Posted on 28 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज पीपलसाना, मुरादाबाद में संभल चौराहे के साथ-साथ डबल फाटक के लिए रेलवे ओवर बि्रज स्वीकृत कर और उसका तत्काल स्टीमेट बनाने के लिए जिलाधिकारी श्री संजय कुमार को निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि आर0ओ0बी0 का आधा पैसा एम0डी0ए0 वहन करेगा और आधा पैसा प्रदेश शासन द्वारा वहन किया जाएगा। हर्बल पार्क का निर्माण वन विभाग द्वारा करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार से मुरादाबाद में विकास में कमी नहीं आने दी जाएगी।
मुख्यमंत्री आज विधायक श्री शमीमुल हक के पीपलसाना आवास पर एक विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दोपहर लगभग 12:30 बजे पहुंचे। गार्ड आफ आनर लेने के बाद वह सीधे विधायक निवास चले गये।
विधायक निवास से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने हेलीपेड पर जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की और क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों का हाल जाना। उन्होंने सुरजननगर में बन रहे पुल के बारे में पूछताछ की और आयुर्वेद कालेज व यूनानी कालेज के बारे में भी पूछा। जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुरादाबाद में 550 करोड़ रुपए की सड़क परियोजनाएं स्वीकृत की गयी हैं और 80 प्रतिशत योजनाओं में धनावंटन हो चुका है। पी0एम0जी0एस0वार्इ योजना पर भी कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री ने ट्रांसफार्मर की उपलब्धता के बारे में भी पूछा। उन्होंने पी0डी0एस0 सिस्टम के सन्दर्भ में कहा कि राशन वितरण की सूचना प्रत्येक उस व्यकित को जानी चाहिए, जिसका मोबाइल नम्बर रजिस्टर कर लिया गया है। राशन वितरण की सूचना पारदर्शिता के साथ सभी को उपलब्ध करार्इ जाए।
आयुक्त ने बताया कि राशन कार्ड बनने का काम आनलाइन भी जारी है। जिलाधिकारी ने बताया कि 47 ग्रामों में 4.50 हजार आवास बन रहे हैं, जिसमें से 60 प्रतिशत बन चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री यादव ने कहा कि किसी भी योजना में धन की कमी नहीं होनी दी जायेगी और मुरादाबाद केा निरंतर प्रगति और उन्नति की ओर अग्रसर किया जायेगा।
इस अवसर पर मंत्रिमण्डल के सदस्य, विधायकगण, जनप्रतिनिधिगण, वरिष्ठ अधिकारीगण एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com
Posted on 28 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और सुदृढ़ करने के लिए कृतसंकल्प है ताकि प्रदेश के गरीबों, मजलूमों, दबे-कुचले लोगों, महिलाओं और बच्चों को अच्छी एवं प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करार्इ जा सकें। उन्होंने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य पर हमें अपना ध्यान विशेष रूप से केनिæत करना पड़ेगा, क्योंकि बच्चे हमारा भविष्य हैं। उन्होंने माँ के स्वास्थ्य पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री ने यह विचार आज इणिडयन एकेडमी आफ पीडियाटि्रक्स यूपी चैप्टर के 34वें वार्षिक सम्मेलन ‘यू0पी0 पेडिकान-2013 को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जनसंख्या की दृषिट से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है। इतनी बड़ी जनसंख्या को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए अनेक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने पर प्रदेश सरकार को राज्य की स्वास्थ्य सेवाएं एकदम ध्वस्त मिलीं, जिन्हें अथक प्रयास करके पटरी पर लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कितनी चिनितत है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, कि पूरे प्रदेश में समाजवादी एम्बुलेन्स सेवा-108 लागू की गर्इ है। इस सेवा का लाभ अब पूरे प्रदेश के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी मिल रहा है और मरीज को फौरन इलाज मिल पा रहा है।
