Archive | January, 2013

सरकार की उपलब्धियों की जानकारी जनता को दें

Posted on 04 January 2013 by admin

3-01-aसमाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव ने आज यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सरकार की उपलब्धियों की जानकारी जनता को दें और निरंतर उनके संपर्क में रहें। समाजवादी पार्टी की सरकार ने 50 हजार रू0 तक किसानों की कर्ज माफी और सरकारी टयूबवेल तथा नहरों से मुफ्त सिंचाई की सुविधा दी है जो पूरे भारत में कहीं किसी राज्य में उपलब्ध नहीं है। यह बात जनसामान्य तक पहुॅचनी चाहिए।
श्री मुलायम सिंह यादव पार्टी मुख्यालय में एकत्र हजारों कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता श्री राजेन्द्र चैधरी तथा प्रदेश सचिव श्री एस0आर0एस0यादव भी मौजूद थे। श्री यादव ने कहा कि कन्या विद्याधन और बेकारी भत्ता देने की योजना हमने अपनी सरकार में शुरू की थी। यह आज भी चालू है। अन्य राज्यों ने भी इस तरह की योजनाएं शुरू की हैं लेकिन हम जितनी धनराशि दे रहे हैं, उतनी धनराशि  कहीं नहीं मिल रही है। लड़कियों को एकमुश्त 30 हजार तथा बेकारी भत्ता 01 हजार रू0प्रतिमाह  दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 01 लाख 35 हजार लड़कियों को 30 हजार रू0 दिए गए हैं और आवेदनो पर सरकार विचार करेगी।
श्री यादव ने कहा मुस्लिम लड़कियों को भी 30 हजार रूपए पढ़ाई या शादी के लिए दिए गए है। मुस्लिमों के कब्रिस्तानों की चहारदीवारी सरकारी खर्च पर बनवाई जा रही है। मदरसों को मदद दी जा रही है। यहां आये सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री जी के काम की सराहना की।  मुस्लिम भाईयों ने नेताजी को और सियासी ताकत मिलने की दुआ की।
श्री यादव ने कहा कि हमने जो वायदे पांच साल के किए थे उन्हें दो साल में ही पूरा किए जाने का इरादा है। हम हर विभाग के लिए चुनावी घोषणा पत्र के वायदों की पूर्ति की व्यवस्था करेगे। उन्होने कहा वैसे एक-एक करके सभी काम हो रहे हैं। पढ़ाई दवाई सब मुफ्त की गई है। जनता को और भी सुविधाएं दी जाएगी। उन्होने कहा कि जो भी शिकायतें आती हैं, और लोग अपनी समस्याएं बतातें हैं। उनमें अधिकतर काम हो जाता है। समाजवादी सरकार जनता के प्रति संवेदनशील है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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राज्य कार्यकारिणी उनके अध्यक्ष सहित तत्काल प्रभाव से भंग

Posted on 04 January 2013 by admin

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुलायम सिंह यादव की अनुमति से राष्ट्रीय महासचिव प्रो0 रामगोपाल यादव द्वारा समाजवादी पार्टी के चारो युवा प्रकोष्ठों (युवजनसभा, लोहिया वाहिनी, यूथब्रिगेड, छात्रसभा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी उनके अध्यक्षों सहित तथा मा0 प्रदेश अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव द्वारा प्रदेश युवा प्रकोष्ठों की चारों इकाईयों (युवजनसभा, लोहिया वाहिनी, यूथब्रिगेड, छात्रसभा) की राज्य कार्यकारिणी उनके अध्यक्ष सहित तत्काल प्रभाव से भंग कर दी गयी हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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श्रमिकों को दुर्घटना सहायता योजना का लाभ दिया गया

Posted on 04 January 2013 by admin

उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा 34 निर्माण श्रमिकों को दुर्घटना सहायता योजना का लाभ दिया गया है तथा योजनान्तर्गत 26,80,000 रुपये की धनराशि व्यय की गई है।
यह जानकारी प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन मंत्री डाॅ0 वकार अहमद शाह ने दी है। उन्होंने बताया कि पंजीकृत लाभार्थी श्रमिक की दुर्घटना के फलस्वरूप हुई मृत्यु की स्थिति में 01 लाख रुपये तथा स्थाई पूर्ण अपंगता/विकलांगता के फलस्वरूप श्रमिक अथवा उसके आश्रितों को तात्कालिक अनुग्रह राशि के रूप में 75 हजार रुपये उलब्ध कराये गये। उन्होंने बताया कि स्थाई आर्थिक उपंगता/विकलांगता की स्थिति में 40 हजार रुपये का एकमुश्त भुगतान अनुग्रह राशि के रूप में बोर्ड द्वारा कराया गया है।
श्रम मंत्री ने जानकारी दी है कि गत 24 नवम्बर, 2011 की अधिसूचना के द्वारा इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत महिला निर्माण श्रमिक की प्रसव के दौरान अथवा प्रसव के परिणाम स्वरूप हुई मृत्यु को दुर्घटना की परिधि में लाते हुए उसे दुर्घटना मानते हुए दुर्घटना सहायता योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया दुर्घटना सहायता योजना में इस समय 11 प्रार्थना पत्र विचाराधीन है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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सरकारी नौकरियों में सत्तारूढ़ दल का सदस्य होने की पात्रता की पहल को भारतीय जनता पार्टी ने अलोकतंत्रिक बताया

