति थी। बड़ी संख्या में मुसिलम महिलाएं, उलेमा तथा इमाम भी नए साल की बधाइयां देने आए थे।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने नववर्ष पर सबकी बधाइयां स्वीकार करते हुए हर प्रदेशवासी के लिए सुख शांति की कामना की। उन्होने कहा कि नया वर्ष नर्इ चुनौतियां लेकर आया है। इस वर्ष हमारी भी अगिन परीक्षा हैं। उन्होने आशा जतार्इ कि लोकसभा के होनेवाले चुनावों में वैकलिपक राजनीति की नर्इ धारा प्रवाहित होगी। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से मिलने आज सैकड़ों की संख्या में लोग उनके आवास पर एकत्र हो गए थे। उन्होने सभी से भेंट की और सबको नए वर्ष की मंगलकामना की। उन्होने उम्मीद जतार्इ कि वर्ष 2014 में समाजवादी पार्टी की केन्द्र में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। इसके लिए हमें अभी से तैयार रहना है।
समाजवादी पार्टी कार्यालय में लोक निर्माण एवं सिंचार्इ, सहकारिता मंत्री  श्री शिवपाल सिंह यादव ने बड़ी संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं से भेंट की और नववर्ष की शुभकामनाएं दी।
आज मध्यान्ह मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव कारागार मंत्री श्री राजेनद्र चौधरी के साथ नरही सिथत चिडि़याघर पहुचे और उन्होने  इटावा में लायन सफारी में भेजे जानेवाले शेरों के बारे में पड़ताल की। मुख्यमंत्री जी ने गुजरात से लाए गए शेरों के स्वास्थ्य और उनकी खूराक के बारे में जानकारी ली। श्री अखिलेश यादव जब शेरों के बाड़े की तरफ गए तो शेरों ने उन्हें गौर से देखा और जोर से दहाड़ लगाकर मुख्यमंत्री जी का अभिनन्दन किया है। इस मौके पर चिडि़याघर में जन्तु उधान राज्यमंत्री डा0 एस0पी0 यादव और हजारों घूमनेवालों ने मुख्यमंत्री जी का स्वागत किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आर्इ0टी0आर्इ0की परीक्षा 11 मर्इ को

Posted on 02 January 2014 by admin

उत्तर प्रदेश के समस्त राजकीय औधोगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण सत्र वर्ष 2014 में प्रवेश के लिए चयन परीक्षा आगामी 11 मर्इ 2014 (रविवार) को आयोजित की जायेगी।
निदेशक व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास सुश्री अनिता श्रीवास्तव ने यह जानकारी देते हुये बताया कि परीक्षा दो पालियों में ली जायेगी। प्रथम पाली प्रात: 9:00 बजे से 11:30 बजे तक तथा द्वितीय पाली अपराहन 2:00 बजे से 4:30 बजे तक आयोजित होगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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महिला उधमी प्रोत्साहन योजना प्रदेश के 12 मण्डलों में लागू

Posted on 02 January 2014 by admin

आयुक्त एवं निदेशक उधोग श्री एल0 वेंकटेश्वर लू ने बताया कि उ0प्र0 शासन द्वारा प्रदेश की महिला उधमियों के सशकितकरण के लिए महिला उधमी प्रोत्साहन योजना-2013 लागू की गयी है, जो कि पूर्वांचल, मध्यांचल तथा बुंदेलखण्ड के 12 मण्डलों- लखनऊ, कानपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, फैजाबाद, इलाहाबाद, बस्ती, झांसी, चित्रकूट, गोरखपुर, देवीपाटन, आज़मगढ़ के 49 जनपदों में क्रियानिवत है। इस योजना के अन्तर्गत इण्टरमीडिएट पास कुल 515 महिला उधमियों को योजना का लाभ वित्तीय वर्ष 2013-14 में प्रदान किया जाना है, जिसमें प्रदेश के अल्पसंख्यक समुदाय की 103 महिला उधमियों को विशेष रूप से योजना का लाभ दिया जाना है ताकि बेरोजगार महिलाओं द्वारा अपना उधम स्थापित किया जा सके।
