Archive | July 8th, 2013

हिन्दू महासभा उ0प्र0 के नये अध्यक्ष बने पूर्व आईपीएस काशीनाथ

Posted on 08 July 2013 by admin

  • पार्टी की आपात बैठक में सर्वसम्मति से हुआ अध्यक्ष का चुनाव

अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश इकाई को लगभग तेरह माह बाद नया अध्यक्ष मिल गया है। यहां गंगा प्रसाद वर्मा मेमोरियल हाल अमीनाबाद में हुयी आपातकालीन बैठक में बिहार कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी और झारखण्ड के पूर्व ए0आई0जी0 काशीनाथ को सर्वसम्मति से नया अध्यक्ष चुन लिया गया। इसी के साथ ही अगले माह 18 अगस्त को फतेहपुर में प्रान्तीय अधिवेशन कराने का निर्णय लिया गया। जिसके लिये चुनी गयी स्वागत समिति का अध्यक्ष मनोज त्रिवेदी को बनाया गया है। आज यहां अपराह्न प्रारम्भ हुयी बैठक में मुख्य रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व निभा रहे आचार्य रमेश मिश्र, केन्द्रीय उच्चाधिकार समिति के अध्यक्ष पण्डित बाबा नन्द किशोर मिश्र की मौजूदगी में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आये प्रतिनिधियों ने गोरखपुर के निवासी काशी नाथ को सर्वसम्मति से प्रदेश का नया अध्यक्ष चुना। इसी के साथ ही पिछले लगभग तेरह से नेतृत्वहीन अखिल भारत हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश इकाई को नया मुखिया मिल गया है। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष 30 मई 2012 को तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष और केन्द्रीय उच्चाधिकार समिति के अध्यक्ष कमलेश तिवारी को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित होने के बाद हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी रीता राय बतौर प्रदेश संयोजक निभा रही थी। आज हुयी इस बैठक में विभिन्न जनपदों के प्रतिनिधियों मनीष पाण्डेय, संतोष सिन्हा, डा0 एम0डी0 शर्मा, मनोज त्रिवेदी, पण्डित ओंकार नाथ शास्त्री, राम गोपाल शुक्ला, राम निवास शर्मा, सुधा पाण्डेय सहित लोगों ने सर्वसम्मति से काशीनाथ को अखिल भारत हिन्दू महासभा की उत्तर प्रदेश इकाई के नये अध्यक्ष के रूप में मुहर लगा दी। इसी के साथ ही नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष काशी नाथ को अखिल भारत हिन्दू महासभा इकाई की कार्यकारिणी और प्रान्तीय अधिवेशन के लिये स्वागत समिति के गठन की जिम्मेदारी भी सौंप दी गयी। बैठक के उपरान्त नवनिर्वाचित अध्यक्ष काशी नाथ ने हिन्दू महासभा की मजबूती के लिये कारगर कदम की घोषणा करते हुये कहा कि पार्टी की कार्यकारिणी की घोषणा शीघ्र कर दी जायेगी, ताकि संगठन सक्रिय रूप से अपना कार्य कर सके।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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दैवी आपदा नियंत्रण कक्ष छठाॅ तल, बापू भवन, सचिवालय प्रदेश में बाढ़ की स्थिति

Posted on 08 July 2013 by admin

पिछले 24 घण्टें में प्रदेश के अधिकत्तर जनपदों में वर्षा नही हुई है। प्रदेश के जनपद गाजीपुर (26.4 मि0मी0), वाराणसी (10.6 मि0मी0), मुरादाबाद (12.8 मि0मी0), सीतापुर के भट्टपुरवा घाट (24.0 मि0मी0), जौनपुर (33.8 मि0मी0), लखीमपुर खीरी (49.6 मि0मी0), बहराइच (52.8 मि0मी0), श्रावस्ती (112.4 मि0मी0) तथा बलरामपुर (34.0 मि0मी0) वर्षा हुई है। मौसम विभाग से प्राप्त सूचना के अनुसार प्रदेश के पश्चिमी उ0प्र0 के कई स्थानों तथा पूर्वी उ0प्र0 के कुछ स्थानों पर गरज/चमक के साथ वर्षा हो सकती है।

प्रदेश में शारदा नदी पलियाकला में (36 से0मी0), कुआनों चन्द्रदीपघाट (गोण्डा) में (1.000 मी0), व मुखलिसपुर (संतकबीरनगर) में (63 से0मी0) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शारदा नदी पलियाकला में बढ़ रही है। प्रदेश की मुख्य नदियों घाघरा, राप्ती, कुआनों, रामगंगा तथा गंगा का जलस्तर घट रहा है।

1.    जनपद मुजफ्फरनगऱ
जनपद में गंगा, सोलानी तथा हिंडन नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है। जनपद में स्थिति सामान्य है। बाढ़़ से अब तक प्रभावित जनसंख्या व गाव आदि का विवरण इस प्रकार हैः-

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    जानसठ, सदर, बुढाना
प्रभावित गांव    -    77
प्रभावित जनसंख्या        -    112
जनहानि    -    03
पशुहानि        -    0
प्रभावित कृषि क्षेत्र हे0 में    -    10000
क्षतिग्रस्त मकान कच्चा/पक्का    -    167/0
पशु टीकाकरण    271    13933
मानव चिकित्सा    26    1400
2.    जनपद लखीमपुर खीरी़
जनपद लखीमपुर खीरी में शारदा नदी पलियाकला में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है तथा घाघरा नदी के कटान से कई गांव रेनी, खैरातीपुरवा, कफुरनापुरवा, मोटेबाबा एवं माथुरपुर में अनेकों कच्चे/पक्के मकान टूट चुके है तथा चिकनाजाती, राजापुरवा व समदह गांव मंे खेतों में कटान के कारण फसल क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचाया गया है। स्थिति सामान्य व नियंत्रण में है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    पलिया,निघासन,लखीमपुर,सदर
धौरहरा एवं गोला।

प्रभावित गांव    -    134
प्रभावित जनसंख्या        -    105179
जनहानि    -    07
पशुहानि        -    08
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णत/ आंशिक रूप    -    543/210
प्रभावित क्षेत्र (लाख हे0में)    -    0.28354
बोया गया कृषि क्षेत्र (लाख हें0 में)    -    0.02147
पशु टीकाकरण    3475    164653
मानव चिकित्सा    327    9226

3.    जनपद सीतापुऱ
जनपद सीतापुर में बहने वाली चैका और घाघरा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है लेकिन कई गांव जैसे फूलपुर गुनाई, डोलोकोडर, सेखुपुर, कुमरिया आदि गांव में नदी द्वारा कटान किये जाने के कारण मकानों को क्षति पहुॅची है। स्थिति सामान्य है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    लहरपुर, बिसवाॅ एवं महमूदाबाद।
प्रभावित गांव    -    32
प्रभावित जनसंख्या        -    119364
जनहानि    -    15
पशुहानि        -    01
खोज बचाव कार्य में लगी नावंे    -    173
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णत/आंशिक रूप    20/0    177/121
प्रभावित कृषि क्षेत्र हे0 में    -    5012
खोले गये राहत शिविर    -    10
पशु टीकाकरण    2300    71299
मानव उचारित    311    6875

4.    जनपद बहराइच
जनपद में घाघरा गिरजापुरी बैराज पर तथा एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी) पर, सरजू नदी गोपिया बैराज पर, शारदा नदी शारदा बैराज (पीलीभीत) पर तथा घूरदेवी खतरे के निशान से नीचे बह रही है। वर्ममान में तहसील कैसरगंज के 04 तथा तहसील महसी के 04 ग्राम कुल 08 गा्रम (24 मजरे) तथा 5042 आबादी बाढ़ से प्रभावित है। कटान से प्रभावित 307 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुॅचा दिया गया है। स्थिति सामान्य है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    कैसरगंज व महसी    कैसरगंज एवं महसी।
प्रभावित गांव    8    08
प्रभावित जनसंख्या        5042    5049
जनहानि    0    01
पशुहानि        0    0
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    46/04    53/08
क्षतिग्रस्त मकान/झोपड़ी    180/127    180/127
खोली गयी बाढ़ चैकियां    12    12
पशु टीकाकरण    16    4670
मानव चिकित्सा    573    8931

5.    जनपद बाराबंकी
एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। वर्तमान में जनपद की तहसील सिरौलीगौसपुर के अन्तर्गत 05 ग्राम बाढ़ से प्रभावित थे। गांव से पानी पूरी तरह से हट गया है लेकिन अभी भी बसावल तथ नैपुरा गांव के लोग बंधे पर रह रहे है। बाढ़ की स्थिति सामन्य है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    1    सिरौलीगौसपुर, रामसनेहीघाट एवं रामनगर।
प्रभावित गांव    05    52
प्रभावित जनसंख्या        1779    21876

जनहानि    0    06
पशुहानि        0    0
खोज बचाव कार्य में लगी नावंे    0    185
प्रभावित क्षेत्रफल हे0 में    -    2614
प्रभावित कृषि क्षेत्र हे0 में    -    5885
खोले गये राहत शिविर    05    08
मेडिकल टीम    12    12
पशु टीकाकरण    824    13719
मानव चिकित्सा    185    3754

6.    जनपद फैजाबाद
घाघरा नदी का जलस्तर अयोध्या में खतरे के निशान से नीचे है। जनपद फैजाबाद में तहसील सदर के मांझा मड़ना, मांझा मूडाडीहा, मांझा पिपरी संग्राम, मांझा पूरे चेतन, मांझा काजीपुर, मंाझा रामपुर, मांझा मूडाडीहा बस्ती तथा मंाझा सलेमपुर आदि गाँव बाढ़ से प्रभावित हो गये है। 3750 व्यक्ति बाढ़ से प्रभावित हुए है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    1    सदर
प्रभावित गांव    08    08
प्रभावित जनसंख्या        -    3750
जनहानि    0    02
पशुहानि        0    0
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    04    42
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णता/आंशिक    -    1/3
प्रभावित क्षेत्रफल हे0 में    -    342.005
खोले गये राहत शिविर    05    05
मानव चिकित्सा    53    218
पशु टीकाकरण    1400    5896

