समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि मुस्लिमो के बच्चो को अच्छी तालीम मिले, उनकी प्रगति हो और उनकी रोजी-रोटी के नए अवसर खुलें यह भाजपा और कांग्रेस दोनों को अच्छा नहीं लगता है। उन्हें आजादी के लिए अपनी शहादत देनेवालों का सम्मान करना भी नहीं आता है। ये दल यही चाहते हैं कि मुस्लिमों की शैक्षिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रगति अवरूद्ध रहे ताकि वोट बैंक की तरह उनका इस्तेमाल करते हुए अपनी स्वार्थ की रोटियां लाल कर सकें। इनको अच्छी तरह पता है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी इनकी मंशा पूरी नहीं होने देगी इसलिए वे मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी सरकार पर कभी तुष्टीकरण करने का आरोप मढ़ते हैं तो कभी सरकार के वरिष्ठ मंत्री मो0 आजम खाॅ के खिलाफ जहर उगलने का काम करते हैं।
श्री मो0 आजम खाॅ ने स्वतंत्रता आंदोलन के एक नामचीन नेता मौलाना मोहम्मद अली जौहर के नाम पर रामपुर में एक उर्दू-अरबी-फारसी का विश्वविद्यालय खोलने का सराहनीय एवं ऐतिहासिक कार्य किया ताकि मुस्लिम बच्चे भी उच्च शिक्षा पा सकें और अपना बेहतर भविष्य बना सकें। विश्वविद्यालय से निकले हुए बच्चों से प्रदेश के विकास में मदद की अपेक्षा की जाती है। इससे भाजपा और कांग्रेस दोनों का चिढ़ना स्वाभाविक है क्योंकि उनकी मुस्लिम विरोध की राजनीति एक जैसी है।
कांग्रेस ने देश-प्रदेश में कई दशकों तक राज किया है। आज भी केन्द्र में उनकी सरकार हैं। कांग्रेस की सरकारों के रहते दलितों से बदतर हालत मुस्लिमो की हो गई है, यह तथ्य सच्चर कमेटी ने, जिसका गठन स्वयं केन्द्र सरकार ने किया था, की रिपोर्ट में वर्णित है। भाजपा और इसके मूल संगठन आरएसएस की तो पूरी आधारशिला ही मुस्लिम विरोध पर रखी है। भाजपा राज में गुजरात में मुस्लिमों का भयानक नरसंहार नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते हुआ है। कांग्रेस भी इसमें पीछे नहीं। उसके रिकार्ड में सैकड़ों सांप्रदायिक दंगे और निर्दोषो के फर्जी इनकाउंटर दर्ज हैं।
रामपुर पर सामंती शासन के दौरान सिर्फ नवाबीघराने या उनके चहेतों का ही विकास हुआ और वे ही मालामाल हुए। शेष जनता शिक्षा, रोजगार और विकास से वंचित रही थी। मो0 आजम खाॅ ने गरीब परिवार में जन्म लेकर किसानों, मुस्लिमों और वंचितों के हक की लड़ाई लड़ी और वे अब शिक्षा का दीप जलाकर मुस्लिम परिवारों में नई रोशनी लाना चाहते हैं यही बात नवाबी घराने को खल रही है। उन्हें जौहर विश्वविद्यालय खटक रहा है जहां हजारों मुस्लिम लड़के लड़कियां ज्ञान विज्ञान से मुखातिब होगें। नवाब साहब को इसके बजाय अपने किसी खानदानी स्टैच्यू की ज्यादा फिक्र हो रही है।
मो0 आजम खाॅ पर झूठी तोहमतें मढ़ने का काम रामपुर के नवाब घराने के इशारे पर हो रहा है, जनता की निगाह में जिसकी कोई साख नहीं है। इसके पीछे सिर्फ आजम खाॅ से व्यक्तिगत और मुस्लिम विरोध की राजनीति है। भाजपा और कांग्रेस उत्तर प्रदेश में लगातार पिछड़ते जा रहे है। अगले चुनावों में सम्भावित करारी हार से वे बुरी तरह विचलित है। वे जानते हैं कि श्री मुलायम सिंह यादव पर मुस्लिमों का गहरा विश्वास है। उन्होने जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना में भरपूर मदद की है। श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार ने मुस्लिम लड़कियों को पढ़ाई तथा शादी के लिए 30 हजार रूपए का अनुदान, इंटर पास को लैपटाप, कब्रिस्तानों की चहारदीवारी का निर्माण, प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग तथा हास्टल की सुविधा, उर्दू को रोजी रोटी से जोड़कर नौकरियां देने और दहशतगर्दी के झूठे इल्जामों में फंसे मुस्लिम नौजवानों की रिहाई जैसे कदम उठाकर साबित कर दिया है कि वह धर्मनिरपेक्षता और विकास के नए एजेडंा पर काम करनेवाली सरकार है। समाजवादी पार्टी मुस्लिमों को वोट बैंक नहीं, आजादी के आंदोलन और आजाद भारत में हर मोर्चे पर बराबर की भागीदार मानती है और वह मुस्लिमो को उनके हक दिलाने के लिए सतत संघर्शशील रही है।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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