Archive | July 29th, 2013

सुलतानपुर जनपद का चैक क्षेत्र शहर की जान ही नही जानलेवा भी

Posted on 29 July 2013 by admin

चैक क्षेत्र किसी भी शहर की जान होता है लेकिन सुलतानपुर जनपद का चैक क्षेत्र शहर की जान ही नही जानलेवा भी है अगर आप मोटर-साइकिल पर है तो चैक घंटाघर से शाहगंज चैराहा पहुंचने मे आपको बीस मिनट तो लग ही जायेगे जबकि यह दूरी महज ३ मिनट की होनी चाहिये और यदि आप पैदल है तब तो पूछिये ही मत ।
घंटाघर से शाहगंज चैराहा तक का मार्ग हो या फिर घंटाघर से गल्लामंडी का मार्ग । हर ओर के दूकानदारो ने पूरी की पूरी पटरी ही छेंक रखी है देखने मे ऐसा लगता है मानो चैक क्षेत्र मे पटरियो पर ही दूकाने लगी हो उस पर बुरी यह है कि कुछ ठेला वाले पटरी से सटाकर ठीक सडक पर अपनो रोजगार चला रहे है ।
यह हाल सभी दूकानदारो का है चाहे वह साडी वाले हो या किराना व्यवसायी हो या फिर लोहे का व्यापार करने वाले लोहे का व्यापार करने वालो ने तो स्टील की चादरे इस कदर पटरियो पर खडी कर रखी है कि किसी भी रोज बडा हादसा हो सकता है लेकिन इतना सब होने के बावजूद प्रशासन को कोई फर्क नही पडता आम आदमी कितना ही परेशान हो प्रशासन के लिये यह रोष की बात है ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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विद्यालयों मे बच्चे न के बराबर

Posted on 29 July 2013 by admin

जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में अपने बच्चो को शिक्षा दिलाना नही चाहती आम जनता वो चाहे गरीब हो या अमीर मगर उच्चशिक्षित पाल्य को बेसिक शिक्षक जरुर बनाना चाहते है सभी आखिर यह विडमना क्यों ?
आपको बताते चले कि बेसिक शिक्षा विभाग के नगर मे दर्जनो स्कूल है चन्द एक विद्यालय नये है और बकाया बेहद पुराने जर्जर है इन विद्यालयों मे बच्चे न के बराबर है मगर सुविधाएं वही जो सभी प्राथमिक विद्यालयों की है मसलन इन विद्यालयों में भी शिक्षा विभाग द्वारा मुफ्त में किताबे, ड्रेस व मिड डे मील भी बनाया व दिया जाता है मगर बच्चे साल दर साल घटते ही जा रहे है ।
कारण साफ है कि शहरी तबका चाहे गरीब हो या अमीर सभी पर आधुनिकता का असर साफ देखा जा सकता है चूंकि शहर मे रहने वाली आबादी के पास रहने को घर, खाने को भोजन और बात करने को मोबाईल तो है ही फिर बिना फीस और प्रहृी भोजन वाले विद्यालय में उसका चिंटू क्यो पढने जायें जबकि हर मुहल्ले में गली गली मे तथाकथित नर्सरी विद्यालय खुले है और फीस भी १०० रु० से ६०० रु० तक ही है और उस विद्यालय का एक स्टैण्र्डड है उसके ईकाई दहाई नही पढाई जाती उसमें वन टू थ्री पढाया जाता है और उसमें टीचर चाहे जितने गये गुजरे हो मगर पढाते है, सिखाते है, होमवर्क दिया जाता है यह सब काम स्टैण्र्डड वाला है मानसिक रुप से संतुष्टि प्रदान करने वाला है ।
वही दूसरी ओर प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक तो जरुर डाक्टरेट किये है मगर है सिर्फ नाम के उन्हे अपने भारी भरकम वेतन से मतलब है और वो भी नर्सरी में ही शिक्षित हुए है जिन्हे गरीब और नन्हे बच्चे अच्छे नही लगते तो मन से पढायेगे कैसे जब गुरु शिष्य का हिस्सा ही नही है सर मैम वाला रिस्ता है वो भी केवल नौकरी तक ही ।
यही कारण है कि जब ये अग्रेजी शिक्षक बेरोजगार थे हजार पांच सौ मे नर्सरी मे पढाते थे तब डोर टू डोर कन्वेसिंग कर बच्चे लाते थे मगर अब सब सरकारी है उन्हे क्या मतलब बच्चे आये या न आये पढे या न पढे उन्हे अपने छठवे वेतनमान से मतलब है अपना स्टैण्र्डड मैन्टेन रहे कौन जायेगा मलिन बस्ती से बच्चे लाने यही कारण है कि नगर के नर्सरी स्कूलो में भीड बढ रही है नगर की आबादी बढ रही है मगर प्राईमरी में बच्चे घट रहे है टीचर बढ़ रहे है मगर कमाने के लिए पढाने के लिए नही ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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बरसात से पूरा शहर गंदगी का पर्याय