उन्होंने कहा कि महिला उधमियों द्वारा बुंदेलखण्ड, पूर्वांचल व मध्यांचल के जिलों में स्थापित की जाने वाली सूक्ष्म व लघु उधोग इकाइयों में प्लाण्ट मशीनरी लगाने के लिए राष्ट्रीयकृत बैंकों, उ0प्र0 वित्तीय निगम, पिकप या अन्य वित्तीय संस्थाओं से स्वीकृत सावधि ऋण पर 5 प्रतिशत की दर से अधिकतम रु0 50,000 प्रति इकार्इ प्रतिवर्ष की दर से 5 साल के लिए 2.50 लाख रुपये ब्याज उपादान की सुविधा उपलब्ध होगी। किसी अन्य योजना के तहत ब्याज उपादान का लाभ प्राप्त करने वाली इकाइयों या पी0एम0र्इ0जी0पी0 के तहत लाभानिवत इकाइयों को योजना का फायदा नहीं मिलेगा। इस योजना में लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र महिला उधमी अपना आवेदन जिले के महाप्रबन्धक, जिला उधोग केंद्र कार्यालय को प्रस्तुत करेंगी। जिला उधोग केंद्र के महाप्रबन्धक से मांग पत्र संस्तुति संबंधी कागजात मिलने के बाद उधोग निदेशालय, उ0प्र0 द्वारा ब्याज उपादान का भुगतान सीधे इकार्इ के बैंक खाते में हस्तान्तरित कर दिया जायेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समस्त स्वीकृति धनराशि 31 मार्च तक व्यय करें- गंगवार

Posted on 02 January 2014 by admin

प्रदेश के लघु उधोग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भगवत सरन गंगवार ने विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कहा कि बन्थरा उन्नाव में एम0एस0डी0सी0 एवं टेसिटंग लैब की परियोजना माह जनवरी, 2014 तक पूर्ण कराया जाये। उन्होंने कहा कि मेरठ में जैम्स एण्ड ज्वैलरी ट्रेनिंग सेंटर की परियोजना की धीमी प्रगति है। क्षेत्रीय महाप्रबन्धक, जिला उधोग केंद्र, मेरठ तत्काल कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि बदायूं में मेंथा आयल के परीक्षण हेतु टेसिटंग लैब की परियोजना भी अत्यधिक विलमिबत है। महाप्रबन्धक, जिला उधोग केंद्र, बदायूं इस कार्य में रुचि लेकर देखें।
श्री गंगवार ने नोएडा में यू0पी0 क्राफ्ट मार्ट की परियोजना को पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने लखनऊ में एक्सपो मार्ट की परियोजना की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त किया। उन्होंने यूपिका के प्रदर्शन कक्षों को हस्तशिल्प निर्यात केंद्र के रूप पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने शाहजहाँपुर में जरी-कारचोबी डिजाइन डेवलपमेंट व ट्रेनिंग सेंटर की परियोजना की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की तथा बाराबंकी में मेंथा आयल हेतु माडर्न टेक्नालाजी पर आधारित कामन फैसिलिटी सेंटर की परियोजना की धीमी प्रगति पर असंतोष व्यक्त करते हुए कार्यदायी संस्था को कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया।
श्री गंगवार ने कहा कि क्लस्टर योजना में रु0 4.50 करोड़ का बजट प्राविधान के अतिरिक्त 10 लाख रुपये प्रोजेक्ट आदि तैयार कराने हेतु दिया है, अभी तक किसी भी मद में कोर्इ स्वीकृति जारी नहीं हुर्इ है। उन्होंने कहा कि एकल मेज व्यवस्था के अन्तर्गत व्यय सिथति खराब है। उन्होंने अर्थ नियंत्रक उधोग को निर्देशित किया कि जिन दो मण्डलों में सबसे कम व्यय हुआ है वहाँ के संयुक्त निदेशक उधोग तथा महाप्रबन्धकों के विरुद्ध कार्यवाही की जाये। अर्थ नियंत्रक उधोग द्वारा अवगत कराया गया कि मेरठ तथा वाराणसी मण्डल में सबसे कम व्यय हुआ है।