Posted on 04 January 2013 by admin

सपा सरकार द्वारा राज्य की सरकारी नौकरियों में सत्तारूढ़ दल का सदस्य होने की पात्रता की पहल को भारतीय जनता पार्टी ने अलोकतंत्रिक बताया है। पार्टी प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने प्रश्न किया कि किन सेवा शर्तो के अधीन राज्य सरकार पार्टी के निष्ठाावान कार्यकर्ताओं को सरकारी नौकरियों में भर्ती करेंगी।
पार्टी के राज्य मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने  प्रदेश सरकार के वरिष्ठतम काबीना मंत्री और मुख्यमंत्री के चाचा शिवपाल सिंह यादव द्वारा राजधानी लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में दिये गये बयान पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सरकार किसी एक दल या संप्रदाय की नही होती। सपा सरकार को राज्य में जो बहुमत मिला उसका कारण समाज के सभी वर्गो का सर्मथन था। लेकिन सपा सरकार संप्रदाय और दलहित से ऊपर नहीं उठ पा रही है। सरकार की योजनाओं में मजहबी तुष्टिकरण की पराकाष्ठाा हो रही है। वहीं अब सरकारी नौकरियों में सपा कार्यकर्ताओं के समायोजन की बात से सपा सरकार का चरित्र उजागर हो गया है। जबकि कर्मचारी आचरण सेवा नियमावली 1956 के नियम-5 के अधीन सरकारी सेवा में आने वाले लोगों से यह घोषणापत्र भरवाया जाता है कि उनका किसी राजनीतिक दल से संबंध नहीं है।
उन्होंने कहा कि सरकार के वरिष्ठतम कबीना मंत्री की स्वीकारोक्ति से साबित हो गया है कि चाहे वो कन्याविद्याधन योजना हो अथवा बेरोजगारी भत्ते का वितरण सब सपा सरकार के ढोंग है। जनहित के नाम पर चालू की जाने वाली इन योजनाओं में सपा सरकार भेदभाव कर रही है। इन योजनाओं को लेकर नौजवानों -बेरोजगारों द्वारा की जा रही शिकायते सत्य साबित हो रही है। राज्य सरकार जनता के धन से शुरू की जा रही योजनाओं का सपाईकरण कर रही है। इसका सीधा उदाहरण एन.एच.आर.एम. योजना के अंर्तगत खरीदी गई ऐम्बुलेंस सेवा को समाजवादी स्वास्थय सेवा का नाम दिया जाना है। उन्होंने कहा स्वास्थय सेवाओं को समाजवादी स्वास्थ सेवा नाम देकर वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही सरकार यदि राज्य में असाध्य रोगों से पीडि़त गरीब जनता एवं राज्य में बलात्कार पीडि़ताओं को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराती तो बेहतर होता।
श्री पाठक ने कहा कि राज्य की सरकार पार्टी की नहीं वरन् सूबे की सरकार होती है। परन्तु प्रदेश में सपा सरकार की नजर में तो बेटियाँ-अल्पसंख्यक हो गई, स्वास्थ सेवा-समाजवादी हो गई, नौकरियां-पार्टी कार्यकर्ता परिवार की तो फिर प्रदेश कहाँ और जनता कहाँ ? क्या जिसने सपा को वोट नहीं दिया उसे इस सरकार में राहत पाने का अधिकार नहीं है ? उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार दलगत और साम्प्रदायिक भावना से ऊपर उठ कर कार्य करे। सरकार की योजनाओं का सभी को लाभ मिले इसकी चिंता मुख्यमंत्री को करनी चाहिए।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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मानव जीवन मूल्य चुनौती और समाधान