श्री यादव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हमें अपना ध्यान इन क्षेत्रों पर और अधिक केनिæत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि माँ और बच्चे के स्वास्थ्य के विषय में लोगों को जानकारी देने की आवश्यकता है। रोगों की रोकथाम इत्यादि से सम्बनिधत जानकारी यदि माँ को हो, तो बच्चों को बहुत सारी बीमारियों से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के अपने प्रयास लगातार जारी रखेगी। चिकित्सा सम्बनिधत अवस्थापना सुविधाओं, उपकरणों इत्यादि को उच्चीकृत करके और भी बेहतर बनाया जाएगा, ताकि लोगों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएँ मिल सकें।
प्रदेश के मेडिकल कालेजों में सीटों की संख्या बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एम0सी0आर्इ0 द्वारा निर्धारित मानक अत्यन्त जटिल हंै, जिससे सीटों की संख्या बढ़ाने में दिक्कत होती है, फिर भी प्रदेश सरकार के प्रयास से इस वर्ष 500 मेडिकल सीटों की वृद्धि की गर्इ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह प्रयास करेगी कि चिकित्सकों को कार्य करने का बेहतर माहौल मिले और वे प्रभावी सेवाएँ दे सकें। उन्होंने कहा कि यदि के0जी0एम0यू0 कोर्इ नया कोर्स इत्यादि चलाना चाहेगी, तो राज्य सरकार इसमें पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने प्रशिक्षित स्टाफ की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इस दिशा में काफी प्रयास किए हैं और आगे भी प्रयास किए जाएंगे।
इससे पूर्व कार्यक्रम का उदघाटन मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम को कन्नौज की सांसद श्रीमती डिम्पल यादव ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में बाल स्वास्थ्य पर ध्यान केनिæत करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि समाज की प्रगति के लिए स्वस्थ्य एवं सबल बच्चे अत्यन्त महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव तथा सांसद श्रीमती डिम्पल यादव को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए। इणिडयन एकेडमी आफ पीडियाटि्रक्स यूपी चैप्टर के पदाधिकारियों ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के परामर्शी श्री आमोद कुमार तथा जिलाधिकारी लखनऊ श्री अनुराग यादव सहित कर्इ वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 28 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज उनके सरकारी आवास
5, कालिदास मार्ग पर किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर डी0के0गुप्ता ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रोफेसर डी0के0गुप्ता को वल्र्ड फेडरेशन आफ दि एसोसिएशन आफ पीडियाटि्रक सर्जन्स (व्थ्।च्ै) के सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुने जाने पर बधार्इ और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर गुप्ता के अध्यक्ष चुने जाने से प्रदेश व देश का नाम रौशन हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोफेसर गुप्ता के अध्यक्ष बनने से प्रदेश व देश में बाल रोगियों की देखभाल और तकनीक के स्तर पर विकसित और विकासशील देशों के बीच वैज्ञानिक ज्ञान का आदान-प्रदान होगा, जिससे कि बच्चों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा प्राप्त हो सकेगी। इसके साथ ही, विकासशील देशाें में कार्यरत बाल रोग चिकित्सकों को प्रेरणा मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के बच्चे कल का भविष्य हैं। बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा का समुचित प्रबन्ध किए बगैर खुशहाल और विकसित प्रदेश व देश की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चाें के साथ-साथ आम जनता को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