7.    जनपद शाहजाँपुर
जनपद में बहने वाली गर्रा, खन्नौत, गंगा तथा रामगंगा नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही है। नदियांे का जलस्तर घट रहा है। स्थिति सामान्य है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    जलालाबाद    जलालाबाद
प्रभावित गांव    -    01
प्रभावित जनसंख्या        -    1155
जनहानि    -    02
पशुहानि        -    0
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णता/आंशिक    -    1
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    -    3

8.    जनपद फर्रूखाबाद
जनपद की तीन तहसीलें सदर, कायमगंज तथा अमृतपुर बाढ़ से प्रभावित है, जिनमें तहसील सदर 05, तहसील कायमगंज के 57 तथा तहसील अमृतपुर के 28 गाँव बाढ़ प्रभावित है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    सदर, कायमगंज व अमृतपुर।
प्रभावित गांव    -    90
प्रभावित जनसंख्या        -    1430
जनहानि    -    0
पशुहानि        -    03
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    -    32
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णता/आंशिक    -    107
खोले गये राहत शिविर    -    13
मेडिकल टीम    -    20

9.    जनपद गोरखपुर
जनपद में घाघरा नदी खतरे के निशान से नीचे बह रही है, कुआनों नदी खतरे के निशान से ऊपर किन्तु स्थिर है तथा राप्ती नदी खतरे के निशान से नीचे घटाव की ओर है। 88 गांव बाढ़ प्रभावित है तथा 33 गांव जलमग्न है। प्रभावित आबादी को अनुमन्य राहत प्रदान की जा रही हैं

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    सहजनवा, खजनी, कैम्पियरगंज।
प्रभावित गांव    -    88
प्रभावित जनसंख्या        -    61906
जनहानि    -    09
पशुहानि        -    0
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    -    44
मेडिकल टीम    -    8

10.    जनपद सिद्धार्थनगर
जनपद से प्राप्त सूचना के अनुसार बूढ़ी राप्ती नदी खतरे के निशान से नीचे चल रही है। 20 गांव बाढ़ से प्रभावित है। जनपद की तहसील बाॅसी व नौगढ़ बाढ़ से प्रभावित है। बस्ती बाॅसी नेशनल हाइवे मार्ग पर डिडई के दक्षिण पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया है। जनपद में सभी प्रमुख नदियां घटाव पर है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    बाॅसी व नौगढ़।
प्रभावित गांव    20    150
प्रभावित जनसंख्या        -    48054
जनहानि    -    4
पशुहानि        -    0
क्षतिग्रस्त मकान पूर्णत/आंशिक रूप    -    20/58
प्रभावित क्षेत्रफल हे0 में    -    0.12329
प्रभावित कृषि क्षेत्र हे0 में    -    0.1735
खोज बचाव नाव/पी0ए0सी0 मोटर बोट    -    28/02
खोले गये राहत शिविर    -    04

11.    जनपद संतकबीरनगर
जनपद में राप्ती तथा घाघरा खतरे के निशान से नीचे तथा कुआनों नदी खतरे के निशान से 195 से0मी0 ऊपर बह रही है। जनपद संतकबीरनगर से प्राप्त सूचना के अनुसार जनपद की तीन तहसीलंे खलीलाबाद, मेहदावल व धनघटा बाढ़ से प्रभावित है। 17 गांव जलमग्न व 101 गांव बाढ़ से प्रभावित है।

आज की स्थिति    क्रमिक योग
प्रभावित तहसील    -    खलीलाबाद, मेहदावल व धनघटा।
प्रभावित गांव    101    78
प्रभावित जनसंख्या        -    15350
जनहानि    -    01
पशुहानि        -    0
खोज बचाव कार्य में लगी नाव    97    97
राहत शिविर    -    03
प्रभावित क्षेत्रफल हे0 में    -    0.00012
प्रभावित कृषि क्षेत्र हे0 में    -    0.07868

12.    जनपद बलरामपुर, गोण्डा एवं पीलीभीत
जनपद बलरामपुर के 08 गांव के 24 मजरों में 5042 आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है। बचाव कार्य में 46 नावें, 04 मोटर बोट, 02 प्लाटून पी0ए0सी0 लगी है। राप्ती नदी में पानी खतरे के निशान से नीचे चल रहा है। बाढ़ की स्थिति सामान्य है।

जनपद गोण्डा में किसी भी गांव के पानी के घिरे होने की सूचना नही है।

जनपद पीलीभीत ने अवगत कराया है कि सभी गांवों से पानी निकल गया है। नदी में जलसतर नीचे चल रहा है। अतएवं नदी के किनारे गांवों की भूमि में कटान हो रहा है, जिससे फसलों की हानि है। जनहानि नही है। बाढ़ की स्थिति सामान्य है।

आख्या सूचनार्थ प्रेषित है।

(शिवराम)
वरिष्ठ वित्त एवं लेखाधिकारी,
राहत आयुक्त कार्यालय,
जुलाई, 2013

प्रतिलिपिः-

1-    निजी सचिव/प्रमुख सचिव, मा0 मुख्यमंत्री महोदय।
2-    निजी सचिव, मा0 सिंचाई मंत्री महोदय।
3-    निजी सचिव, मा0 राजस्व मंत्री महोदय।
4-    निजी सचिव, मुख्य सचिव, कार्यालय।
5-     निजी सचिव, प्रमुख सचिव, राजस्व विभाग।
6-    निजी सचिव, प्रमुख सचिव, सिंचाई विभाग।
7-    सचिव एवं राहत आयुक्त कार्यालय।
8-    गार्ड फाइल।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मायावती जी का आभार ।

