Archive | January 28th, 2013

Global cooperation & Collaboration key to economic recovery – Hamid Ansari

Posted on 28 January 2013 by admin

Partnership is not an option, but imperative: Mr. Anand Sharma*
Regional and global partnerships key for a sustainable future: Anand Sharma

cii-partnership-summit-in-agra-2013“It is imperative that the world economies work in tandem to prepare a
roadmap for economic recovery, wherein they leverage each other’s strengths
and comparative advantages to create a new economic world order”,
emphasized *HE* *Mr Hamid Ansari*, Hon’ble Vice President of India while
inaugurating the 19th CII Partnership Summit organized by Confederation of
Indian Industry (CII) in association with the Ministry of Commerce and
Industry, Government of India and Uttar Pradesh as the Partner State.

“Innovation and creativity will play an important role in reviving growth
in the emerging economies for better utilization of the limited resources”,
Mr Ansari further added.

vice-president-hamid-ansari-cii-partnership-summit-in-agra-2013To address the challenges of poverty alleviation and socio-economic
development, Mr Ansari emphasized that “the challenge before us now is to
put back the Indian economy on high growth trajectory.  This is critical to
generate additional employment opportunities essential for achievement of
broader agenda of sustainable and inclusive growth”.

minister-anand-sharma-cii-partnership-summit-in-agra-2013*Mr Anand Sharma*, Minister of Commerce, Industry & Textiles, GoI & Summit
Chairman stressed that “Forging regional and global partnerships between
the developed, developing and emerging economies is the key to a
sustainable growth, secure the present and leave a legacy for a better
future”.

He however, expressed concern over the slow pace of economic recovery and
suggested to adapt the path of high growth. According to Mr. Sharma, “Youth
unemployment and unemployability is the biggest worry and within a decade,
there would be requirement for creating 600 million jobs globally.
Thankfully, National Manufacturing Policy ( NMP) would help to create 100
million skilled jobs within a decade, thereby helping to address the issue
of unemployment. We are really focused towards development of the
Manufacturing sector. Thrust towards manufacturing sector would not only
help raise share of manufacturing in India’s GDP, but would also make India
one of the manufacturing hub in the 21st century and help in employment
creation”. He added.

Elaborating upon the economic prospects of Uttar Pradesh, *Mr.  Akhilesh
Yadav,* Chief Minister of Uttar Pradesh, he assured to create enabling
policy regime to attract investment and a facilitating bureaucracy to help
industry. He reinforced that a thriving manufacturing sector can provide
alternative employment and would help to address the issue of regional
imbalance. In this context, he proposed to invest in product specific
industrial infrastructure and setting up national manufacturing investment
zones.
Referring to the theme of the Summit, *Mr. Adi Godrej,* President CII, and
Chairman, Godrej Group, in his opening remarks said that the theme rightly
recognizes the aspiration of attaining global growth through seeking global
partnerships. He added that, we are at a critical juncture when importance
of outward orientation and strategic reforms can not be underestimated.  In
anticipation of successful outcome of this Summit, he said that new ideas
and meaningful discussions would help to draw upon strategy to realize
objective of a more enduring and inclusive development.
Earlier, while giving welcome remarks, *Mr. Ajay S Shriram*, Vice
President,  CII, and Chairman & Senior Managing Director, DCM Shriram
Consolidated Limited, outlined the overall objective of the Partnership
Summit and stressed that that this platform present with the unique
opportunity to build new bridges of strategic partnerships.

Delivering the closing remarks, Mr. S Gopalakrishnan, President Designate,
CII, and Executive Co-Chairman, Infosys Limited, suggested to re-examine
the role of advanced and emerging countries, in the current scenario when
trade, investment and businesses are the main driving forces for growth.

The 19th CII Partnership Summit started today at the Historic city of Agra,
which is on till 29 January. The Summit would witness participation of 22
International Ministers, around 300 international delegates from USA,
Italy, Australia, Canada, Japan, Korea, Singapore, Slovenia, Russia, Saudi
Arabia, Netherlands, China, Pakistan etc. It would also have around 20
international speakers addressing from Australia, France, Singapore etc.
There would be 63 International Diplomats like Economic Counselors,
Ambassadors, High Commissioners & Commercial Counsellors.