इस अवसर पर प्रोफेसर गुप्ता ने विश्वास व्यक्त किया कि वे बाल रोगियों की चिकित्सा नवीनतम शोध, तकनीक, ज्ञान एवं अविष्कार के आधार पर किए जाने की पुरजोर पहल करेंगे और इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने का हर संभव प्रयास करेंगे। इस मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अहमद हसन एवं सांसद श्रीमती डिम्पल यादव भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि यह चुनाव अभी हाल ही में पीडियाटि्रक सर्जरी की बर्लिन, जर्मनी में आयोजित वल्र्ड कांग्रेस के दौरान किया गया। प्रोफेसर गुप्ता का कार्यकाल तीन वर्षों के लिए होगा। वल्र्ड फेडरेशन आफ दि एसोसिएशन आफ पीडियाटि्रक सर्जन्स विश्वस्तरीय संस्था है, जिसमें 134 देशों के पीडियाटि्रक्स सर्जन एसोसिएशन्स समिमलित हैं। पिछले 40 वर्षों के दौरान यह दूसरा मौका है जब किसी एशियार्इ को इसका अध्यक्ष चुना गया है। अब तक इसके अध्यक्ष अधिकांश तौर पर विकसित देशों, जैसे-यू0एस0ए0, यू0के0 और यूरोप के चिकित्सक ही हुए हैं।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने 25 अक्टूबर, 2013 को राज्यपाल
श्री बी0एल0 जोशी से राजभवन में शिष्टाचार भेंट की।
Posted on 26 October 2013 by admin
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहां कहा कि समाजवादी पार्टी अनुशासित पार्टी है। प्रत्याशी कोर्इ भी होता है सभी उसका समर्थन करते हैं। लोकसभा के चुनावों में जनता का रूझान समाजवादी पार्टी के पक्ष में है। उसकी जीत से केन्द्र की सरकार बनने में उसकी प्रमुख भूमिका होगी। भाजपा- कांग्रेस से ऊबी जनता तीसरी ताकत का ही विकल्प चुनेगी।
श्री यादव आज यहां पार्टी मुख्यालय में सैकड़ों की संख्या में एकत्र कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद थे। श्री यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र को लागू कर रही है। आधुनिक तकनीक में उत्तर प्रदेश आगे रहेगा। उन्होने कहा उत्तर प्रदेश में सरकार ने गरीब जनता के लिए बहुत कुछ किया है जितना किसी अन्य राज्य की सरकार ने नहीं किया है। उन्होने कहा किसान की कर्ज माफी, सिंचार्इ मुफत, कन्या विधाधन, किसान बीमा 5 लाख रू0, एम्बुलेंस सेवा 108 से जनता को राहत है। सच्चर कमेटी ने कहा है कि मुसलमान सबसे ज्यादा गरीब है। इसलिए हार्इस्कूल पास मुसिलम लड़कियों को 30 हजार रूपए का अनुदान दिया जा रहा है ताकि आगे की पढ़ार्इ और शादी में रूकावट न हो।
पार्टी में शामिल हुए
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव की अनुमति से उत्तर प्रदेश तृणमूल कांग्रेस के प्रषासनिक महासचिव, पार्टी प्रवक्ता, फ्रंटल संगठनों के प्रभारी श्री संजीव मिश्रा के नेतृत्व में आज सैकड़ों पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की और समाजवादी पार्टी की नीतियों तथा नेताजी के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर की। समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चौधरी ने प्रेसवार्ता में तृणमूल कांग्रेस नेताओं के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा करते हुए उम्मीद जतार्इ कि इनके आने से समाजवादी पार्टी को मजबूती मिलेगी। उन्होने कहा कि श्री मुलायम सिंह यादव हमेशा नौजवानों को आगे बढ़ाते रहे है और समाजवादी पार्टी में सबसे ज्यादा नौजवान सक्रिय है। वे हर मोर्चे पर आगे बढ़कर संघर्ष करते रहे हैं।