Posted on 08 July 2013 by admin

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष, सांसद (राज्यसभा) व चेयरपर्सन, बी.एस.पी. संसदीय दल एवं उŸार प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी ने आज यहाँ देश के सर्वसमाज के लोगों को आश्वासन दिया कि आगामी लोकसभा चुनाव के उपरान्त केन्द्र में सत्ता में आने पर समाज के सभी वर्गों अर्थात् सर्वसमाज के लोगों के तिों व कल्याण का पूरा-पूरा ख्याल रखा जायेगा और उन्हे वे सारी सुविधायें दी जायेंगी जो अब तक कांग्रेस व बीजेपी की सरकारों से आजादी के बाद से लेकर आज तक लगभग 65 वर्षें के दौरान भी नहीं मिल पाया है।
आज यहाँ लखनऊ के विशाल रमाबाई अम्बेडकर रैली मैदान में आयोजित प्रदेश स्तरीय ब्राह्मण समाज भाईचारा महासम्मेलन को सम्बोधित करते हुये सुश्री मायावती जी ने कहाकि केन्द्र की सत्ता में आने पर खासकर ब्राह्मण समाज व धार्मिक अल्पसंख्यकों में से मुस्लिम समाज के गरीब लोगों को आर्थिक आधार पर आरक्षण का लाभ देकर उन्हे शिक्षा व रोजगार के विशेष अवसर मुहैया कराये जायेगें।
महासम्मेलन में पूरे उत्तर प्रदेश से आये हुये खासकर ब्राह्मण समाज के लोगों को अपने लगभग एक घण्टे के सम्बोधन में सुश्री मायावती जी ने इस बात को दोहराया कि अपरकास्ट समाज खासकर ब्राह्मण समाज के लोगों को पार्टी व सरकार में हर स्तर पर व हर मामले में जितना सम्मान व सुरक्षा दी गयी है वह अपने-आप में एक बेहतरीन मिसाल है। सुश्री मायावती जी के भाषण का जोरदार तालियों, शंखनाद एवं ब्राह्मण शंख बजायेगा, हाथी दिल्ली जायेगा, बहन मायावती जिन्दाबाद एवं बहन जी संघर्ष करो, ब्राह्मण समाज आपके साथ है आदि नारों से बार-बार स्वागत किया गया।
सुश्री मायावती जी अपने सम्बोधन में सर्वप्रथम कहाकि पड़ोसी राज्य, उत्तराखण्ड में अभी हाल ही में वहाँ हुई ‘‘भारी बरसात व भूस्खलन’’ के कारण जो वहाँ दर्दनाक व दिल को दहलाने वाली कुदरती जबरदस्त ‘‘जान-माल’’ की तबाही (हानि) हुई है जिसमें काफी बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों से आये हुये तीर्थ-यात्रियों को भी, अपनी जान गवानी पड़ी है, इसका हमारी पार्टी को भी बहुत ज्यादा दुःख है और इस भयंकर मुसीबत के समय में हमारी पार्टी कुदरत से अब यही प्रार्थना करती है कि कुदरत मृृतक परिवार के लोगों को इनके इस दुःख व पीड़ा को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।     और इतना ही नहीं बल्कि इस संकट की घड़ी में, मैंने अपनी पार्टी के लोगों को भी, वहाँ पीडि़त व असहाय लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करने की भी अपील की है। केन्द्र सरकार से भी, इस भीषण हुई जान-माल की तबाही (त्रासदी) को तत्काल ‘‘राष्ट्रीय आपदा घोषित’’ करने का भी हमारी पार्टी ने पुरजोर अनुरोध किया है। इसके साथ ही इस ‘‘कुदरती तबाही व बर्बादी’’ को लेकर हमारी पार्टी ने केन्द्र व राज्यों की सरकारों से यह भी अनुरोध किया है कि वे दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उत्तराखण्ड में दुःखी व पीडि़त लोगों की हर स्तर पर ज्यादा से ज्यादा मदद करें, लेकिन इस सम्बन्ध में, दुःख के साथ यह भी कहना पड़ रहा है कि ऐसे विकट संकट की घड़ी में भी कुछ राजनैतिक पार्टियाँ अपनी राजनैतिक रोटी सेकने से अभी तक भी बाज नहीं आ रही हैं। और इसका हमारी पार्टी कड़े शब्दों में निन्दा करती है।
इसके साथ-साथ हमारी पार्टी, ऐसी उस पार्टी की भी, कड़े शब्दों में निन्दा करती है जिस पार्टी के नेता, इस देश का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और जो उत्तराखण्ड में जाकर, अकेले अपने गुजरात स्टेट के फँसे हुये लोगों की ही मदद करने की केवल बात करते हैं। अर्थात वे राष्ट्रीय सोच के हिसाब से वहाँ लगभग सभी प्रान्तों के फँसे हुये लोगों की मदद करने की बात नहीं करते हैं। इससे, ऐसे ‘‘व्यक्तित्व’’ के बारे में, आप लोग एडवांस में ही यह अन्दाजा लगा सकते हैं कि ऐसी सोच रखने वाला व्यक्ति, अपने  देश की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठकर, यहाँ ‘‘राष्ट्रीय व धर्मनिरपेक्ष’’ की भावना से पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ कतई भी कार्य नहीं कर सकता है, इसलिये ऐसी पार्टी के इस किस्म के प्रान्तवादी व संकीर्ण सोच रखने वाले व्यक्तित्व से आप लोगों को हमेशा सावधान रहकर, आगे बढ़ना होगा।
इस खास बात के साथ, अब मैं आप लोगों का ध्यान, आज पार्टी के हो रहे प्रदेश स्तरीय ब्राह्मण समाज भाईचारा महासम्मेलन की तरफ दिलाना चाहती हूँ और इस सन्दर्भ में सबसे पहले, मैं आप लोगों को यह बताना चाहती हूँ कि भारतीय संविधान के निर्माता परम्् पूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर‘‘ की सोच के आधार पर चलकर ‘‘14 अपै्रल सन्् 1984‘‘ को, जब मान्यवर श्री कांशीराम जी ने बी.एस.पी. के नाम पर अपनी इस राजनैतिक पार्टी का गठन किया था। तो तब, इस पार्टी के बारे में लगातार कई वर्षों तक लगभग सभी विरोधी पार्टियों ने और उसमें भी खासतौर से कांग्रेस और बीजेपी ने एक सोची-समझी साजिश के तहत्् इस बात का काफी ज्यादा बढ़-चढ़कर यह गलत प्रचार किया था कि बी.एस.पी. केवल दलितों की पार्टी है। और यह पार्टी अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज की हितैषी पार्टी नहीं है, जबकि इनका यह प्रचार पूर्णतयाः गलत था क्योंकि बी.एस.पी. की विचारधारा एवं सिद्धान्त ‘‘किसी जाति व धर्म’’ के खिलाफ नहीं हैं बल्कि बी.एस.पी. तो इस देश में गैर-बराबरी वाली सामाजिक-व्यवस्था को बदलकर, यहाँ ‘‘समतामूलक समाज-व्यवस्था’’ बनाना चाहती है जिसमें सभी लोग एक समान हो और सभी वर्गों व धर्मों के लोगों को जिन्दगी के हर पहलू में एक समान ही आगे बढ़ने का मौका मिले। लेकिन विरोधी पार्टियाँ, हमारी इस बात का ज्यादातर उल्टा ही प्रचार करती रही हैं, ताकि बी.एस.पी. के साथ, इन वर्गों के लोग अर्थात अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के लोग ना जुड़ सके। और आप लोगों को यह भी मालूम है कि देश में सर्वसमाज को भाईचारे के आधार पर जोड़े बिना हमारी पार्टी केन्द्र व राज्यों की सत्ता पर आसीन नहीं हो सकती है। और इसके साथ ही, सत्ता में आये बिना हमारी पार्टी सर्वसमाज का और उसमें भी खासतौर से सर्वसमाज में से ‘‘गरीबों, दलितों, पिछड़ों एवं धार्मिक अल्पसंख्यकों में से सिक्ख, मुस्लिम, ईसाई, पारसी व बौद्ध’’ आदि समाज के लोगों का भला नहीं कर सकती है। इसलिये इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही फिर हमारी पार्टी ने दलितों व पिछड़ों के साथ-साथ यहाँ ‘‘अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज’’ के लोगों को भी अपनी पार्टी में भाईचारे के आधार पर जोड़ने का फैसला लिया है। और इसकी शुरूवात सबसे पहले हमारी पार्टी ने आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े प्रदेश उ.प्र. से की है। और यहाँ उ.प्र. में खासतौर से ‘‘सन्् 2003 से लेकर सन्् 2007 तक‘‘ यह कार्य खुद मैंने अपने हाथों में लेकर यहाँ सर्वसमाज के लोगों को भाईचारे के आधार पर बी.एस.पी. की ‘‘विचारधारा एवं सिद्धान्तों से काफी हद तक जोड़ा है। जिसका फिर अच्छा परिणाम यह हुआ कि ‘‘सन्् 2007’’ में यहाँ विधानसभा के हुये आमचुनाव में, पहली बार यहाँ  हमारी पार्टी को पूर्ण बहुमत के आधार पर, अकेले अपने बलबूते पर अपनी खुद की सरकार बनाने का मौका मिला है। और इसके बाद फिर हमारी पार्टी ने पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ चलकर यहाँ सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय के हिसाब से सरकार चलाई है। और साथ ही, प्रदेश में विकास के कार्यों को गति देने के साथ-साथ यहाँ हर मामले में व हर स्तर पर कानून द्वारा कानून का राज भी कायम किया है। लेकिन यह सब यहाँ विरोधी पार्टियों को रास नहीं आया है। और यही मुख्य कारण है कि इस बार, प्रदेश में विधानसभा के हुये आमचुनाव में, हमारी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिये, एक दूसरे के घोर विरोधी होते हुये भी यहाँ सभी विरोधी पार्टियाँ, अन्दर-अन्दर आपस में एक हो गई और फिर इन्होंने अन्दर-अन्दर आपस में मिलकर हमारी पार्टी के खिलाफ यह चुनाव लड़ा है। और इतना ही नहीं बल्किी अपने इस मकसद में कामयाबी हासिल करने के लिए इन्होंने चुनाव में हमारी पार्टी के खिलाफ सभी प्रकार के ‘‘साम, दाम, दण्ड, भेद आदि हथकण्ड़ों‘‘ का भी बड़े-पैमाने पर इस्तेमाल किया है जिसके कारण हमारी पार्टी से जुड़े खासतौर से पिछड़ा वर्ग, अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज के काफी लोग गुमराह हो गये। और अब उ.प्र. में ऐसी पार्टी फिर से, यहाँ सत्ता पर काबिज हो गई है जिसके आते ही, यहाँ प्रदेश मंे ज्यादातर विकास के कार्य ठप्प हो गये हैं और अब यहाँ पिछली सरकार के कार्यों की जाँच कराने की आड़ में बड़े-पैमाने पर वसूली भी की जा रही है।
इसके साथ ही हर विभाग में, भ्रष्टाचार भी बड़े-पैमाने पर फैला हुआ है। प्रदेश में बिजली की स्थिति भी काफी ज्यादा खराब हो चुकी है। इसके अलावा सर्वसमाज में से दलित एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के साथ-साथ अब यहाँ ‘‘गरीब, मजदूर, किसान, व्यापारी एवं कर्मचारी‘‘ आदि भी, हमें अधिकांश मामलों में काफी ज्यादा दुःखी व पीडि़त नजर आ रहे हैं। साथ ही, इस समय प्रदेश के ज्यादातर जिलों में, आयी भयंकर बाढ़ ने भी यहाँ के अधिकांश लोगों को काफी ज्यादा परेशान किया हुआ है और जिनकी प्रदेश सरकार द्वारा पूरे तौर से मदद भी नहीं की जा रही है। ऐसी स्थिति में यहाँ मेरा अपनी पार्टी के लोगों से यह भी कहना है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ में फँसे पीडि़त लोगांे की ज्यादा से ज्यादा मदद करने का पूरा-पूरा प्रयास करें। इतना ही नहीं बल्कि अब यहाँ प्रदेश की हर स्तर पर कानून-व्यवस्था की स्थिति भी, बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है अर्थात् प्रदेश में, अब यहाँ हर स्तर पर कानून का राज नहीं बल्कि गुण्ड़ों, बदमाशों, माफियाओं एवं अन्य अराजक व अपराधिक तत्वों का राज चल रहा है जिसके कारण अब यहाँ प्रदेश में ‘‘चोरी, डकैती, फिरौती, अपहरण, लूटमार, हत्या व साम्प्रदायिक दंगे एवं तनाव’‘ आदि की घटनायें भी काफी ज्यादा चरम-सीमा पर पहुँच चुकी हैं। दिन-छिपे के बाद, हमारी ‘‘बहन-बेटियों’’ को भी अब अकेले घर से बाहर निकलना बहुत ज्यादा मुश्किल हो गया है। अर्थात् ऐसी स्थिति में, पूरे प्रदेश में चारों तरफ, यहाँ हर मामले में व हर स्तर पर ‘‘भय एवं आतंक‘‘ का जबरदस्त वातावरण पैदा हो गया है।
और इसके साथ ही, अब यहाँ मेरी सरकार की तरह ‘‘अन्याय, अपराध, भय, आतंक व भ्रष्टाचार मुक्त‘‘ वातावरण पैदा होने के स्थान पर पूरे प्रदेश में यहाँ हर मामले में व हर स्तर पर ‘‘अन्याय, अपराध, भय, आतंक व भ्रष्टाचार युक्त‘‘ वातावरण पैदा हो गया है। सरकारी मशीनरी भी ज्यादातर अब इस सरकार में ‘‘असहाय व लाचार‘‘ बन चुकी है। और इसके साथ ही, इस किस्म के खराब वातावरण में, वे खुद भी अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। और इतना ही नहीं बल्कि मेरी इन सभी बातों की पुष्टि यहाँ मुख्यमंत्री के खुद के पिता श्री मुलायम सिंह यादव भी एक बार नहीं बल्कि अनेकों बार कर चुके हैं। इसलिये ऐसी स्थिति में, फिर हमारी पार्टी को, प्रदेश की जनता के हित में, यहाँ प्रदेश के महामहिम श्री राज्यपाल जी से बार-बार ‘‘राष्ट्रपति शासन’’ लगाने की सिफारिश करने के लिये भी अनुरोध करना पड़ रहा है। और इसके साथ-साथ यहाँ दुःख की बात यह भी है कि ‘‘प्रदेश में विकास को गति देने व कानून-व्यवस्था‘‘ को सुधारने की वजाय अब यहाँ इस सरकार के ज्यादातर वरिष्ठ मंत्री अपना अधिकांश समय, अपने विरोधियों की जांच कराने व उनके बारे में, आयेदिन बेतुकी बयानबाजी करने पर ही खर्च कर रहे हैं, जिनकी जानकारी वैसे आप लोगों को भी है, इसलिये उन्हें मैं फिर से दोहराना नहीं चाहती हूँ। लेकिन फिर भी, इस पार्टी की सरकार के एक वरिष्ठ मन्त्री की, मेरे खुद से जुड़ी हुई इनकी एक बेतुकी बयानबाजी का मैं खुद इनको आज जरूर करारा जवाब देना चाहती हूँ। और इस बारे में, हालांकि आप लोगों को भी यह मालूम है कि इस सरकार के एक बढ़बोले वरिष्ठ मन्त्री का अक्सर मेरे बारे में बार-बार एक ही बात का यह कहना होता है कि मेरा प्रदेश की बेटियों को सलाह के तौर पर यह कहना है कि ‘‘आपको मायावती जैसी बेटी कतई नहीं बनना है।’’ लेकिन इनकी यह बात, प्रदेश में ‘‘गुण्ड़ों, बदमाशों, माफियाओं एवं अन्य अराजक व अपराधिक तत्वों’’ की घबराहट को सीधा-सीधा दर्शाती है, जिनको इस पार्टी का खुला संरक्षण प्राप्त है क्योंकि सपा के इन लोगों को, इस बात का एहसास है कि यदि उ.प्र. में 2-4 और भी बेटियाँ, मायावती की ही तरह बन जाती हैं तो फिर सपा के संरक्षण प्राप्त यहाँ के सभी ‘‘गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं एवं अन्य अराजक व अपराधिक तत्वों’’ को हमेशा-हमेशा के लिये उ.प्र. को छोड़कर, बाहर भागना होगा। और ऐसी स्थिति में फिर इनके बिना प्रदेश में सपा का अस्तित्व ही, अन्त में पूरेतौर से समाप्त हो जायेगा। अर्थात इस किस्म की बात करने व सोच रखने वाले लोगों की सरकार में प्रदेश की जनता का बिल्कुल भी भला नहीं हो सकता है। और यही मुख्य वजह है कि वर्तमान सपा सरकार में, अब यहाँ हर मामले में व हर स्तर पर प्रदेश की कानून- व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है जिसका बुरा प्रभाव प्रदेश के विकास एवं उत्थान पर भी पड़ रहा है।
ऐसे हालातों में, अब हमारी पार्टी ने ‘‘वर्तमान सपा सरकार पर कुछ अंकुश लगाने व केन्द्र में बैलेन्स आॅफ पावर ;ठंसंदबम व िच्वूमतद्ध बनने के लिये‘‘ देश में कुछ ही समय के बाद होने वाले लोकसभा के आमचुनाव में, यहाँ उ.प्र. से अपनी पार्टी के ज्यादा से ज्यादा लोकसभा के प्रत्याशी जिताने का फैसला लिया है। और इस खास लक्ष्य (मकसद) को हासिल करने के लिये, अब फिर से हमारी पार्टी ने, प्रदेश में दलितों व पिछड़ों की तरह ‘‘अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज‘‘ में से खासतौर से मुस्लिम समाज के लोगों को भी यहाँ कैडर के जरिये, पूरेतौर से बी.एस.पी. की विचारधारा एवं सिद्धान्तों से जोड़ने का युद्ध स्तर पर अभियान शुरू कर दिया है। और खुशी की बात यह है कि इस अभियान में प्रदेश के पार्टी संगठन व भाईचारा संगठन जोन के सभी छोटे-बड़े पदाधिकारी आपस में मिलकर, मेरे दिशा-निर्देंशन में पूरे जी-जान से लगे हुये हैं। ताकि हमारी पार्टी आगे चलकर केन्द्र व राज्यों की सत्ता पर काबिज हो सके। और अपने इस खास मकसद को हासिल करने के लिए आप लोगों को कुछ जरूरी बातों की तरफ भी विशेष ध्यान देना होगा। ‘‘पहला‘‘- आप लोगांे को सर्वसमाज को बी.एस.पी. की विचारधारा एवं सिद्धान्तों से जोड़कर, यहाँ अपनी पार्टी के जनाधार को बड़े-पैमाने पर बढ़ाना है। ‘‘दूसरा‘‘ आप लोगों को विरोधी पार्टियों द्वारा आयेदिन और उसमें भी खासतौर से चुनाव होने के नजदीक हमारी पार्टी के खिलाफ इस्तेमाल किये जाने वाले किस्म-किस्म के ‘‘साम, दाम, दण्ड, भेद‘‘ आदि सभी प्रकार के हथकण्डों से जरूर सावधान रहना है। ‘‘तीसरा‘‘- आप लोगों को केन्द्र व राज्यों की सरकारों द्वारा, चुनाव होने से कुछ समय पहले जो किस्म-किस्म के आश्वासन एवं लुभावने वाले अर्थात् भोजन की गारण्टी देने वाले जैसे नये-नये नियम व कानून आदि बनाने के लालच दिये जाते हैं उनसे देश व प्रदेशों की जनता का भला होने वाला नहीं है। क्योंकि इस किस्म के लुभावने वाले आश्वासन एवं नियम व कानूनों को फिर चुनाव खत्म होने के बाद इन्हें ज्यादातर ठण्डे बस्तों में डाल दिया जाता है। इसलिए आप लोगांे को अपना कीमती वोट इस किस्म की गलत पार्टियों को कतई भी नहीं देना है।
इतना ही नहीं बल्कि आप लोगांे को ‘‘मीडिया‘‘ में उन सभी चैनलों व अखबारों से भी जरूर सावधान रहना है जो दलितों के प्रति जातिवादी एवं हीन भावना के तहत् चलकर देश में दलित विरोधी मानसिकता रखने वाली पार्टियों को राजनैतिक फायदा पहुँचाने के खास मकसद से अर्थात् एक सोची-समझी साजिश के तहत् जान-बूझकर हमारी पार्टी व मेरे खुद के बारे में समय-समय पर तोड़-मरोड़कर गलत व झूठी खबरेें देते रहते हैं। जैसे अभी हाल ही में, इसी महीने 3 जुलाई को एक चैनल ने लखनऊ से पूरे दिनभर हमारी पार्टी को लेकर मेरे खुद के बारे में कुछ ऐसी गलत व तोड़-मरोड़कर खबरें दिखायी हैं ताकि आप लोगों का कुछ हद तक मनोबल गिर जाये और इस सन्दर्भ में, मैं आप लोगों को यह बताना चाहती हूँ कि उस चैनल ने सबसे पहले यह खबर दिखायी है कि उ.प्र. की सत्ता से हटने के बाद 7 जुलाई को पहली बार मायावती लखनऊ के रमाबाई अम्बेडकर मैदान में अपनी पार्टी की रैली करने के लिए जा रही हैं जिसे वो खुद सम्बोधित करेंगी, जबकि इस चैनल की यह खबर बिल्कुल गलत है क्योंकि सत्ता से हटने के बाद इस मैदान में, आज यह हमारी पार्टी की पहली नहीं बल्कि दूसरी रैली हो रही है। अर्थात् इससे पहले भी, इसी ही मैदान में 9 अक्टूबर को मान्यवर श्री कांशीराम जी की पुण्यतिथि पर हमारी पार्टी की राष्ट्रीय स्तर की पहली विशाल महारैली हो चुकी है। इसके साथ-साथ, इसी ही चैनल ने, मेरे खुद के बारे में भी, उसी ही दिन एक यह भी खबर दिखायी है। सत्ता से हटने के बाद अब मायावती उ.प्र. को बहुत कम समय देती हैं, जबकि इस चैनल को हमारी पार्टी के बारे में यह भी मालूम होना चाहिये कि हमारी पार्टी यहाँ समाजवादी पार्टी की तरह, कोई राज्य स्तर ;ैजंजम स्मअमसद्ध की पार्टी नहीं है बल्कि राष्ट्रीय स्तर ;छंजपवदंस स्मअमसद्ध की पार्टी है और हमारी पार्टी का राष्ट्रीय स्तर का कार्यालय लखनऊ में नहीं है बल्कि देश की राजधानी दिल्ली में है। इसके साथ ही, हमारी पार्टी का अखिल भारतीय स्तर पर पार्टी संगठन का कार्य भी लखनऊ से नहीं, बल्कि दिल्ली से ही देखा जाता है जिसमें उ.प्र. भी शामिल है।