Posted on 29 July 2013 by admin

जनपद सुलतानपुर में हो रही बरसात से पूरा शहर गंदगी का पर्याय बन चुका है पालिका कर्मी नदारद है नगर स्वास्थ्य अधिकारी नाम का कोई अधिकारी वर्षो से नही दिखा ।
हैरत है कि मोहल्लो की नाली व नालो में जमा सिल्ट व पालीथीन के चलते पूर्णतया चोक होने से नालो का कीचड़ व पानी सडको, घरो व दुकानो में भर रहा है मगर जनपद मे चेतना शून्य हुआ पालिका प्रशासन व जिला प्रशासन इस ओर ध्यान ही नही दे रहा है आम जनता व स्कूली बच्चे जल भराव से होकर गुजरने को मजबूर है ।
गौरतलब हो कि जब तक पालिका चेयर मैन शपथ नही ले लेते तब तक पालिका की बाग ढोर जिला प्रशासन के पास ही है मगर जनता की इन मूलभूत आवश्यकताओं जिले मे बैठे नीली बत्त्ती वाले अधिकारी देखना सुनना नही चाहते जिसके चलते शहर मे भंयकर गंदगी व्याप्त हो गई है नगर की सब्जी मंडी में जमा कूडा सडांघ मार रहा है और सड़को पर बह रहा है पंचरास्ता, दरियापुर, सूरज टाकीज के पीछे, शास्त्री नगर, ओम नगर, विवेक नगर, निराला नगर जल भराव और गंदगी से पटा पडा है जिसके चलते विद्युत करंट तक पानी में उतर आ रहा है पुलिस लाईन कालोनी के पीछे अथात जल भराव अब निराला नगर वासियों के घरो में भर रहा है ।
कई बार पालिका अधिकारी से लिखित मौखिक शिकायत करने के बावजूद भी इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है । कहने को पालिका मे एक अदद नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद है मगर वर्षो बीत गया न तो किसी समस्या ग्रस्त मोहल्ले मे न तो दवा का छिडकाव हुआ न ही पानी मे दवा डाली गई और तो और सफाई कर्मी भी नये चुने गये सभासदो के घरो पर हाजिरी लगाने लगे है जन समस्या उन्हे दिखती ही नही है जनता ने नव नियुक्त जिलाधिकारी से नगर के वार्डो की जन समस्या से निजात दिलाने की मांग की है ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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रेल यात्रियों की सुरक्षा हेतु विशेष ट्रेनों के डिब्बो की वीडियोग्राफी की योजना

Posted on 29 July 2013 by admin

उत्तर प्रदेश में रेल यात्रियों की सुरक्षा हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे है। कुछ विशेष ट्रेनों के ए0सी0 व जनरल कोचों की वीडियोग्राफी की योजना बनाई गई है, ताकि किसी अपराध के घटित होने पर अपराधी की शिनाख्त आसानी से हो सके। सभी महत्वपूर्ण एवं भीड़भाड वाले रेलवे स्टेशनों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगवाये जाने की भी योजना है।
इन कार्यो के लिए रेलवे के अधिकारियो का सहयोग लेने के निर्देश पुलिस महानिदेशक रेलवे श्री रिजवान अहमद द्वारा प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षक रेलवे को प्रदान किये गये है। साथ ही जहाॅ पर यह कैमरे पहले से लगे है उन्हें प्रत्येक दशा में चालू रखने के लिए कहा गया है। उल्लेखनीय है कि जी.आर.पी. के मुरादाबाद एवं लखनऊ अनुभाग में दृष्टि योजना के अन्तर्गत महत्वपूर्ण स्टेशनों पर सी.सी.टी.वी. लगवाये गये है जिसकी मानीटरिंग सेक्सन मुख्यालय से की जा रही है। जी.आर.पी. के अन्य पुलिस अधीक्षकों को भी इसी तरह की योजना अपने यहाॅ भी बनाने के लिए कहा गया है।
पुलिस महानिदेशक रेलवे श्री रिजवान अहमद ने उक्त जानकारी देते हुए बताया उत्तर प्रदेश से गुजरनें वाले सभी ट्रेनों के सभी कोचों के ट्रेन के रुट के ठहराव वाले रेलवे स्टेशनों के जी.आर.पी. थानों के फोन नम्बरों के स्टीकर लगाये जाने की योजना बनायी गयी है ताकि पीडि़त व्यक्ति तत्काल आवश्यकतानुसार फोन कर पुलिस की सहायता प्राप्त कर सके। इसी प्रकार रेलवे कन्ट्रोल रुम के नम्बरों के स्टीकर डिब्बों में चिपकाये जाने की योजना बनाई गई है।
श्री रिजवान अहमद ने बताया कि रेलवे के सभी बेण्डरों व अटेंडेन्टो का सत्यापन कर अनाधिकृत बेण्डरों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश जी.आर.पी. के अधिकारियों को दिये गये है। स्टेशन परिसर में प्रवेश करने वाले अनाधिकृत रास्तों को भी रेलवे के अधिकारियों की सहायता से बन्द कराने के लिए कहा गया है।
पुलिस महानिदेशक रेलवे ने बताया कि प्लेटफार्म खाली न होने पर आनी वाली दूसरी ट्रेनों को आउटर सिंग्नल पर जब अंधकार में खड़ा किया जाता है तो ऐसे समय अपराधों की सम्भावना बनी रहती है। इसलिए ऐसे स्थानों पर हाईमास्क लाइट लगायी जाय तथा जी.आर.पी./आर.पी.एफ. के कर्मचारी तैनात किये जाय। इन कर्मचारियों के लिए जाड़े, गर्मी व बरसात से बचाव हेतु एक छोटा पुलिस सहायता केन्द्र निर्मित कराया जाय।
श्री रिजवान अहमद ने बताया कि यदि कभी किसी दुर्घटना या अन्य कारणों से ट्रेनों का आवागमन बाधित होता है और रास्ते में छोटे स्टेशनों पर ट्रेन खड़ी कर दी जाती है तो ऐसी स्थिति में स्थानीय पुलिस से सम्पर्क कर उन स्टेशनों पर पर्याप्त पुलिस बल लगवाया जाय ताकि महिलाओं से र्दुव्यवहार व अन्य अपराध की घटनायें न हो सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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बी.एस.पी. की ओर से प्रेसवार्ता