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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उत्तर प्रदेश असीमित क्षमताओं वाला प्रदेश: मुख्यमंत्री

Posted on 28 January 2013 by admin

  • कृषि, गन्ना तथा दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश अग्रणी
  • वर्तमान वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भौगोलिक सीमाएं सिमट रही हैं: अखिलेश यादव
  • प्रदेश में नीतियों तथा कार्यक्रमों की ऐसी व्यवस्था होगी, जो निवेश को आकर्षित करेगी: मुख्यमंत्री
  • मुख्यमंत्री ने आगरा में पार्टनरशिप समिट-2013 को सम्बोधित किया

up-cm-akhilesh-yadav-cii-partnership-summit-in-agra-2013ग्लोबल पार्टनरशिप फार इन्ड्योरिंग ग्रोथ की थीम पर आधारित दो दिवसीय पार्टनरशिप समिट-2013 का शुभारम्भ आज आगरा के जेपी पैलेस होटल में हुआ। औद्योगिक नीति और प्रोत्साहन विभाग भारत सरकार, कन्फीडरेशन आॅफ इण्डियन इन्डस्ट्री
(सी.आई.आई.) और उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस समिट में उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी, केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग एवं टेक्सटाइल मंत्री श्री आनंद शर्मा तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव सहित मशहूर औद्योगिक हस्तियों ने भाग लिया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने समिट को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सम्मेलन की थीम ग्लोबल पार्टनरशिप फार इन्ड्योरिंग ग्रोथ वर्तमान समय के हिसाब से तर्कसंगत है और पूरे विश्व में निर्बाध व्यापार एवं वाणिज्यिक गतिविधियां होना आज की सच्चाई और आवश्यकता है। उन्होंने इस अवसर पर ताज नगरी में पधारे सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए केन्द्र सरकार को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि उसने इस तरह के महत्वपूर्ण समिट के आयोजन के लिए उत्तर प्रदेश को चुना। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में इस तरह का यह पहला सम्मेलन है।
श्री यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने बड़े-बड़े औद्योगिक घरानों का ध्यान आकर्षित किया है, क्योंकि अब इस राज्य में बदलाव की हवा चल रही है। उन्होंने कहा कि लगभग 20 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है और यह असीमित संभावनाओं वाला प्रदेश है। यह प्रदेश न केवल वाणिज्यिक एवं औद्योगिक मौके उपलब्ध कराता है, बल्कि यहां पर एक बड़ी बाजार भी मौजूद है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश कृषि, गन्ना तथा दुग्ध उत्पादन में पूरे देश में अग्रणी है। साथ ही, यहां बड़ी संख्या में औद्योगिक केन्द्र, बड़ी औद्योगिक टाउनशिप्स जैसे नोएडा और ग्रेटर नोएडा हैं, जहां सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के रूप में फल-फूल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के वैश्वीकरण के युग में सरहदें सिमट रही हैं और हम एक एकीकृत वैश्विक अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था में एकीकरण के फायदे-नुकसान भी हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक व्यापार में हमारा अंशदान दो प्रतिशत है, जो कि कम है। परन्तु पिछले दशक के अंशदान 0.7 प्रतिशत की तुलना में बेहतर है। उन्होंने कहा कि भारतीय मल्टीनेशनल्स के काॅर्पोरेट प्राफिट्स का 10 प्रतिशत उनकी विदेशी गतिविधियों से मिलता है, परन्तु अभी अर्थव्यवस्था में और सुधार की आवश्यकता है।
up-cm-akhilesh-yadav-cii-partnership-summit-in-agraमुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्वीकरण से जहां एक ओर देश को मदद मिली, वहीं पिछले पांच वर्षों से चल रही मंदी के दुष्प्रभाव भी देश को झेलने पड़े। इसका यह मतलब है कि हम दूसरों की प्रगति के साथ ही प्रगति कर सकते हैं। इसके लिए हमें साझेदारियों की आवश्यकता होगी। इस दृष्टिकोण से इस समिट का विशेष महत्व है।
श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के आर्थिक ढांचे में आमूल-चूल परिवर्तन करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि हम नीतियों और योजनाओं की ऐसी व्यवस्था बनाएंगे, जिससे आर्थिक एवं औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिले। राज्य की नौकरशाही को उद्योगों तथा निवेशकों का मददगार बनाया जाएगा।
राज्य सरकार द्वारा अवस्थापना सुविधाओं के क्षेत्र में निवेश करने की योजना पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले पांच वर्षों में 16,000 मेगावाॅट अतिरिक्त विद्युत उत्पादन किया जाना प्रस्तावित है। यही नहीं, उत्तर प्रदेश सरकार दिल्ली-मुम्बई इन्डस्ट्रियल काॅरीडोर तथा ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट काॅरीडोर जैसे प्रोजेक्ट्स को भारत सरकार की सहायता से तेजी से आगे बढ़ाएगी। साथ ही, प्रदेश के कृषकों को खुशहाल बनाने के लिए राज्य सरकार खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर, जिसमें चीनी सम्मिलित है, को बढ़ावा देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्विसेज सेक्टर, विशेष कर आई0टी0 तथा आई0टी0ई0एस0 में राज्य अपनी क्षमताओं को भुनाएगा। साथ ही, बड़ी जनसंख्या का लाभ उठाने के उद्देश्य से हमें अधिकाधिक लोगों के कौशल विकास पर भी ध्यान केन्द्रित करना होगा। इस दृष्टि से ‘स्किल डेवलपमेंट मिशन’ हमारी प्राथमिकता होगी।
अंत में मुख्यमंत्री ने देश एवं विदेश से आए प्रतिनिधियों का पुनः धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उन्हें निवेश कर प्रदेश के विकास में सहभागी बनने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि केन्द्र सरकार भी इस दिशा में अपना हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
इससे पूर्व अपने उद्घाटन उद्बोधन में उपराष्ट्रपति श्री हामिद अंसारी ने कहा कि इस समय पूरे विश्व में आर्थिक अस्थिरता का माहौल है, ऐसे में इससे निपटने के समाधान खोजने हेतु यह सम्मेलन स्वागत योग्य प्रयास है। केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री श्री आनंद शर्मा ने भी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित किया। उन्होंने इस भव्य आयोजन की प्रशंसा करते हुए कहा कि देश में हो रहे ‘टेक्नोलाॅजी एक्सप्लोजन’ से पता चलता है कि भारत मानव संसाधन में निवेश कर विश्व को उत्कृष्ट कोटि की मानव शक्ति उपलब्ध करा सकता है। समिट को सी0आई0आई0 के अध्यक्ष श्री आदि गोदरेज तथा उपाध्यक्ष श्री अजय एस श्रीराम ने भी सम्बोधित किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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राज्यपाल ने स्वल्पाहार का आयोजन किया