Posted on 04 January 2013 by admin

धर्म संस्कृति संगम काशी सारनाथ एवं बौद्ध दर्शन विभाग सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के संयुक्त तत्वावधान में छात्रवृत्ति वितरण समारोह एवं एक दिवसीय ‘‘मानव जीवन मूल्य चुनौती और समाधान’’ विषयक राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के पाणिनी भवन प्रेक्षागृह में समारोह के मुख्य वक्ता श्री इन्द्रेश कुमार (सदस्य, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अ.भा.कार्यकारिणी) ने कहा कि ‘भारत भू’ विविधताओं से भरा है। समय-समय पर अनेकानेक पूजा पद्धतियों के रूप में इस भारत भूमि पर फला-फूला है। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करते हुए प्राणी मात्र में नवीन प्राण व उर्जा भरने का काम अवतारी महापुरूषों ने किया है। जाति, भाषा, पंथ का अहंकार टकराव निर्माण करता है। अपने-अपने पंथ, जाति एवं भाषा पर चलते हुए अन्य सभी का सम्मान एकता-एकात्मता, समता-समरसता को विकसित करता है। कुछ मत पंथ भारत से बाहर जन्मे हैं उन्हें भी यह साक्षात्कार करवाना आवश्यक है ताकि मतान्तरण व आतंक से उत्पन्न विनाश को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि जीवन मूल्य केन्द्रित शिक्षा आवश्यक है, यदि ये नहीं होगा तो विनाश निश्चित है। वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में गुरू-शिष्य सम्बन्ध लगभग समाप्त हो गये हैं। शिक्षक का पूरा ध्यान पाठ्यक्रम पर केन्द्रित होने के कारण शिक्षार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया धूमिल हो गयी है।
उन्होंने कहा कि चाहे आई.टी. का क्षेत्र हो अथवा मैनेजमेंट या मेडिकल का, सभी में सन्तोषजनक प्रगति हुई है, परन्तु युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण की समस्या जस की तस दिखाई दे रही है। पूरे देश में विश्वविद्यालयों का जाल, विदेशी विश्वविद्यालयों की स्थापना, केन्द्र सरकार के मानव संसाधन विकास मन्त्रालय द्वारा अनेक क्रान्तिकारी कदम उठाये जा रहे हैं, जिनमें उच्च शिक्षा तथा माध्यमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम, शिक्षण पद्धति, प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्मिलित हैं।
उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के पश्चात् शिक्षा में सुधार हेतु अनेक आयोगों का गठन किया गया।  मुदालियर आयोग, कोठारी आयोग, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, आचार्य राममूर्ति समिति इत्यादि ने शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन हेतु अनेक महत्वपूर्ण सुझाव भी प्रस्तुत किये किन्तु अमल के रूप में परिणाम शून्य ही रहे। शिक्षा को संचालित करने वाले केन्द्र सरकार के विभाग का नाम परिवर्तित करके मानव संसाधन विकास मंत्रालय रखा गया किन्तु मानव संसाधन के विकास का विषय शायद अन्तिम पायदान तक सिमट कर रह गया। मानव को मानव बनाने वाली शिक्षा, दानव बनाने की ओर धकेलती ही नजर आयी। युवाओं की क्षमताओं का उपयोग करने के लिए प्रयास नगण्य प्रतीत हुए। युवाओं के जीवन निर्माण के स्थान पर अनुशासनहीनता, अराजकता, व्यक्तिवादिता का पलड़ा भारी दिखाई दिया। यहां भी भौतिकवाद-अध्यात्मवाद पर भारी पड़ गया। बाजारीकरण प्रभावी हो गया। शिक्षा को अर्थ की भौतिक तुला पर तोला जाने लगा।
श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि नैतिकता के मूल्य तिरोहित होने लगे। विकासशील भारत में आदमी की जिंदगी और औरत की इज्जत सबसे सस्ती हो गई है। हमें चरित्रवान भारत चाहिए। हमने सरकार को हमारी सुरक्षा का अधिकार दिया था, राजा का नहीं। निजीकरण की अंधी आंधी ने शिक्षा को गुणवत्ता परिपूर्ण शिक्षा से विलग कर दिया। ज्ञान तथा मेधा की उपेक्षा हुई, आर्थिक सम्पन्नता को अधिक तरजीह दी जाने लगी। ज्ञानवान, तेजस्वी तथा यशस्वी युवा विद्यार्थी अर्थाभाव के शिकार हुए। सरकारी तन्त्र द्वारा निजी क्षेत्र को अधिक महत्व दिया जाने लगा। परिणामतः शिक्षा में गुणवत्ता का भी ह्मास होना प्रारम्भ हो गया।
श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि हमें भारत की आजादी में अपनी जान की बाजी लगाने वाले क्रांतिकारियों को अपने समक्ष आदर्श के रूप में रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि हम आज स्वदेशी के प्रयोग का संकल्प कर लें तो 10 साल बाद हम अमरीका से आगे हो जाएंगे।