Posted on 29 July 2013 by admin

लखनऊ में बी.एस.पी. की ओर से की गई प्रेसवार्ता में पार्टी प्रवक्ता ने यह बताया कि यदि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रदेश की हर मामले में व हर स्तर पर बिगड़ी क़ानून-व्यवस्था का सच बर्दाश्त नहीं हो रहा है तो फिर इन्हें अपने इस पद से खुद ही इस्तीफा दे देना चाहिये तो यह प्रदेश की जनता के हित में ज्यादा बेहतर होगा, वरना यह आरोप प्रदेश की आम जनता के साथ-साथ हमारी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती जी द्वारा लगातार ही लगता रहेगा। और यदि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इस आरोप से बचना चाहते हैं तो फिर इनको प्रदेश की क़ानून-व्यवस्था में युद्धस्तर पर सुधार लाना होगा और इसके साथ ही प्रदेश में आपराधिक तत्वों को जेल के बाहर नहीं बल्कि उन्हें फिर जेल की सलाखों के अन्दर ही भेजना होगा। अर्थात् उत्तर प्रदेश की हर स्तर पर बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था को सुधारने की बजाय, इससे दुःखी व पीडि़त जनता को या फिर अपने विरोधियों को प्रदेश छोड़कर जाने के लिए कहना मुख्यमंत्री का यह बयान काफी शर्मनाक व अति निन्दनीय है।
जबकि यह सर्वविदित है कि जब से उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार बनी है, तब से यहाँ शुरू से ही दिन-प्रतिदिन हर मामले में व हर स्तर पर प्रदेश की कानून-व्यवस्था और ज्यादा बिगड़ती जा रही है और आज प्रदेश में चोरी, डकैती, लूटमार, फिरौती, अपहरण, हत्या, बलात्कार व साम्प्रदायिक दंगे एवं तनाव की वारदातें चरमसीमा पर पहुँच चुकी है और इसकी मुख्य वजह है कि इस सपा सरकार द्वारा यहाँ प्रदेश में गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं, अराजक एवं अन्य अपराधिक तत्वों को बड़े-पैमाने पर संरक्षण देना है, और जो ईमानदार अधिकारी चाहे वो आई.ए.एस./पी.सी.एस. हो या पुलिस का अधिकारी हो अगर इन गुण्डों, माफियाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाता है तो उसे तुरन्त सस्पेन्ड या ट्रंासफर कर दिया जाता है तथा उसे भरपूर बेइज्जत व प्रताडि़त किया जाता है, और इस प्रकार अधिकारियों और पुलिस का मनोबल गिराने का काम लगातार किया जा रहा है। आज ही सभी टेलीविजन चैनलों के माध्यम से यह जानकारी मिली है कि नोएडा की एस.डी.एम. दुर्गा नागपाल, आई.ए.एस. को सस्पेन्ड कर दिया गया है, और वो भी इसलिये क्योंकि उसने वहाँ पर चल रहे खनन माफियाओं के खिलाफ अभियान चला रखा था और उनसे लाखों की राजस्व वसूली की थी। इस महिला अधिकारी के कार्याें की सराहना कुछ ही दिन पूर्व सभी अखबारों व मीडिया चैनलों ने की थी, पर मुख्यमन्त्री ने उसे इस ईमानदारी की सजा उसे सस्पेन्ड करके दे दी है। इससे पूर्व गोण्डा में गौ तस्करी रोकने का कार्य करने वाले एस.पी. को रातों रात ट्रान्सफर कर दिया गया था और गौ तस्कर को राज्य मंत्री बना दिया गया।
इस प्रकार जब तक उ.प्र. में इस सपा सरकार के चलते हुये यह सिलसिला चलता रहेगा, तो तब तक यहाँ बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था में कोई सुधार आने वाला नहीं है और ना ही अन्य मामलों में जनता को कोई राहत मिलने वाली है। लेकिन यहाँ यह भी सच है कि जब तक यहाँ कानून-व्यवस्था बिगड़ी रहेगी और इससे जनता त्रस्त रहेगी, तो तब तक यहाँ कि जनता व इनकी शुभ-चिन्तक पार्टी अर्थात् बी.एस.पी. इस सपा सरकार को इस बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था के लिए दोषी ठहराकर इन्हें लताड़ती व कोसती रहेगी तथा उत्तर प्रदेश मे राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती रहेगी।
और इसके साथ ही उस समय का इन्तजार करेगी कि उत्तर प्रदेश में जब भी विधानसभा के आमचुनाव होते हैं तो इस सपा सरकार को सत्ता से हटाकर इससे मुक्ति पायी जाये। ऐसे हालातों में प्रदेश की जनता के दर्द को समझकर यहाँ कि बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था में सुधार लाने की बजाय अर्थात् प्रदेश में गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं, अराजक व अन्य अपराधिक तत्वों पर कानूनी शिकंजा कसने की बजाय प्रदेश की जनता व विरोधी पार्टियों के लिए इस पर प्रदेश के मुख्यमंत्री का खुद का यह बयान आना कि ‘‘जो लोग मेरी सरकार में यहाँ की बिगड़ी हुई कानून-व्यवस्था से दुःखी व परेशान है तो उन्हें उत्तर प्रदेश को छोड़कर चले जाना चाहिये।‘‘ इनका यह बयान बहुत ही शर्मनाक व अति निन्दनीय है। इनके इस बयान की जितनी भी निन्दा की जाये, उतनी ही कम होगी।
इसके साथ ही, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व चेयरपर्सन, बी.एस.पी. संसदीय दल एवं पूर्व मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सुश्री मायावती जी ने उत्तर प्रदेश की वर्तमान सपा सरकार के मुखिया द्वारा दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों (ओ.बी.सी.) में जन्में महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के नाम पर बनाये गये भव्य व ऐतिहासिक महत्व के सार्वजनिक स्थलों को बी.एस.पी. का फिजूलख़र्ची वाला काम बताने व पार्टी संगठन के भाईचारा अभियान को जातिवादी बताये जाने की घोर भत्र्सना करते हुये इसे सपा सरकार की घोर जातिवादी एवं दूषित मानसिकता का प्रतीक बताया है।