और इतना ही नहीं बल्कि जब मैं उ.प्र. की सत्ता पर आसीन थी तो तब भी मैं बीच-बीच में कुछ समय निकालकर दिल्ली से ही खुद अपनी पार्टी के संगठन का कार्य देखती थी। इसके साथ-साथ उस चैनल को शायद यह भी मालूम नहीं है कि ‘‘देश के किसी ना किसी एक आदि राज्य में हर साल विधनसभा का आमचुनाव होता है।‘‘ जहाँ मुझे अपनी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते फिर अन्य राज्यों की तुलना में वहाँ के लिए कुछ ज्यादा समय देना पड़ता है। इसीलिए इस बार, मैं दिल्ली में कुछ ज्यादा समय लगाकर, अब यहाँ लखनऊ में आयी हूँ क्योंकि देश में लोकसभा के आमचुनाव होने से पहले दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ में विधानसभा के आमचुनाव होने वाले हैं, जिसकी तैयारी के लिए मुझे इन चार राज्यों में पार्टी संगठन के कार्यों की समीक्षा व उम्मीद्वारों के चयन करने के लिए दिल्ली में कुछ ज्यादा समय देना पड़ा है। इसके अलावा संसद में राज्यसभा की सदस्य व अपनी पार्टी की संसदीय दल की अध्यक्ष होने के कारण संसद सत्र के दौरान मुझे संसद भी जाना पड़ता है। जैसे उदाहरण के तौर पर, अभी मैं इसी महीने के आखिर में अर्थात् संसद सत्र के शुरू होने से 1-2 दिन पहले तक यहाँ लखनऊ में रहकर खासतौर से ‘‘पूर्वांचल, अवध व बुन्देलखण्ड‘‘ आदि इन क्षेत्रों में, पार्टी के संगठन के कार्यों की खुद समीक्षा करूँगी और फिर संसद के शुरू होते ही मैं 1-2 दिन पहले दिल्ली वापिस चली जाऊँगी जहाँ से, मैं दिल्ली में रहकर संसद की कार्यवाही में शामिल होने के साथ ही बीच-बीच में कुछ समय निकालकर, पश्चिमी यू.पी. को समय दूँगी, और इसके साथ ही, जिन चार राज्यों में बहुत जल्दी ही वि.सभा के आमचुनाव होने वाले हैं, उन राज्यों को भी समय दूँगी और फिर संसद सत्र के खत्म होते ही मैं अपना पूरा समय इन चार राज्यों में होने वाले वि.सभा के आमचुनावों के लिए दूँगी क्योंकि मेरा ऐसा अनुमान है कि संसद सत्र के दौरान ही इन चारों राज्यों में विधानसभा के आमचुनाव जरूर घोषित हो जायेंगे। ऐसी स्थिति में, मैं फिर से काफी समय के बाद ही यहाँ लखनऊ आ सकूँगी। किन्तु इस अवधि में भी, मैं जरूरत के हिसाब से उ.प्र. को भी पूरा समय दिल्ली में जरूर देती रहूँगी। और वैसे भी आप लोगों को यह मालूम है कि उ.प्र. एकदम दिल्ली से ही सटा हुआ है। इसलिए उ.प्र. के लोगों को दिल्ली में आने के लिए, इन्हें कोई ज्यादा कठिनाई नहीं होगी। लेकिन फिर भी इस दौरान, कोई ना कोई चैनल या अखबार यह बात जरूर दे देगा कि मायावती अब लखनऊ में काफी समय से नहीं आ रही हैं, लेकिन इनकी इस किस्म की तर्कहीन बातों की तरफ आपको कतई भी ध्यान नहीं देना है। हालांकि इस मामले में वैसे आप लोगों को यह भी मालूम है कि उ.प्र. को, मेरे ज्यादा समय देने से, यहाँ लोकसभा व विधानसभा के आमचुनाव में पार्टी का कुछ और भी ज्यादा अच्छा परिणाम आ सकता है। लेकिन इससे अर्थात् अकेले उ.प्र. को ज्यादा समय देने से हमारी पार्टी की मूवमेन्ट राष्ट्रीय स्तर पर आगे नहीं बढ़ सकती है। और ऐसी स्थिति में फिर हमारे सन्तों, गुरूओं व महापुरूषों में भी खासतौर से ‘‘महात्मा ज्योतिबा फूले, छत्रपति शाहूजी महाराज, श्री नारायणा गुरू, बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी‘‘ आदि का भी सपना साकार नहीं हो सकता है। इसके साथ ही, अपनी पार्टी की मूवमेन्ट को आगे भी गति देने के उद्देश्य से मुझे राष्ट्रीय स्तर पर, अपनी पार्टी की हर वर्ष की मूवमेन्ट के बारे में कुछ समय निकालकर हर साल खुद ‘‘एक किताब‘‘ भी लिखनी पड़ती है जिसे मैं हर वर्ष अपने जन्म-दिन के खास मौके पर 15 जनवरी को उसे खुद ही जारी भी करती हूँ अर्थात् मुझे अपनी पार्टी में, खुद इतनी ज्यादा मेहनत इसलिए करनी पड़ती है क्योंकि उ.प्र. व इसके नजदीक के कुछ राज्यों को छोड़कर, देश के ज्यादातर राज्यों में हमारी पार्टी का बेस वोट यानि की दलित वर्ग के लोग अभी तक भी पूरेतौर से बी.एस.पी. की मूवमेन्ट के प्रति जागरूक नहीं हुये हैं जिसकी वजह से उन राज्यों में अन्य समाज के लोग भी हमारी पार्टी की मूवमेन्ट से कोई ज्यादा खास तादाद् में नहीं जुड़ रहे हैं। यही मुख्य वजह है कि इन राज्यों में हमारी पार्टी का चुनाव में अभी तक भी कोई खास अच्छा रिजल्ट नहीं आ रहा है और जिन्हें फिर बी.एस.पी. की मूवमेन्ट से जोड़ने व उन्हें हर मामले में जागरूक बनाने के लिये मुझे खुद भी काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
लेकिन इसके साथ ही, सावधानी के तौर पर अब मैं यहाँ आप लोगों को यह भी कहना चाहती हूँ कि आज ब्राह्मण समाज भाईचारे की इस सफल रैली के होने के बाद विरोधी पार्टियाँ एवं मीडिया में भी कुछ दलित विरोधी मानसिकता रखने वाले लोग हमारी पार्टी को राजनैतिक नुकसान पहुँचाने के लिए, जान-बूझकर इस बात का भी यह प्रचार कर सकते हैं कि मायावती ने, अपनी पार्टी में श्री सतीश चन्द्र मिश्रा का कद बढ़ा दिया है और अब श्री नसीमउद्दीन सिद्दीकी, श्री स्वामी प्रसाद मौर्या, श्री रामअचल राजभर, श्री दारा सिंह चैहान, श्री रामवीर उपाध्याय, श्री बृजेश पाठक, श्री मुनकाद अली, ठाकुर जयवीर सिंह व श्री नरेन्द्र कश्यप आदि अन्य लोगों का कद कम कर दिया है। और यह बात पहले ही, आज मैं आप लोगों को इसलिए कह रही हूँ क्योंकि ठीक इसी ही किस्म का यह गलत प्रचार इस बार प्रदेश में विधानसभा के हुये आमचुनाव में भी किया गया था। अर्थात् मीडिया में इस चुनाव के दौरान यह बात बड़े-पैमाने पर प्रचारित की गयी थी कि बी.एस.पी. में अब श्री सतीश चन्द्र मिश्रा का कद कम कर दिया गया है और श्री नसीमउद्दीन सिद्दीकी एवं श्री स्वामी प्रसाद मौर्या का कद बढ़ा दिया गया है ताकि इसका चुनाव में ब्राह्मण समाज के ऊपर बुरा प्रभाव पड़े और फिर इससे बी.एस.पी. को राजनैतिक नुकसान हो जाये। इसलिए इन सब बातों को ध्यान में रखकर आप लोगों को विरोधी ताकतों एवं मीडिया आदि के इस किस्म के अन्य और सभी गलत प्रचारों से, हमेशा सावधान रहना है।
जहाँ तक आज की इस रैली के सफल होने का सवाल है तो इस बारे में मुझे यह बताते हुये, आप लोगों को बेहद खुशी हो रही है कि आज की इस प्रदेश स्तरीय ब्राह्मण समाज भाईचारे की रैली को सफल बनाने में पार्टी संगठन व ब्राह्मण समाज भाईचारा संगठन के सभी स्तर के लोगों का बराबर का योगदान रहा है। अर्थात् पार्टी के इन सभी स्तर के जिम्मेवार लोगों ने आपस में मिलकर आज की इस रैली को जबरदस्त कामयाब बनाया है। और इसके अलावा आज की रैली के होने से पहले, प्रदेश में श्री सतीश चन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में जितने भी ब्राह्मण समाज भाईचारे के सम्मेलन सम्पन्न हुये हैं तो उनमें भी पार्टी के सभी स्तर के संगठनों का पूरा-पूरा योगदान रहा है। और इसके बारे में भी मेरा यह कहना है कि इससे अब सर्वसमाज में बन रहे भाईचारे को आगे और भी ज्यादा मजबूती मिलेगी।
इसके साथ ही, यहाँ मैं आप लोगों को यह भी बताना चाहती हूँ कि बी.एस.पी. में ब्राह्मण समाज को जोड़ने के लिए श्री सतीश चन्द्र मिश्रा व इनके अन्य सभी साथियों के साथ-साथ इसी ही प्रकार श्री नसीमउद्दीन सिद्दीकी, श्री मुनकाद अली, श्री स्वामी प्रसाद मौर्या, ठाकुर जयवीर सिंह, श्री दारा सिंह चैहान, श्री लालजी वर्मा, श्री नरेन्द्र कश्यप, श्री एस.पी. सिंह बघेल व अन्य और समाज के लोग भी अपने-अपने समाज को कैडर-कैम्प के जरिये, उन्हें बी.एस.पी. की विचारधारा एवं सिद्धान्तोें से जोड़ने में पूरे जी-जान से लगे हुये हैं। और इनके साथ ही, यहाँ प्रदेश में सभी स्तर के पार्टी संगठन के पदाधिकारी भी, पार्टी संगठन को तैयार करने के साथ-साथ, भाईचारा संगठन की कमेटियों के माध्यम से भी यहाँ पार्टी के जनाधार को बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगे हुये हैं। और अब संक्षेप में, मेरा यही कहना है कि आप लोगों को हर प्रकार की सावधानी बरतते  हुये। यहाँ उ.प्र. में हर हालत् में अपनी पार्टी के जनाधार को बड़े-पैमाने पर बढ़ाना है। ताकि यहाँ से अपनी पार्टी का हर चुनाव में बेहतर रिजल्ट आ सके और तभी ही फिर हमारी पार्टी का ‘‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय‘‘ का यहाँ सपना साकार हो सकता है।
इन्हीं जरूरी बातों के साथ-साथ अब मैं सर्वसमाज के लोगों को, आज फिर से यह विश्वास दिलाना चाहती हूँ कि यदि हमारी पार्टी, इस बार लोकसभा के हुये आमचुनाव में ठंसंदबम व िच्वूमत बनकर केन्द्र की सत्ता में आसीन हो जाती है तो फिर हमारी पार्टी की सरकार द्वारा देश में सभी समाज व सभी धर्मों के लोगों के हितों का पूरा-पूरा ध्यान रखा जायेगा। और इस मामले में हमारी सरकार खासतौर से समाज में हर मामले में सदियों से, आज भी यहाँ सबसे ज्यादा उपेक्षित चले आ रहे दलितों एवं अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों के हितों का विशेष ध्यान रखेगी। और इतना ही नहीं बल्कि इन वर्गों में से सबसे ज्यादा उपेक्षित रहे दलित वर्ग के लोगों को भारतीय संविधान के तहत्् ‘‘सन्् 1955‘‘ से सरकारी नौकरियों में पदोन्नति में आरक्षण की जो सुविधा मिल रही थी, उसका भी पूरा-पूरा ध्यान रखा जायेगा। और वैसे भी इस मामले के सम्बन्धित केस में, इनकी इस सुविधा को माननीय सुप्रीम कोर्ट ने खत्म नहीं किया है लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा इस मामले के केस की सही पैरवी ना करने के कारण माननीय सुप्रीम कोर्ट ने, सम्बन्धित केस के फैसले में कुछ ऐसी शर्तें लगा दी है जिसकी वजह से इन वर्गों का यह आरक्षण अब काफी हद तक निष्प्रभावी बन गया है जिसे दूर करने के लिये संसद में संवैधानिक संशोधन विधेयक लाया गया था, जो राज्यसभा में पास होने के बाद, अभी तक भी लोकसभा में लटका पड़ा हुआ है। और इस मामले में हमें सभी आरक्षण विरोधी ताकतों की और इसमें भी खासतौर से कांगे्रस व बीजेपी की पूरेतौर से अन्दरूणी मिली-जुली साजिश नजर आती है।
और ये ही सभी विरोधी पार्टियाँ व विरोधी ताकतें, देश में दलितों व पिछड़ों के साथ-साथ, यहाँ ‘‘अपरकास्ट समाज एवं धार्मिक अल्पसंख्यक समाज‘‘ में से गरीब लोगों को शिक्षा एवं सरकारी नौकरियों आदि में आरक्षण की सुविधा देने के खिलाफ हैं जबकि इस मामले में भी हमारी पार्टी का शुरू से ही यह कहना रहा है कि जब भी हमारी पार्टी केन्द्र की सत्ता पर आसीन हो जाती है तो तब फिर हमारी पार्टी की सरकार द्वारा देश में दलितों व पिछड़ों के आरक्षण को बरकरार रखने के साथ-साथ यहाँ अपरकास्ट समाज में से गरीब वर्गों के लोगों को भी जिन्दगी के हर पहलू में आगे बढ़ने के लिये इन्हें भी यह आरक्षण की सुविधा जरूर प्रदान की जायेगी। और इसी प्रकार आरक्षण देने के मामले में धार्मिक अल्पसंख्यक समाज में से विशेषतौर से मुस्लिम समाज के हितों का भी खास ध्यान रखा जायेगा। अर्थात मुस्लिम समाज में से गरीब लोगों के विकास व उत्थान के लिये, इन्हें भी अपरकास्ट समाज के लोगों की ही तरह, हर मामले में आरक्षण देने की पूरी-पूरी व्यवस्था की जायेगी। इतना ही नहीं बल्कि इनके हितों में, सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को भी, पूरे देश में ईमानदारी व निष्ठा के साथ अमल में लाया जायेगा।
इसके अलावा, यहाँ मैं आप लोगों को यह कहना चाहती हूँ कि वर्तमान में, केन्द्र में जो कांग्रेस पार्टी के नेतृृत्व में यू.पी.ए. की सरकार चल रही है जो यह सरकार हर मामले में अब बुरी तरह से फेल हो चुकी है। अर्थात् इस सरकार ने देश में सर्वसमाज में से खासतौर से ‘‘गरीबों, दलितों, पिछड़ों, धार्मिक अल्पसंख्यकों, युवाओं, महिलाओं, कर्मचारियों, व्यापारियों एवं अन्य क्षेत्रों में लगे लोगों’’ के हितों का कोई विशेष ध्यान नहीं रखा है। इसके साथ-साथ इस सरकार में यहाँ मंहगाई भी काफी ज्यादा बढ़ी है और हर स्तर पर भ्रष्टाचार भी काफी ज्यादा फैला है। लेकिन इन सब मामलों में, हमारी पार्टी की सरकार द्वारा पूरा-पूरा ध्यान रखा जायेगा। और यह सब, खासतौर से उ.प्र. के लोगों पर ही निर्भर करते हंै। हालांकि आज के इस महासम्मेलन में खासतौर से ब्राह्मण समाज की भीड़ व उनके जोश को देखकर, मुझे अब ऐसा जरूर लग रहा है कि इस बार आप लोगों ने यहाँ उ.प्र. में विधानसभा के हुये आमचुनाव में जो गलती की है उसे अब आप लोग लोकसभा के आमचुनाव में, कतई भी नहीं दोहरायेंगे।
अर्थात इस बार आप लोग, लोकसभा के होने वाले आमचुनाव में अपनी पार्टी का यहाँ से जरूर अच्छा परिणाम दिखायेंगे। इस उम्मीद के साथ, अब मैं आप सभी लोगों को और खासतौर से आज के विशाल महासम्मेलन में बड़ी तादाद् में आये हुये ब्राह्मण समाज के लोगों को  भी यही विश्वास दिलाना चाहती हूँ कि हमारी पार्टी व सरकार में आप लोगों के हितों व मान-सम्मान का हर मामले में व हर स्तर पर, दलितों, पिछड़ों एवं अन्य उपेक्षित वर्गों के लोगों की तरह ही पूरा-पूरा ध्यान रखा जायेगा। और इस मामले में, खासतौर से आप लोगों को पार्टी संगठन व चुनाव टिकट वितरण में तथा सरकार बनने पर, सरकार में भी उचित प्रतिनिधित्व (भागेदारी) दिया जायेगा। और इसी ही प्रकार अपरकास्ट समाज की अन्य जातियों का, यानी कि ‘‘क्षत्रिय, वैश्य, कायस्थ, भूमिहार व त्यागी‘‘ आदि समाज के लोगों का तथा धार्मिक अल्पसंख्यक समाज में से खासतौर से मुस्लिम समाज के लोगों को भी, हर मामले में व हर स्तर पर पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया जायेगा। लेकिन यह सब आदर-सम्मान व भागेदारी इन सभी वर्गों के लोगों को पार्टी में, इनकी निष्ठा व कार्यक्षमता तथा जुड़ने की तादाद्् को ध्यान में रखकर ही दिया जायेगा।
और अब अन्त में, मुझे पूरी उम्मीद है कि आप सभी वर्गों के लोग बी.एस.पी. की ‘‘सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय‘‘ की नीति से जुड़कर केन्द्र में भी अपनी पार्टी की जरूर सरकार बनायेंगे और इसी में ही, आपके प्रदेश व पूरे देश में यहाँ सर्वसमाज का हित सुरक्षित रह सकता है। इन्हीं खास बातों के साथ, अब मैं आप लोगों से यहीं रजा लेती हूँ।’’
बी.एस.पी. द्वारा आयोजित इस ब्राह्मण समाज महासम्मेलन की अध्यक्षता बी.एस.पी. के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एवं उत्तर प्रदेश बी.एस.पी. सरकार में महाधिवकता रहे श्री सतीश चन्द्र मिश्रा ने की, जिन्होनें अपने स्वागत भाषण में प्रदेश के कोन-कोन से आये ब्राह्माण समाज के लोगो की ओर से एवं अपनी तरफ से बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी का जोरदार स्वागत किया एवं इस महासम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिये बहुत-बहुत आभार प्रकट किया। साथ ही,      सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में अब तक बनी बी.एस.पी. की सभी चारों सरकारों में अपरकास्ट समाज मे से खासकर ब्राह्मण समाज के लोगों के लिये हर स्तर पर व हर मामले में हितों व कल्याण एवं उनके मान-सम्मान के लिये जो काम किया गया है उसका भी विस्तार से उल्लेख करते हुये उन्होनें सुश्री मायावती जी का इसके लिये बहुत-बहुत आभार प्रकट किया।
ब्राह्मण समाज महासम्मेलन को संबोधित करने के उपरान्त बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुश्री मायावती जी ने बिहार राज्य में बौद्धगया स्थिति विश्व प्रसिद्ध बौद्ध मंदिर में आज हुये सीरियल आतंकी हमले के बारे में विस्तृत रिपोर्ट ली और इस घटना की तीव्र निन्दा करते हुये इस मामले की उच्चस्तरीय जाँच की मांग की।
सुश्री मायावती जी ने कहाकि विश्व को प्रेम व मानवता का संदेश देने वाले महान मानवतावादी तथागत गौतम बुद्ध के जीवन की अत्यन्त महत्वपूर्ण घटनाओं जुड़े बौद्धगया तीर्थस्थली विश्व आकर्षण का एक केन्द्र है और इस घटना से बौद्ध पर्यटकों को खासकर काफी आघात लगा है। इस सम्बन्ध में केन्द्र सरकार की खास जिम्मेदारी है कि वो पत्र लिखकर सभी राज्यों को प्रमुख धार्मिक व तीर्थ स्थलों की सुरक्षा के सम्बन्ध में विशेष हिदायत देने का काम करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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ब्राह्मण रैली को ब्राह्मणों ने पूरी तरह नकार दिया