विषय प्रस्तावना करते हुए प्रोफेसर यदुनाथ दुबे ने कहा कि शिक्षक, शिक्षार्थी एवं पाठ्यक्रम तीन आधार इस प्रक्रिया में हैं। शिक्षक का पुनीत कार्य शिक्षार्थी को पघना है, पाठ्यक्रम इसका माध्यम है। स्पष्ट है कि शिक्षक के लिए साध्य शिक्षार्थी है न कि पाठ्यक्रम। पाठ्यक्रम तो शिक्षक के लिए साधन के रूप में उपयोग में लाया जाता है। समय परिवर्तन के साथ साधन, साध्य के रूप में परिवर्तित हो गया है। शिक्षक का केन्द्रीकरण पाठ्यक्रम तक सीमित रह गया है, शिक्षार्थी द्वितीय वरीयता क्रम में आ गया है।
मुख्य अतिथि प्रो. वी. एम. शुक्ल (पूर्व कुलपति गोरखपुर विश्वविद्यालय) ने कहा कि शाश्वत मूल्य में गहरा हरास हुआ है। मानव मूल्य को घरों में लोग अपने माता-पिता और बुजुर्ग से सिखते थे। आज कौन सीख रहा है। आज के विद्यार्थी को भारत के स्वर्णिम इतिहास का पता नही है। आज घरों में जीवन मूल्य का वातावरण बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान शिक्षा व्यवस्था में शिक्षक-शिक्षार्थी सम्बन्ध लगभग समाप्त हो गये हैं। शिक्षक का पूरा ध्यान पाठ्यक्रम पर केन्द्रित होने के कारण शिक्षार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण की प्रक्रिया धूमिल हो गयी है। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा अथवा विश्वविद्यालयी शिक्षा में शिक्षक अपने शिक्षार्थी के व्यक्तित्व के आकलन के लिए प्रयासरत नहीं हैं। विद्यार्थी में अन्तर्निहित गुण क्या हैं, उनकी जांच, परख, तत्पश्चात् उनमें निखार लाने के लिए शिक्षकों का पास न सोच है न ही चिन्तन। यही कारण है कि शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थी का व्यक्तित्व विकास उनकी योजना का अनिवार्य अंग नहीं बन पाता है।
विशिष्ट अतिथि प्रो. पी. नागजी (कुलपति महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ) ने कहा कि तकनीकि का विकास समाज के लिए कितना ठीक है, इसपर विचार होना चाहिए। आज विश्व को आठ बार नष्ट करने का परमाणु बम बना है। मानव कल्याण के लिए धर्म, संस्कृति और विज्ञान में समन्वय जरूरी है। सभी धर्मों में नैमिक मूल्य और सांस्कृतिक मूल्य मिलता है बस जरूरत हैं इनको संगठित करने की। भारत को शक्ति सम्पन्न बनने के लिए सभी धर्मों के लोगों की क्षमता को समझना होगा।
प्रो. रमेशचन्द्र नेगी ने कहा कि प्राचीन भारत की संस्कृति और परम्परा मानव मूल्य का बोध कराती थी। आज उसमे गिरावट आयी है। इसीलिए अनेक प्रकार की समस्याएं पैदा हो रही है।
अध्यक्षीय सम्बोधन करते हुए प्रो. राम किशोर त्रिपाठी (सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय) ने कहा कि सभी धर्मो का उद्देश्य मानव का कल्याण है। भारत प्रकाश से युक्त देश है। ‘धर्म’ मानव मूल्य है। मानव शरीर त्याग के लिए है। शिष्य गुरू का आचरण करते है अतः गुरू का आचरण अनुकरणीय होना चाहिए। हिन्दू धर्म में जीवन का उद्देश्य धर्म, अर्थ, काम एवं मोक्ष है, यही जीवन मूल्य है।
कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन से हुआ। बौद्ध भिक्षु वृन्द द्वारा पाली मंगलाचरण, पाणिनी कन्या महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा वैदिक मंगलाचरण एवं कुमारी मालविका तिवारी ने पौराणिक मंगलाचरण प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण श्रीहर्ष सिंह ने किया। इस कार्यक्रम में कुल 15 छात्र-छात्राओं श्री सरला आर्या, प्रियंका आर्या, संजीवनी आर्या, सोनम दोर्जे, गुलाब सिंह नेगी, सुनील दत्त, कृष्णकांत त्रिपाठी, ठाकुर भगत, विनित कुमार पाण्डये, विनित कुमार शर्मा, प्रवेश कुमार आदि छात्रों को नगद तीन-तीन हजार रूपये छात्रवृत्ति दी गयी।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रो. नागेन्द्र पाण्डेय, डाॅ. अन्नपूर्णाशुक्ल, प्रो. परमात्मा दूबे, प्रो. मुकुल मेहता, डाॅ. हरिप्रसाद अधिकारी, दीनदयाल पाण्डेय, दिनेश जी, नागेन्द्र दूबे, डाॅ. हरेन्द्र कुमार राय, अजय परमार आदि लोग उपस्थित थे।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. रमेश कुमार द्विवेदी (आचार्य एवं अध्यक्ष- बौद्ध दर्शन विभाग, सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी) एवं धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. माधवी तिवारी ( सचिव, धर्म संस्कृति संगम काशी सारनाथ) ने ज्ञापित किया। प्रस्तुति: 63, विष्व संवाद केन्द्र काषी, लंका, वाराणसी-221005