आज यहाँ जारी एक बयान में सुश्री मायावती जी ने कहाकि प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा आमचुनाव से पहले और और सरकार बनने के बाद भी बार-बार यह कहकर जनता को गुमराह करने का प्रयास किया जाता है कि बी.एस.पी. की सरकार ने समाज में यहाँ अब तक उपेक्षित रहे दलितों एवं अन्य पिछड़े वर्गों (ओ.बी.सी.) में जन्में महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के नाम पर विश्व-स्तर के व ऐतिहासिक महत्व वाले भव्य स्थलों/स्मारकों/पार्कों आदि का निर्माण करके सही काम नहीं किया है, तो इस सम्बन्ध में यह जग-जाहिर है कि ये सभी स्थल/स्मारक/पार्क आदि पूर्ण रूप से जनता के लिये हैं एवं सार्वजनिक स्थल के रूप में काफी लोकप्रिय हैं।
साथ ही, आमजनता के अलावा समाज में दबे-कुचले लोगों के लिये वे ’’श्रद्धा स्थल’’ हैं, जहाँ प्रदेश के लोगों के साथ-साथ पूरे देश भर से बड़ी संख्या में लोग इनको देखने के लिये ख़ासकर आते हैं, जिससे टिकट की बिक्री के माध्यम से सरकार को अच्छी-ख़ासी आय होती है। इस प्रकार ये स्थल ’’पर्यटन स्थल’’ के रूप में भी विकसित हो गये हैं और आगे चलकर राज्य की आमदनी का एक अच्छा श्रोत भी होगा, लिहाज़ा इन स्थलों/स्मारकों/पार्कों आदि का निर्माण किसी भी लिहाज़ से अनुचित या फि़जूलख़र्ची क़तई नहीं कहा जा सकता है, जैसाकि बी.एस.पी. के घोर विरोधियों द्वारा राजनीतिक दुर्भावना के तहत ऐसा प्रचारित किया जाता है।
साथ ही, यहाँ यह भी उल्लेखनीय है कि बी.एस.पी. की ख़ासकर सन् 2007 से 2012 तक चलने वाली चैथी सरकार में इन स्थलों/स्मारकों/पार्कों आदि के साथ-साथ सर्वसमाज के लाभ के लिये सरकारी क्षेत्र में अनेकों विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, मेडिकल व इंजीनियरिंग कालेज व अस्पताल आदि खोले गये और जहाँ तक इनके नामकरण का मामला है, तो सपा सरकार अगर डा. राम मनोहर लोहिया के नाम पर ’’लोहिया पार्क’’ बना सकती है तो फिर बी.एस.पी. की सरकार दलित एवं अन्य पिछड़े वर्गों में जन्में महान सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों के नाम पर नये स्थापित किये गये स्थलों/स्मारकों/पार्कों, जि़लों एवं मेडिकल व इंजीनियरिंग संस्थानों के नाम पर सपा सरकार को आपत्ति क्यों है। उनके खि़लाफ सपा सरकार दुर्भावना क्यों रखती है, जिसके तहत उनमें से कई के नाम तक बदल दिये गये हंै, जो कि अत्यन्त निन्दनीय है और साथ ही पूरी तरह से ग़लत परम्परा की शुरूआत है, जिसका ख़ामियाज़ा सपा को भी आगे चलकर भुगतना पड़ सकता है।
इतना ही नहीं बल्कि अब एक नई साजि़श के तहत पहली बार यह मिथ्या प्रचार किया जा रहा है कि बी.एस.पी. सरकार ने कोई ’मेडिकल कालेज’ नहीं बनवाया, जबकि सपा सरकार के मुखिया को ऐसी ग़लत बयानबाज़ी करने से पहले इस सरकारी हक़ीक़त का पता ज़रूर कर लेना चाहिये था कि बी.एस.पी. की सरकार द्वारा क़न्नौज, जालौन व सहारनुपर जि़लों में मेडिकल कालेज व झांसी में पैरा-मेडिकल कालेज खोलने, फैज़ाबाद व मिजऱ्ापुर मण्डल मुख्यालय में अतिविशिष्ट चिकित्सा सुविधा चिकित्सालय व निजी क्षेत्र के सहयोग से लखनऊ, आगरा, जालौन, बिजनौर, आज़मगढ़, अम्बेडकरनगर व सहारनपुर में अत्याधुनिक सुपर-स्पेेशियालिटी वाले अस्पताल खोलने आदि-आदि जैसे जनहित के अनेकों बड़े व ज़रूरी काम किये गये।
साथ ही, नोयडा के जि़ला अस्पताल का उच्चीकरण एवं ग्रेटर नोयडा प्राधिकरण द्वारा एक नया अस्पताल स्थापित करके 200-200 बेड के दो उच्चस्तरीय ’’डा. भीमराव अम्बेडकर मल्टी-स्पेशियालिटी अस्पताल’’ शुरू करने का काम किया गया, परन्तु अब सपा सरकार बड़ी हठधर्मी से उन पर अपना दावा ठोंकने का उसी प्रकार से प्रयास कर रही है जिस प्रकार दिल्ली से आगरा तक की अत्याधुनिक ’’यमुना एक्सप्रेस-वे’’ का उद्घाटन मात्र करके अपनी उपलब्धियां समझने का मूर्ख प्रयास कर रही है।
इसी प्रकार के सैकड़ों दूसरे उदाहरण मौजूद हैं जो यह साबित करते हैं कि बी.एस.पी. की सरकार ने उत्तर प्रदेश जैसे पिछड़े राज्य के लोगों की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए थोड़े समय में ही अनेकों ठोस काम करने पर ही राज्य सरकार के संसाधन का भरपूर इस्तेमाल किया, जिसका लाभ सर्वसमाज के लोगों को काफी कुछ बी.एस.पी. के शासनकाल के दौरान ही और बहुत कुछ वर्तमान सरकार के कार्यकाल में उन्हें मिलने लगा है।
और जहाँ तक सपा की इस नासमझ आरोप का सवाल है कि बी.एस.पी. का भाईचारा स्थापित करने का कार्यक्रम जातिवाद को बढ़ावा देने का कार्यक्रम है तो इस सम्बन्ध में यह पूर्णतः स्पष्ट है कि बी.एस.पी. एक राजनीतिक पार्टी से ज्यादा एक मूवमेन्ट है और इसका भाईचारा अभियान ’’सामाजिक परिवर्तन’’ के अत्यन्त महत्वाकांक्षी व मिशनरी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये है, जिसे भारतीय संविधान निर्माताओं ने ’’सामाजिक लोकतंत्र’’ के रूप में व्याख्यापित किया है। दरअसल सपा का बी.एस.पी के ऊपर यह आरोप पूर्ण रूप से राजनीति प्रेरित व सपा की घोर जातिवादी मानसिकता का प्रतीक है, क्योंकि आज पूरी तरह से यह जग-जाहिर हो गया है कि समाजवादी पार्टी व वर्तमान सपा सरकार ने केवल और केवल एक जाति-विशेष अर्थात केवल यादव समाज के स्वार्थी व अराजक तत्वों के लिये काम करने के लिये सारे नियम-कायदे ताक़ पर रख दिये हैं और उनके माध्यम से स्वार्थ की राजनीतिक रोटी सेंकने का काम किया जा रहा है। वर्तमान सपा सरकार का यह चरित्र वास्तव में ’’घोर जातिवादी मानसिकता’’ का द्योतक है, जिसके खिलाफ सर्वसमाज के लोग अब बड़े पैमाने पर उठ खड़े हुये हैं और खासकर अपरकास्ट समाज में से ब्राह्मण समाज के लोग इस भाईचारा अभियान में काफी ज्यादा लगन व निष्ठा के साथ काम कर रहे हैं और उनका यह योगदान बहुत ज्यादा महत्व व मायने रखता है, जिसकी ही बेचैनी बी.एस.पी. के विरोधियों को पूरी तरह से बेचैन किये हुये है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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शिरडी (मनमाड़) के लिए बढ़ती यात्रियों की संख्या

