प्रदेश के एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री द्वारा कल यह घोषणा किये जाने पर कि समाजवादी पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मारूफ खान ने उक्त घोषणा को केवल भ्रामक एवं कोरी बयानबाजी करार दिया है।
प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा विगत विधानसभा चुनाव के समय अल्पसंख्यकों को 18प्रतिशत आरक्षणदिये जाने का वादा किया गया था किन्तु सरकार बनने के दस माह व्यतीत हो जाने के बाद आज तक उस दिशा में कोई काम नहीं किया गया है, जिसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय में भारी रोष है। इसी प्रकार बेरोजगारी भत्ता दिये जाने व किसानों की कर्जमाफी में जिस प्रकार से सरकार ने शर्तें लगायी हैं, बेरोजगारी भत्ते में उम्र की समय सीमा बांधने और कर्जमाफी में केवल एक ही बैंक द्वारा लिये गये ऋण की माफी की व्यवस्था की गयी है उससे नौजवानों एवं किसानों में रोष व्याप्त है। इसी प्रकार छात्रों को लैपटाप व टेबलट दिये जाने, किसानों को मुफ्त बिजली एवं सिंचाई की योजनाएं कोरी घोषणाएं साबित हुई हैं। इसी वादाखिलाफी को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में व्यापक रोष व्याप्त है, जिससे भयभीत होकर आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा एक बार फिर अपने छिटक रहे कार्यकर्ताओं को सरकारी नौकरी का प्रलोभन देने का कार्य किया जा रहा है, जो कि पूरी तरह धोखा है।
श्री खान ने कहा कि प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी की इन थोथी घोषणाओं को समझ चुकी है यही कारण है कि अब उसके कार्यकर्ता भी जिलों-जिलों में राज्य सरकार के विरूद्ध लामबंद हो रहे हैं। ऐसे में अपने खिसकते जनाधार और लगातार खोती जा रही विश्वसनीयता को भांपकर समाजवादी पार्टी ने एक ऐसा शिगूफा छोड़ा है जिसे पूरा करना संभव नही है क्योंकि सरकारी नौकरी देने की एक प्रक्रिया है और नियमानुसार इस प्रक्रिया को पूरा करना पड़ता है। किन्तु समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्य सरकार के कद्दावर मंत्री द्वारा अपने दल के कार्यकर्ताओं के लिए ऐसी घोषणा करना पूरी तरह संवैधानिक प्रक्रिया के विरूद्ध भी है।
श्री खान ने कहा कि आज पूरा प्रदेश शीतलहर के प्रकेाप से जूझ रहा है। सैंकड़ों लोग ठण्ड से जान गंवा चुके हैं। लेकिन सरकार द्वारा न तो गरीबों में कम्बल वितरण शुरू हो सका है और न ही रैन बसेरा व अलाव जलाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश की जनता जान गंवा रही है और राज्य सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। कानून व्यवस्था का आलम यह है कि पिछले एक माह में समूचे प्रदेश में बलात्कार एवं हत्या जैसे जघन्य अपराधों में बाढ़ सी आ गयी है। सरकार की नाक के नीचे राजधानी लखनऊ में रोजाना ऐसी जघन्य घटनाएं घट रही हैं और राज्य सरकार इन घटनाओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए इस तरह के वादे कर रही है। आम जनता के सरोकारों से पूरी तरह मुंह मोड़ चुकी समाजवादी पार्टी केवल वादे करने में मशगूल है। प्रदेश की जनता आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को उसके कोरे वादों का जवाब अवश्य देगी।
सुरेन्द्र अग्निहोत्री
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