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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घोषणा को केवल भ्रामक एवं कोरी बयानबाजी करार दिया

Posted on 04 January 2013 by admin

प्रदेश के एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा कल यह घोषणा किये जाने पर कि समाजवादी पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मारूफ खान ने उक्त घोषणा को केवल भ्रामक एवं कोरी बयानबाजी करार दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा विगत विधानसभा चुनाव के समय अल्पसंख्यकों को 18प्रतिशत आरक्षणदिये जाने का वादा किया गया था किन्तु सरकार बनने के दस माह व्यतीत हो जाने के बाद आज तक उस दिशा में कोई काम नहीं किया गया है, जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय में भारी रोष है। इसी प्रकार बेरोजगारी भत्ता दिये जाने व किसानों की कर्जमाफी में जिस प्रकार से सरकार ने शर्तें लगायी हैं, बेरोजगारी भत्ते में उम्र की समय सीमा बांधने और कर्जमाफी में केवल एक ही बैंक द्वारा लिये गये ऋण की माफी की व्यवस्था की गयी है उससे नौजवानों एवं किसानों में रोष व्याप्त है। इसी प्रकार छात्रों को लैपटाप व टेबलट दिये जाने, किसानों को मुफ्त बिजली एवं सिंचाई की योजनाएं कोरी घोषणाएं साबित हुई हैं। इसी वादाखिलाफी को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में व्यापक रोष व्याप्त है, जिससे भयभीत होकर आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा एक बार फिर अपने छिटक रहे कार्यकर्ताओं को सरकारी नौकरी का प्रलोभन देने का कार्य किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह धोखा है।
श्री खान ने कहा कि प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी की इन थोथी घोषणाओं को समझ चुकी है यही कारण है कि अब उसके कार्यकर्ता भी जिलों-जिलों में  राज्य सरकार के विरूद्ध लामबंद हो रहे हैं। ऐसे में अपने खिसकते जनाधार और लगातार खोती जा रही विश्वसनीयता को भांपकर समाजवादी पार्टी ने एक ऐसा शिगूफा छोड़ा है जिसे पूरा करना संभव नही है क्योंकि सरकारी नौकरी देने की एक प्रक्रिया है और नियमानुसार इस प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है। किन्तु समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सरकार के कद्दावर मंत्री द्वारा अपने दल के कार्यकर्ताओं के लिए ऐसी घोषणा करना पूरी तरह संवैधानिक प्रक्रिया के विरूद्ध भी है।
श्री खान ने कहा कि आज पूरा प्रदेश शीतलहर के प्रकेाप से जूझ रहा है। सैंकड़ों लोग ठण्ड से जान गंवा चुके हैं। लेकिन सरकार द्वारा न तो गरीबों में कम्बल वितरण शुरू हो सका है और न ही रैन बसेरा व अलाव जलाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की जनता जान गंवा रही है और राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कानून व्यवस्था का आलम यह है कि पिछले एक माह में समूचे प्रदेश में बलात्कार एवं हत्या जैसे जघन्य अपराधों में बाढ़ सी आ गयी है। सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में रोजाना ऐसी जघन्य घटनाएं घट रही हैं और राज्य सरकार इन घटनाओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए इस तरह के वादे कर रही है। आम जनता के सरोकारों से पूरी तरह मुंह मोड़ चुकी समाजवादी पार्टी केवल वादे करने में मशगूल है। प्रदेश की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को उसके कोरे वादों का जवाब अवश्य देगी।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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we want justice, hange the rapist