Posted on 08 July 2013 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा द्वारा आयोजित ब्राह्मण रैली को पूरी तरह असफल बताया है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने कहा कि इस रैली में ब्राह्मण को छोड़कर उनके अपने बसपाई कार्यकर्ता ज्यादा थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश का ब्राह्मण जान चुका है कि बसपा-सपा द्वारा उन्हे बरगलाया जा रहा है। इस रैली में ब्राह्मण हितों की बात बसपा सुप्रीमों ने नही कही बल्कि उन्हें अतीत की बातों का झुनझुना थमाया।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि इस रैली में ज्यादातर बसपा कार्यकर्ता थे जब कि ब्राह्मण मात्र गिनती भर थे। रैली में ब्राह्मणों को क्यों बुलाया गया था? यह प्रश्न अनुत्तरित ही रहा। बसपा सुप्रीमों ने ब्राह्मणों से अपने अतीत के कृत्यों और नारों पर माफी नही मांगी बल्कि प्रमोशन में आरक्षण का मुद्दा उठाकर उनकों चुनौती दे दी।
डा0 मिश्र ने कहा कि इस रैली में बसपा कार्यकर्ताओं को पीले रंग के कपड़े पहनाकर बिठाया गया था। बसपा की ब्राह्मण रैली को ब्राह्मणों ने पूरी तरह नकार दिया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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अफसरों की तैनाती में भाई भतीजावाद