Posted on 29 July 2013 by admin

शिरडी (मनमाड़) के लिए बढ़ती यात्रियों की संख्या को देखते हुए भारत सरकार के रेल मंत्रालय को मौजूदा के अतिरिक्त शिरडी के लिए लखनऊ से एक जोड़ी अतिरिक्त गाडि़यांे को चलाने की व्यवस्था करनी चाहिए।
यह मांग जन अभियान समिति उ0प्र0 के संयोजक एवं रेलवे सलाहकार समिति रेल मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य चन्द्र कुमार छाबड़ा ने केन्द्र सरकार करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में शिरडी जाने वाले यात्रियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो चुकी है। गाडि़यों एवं उसमें उपलब्ध सीटों की संख्या बहुत ही कम है एवं नतीजा एक-एक आरक्षित एवं गैरआरक्षित सीटों की मारामारी बनी रहती है।
उन्होंने बताया कि शिरडी जाने वाले हजारों रेल यात्रियों का टी0टी0ई0, जी0आर0पी0 तथा रेलवे के दलालों द्वारा खुल्लमखुल्ला शोषण प्रशासन की ठीक नाक के नीचे किया जा रहा है। यात्रियों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए आरक्षित और गैर आरक्षित सीटों की उपलब्धता नगण्य साबित हो रही है। यात्रियों को अपनीएक-एक सीट को कनफर्म कराने के लिए टिकट के अतिरिक्त 1000/- रुपये तक की रिश्वत देने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
श्री छाबड़ा ने बताया कि पिछले 25 वर्षों में सिर्फ पुष्पक एक्सप्रेस और हाल के वर्षों में शुरू हुई लोकमान्यतिलक सुपरफास्ट ट्रेने के ओवर लोड होने के कारण यात्रियों को भूसे की तरह भरकर सफर करना पड़ता है।
श्री छाबड़ा ने मण्डल रेल प्रबन्धक के माध्यम से प्रधानमंत्री भारत सरकार डा0 मनमोहन सिंह को पत्र भेजकर शिरड़ी जाने वाले यात्रियों के लिए एक जोड़ी गाडि़यांे को अतिरिक्त चलाने की पुरजोर मांग की है।
लखनऊ 28 जुलाई 2013 भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी से विचार विमर्श के उपरान्त भाजयुमों के प्रदेश अध्यक्ष श्री आशुतोष राय ने प्रदेश पदाधिकारी, प्रदेश कार्यसमिति एवं 10 जिलाध्यक्षों की घोषणा कि जो निम्न हैः-
प्रदेश उपाध्यक्षों की सूचीः-
क्रमांक    नाम    पद    जिला
1    श्री राघवेन्द्र तिवारी    प्रदेश उपाध्यक्ष    लखनऊ
2    श्री मनीष सिंह    प्रदेश उपाध्यक्ष    वाराणसी
3    श्री विजय पासवान    प्रदेश उपाध्यक्ष    गोरखपुर
4    श्री वैभव सिंह    प्रदेश उपाध्यक्ष    गोण्डा
5    श्री राकेश श्रीवास्वत    प्रदेश उपाध्यक्ष    बस्ती
प्रदेश महामंत्री की सूचीः-
क्रमांक    नाम    पद    जिला
1    श्री कुॅवर सिंह निषाद    प्रदेश महामंत्री    मथुरा
2    श्री अभिजात मिश्रा    प्रदेश महामंत्री    लखनऊ
प्रदेश मंत्रियों की सूचीः-
क्रमांक    नाम    पद    जिला
1    श्री अनिल यादव    प्रदेश मंत्री    जालौन
2    श्री मोहित बेनीवाल    प्रदेश मंत्री    शामली
3    श्री भानू प्रताप सिंह    प्रदेश मंत्री    गोरखपुर
4    श्री कुलदीप त्यागी    प्रदेश मंत्री    गाजियाबाद
5    श्री सोनू सिंह    प्रदेश मंत्री    फिरोजाबाद
6    श्री नीतू गंगवार    प्रदेश मंत्री    बरेली
7    श्री इन्दर नागर    प्रदेश मंत्री    गाजियाबाद
प्रदेश कोषाध्यक्ष
क्रमांक    नाम    पद    जिला
1    श्री गगन अग्रवाल    प्रदेश कोषाध्यक्ष    कानपुर
प्रदेश कार्यसमिति की सूचीः-
क्रमांक    नाम    जिला
1    श्री कृष्ण राज सिंह बबलू
2    हर्ष द्विवेदी
3    विवेक परासर
4    अखण्ड प्रताप सिंह    बस्ती
5    संतोष दुबे    बस्ती