श्री संजीव मिश्र के साथ तृणमूल युवा कांग्रेस एवं तृणमूल छात्र कांग्रेस के पदाधिकारियों में 5 मण्डल अध्यक्ष, 12 जिलाध्यक्ष, 10 शहर अध्यक्ष, राष्ट्रवादी कांग्रेस, संत गाडगे धोबी सभा के भी कर्इ नेताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली। श्री मिश्र ने संकल्प लिया कि वे आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के मिशन 2014 को पूरा करने में अपनी पूरी ताकत लगाएगें और नेताजी के नेतृत्व में तीसरे मोर्चे की सरकार बनवाएगें।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
रेल विकास निगम (भारत सरकार का उपक्रम) के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक श्री सतीश अगिनहोत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव से आज यहां उनके सरकारी आवास पर मुलाकात कर उन्हें भारत सरकार के इस उपक्रम के क्रियाकलापों के विषय में अवगत कराया। उन्होंने लखनऊ मेट्रो रेल परियोजना में कार्य करने की इच्छा भी व्यक्त की। उनके साथ रेल विकास निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।
इस मौके पर वाहय सहायतित परियोजना के सलाहकार श्री मधुकर जेटली, मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन तथा सूचना श्री सदाकान्त, सचिव आवास श्री राजीव अग्रवाल एवं अन्य अधिकारी उपसिथत थे।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
उत्तर प्रदेश के अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त श्री आलोक रंजन ने लखनऊ के बंथरा में एक प्रसिद्ध सीड कम्पनी द्वारा बीज उत्पादन कारखानों की स्थापना के प्रस्ताव पर स्थानीय प्रशासन के संबंधित विभागों की हीला-हवाली की जानकारी मिलने पर आज सभी संबंधित विभागों को अपने कार्यालय में बुलाकर प्रस्ताव का परीक्षण करवाया और प्रस्ताव को विभागों द्वारा उचित पाए जाने पर क्लीयरेंस प्रदान कराया।
आन्ध्र प्रदेश की प्रसिद्ध प्रमाणित बीज उत्पादन कम्पनी नुजीवीडू सीडस लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश में प्रमाणित गुणवत्तापरक बीजों की भारी कमी की जानकारी पाए जाने पर यहां 50 हजार कुन्तल क्षमता के बीज उत्पादन इकार्इ की स्थापना का प्रस्ताव लखनऊ जिला प्रशासन के डिसिट्रक्ट इण्डस्ट्रीज सेन्टर, पोल्यूशन बोर्ड, नेशनल हार्टीकल्चर बोर्ड, लखनऊ इण्डसिट्रयल अथारिटी (लीडा) बिजली विभाग में अपना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था, परन्तु वहां लम्बे अरसे तक निर्णय न हो पाने की सिथति में उसने अपना बोरिया-बिस्तर समेटना शुरू किया। इसी बीच कम्पनी के महाप्रबन्धक श्री ऋषि अरोड़ा ने यहां से विदा लेने के पूर्व एक बार अवस्थापना एवं औधोगिक विकास आयुक्त से मिलने की सोची और उनसे फोन से सम्पर्क किया तो तुरन्त मुलाकात तय हो गर्इ और जब आर्इ.आर्इ.डी.सी. श्री आलोक रंजन को यह पता चला की विभिन्न विभागों से क्लीयरेन्स पेडिंग रहने के कारण उधमी निराश हो गया है और अब वह वापस जाने की सोच रहा है तो उन्होंने कम्पनी के प्रतिनिधि से कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की सोच है कि उधमी और निवेशक इस राज्य के अधिकारियों के व्यकितगत मेहमान की तरह है और मैं भी महसूस करता हूँ कि मेरे प्रदेश के हित में उधमी और निवेशक व्यकितगत मेहमान की तरह हैं और इसलिए उन्हें सबसे ज्यादा प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि उधमियों और निवेशकों के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को रेड कारपेट वेलकम देना होगा और आवश्यकता पड़ने पर वह इसके लिए आदेश भी जारी करेंगे। उन्होंने तत्काल सभी संबंधित जिला स्तरीय विभागों को 25 अक्टूबर के लिए अपने यहां बैठक में नुजीवीडू सीडस लिमिटेड के प्रस्ताव की फाइल सहित आकर प्रस्ताव पर विश्लेषण करने और विचार करने के लिए निर्देश दिए।