Posted on 28 January 2013 by admin

राजकीय बालगृह के बच्चे भी शामिल हुए

7उत्तर प्रदेश के राज्यपाल, श्री बी0एल0 जोशी ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन में कल सांयकल स्वल्पाहार का आयोजन किया, जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव, पूर्व मुख्यमंत्री श्री एन0डी0 तिवारी, श्री लालजी टण्डन, श्री कलराज मिश्र, श्री अम्मार रिजवी, श्री नरेश चन्द्रा, वयोवृद्ध स्वतंत्रता सेनानीगण, लोकायुक्त श्री एन0के0 महरोत्रा, मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, पुलिस महानिदेशक श्री ए0सी0 शर्मा, वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारीगण व गणमान्य नागरिकगण उपलस्थित थे। समारोह में राज्यपाल के ओर से राजकीय बालगृह के बच्चे विशेष रूप से आमंत्रित किये गये थे।
इससे पूर्व राज्यपाल ने राजभवन में सुबह झण्डारोहण किया, जिसमें राजभवन के समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। उसके पश्चात् राज्यपाल ने विधान भवन पर आयोजित परेड की सलामी ली तथा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं झाँकियों का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सहित वरिष्ठ अधिकारीगण सहित गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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हर्षोल्लास के साथ मनाया गया गणतंत्र दिवस

Posted on 28 January 2013 by admin

  • राज्यपाल ने परेड की सलामी ली
  • आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों व झांकियों की प्रस्तुति