श्री गंगवार ने कहा कि हस्तशिल्प विपणन प्रोत्साहन योजना में भी व्यय बहुत कम हुआ है, उन्होंने निर्देशित किया कि अधिक से अधिक मेलों में हस्तशिलिपयों की सहभागिता बढ़ायी जाय तथा समस्त धनराशि मार्च 2014 तक व्यय कर लिया जाये।
उन्होंने कहा कि महिला उधमी प्रोत्साहन योजनान्तर्गत अभी तक कोर्इ भी धनराशि व्यय नहीं हुर्इ है। उन्होंने निर्देशित किया कि शासनादेश जारी जोने के उपरान्त बैंकों द्वारा महिला उधमियों को जो भी ऋण स्वीकृतवितरित किये गये हैं, उनकी सूचना बैंकों से प्राप्त करें तथा अर्हता पूरी करने वाली महिला उधमियों से आवेदन-पत्र प्राप्त कर उन्हें लाभानिवत किया जाये।
उन्होंने कहा कि हस्तशिल्प पेंशन योजनान्तर्गत अभी तक मात्र रु0 7.50 लाख व्यय किये गये हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि त्रैमासिक आधार के बजाय अब प्रत्येक माह हस्तशिलिपयों को पेंशन का भुगतान करें तथा जो नये पात्र हस्तशिल्पी हो उनको हस्तशिल्प पेंशन स्वीकृत करें।
श्री गंगवार ने कहा कि रामपुर में हस्तशिल्प सामान्यप्रशिक्षण केंद्र हेतु रु0 50 लाख का बजट प्राविधान है, जिसकी स्वीकृति जारी कराने हेतु प्रस्ताव उपलब्ध कराया जाये। उन्होंने कहा कि औधोगिक आस्थान के उच्चीकरण हेतु 01 करोड़ रुपये की धनराशि का प्राविधान है, किन्तु अभी तक स्वीकृति जारी न होना चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर स्वीकृति जारी कर दिया जाये।
उन्हाेंने कहा कि सहायक प्रबन्धकों के जो स्थानान्तरण किये गये हैं उसमें संत कबीर नगर तथा गौतम बुद्ध नगर के सहायक प्रबन्धक कार्यमुक्त नहीं किये गये है। उन्होेंने निर्देशित किया कि इन दोनों महाप्रबन्धकों के विरुद्ध कार्यवाही की जाय।
उन्होंने कहा कि लघु उधोग की स्थापना के सम्बन्ध में मेमोरेंडम पार्ट-2 भरे जाने की प्रगति सबसे कम चित्रकूट मण्डल तथा उसके बाद सहारनपुर मण्डल की है। उन्होंने कहा कि सम्बनिधत संयुक्त निदेशक अपने-अपने मण्डल की प्रगति निर्धारित मानक के अनुरूप अगले माह तक सुनिशिचत करें। संयुक्त निदेशक उधोग, चित्रकूटझाँसी को यह अंतिम अवसर दिया जाता है, यदि अगले माह तक मानक के अनुरूप उपलबिध अर्जित नहीं होती है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही कर दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि ऐसे उधोग जो बंद होने के कगार पर हैं, परन्तु उन्हें कोर्इ सुविधासहायता देने पर वे ठीक से चल सकते हैं। ऐसे उधोगों के सम्बन्ध में पूरी जानकारी उपलब्ध करायी जाये तथा उन्हें सहायता व सुविधा प्रदान की जाये, ताकि वे बंद होने से बच सकें।
औधोगिक आस्थान के जो प्लाट वषोर्ं से आवंटित हैं तथा उन पर कोर्इ उधोग स्थापित नहीं हुए हैं, उन्हें तत्काल निरस्त कराकर उधोग स्थापित करने के इच्छुक उधमियों को आवंटित किया जाये।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 02 January 2014 by admin

भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा हजरतगंज सिथत हनुमान मंदिर के पास नमो: टी स्टाल लगाया गया। जिसमें बच्चों, महिलाओं, षिक्षकों, पत्रकारों, बुजर्ुगों एवं अन्य राहगीरों को भाजयुमों कार्यकर्ताओं ने नमो: चाय पिलाया।