आज 25 अक्टूबर को आर्इ.आर्इ.डी.सी. के कार्यालय में प्रमुख सचिव कृषि श्री देबाशीष पाण्डा, विशेष सचिव कृषि श्री निखिल चन्द्र शुक्ला, निदेशक उधोग, कानपुर श्री सर्वेश शुक्ला, नुजीवीडू सीडस लिमिटेड के महाप्रबन्धक श्री ऋषि अरोड़ा, उनके कंसल्टेन्ट डा0 आर.पी. सिंह और स्थानीय प्रबन्धक श्री विनय चौरसिया व अन्य संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी फाइले लेकर आए और 20 मिनट की बैठक में सभी विभागों ने प्रस्ताव को क्लीयरेन्स प्रदान कर दिया था। वहीं बैठक में ही डिसिट्रक्ट इण्डस्ट्रीज सेन्टर, पोल्यूशन बोर्ड, नेशनल हार्टीकल्चर बोर्ड, बिजली विभाग ने समुचित अनुमोदन और एन.ओ.सी. उधमी को प्रदान कर दिया। अभी लीडा और अगिनशमन विभाग की एन.ओ.सी. नहीं मिली है जिसके लिए आर्इ.आर्इ.डी.सी. ने 31 अक्टूबर की डेडलाइन इन विभागों के लिए तय कर दी है।
अनुमोदन पाने के बाद उत्साहित उधमी ने आर्इ.आर्इ.डी.सी. को आश्वस्त किया कि निर्धारित समय में इकार्इ की स्थापना कर प्रति घण्टे 100 कुन्तल गुणवत्तापरक बीज का उत्पादन करते राज्य के किसानों कों हर साल 50 हजार कुन्तल गुणवत्तापरक प्रमाणित बीज उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा बंथरा के आस-पास के 1500 किसानों को बीज उत्पादन की प्रक्रिया में शामिल कर उनकी अर्थ-व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी। उन्होंने बताया कि अच्छी क्वालिटी के बीज की उपलब्धता बनाए रखने, अच्छे अंकुरण और समयानुसार आपूर्ति बनाए रखने के लिए 32 हजार कुन्तल क्षमता का एक कोल्ड स्टोरेज भी स्थापित किया जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्र में काफी संख्या में रोजगार का विकास भी होगा। इसके साथ ही नुजीवीडू सीडस लिमिटेड 10 एकड़ क्षेत्र में एक शोध और विकास केन्द्र की योजना बना रहा है। ताकि विभिन्न फसलों के बीजों के विकास और परीक्षण व मूल्यांकन की सुविधा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सके। उन्होंने बताया कि कम्पनी धान, मक्का, कपास, बाजरा, गेहूं, सूरजमुखी जैसे महत्वपूर्ण जिन्सों के बीजों के उत्पादन में महारत रखती है। इस कम्पनी की स्थापना हैदराबाद में 1973 में हुर्इ थी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
भारतीय जनता पार्टी अवध क्षेत्र के अध्यक्ष मुकुट बिहारी ने बताया, कि दिनाँक 28 अक्टूबर 2013, दिन सोमवार, दोपहर 11:00 बजे स्थान : टाउन हाल, गांधी पार्क, जनपद गोण्डा में ”दिनांक 08 नवम्बर 2013 को बहराइच में नरेन्द्र भार्इ मोदी जी की रैली को तैयारी के लिए क्षेत्रीय बैठक आयोजित की गयी है।
जिसमें प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकान्त बाजपेयी, प्रदेश महामंत्री संगठन राकेश जैन सहित सभी प्रदेश पदाधिकारी, संगठन मंत्री, क्षेत्रीय पदाधिकारी, विधायकपूर्व प्रत्याशी एवं जिलाध्यक्ष सहित उपसिथत रहेंगे।
यह जानकारी क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने दी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