up-cm-with-governor-b-l-joshi-in-republic-day-celebration-2013प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गणतंत्र दिवस आज हर्षोल्लास से मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम विधान भवन के सामने सम्पन्न हुआ, जहां राज्यपाल श्री बी.एल. जोशी ने परेड की सलामी ली। इसके पहले मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने राज्यपाल का स्वागत किया और उन्हें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दीं।
गणतंत्र दिवस समारोह में भव्य परेड, आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं विभिन्न संस्थाओं की झाकियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। परेड का नेतृत्व कर्नल करनदीप सिंह तुलसी ने किया। इस मौके पर भारतीय थल सेना के टी-72 एम टैंक, इन्फैन्ट्री कमबैट वाहन, मिसाइल माउण्टेड वाहन (ए.टी.जी.एम. मिलान) तथा मीडियम मशीन गन माउण्टेड वाहन प्रदर्शित किए गए।
up-governor-b-l-joshi-in-republic-day-celebration-2013परेड में आसाम रेजीमेण्ट, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल, उ0प्र0 पुलिस, पी.ए.सी. 32वीं बटालियन, होमगार्ड की पुरुष टुकडि़यों व सशस्त्र सीमा बल की महिला टुकड़ी द्वारा भव्य मार्च पास्ट प्रस्तुत किया गया। परेड में जाट रेजीमेण्टल सेण्टर, सशस्त्र सीमा बल, ए.एम.सी. सेण्टर व 11 गोरखा राइफल्स, ग्रेनेडियर्स रेजीमेण्ट सेण्टर तथा कुमाऊँ रेजीमेण्ट सेण्टर, केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस बल, आसाम रेजीमेण्ट एवं डोगरा रेजीमेण्ट, पी.ए.सी. 35वीं बटालियन तथा होमगार्ड के बैण्ड भी शामिल हुए।
मार्च पास्ट में उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल एवं ब्वायज एंग्लो बंगाली इण्टर काॅलेज के बालक, एन.सी.सी. के बालक एवं बालिकाएं, उ0प्र0 भारत स्काउट एवं गाइड की एनी बेसेण्ट गाइड कम्पनी की बालिकाएं, सेण्ट जोसफ इण्टर काॅलेज, राजाजीपुरम, लखनऊ पब्लिक स्कूल, ए ब्लाॅक राजाजीपुरम तथा सिटी माॅण्टेसरी स्कूल, आरडीएसओ की छात्राओं ने भी भाग लिया। सैनिक स्कूल तथा सिटी माॅण्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड के बैण्ड भी परेड में सम्मिलित हुए। इसके अलावा पुलिस श्वान दल, घुड़सवार दल तथा अग्निशमन सेवा ने भी गणतंत्र दिवस की परेड में हिस्सा लिया।

इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने देशभक्ति, राष्ट्रीय एकता एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर आधारित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। सिटी माॅण्टेसरी स्कूल, महानगर तृतीय शाखा द्वारा ‘वन्दे मातरम्’ नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति की गई। इसी प्रकार ब्वायज एंग्लो बंगाली इण्टर काॅलेज ने ‘देश रंगीला’ शीर्षक से तथा लखनऊ पब्लिक काॅलेज, गोमतीनगर शाखा द्वारा ‘रंग दे बसंती’ नृत्य प्रस्तुत किया गया। बाल विद्या मन्दिर सीनियर सेकेण्डरी स्कूल, चारबाग के विद्यार्थियों ने म्यूजिकल पिरामिड का प्रस्तुतिकरण किया। सिटी माॅण्टेसरी स्कूल, राजेन्द्र नगर प्रथम शाखा के बच्चों ने ‘हम सब एक हैं’ ड्रिल प्रस्तुत की।
गणतंत्र दिवस की परेड में प्रदेश के सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा उत्तर प्रदेश विधान मण्डल की ऐतिहासिक यात्रा को दर्शाने वाली झांकी में राज्य विधान मण्डल के गौरवशाली 125 वर्षों के इतिहास की जानकारी आकर्षक तरीके से प्रदान की गई। इसी क्रम में वन विभाग ने ‘हमारा प्रयास-हरियाली से खुशहाली’ शीर्षक से और मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश द्वारा ‘हम हैं जागरूक मतदाता-हम हैं जनमत के निर्माता’ विषयक झांकियां निकाली गईं। परिवार कल्याण विभाग के राज्य सूचना शिक्षा संचार ब्यूरो की झांकी में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई। जबकि लखनऊ विकास प्राधिकरण की झांकी में जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय कंवेंशन सेण्टर के माॅडल को दर्शाया गया।
उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की झांकी ‘बाग़वानी मिशन बना वरदान, प्रसंस्करण का रखना ध्यान’ विषय पर आधारित थी। पर्यटन विभाग की झांकी में इलाहाबाद में चल रहे कुम्भ मेले का प्रस्तुतिकरण किया गया। लखनऊ पब्लिक स्कूल्स एण्ड काॅलेजेज़ की झांकी ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’, सिटी माॅण्टेसरी स्कूल की झांकी ‘जय जगत, जय जगत, जय जगत पुकारे जा’ तथा अमीनाबाद इण्टर काॅलेज की झांकी ‘अप्प दीपों भव’ विषयों पर केन्द्रित थी। इरम एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा ‘आजादी के सपूत मौलाना मोहम्मद अली जौहर’ विषय पर झांकी प्रस्तुत की गई। उत्तर प्रदेश पुलिस की झांकी ‘वुमेन पावर लाइन- 1090’ तथा समाज कल्याण विभाग की झांकी ‘समाजवाद की आभा में जन-जन की मुस्कान, समाज कल्याण का यही अभियान’ विषय पर आधारित थी। इस मौके पर उ0प्र0 पावर काॅर्पोरेशन तथा फुटवेयर डिज़ाइन एण्ड डेवलपमेण्ट इंस्टीट्यूट की झांकियां भी प्रदर्शित गईं।
गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी, सांसद श्रीमती डिम्पल यादव सहित अन्य महानुभाव उपस्थित थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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जीवन स्तर को बेहतर बनाने और लोगों की खुशहाली में विज्ञान तथा अविष्कार के योगदान को नकारा नहीं जा सकता: मुख्यमंत्री