6    रवि कुमार कोरी    लखनऊ
7    अतुल गुप्ता राजा    अलीगढ़
8    अतुल त्यागी    खुर्जा
9    अनुराग चर्तुवेदी    अलीगढ़
10    सल्य राज    अलीगढ़
11    नरेश शर्मा बंटी    बरेली
12    अमित    पीलीभीत
13    जयघोष द्विवेदी    जालौन
14    पवन कुमार उपाध्याय    इलाहाबाद
15    आशुतोष सिंह    वाराणसी
16    दिनेश मौर्या    वाराणसी
17    कृष्ण प्रताप सिंह    जौनपुर
18    सुशील मिश्रा    जौनपुर
19    अवनीश पाण्डेय    वाराणसी
20    किरन सुकवा    सुल्तानपुर
21    विजय सोनी    कानपुर
22    जयवर्धन त्रिपाठी    इलाहाबाद
भाजयुमों प्रकोष्ठ के संयोजकों की सूचीः-
क्रमांक    प्रकोष्ठ का नाम    नाम    जिला
1    कमल क्लब प्रकोष्ठ    श्रीमती भावना सिंह    सुल्तानपुर
2    स्टडी सर्किल प्रकोष्ठ    श्री विपुलेन्द्र प्रताप सिंह    वाराणसी
3    लीगल प्रकोष्ठ    श्री राकेश त्रिपाठी    लखनऊ
4    फाइनेन्स    श्री मनु श्रीवास्तव    लखनऊ
5    कार्यक्रम समन्वयक कमेटी    श्री प्रत्यूषमणि त्रिपाठी    लखनऊ
6    सोशल मीडिया     इ0 रत्नेश कुमार मिश्र    मिर्जापुर
प्रदेश जिलाध्यक्षों की सूचीः-
क्रमांक    नाम    पद    जिला
1    श्री तिलक यादव    जिलाध्यक्ष    झांसी
2    श्री नरसिंह सिंह    जिलाध्यक्ष    इलाहाबाद महानगर
3    श्री यतीन्द्र चक    जिलाध्यक्ष    फिरोजाबाद महानगर
4    श्री दिनेश पाण्डेय    जिलाध्यक्ष    अम्बेडकरनगर
5    श्री नीरज मौर्या    जिलाध्यक्ष    गोण्डा
6    श्री पवन शर्मा    जिलाध्यक्ष    बागपत
7    श्री दीपक चैधरी    जिलाध्यक्ष    फिरोजाबाद जिला
8    श्री शिवओम सिंह    जिलाध्यक्ष    रायबरेली
9    श्री राजेश भारद्वाज    जिलाध्यक्ष    गाजीपुर
10    श्री अनुपम अवस्थी    जिलाध्यक्ष    लखीमपुर खीरी

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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आसामाजिक तत्वों के हाथों सरकार ने अपना इकबाल गिरवी रख दिया - मुन्ना सिंह चैहान

Posted on 29 July 2013 by admin

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि आसामाजिक तत्वों के हाथों सरकार ने अपना इकबाल गिरवी रख दिया। उन्होंने नोएडा में खनन माफियाओं के खिलाफ जाँच कर रही प्रशिक्षु आई0ए0एस0 दुर्गा शक्ति नागपाल के निलम्बन पर प्रतिक्रिया देते हुये कहा कि ईमानदारी और कत्र्तव्य परायणता से काम करने वाले अधिकारियों को निलम्बित करके प्रदेश के मुख्यमंत्री उन्हें हतोत्साहित करना चाहते हैं।
श्री चैहान ने मुंख्यमंत्री के उस बयान पर कड़ी निन्दा की जिसमें मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अफसरों को अपना दुश्मन बताया था। उन्होंने कहा कि जब ईमानदारी से काम करने वालों को ईमानदारी से कार्य करने की सजा मिलेगी तो उनके हौंसले पस्त होंगे और अन्य अधिकारियों को कुंठा घर जायेगी।
श्री चैहान ने महामहिम राज्यपाल से मांग की है कि मुख्यमंत्री के इस तरह के अनर्गल बयान और कार्यों को संज्ञान में लेकर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें कि प्रदेश में कानून का राज कायम हो और कत्र्तव्य निष्ठ अधिकारियों का मनोबल न टूटने पाये।
यह जानकारी राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह “मुन्ना” ने एक प्रेस विज्ञप्ति में दी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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मुम्बई की संस्था ने दिया अनीता सहगल को वसुन्धरा सम्मान