कार्यक्रम की शुरूआत भाजयुमो प्रदेष अध्यक्ष आषुतोष राय ने की। उन्होने वहा गुजर रहे राहगीरों को चाय पिलाते हुए देष हित मेंं भाजपा को वोट करने की अपील की। उन्होने कहा कि आज कांगे्रस देष को खोखला करने का षड़यंत्र कर रही है। आने वाली पीढ़ीयों के लिए परिसिथतियां भयावाह होगी। आज देष नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पुर्नजागरण के दौर से गुजर रहा है।
कार्यक्रम के संयोजक भाजयुमों के प्रदेष उपाध्यक्ष राहुल मिश्र ने बताया कि आज के दौर में चाय संवाद का बेहतर माध्यम है। लोगों को भाजपा से जोड़ने के लिए युवा मोर्चा पूरे प्रदेष भर में ऐसी टी पार्टियों का आयोजन करेगा।
लखनऊ में हुए कार्यक्रम में प्रमुख रूप से भाजयुमों के प्रदेष उपाध्यक्ष राघवेन्द्र तिवारी, जितेन्द्र सिंह, प्रदेष मंत्री सोनू सिंह, विक्रम सिंह षिकरवार, बीनू निषाद, भावना सिंह, अवध क्षेत्र के उपाध्यक्ष सूर्य प्रकाष, राजकिषोर रावत, शैलेन्द्र शर्मा, सौरभ, उत्कर्ष सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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प्रदेश के नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने

Posted on 02 January 2014 by admin

प्रदेश के नगर विकास एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद आज़म खाँ ने राजीव आवास योजना की धीमी प्रगति पर अपना गहरा असंतोष व्यक्त करते हुये कहा कि यह सिथति ठीक नहीं है और इससे प्रदेश सरकार की छवि खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि इन असंतोषजनक हालात के लिये संबंधित अधिकारी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। यदि इन अधिकारियों ने इस योजना के क्रियान्वयन में जरा भी दिलचस्पी ली होती तो आज इसके तहत शहरी स्लम बसितयों में रहने वालों के लिये बनाये जाने वाले मकान किसी न किसी रूप में जमीन पर बनते हुये नजर आते, लेकिन यह बड़े अफ़सोस की बात है कि पिछले दो-एक साल से चल रही यह योजना अभी भी कागजों तक ही सीमित है और विभिन्न विभागों के मकड़जाल में उलझ कर रह गयी है।
श्री आज़म खाँ आज यहाँ विधान भवन में भारत सरकार द्वारा संचालित राजीव आवास योजना के तहत हुर्इ प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस बैठक में ही प्रदेश के आठ शहरों-गाजियाबाद, झांसी, अलीगढ़, बरेली, गोरखपुर, शाहजहाँपुर, इलाहाबाद तथा सहारनपुर में योेजना के तहत 25171 लाख रुपये की लागत से कुल 4390 मकानों को बनाये जाने संबंधी प्रस्ताव का अनुमोदन किया जाना था। किन्तु योजना की प्रगति से पूरी तरह से असंतुष्ट होने के कारण उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे योजना की राह में आने वाली सभी बाधाओं का पहले निराकरण कर पूर्व में अनुमोदित प्रस्तावों पर कार्य शुरू करें और फिर उसके बाद नये प्रस्तावों को एक उच्चस्तरीय बैठक में अनुमोदन के लिये पेश किया जाये। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सिर्फ काग़जी कार्यवाही से काम नहीं चलने वाला है। प्रदेश की जनता, खासकर गरीब व शहरी मलिन बसितयों में रहने वाले लोग रिजल्ट चाहते हैं। आखिर कब तक ये लोग अधिकारियों की उदासीनता का शिकार बने रहेंगे। उन्होंने कहा कि कायोर्ं के प्रति अधिकारियों की उदासीनता के चलते सत्ता में रहने वाले राजनैतिक दल को जनता के ग़म-ओ-ग़ुस्से का शिकार बनना पड़ता है।