Posted on 08 July 2013 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने मा0 उच्च न्यायालय इलाहाबाद की टिप्पणी कि प्रदेश में अफसरों की तैनाती में भाई भतीजावाद चल रहा है, को सरकार की प्रशासनिक कार्यवाही के मुॅह पर तमाचा बताया। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि मा0 उच्च न्यायालय की टिप्पणी से इस सरकार का छिपा हुआ एजेण्डा जनता के सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार के  डी0एन0ए0 में ही भाई-भतीजावाद और जातिवाद समाया हुआ है। इनके अलावा उस दल के अन्य पिछड़ो की बात कोई सुनने वाल तक नही है।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने कहा कि मात्र शिक्षा विभाग ही नही बल्कि हर विभाग इस सरकार में भाई-भतीजा और परिवारवाद का शिकार है। सरकार के इस रवैये के कारण सारे विभागों में कनिष्ठ स्वजातीय अधिकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को ठेंगे पर लिए हुए है। कमाई के सभी विभागों में ठेकों से लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग तक इन्ही कतिपय लोगों के हाथों में है जिन्हे सपा के बड़े नेताओं का आर्शीवाद है। माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा के आरोपी निदेशक वासुदेव सिंह यादव की मनमानी और निरंकुशता के शिकार इस विभाग के मंत्रीगण भी है। बी.एस.ए., जिला विद्यालय निरीक्षक, संयुक्त निदेशक तक के कुछ अधिकारियों को घूस लेने और लूटने की खुली छूट मिली हुई है। माध्यमिक और प्राइमरी शिक्षा के कर्मचारी, अध्यापक और अन्य लोग इस सरकारी लूट के शिकार हो रहे है। लूटने वाले इन अधिकारियों को शिक्षा निदेशक का संरक्षण प्राप्त है तथा मंत्रीगण असहाय है।
डा0 मिश्र ने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय ने न केवल टिप्पणी की बल्कि 5000/-रूपये का जुर्माना भी किया है। यह जुर्माना एक केस पर नही अपितु सरकारी नीयत और नीति पर जुर्माना है। जब सरकार की नीयत और नीति दोनों दूषित हो तो स्वच्छ शासन प्रणाली की कल्पना तक नही की जा सकती है। अभी तक न्यायालय द्वारा सपा सरकार को कई बार फटकार लगाई जा चुकी है, अब मामला जुर्माना तक पहुॅच गया है। उन्होंने कहा प्रदेश का पूरा शासन तंत्र स्वजातीय एवं परिवारिक लोगों के हाथ में है। भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश की जनता कर्मठ अधिकारियों, पारदर्शी एवं स्वच्छ शासन प्रणाली की हकदार है। डा0 मिश्र ने मांग की कि सपा मुख्यमंत्री प्रदेश के उत्थान के लिए अपने को क्षेत्रवाद, भाई-भतीजावाद तथा परिवारवाद से ऊपर उठकर कार्य करें।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन पर व्यंगात्मक टिप्पणी