Posted on 28 January 2013 by admin

  • आधुनिक युग में विज्ञान अत्यधिक महत्वपूर्ण
  • मुख्यमंत्री ने विज्ञान यात्रा का शुभारम्भ किया, इन्सपायर अवार्ड भी वितरित किए

vigyan-yatraउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जीवन स्तर को बेहतर बनाने और लोगों की खुशहाली में विज्ञान तथा अविष्कार के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि जिन मुल्कों ने किसानों के लाभ और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए इनका सदुपयोग किया, वे देश आगे बढ़े और वहां की जनता खुशहाल हुई।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर विज्ञान यात्रा के शुभारम्भ तथा इन्सपायर अवार्ड के वितरण हेतु आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। विज्ञान यात्रा का आयोजन प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा इन्टेल के सहयोग से किया गया।
श्री यादव ने कहा कि प्राचीन समय में विज्ञान के क्षेत्र में देश का योगदान उल्लेखनीय था। किन्तु आधुनिक समय में जिस प्रकार के अविष्कार व मौलिक खोज की जानी चाहिए थी, ऐसा हम लोग नहीं कर पाए। इन्सपायर अवार्ड पाने वाले बच्चों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि ये बच्चे अपनी प्रतिभा से विज्ञान के क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि सभी बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों। प्रदेश सरकार इस ओर संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कम्प्यूटर के महत्व से भी पूरी तरह अवगत है। इसके दृष्टिगत 10वीं पास छात्र-छात्राओं को टैबलेट कम्प्यूटर व 12वीं पास छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप देने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि समाज में परिवर्तन दृष्टिगत हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक युग में जितना महत्व विज्ञान का है, उतना महत्व बिजली का भी है, क्योंकि बिजली से विकास होता है। पूर्ववर्ती सरकार द्वारा इस दिशा में गम्भीरता से प्रयास न किए जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मंत्रिपरिषद की पिछली बैठक में विद्युत सम्बन्धी लिए गए निर्णय का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए नए कदम उठाने जा रही है। उन्होंने संकेत दिया कि हो सकता है कि कुछ सख्त कदम भी उठाने पड़ें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री श्री रामगोविन्द चैधरी ने कहा कि विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों की रुचि को बढ़ाए जाने की जरूरत है।
मद्रास विश्वविद्यालय के पूर्व उप कुलपति प्रोफेसर पी.टी. मनोहरन ने कहा कि अल्प आयु से ही विज्ञान के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान को समुचित प्राथमिकता प्रदान की जाएगी।
इन्टेल दक्षिण एशिया की प्रबन्ध निदेशक सुश्री देबजानी घोष ने कहा कि टेक्नोलाॅजी में हमारे जीवन में बदलाव लाने की क्षमता है। उन्होंने मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए।
इसके पहले सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री पार्थसारथी सेन शर्मा ने अपने स्वागत सम्बोधन में विज्ञान यात्रा एवं इन्सपायर अवार्ड योजना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
vigyan-yatra-1इन्सपायर अवार्ड योजना भारत सरकार की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचलित की जा रही है, जिसके तहत मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थाओं के कक्षा 06 से 10 तक के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान सम्बन्धी प्रोजेक्ट/माॅडल का मूल्यांकन कर जनपद/राज्य/राष्ट्रीय स्तर पर उनका प्रदर्शन किया जाता है। अक्टूबर, 2012 में नई दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदेश के 05 बच्चों को पुरस्कार हेतु चयनित किया गया। इसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर रीजनल अवार्ड विजेता फैजाबाद के अजीत कुमार तथा झांसी के शिवांश गुबरेले को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया। इसी प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर राज्य अवार्ड विजेता फिरोजाबाद के आकाश पचैरी, बहराइच के नवीन पाण्डेय तथा वाराणसी के आयुष देवा को भी मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री ने विज्ञान यात्रा के तहत दो बसों को झण्डी दिखाकर रवाना किया। विज्ञान यात्रा प्रदेश के 21 जिलों में आयोजित की जा रही है। यह यात्रा लखनऊ, झांसी, कानपुर, कन्नौज, इटावा, एटा, अलीगढ़, गाजियाबाद, रामपुर, रायबरेली, इलाहाबाद, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, बरेली, शाहजहांपुर, फैजाबाद, सुल्तानपुर तथा बाराबंकी में आयोजित की जा रही है। प्रत्येक जनपद के 100 शिक्षकों एवं एक हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रकार 2100 शिक्षक तथा 21,000 विद्यार्थी प्रशिक्षित किए जाएंगे। विज्ञान यात्रा विद्यार्थियों के बीच गणित और विज्ञान का आधार मजबूत बनाने तथा शिक्षकों को पूर्णतया कम्प्यूटर साक्षर बनाने पर केन्द्रित होगी। विज्ञान यात्रा के दौरान शिक्षा विशेषज्ञ आवश्यक हार्डवेयर और साफ्टवेयर से सुसज्जित दो बसों के माध्यम से सम्बन्धित जिलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री राकेश गर्ग, सांसद श्रीमती डिम्पल यादव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक श्री वासुदेव यादव ने अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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फुटबाॅल को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत: मुख्यमंत्री