Posted on 04 January 2013 by admin

आज लखनऊ पुनः एक ऐतिहासिक प्रदर्शन का गवाह बना। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार व बलात्कार के खिलाफ जनता न्याय की मांग में पुनः सड़क पर उतरी। आज दिनांक 03/01/2013 को समाज के प्रबुद्ध लोग, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकगण, विद्यार्थीगण, समाजसेवी एवं विभिन्न पेशे में कार्य करने वाले लोग एव्ंा आम जनता ने हमारे देश में होने वाले विभिन्न कुरीतियों तथा बलात्कार, हत्या, घूसखोरी आदि के उन्मूलन हेतु एक “अहिंसा मार्च” आई.टी. कालेज चैराहे से हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा तक किया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों ये नारे जुबान से नहीं दिल से निकल रहे हों।  we want justice,  hange the rapist आदि नारों की मांग के साथ जनता ने मार्च  करते हुये अत्याचार  व अव्यवस्था के खिलाफ आवाज को बुलंद किया। इसकी प्रतिध्वनि  निश्चय  ही प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के कानों तक गूंजेंगी एवं वर्तमान जर्जर व  असहाय व्यवस्था के स्थान पर एक स्वस्थ व सशक्त सामाजिक व्यवस्था का निर्माण किया जाए। ऐसी मांगे की गयी।
इस मार्च में युवाओं की संख्या अत्यधिक रही। इस मार्च का निर्देशन युवानायक निशांत भारद्वाज एवं नृपेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया। इस रैली का विशेष संदर्भ बलात्कार को हतोत्साहित करने हेतु एक सशक्त कानून के निर्माण के मांग से संबंधित है जिससे समाज के समक्ष एक स्वस्थ व नैतिकतापूर्ण चरित्र के निर्माण के साथ-साथ मूल्योमुख व्यवस्था का सृजन हो सके। इस मार्च का प्रारंभ प्रातः 11 बजे से आई. टी कालेज चैराहे से होता हुआ गांधी प्रतिमा हजरतगंज पर समाप्त हुआ। देखते-देखते इस कारवां में हजारों लोग जुड़ते गये। इस मार्च में डा0 अमृत राय, डा0 विजय शर्मा अनुरोध राय, रणविजय सिंह, डा0 कामिल खान, डा0 अनिल त्रिपाठी, प्रेम सिंह, सलमान, वेद यादव, डा0 के. के. आनंद, सीमा आनंद, डा0 सुरभि सहाय, कृपा देवी उर्फ बबुआ, इरफान, नसीर, डा0 नेहा पाण्डेय, ऋचा, भावना, दिवा, बी.बी. सिंह व वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी एस. एन. सहाय, प्रो0 ए. के. पाण्डेय, प्रियंका पाण्डेय, डा0 बी. एन. मिश्रा, अनीता अवस्थी आदि लोगों ने गांधी प्रतिमा पर धरना देकर न्याय की मांग की।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती के अवसर पर