Posted on 08 July 2013 by admin

भारतीय जनता पार्टी ने बसपा के ब्राह्मण सम्मेलन पर व्यंगात्मक टिप्पणी की है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डा0 मनोज मिश्र ने बसपा के प्रस्तावित ब्राह्मण सम्मेलन पर कहा कि इस सम्मेलनसे उन्हे कोई लाभ नही होगा। बसपा को अपने अतीत में झांकना चाहिए। डा0 मिश्र ने बसपा सुप्रीमो से पूछा कि वे क्या “…… इनको मारो जूते चार“ पर प्रस्तावित सम्मेलन में ब्राहम्णों से माफी माॅगेगी।
प्रदेश प्रवक्ता डा0 मिश्र ने बसपा के ब्राहम्ण हितों के तथाकथित पैरोकार श्री सतीश मिश्र से पूछा कि पिछले लगभग 11 वर्षो के सपा-बसपा शासनकाल में ब्राह्मणों पर जब उत्पीड़न किया जा रहा था तब श्री मिश्र कहाॅ थे? पिछली बसपा के शासनकाल में ब्राह्मणों पर जब झूठे दलित उत्पीड़न के मुकदमे दर्ज किये गये थे और उन्हे प्रताडित किया जा रहा था तब श्री मिश्र कहा थे? इटावा जनपद के संतोषपुरा गांव में बसपा की इसी सरकार ने जब ब्राह्मणों को जूतो की माला पहनाकर घुमाया जा रहा था तब श्री सतीश मिश्र कहाॅ थे? डा0 मिश्र ने बसपा के इन्हीं पैरोकार से पूछा कि इस समय क्या बसपा सुप्रीमों अपने और अपने दल के ब्राह्मणों विरोधी कृत्यों पर माफी मांगेगी? उन्होंने कहा कि ब्राह्मण सम्मेलनों में श्री मिश्र को ब्राह्मणों को झूठे दलित उत्पीड़न के मुकदमे में फंसाये जाने का मामला उठाना चाहिए।
डा0 मिश्र ने कहा कि बसपा और सपा राजनैतिक मजबूरी वस ब्राह्मणों को लुभाने के लिए जातिवाद की राजनीति कर रहे है। प्रदश्ेा को जाति, वर्ग और सम्प्रदाय में बांटने की बसपाई और सपाई कोशिश भाजपा सफल नही होने देंगी। उन्होंने कहा कि बसपा सुप्रीमों को इस सम्मेलन में बताना चाहिए कि किस एक ब्राह्मण परिवार को ही बसपा सरकार में 24 लाल बत्तियां दी गई थी। उन्हे यह भी बताना चाहिए कि ब्राह्मणों को बसपा के संगठन में अध्यक्ष या निर्णायक पद देने जा रही है। डा0 मिश्र ने कहा कि ब्राह्मण सब जानता है। वह जातिवाद में विश्वास न कर राष्ट्रवाद का पोषक है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति के मूल तत्व मौजूद है।
डा0 मिश्र ने कहा कि सपा-बसपा दोनो दल नारो, जातिवादी सम्मेलनों तथा अपनो से बनी हुई जूठन ब्राह्मणों के सामने परोस रही है। जनाधार कमजोर होने के कारण अब इन दलों को ब्राहम्णों की याद आ रही है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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धोखाधड़ी की राजनीति

Posted on 08 July 2013 by admin

समाजवादी पार्टी उ0प्र0 के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि बसपा राज के पाॅच सालों में हुई जबर्दस्त लूट और घोटालों की जाॅच में पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती सहित उनके तमाम मंत्रिमंडलीय सहयोगी फंसे हुए हैं। कुछ जेल में हैं और कुछ के जेल जाने की तैयारी है। ऐसे में अपनी जान बचाने के लिए शक्ति प्रदर्शन का झूठा तमाशा आज ब्राह्मण भाईचारा सम्मेलन के नाम पर किया गया, जो हर दृष्टि से विफल रहा है। सम्मेलन में ब्राह्मण तो दिखाई नहीं दिए, कुुर्सियाॅ भरने और इज्जत बचाने के लिए बसपा प्रत्याशी यहाॅ वहाॅ से भीड़ ले आए। बसपा की धोखाधड़ी की राजनीति की इससे कलई खुल गई है।
बसपा के इस कथित भाईचारा सम्मेलन में आय से अधिक संपत्ति की आरोपी बसपा अध्यक्ष के अलावा जो नेता मंच पर दिखे वे सब सत्ता का दुरूपयोग कर अवैध कमाई करने के आरोपी हैं। सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे अधिवक्ता ने ब्राह्मणों के नाम पर सिर्फ अपने परिवार वालों या नाते रिश्तेदारों का ही भला किया। सम्पूर्ण ब्राह्मण समाज बुरी तरह उनके द्वारा ठगा गया यह बात किसी ब्राह्मण को बताने की जरूरत नहीं।
बसपा सुप्रीमों का लिखित भाषण भी घोर निराशाजनक था। उसमें वे वही सब आरोप दुहराती रहीं जो वे समाजवादी पार्टी सरकार के खिलाफ पहले दिन से ही कहती रहीं हैं। उन्हें अपने भाषण में वैसे भी ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि अपने समय के भय, आतंक, भ्रष्टाचार व विकास ठप्प होने, हर वर्ग के उत्पीड़न की घटनाओं के पुराने पन्ने ही उनके काम आ जाते हैं। संविधानसम्मत, बहुमत से निर्वाचित, उ0प्र0 सरकार को हटाकर राष्ट्रपति शासन की असंवैधानिक माॅग करके सुश्री मायावती संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर का भी अपमान कर रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री के भाषण की सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि वे एक सांस में केन्द्र की यूपीए और कांगे्रस सरकार पर हर मामले में फेल होने, मंहगाई बढ़ाने और भ्रष्टाचार का आरोप लगा गई और दूसरी सांस में जनता को यह भी बता गई कि कांगे्रस ने पिछले 50 सालों में जो (अनर्थ) किया है, वह केन्द्र सरकार में आने पर 5 साल में करके दिखा देंगी। एक तरफ वे सर्वजन और ब्राह्मणों की भलाई की बात करती रहीं तो दूसरी तरफ वे प्रोन्नति में आरक्षण को लागू करने को भी प्रतिबद्ध दिखीं। उनकी यह विरोधाभासी बयानबाजी सिर्फ जनता को बरगलाने और राजनीतिक वातावरण को दूषित करने के लिए है। एक मायावती ने इतने घोटाले कर दिए और दूसरी भी कहीं पैदा हो गई तो देश में लोकतंत्र ही तबाह हो जाएगा।
उत्तर प्रदेश के मतदाता अब इतने समझदार हो गए है कि वे बसपा के गोरखधंधे  में फिर नहीं फंसेगे। अपने शासन काल में सुश्री मायावती कभी किसी दलित से नहीं मिली, मुस्लिमों और ब्राह्मणों को पग-पग पर अपमानित किया गया। विकास कार्यो के मद का पैसा पार्को, स्मारकों और पत्थरों में लगा दिया गया। खजाने की रकम से अपनी प्रतिमाएं बनवाकर लगवा दीं। जनता के इलाज के पैसों की लूट मच गई । पूर्व मुख्यमंत्री अपने शान शौकत में डूबी रहीं। समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा कि अब जनता का पैसा जनता के हित में लगेगा, पत्थरों पर नहीं। उन्होंने विकास का नया एजेन्डा दिया है। श्री मुलायम सिंह यादव ने उ0प्र0 की सरकार को देष की सबसे अच्छी सरकार बताया है और उसके कामकाज की प्रशंसा की है। अभी डेढ़ साल भी नहीं हुए कि समाजवादी पार्टी सरकार ने किसानों, नौजवानों, मुस्लिमों और छात्र-छात्राओं के हित में तमाम सराहनीय निर्णय लिए हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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निजी प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सकों को दण्डित किया जायेगा -अहमद हसन