Posted on 28 January 2013 by admin

मुख्यमंत्री ने सुपर स्पोटर््स कप फुटबाॅल प्रतियोगिता का शुभारम्भ किया

1उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि फुटबाॅल को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। यह एक ऐसा खेल है, जिसे खेलने के लिए महँगे संसाधनों की जरूरत नहीं होती और कम खर्च में भी इसे खेला जा सकता है। इसलिए इसे गरीबों का खेल भी कहते हैं।
मुख्यमंत्री कल यहां के.डी. सिंह बाबू स्पोर्ट्स स्टेडियम में सुपर स्पोर्ट्स कप फुटबाॅल प्रतियोगिता का शुभारम्भ करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। सुपर स्पोर्ट्स सोसाइटी द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में हरियाणा, दिल्ली, झारखण्ड व उत्तर प्रदेश की 16 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं।
फुटबाॅल को बढ़ावा देने के लिए आयोजकों के प्रयास की सराहना करते हुए श्री यादव ने कहा कि यह खेल दुनिया के लोकप्रिय खेलों में शामिल है। इस खेल में सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है और काफी पसीना भी बहाना पड़ता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं में फुटबाॅल के प्रति रुचि बढ़ेगी।
इसके पहले मुख्यमंत्री ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रही विभिन्न टीमों के खिलाडि़यों से परिचय प्राप्त किया और बाॅल को किक आॅफ कर आयोजन की विधिवत शुरुआत की। उन्होंने बरेली हाॅस्टल तथा व्हाइट ईगल टीमों के मध्य खेले गए मैच को भी देखा। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न खिलाडि़यों एवं खेल प्रशिक्षकों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर पूर्व मंत्री डाॅ0 अशोक बाजपेई तथा सुपर स्पोर्ट्स सोसाइटी के श्री अनिल कुमार अंकुर एवं श्री सुभाष मिश्र सहित अन्य पदाधिकारी, पत्रकारगण तथा भारी संख्या में खेल प्रेमी मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन श्री आर.पी. सिंह ने किया।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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मुख्यमंत्री ने गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण किया

Posted on 28 January 2013 by admin

up-cm-republic-dayउत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर यहां अपने सरकारी अवास 5, कालिदास मार्ग पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों तथा देशभक्तों को नमन करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हम सभी देशवासियों को नई ऊर्जा व उत्साह के साथ राष्ट्र निर्माण हेतु प्रतिबद्ध होने की प्रेरणा देता है।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
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Guru Purav