राजीव आवास योजना के तहत रामपुर, रायबरेली (दो फेस), लखनऊ, आगरा, कानपुर नगर व कन्नौज शहर की स्लम बसितयों में 3168.17 लाख रुपये की लागत में 2584 मकान बनाये जाने के प्रस्ताव भारत सरकार द्वारा अनुमोदित कर दिये गये है, लेकिन अभी सिर्फ रायबरेली शहर में ही आवास निर्माण शुरू हुआ है, जबकि अन्य शहरों की परियोजनायें किसी न किसी विभागीय स्तर पर लमिबत हैं। इसी तरह मथुरा, मुजफ्फरनगर, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, वाराणसी, मेरठ और इटावा शहरों की स्लम बसितयों में कुल 25438.94 लाख रुपये की लागत से 3781 आवास बनाये जाने के प्रस्ताव भारत सरकार के विचाराधीन हैं।
नगर विकास मंत्री ने अधिकारियों को इस योजना के तहत पूर्वी उत्तर प्रदेश व बुन्देलखण्ड क्षेत्राें के शहरों को भी शामिल करने के निर्देश दिये। बैठक में प्रमुख सचिव, नगर विकास श्री सी0बी0 पालीवाल, सूडा के निदेशक श्री रविन्द्र नायक व संबंधित विभागों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रस्तावित शहरों के जन प्रतिनिधि मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा

Posted on 02 January 2014 by admin

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि देश मंहगार्इ, बेकारी, भ्रष्टाचार से कराह रहा है। देश की सीमाएं खतरे में हैं। कांग्रेस सरकार डरपोक है। उसमें देश की समस्याओं को हल करने का साहस नहीं है। कांग्रेस ने अल्पसंख्यको को दु:खी और निराश किया है। मुसलमानों पर अत्याचार हो रहा है। भाजपा से वे आतंकित है। कांग्रेस और भाजपा दोनेां का केन्द्र में बहुमत नहीं आनेवाला है। देश में परिवर्तन की भूमिका बन रही है। अब केन्द्र में तीसरी ताकत ही सत्ता में आएगी।
श्री यादव यहां पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में समाजवादी नेता लोकबन्धु राज नारायण जी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर माल्यार्पण के बाद बड़ी संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव सहित सर्वश्री भगवती सिंह, माता प्रसाद पाण्डेय, बलराम यादव, अनंतराम जायसवाल, के0 विक्रमा राव, राजेन्द्र चौधरी, डा0 अशोक बाजपेयी, शतरूद्र प्रकाश, डा0 मधु गुप्ता,एस0आर0एस0यादव, डा0 सुरभि शुक्ला, मो0 एबाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
श्री मुलायम सिंह यादव ने कहा कि समाजवादी अपनी नीतियां छोड़कर सत्ता नहीं चाहते है। लोकतंत्र में जनता ही शकित देती है और शकित की ही पूजा होती है। उन्होने कहा कि समाजवादी आंदोलन को मजबूती देने का एक बड़ा मौका हमें मिल रहा है। इसलिए जनता के बीच समाजवादी पार्टी की नीतियों और समाजवादी पार्टी सरकार की उपलबिधयों को पहुचाकर हमें लोकसभा में बड़ी संख्या में अपने प्रत्याशियों को जिताना होगा ताकि केन्द्र में बिना समाजवादी पार्टी के कोर्इ सरकार न बन सके।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे निराश न हों। अब नये राजनैतिक विकल्प के रूप में तीसरी ताकत उभरेगी। राज्यों में क्षेत्रीय दल जीत रहे हैं। उत्तर प्रदेश में तो अब समाजवादी पार्टी की बहुमत की सरकार है। इसलिए उत्तर प्रदेश में भारी जीत सुनिशिचत की होगी।