Posted on 29 July 2013 by admin

edited-dsc_0124उमा नाथ बली प्रेक्षागृह में इड़सी,मुम्बई द्वारा अनीता सहगल को वसुन्धरा सम्मान से नवाज़ा गया, जिसके लियेे अनीता के कार्य क्षेत्र पर आधारित एक संक्षिप्त वृत्तचित्र प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया जो आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इस डाक्यूमेन्ट्री फिल्म में अनीता के रचनात्मक कार्यों एवं उनके जीवन से जुड़े बहुत से प्रसंगों का बड़ी खूबसूरती से वर्णन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकायुक्त, उ0प्र0 मा0 न्यायमूर्ति श्री एन0 के0 मेहरोत्रा ने कहा कि अनीता बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी निकलेंगी, यह बात उनको उस समय नहीं पता थी जब बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में अनीता को एक साधारण लडकी के रूप में देखा था। उन्होंने कहा कि आज मुझे  फक्र होता है कि एक साधारण सी लड़की हमारे प्रदेश का नाम रौशन कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक कलाकार में इतनी सारी खूबियां होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्म श्री योगेश प्रवीन ने कहा कि अनीता को पिछले कई वर्षों से जानते हैं,उसमें बनारस की सुबह और अवध की शाम दोनों का सममिश्रण देखने ंको मिलता है। सहारा इन्डिया के महाप्रबन्धक आशीष बनर्जी  ने सर्वप्रथम सहारा की अधिशासी निदेशक श्रीमती कुमकुम राय चैधरी का सन्देश पढ़ कर सुनाया और उन्होंने कहा कि अनीता सहगल एक कुशल मंच संचालक होने के साथ-साथ बहुत अच्छी चित्रकार,लेखक,अध्यापक व इंटीरियर डिजाइनर भी हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व मुख्य सचिव डाॅ शंभु नाथ ने कहा कि इनके द्वारा मुखरित शब्दों का जाल जब मंच से श्रोताओ व दर्शकों पर पड़ता है तो वह मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इनकी भाषा व शैली त्रिवेणी के संगम जैसी है। उन्होंने अनीता द्वारा समय-समय पर बोली जाने वाली शेरो-शायरी को बड़े अच्छे अंदाज में सुनाया। अंत में डा0 शंभु नाथ ने घोषणा की आज से अनीता सहगल अनीता सहगल‘वसुन्धरा’ कहलायेंगी।  इसी क्रम में इड़सी संस्था,मुम्बई की तरफ से जान्ह़वी सिंह जो फिल्म प्रोडयूसर एवं डायरेक्टर होने के साथ-साथ दादा साहब फालके सिने एवं टेलीविजन आर्टिस्ट एसोशिएशन मुम्बई की अध्यक्ष हैं, ने कहा कि बहुत दिनों से हम लोगों की खोज चल रही थी कि उत्तर प्रदेश की किसी एक ऐसी प्रतिभा को सम्मानित किया जाये जिसमें बहुत सारी प्रतिभाए हों। हम लोगों ने आपके ही शहर की बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी अनीता सहगल को चुना है, जिन्हें आज हम सम्मानित करने जा रहे हैं। सम्मानित करते हुए आज हमारी महाराष्ट्र की भूमि भी सम्मानित हो रही है। अनीता जी बहुरंगी व्यक्तित्व की धनी है यह बात सभी के जुबान पर देखी गयी। edited-dsc_0102इनके संरचनात्मकता के गुणों की तारीफ मुम्बई में भी बहुत होती है। कार्यक्रम की सांस्कृतिक झलक में मुम्बई से आये सूफीगायक कुमार सपन ने अपने इश्क की ढ़पली, ऐ हवा, रमता जोगी, जिया लगे ना, किसी को न रब्बा एवं भोलेनाथ जैसे अनेक गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसी के साथ लखनऊ की लोक गायिका मीतू मिश्रा एवं नीरा मिश्रा ने संस्था द्वारा आयोजित मेघ पर्व पर सावन के गीतों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर दक्षिण भारत की अभिनेत्री शैफाली सिंह,डा0 अशोक बाजपेयी,राष्ट्रीय महासचिव, समाजवादी पार्टी,दिवाकर त्रिपाठी, पूर्व आई0ए0एस0, अजय कुमार उपाध्याय,आई0ए0एस0, समाज सेवी भइया जी, नवाब मीर जाफ़र, शेखर त्रिपाठी, रश्मि अवस्थी, सतीश चन्द्र सहगल,एस0एन0मेहरोत्रा सहित बहुत से शहर के गणमान्य व्यक्ति आदि मौजूद रहे।
लखनऊ। जिजीविषा की केन्दीय कार्यरणी की एक आपात कालीन बैठक मीराबाई मार्ग कार्यालय में अपरान्ह सम्पन्न हुई। इस बैठक में श्री अखिलेख यादव मुख्य मंत्री उ0प्र0 सरकार द्वारा परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी दुर्गा नागपाल, एसडीएम नोएडा, उप्र के निलंबन को दबाव में, जल्दबाजी में लिया गया निर्णय बताया गया। संगठन ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में मांग किया कि दुर्गा नागपाल का निलंबन तत्काल वापस लिया जाये।
कार्यकारिणी का मानना है कि जब पूरे प्रदेष में प्राकृतिक संसाधनों का अनाप-षनाप विदोहन किया जा रहा है, उस परिस्थिति में नवागत ईमानदार महिला अधिकारी की नियति का सम्मान करते हुए कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। एक नवागत अधिकारी के सकारात्मक प्रयास पर निलंबन उसके सम्पूर्ण सेवाकाल पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
वन कटान, ताबाल अतिक्रमण, नदी अतिक्रमण, खनिजों के अवैध खनन को रोकने की दिषा में तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए एक पारदर्षी नीति बनाई जानी चाहिए। साथ में ही माफियाओं के अडि़यल रवैये के सामने घुटने टेकने से सरकार को बचना चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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इस्पात मंत्री द्वारा मदरसों में कक्षाओं का शिलान्यास