Posted on 28 January 2013 by admin

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सहभागिता सम्मेलन-2013 में उत्तर प्रदेश के हस्तकला उद्योगों की प्रदर्शनी

Posted on 28 January 2013 by admin

मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने किया उद्घाटन, कहा प्रदेश में निवेश की अपार सम्भावनाएं

आगरा में आयोजित हो रहे तीन दिवसीय सहभागिता सम्मेलन के अवसर पर उत्तर प्रदेश के हस्तकला उत्पादों की प्रदर्शनी आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। प्रदर्शनी में प्रमुख हस्तशिल्प/क्राफ्ट के सर्वोत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शित किए गये हैं, जो उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प की गुणवत्ता और उन्नत स्तर होने का जादुई एहसास करा रहे हैं। हस्तशिल्पियों व्दारा उत्पाद तैयार करने की कला का प्रदर्शन प्रतिभागियों को उनकी कला का विशेष अनुभव करा रहा है। इससे उत्तर प्रदेश के हस्तशिल्प उत्पादों के निर्यात की अपार सम्भावनाएं उत्पन्न हुई हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन करके प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया और कार्य करते दस्तकारों से भेंट कर उनकी कला को सराहा।  इस अवसर पर उन्होंनें कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश एवं उद्योग की अपार सम्भावनाएं हैं। सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नई उद्योग नीतियों का क्रियान्वयन कर रही है।
मुख्य सचिव ने बताया कि सम्मेलन के दौरान ही प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उद्योग,सूचना प्रोद्योगिकी, इलैक्ट्राॅनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण आदि की नयी नीतियों से उद्यमियों एवं निवेशकों को दी जा रही सुविधाओं एवं रियायतों से भी अवगत करायेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योग, आई0टी0, इलैक्ट्राॅनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, अवस्थापना, वैकल्पिक ऊर्जा, हस्तशिल्प, पर्यटन, शिक्षा-चिकित्सा, ऊर्जा आदि के क्षेत्र में निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। सम्मिट के दौरान प्रदेश सरकार व्दारा आए हुए प्रतिभागियों को सम्यक और सामयिक जानकारी उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने इस सुअवसर का लाभ उठाने और विदेशी प्रतिनिधियों को प्रदेश में निवेश के कारगर कदमों की जानकारी देकर देश विदेश में शो-केस के रूप में प्रस्तुत किए जाने की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक रंजन, प्रमुख सचिव-उद्योग एवं अवस्थापना राजीव कपूर, प्रमुख सचिव-लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मुकुल सिंघल, प्रमुख सचिव-ऊर्जा संजीव मित्तल, सचिव उद्योग संजय प्रसाद, सूचना निदेशक प्रभात मित्तल आदि वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रदर्शनी में आगरा के स्टोन कार्विग-मारबल इनले की प्रदर्शित कलाकृतियों एवं कारीगरों व्दारा पत्थर काटकर बहुमूल्य पत्थर जडने की कला देखते ही बन रही है।इसके अलावा जरी जरदोजी की कृतियां एवं कार्य करते कारीगर भी अपनी कला का अच्छा एहसास करा रहे हैं।
मुरादाबाद से ब्रासवेयर मेटल पर खुदाई एवं रंग भरे आकर्षक रंगों के नमूने एवं कार्य करते कारीगर अपनी कला को बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। अलीगढ के हस्तशिल्पियों की पशु-पक्षियों की मूतियाॅं जीवंत दिखाई दे रही  हैं, वहीं गोरखपुर से टेराकोटा-मिट्टी के कलात्मक बर्तन भी उन्नत हस्तशिल्प की कहानी दर्शा रहे हैं।
मैंनपुरी से लकडी पर तारकशी की कलाकृतियां एवं इस कला के राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कारीगरों व्दारा तैयार किए जा रहे उत्पादों की कला देखते ही बनती है, वहीं सहारनपुर की प्रदर्शित काष्ठ कला के नमूने भी दर्शकों को खासा लुभा रहे हैं।
लखनऊ की चिकनकारी कला के उत्पादों में भी देश विदेश के प्रतिभागियों की अच्छी रूचि दिखाई दे रही है, तो नोएडा के कलाकारों की स्टोन डस्ट पेंटिंग भी प्रतिभागियों को खूब आकर्षित कर रही हैं।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की जानकारी प्रदर्शित कर प्रदेश में पर्यटन की असीम सम्भावनाएं दर्शाते हुए प्रतिभागियों को विशेष आकर्षित किया गया है।प्रदर्शनी परिसर में ही अनेकों देशी विदेशी प्रख्यात कम्पनियों व्दारा भी अपने मण्डपों के माध्यम से अपने उत्पाद संबंधी उपयोगी जानकारियां प्रदर्शित की गई हैं।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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चीनी उद्योग के लिये को-जेनरेशन एवं आसवनी प्रोत्साहन नीति-2013 लागू