श्री यादव ने श्री राज नारायण को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे संघर्ष के प्रतीक थे, अन्याय के सामने झुकनेवाले नहीं थे और राजनीति में लाभ-हानि देखते नहीं थे। उनसे टकराना मुशिकल था। उन्होने तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती गांधी को न्यायपालिका में भी हराया और जनता की अदालत में भी उनके अंतिम संस्कार में उमड़ी भीड़ से उनकी लोकप्रियता का पता चला। वे जीवनभर गरीबों, किसानों के लिए संघर्षरत रहे। हमें आज यह संकल्प करना चाहिए कि अन्याय के विेरोध और सत्य के साथ रहेगें। यही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव ने श्री राज नारायण के श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि समाज को कैसे आगे ले जाए। इसके लिए नया रास्ता दिखाना होगा। यह बदलाव का रास्ता विकल्प रूप में समाजवादी ही दिखा सकते है। समाजवादी सिद्धांत को जन-जन तक पहुचाना है। उन्होने कहा हमारे सामने बड़ी चुनौतियां है। सत्ता में तमाम होने से हमें तरह की ताकतें घेरेगी, उनका मुकाबला करना है। समाजवादी पार्टी को अब अन्य प्रदेशों में भी फैलाना है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के कुछ ही दिन रह गए है। इन चुनावों में समाजवादी पार्टी की भारी जीत से यह सुनिशिचत हो जाएगा कि प्रदेश में अगली सरकार भी समाजवादी पार्टी की ही बनेगी। आज दुनिया समाजवाद की ओर लौट रही है। गरीबी बेकारी से छुटकारा समाजवाद ही दे सकता है।
श्री अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा सरकार ने पंचायती राज व्यवस्था और सहकारी बैंकों की दुर्दशा कर दी थी। समाजवादी पार्टी सरकार ने पुन: इनको जीवन दिया है। किसानों को दुर्घटना बीमा में 5 लाख रू0 दे रहे हैं। सिंचार्इ, दवार्इ मुफत, लड़कियों को कन्याधन, लैपटाप वितरण, 10वीं पास को 30 हजार रूपए, समाजवादी एम्बूलेंस सेवा, बेकारी भत्ता, एमबीबीएस में 500 सीटों की बढ़ोत्तरी, आजमगढ़, जालौन में मेडिकल कालेज, दो और की स्वीकृति, लखनऊ में आर्इटी हब की स्थापना, कौशल शिक्षण आदि कार्यक्रम समाजवादी पार्टी सरकार की देन है। नौजवानों को बड़ी संख्या में नौकरियां मिलेगी। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश की खुशहाली से ही देश खुशहाली होगा।
श्री यादव ने श्री राज नारायण का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होने संघर्श का जो रास्ता दिखाया समाजवादी पार्टी उस पर चली है। उन्होने गरीबों, किसानों की आवाज उठार्इ। उनका त्याग हमें प्रेरणा देता हैं। जिन मूल्यों और विचारों के लिए वे समर्पित रहे उन्हें अपनाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर सर्वश्री एस0पी0यादव, राज किशोर मिश्रा, जरीना उस्मानी,, डा0 फिदा हुसैन अंसारी, जयशंकर पाण्डेय, विजय यादव, कर्नल सत्यवीर सिंह यादव, शहीन फातिमा, रमेश प्रजापति, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, कुलदीप उज्जवल, मुजीबुर्रहमान बबलू, मनोज राय, नानकदीन भुर्जी अल्पना बाजपेयी, शकील खान, अशोक यादव, सुरेन्द्र नायक, ऊषा सिंह, ममता भटनागर, कुलदीप वर्मा, देवचरन सिंह यादव, प्रदीप शर्मा, पारस यादव, दिनेश यादव, सियाराम यादव, कमलापति प्रजापति, आदि की उपसिथति उल्लेखनीय रही।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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प्राकृतिक चिकित्सा : एक परिचय

Posted on 02 January 2014 by admin