जैसा कि आपको विदित है कि उत्तगर प्रदेश में 50 लाख किसान और उनके परिवार गन्नेप से अपनी आजीविका चलाते हैं। उत्ततर प्रदेश में प्रतिवर्ष 135 से 140 मिलियन टन गन्ना पैदा करते हैंए जो देश में सर्वाधिक है। चीनी उद्योग उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा उद्योग हैए जो वहां लोगों के बड़े वर्ग को रोजगार मुहैया करा रही है। देश की शीर्ष और सबसे कुशल चीनी उत्पासदक कंपनियां भी यहां हैं। गत वर्ष उत्त र प्रदेश के किसानों को 6000 करोड़ रुपए के गन्नें के मूल्य के एरियर का सामना करना पड़ा था।;31 मार्च 2013 को देश के कुल 12ए700 करोड़ रुपए बकायों का 49:द्ध। गन्ने के नए सीजन में पिराई आरंभ होने ही वाली हैए इसके बावजूद अभी भी 2400 करोड़ रुपए बकाया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसानों का इतना भारी भरकम बकाया शेष हैए जो नए सीजन में ले जाया जाएगा।
सामान्यर तौर परए गन्नेभ की आवश्यषकता को निर्धारित करने और किसी मिल के लिए गन्ना आरक्षण का काम प्रति वर्ष अगस्तर के अंत में खत्मे हो जाता हैए किंतु पिछले वर्ष के बकायोंए गन्नेर के मूल्या निर्धारण की नीति स्परष्ट न होने और चीनी की कम कीमतों की वजह सेए मिल मालिक इस प्रक्रिया से दूर हैं। उत्तलर प्रदेश में इस कारोबार के कुछ प्रमोटरों से व्य क्तिगत बातचीत के दौरानए मैने पाया कि बैंक रूचि नहीं दिखा रहे हैं या उन्हों ने बताया है कि वे कार्यशील पूंजी ऋण देने की स्थिति में नहीं है। चीनी उद्योग को वर्ष 2012.13 के चीनी सीजन ;एसएसद्ध में 3000 करोड़ रुपए का नकद घाटा हुआ और उससे पहले वर्ष में और 1000 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
घाटों का मुख्यस कारण कम हुई चीनी की कीमतें बताई जाती हैंए जो पिछले तीन चीनी सीजनों ;2010.11 से 2012.13द्ध के दौरान लगातार देश भर में उत्पांदित सरप्लडस चीनी की वजह से हैए और 2013.14 की सीजन में और सरप्लीस होने की उम्मीाद है। चीनी के स्टॉपक अब सबसे उँचे स्तेरों पर हैए और चालू 2013.14 एसएस के अंत तक 100 लाख टन को पार कर जाएगाए जिससे 30ए000 करोड़ रुपए का नकदी प्रवाह रुक जाएगा।
जब तक चीनी के सरप्लएस को वाजिब स्तारों तक लाने के प्रयास नहीं किए जातेएऔर मिलों को वित्ती1य सहायता नहीं प्रदान की जातीए तब तक चीनी उद्योग नकदी के लिए संघर्षरत रहेगा। अधिकांश बैंक इस सेक्टपर का उधार देने को राजी नहीं हैं और इस वजह सेए चीनी उद्योग का नकदी के लिए संघर्ष जारी रहेगा। उत्तरर प्रदेश में मिल से निकलने के बाद की चीनी के कीमतें पिछले साल इस समय के दौरान 36 रुपए प्रति किलो से गिरकर अब लगभग 29 रुपए प्रति किलो आ गई हैंए और इस प्रकारए 2013.14 में कहीं अधिक घाटा होने का भय हैए जो कि बदकिस्म ती से फिर से देश में सर्वाधिक होगा। इसलिए उत्त्र प्रदेकश में गन्नेाकीकीमतफिर से बकाया में चली जाएंगीए और 6000 करोड़ रुपए के पिछले वर्ष के रिकार्ड एरियर को पार कर जाएंगी।
हमारे छोटे और मझोले किसानों को उनके देय राशियों का समय पर अदा होना सुनिश्चित करके उनका संरक्षण करना आवश्य क है। इसलिएएयथासंभव निम्ननलिखित उपाय करने की जरू
कद्ध अगले 8.10 महीनों में 30.40 लाख टन चीनी का निर्यात करने की जरूरत है। मैं समझता हूँ कि चीनी की वैश्विक कीमतों में मंदी आई हुई है और भारत से चीनी का निर्यात व्यनवहार्य नहीं है। इसलिएए 2006.07 और 2007.08 एसएस की तरहए भारत सरकार को 30 लाख टन निर्यात के लक्ष्यश के लिए प्रोत्सा2हन की घोषणा करनी चाहिए।
खद्ध देश में इतनी अधिक चीनी सरप्लिस होने सेए भारत में चीनी आयात करने का कोई कारण नहीं है। हमें चीनी का निर्यात करने की जरूरत हैए न कि ब्राजील और पाकिस्ताकन से सस्ती चीनी का आयात करने की। इसलिएए चीनी पर आयात शुल्क0 को 15: से तुरंत बढ़ाकर 40: से 60: के बीच किया जाना चाहिए।
गद्ध भारत सरकार द्वारा 2007.08 में घोषित की गई ब्याोज अनुदान योजना की तरहए चीनी मिलों को 4.5 वर्षों तक कर्ज मुहैया कराने के लिए एक योजना तैयार की जानी चाहिएए जिसके लिए सरकार द्वारा सामान्य् कोष और चीनी विकास निधि से ब्याएज राशि मुहैया कराया जाए।ऋण की राशि पिछली बार की तरह अदा किए गए सीमा.शुल्कय के बराबर हो सकती है और यह अंतिम 2 वर्षों में देय होगी।