Posted on 29 July 2013 by admin

edited-honble-minister-of-steel-laying-the-foundation-stone-of-a-school-room-in-a-madarsaaमाननीय इस्पात मंत्रीए श्री बेनी प्रसाद वर्मा ने आज तीन मदरसों में कक्षा भवनों का शिलान्यास किया। गोण्डा ज़िले में स्थित इन मदरसों के नाम हैं दृ ष्जामिया अहले सुन्नत अशर्फिया मजहरूल उलूमए धानेपुर बज़ारष्ए ष्दरूल उलूम अहले सुन्नत फैयाज़ुल उलूमए ग्राम रेतवागाडाष् और ष्अरबिया उसमानिआए इतियाथोकष्।
इन मदरसों में बनाये जाने वाले क्क्षा भवनों से क्षेत्र में शिक्षा की स्थिती में सुधार आएगा और स्कूली बच्चों को शिक्षा की बेह्तर सुविधाएं प्राप्त हो पाएंगी। गौरतलब हैए की माननीय मंत्री जी शिक्षा के विकास के लिए बहुत से कदम उठा रहे हैं और निरंतर यह प्रयास कर रहे हैं की केन्द्र सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ क्षेत्र के निवासियों तक पहुंच सके।
यह प्रयास राज्य में कमज़ोर शिक्षा सूचकांक जैसे आधारभूत मापदण्डों की असंतोषजनक स्थिति को बदलने और क्षेत्र के निवसियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं।

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सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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लैपटाप वितरण की आलोचना

Posted on 29 July 2013 by admin

समाजवादी पार्टी उ0प्र0 के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है बसपा की पूर्व मुख्यमंत्री ने लैपटाप वितरण की आलोचना की है और इसे समाजवादी पार्टी सरकार द्वारा सियासी लाभ लेने का कदम बताया है। वे समाजवादी सरकार को विफल बताने के लिए भी धरती-आसमान एक किए हुए हैं। जाति विशेष से अपनी चिढ़ भी वे छुपा नहीं पा रही है। इस तरह वे अपनी खीझ भी मिटा रही हैं और उत्तर प्रदेश को दुनिया के नक्शें पर बदनाम करने का अपना एजेन्डा भी चला रही हैं। जनता ने अभी सवा साल पहले ही जो जनादेश दिया है उसका भी वे निरन्तर निरादर एवं उपहास कर रही है।
निराधार आरोप लगाना बसपा अध्यक्ष का चरित्र और स्वभाव है। लैपटाप से छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के साथ अपने भविष्य को संवारने वाली सूचनाएं भी प्राप्त होंगी। इससे उनके सपनों को नया विस्तार मिलेगा। समाजवादी पार्टी चाहती है कि गरीब का बेटा-बेटी भी सम्पन्न परिवार के मुकाबले आगे बढ़े लेकिन सुश्री मायावती नहीं चाहती हैं कि गरीब का बच्चा पढ़े और आगे बढ़े। वे अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को भी मीडिया से दूर रहने को कहती है ताकि वे उनके घोटालों से परिचित न हों। वस्तुतः बसपा अध्यक्ष चाहती हैं उनके समर्थक सब अनपढ़ हों। उनका नेतृत्व निरक्षरों के बल पर ही सुरक्षित रहेगा। बाबा साहेब अंबेडकर अपने अनुयायियों को शिक्षित बनने का संदेश देते थे। सुश्री मायावती ने अपने आचरण और बयान से बाबा साहेब का भी अपमान किया है। उन्होंने उन बच्चों के प्रति भी दुर्भावना जताई है जो लैपटाप पाकर अपनी जिन्दगी को नया अर्थ देना चाहते हैं। बसपा अध्यक्ष को इन बच्चों से माॅफी मांगनी चाहिए। कन्या विद्याधन, बेकारी भत्ता और लैपटाप पाने वालों में समाज के सभी वर्गो के छात्र-छात्राएं हंै उनको जाति विशेष में सीमित करना युवाशक्ति की अवमानना है और ऐसा कोई जाति विद्वेष की भावना रखने वाला ही कर सकता है।समाजवादी पार्टी की योजनाओं से लाभ पाने वालों में मुसलमान, किसान, गरीब, पिछड़े, सवर्ण सभी हैं। निष्पक्षता से ये योजनाएं चलाई जा रही हैं। श्री मुलायम सिंह यादव जाति विहीन समाज के आंदोलन को गति दे रहे हैं। यही सपना डा0 लोहिया और चैधरी चरण सिंह का भी था। किसी जाति विषेश के नाम पर जहर उगलना दूषित मनोवृत्ति है।
उ0प्र0 में विकास के नए-नए श्रोत खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव बाहरी उद्यमियों को प्रदेश में उद्योग लगाने के लिए सहूलियत दे रहे हैं। नई औद्योगिक नीति के साथ अवस्थापना सुविधाएं भी मजबूत की जा रही हैं। कानून व्यवस्था की स्थिति में गुणात्मक सुधार आया है। अनुत्पादक मदों में व्यय रोककर मुख्यमंत्री जी ने कृषि, उद्योग और जनहित की अन्य योजनाओं के लिए खजाना खोला है। सुश्री मायावती को यही खल रहा है, क्योंकि उनकी नजर में तो लूट से अपना विकास करना ही असली विकास है। उनके कई मंत्री भी ऐसा विकास करके ही जेल गए हैं और कुछ जाने वाले हैं। खुद मुख्यमंत्री को भी शायद ये दिन देखने पड़े। जो भी हो, मुख्यमंत्री जैसे पद पर रह चुकी सुश्री मायावती जिस संकीर्ण मानसिकता का प्रदर्शन कर रही हैं और गैर जिम्मेदाराना बयान दे

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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