प्राकृतिक चिकित्सा स्वस्थ्य जीवन बिताने की एक कला है। यह ठोस सिद्धान्तों पर आधारित एक औषधरहित चिकित्सा पद्धति है। प्राकृतिक चिकित्सा प्राचीन विज्ञान है। वेदों और अन्य प्राचीन ग्रन्थों अनेक संदर्भ मिलते है। ‘विजातीय पदार्थ का सिद्धान्त, ‘जीवनी शकित सम्बन्धी अवधारणा, तथा अन्य धारणायें जो प्राकृतिक चिकित्सा को ठोस आधार प्रदान करती है, प्राचीन ग्रन्थों में पहले से ही उपलब्ध है और इस बात की ओर संकेत करती है कि इनका प्रयोग भारत में व्यापक रूप से विधमान था।
प्राकृतिक चिकित्सा एवं अन्य चिकित्सा पद्धतियों में मुख्य अन्तर यह है कि प्राकृतिक चिकित्सा का दृषिटकोण समग्रता का है जबकि अन्य चिकित्सा पद्धतियों का विशिष्टता का। प्राकृतिक चिकित्सा प्रत्येक रोग के अलग कारण तथा उसकी विशिष्ट चिकित्सा में विश्वास नहीं रखती है, अपितु अप्राकृतिक रहन सहन, विचार, सोने-जागने कार्य करने व यौन सम्बन्धी आचरण में विषमता आदि कारणो को ही रोग के मुख्य कारण के रूप में निरूपित करती है। साथ ही साथ यह वातावरण सम्बन्धी उन कारणों का भी ध्यान रखती है जो शरीर के सन्तुलन पर दुष्प्रभाव डालकर उसे दोषयुक्त, दुर्बल कर देते है।
एडोल्फ जस्ट की पुरस्तक ‘रिटर्न टू नेचर से प्रभावित होकर गांधी जी प्राकृतिक चिकित्सा के प्रबल समर्थक बन गये। उन्होंने न केवल अपने पत्र ‘हरिजन में प्राकृतिक चिकितसा के समर्थन में अनेक लेख लिखे बलिक अपने ऊपर, अपने परिवार के सदस्यों व आश्रमवासियों पर इसके अनेक प्रयोग भी किये। प्राकृतिक चिकित्सा का आधुनिक आन्दोलन जर्मनी तथा अन्य पाश्चात्य देशों में ‘जल चिकित्सा के रूप में प्रारम्भ हुआ। उन प्रारमिभक दिनों में जल चिकित्सा को ही प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में जाना जाता था।
प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धान्त
1.    शरीर में विजातीय पद्धार्थों के संग्रह से रोग उत्पन्न होते है और शरीर से उनका निष्कासन ही चिकित्सा है।
2.    रोग का मुख्य कारण जीवाणु नही है। जीवाणु शरीर में जीवन शकित के हास आदि के कारण विजातीय पद्धार्थों के जमाव के पश्चात तब आक्रमण कर पाते है जब शरीर में उनके रहने और पनपने लायक अनुकूल वातावरण तैयार हो जाता है। अत: मूल कारण विजातीय पद्धार्थ है, जीवाणु नहीं। जीवाणु द्वितीय कारण है।
3.    प्रकृति स्वयं सबसे बड़ी चिकित्सक है। शरीर में स्वयं को रोगों से बचाने व अस्वस्थ्य हो जाने पर पुन: स्वास्थ्य प्राप्त करने की क्षमता विधमान है।
4.    प्राकृतिक चिकित्सा में चिकित्सा रोग की नहीं बलिक रोगी की होती है।
5.    जीर्ण रोगों से ग्रस्त रोगियो का भी प्राकृतिक चिकित्सा में सफलतापूर्वक तथा अपेक्षाकृत कम अवधि में इलाज होता है।
6.    प्राकृतिक चिकित्सा से दबे रोग भी उभर कर ठीक हो जाते है।
7.    प्राकृतिक चिकित्सा द्वारा शारीरिक, मानसिक, सामाजिक (नैतिक) एवं आध्यातिमक चारों पक्षों की चिकित्सा एक साथ की जाती है।
8.    विशिष्ट अवस्था का इलाज करने के सािन पर प्राकृतिक चिकित्सा पूरे शरीर की चिकित्सा एक साथ करती है।
9.    प्राकृतिक चिकित्सा में औषधियों का प्रयोग नहीं होता। प्राकृतिक चिकित्सा के अनुसार ‘आहार ही औषधि है।
प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न विधियां