Posted on 04 January 2013 by admin

आगामी २३ जनवरी २०१३ को चिरंजीवी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती के अवसर पर भारत भारती सुलतानपुर द्वारा तैतीसवां अलंकरण समारोह दिवस का आयोजन किया गया है ।
भारत भारती की स्थापना वर्ष १९८१ मे की गई थी । स्थापना वर्ष के बाद से भारत भारती संस्था द्वारा अलंकरण समारोह का कार्यव्रहृम किया जाता है । भारत भारती के अध्यक्ष अनिल कुमार अग्रवाल ने एक प्रेस वार्ता मे बताया कि इस वर्ष २३ जनवरी को सुलतानपुर में कार्यव्रहृम के माध्यम से कुल १० महान उपलब्धियों वाले व्यक्तियों को विभूषित किया जायेगा ।
सचिव प्रदीप ने पत्रकारो को बताया कि अपने सिद्धान्तो का एवं नियमो का सत सत पालन करके प्राणो का न्योछावर करने वाले जनता इण्टर कालेज के प्रधानाचार्य स्व० मान बहादुर सिंह जो एक कवि व साहित्यकार भी थे इन्हे भारत भारती द्वारा सुलतानपुर रत्न से विभूषित किया जायेगा और इनके परिवार को २१ हजार रुपये की धनराशि भी दी जायेगी ।
दूसरा अलंकरण सम्मान लोकमणि के रुप में किसानो को दिया जाता है जो इस बार उपलब्ध नही है । तीसरा अंलकरण सम्मान लोक रत्न दिया जाता है जिसमें उत्कृष्ट सामाजिक मानवता कार्यो के लिए दिया जाता है । सन्तोष कुमार झा पुत्र स्व० सत्य नरायन ग्राम बुधापुर को लोकरत्न से सम्मानित किया जायेगा सन्तोष कुमार झा अपने गांव मे मुस्लिम वर्ग के लोगो को अपनी जमीन कब्र्रिस्तान के लिए दान दिया है ।
इसी व्रहृम में हरिद्वार स्थित मातृ सदन संस्था मे स्वामी निगमानन्द महाराज गांगा नदी की सफाई के अन्दोलन मे उपवास रखकर प्राणो की आहुति देने के लिए मरणोपरान्त उन्हे लोकरत्न से विभूषित किया जायेगा। चैथा अलंकरण सम्मान लोक भूषण के रुप मे दिया जाता है जिसमें अभियन्ता भवन एम.सी.डी.सिटी जोन नई दिल्ली के इंजीनियर अंसार आलम को लोक भूषण सम्मान से विभूषित किया जायेगा ।
इंजीनियर होते हुए भ्रष्टाचार पर नसीहत को पैगाम देते हुए उन्होने २ करोड घूस लेने से इन्कार किया जिस पर उनके उहृपर प्राणघातक हमला हुआ और बाल बाल बच गये । बने हुए भवन मे किये जा रहे वितरण में किसी भी व्यक्ति से घूस रुप में एक भी रुपया नही लिया ।
पांचवा अलंकरण सम्मान लोक द्वीप के रुप मे दिया जाता है आज का अभिमन्यु के रुप मे कक्षा एक का विद्यार्थी जिसकी उम्र्र मात्र छरू वर्ष है । मृगेन्द्र पाण्डेय पुत्र राजेश पाण्डेय कूरेभार सुलतानपुर को लोक द्वीप से विभूषित किया जायेगा । बताते चले कि यह छरू वर्षीय बालक अभिमन्यु की तरह मंच से इंदिरा गांधी को गोली मारे जाने की कथा इस तरह बतलाता है कि जैसे वह स्वयं वहां उपस्थित हो ।
इस तरह कि कई घटनाओं का उल्लेख उसके द्वारा किया गया है तथा मणिपुर राज्य के जिला थोडवल मे लिलोगं गांव का छात्र जो इण्टर मीडिएट में ९९.६ प्रतिशत के साथ भारत मे सर्व श्रेष्ठ अंक प्राप्त किया मो० इशमत पुत्र वशीर अहमद को भी लोक द्वीप सम्मान से विभूषित किया जायेगा । भारत भारती द्वारा वर्ष २०१२ मे भ्रष्टाचार पर निबन्ध प्र्रतियोगिता का आयोजन किया था जिसमे कुल १५१ विद्यार्थी भाग लिये थे जिसमे प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को अलंकरण सम्मान से विभूषित किया जायेगा ।
प्रथम पुरस्कार छात्र कु० नूर आरसी पुत्री निजाम अहमद को ग्यारह हजार रुपये तथा दूसरा पुरस्कार कु० अपूर्वा सिंह पुत्री रमेश सिंह को इक्यावन सौ रुपये तथा तीसरा पुरस्कार अनुपम मिश्र पुत्र जनार्दन मिश्र को दो हजार पांच सौ रुपये से पुरस्कृत किया जायेगा  तथा भारत भारती सुलतानपुर टीपू सुलतान के वंशजो को भी सम्मानित करना चाहती है जो कि समाचार पत्र के माध्यम से थोडी सी जानकारी प्राप्त हुई है कि टीपू सुलतानपुर के वंशज कलकत्त्ता मे रहते है और उनकी बहुएं दूसरो के घरो मे झाडू पोछा का कार्य करने जीवन निर्वाह कर रही है

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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महिलाओं का सशक्तीकरण