Posted on 08 July 2013 by admin

  • 230 लाभार्थियों को लोहिया ग्रामीण आवास योजना के प्राधिकार पत्र वितरित

उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री श्री अहमद हसन ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवओं को जनता के द्वार तक पहुंचाने की दिशा में सार्थक पहल कर रही है। उन्होंने कहा कि प्राइमरी हैल्थ संेटरों पर चिकित्सों व अन्य कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में भी ठोस कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा निजी प्रैक्टिस करने वाले सरकारी चिकित्सकों को चिन्हित कर दण्डित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के गृह विहीन लोगांे को डा0 राममनोहर लोहिया ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत एक लाख रूपये देगी। इसी योजना के अंतर्गत श्री हसन ने कन्नौज जनपद के 230 लाभार्थियों को प्राधिकार पत्र वितरित किये।
श्री अहमद हसन आज कन्नौज जनपद में डा0 राममनोहर लोहिया ग्रामीण आवास योजना के प्राधिकार पत्र वितरण हेतु आयोजित कार्यक्रम में आये लोगों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में हर वर्ग के विकास के लिए सरकार पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि हर जरूरतमंद का समय से समुचित इलाज हो सके। उन्होंने डा0 राममनोहर लोहिया ग्रामीण आवास योजना के लाभार्थियों को प्रथम किश्त के रूप में 50-50 हजार रूपये की धनराशि के चेक वितरित किये। इस योजना के अंतर्गत चयनित आवासों में दो कमरे, बरामदा, रसोई, शौचालय तथा सौर ऊर्जा से चलित लाईट लगाई जायेगी।
इससे पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, मातृ एवं शिशु कल्याण मंत्री ने कन्नौज जनपद की जिला योजना बैठक की भी अध्यक्षता की। आयोजित बैठक में वर्ष 2013-14 की जिला विकास योजना के लिए 94.13 करोड़ रूपये का व्यय बजट को अनुमोदित किया गया। उन्होंने बैठक में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे जिला योजना के धन की बर्बादी न होने दे। जिला येाजना का पैसा वास्तविक कार्यों पर खर्च हो इसके लिए जनप्रतिनिधि पैनी नजर रखे। उन्होंने कहा कि जनपद के पिछड़े क्षेत्रों में विकास कार्यों में तेजी लाई जाये तथा कार्यो को पूरा करने के लिए समय सीमा का ध्यान रखा जाये।
इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री श्री विजय बहादुर पाल सहित जनपद के सभी वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस के अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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पाॅलीटेक्निक संस्थओं में मेरिट के अनुसार दिये गये विकल्पों पर ही एनआईसी साॅफ्टवेयर से संस्था का आवंटन होगा

Posted on 08 July 2013 by admin

  • पहले च्वाइस सीट लाॅक करने वालों को पहले आवंटन नहीं -सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद

उत्तर प्रदेश पालीटेक्निक संस्थाओं में डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु अभ्यर्थियों की मेरिट के अनुसार उनके द्वारा भरे गये विकल्पों के वरीयताक्रम में कम्प्यूटर से एन0आई0सी के साॅफ्टवेयर के द्वारा संस्था का आवंटन होगा। अभ्यर्थियों के विकल्पों के आवंटन में पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जायेगी, किसी भी स्तर पर कोई गड़बड़ी की आशांका नहीं है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 56 केन्द्रांे पर गत 5 जुलाई, 2013 से काउन्सिलिंग की प्रक्रिया जारी हैं।
प्रदेश के संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव श्री योगेन्द्र सिंह यादव ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कतिपय काउन्सिलिंग केन्द्रों पर अभ्यर्थी प्रमाण-पत्रों की जांच व च्वाइस लाॅक  के लिए बिना जानकारी के अफरा-तफरी का माहौल बना रहे है। उन्होंने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि अभ्यर्थियों में अनुभव की कमी के चलते यह भ्रांति व आशांका हो रही है कि जो पहले च्वाइस लाॅक करेगा उसे पहले संस्था आवंटित हो जायेगी। लेकिन यह आशांका पूरी तरह निराधार है। उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों की च्वाइस लाॅक के बाद पूरी तरह पारदर्शी व्यवस्था के अंतर्गत एन0आई0सी के साॅफ्टवेयर के द्वारा ही वरीयताक्रम में विकल्पों का आवंटन किया जायेगा। उन्हांेने बताया कि अभ्यर्थी अफवाहों पर ध्यान न दें, वे किसी भी समय अपनी च्वाइस लाॅक कर सकतें है। इससे सीट भरने से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
श्री यादव ने बताया कि पाॅलीटेक्निक संस्थाओं में डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रथम फेस में 01 से 40,000 ओपेन रैंक वाले अभ्यर्थियों को ही अवसर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विस्तृत विवरण के लिए जारी कार्यक्रम में इस बात का उल्लेख किया गया है। उन्होंने बताया कि यह बिल्कुल नहीं है कि जो अभ्यर्थी पहले सीट लाॅक करेगा उसे पहले आवंटन मिलेगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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सद्भाव और सौहार्द को बिगाड़ने के लिए साजिशों

Posted on 08 July 2013 by admin

समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले जाति और संप्रदाय की राजनीति करनेवालों की अति सक्रियता पर नजर रखने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश गंगा जमुनी तहजीब वाला प्रदेश रहा है और यहां लोग मिल जुलकर रहते है। अपने क्षुद्र स्वार्थो के लिए प्रदेश के सद्भाव और सौहार्द को बिगाड़ने के लिए साजिषें हो रही है और बाहर के बुलाए चुनाव संचालकों को, जिन्हें प्रदेश की संस्कृति सभ्यता की जानकारी नहीं है, मतदाताओं को बरगलाने का ठेका दे दिया गया है। समाजवादी पार्टी मानती है कि कांग्रेस भी इसमें अप्रत्यक्ष रूप से पूरा सहयोग कर रही है।
प्रदेश की राजनीति को प्रदूषित करने का काम बसपा ने किया है। उसकी न कोई नीति है और नहीं कार्यक्रम। उसका एक मात्र ध्येय किसी भी तरह सत्ता में आना और सत्ता पाते ही उसका भरपूर दुरूपयोग करना है। बसपा अध्यक्ष को शाही ठाठ-बाट दिखाने और तानाशाह बनने का शौक है। बसपा ने पिछले पांच साल प्रदेश को जाति की राजनीति में उलझाकर रखा और भाईचारा सम्मेलनों के नाम पर जातियों को वोट बैंक का माल बनाकर उनका सौदा करने का काम किया। इस तरह समाज में जो भाईचारा था उसे भी नष्ट कर दिया। सामाजिक तानाबाना को तोड़ने की यह मुहिम साजिशन चलाई जा रही है।
भाजपा और उसके मातृ संगठन आरएसएस दोनों की कार्यप्रणाली सांप्रदायिकता का जहर फैलाने की है। प्रदेश बाबरी मस्जिद के ध्वंस के रूप में उनकी राजनीति की बानगी देख चुका है। भाजपा शासन में गुजरात में मुस्लिमो के नरसंहार की कहानियां आज भी रोमांच पैदा करती है। उसका चरित्र संविधान विरोधी और अलोकतांत्रिक है। समाजवादी पार्टी ने गत लोकसभा चुनाव में भाजपा का दिल्ली जाने का रास्ता रोक दिया था। अब भाजपा उत्तर प्रदेश पर टेढ़ी नजर किए है और गुजरात के गोधराकाण्ड के हीरो उत्तर प्रदेश में भी वही कहानी दुहराने की साजिशों  में लगे हैं। लेकिन यह उत्तर प्रदेश है जहां उनकी दाल गलने वाली नहीं है।
विडम्बना यह है कि उत्तर प्रदेश के शालीन राजनीतिक इतिहास को धूमिल करनेवालों की पंगत में कांग्रेस भी शामिल हो गई है। कांग्रेस की शह पर बसपा ने पांच साल उत्तर प्रदेश के विकास केा विनाश में बदल दिया और सरकारी खजाने की जबर्दस्त लूट मचाई। कांग्रेस की केन्द्र में सरकार रहने के दौर में ही उत्तर प्रदेश में बाबरी मस्जिद गिराई गई। बसपा और भाजपा के भाई बहन के रिश्तों के बीच में अब कांग्रेस भी अपनी पैठ बनाकर उत्तर प्रदेश को अजनबी हाथों की राजनीति का शिकार बनाने जा रही है। लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता बहुत समझदार है और वह प्रदेश को बर्बादी की कगार पर ले जानेवालों को कतई माफ नहीं करेगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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