प्राकृतिक चिकित्सा का मूल उददेश्य लोगों के रहन-सहन की आदतों में परिवर्तन कर उन्हें स्वस्थ्स जीवन जीना सिखाना है। प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न विधियां इस उददेश्य की पूर्ति में अत्यन्त सहायक है। मनुष्य के शरीर में स्वयं रोग मुक्त करने की असाधारण शकित है। यह पांच तत्वों का बना है। जिनका असंतुलन ही रोगों के उत्पन्न होने का कारण है। इन्हीं तत्वों मिटटी, पानी, धूप, हवा और आकाश द्वारा रोगों की चिकित्सा प्राकृतिक चिकित्सा कहलाती है। प्राकृतिक चिकित्सा में सामान्य रूप से प्रयोग में लायी जाने वाली चिकित्सा एवं निदान विधियां निम्न है :-
आधार चिकित्सा -
इस चिकित्सा के अनुसार आहार हो उसके प्राकृतिक रूप में ही लिया जाना चाहिए। मौसमी फल, ताजी हरी पत्तेदार सबिजयां तथा अंकुरित अन्न इस दृषिट से उपयुक्त है। इन आहारों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है :-
•    शुद्धिकरण आहार : खटटे रस, कच्चा नारियल पानी, छाछ, गेहूं, धास का रस।
•    शांतकारण आहार : फल, सलाद, उबलीभाप में बनायी गयी सबिजयां, अंकुरित अन्न,                   .                  सबिजयों की चटनी।
•    पुषिटकारण आहार : सम्पूर्ण आटा, बिना पालिश किया हुआ चावल, क्षारीय होने के कारण
ये आहार स्वास्थ्य वर्धक होने के साथ-साथ शरीर का शुद्विकरण कर रोगों से मुक्त करने में भी आवश्यक है कि इन आहारों का आपस में उचित मेल हो। स्वस्थ्य रहने के लिए हमारा भोजन 20 प्रतिशत अम्लीय और 80 प्रतिशत क्षारीय अवश्य होना चाहिए। प्राकृतिक चिकित्सा में आहार को ही मूलभूत औषधि माना गया है।
उपवास चिकित्सा -
उपवास के विषय में प्राकृतिक चिकित्सा का मानना है कि यह पूर्ण शारीरिक और मानसिक विश्राम की एक प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के दौरान पाचन प्रणाली विश्राम अवस्था में होती है। अत: भोजन का पाचन करने वाली ऊर्जा पूर्ण रूप से निष्कासन की प्रक्रिया में आ जाती है। कब्ज, गैस, पाचन सम्बन्घी रोग, दमा, मोटापा, उच्च रक्त चाप और गठिया आदि रोगों के निवारण में उपवास का परामर्श दिया जाता है।
मिटटी चिकित्सा -
मिटटी चिकित्सा सरल और प्रभावी है। शरीर को शीतलता प्रदान करने के लिए मिटटी चिकित्सा का प्रयोग किया जाता है। मिटटी शरीर के दूषित पद्धार्थों को धोलकर एवं अवशोषित कर अन्तत: शरीर के बाहर निकाल देती है। विभिन्न रोग जैसे कब्ज, सिर दर्द, उच्च रक्त चाप तथा चर्म रोगों आदि में इसका सफलतापूर्वक प्रयोग किया जाता है।
जल चिकित्सा -
स्वच्छ ताजे एवं शीतल जल से अच्छी तरह से स्नान करना जल चिकित्सा का एक उत्कृष्ट रूप है। इस प्रकार के स्नान से शरीर के सभी रन्ध्र खुल जाते है, शरीर में हल्कापन और स्फूर्ति आती है। शरीर की सभी मांसपेशियां तथा रक्त संचार भी उन्नत होता है। जल चिकित्सा के अन्य साधनों में गरम-गरम सेक, भाप स्नान, पूर्ण टब स्नान भी शामिल है।
मालिश चिकित्सा -
इस प्रक्रिया का प्रयोग अंग-प्रत्यंगो को पुष्ट करते हुए शरीर के रक्त संचार को उन्नत करने में होता है। सर्दी के दिनों में पूरे शरीर की तेल की मालिश के बाद धूप स्नान करना सदैव स्वस्थ एवं क्रियाशील बने रहने का एक चिर-परिचित तरीका है। यह सभी के लिए लाभकारी है। इससे मालिश एवं सूर्य किरण चिकित्सा दोनों का लाभ मिलता है। जो व्यायाम नहीं करते उनके लिए मालिश एक विकल्प है।
इसके अतिरिक्त प्राकृतिक चिकित्सा के अन्तर्गत सूर्य किरण चिकित्सा, वायु चिकित्सा भी आती है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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