Posted on 04 January 2013 by admin

जनपद में महिलाओं का सशक्तीकरण जिला महिला अस्पताल और गांव गांव चल रहे आंगनवाडी केन्द्रों पर देखी जा सकता है ।
गौरतलब हो कि दिल्ली रेप कांड में प्रदेश और केन्द्र सरकार पर जब देश की महिलाओ और छात्राओं का गुस्सा फूटा तो लोकतंत्र की सर्व शक्तिमान केन्द्र सरकार और यहां तक कि केन्द्र की सुपर शक्ति सोनिया गांधी भी राजनैतिक रुप से दुखी दिखी और तो और भारत जैसी शक्तिशाली देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को अपनी पुत्रियों की संख्या और उनकी आंड में प्रदर्शनकारी जनता को हवाला देकर इमोशनल किया जाने लगा अब तत्काल सरकारी फंडा शुरु करते हुए आयोग गठित कर सुझाव मांगे जाने लगे ।
सोचनीय है कि भारत की आजादी को कई दशक बीत गये ये सरकारे खाशकर केन्द्र सरकार ने कभी भी गंभीरता से महिलाओं को उन्नति और सशक्ती करण के बारे मे कभी नही सेचा यहां तक कि खोखली योजनाये बना कर भारतीय पंरपरा की मिशाल भारतीय नारी को खोखला आधुनिकता और सशक्ती करण का दिवा स्वप्न दिखा कर सामाजिकता और परिवार की चैखट लांघकर आर्थिक होड वाले बाजार में कूदा दिया और झूठी शान दिखाने और विदेशी मेहमानो को दिखाने के लिए उन्हे प्र्रतिमाह चन्द मानदेय देने की घोषणा लाल किले की प्राचीर से कर अपनी पीठ ठोक रही मनमोहन की सरकार ने कभी यह सोचा कि इन लाखो आशा बहुओं और आंगन वाडियों को जितना मानदेय मिलता है उतने में उनके बंगले में पले विदेशी नस्ल के कुत्ते का नास्ता का खर्चा भी महीने में नही पूरा होता ।
और इस मंहगाई में इन भारतीय महिलाओं को जिनपर केन्द्र की महिला संचालित और ढोगी सरकार ने सरकारी करण का ठप्पा लगाकर बीते कई दशको से दिवा स्वप्न दिखा रही है क्या यह इस केन्द्र सरकार की न्याय प्रिय नीति है या वाकई इन भारतीय महिलाओं के प्रति झूठी इमदर्दी दिखा सशक्ती करण आर्थिक उन्नति करण का त्रिया चरित्र जनता और विदेश को दिखाना चाहती है ।
आये दिन महिलाओं के प्रति अपराध जब जनता और अपराधी करते है तो सरकार को चिंता होती है और जब सत्त्ता धारी नेता आये दिन हर घण्टे महिलाओ की शारिरिक, आर्थिक, मानसिक शोषण साल दर साल जनता के कथित सेवक करते है तो उनको कौन सजा देगा आज आयोग को समाज के हर स्तर पर महिला शोषण पर सोचना और कानून बनाने की बात करनी होगी तभी दामिनी जैसी अपराध वाकई मे दूर हो सकते है वर्ना भारत की आधी आबादी महिलाएं अब और न छली जायेगी अब ये जग चुकी है और इतिहास गवाह है कि रानी झांसी ने सर्व शाक्तिमान अंग्रेजो को छक्के छुडा दिये थे ये तो भारत के मनमोहन सिंह और अखिलेश यादव है । इन्हे इनके घर से ही चुनौती मिलने लगेगी वह दिन दूर नही है अब चेत जाओ ।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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डीएम द्वारा जब चैपाल लगाई गई तब फरियादियों ने समस्याओं का अंबार बताया

Posted on 04 January 2013 by admin

कछौना गौसगंज के क्षेत्र का बाण गांव जो योजना आयोग के उपाध्क्ष एवं पूर्व मुख्य सचिव नवीनचन्द्र बाजपेई का पैतृक निवास भी है में हरदोई जिलाधिकारी ने जब चैपाल लगाई वाकया बुधवार की रात में इस चैपाल में पीडि़तों की फरियाद उनकी समस्याओं का निस्तारण समुचित निर्देश भी जिलाधिकारी अनिल कुमार द्वारा दिए गए। यहां के निवासी देवी शंकर शुक्ल के अनुसार मजरा पैरा में बिजली तो आती है और बाण गांव में कभी-कभी बिजली न होनंे की शिकायत कई ग्रामीणों ने की। कुछ ग्रामीणों द्वारा कानपुर रेलवे लाइन के पास से चकरोड एक किलोमीटर का बनाने को भी मांग करके पूरा करने को कहा। हरी राम द्वारा पेंशन केवल एक महीने का पैसा आना बताया। दूसरी बार वह अब तक नहीं आया है। श्यामलाल का विरासत का मामला लटका हुआ बताया तो कुछ ने निःशुल्क बोरिंग, वृद्धावस्था पेंशन मनरेगा की योजना का लाभ नहीं मिल रहा। आदि की विस्तृत समस्याओं का अम्बार और उसका निस्तारण करने के लिए ग्रामवासियों ने कहा कि सभी पर जरूरी निर्देश डीएम द्वारा दिए गए। एक ग्रामीण की शिकायत पर डीएम ने बीएसए को निर्देश दिया कि वजीफा का रूपया देते वक्त एक रजिस्टर बनाकर उसे फोटो चस्पा करके लाभार्थी को तब दिया जाए। ऐसा जनपद के सभी स्कूलों में व्यवस्था की जाए। उन्होने ब्लाक स्तर आंगनबांडी केन्द्र, हाट कुक्ड योजना, की भी जानकारी ली। चकबन्दी कानून व्यवस्था पर एसओ को तलब किया। बीडीओ से रजिस्टर 8 को मांग कर उसे भी देखा। इस मौके पर ब्लाक प्रमुख अशोक अग्रवाल सहित सभी अधिकारी मौजूद रहे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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