आज लखनऊ पुनः एक ऐतिहासिक प्रदर्शन का गवाह बना। महिलाओं पर हो रहे अत्याचार व बलात्कार के खिलाफ जनता न्याय की मांग में पुनः सड़क पर उतरी। आज दिनांक 03/01/2013 को समाज के प्रबुद्ध लोग, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के शिक्षकगण, विद्यार्थीगण, समाजसेवी एवं विभिन्न पेशे में कार्य करने वाले लोग एव्ंा आम जनता ने हमारे देश में होने वाले विभिन्न कुरीतियों तथा बलात्कार, हत्या, घूसखोरी आदि के उन्मूलन हेतु एक “अहिंसा मार्च” आई.टी. कालेज चैराहे से हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा तक किया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानों ये नारे जुबान से नहीं दिल से निकल रहे हों। we want justice, hange the rapist आदि नारों की मांग के साथ जनता ने मार्च करते हुये अत्याचार व अव्यवस्था के खिलाफ आवाज को बुलंद किया। इसकी प्रतिध्वनि निश्चय ही प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के कानों तक गूंजेंगी एवं वर्तमान जर्जर व असहाय व्यवस्था के स्थान पर एक स्वस्थ व सशक्त सामाजिक व्यवस्था का निर्माण किया जाए। ऐसी मांगे की गयी।
इस मार्च में युवाओं की संख्या अत्यधिक रही। इस मार्च का निर्देशन युवानायक निशांत भारद्वाज एवं नृपेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया। इस रैली का विशेष संदर्भ बलात्कार को हतोत्साहित करने हेतु एक सशक्त कानून के निर्माण के मांग से संबंधित है जिससे समाज के समक्ष एक स्वस्थ व नैतिकतापूर्ण चरित्र के निर्माण के साथ-साथ मूल्योमुख व्यवस्था का सृजन हो सके। इस मार्च का प्रारंभ प्रातः 11 बजे से आई. टी कालेज चैराहे से होता हुआ गांधी प्रतिमा हजरतगंज पर समाप्त हुआ। देखते-देखते इस कारवां में हजारों लोग जुड़ते गये। इस मार्च में डा0 अमृत राय, डा0 विजय शर्मा अनुरोध राय, रणविजय सिंह, डा0 कामिल खान, डा0 अनिल त्रिपाठी, प्रेम सिंह, सलमान, वेद यादव, डा0 के. के. आनंद, सीमा आनंद, डा0 सुरभि सहाय, कृपा देवी उर्फ बबुआ, इरफान, नसीर, डा0 नेहा पाण्डेय, ऋचा, भावना, दिवा, बी.बी. सिंह व वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी एस. एन. सहाय, प्रो0 ए. के. पाण्डेय, प्रियंका पाण्डेय, डा0 बी. एन. मिश्रा, अनीता अवस्थी आदि लोगों ने गांधी प्रतिमा पर धरना देकर न्याय की मांग की।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com