घद्ध चीनी के सरप्ल स का एक हिस्साह इथेनाल बनाने के लिए भी इस्तेेमाल किया जा सकता है। मुझे बताया गया है कि यदि तेल कंपनियां इथेहनाल के लिए सही कीमत मुहैया कराएंए तो चीनी के सरप्लास में से लगभग 15 से 20 लाख टन घटाया जा सकता है। इससे मिलों को अत्यंकत जरूरी नकदी प्रवाह मिलेगा। साथ हीएइससे देश के लिए विदेशी मुद्रा की बचत होगी और उस मात्रा तक तेल का आयात भी कम होगाए जिससे सीएडी को कम करने में मदद मिलेगी।
अतरूए मैं आपसे इस मामले में व्यजक्तिगत हस्तनक्षेप करने और मंत्रिमंडल की अगली बैठक में उपर्युक्त अनुरोधों का परीक्षण कराने का अनुरोध करना चाहूँगा। इसमें किसी भी प्रकार का विलंब होने से कई चीनी मीलें बंद हो सकती हैं और इससे किसानों को अपने गन्नोंँ को जलाना पड़ेगा इससे ऐसी स्थिति पैदा हो जाएंगी जिस पर नियंत्रण करना कठिन होगा।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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Posted on 26 October 2013 by admin
शिक्षा की उपयोगिता-उत्तर वैदिक काल में शिक्षा में मूल्यों के बदलते प्रतिमान अर्थात आदर्श शिक्षा।
1. वैदिक काल में शिक्षा नाम का वेदांक प्रचलित था। ऋषियों ने शिक्षा के नाम वेदांक
शिक्ष बताया गुरूकुल में छात्रों को शस्त्र और शास्त्र की शिक्षा दी जाती थी छात्रों को गुरू पूरी तरीके से सक्षम बनाते थे।
2. आज के शिक्षा प्रणाली में नर्इ तकनीकों का प्रयोग किया जा रहा है। परन्तु घ्यान देने योग बात है कि छात्रों को मूल्य आधारित अर्थात सदसंस्कारयुक्त शिक्षा दिया जाना चाहिए। छात्र गुरू के अच्छे आचरण द्वारा शिक्षा ग्रहण करते है तथा शिक्षक के प्रति उसे सम्मान का भाव पैदा होता है। अपने समाज में गुरू का स्थान र्इश्वर से भी बड़ा माना गया है। गुरू का आचरण भी अच्छा होना चाहिए गुरू समाज का दर्पण होता है।
गुरू का देश के विकास में अहम योगदान है। गुरू अच्छे शिष्य का निर्माण करें तो देश के विकास में अहम योगदान होता है।
3. आज लोगों का झुकाव अंग्रेजी विषय के प्रति बढ़ रहा है। किसी भी विषय की शिक्षा खराब नही होती हमें अपने शिक्षा रूपी ज्ञान के अच्छे कार्यो, सदसंस्कार पूर्वक उपयोग करना चाहिए जिससें हमारे समाज में मूल्यआधारित अर्थात अच्छी शिक्षा प्रणाली विकसित हों किसी भी देश के विकास में शिक्षा का बहुत ही योगदान है। चाहे विज्ञान एवं टेक्नोलाजी ही क्यों न हो विज्ञान टेक्नोलाजी द्वारा देश की सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए मिसाइलें तथा प्रक्षेपास्त्र का निर्माण कर उसे मजबूत किया जाता है। वही जिसके संस्कार अच्छे नही है वो इसे देश में आतंक फैलाने के लिए बम बनाकर समाज में दहशत फैलाते हैं। अर्थात हम सभी का ये परम कर्तव्य है कि अपने देश व समाज में बच्चों को एक मूल्यआधारित शिक्षा सिखाया जाय ताकि वो देश के विकास व निर्माण में अपना योगदान दे सकें।
4. समाज में केवल सरकार के द्वारा ही साक्षरता बढाने में निर्भर नही रह सकते हैं हम अगर ठान लें कि हम भी साक्षरता बढाने में अपना योगदान दे समाजसेवी संस्था भी इस दिशा में लगी हुर्इ है, जिसमें विधा भारती का इसमें अहम योगदान है। विधा भारती बिना किसी सरकारी अनुदान के अपने विधालयों सरस्वती शिशु मनिदर के माध्यम से देश के सभी भागों में सदसंस्कारयुक्त तथा मूल्यआधारित शिक्षा देने में अहम योगदान दे रही है। देश के सभी नागरिको का कर्तव्य है कि देश के विकास में अहम
योगदान दे जो कि शिक्षा के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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