Posted on 28 January 2013 by admin

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चीनी उद्योग को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से प्रदेश में स्थापित होने वाली नई चीनी मिलों को विभिन्न प्रकार के टैक्सों में छूट एवं रियायतें देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। इस नई प्रोत्साहन नीति-2013 के अन्तर्गत अब प्रदेश के चिन्हित जनपदों- देवरिया, मऊ, आजमगढ़, जौनपुर, अमेठी, बदायूं, गाजीपुर, बलिया, इटावा, मैनपुरी, रायबरेली, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, एटा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी, जालौन, ललितपुर आदि में नई चीनी मिलों की स्थापना के लिये प्रोत्साहन दिया जायेगा। इसके तहत को-जेनरेशन इकाई एवं डिस्टलरी की स्थापना प्रदेश में कहीं भी की जा सकेगी।
नई प्रोत्साहन नीति के तहत इस उद्योग में निवेश करने वालों को विभिन्न प्रकार की छूट एवं रियायतें भी देने की व्यवस्था की गयी है। इसमें ऋण पर पांच प्रतिशत ब्याज उपादान, गन्ना क्रय कर पर छूट, सोसायटी कमीशन के 75 प्रतिशत की प्रतिपूर्ति दी जायेगी। देसी मदिरा हेतु शीरा आरक्षित करने से छूट, शीरे पर प्रशासनिक शुल्क की छूट, स्टाम्प ड्यूटी एवं भूमि रजिस्ट्री शुल्क में छूट की व्यवस्था है। इसके अतिरिक्त शीरे का प्रथम क्रय/विक्रय की तिथि से 5 वर्ष तक भुगतान किये गये वैट व केन्द्रीय विक्रयकर के योग के समतुल्य अथवा वार्षिक विक्रय की 10 प्रतिशत धनराशि, जो भी कम हो, ब्याजमुक्त ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जायेगी। प्रतिपूर्ति, छूटें अथवा ऋण अधिकतम पांच वर्ष के लिए अनुमन्य होगा।
ये सभी छूट एवं रियायतें उन्हीं चीनी मिलों को मिलेंगी जो प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित जिलों में स्थापित हों। इसके अतिरिक्त नीति घोषित होने के उपरान्त चीनी मिलों में निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया हो अथवा नीति घोषित होने के 3 वर्षों के अन्दर व्यावसायिक उत्पादन प्रारम्भ हो गया हो। को-जेन/आसवनी नीति घोषित होने के 2 वर्षों के अन्दर व्यावसायिक उत्पादन प्रारम्भ करना होगा।
सरकार द्वारा सुनिश्चित किया जायेेगा कि कम्पनी/इकाई द्वारा सम्पूर्ण गन्ना मूल्य का भुगतान समय से कर दिया गया हो। नई नीति के तहत पांच वर्षों में प्रत्येक इकाई को 75 करोड़ रुपये से अधिक छूट एवं रियायतें नहीं दी जायेंगी। यदि कोई कम्पनी/इकाई त्रुटिपूर्ण सूचना अथवा अभिलेखों के माध्यम से छूट या रियायतें प्राप्त करती हैं तो ज्ञात होने पर यह धनराशि भू-राजस्व की भांति सरकार द्वारा वसूल की जायेंगी।
प्रदेश के इन चिन्हित जिलों में चीनी उद्योग को प्रोत्साहति करने के लिये नई चीनी मिलों की स्थापना, को-जेन एवं आसवनियां लगने से प्रदेश की जनता को और अधिक रोजगार के अवसर मिलेंगे, किसानों को और अधिक गन्ने का भुगतान होगा तो किसान भी खुशहाल होंगे। इन चीनी मिलों की स्थापना से प्रदेश में और अधिक विद्युत का उत्पादन किया जा सकेगा तथा समग्र रूप से चिन्हित क्षेत्रों का आर्थिक विकास होगा।

सुरेन्द्र अग्निहोत्री
agnihotri1966@gmail.com
sa@upnewslive.com

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