उमा नाथ बली प्रेक्षागृह में इड़सी,मुम्बई द्वारा अनीता सहगल को वसुन्धरा सम्मान से नवाज़ा गया, जिसके लियेे अनीता के कार्य क्षेत्र पर आधारित एक संक्षिप्त वृत्तचित्र प्रोजेक्टर के माध्यम से दिखाया गया जो आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इस डाक्यूमेन्ट्री फिल्म में अनीता के रचनात्मक कार्यों एवं उनके जीवन से जुड़े बहुत से प्रसंगों का बड़ी खूबसूरती से वर्णन किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकायुक्त, उ0प्र0 मा0 न्यायमूर्ति श्री एन0 के0 मेहरोत्रा ने कहा कि अनीता बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी निकलेंगी, यह बात उनको उस समय नहीं पता थी जब बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में अनीता को एक साधारण लडकी के रूप में देखा था। उन्होंने कहा कि आज मुझे फक्र होता है कि एक साधारण सी लड़की हमारे प्रदेश का नाम रौशन कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि एक कलाकार में इतनी सारी खूबियां होना अपने आप में बहुत बड़ी बात है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पद्म श्री योगेश प्रवीन ने कहा कि अनीता को पिछले कई वर्षों से जानते हैं,उसमें बनारस की सुबह और अवध की शाम दोनों का सममिश्रण देखने ंको मिलता है। सहारा इन्डिया के महाप्रबन्धक आशीष बनर्जी ने सर्वप्रथम सहारा की अधिशासी निदेशक श्रीमती कुमकुम राय चैधरी का सन्देश पढ़ कर सुनाया और उन्होंने कहा कि अनीता सहगल एक कुशल मंच संचालक होने के साथ-साथ बहुत अच्छी चित्रकार,लेखक,अध्यापक व इंटीरियर डिजाइनर भी हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व मुख्य सचिव डाॅ शंभु नाथ ने कहा कि इनके द्वारा मुखरित शब्दों का जाल जब मंच से श्रोताओ व दर्शकों पर पड़ता है तो वह मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। इनकी भाषा व शैली त्रिवेणी के संगम जैसी है। उन्होंने अनीता द्वारा समय-समय पर बोली जाने वाली शेरो-शायरी को बड़े अच्छे अंदाज में सुनाया। अंत में डा0 शंभु नाथ ने घोषणा की आज से अनीता सहगल अनीता सहगल‘वसुन्धरा’ कहलायेंगी। इसी क्रम में इड़सी संस्था,मुम्बई की तरफ से जान्ह़वी सिंह जो फिल्म प्रोडयूसर एवं डायरेक्टर होने के साथ-साथ दादा साहब फालके सिने एवं टेलीविजन आर्टिस्ट एसोशिएशन मुम्बई की अध्यक्ष हैं, ने कहा कि बहुत दिनों से हम लोगों की खोज चल रही थी कि उत्तर प्रदेश की किसी एक ऐसी प्रतिभा को सम्मानित किया जाये जिसमें बहुत सारी प्रतिभाए हों। हम लोगों ने आपके ही शहर की बहुआयामी व्यक्तित्व की धनी अनीता सहगल को चुना है, जिन्हें आज हम सम्मानित करने जा रहे हैं। सम्मानित करते हुए आज हमारी महाराष्ट्र की भूमि भी सम्मानित हो रही है। अनीता जी बहुरंगी व्यक्तित्व की धनी है यह बात सभी के जुबान पर देखी गयी। इनके संरचनात्मकता के गुणों की तारीफ मुम्बई में भी बहुत होती है। कार्यक्रम की सांस्कृतिक झलक में मुम्बई से आये सूफीगायक कुमार सपन ने अपने इश्क की ढ़पली, ऐ हवा, रमता जोगी, जिया लगे ना, किसी को न रब्बा एवं भोलेनाथ जैसे अनेक गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इसी के साथ लखनऊ की लोक गायिका मीतू मिश्रा एवं नीरा मिश्रा ने संस्था द्वारा आयोजित मेघ पर्व पर सावन के गीतों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर दक्षिण भारत की अभिनेत्री शैफाली सिंह,डा0 अशोक बाजपेयी,राष्ट्रीय महासचिव, समाजवादी पार्टी,दिवाकर त्रिपाठी, पूर्व आई0ए0एस0, अजय कुमार उपाध्याय,आई0ए0एस0, समाज सेवी भइया जी, नवाब मीर जाफ़र, शेखर त्रिपाठी, रश्मि अवस्थी, सतीश चन्द्र सहगल,एस0एन0मेहरोत्रा सहित बहुत से शहर के गणमान्य व्यक्ति आदि मौजूद रहे।
लखनऊ। जिजीविषा की केन्दीय कार्यरणी की एक आपात कालीन बैठक मीराबाई मार्ग कार्यालय में अपरान्ह सम्पन्न हुई। इस बैठक में श्री अखिलेख यादव मुख्य मंत्री उ0प्र0 सरकार द्वारा परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी दुर्गा नागपाल, एसडीएम नोएडा, उप्र के निलंबन को दबाव में, जल्दबाजी में लिया गया निर्णय बताया गया। संगठन ने मुख्यमंत्री को प्रेषित पत्र में मांग किया कि दुर्गा नागपाल का निलंबन तत्काल वापस लिया जाये।
कार्यकारिणी का मानना है कि जब पूरे प्रदेष में प्राकृतिक संसाधनों का अनाप-षनाप विदोहन किया जा रहा है, उस परिस्थिति में नवागत ईमानदार महिला अधिकारी की नियति का सम्मान करते हुए कोई निर्णय लिया जाना चाहिए। एक नवागत अधिकारी के सकारात्मक प्रयास पर निलंबन उसके सम्पूर्ण सेवाकाल पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
वन कटान, ताबाल अतिक्रमण, नदी अतिक्रमण, खनिजों के अवैध खनन को रोकने की दिषा में तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए एक पारदर्षी नीति बनाई जानी चाहिए। साथ में ही माफियाओं के अडि़यल रवैये के सामने घुटने टेकने से सरकार को बचना चाहिए।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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